क्या सीजफायर के लिए ट्रंप ने दी थी ट्रेड ना करने की धमकी? भारत ने खारिज किया ट्रंप का दावा


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अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को दूसरों के बीच ‘टांग अड़ाने’ की बुरी आदत है। ट्रंप ने भारत पाकिस्‍तान सैन्‍य संघर्ष के बीच कूदकर भी अपनी फजीहत करायी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि हमने परमाणु युद्ध रुकवाया है। भारत और पाकिस्तान का नेतृत्व अडिग और शक्तिशाली था। उन्होंने यहां तक कहा कि हमने भारत और पाकिस्तान को व्यापार बंद करने को लेकर धमकाया। अगर युद्धविराम नहीं किया तो व्यापार नहीं करेंगे। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों ने तुरंत माना और सीजफायर हुआ।ट्रंप ने इससे पहले भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम में मध्यस्थता का दावा किया था, जिसे भारत ने तुरंत खारिज कर दिया था।

व्यापार को एक रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया?

ट्रंप ने कहा, "...मुझे आपको यह बताते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि भारत और पाकिस्तान का नेतृत्व अडिग और शक्तिशाली था, लेकिन दोनों मामलों में अडिग - वे वास्तव में ताकत, बुद्धि और धैर्य रखने के दृष्टिकोण से अडिग थे, ताकि वे स्थिति की गंभीरता को पूरी तरह से समझ सकें। हमने इस पूरे मामले में काफी मदद की। सिर्फ कूटनीतिक रूप से नहीं, बल्कि व्यापार के जरिये भी हमने उन्‍हें समझाया।ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार को एक रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया।

ट्रंप ने क्या कहा?

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, मैंने कहा- चलो, हम आप लोगों के साथ बहुत सारा व्यापार करने जा रहे हैं। चलो इसे रोकते हैं, चलो इसे रोकते हैं। यदि आप इसे रोकते हैं, तो हम व्यापार कर रहे हैं। यदि आप इसे नहीं रोकते हैं, तो हम कोई व्यापार नहीं करने जा रहे हैं। लोगों ने वास्तव में कभी भी व्यापार का उपयोग उस तरह से नहीं किया है जिस तरह से मैंने किया है। इससे, मैं आपको बता सकता हूं, और अचानक उन्होंने कहा। मुझे लगता है कि हम इसे रोकने जा रहे हैं, और उन्होंने ऐसा किया।"

संघर्षविराम को लेकर पहले भी कर चुके हैं दावा

इससे पहले ट्रंप ने दावा किया था कि अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम हुआ। उन्होंने सबसे पहले यह घोषणा की थी कि भारत और पाकिस्तान में संघर्षविराम हो गया है। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान ने संघर्षविराम की पुष्टि की। इतना ही नहीं, इसके तुरंत बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने तो यहां तक दावा कर दिया कि दोनों देश किसी तटस्थ देश में बैठक कर विवादों पर बातचीत करेंगे। हालांकि, भारत ने साफ कर दिया कि इस संघर्षविराम में किसी भी तीसरे देश की भूमिका नहीं है।

भारत के खिलाफ साइबर जंग की नई चाल, ‘Roar of Sindoor’ रिपोर्ट में खुलासा

भारत के खिलाफ बड़े साइबर अटैक की साजिश रची जा रही है. इसका खुलासा “Roar of Sindoor” रिपोर्ट से हुआ है. साजिश के तहत तकनीकी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के साथ ही देश में गलत जानकारी और फेक नैरेटिव फैलाकर सामाजिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की जा रही है. इस रिपोर्ट को “Echos of Pahalgam” के बाद जारी किया गया है, जिसने पहले ही भारत को कई महत्वपूर्ण साइबर हमलों से बचाने में भूमिका निभाई थी. नई रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत पर साइबर हमले करने वाले समूहों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें पाकिस्तान, बांग्लादेश और मिडिल ईस्ट के कई खतरनाक हैकर ग्रुप्स शामिल हैं.

इन समूहों में प्रमुख रूप से APT-36, Team Insane PK, Mysterious Team, Hoax377, और National Pakistan Allied Group जैसे नाम शामिल हैं.

अब तक 1.5 मिलियन अटैक, 150 सफल प्रयास

रिपोर्ट के मुताबिक, इन ग्रुप्स द्वारा अब तक भारत पर 1.5 मिलियन से अधिक साइबर अटैक किए जा चुके हैं, जिनमें से 150 हमले सफल माने जा रहे हैं. यह हमले मुख्यतः भारत के रक्षा प्रतिष्ठानों, ऊर्जा सेक्टर, और महत्वपूर्ण डाटा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित रहे हैं.

साइबर हमलों के साथ चल रहा है हाइब्रिड वॉर

रिपोर्ट में इस खतरे को केवल तकनीकी तक सीमित नहीं बताया गया है. बल्कि इसे एक “हाइब्रिड वॉर” का हिस्सा माना गया है. इस युद्ध का एक बड़ा पहलू मिस इन्फॉर्मेशन वॉर यानी फर्जी और भ्रामक जानकारी फैलाना है. इसका मकसद जनता में भ्रम, भय और अविश्वास फैलाना है.

देश के भीतर सक्रिय हो सकते हैं स्लीपर सेल

रिपोर्ट में यह भी आशंका जताई गई है कि भारत के भीतर स्लीपर सेल्स सक्रिय हो सकते हैं, जो इन साइबर और सूचना हमलों में सहयोग कर रहे हैं. हालांकि उनकी पहचान अब तक सामने नहीं आई है लेकिन खुफिया एजेंसियां इस दिशा में सतर्क हो गई हैं.

5000 से अधिक मिस इन्फॉर्मेशन कैंपेन

अब तक सामने आए आंकड़ों के अनुसार, 5000 से अधिक फर्जी प्रचार अभियानों को भारत के खिलाफ चलाया गया है. इनमें से कुछ बड़े दावे शामिल हैं जैसे

महाराष्ट्र में पावर ग्रिड पर फर्जी तोड़फोड़ की खबर

ब्रह्मोस मिसाइल केंद्र पर हमले की अफवाह

इनमें से 83 अभियानों को निष्क्रिय कराने की कोशिश की गई. अब तक 38 कैंपेन को सफलतापूर्वक हटाया भी जा चुका है.

बढ़ती चुनौती के बीच साइबर डिफेंस को मजबूत करने की जरूरत

“Roar of Sindoor” रिपोर्ट भारत की साइबर सुरक्षा के लिए चेतावनी की घंटी है. ये न केवल डिजिटल संरचनाओं की सुरक्षा को लेकर सजगता की मांग करती है, बल्कि सामाजिक तानेबाने को भ्रामक सूचनाओं से बचाने की भी चुनौती पेश करती है. विशेषज्ञों का मानना है कि अब समय आ गया है जब भारत को साइबर डिफेंस को राष्ट्रीय सुरक्षा के समकक्ष प्राथमिकता देनी होगी.

सीजफायर के बाद आज फिर DGMO स्तर पर होगी बात, जानें कैसे बनी युद्धविराम पर बात

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव खत्म हो चुका है। भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का प्रस्ताव रखा गया। भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर को सहमति दे दी। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को हुए सीजफायर के बाद आज सोमवार को डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) स्तर पर बातचीत होगी।

सवाल ये है कि भारत-पाक में सीजफायर पर सहमति कैसी बनी? दरअसल, 9 मई को भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी हवाई हमले किए और 10 मई की सुबह भी जवाबी गोलाबारी की। भारत की जवाई कार्रवाई के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर से बात की। मुनीर से बातचीत के बाद रूबियो ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को फोन किया और बताया कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है।

सीजफायर पर DGMO ने क्या कहा?

