युद्धपोत INS इंफाल भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल, समंदर में भी “पानी” के लिए तरसेंगे देश के दुश्मन

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भारतीय नेवी की ताकत अब और बढ़ गई है। स्वदेश निर्मित स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक ‘आईएनएस इंफाल’ आज भारतीय नौसेना में शामिल हो गया।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में आज मंगलवार को इसे नौसेना में शामिल किया गयाष रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इम्फाल पहला वॉरशिप है, जिसका नाम उत्तर पूर्व के एक शहर के नाम पर रखा गया है।आईएनएस इंफाल नौसेना में कमीशन होने का कार्यक्रम मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में हुआ है।

आईएनएस इंफाल सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है।आईएनएस इंफाल में ब्रह्मोस, बराक जैसे मिसाईल, राकेट लांचर और एसआरजीएम गन से लैस हैं।ब्रह्मोस मिसाइल 90 डिग्री घूमकर दुश्मनों पर हमला कर सकता है।

आईएनएस इंफाल ताकत और तकनीक में काफी आगे है। आईएनएस इंफाल भारतीय नौसेना का सबसे नया स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रायर है और अब ये नौसेना की पश्चिमी कमान का हिस्सा बन चुका है जिसकी ज़िम्मेदारी अरब सागर से लेकर मध्यपूर्व पर भारत के हितों की सुरक्षा करना है। आईएनएस इंफाल को टोटल एटमॉस्फिरिक कंट्रोल सिस्टम से लैस किया गया है और इसे न्यूक्लियर-केमिकल-बायोलॉजिकल वातावरण में काम करने के लिए तैयार किया गया है। यानि परमाणु हमला हो चुका हो, केमिकल हथियार इस्तेमाल हो चुके हों या बाहर का पूरा वातावरण बायो हथियारों से दूषित हो चुका हो आईएनएस इंफाल पर कोई असर नहीं पडता।

रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आईएनएस इंफाल से हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच भारत की समुद्री क्षमता मजबूत होगी। आईएनएस इंफाल पहला युद्धपोत है जिसका नाम उत्तर पूर्व के एक शहर के नाम पर रखा गया है। इसे राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और समृद्धि के लिए क्षेत्र के महत्व के रूप में भी देखा जा रहा है।

...तो गाज़ा-फिलिस्तीन जैसा होगा कश्मीर का हाल, जानें फारूक अब्दुल्ला ने ऐसा क्यों कहा?

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पुंछ में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान सामने आया है।जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और इसको लेकर सेना की कार्रवाई पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि अगर समस्या का समाधान हुआ, तो हमारा भी हाल गाजा और फिलीस्तीन वाला होगा।इसके साथ ही फारूख अब्दुल्ला ने भारत-पाक वार्ता की वकालत की है।

समाचार एजेंसी एएएनआई के मुताबिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान बातचीत के जरिए विवादों को खत्म नहीं करते हैं, तो कश्मीर का भी गाजा और फिलिस्तीन जैसा ही हश्र होगा, जिन पर बमबारी की जा रही है।साथ उन्होंने केंद्र सरकार भी निशाना साधा और सवाल उठाया है कि पाकिस्तान से वार्ता क्यों नहीं की जा रही है? पत्रकारों से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वॉर इज़ नॉट ऑप्शन, यानी युद्ध विकल्प नहीं है। अब बातचीत से मसले हल करने हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी के बयान को दोहराया

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, देखिए मैंने हर बार यह कहा है। वाजपेयी जी ने तो कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं, पड़ोसी नहीं बदले जा सकते हैं। अगर पड़ोसियों के साथ दोस्ती में रहेंगे तो दोनों तरक्की करेंगे। अगर दुश्मनी में रहेंगे तो हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं।

क्या वजह है कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं-अब्दुल्ला

फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि पाकिस्तान में एक बार फिर नवाज शरीफ प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, उधर से बार-बार बातचीत के लिए कहा जा रहा है।क्या वजह है कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं है। अगर बातचीत से इसे हमने नहीं सुलझाया तो मैं माफी चाहता हूं कहने के लिए कि हमारा भी वही हाल होगा जो आज गाजा और फिलिस्तीन का हो रहा है, जिन पर आज इजरायल की तरफ से बमबारी की जा रही है।

