ऑनलाइन कॉल गर्ल का नंबर सर्च करना 55 साल के अधेड़ को पड़ा महंगा, हो गए साइबर ठगी के शिकार

डेस्क : दवा कंपनी में काम करने वाले एक 55 वर्षीय अधेड़ ने गूगल पर कॉल गर्ल उपलब्ध करवाने वाले ऑनलाइन सेक्स रैकेट से संपर्क किया। इसके बाद उन्हें कोतवाली थाना इलाके के फ्रेजर रोड स्थित एक होटल में बुलाया गया। वहां साइबर अपराधियों ने अधेड़ से एटीएम कार्ड के जरिये पांच लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिये।

अधेड़ एक निजी दवा कंपनी में काम करते हैं। गुरुवार की शाम वे अपनी शिकायत लेकर कोतवाली थाने पहुंचे। पहले अधेड़ ने पुलिस को बताया कि लॉट्री के नाम पर उन्हें होटल में बुलाया गया और पिस्टल के बल पर एटीएम कार्ड से रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर करवा लिये गये। 

इधर, मामला संदेहास्पद देख जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा जांच करने की बात कही तो अधेड़ ने सच्चाई बयां कर दी। उन्होंने पुलिस को बताया कि लोक-लाज के भय से वे झूठ बोल रहे थे। 

वहीं कोतवाली थानेदार संजीत कुमार ने बताया कि पुलिस इस घटना को अंजाम देने वालों की पहचान करने में जुटी हुई है।

मंत्री अशोक चौधरी का बड़ा एलान, भवन निर्माण विभाग में 551 सहायक-जूनियर इंजीनियरों और एक हजार माली की होगी बहाली

डेस्क : बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा है कि भवन निर्माण विभाग में 551 सहायक-जूनियर इंजीनियरों और एक हजार माली की बहाली होगी। मंत्री अशोक चौधरी ने गुरुवार को विधानसभा में इसकी घोषणा की। वह विभाग के वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट पर हुए वाद-विवदा के बाद सरकार का उत्तर दे रहे थे। भाजपा सदस्यों के वॉकआउट के बीच 4721 करोड़ 47 लाख के बजट को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया।

मंत्री ने कहा कि 2077 करोड़ की लगत से 29 जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेजों का भवन का निर्माण पूरा कर लिया गया है। बक्सर और आरा इंजीनियरिंग कॉलेज का भवन इसी साल अगस्त तक तैयार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में उच्च गुणवत्ता वाले भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही भवनों के बेहतर रख-रखाव भी सुनिश्चत की जा रही है। इस कार्य में आईआईटी पटना, एनआईटी पटना और बीआईटी मेसरा के साथ मिलकर विभाग कार्य कर रहा है। 

उन्होंने के कहा कि आजादी के बाद पहली बार पिछले 18 वर्षों में बिहार में महत्वाकांक्षी और सिग्नेचर भवनों का निर्माण कर राज्य ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। इन भवनों में समग्रा अशोक कन्वेंशन केंद्र, बापू सभागार, ज्ञान भवन एवं सभ्यता द्वार, अंतर्राष्ट्रीय बिहार संग्रहालय, अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर (राजगीर), सरदार पटेल भवन तथा दिल्ली के द्वारका में बिहार सदन आदि प्रमुख हैं।

अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में कई ऐसी योजनाएं शुरू की गई, जिनका अनुकरण बाद में केंद्र सरकार समेत कई राज्यों ने किया है। मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग की योजनाओं के तहत 28 जगहों पर 720-720 क्षमता वाले आवासीय विद्यालय का निर्माण और 14 जगहों पर पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा विभाग के 520-520 क्षमता वाले आवासीय विद्यालय भवन का निर्माण कराया जा रहा है। सारे भवन भूकंपरोधी बनाये जा रहे हैं।

पटना में गंगा के इन 47 घाटों पर होगा चार दिवसीय महापर्व चैती छठ, तैयारी में जुटा प्रशासन

डेस्क : कल 25 मार्च से चार दिवसीय महापर्व चैती छठ का अनुष्ठान शुरु होने जा रहा है। कल नहाय खाय के साथ इस महापर्व का आगाज होगा। नहाय-खाय के बाद 26 मार्च को खरना है। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य 27 और उगते सूर्य को अर्घ्य 28 मार्च की सुबह दिया जाएगा।