इससे पहले रविवार को तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि 10 मई को दोपहर 3.35 बजे पाक DGMO के साथ मेरी बातचीत हुई और इसके बाद शाम 5 बजे से दोनों पक्षों द्वारा सीमा पार से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ बंद हो गई। हमने 12 मई को 12 बजे आगे बात करने का भी फैसला किया ताकि इस समझौते को लंबे समय तक बनाए रखने के तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके।

राजीव घई ने आगे बताया कि सीजफायर के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया। सीमा पार और नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी की गई। हमने मजबूती से इसका जवाब दिया। हमने रविवार सुबह पाकिस्तान के DGMO को एक और हॉटलाइन संदेश भेजा है, जिसमें 10 मई को DGMO के बीच हुए समझौते के उल्लंघन को उजागर किया है और कहा है कि अगर आज रात या उसके बाद या बाद में ऐसा दोबारा हुआ तो हम इसका कड़ा जवाब देंगे। सेना प्रमुख ने हमें जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी है।

एयर स्ट्राइक में 100 से ज्यादा आतंकी ढेर

ऑपरेशन सिंदूर पर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, DG MO ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कई आतंकी ठिकानों की पहचान हमने की थी। पर कई आतंकी ठिकाने डर की वजह से खाली हो गए थे। काफी सोच-समझकर टारगेट तय किए गए। 100 से ज्यादा आतंकी स्ट्राइक में मारे गए। इसमें हाई वैल्यू टारगेट भी थे। DG AO ने बताया कि एयर टू सर्फेस गाइडेड एम्युनिशन का इस्तेमाल किया गया ताकि कोलेटरल डैमेज ना है।

पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए

भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमने कई आतंकी ठिकानों की पहचान हमने की थी। लेकिन कई आतंकी ठिकाने डर की वजह से खाली हो गए थे। भारत ने काफी सोच-समझकर टारगेट तय किए। सेना ने आतंकी हमले का जवाब दिया। सेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया।

मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप तबाह

डीजीएओ ने बताया कि एयरफोर्स ने मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप को सटीक निशाना बनाया। बहावलपुर में हाई वैल्यू टारगेट था। हमने प्रिसिजन स्ट्राइक की। उन्होंने बताया कि 8/9 मई की रात को बड़ी संख्या में अलग-अलग वेब में ड्रोन आए। हमारा एयर डिफेंस पूरी तरह तैयार था। 7 की और 8 की रात को फर्क ये था कि 7 मई को ज्यादा ड्रोन थे पर 8 को ज्यादा कॉडकॉप्टर भी थे। ये जासूसी के लिए हो सकते थे और सिविलियंस को निशाना बनाने को लिए। हमने जवाब में फिर पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया। DG MO ने कहा कि 8/9 मई की रात को पाकिस्तान के ड्रोन सारे बॉर्डर पर आए और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया पर ज्यादातर फेल हो गए। हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें फेल किया।

बैकफुट पर पाकिस्तान, डीजीएमओ ने की बातचीत की पहल, तब तैयार हुआ भारत

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आखिरकार भारत की कार्रवाई से डरकर पाकिस्तान ने अपने पैर पीछे खींच लिए हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच आज शाम 5 बजे से सीजफायर हुआ है। विदेश सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि आज दोपहर पाकिस्तान के डीजीएमओ का भारत के डीजीएमओ के पास फोन आया था। जिसके बाद दोनों देश गोलीबारी बंद करने पर सहमत हुए हैं।

भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर के लिए दी सहमति: विदेश मंत्रालय

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 17:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12:00 बजे फिर से बात करेंगे।"

भारत-पाकिस्तान सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत-एस जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।

ट्रंप ने देशों को दी बधाई

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा की। ट्रंप ने एक्स पर लिखा है, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। भारत और पाकिस्तान ने सामान्य समझदारी और शानदार बुद्धिमत्ता का परिचय दिया है। दोनों देशों को बधाई।

मार्को रूबियो ने बताया पिछले 48 घंटों में क्या हुआ

वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि पिछले 48 घंटों में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, सेना प्रमुख असीम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और असीम मलिक सहित वरिष्ठ भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों से बातचीत की है। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारें तत्काल युद्ध विराम और तटस्थ स्थल पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हो गई हैं। हम शांति का मार्ग चुनने में प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की बुद्धिमत्ता, विवेक और नेतृत्व की सराहना करते हैं।

कोई भी आतंकी हमला युद्ध माना जाएगा, भारत की पाकिस्तान को दो टूक

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पाकिस्तान के साथ लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि देश में भविष्य में किसी भी आतंकवादी कृत्य को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। ये खबर ऐसे समय में आ रही है जब पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ उकसावे वाली नीती अपनाए हुए है। पिछले चार दिनों से सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल अटैक किए जा रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, भारत ने फैसला लिया है कि अब किसी भी आतंकी हमले को सीधा ‘युद्ध का कार्य’ माना जाएगा और उसी हिसाब से जवाब भी दिया जाएगा। यह सिर्फ मौजूदा हालात तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भविष्य में अगर कोई आतंकवादी हमला होता है तो भारत उसे युद्ध समझकर प्रतिक्रिया देगा। यह बदलाव भारत की आतंकवाद के प्रति रणनीति में बड़ा बदलाव है और इसका मकसद है आतंक को जड़ से खत्म करना है।

शनिवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए। इससे कुछ घंटे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान की हालिया हरकतों को ‘उकसावे वाली और खतरनाक’ करार दिया।

बता दें कि विगत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी वारदात के बाद आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना ने बीते सात मई को पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (POJK) और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की। ऑपरेशन सिंदूर के तहत इस कार्रवाई के बाद तिलमिलाया पाकिस्तान लगातार भारत को उकसाने के प्रयास कर रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने मार गिराए ये 5 बड़े आतंकवादी, सेना ने दी पूरी लिस्ट

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भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। भारत ने 7 मई की तड़के पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। इस मिशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंक के अड्डे चला रहे आतंकियों को निशाना बनाया गया था। अब खबर आ रही है कि इस मिशन में पांच खूंखार आतंकी ढेर हो गए है। जिन आतंकियों की सूची समने आई है, उसमें मसूद अजहर का भाई और उसके बीवी का भाई भी शामिल है। वह आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित था।

सेना के स्ट्राइक में जो 5 बड़े आतंकी मारे गए हैं, इनमें मुदस्सर खादियान, खालिद, हाफिज जमील, यूसुफ अजहर और हसन खान का नाम शामिल हैं। ये सभी आतंकवादी लश्कर और जैश से जुड़े थे। जो हाफिज सईद और मसूद अजहर के इशारे पर आतंकी वारदातों को अंजाम देता था।

भारत में 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए आतंकियों के बारे में-

1.मुदस्सर खादियन खास उर्फ अबू जुंदाल

भारतीय बलों की ओर से मुरीदके में किए गए हमले में लश्कर-ए-तैयबा के इस आतंकी को मार गिराया था। यह मुरीदके में मरकज तैयबा का प्रभारी था। उसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल मुनीर और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की तरफ से उसके लिए श्रद्धांजलि दी गई। उसके जनाजे की नमाज एक सरकारी स्कूल में पढ़ी गई। इसकी अगुवाई आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के कुख्यात हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया। पाकिस्तानी सेना के एक लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी इसमें हिस्सा लिया।