चुनावी मोड में आई बीजेपी, मिशन 2024 के लिए बनाया मेगाप्लान

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देश में लोकसभा चुनाव के लिए सियासी बिसात बिछने लगी है।विपक्षी इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दल अभी मतभेद सुलझाने की कोशिश में जुटे हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी भी चुनावी मोड में आ गई है।बीजेपी ने इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए 350+ का टारगेट रखा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 303 का करिश्माई आंकड़ा छू लिया था। इस बार इन सीटों से अधिक सीटों को जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बड़ा लक्ष्य तय किया है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी लगातार बड़ी और कई प्लानिंग भी कर रही है।

क्लस्टर में बांटे जाएंगे लोकसभा क्षेत्र

पार्टी ने फैसला किया कि हर लोकसभा क्षेत्र के लिए एक लोकसभा प्रभारी और लोकसभा संयोजक बनाया जायेगा। इसके अलावा पार्टी पिछले तीन चुनावों का बूथ स्तर पर विश्लेषण करेगी और हर राज्य में 3-4 लोकसभा सीट मिला कर एक क्लस्टर बनाया जायेगा। साथ ही इनके अलग से क्लस्टर प्रभारी भी बनाए जाएंगे। इन फैसलों में सबसे बड़ी बात यह है कि जो भी लोकसभा संयोजक बनेगा, वह चुनाव नहीं लड़ेगा। जिला और प्रदेश स्तर पर ज्वॉइनिंग टीम का गठन किया जाएगा। इसके अलावा जिन राज्यों में केवल 4 या 5 लोकसभा सीट हैं, वहां क्लस्टर नहीं बनाये जायेंगे। क्लस्टर प्रवास के तहत पार्टी अध्यक्ष, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री मीटिंग लेंगे। लोकसभाओं में प्रवास और मीटिंग के लिए वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग होगी। विधानसभाओं में प्रवास के लिए राज्यों के नेताओं की ड्यूटी लगाई जायेगी। लोकसभा चुनाव कार्यालय 30 जनवरी से पहले शुरू कर दिए जायेंगे।

ग्रामीणों से जुड़ने के लिए बीजेपी का ‘रूरल’ प्लान

आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने ‘रूरल’ प्लान भी बनाया है। इस प्लान के तहत बीजेपी 7 लाख गांवों को जोड़ेगी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को सभी प्रदेशों के अध्यक्षों को चिट्ठी भेजकर इसकी तैयारी में जुटने के निर्देश दिए है।नड्डा ने सभी राज्यों के बीजेपी इकाइयों को अगले एक महीने तक का टास्क दिए हैं।इसके तहत प्रत्येक गांव के लिए एक कार्यकर्ता जोड़े जाएंगे। वहीं बड़े गांवों में एक से अधिक कार्यकर्ताओं को जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों सहित सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को एक गांव में जोड़ने का निर्देश दिया गया है। जनवरी-फरवरी में एक मेगा ड्राइव ‘गांव गांव चलो अभियान’ चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

पढ़िए, दिलचस्प वाकया, जब लालू प्रसाद ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से कहा, आपको तो झटका वाला मटन खिलाएंगे..

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने नई दिल्ली से पटना वापसी के दौरान फ्लाइट में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के साथ हुई मुलाकात और उनके बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह परेशान थे। तीन राज्यों के मुख्यमंत्री को लेकर जिस प्रकार बदलाव हुआ और केंद्रीय मंत्रियों को राज्य में भेजा गया था, उसको लेकर चिंतित थे। उनको दोबारा टिकट मिलेगा या नहीं मिलेगा। हालांकि, तेजस्वी ने कहा कि आपसी बातचीत तथा नेतृत्व को लेकर बोली गयी बात पर सार्वजनिक रूप से इस प्रकार बात करना हमें ठीक नहीं लगता।

उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद दूसरी ओर बैठे थे जबकि गिरिराज सिंह हमारे पास बैठे थे। यात्रा के दौरान गिरिराज सिंह ने लालू प्रसाद से उनके स्वास्थ्य का हाल जाना और मटन खिलाने का आग्रह किया। इस पर लालू प्रसाद ने कहा कि आपको तो झटका वाला मटन खिलाएंगे। उनसे यही बात हुई। वहीं गिरिराज सिंह ने भी पटना एयरपोर्ट पर मीडिया को बताया कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव अब अपने बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। इस पर मेरी उनसे बात हुई है।