2.हाफिज मुहम्मद जमील

जमील को संगठन के मुख्यालय बहावलपुर में हुए हमले में निशाना बनाया गया। यह मसूद अजहर की सबसे बड़ी बहन का पति और बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह की कमान संभाल रहा था। युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए फंडिंग जुटाने में सक्रिय था।

2.मोहम्मद यूसुफ अजहर

जैश के इस आतंकवादी को उस्ताद और मोहम्मद सलीम के नाम से भी जाना जाता था। यह मसूद अजहर का साला था। जैश के मदरसे में अजहर हथियारों की ट्रेनिंग संभालता था। अजहर जम्मू के कई आतंकवादी हमलों में शामिल था। आईसी-814 अपहरण मामले में उसे वांछित माना गया था।

4. खालिद उर्फ अबू आकाश

लश्कर-ए-तैयबा का यह आतंकवादी अफगानिस्तान से हथियार सप्लाई का काम करता था। जिस दिन हमला हुआ, उस दिन वह अपने घर में सो रहा था। खालिद पर जम्मू में आतंक फैलाने का आरोप था। खालिद का अंतिम संस्कार फैसलाबाद में किया गया, जहां वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए।

5. मोहम्मद हसन खान

जैश का यह आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर मुफ़्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। इसने पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाई थी।

भारत के खिलाफ पाक ने हाई स्पीड मिसाइल का किया इस्तेमाल, जवाबी कार्रवाई में सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक

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भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच लगातार चौथे दिन विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ भारतीय थल सेना की कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी और भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफ़िंग की। कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने शनिवार को प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान भारत की ओर से पाकिस्तान पर किए गए हमलों की जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान का आक्रामक रुख जारी रहा और उसने भारतीय सेना को निशाना बनाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए।

'पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल किया'

कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने पूरे पश्चिमी सीमा पर लड़ाकू विमानों, लॉन्ग रेंज म्यूनिशन और ड्रोन्स से हमला किया। पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की गई, भारतीय सेना ने अधिकतर को ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान ने सुबह हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल करके पंजाब के एयरबेस स्टेशन पर हमले की कोशिश की। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा और आदमपुर सैन्य हवाई अड्डों के साज़ो-सामान और कर्मियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के सैन्य अड्डे पर रात एक बजकर 40 मिनट पर हाई स्पीड मिसाइल दागी गई। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि भारत ने इस मिसाइल को निष्क्रिय कर दिया।

'पाकिस्तान ने नागरिक ठिकानों को बनाया निशाना'

पाकिस्तान द्वारा नागरिक ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई। श्रीनगर, अवंतीपोरा में भी चिकित्सीय और स्कूलों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के हथियार भंडार गृह, तकनीकी इंफ्रास्टक्चर, कमांड सेंटर को निशाना बनाया और पाकिस्तानी सेना को काफी क्षति पहुंचाई।

'पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक'

कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने बताया, पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए। टेक्निकल इंस्टॉलेशंस, कमांड एंड कंट्रोल स्टेशन, रडार साइट्स और हथियार भंडार को चुनकर निशाना बनाया गया। रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीमयार खान, सुक्कुर और चुनिया में स्थित पाक सैन्य ठिकानों पर सटीक हथियारों और लड़ाकू जेट से प्रहार किए गए। कर्नल कुरैशी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के पसरूर में स्थित रडार साइट और सियालकोट के एविएशन बेस को भी निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि इन सभी जवाबी कार्रवाइयों के लिए यह भी सुनिश्चित किया कि कम से कम कोलैटरल डैमेज (आम लोगों को कम से कम नुक़सान) हो।

'पाकिस्तानी आर्मी भारत सीमा की ओर बढ़ रही'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी को आगे के क्षेत्रों में अपने सैनिकों को ले जाते हुए देखा गया है, जिससे पता चलता है कि वे और अधिक तनाव बढ़ाना चाहते हैं। भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया है और आनुपातिक रूप से जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने गैर-वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, बशर्ते कि पाकिस्तानी पक्ष भी ऐसा ही करे। इसका मतलब है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर पाकिस्तान हमला करता है तो वह जवाब देने के लिए तैयार है।

झूठ बोल रहा है पाक, सेना ने वीडियो दिखाकर बताया भारतीय वायुसेना को नहीं हुआ कोई नुकसान

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भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ाती ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष का आज चौथा दिन है। लगातार चार दिनों से पाकिस्तान की ओर से उकसावे वाली नीती अपनाई जा रही है। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात को लेकर विदेश सचिव मिसरी ने ताजा अपडेट दिया है। विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान की गतिविधि उकसाने वाली और एस्केलेट करने वाली है। आज सुबह भी यही हु़आ। भारत ने उन्हें करारा जवाब दिया है।

'पाकिस्तान झूठा प्रोपेगैंडा चला रहा'

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि पाकिस्तान झूठ और प्रोपेगैंडा फैला रहा है और यह पाकिस्तानी सरकारी एजेंसियों द्वारा फैलाया जा रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, ये सरासर झूठ है। सिरसा, आदमपुर एयरबेस को नुकसान के दावे पूरी तरह से गलत हैं। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इन एयरबेस की तस्वीरें भी दिखाई गईं जिनमें भारतीय एयरबेस पूरी तरह से सामान्य दिखाई दिए।

'पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा'

विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है और खासकर जम्मू और पंजाब में हमले किए गए हैं। आज सुबह भी पाकिस्तान ने राजौरी में गोलीबारी की, जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई। साथ ही जालंधर और फिरोजपुर में भी हमले हुए हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत द्वारा अमृतसर की तरफ मिसाइल हमले किए गए, ये बचकाने आरोप हैं और ये देश को बांटने की साजिश है।

पाकिस्तान को मिला IMF से मिला लोन, भारत ने वोटिंग में नहीं लिया हिस्सा

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भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (ईएफएफ) के तहत एक अरब अमेरिकी डॉलर का फंड तत्काल जारी कर दिया है। पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए हुए मतदान में भारत ने हिस्सा नहीं लिया। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की पोल खोलने में कसर नहीं छोड़ी। भारत ने पाकिस्तान के खराब ट्रैक रिकार्ड हवाला देते हुए आईएमएफ फंड का दुरुपयोग राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में किए जाने की आशंका जताई।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्यों नहीं किया वोट?