दिल्ली से लौटने के बाद दिए बयान में गिरिराज ने कहा है कि हवाई यात्रा के दौरान लालू यादव से हमारी बहुत कुछ बातें हुई हैं। लालू यादव तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए चिंतित दिख रहे हैं। लालू यादव ने मुझसे कहा है कि तेजस्वी को बिना मुख्यमंत्री बनाए बिहार अब नहीं चलेगा।

हालांकि, तेजस्वी को ईडी के नोटिस के सवाल पर उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा। दरअसल, पटना आने के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एक साथ सफर कर रहे थे। इसी के बाद उन्होंने यह बयान दिया है। इसने बिहार की सियासत गरमा दी है।

हिंद महासागर में इजरायल से जुड़े जहाज पर भारत के पास ड्रोन से हमला, लाइबेरिया का लगा था झंडा, यमन के हूतियों पर शक

इजरायल से जुड़े एक जहाज को हिंद महासागर में ड्रोन द्वारा निशाना बनाया गया है। ब्रिटिश सेना के यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस और समुद्री सुरक्षा फर्म एम्ब्रे ने इस हमले की जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक इस व्यापारिक जहाज पर लाइबेरिया का झंडा लगा था और भारतीय तट के पास इसे निशाना बनाया गया है। हालांकि हमले में किसी के घायल होने या मरने की सूचना नहीं है। लेकिन जहाज कुछ नुकसान जरूर हुआ है।

बताया जाता है इस व्यापारिक जहाज के चालक दल में 20 की संख्या में भारतीय भी मौजूद थे। वैसे तो यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस हमले के पीछे कौन है, लेकिन यमन के हूतियों की भूमिका को लेकर शक जाहिर किया जा रहा है।

गुजरात के पास हमला

जानकारी के मुताबिक यह हमला गुजरात के वेरावल तट से महज 200 नॉटिकल मील की दूरी पर अंजाम दिया गया। यह जहाज इजरायल से संबंधित है और भारत आ रहा था। हमले के बाद जहाज के अंदर कुछ टूट-फूट हुई थी जिसके बाद कुछ पानी भी गया था। भारत की तरफ निकलने से पहले ने आखिरी बार जहाज ने सऊदी अरब से संपर्क किया था। हमले के बाद मामले की जांच की जा रही है और जहाज को सावधानी बरतने का निर्देश भी दिया गया है।

हूतियों पर शक की वजह

इस मामले में हूतियों पर हमले की वजहें भी जायज हैं। असल में कुछ ही दिन पहले यमन के हूती विद्रोहियों ने भारत आ रहे एक जहाज का अपहरण कर लिया था। हूती विद्रोही इजरायल के हमले का विरोध कर रहे हैं। इतना ही नहीं, हमास के समर्थन में हूती विद्रोही लगातार मिसाइल और ड्रोन अटैक कर रहे हैं। हूतियों ने खुला ऐलान कर रखा है कि वह इजरायल से जुड़े सभी व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाते रहेंगे। इसके चलते इन जहाजों को यह छोटा रास्ता छोड़कर अफ्रीका वाला रूट चुनना पड़ रहा है जो उनके लिए ज्यादा खर्चीला साबित हो रहा है।

सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास एक ठिकाने पर हवाई हमले में इजरायल ने किया हमला, ईरान के सीनियर जनरल की मौत

इस्राइल की सेना ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास एक ठिकाने पर हवाई हमला किया, जिसमें ईरान का एक वरिष्ठ जनरल मारा गया। ईरानी मीडिया ने बताया कि इस्राइली हमले में सैयद रजी मौसवी की मौत हुई है। वह सीरिया में ईरानी अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड के लंबे समय तक सलाहकार थे। मौसवी को रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी का करीबी भी बताया है।