पाकिस्तान के दो लोन प्रोग्राम को मंजूर करने के लिए 9 मई को वोटिंग हुई। वोटिंग में पाकिस्तान को दो ऋण कार्यक्रमों के तहत कुल $2.3 बिलियन की वित्तीय सहायता प्रदान करने पर हरी झंडी दे दी गई। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ में वोट डालने की बजाए वोट ही नहीं डाला। सवाल उठ रहे हैं कि भारत ने ऐसा क्यों किया. अगर वह चाहता तो पाकिस्तान के खिलाफ वोट करके मौजूदा हालात में बदला तो ले ही सकता था लेकिन इसके बाद भी भारत वोटिंग से अलग रहा। दरअसल, भारत ने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से अपनी चिंताओं को बताना ज्यादा पसंद किया।

भारत ने खोली पाकिस्तान के करतूतों की पोल

भारत ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान लंबे समय से आईएमएफ से कर्ज ले रहा है लेकिन आईएमएफ की शर्तों के पालन करने में उसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब है। पिछले 35 सालों में 28 साल पाकिस्तान ने आईएमएफ से कर्ज लिया है। 2019 से पिछले पांच वर्षों में आईएमएफ के चार सहायता कार्यक्रम हुए हैं। अगर पिछली सहायता सफल होती तो पाकिस्तान को एक और बेल-आउट कार्यक्रम के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं होती।

भारत ने कहा कि पाकिस्तान का रिकॉर्ड बताता है कि या तो आईएमएफ के कार्यक्रम ठीक से नहीं बनाए गए या उनकी निगरानी ठीक से नहीं हुई या फिर पाकिस्तान ने उन्हें ठीक से लागू नहीं किया। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना आर्थिक मामलों में हस्ताक्षेप करती है। इससे नीतिगत चूक और सुधारों के उलट होने का जोखिम बढ़ गया है। वहां भले ही अभी आम नागरिकों की सरकार है लेकिन पाकिस्तानी सेना घरेलू राजनीति में बड़ी भूमिका निभाती है और अर्थव्यवस्था में भी दखल रखती है।2021 की संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सेना से जुड़े व्यवसायों को "पाकिस्तान में सबसे बड़ा समूह" बताया गया था। हालात सुधरे नहीं हैं बल्कि पाकिस्तानी सेना अब स्पेशल इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन काउंसिल की भूमिका निभा रही है।

‘आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत’

भारत ने आईएमएफ संसाधनों के दीर्घकालिक उपयोग के मूल्यांकन पर आईएमएफ रिपोर्ट का हवाला दिया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को कर्ज देने में राजनीतिक बातों का ध्यान रखा जाता है। बार-बार कर्ज लेने से पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया है। भारत ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत है। इससे दुनिया में गलत संदेश जाएगा और फंडिंग करने वाली एजेंसियों और दानदाताओं की छवि खराब होगी।

भारत ने जताई पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किए जाने आशंका

भारत ने कहा कि आईएमएफ जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से आने वाले पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किया जा सकता है। कई देशों ने इस पर चिंता जताई है। आईएमएफ के नियम और प्रक्रियाएं ऐसी हैं कि वह कुछ नहीं कर सकता। भारत ने कहा कि यह एक गंभीर समस्या है। वैश्विक वित्तीय संस्थानों को अपनी प्रक्रियाओं में नैतिक मूल्यों को भी शामिल करना चाहिए। आईएमएफ ने भारत के बयान और मतदान से दूर पर ध्यान दिया है।

पाकिस्तान नहीं आ रहा बाज, अब भारत में 26 जगहों पर ड्रोन अटैक, हर वार नाकाम

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भारत और पाकिस्‍तान के बीच आज चौथे दिन भी सीमा पर जंग जैसे हालात हैं। पाकिस्‍तान की तफ से राजस्‍थान से लेकर पंजाब और जम्‍मू-कश्‍मीर से सटी सीमाओं पर उकसावे की कार्रवाई की गई है। पाकिस्तान ने बीते 24 घंटों में 26 जगहों पर हमला किया। पाकिस्‍तान के ड्रोन भारतीय सीमा में नजर आए। जैसलमेर, अमृतसर, फिरोजपुर, होशियारपुर, पठानकोर्ट, पुंछ, जम्‍मू, कठुआ में पाकिस्‍तान के ड्रोन देखे गए। पाकिस्तान ने जैसलमेर में 9, अमृतसर में 15 ड्रोन गिराए। उसकी हर कोशिश को भारतीय सेना ने फेल कर दिया। भारत ने न केवल इन हमलों को नाकाम किया, बल्कि जवाब में पाकिस्तान के वायु रक्षा ठिकानों को निशाना बनाया।

मार खाकर भी मान नहीं रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान ने शुक्रवार को लगातार दूसरी रात जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ताजा ड्रोन हमले किए। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी के पास 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए। इनमें संदिग्ध हथियार वाले ड्रोन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज और लक्खी नाला शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक सशस्त्र ड्रोन के निशाने पर फिरोजपुर में एक रिहायशी क्षेत्र आया, जिसमें स्थानीय परिवार के कुछ सदस्य घायल हो गए।

एयरपोर्ट और एयरबेस में हमले की कोशिश

श्रीनगर एयरपोर्ट और अवंतीपोरा एयरबेस पर हमला करने की कोशिश नाकाम हो गई। पाकिस्तान ने श्रीनगर में करीब 15 ड्रोन से हमला किया। भारतीय सेना ने एयरपोर्ट के पास से ड्रोन को मार गिराया गया और हमले की कोशिश नाकाम कर दी। वहीं अवंतीपोरा में ड्रोन हमले को एयर डिफेंस गन ने मार गिराया, अनंतनाग में भी ड्रोन हमला नाकाम। अभी तक कश्मीर में कही भी कोई नुकसान की खबर नहीं है। ड्रोन वाली साजिश के बाद जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में भारी गोलीबारी शुरू हुई।

भारत ने पाक के हवाई ठिकानों को बनाया निशाना?

समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया, भारत ने शनिवार को जवाबी हमले किए, जिसमें पिछले दो दिनों में महत्वपूर्ण उकसावे और बढ़ती शत्रुता के जवाब में कम से कम चार पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया गया। शनिवार की सुबह, पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर कई विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं, जो संभावित भारतीय जवाबी हमले का संकेत देती हैं। पाकिस्तान ने बाद में दावा किया कि उसके तीन हवाई अड्डे- इस्लामाबाद के पास रावलपिंडी में नूर खान हवाई अड्डा, चकवाल में मुरीद हवाई अड्डा और पूर्वी पंजाब के झंग जिले में रफ़ीकी हवाई अड्डा- उन ठिकानों में शामिल थे जिन्हें निशाना बनाया गया।

जी7 देशों ने की भारत-पाकिस्तान से संयम की अपील

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर जी7 देशों ने संयम बरतने की पील की है। जी7 देशों के विदेश मंत्रियों की तरफ से बयान जारी किया गया है। स्‍टेटमेंट में कहा गया कि हम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के जी7 विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और भारत और पाकिस्तान दोनों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करते हैं। आगे की सैन्य एक्टिविटी स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा है। हम दोनों पक्षों के नागरिकों की सुरक्षा के लिए बहुत चिंतित हैं। हम तत्काल तनाव कम करने का आह्वान करते हैं और दोनों देशों को शांतिपूर्ण परिणाम की दिशा में सीधे संवाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हम घटनाओं पर बारीकी से नज़र रखना जारी रखते हैं और एक त्वरित और स्थायी राजनयिक समाधान के लिए अपना समर्थन व्यक्त करते हैं।

क्या सीजफायर के लिए ट्रंप ने दी थी ट्रेड ना करने की धमकी? भारत ने खारिज किया ट्रंप का दावा


#trumponindiapakistanceasefire

अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को दूसरों के बीच ‘टांग अड़ाने’ की बुरी आदत है। ट्रंप ने भारत पाकिस्‍तान सैन्‍य संघर्ष के बीच कूदकर भी अपनी फजीहत करायी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि हमने परमाणु युद्ध रुकवाया है। भारत और पाकिस्तान का नेतृत्व अडिग और शक्तिशाली था। उन्होंने यहां तक कहा कि हमने भारत और पाकिस्तान को व्यापार बंद करने को लेकर धमकाया। अगर युद्धविराम नहीं किया तो व्यापार नहीं करेंगे। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों ने तुरंत माना और सीजफायर हुआ।ट्रंप ने इससे पहले भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम में मध्यस्थता का दावा किया था, जिसे भारत ने तुरंत खारिज कर दिया था।

व्यापार को एक रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया?

ट्रंप ने कहा, "...मुझे आपको यह बताते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि भारत और पाकिस्तान का नेतृत्व अडिग और शक्तिशाली था, लेकिन दोनों मामलों में अडिग - वे वास्तव में ताकत, बुद्धि और धैर्य रखने के दृष्टिकोण से अडिग थे, ताकि वे स्थिति की गंभीरता को पूरी तरह से समझ सकें। हमने इस पूरे मामले में काफी मदद की। सिर्फ कूटनीतिक रूप से नहीं, बल्कि व्यापार के जरिये भी हमने उन्‍हें समझाया।ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार को एक रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया।

ट्रंप ने क्या कहा?

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, मैंने कहा- चलो, हम आप लोगों के साथ बहुत सारा व्यापार करने जा रहे हैं। चलो इसे रोकते हैं, चलो इसे रोकते हैं। यदि आप इसे रोकते हैं, तो हम व्यापार कर रहे हैं। यदि आप इसे नहीं रोकते हैं, तो हम कोई व्यापार नहीं करने जा रहे हैं। लोगों ने वास्तव में कभी भी व्यापार का उपयोग उस तरह से नहीं किया है जिस तरह से मैंने किया है। इससे, मैं आपको बता सकता हूं, और अचानक उन्होंने कहा। मुझे लगता है कि हम इसे रोकने जा रहे हैं, और उन्होंने ऐसा किया।"

संघर्षविराम को लेकर पहले भी कर चुके हैं दावा

इससे पहले ट्रंप ने दावा किया था कि अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम हुआ। उन्होंने सबसे पहले यह घोषणा की थी कि भारत और पाकिस्तान में संघर्षविराम हो गया है। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान ने संघर्षविराम की पुष्टि की। इतना ही नहीं, इसके तुरंत बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने तो यहां तक दावा कर दिया कि दोनों देश किसी तटस्थ देश में बैठक कर विवादों पर बातचीत करेंगे। हालांकि, भारत ने साफ कर दिया कि इस संघर्षविराम में किसी भी तीसरे देश की भूमिका नहीं है।

भारत के खिलाफ साइबर जंग की नई चाल, ‘Roar of Sindoor’ रिपोर्ट में खुलासा

भारत के खिलाफ बड़े साइबर अटैक की साजिश रची जा रही है. इसका खुलासा “Roar of Sindoor” रिपोर्ट से हुआ है. साजिश के तहत तकनीकी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने के साथ ही देश में गलत जानकारी और फेक नैरेटिव फैलाकर सामाजिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की जा रही है. इस रिपोर्ट को “Echos of Pahalgam” के बाद जारी किया गया है, जिसने पहले ही भारत को कई महत्वपूर्ण साइबर हमलों से बचाने में भूमिका निभाई थी. नई रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत पर साइबर हमले करने वाले समूहों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें पाकिस्तान, बांग्लादेश और मिडिल ईस्ट के कई खतरनाक हैकर ग्रुप्स शामिल हैं.

इन समूहों में प्रमुख रूप से APT-36, Team Insane PK, Mysterious Team, Hoax377, और National Pakistan Allied Group जैसे नाम शामिल हैं.

अब तक 1.5 मिलियन अटैक, 150 सफल प्रयास

रिपोर्ट के मुताबिक, इन ग्रुप्स द्वारा अब तक भारत पर 1.5 मिलियन से अधिक साइबर अटैक किए जा चुके हैं, जिनमें से 150 हमले सफल माने जा रहे हैं. यह हमले मुख्यतः भारत के रक्षा प्रतिष्ठानों, ऊर्जा सेक्टर, और महत्वपूर्ण डाटा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित रहे हैं.

साइबर हमलों के साथ चल रहा है हाइब्रिड वॉर

रिपोर्ट में इस खतरे को केवल तकनीकी तक सीमित नहीं बताया गया है. बल्कि इसे एक “हाइब्रिड वॉर” का हिस्सा माना गया है. इस युद्ध का एक बड़ा पहलू मिस इन्फॉर्मेशन वॉर यानी फर्जी और भ्रामक जानकारी फैलाना है. इसका मकसद जनता में भ्रम, भय और अविश्वास फैलाना है.

देश के भीतर सक्रिय हो सकते हैं स्लीपर सेल

रिपोर्ट में यह भी आशंका जताई गई है कि भारत के भीतर स्लीपर सेल्स सक्रिय हो सकते हैं, जो इन साइबर और सूचना हमलों में सहयोग कर रहे हैं. हालांकि उनकी पहचान अब तक सामने नहीं आई है लेकिन खुफिया एजेंसियां इस दिशा में सतर्क हो गई हैं.

5000 से अधिक मिस इन्फॉर्मेशन कैंपेन

अब तक सामने आए आंकड़ों के अनुसार, 5000 से अधिक फर्जी प्रचार अभियानों को भारत के खिलाफ चलाया गया है. इनमें से कुछ बड़े दावे शामिल हैं जैसे

महाराष्ट्र में पावर ग्रिड पर फर्जी तोड़फोड़ की खबर

ब्रह्मोस मिसाइल केंद्र पर हमले की अफवाह

इनमें से 83 अभियानों को निष्क्रिय कराने की कोशिश की गई. अब तक 38 कैंपेन को सफलतापूर्वक हटाया भी जा चुका है.

बढ़ती चुनौती के बीच साइबर डिफेंस को मजबूत करने की जरूरत

“Roar of Sindoor” रिपोर्ट भारत की साइबर सुरक्षा के लिए चेतावनी की घंटी है. ये न केवल डिजिटल संरचनाओं की सुरक्षा को लेकर सजगता की मांग करती है, बल्कि सामाजिक तानेबाने को भ्रामक सूचनाओं से बचाने की भी चुनौती पेश करती है. विशेषज्ञों का मानना है कि अब समय आ गया है जब भारत को साइबर डिफेंस को राष्ट्रीय सुरक्षा के समकक्ष प्राथमिकता देनी होगी.

सीजफायर के बाद आज फिर DGMO स्तर पर होगी बात, जानें कैसे बनी युद्धविराम पर बात

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव खत्म हो चुका है। भारत की कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का प्रस्ताव रखा गया। भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर को सहमति दे दी। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को हुए सीजफायर के बाद आज सोमवार को डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) स्तर पर बातचीत होगी।

सवाल ये है कि भारत-पाक में सीजफायर पर सहमति कैसी बनी? दरअसल, 9 मई को भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी हवाई हमले किए और 10 मई की सुबह भी जवाबी गोलाबारी की। भारत की जवाई कार्रवाई के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर से बात की। मुनीर से बातचीत के बाद रूबियो ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को फोन किया और बताया कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है।

सीजफायर पर DGMO ने क्या कहा?