मौसवी की हत्या ऐसे समय में हुई है जबकि लेबनान-इस्राइल सीमा पर इस्राइली सैनिकों और आतंकी संगठन हिजबुल्ला के बीच संघर्ष लगातार तेज हो रहा है। इससे इस्राइल-हमास युद्ध के क्षेत्रीय लड़ाई के रूप में फैलने का खतरा बढ़ गया है। इससे पहले, इसी महीने की शुरुआत में इस्राइली हमले में सीरिया में दो अन्य जनरल भी मारे गए थे।

'शॉपिंग के लिए 1 लाख रूपये दे दे...', प्रेमिका की डिमांड से तंग आकर युवक ने उठा लिया ये खौफनाक कदम

 मुंबई से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक नवंबर को 20 वर्षीय लड़के ने खुदखुशी कर ली थी। घरवाले भी इस बात से बेखबर थे कि बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया। लेकिन, जब लड़के के दोस्त ने उसके पिता को वास्तविकता बताई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। तत्पश्चात, उन्होंने पुलिस में एक लड़की के खिलाफ खुदखुशी के खिलाफ उकसाने के मामले में FIR दर्ज कराई है। 

दरअसल, मुंबई के पवई पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक नवंबर को प्रथम होवाल (20 साल) ने फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली थी। परिवारवालों को पता नहीं था कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। लेकिन, युवक के दोस्त ने उसके पिता सुमित होवाल को बताया कि प्रथम की प्रेमिका उसको मेंटली टॉर्चर कर रही थी। आगे लड़के ने बताया कि वो उससे पैसे मांगा करती थी। इससे वो बहुत परेशान रहता था।

वही इस मामले में चैटिंग भी सामने आई है। जिसमें कथित तौर पर लड़के उससे कह रही है कि 1 लाख दे दे शॉपिंग के लिए, ज्यादा मत दे। इस खबर पर लड़के के पिता ने लड़की के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। पुलिस ने IPC की धारा-306 के तहत FIR दर्ज किया है। हालांकि, अभी तक लड़की की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।

'राम तो मेरे दिल में है..', सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के खिलाफ केस लड़ने वाले कपिल सिब्बल के सुर कैसे बदले

 राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने राम मंदिर मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भगवा पार्टी के विपरीत भगवान राम उनके दिल में बसते हैं, जबकि भाजपा के लिए यह पूरा मामला एक दिखावा है। सिब्बल ने बीजेपी पर भगवान राम से जुड़े गुणों के विपरीत काम करने का आरोप लगाया।

राम मंदिर पर विपक्ष के रुख को लेकर सवाल पर कहा कि, " यह पूरा मामला दिखावा है। वे (भाजपा) राम के बारे में बात करते हैं, लेकिन उनका आचरण, उनका चरित्र कहीं भी भगवान राम के करीब नहीं है। सच्चाई, सहनशीलता, त्याग और दूसरों के प्रति सम्मान भगवान राम के कुछ गुण हैं। लक्षण तो हैं, लेकिन वे ठीक इसके विपरीत करते हैं और कहते हैं कि हम राम का महिमामंडन कर रहे हैं।'' 22 जनवरी को मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के बारे में एक सवाल के जवाब में कपिल सिब्बल ने कहा कि, ''राम मेरे दिल में हैं, मैं दिखावे के लिए कोई काम नहीं करता।''

बता दें कि ये वही कपिल सिब्बल हैं, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के खिलाफ मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड का प्रतिनिधित्व किया था और वो जगह बाबरी मस्जिद के लिए दिए जाने का केस लड़ा था. यही नहीं, कपिल सिब्बल उन वकीलों में भी शामिल थे जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बाकयदा एक हलफनामा (कांग्रेस सरकार के दौरान रामसेतु प्रोजेक्ट) दिया था जिसमें राम को एक काल्पनिक चरित्र होने का दावा किया गया था और उनके ऐतिहासिक अस्तित्व के बारे में संदेह व्यक्त किया गया था। तब कपिल सिब्बल कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा सांसद थे। हालाँकि, उनका वर्तमान बयान एक अलग भावना का सुझाव देता है, जिसमें कहा गया है, 'मेरे दिल में राम हैं, मैं दिखावा नहीं करता।'