इससे पहले रविवार को तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि 10 मई को दोपहर 3.35 बजे पाक DGMO के साथ मेरी बातचीत हुई और इसके बाद शाम 5 बजे से दोनों पक्षों द्वारा सीमा पार से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ बंद हो गई। हमने 12 मई को 12 बजे आगे बात करने का भी फैसला किया ताकि इस समझौते को लंबे समय तक बनाए रखने के तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके।

राजीव घई ने आगे बताया कि सीजफायर के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया। सीमा पार और नियंत्रण रेखा के पार से गोलीबारी की गई। हमने मजबूती से इसका जवाब दिया। हमने रविवार सुबह पाकिस्तान के DGMO को एक और हॉटलाइन संदेश भेजा है, जिसमें 10 मई को DGMO के बीच हुए समझौते के उल्लंघन को उजागर किया है और कहा है कि अगर आज रात या उसके बाद या बाद में ऐसा दोबारा हुआ तो हम इसका कड़ा जवाब देंगे। सेना प्रमुख ने हमें जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी है।

एयर स्ट्राइक में 100 से ज्यादा आतंकी ढेर

ऑपरेशन सिंदूर पर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, DG MO ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कई आतंकी ठिकानों की पहचान हमने की थी। पर कई आतंकी ठिकाने डर की वजह से खाली हो गए थे। काफी सोच-समझकर टारगेट तय किए गए। 100 से ज्यादा आतंकी स्ट्राइक में मारे गए। इसमें हाई वैल्यू टारगेट भी थे। DG AO ने बताया कि एयर टू सर्फेस गाइडेड एम्युनिशन का इस्तेमाल किया गया ताकि कोलेटरल डैमेज ना है।

पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए

भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमने कई आतंकी ठिकानों की पहचान हमने की थी। लेकिन कई आतंकी ठिकाने डर की वजह से खाली हो गए थे। भारत ने काफी सोच-समझकर टारगेट तय किए। सेना ने आतंकी हमले का जवाब दिया। सेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया।

मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप तबाह

डीजीएओ ने बताया कि एयरफोर्स ने मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप को सटीक निशाना बनाया। बहावलपुर में हाई वैल्यू टारगेट था। हमने प्रिसिजन स्ट्राइक की। उन्होंने बताया कि 8/9 मई की रात को बड़ी संख्या में अलग-अलग वेब में ड्रोन आए। हमारा एयर डिफेंस पूरी तरह तैयार था। 7 की और 8 की रात को फर्क ये था कि 7 मई को ज्यादा ड्रोन थे पर 8 को ज्यादा कॉडकॉप्टर भी थे। ये जासूसी के लिए हो सकते थे और सिविलियंस को निशाना बनाने को लिए। हमने जवाब में फिर पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया। DG MO ने कहा कि 8/9 मई की रात को पाकिस्तान के ड्रोन सारे बॉर्डर पर आए और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया पर ज्यादातर फेल हो गए। हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें फेल किया।

बैकफुट पर पाकिस्तान, डीजीएमओ ने की बातचीत की पहल, तब तैयार हुआ भारत

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आखिरकार भारत की कार्रवाई से डरकर पाकिस्तान ने अपने पैर पीछे खींच लिए हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच आज शाम 5 बजे से सीजफायर हुआ है। विदेश सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि आज दोपहर पाकिस्तान के डीजीएमओ का भारत के डीजीएमओ के पास फोन आया था। जिसके बाद दोनों देश गोलीबारी बंद करने पर सहमत हुए हैं।

भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर के लिए दी सहमति: विदेश मंत्रालय

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय DGMO को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 17:00 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12:00 बजे फिर से बात करेंगे।"

भारत-पाकिस्तान सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत-एस जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।

ट्रंप ने देशों को दी बधाई

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा की। ट्रंप ने एक्स पर लिखा है, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। भारत और पाकिस्तान ने सामान्य समझदारी और शानदार बुद्धिमत्ता का परिचय दिया है। दोनों देशों को बधाई।

मार्को रूबियो ने बताया पिछले 48 घंटों में क्या हुआ

वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि पिछले 48 घंटों में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, सेना प्रमुख असीम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और असीम मलिक सहित वरिष्ठ भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों से बातचीत की है। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारें तत्काल युद्ध विराम और तटस्थ स्थल पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हो गई हैं। हम शांति का मार्ग चुनने में प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की बुद्धिमत्ता, विवेक और नेतृत्व की सराहना करते हैं।

कोई भी आतंकी हमला युद्ध माना जाएगा, भारत की पाकिस्तान को दो टूक

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पाकिस्तान के साथ लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि देश में भविष्य में किसी भी आतंकवादी कृत्य को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। ये खबर ऐसे समय में आ रही है जब पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ उकसावे वाली नीती अपनाए हुए है। पिछले चार दिनों से सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल अटैक किए जा रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, भारत ने फैसला लिया है कि अब किसी भी आतंकी हमले को सीधा ‘युद्ध का कार्य’ माना जाएगा और उसी हिसाब से जवाब भी दिया जाएगा। यह सिर्फ मौजूदा हालात तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भविष्य में अगर कोई आतंकवादी हमला होता है तो भारत उसे युद्ध समझकर प्रतिक्रिया देगा। यह बदलाव भारत की आतंकवाद के प्रति रणनीति में बड़ा बदलाव है और इसका मकसद है आतंक को जड़ से खत्म करना है।

शनिवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए। इससे कुछ घंटे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान की हालिया हरकतों को ‘उकसावे वाली और खतरनाक’ करार दिया।

बता दें कि विगत 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी वारदात के बाद आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के लिए भारतीय सेना ने बीते सात मई को पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (POJK) और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की। ऑपरेशन सिंदूर के तहत इस कार्रवाई के बाद तिलमिलाया पाकिस्तान लगातार भारत को उकसाने के प्रयास कर रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने मार गिराए ये 5 बड़े आतंकवादी, सेना ने दी पूरी लिस्ट

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भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। भारत ने 7 मई की तड़के पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। इस मिशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंक के अड्डे चला रहे आतंकियों को निशाना बनाया गया था। अब खबर आ रही है कि इस मिशन में पांच खूंखार आतंकी ढेर हो गए है। जिन आतंकियों की सूची समने आई है, उसमें मसूद अजहर का भाई और उसके बीवी का भाई भी शामिल है। वह आईसी-814 अपहरण मामले में वांछित था।

सेना के स्ट्राइक में जो 5 बड़े आतंकी मारे गए हैं, इनमें मुदस्सर खादियान, खालिद, हाफिज जमील, यूसुफ अजहर और हसन खान का नाम शामिल हैं। ये सभी आतंकवादी लश्कर और जैश से जुड़े थे। जो हाफिज सईद और मसूद अजहर के इशारे पर आतंकी वारदातों को अंजाम देता था।

भारत में 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए आतंकियों के बारे में-

1.मुदस्सर खादियन खास उर्फ अबू जुंदाल

भारतीय बलों की ओर से मुरीदके में किए गए हमले में लश्कर-ए-तैयबा के इस आतंकी को मार गिराया था। यह मुरीदके में मरकज तैयबा का प्रभारी था। उसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल मुनीर और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की तरफ से उसके लिए श्रद्धांजलि दी गई। उसके जनाजे की नमाज एक सरकारी स्कूल में पढ़ी गई। इसकी अगुवाई आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के कुख्यात हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया। पाकिस्तानी सेना के एक लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी इसमें हिस्सा लिया।

2.हाफिज मुहम्मद जमील

जमील को संगठन के मुख्यालय बहावलपुर में हुए हमले में निशाना बनाया गया। यह मसूद अजहर की सबसे बड़ी बहन का पति और बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह की कमान संभाल रहा था। युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए फंडिंग जुटाने में सक्रिय था।

2.मोहम्मद यूसुफ अजहर

जैश के इस आतंकवादी को उस्ताद और मोहम्मद सलीम के नाम से भी जाना जाता था। यह मसूद अजहर का साला था। जैश के मदरसे में अजहर हथियारों की ट्रेनिंग संभालता था। अजहर जम्मू के कई आतंकवादी हमलों में शामिल था। आईसी-814 अपहरण मामले में उसे वांछित माना गया था।

4. खालिद उर्फ अबू आकाश

लश्कर-ए-तैयबा का यह आतंकवादी अफगानिस्तान से हथियार सप्लाई का काम करता था। जिस दिन हमला हुआ, उस दिन वह अपने घर में सो रहा था। खालिद पर जम्मू में आतंक फैलाने का आरोप था। खालिद का अंतिम संस्कार फैसलाबाद में किया गया, जहां वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए।

5. मोहम्मद हसन खान

जैश का यह आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर मुफ़्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। इसने पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के समन्वय में अहम भूमिका निभाई थी।

भारत के खिलाफ पाक ने हाई स्पीड मिसाइल का किया इस्तेमाल, जवाबी कार्रवाई में सैन्य ठिकानों पर एयर स्ट्राइक

#indiapakistanwar

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच लगातार चौथे दिन विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ भारतीय थल सेना की कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी और भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफ़िंग की। कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने शनिवार को प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान भारत की ओर से पाकिस्तान पर किए गए हमलों की जानकारी दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान का आक्रामक रुख जारी रहा और उसने भारतीय सेना को निशाना बनाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए।

'पाकिस्तान ने हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल किया'

कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने पूरे पश्चिमी सीमा पर लड़ाकू विमानों, लॉन्ग रेंज म्यूनिशन और ड्रोन्स से हमला किया। पाकिस्तान ने 26 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश की गई, भारतीय सेना ने अधिकतर को ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान ने सुबह हाई स्पीड मिसाइल का इस्तेमाल करके पंजाब के एयरबेस स्टेशन पर हमले की कोशिश की। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, भुज, पठानकोट, बठिंडा और आदमपुर सैन्य हवाई अड्डों के साज़ो-सामान और कर्मियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि पंजाब के सैन्य अड्डे पर रात एक बजकर 40 मिनट पर हाई स्पीड मिसाइल दागी गई। कर्नल क़ुरैशी ने बताया कि भारत ने इस मिसाइल को निष्क्रिय कर दिया।

'पाकिस्तान ने नागरिक ठिकानों को बनाया निशाना'

पाकिस्तान द्वारा नागरिक ठिकानों पर हमले की कोशिश की गई। श्रीनगर, अवंतीपोरा में भी चिकित्सीय और स्कूलों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के हथियार भंडार गृह, तकनीकी इंफ्रास्टक्चर, कमांड सेंटर को निशाना बनाया और पाकिस्तानी सेना को काफी क्षति पहुंचाई।

'पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक'

कर्नल सोफ़िया क़ुरैशी ने बताया, पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों को जानबूझकर निशाना बनाने के बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने सुनियोजित तरीके से जवाबी हमले किए। टेक्निकल इंस्टॉलेशंस, कमांड एंड कंट्रोल स्टेशन, रडार साइट्स और हथियार भंडार को चुनकर निशाना बनाया गया। रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीमयार खान, सुक्कुर और चुनिया में स्थित पाक सैन्य ठिकानों पर सटीक हथियारों और लड़ाकू जेट से प्रहार किए गए। कर्नल कुरैशी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के पसरूर में स्थित रडार साइट और सियालकोट के एविएशन बेस को भी निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि इन सभी जवाबी कार्रवाइयों के लिए यह भी सुनिश्चित किया कि कम से कम कोलैटरल डैमेज (आम लोगों को कम से कम नुक़सान) हो।

'पाकिस्तानी आर्मी भारत सीमा की ओर बढ़ रही'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी को आगे के क्षेत्रों में अपने सैनिकों को ले जाते हुए देखा गया है, जिससे पता चलता है कि वे और अधिक तनाव बढ़ाना चाहते हैं। भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से तैयार हैं और सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया है और आनुपातिक रूप से जवाब दिया गया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने गैर-वृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, बशर्ते कि पाकिस्तानी पक्ष भी ऐसा ही करे। इसका मतलब है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर पाकिस्तान हमला करता है तो वह जवाब देने के लिए तैयार है।

झूठ बोल रहा है पाक, सेना ने वीडियो दिखाकर बताया भारतीय वायुसेना को नहीं हुआ कोई नुकसान

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भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ाती ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष का आज चौथा दिन है। लगातार चार दिनों से पाकिस्तान की ओर से उकसावे वाली नीती अपनाई जा रही है। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात को लेकर विदेश सचिव मिसरी ने ताजा अपडेट दिया है। विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान की गतिविधि उकसाने वाली और एस्केलेट करने वाली है। आज सुबह भी यही हु़आ। भारत ने उन्हें करारा जवाब दिया है।

'पाकिस्तान झूठा प्रोपेगैंडा चला रहा'

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि पाकिस्तान झूठ और प्रोपेगैंडा फैला रहा है और यह पाकिस्तानी सरकारी एजेंसियों द्वारा फैलाया जा रहा है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, ये सरासर झूठ है। सिरसा, आदमपुर एयरबेस को नुकसान के दावे पूरी तरह से गलत हैं। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इन एयरबेस की तस्वीरें भी दिखाई गईं जिनमें भारतीय एयरबेस पूरी तरह से सामान्य दिखाई दिए।

'पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा'

विदेश सचिव ने कहा कि पाकिस्तान नागरिक ठिकानों को निशाना बना रहा है और खासकर जम्मू और पंजाब में हमले किए गए हैं। आज सुबह भी पाकिस्तान ने राजौरी में गोलीबारी की, जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी की मौत हो गई। साथ ही जालंधर और फिरोजपुर में भी हमले हुए हैं। पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत द्वारा अमृतसर की तरफ मिसाइल हमले किए गए, ये बचकाने आरोप हैं और ये देश को बांटने की साजिश है।

पाकिस्तान को मिला IMF से मिला लोन, भारत ने वोटिंग में नहीं लिया हिस्सा

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भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (ईएफएफ) के तहत एक अरब अमेरिकी डॉलर का फंड तत्काल जारी कर दिया है। पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए हुए मतदान में भारत ने हिस्सा नहीं लिया। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की पोल खोलने में कसर नहीं छोड़ी। भारत ने पाकिस्तान के खराब ट्रैक रिकार्ड हवाला देते हुए आईएमएफ फंड का दुरुपयोग राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद में किए जाने की आशंका जताई।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्यों नहीं किया वोट?