बता दें कि, इस महीने की शुरुआत में, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने घोषणा की थी कि मंदिर का अभिषेक समारोह 22 जनवरी को होगा, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को निमंत्रण दिया गया था, हालांकि उम्मीद है कि ये नेता इस कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे। निमंत्रण प्राप्त करने वाली अन्य उल्लेखनीय हस्तियों में आध्यात्मिक नेता दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी, योग गुरु बाबा रामदेव और सिने स्टार रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर और मुकेश अंबानी शामिल हैं।

पाकिस्तान में पहली बार हिंदू महिला लड़ रही चुनाव, क्या आने वाला है नया “सवेरा”

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पाकिस्तान में अगले साल 2024 में 8 फरवरी को आम चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में पहली बार एक हिंदू महिला ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।इस महिला का नाम सवेरा प्रकाश है। इनके पिता ओमप्रकाश पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सदस्य रह चुके हैं। अपने पिता से विरासत में मिली राजनीति को सवेरा आगे बढ़ा रही हैं।बता दें कि सवेरा पहली हिंदू महिला हैं, जो पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की बुनेर सीट से चुनाव लड़ रही हैं। सवीरा पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) के हालिया संशोधनों में सामान्य सीटों पर पांच प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को शामिल करना अनिवार्य है। हिंदू समुदाय की सदस्य, 35 वर्षीय सवेरा प्रकाश अपने पिता, ओम प्रकाश, जो हाल ही में सेवानिवृत्त डॉक्टर और अतीत से पीपीपी के एक समर्पित सदस्य हैं, के नक्शेकदम पर चलते हुए, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।

सवेरा खुद भी एक डॉक्टर हैं उन्होंने एबटाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज से 2022 में स्नातक किया है। सवेरा प्रकाश, फिलहाल बुनेर में पीपीपी महिला विंग के महासचिव के रूप में कार्यरत हैं। समुदाय के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए, उन्होंने महिलाओं की बेहतरी के लिए काम करने, सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने और उनके अधिकारों की बात करने के लिए जानी जाती हैं। सवेरा प्रकाश ने विकास क्षेत्र में महिलाओं की ऐतिहासिक उपेक्षा और दमन पर भी जोर दिया और निर्वाचित होने पर उनका लक्ष्य इन मुद्दों को संबोधित करना है।

सवेरा प्रकाश बुनेर जिले में पीके-25 की समान्य सीट से चुनावी समर में उतरेंगी। इसके लिए उन्होंने अपना नामांकन पत्र भी जमा कर दिया है। बता दें कि जिस बुनेर सीट से सवीरा ने नामांकन दाखिल किया है, वहां 55 सालों में पहली बार कोई महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही है।

“हिंदू धर्म नहीं सिर्फ धोखा, यह कुछ लोगों के लिए धंधा”, स्वामी प्रसाद मौर्य के फिर बिगड़े बोल

#swami_prasad_maurya_said_hinduism_is_not_religion_it_is_fraud 

एक तरफ राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के जरिए एक अलग माहौल बन रहा है। करीब 500 सालों के बाद रामलला अपने मंदिर में विराजमान होंगे। इसको लेकर 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य समारोह होगा। इसे हिंदू धर्म के एक बड़े आयोजन के रूप में देखा जा रहा है। वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने हिंदू धर्म को धोखा करार दिया है।

एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मौर्य ने कहा कि 'हिंदू एक धोखा है। वेसै भी साल 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान को सही ठहराने के लिए मोहन भारत के अलावा पीएम मोदी का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है। जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो किसी की भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर यही बात जब स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है।

मौर्य ने यह बयान दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित बहुजन समाज अधिकार सम्मेलन में दिया। उन्होंने कहा कि सिर्फ आठ प्रतिशत लोग अपने बलबूते सरकार नहीं बना सकते। यानी वोट के लिए हम हिंदू। वोट के लिए दलित, ओबीसी के लोग हिंदू लेकिन सत्ता में आने के बाद हम लोग हिंदू नहीं रह जाते। अगर ये लोग सत्ता में आने के बाद हमें हिंदू मानते तो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के लोगों का आरक्षण खत्म नहीं करते। इसका मतलब हिंदू एक धोखा है।

स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदुओं के खिलाफ आग उगल रहे हैं। पहली बार नहीं है जब स्वामी प्रसाद ने इस तरह का बयान दिया हो। स्वामी प्रसाद पहले भी हिंदू धर्म, सनातन और रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान देते रहे हैं।