पाकिस्तान के दो लोन प्रोग्राम को मंजूर करने के लिए 9 मई को वोटिंग हुई। वोटिंग में पाकिस्तान को दो ऋण कार्यक्रमों के तहत कुल $2.3 बिलियन की वित्तीय सहायता प्रदान करने पर हरी झंडी दे दी गई। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ में वोट डालने की बजाए वोट ही नहीं डाला। सवाल उठ रहे हैं कि भारत ने ऐसा क्यों किया. अगर वह चाहता तो पाकिस्तान के खिलाफ वोट करके मौजूदा हालात में बदला तो ले ही सकता था लेकिन इसके बाद भी भारत वोटिंग से अलग रहा। दरअसल, भारत ने कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से अपनी चिंताओं को बताना ज्यादा पसंद किया।

भारत ने खोली पाकिस्तान के करतूतों की पोल

भारत ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान लंबे समय से आईएमएफ से कर्ज ले रहा है लेकिन आईएमएफ की शर्तों के पालन करने में उसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत खराब है। पिछले 35 सालों में 28 साल पाकिस्तान ने आईएमएफ से कर्ज लिया है। 2019 से पिछले पांच वर्षों में आईएमएफ के चार सहायता कार्यक्रम हुए हैं। अगर पिछली सहायता सफल होती तो पाकिस्तान को एक और बेल-आउट कार्यक्रम के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं होती।

भारत ने कहा कि पाकिस्तान का रिकॉर्ड बताता है कि या तो आईएमएफ के कार्यक्रम ठीक से नहीं बनाए गए या उनकी निगरानी ठीक से नहीं हुई या फिर पाकिस्तान ने उन्हें ठीक से लागू नहीं किया। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी सेना आर्थिक मामलों में हस्ताक्षेप करती है। इससे नीतिगत चूक और सुधारों के उलट होने का जोखिम बढ़ गया है। वहां भले ही अभी आम नागरिकों की सरकार है लेकिन पाकिस्तानी सेना घरेलू राजनीति में बड़ी भूमिका निभाती है और अर्थव्यवस्था में भी दखल रखती है।2021 की संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सेना से जुड़े व्यवसायों को "पाकिस्तान में सबसे बड़ा समूह" बताया गया था। हालात सुधरे नहीं हैं बल्कि पाकिस्तानी सेना अब स्पेशल इन्वेस्टमेंट फैसिलिटेशन काउंसिल की भूमिका निभा रही है।

‘आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत’

भारत ने आईएमएफ संसाधनों के दीर्घकालिक उपयोग के मूल्यांकन पर आईएमएफ रिपोर्ट का हवाला दिया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को कर्ज देने में राजनीतिक बातों का ध्यान रखा जाता है। बार-बार कर्ज लेने से पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया है। भारत ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को इनाम देना गलत है। इससे दुनिया में गलत संदेश जाएगा और फंडिंग करने वाली एजेंसियों और दानदाताओं की छवि खराब होगी।

भारत ने जताई पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किए जाने आशंका

भारत ने कहा कि आईएमएफ जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से आने वाले पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किया जा सकता है। कई देशों ने इस पर चिंता जताई है। आईएमएफ के नियम और प्रक्रियाएं ऐसी हैं कि वह कुछ नहीं कर सकता। भारत ने कहा कि यह एक गंभीर समस्या है। वैश्विक वित्तीय संस्थानों को अपनी प्रक्रियाओं में नैतिक मूल्यों को भी शामिल करना चाहिए। आईएमएफ ने भारत के बयान और मतदान से दूर पर ध्यान दिया है।

पाकिस्तान नहीं आ रहा बाज, अब भारत में 26 जगहों पर ड्रोन अटैक, हर वार नाकाम

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भारत और पाकिस्‍तान के बीच आज चौथे दिन भी सीमा पर जंग जैसे हालात हैं। पाकिस्‍तान की तफ से राजस्‍थान से लेकर पंजाब और जम्‍मू-कश्‍मीर से सटी सीमाओं पर उकसावे की कार्रवाई की गई है। पाकिस्तान ने बीते 24 घंटों में 26 जगहों पर हमला किया। पाकिस्‍तान के ड्रोन भारतीय सीमा में नजर आए। जैसलमेर, अमृतसर, फिरोजपुर, होशियारपुर, पठानकोर्ट, पुंछ, जम्‍मू, कठुआ में पाकिस्‍तान के ड्रोन देखे गए। पाकिस्तान ने जैसलमेर में 9, अमृतसर में 15 ड्रोन गिराए। उसकी हर कोशिश को भारतीय सेना ने फेल कर दिया। भारत ने न केवल इन हमलों को नाकाम किया, बल्कि जवाब में पाकिस्तान के वायु रक्षा ठिकानों को निशाना बनाया।

मार खाकर भी मान नहीं रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान ने शुक्रवार को लगातार दूसरी रात जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ताजा ड्रोन हमले किए। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर और एलओसी के पास 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए। इनमें संदिग्ध हथियार वाले ड्रोन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज और लक्खी नाला शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक सशस्त्र ड्रोन के निशाने पर फिरोजपुर में एक रिहायशी क्षेत्र आया, जिसमें स्थानीय परिवार के कुछ सदस्य घायल हो गए।

एयरपोर्ट और एयरबेस में हमले की कोशिश

श्रीनगर एयरपोर्ट और अवंतीपोरा एयरबेस पर हमला करने की कोशिश नाकाम हो गई। पाकिस्तान ने श्रीनगर में करीब 15 ड्रोन से हमला किया। भारतीय सेना ने एयरपोर्ट के पास से ड्रोन को मार गिराया गया और हमले की कोशिश नाकाम कर दी। वहीं अवंतीपोरा में ड्रोन हमले को एयर डिफेंस गन ने मार गिराया, अनंतनाग में भी ड्रोन हमला नाकाम। अभी तक कश्मीर में कही भी कोई नुकसान की खबर नहीं है। ड्रोन वाली साजिश के बाद जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में भारी गोलीबारी शुरू हुई।

भारत ने पाक के हवाई ठिकानों को बनाया निशाना?

समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया, भारत ने शनिवार को जवाबी हमले किए, जिसमें पिछले दो दिनों में महत्वपूर्ण उकसावे और बढ़ती शत्रुता के जवाब में कम से कम चार पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया गया। शनिवार की सुबह, पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर कई विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं, जो संभावित भारतीय जवाबी हमले का संकेत देती हैं। पाकिस्तान ने बाद में दावा किया कि उसके तीन हवाई अड्डे- इस्लामाबाद के पास रावलपिंडी में नूर खान हवाई अड्डा, चकवाल में मुरीद हवाई अड्डा और पूर्वी पंजाब के झंग जिले में रफ़ीकी हवाई अड्डा- उन ठिकानों में शामिल थे जिन्हें निशाना बनाया गया।

जी7 देशों ने की भारत-पाकिस्तान से संयम की अपील

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर जी7 देशों ने संयम बरतने की पील की है। जी7 देशों के विदेश मंत्रियों की तरफ से बयान जारी किया गया है। स्‍टेटमेंट में कहा गया कि हम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के जी7 विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और भारत और पाकिस्तान दोनों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करते हैं। आगे की सैन्य एक्टिविटी स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा है। हम दोनों पक्षों के नागरिकों की सुरक्षा के लिए बहुत चिंतित हैं। हम तत्काल तनाव कम करने का आह्वान करते हैं और दोनों देशों को शांतिपूर्ण परिणाम की दिशा में सीधे संवाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हम घटनाओं पर बारीकी से नज़र रखना जारी रखते हैं और एक त्वरित और स्थायी राजनयिक समाधान के लिए अपना समर्थन व्यक्त करते हैं।