इधर चैती छठ के लिए गंगा समेत शहर के तालाब व घाटों को तैयार करने में जिला और नगर निगम प्रशासन जुट गया है। इसबार पटना में गंगा के 47 घाटों पर छठ होगा। वहीं सभी अंचलों के प्रमुख तालाबों पर भी चैती छठ के लिए तैयारी है। घाटों की सफाई, चेंजिंग रूम, लाइटिंग और संपर्क पथ की सफाई शुरू कर दी गई है। 

इन घाटों पर हो रहा चैती छठ

पाटीपुल घाट, घाट संख्या 93, घाट संख्या 88, घाट संख्या 83, बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट, महेन्द्रू घाट, काली घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट, पटना कॉलेज घाट, बहरवा घाट, घग्घा घाट, कदम घाट, कंटही घाट, भद्र घाट, महावीर घाट, सिड़ी घाट, दुल्ली घाट, आदर्श घाट, मित्तन घाट, महाराज घाट, मिरचई घाट, कंगन घाट, किला घाट, कच्ची घाट, गड़ेरिया घाट, नुरुद्दीनगंज घाट, दमराही घाट, पंचमुखी घाट आदि। नूतन राजधानी अंचल में तालाबों पर भी छठ पूजा होगी। एनसीसी के पंच मंदिर तालाब, संजय गांधी जैविक उद्यान तालाब, बीएमपी-5 तालाब, मानिकचंद तालाब, बेऊर गांव तालाब, महुआबाग तालाब, कच्ची तालाब इसमें शामिल हैं।

पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह व एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि चैती छठ पर जिले में 76 स्थानों पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसमें 16 वरीय दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में 116 दंडाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। इनके साथ लाठी बल एवं महिला बल को भी लगाया गया है।

बिहार दिवस के दूसरे दिन गजल गायक तलत अजीज और लोक गायिका मैथिली की आवाज पर झूमे पटनावासी

डेस्क : बिहार दिवस के दूसरे दिन शाम में श्रोताओं ने संगीत का आनंद लिया। एक ओर जहां मशहूर गजल गायक तलत अजीज ने गुरुवार की शाम बिहार दिवस को खास बना दिया। वहीं दूसरी ओर बिहार की जानी-मानी लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने गांधी मैदान में समा बांध दिया। 

गजल गायक तलत अजीज ने पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में हुए कार्यक्रम में अपनी गायकी से पटना वालों को मदहोश कर दिया। जिन्हें लोग टीवी या मोबाइल पर सुनते थे, उन्हें सामने गाते देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए। रात तक महफिल चलती रही। श्रोताओं की फरमाइश आती रही और तलत अजीज उसे पूरा करते रहे। उन्होंने किसी को निराश नहीं किया। उनके मंच पर आते ही लोगों ने तालियों से स्वागत किया। श्रोताओं के इस उत्साह का आभार जताते हुए उन्होंने एक-एक कर अपनी मशहूर और सदाबहार गीतों की प्रस्तुति देनी शुरू की। 

तलत अजीज ने कैसे सुकून पाऊं तुझे देखने के बाद, अब क्या गजल सुनाऊं तुझे देखने के बाद...पर श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल तालियों से गूंज उठा। फिल्म बाजार का गीत- फिर छिड़ी रात-बात फूलों की, रात है या बारात फूलों की...गीत ने सबको मदहोश कर दिया। इसके अलावा रंजिशे सही दिल ही दुखाने के लिए आ, आ फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ..., होठों से छू लो तुम, मेरा गीत अमर कर दो..., तुमको देखा तो यह ख्याल आया, जिंदगी धूप तुम घना साया..., यह दौलत भी ले लो, यह शोहरत भी ले लो..., आइना मुझसे मेरी पहली सी सूरत मांगे..., कल चौदहवीं की रात थी, सब घर रहा चर्चा तेरा सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। 

वहीं शाम छह बजे लोक गायिका मैथिली ठाकुर गांधी मैदान मे मंच पर पहुंचीं तो दर्शकों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। मुख्य मंच के सामने की सैकड़ों कुर्सियां भर चुकी थीं। भीड़ को देखते हुए गांधी मैदान में 10 बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई थी। हर स्क्रीन के आगे जमीन पर बैठकर दर्शकों ने मैथिली ठाकुर को सुना। 

लोक गायिका मैथिली ठाकुर की गायिकी की मिठास ने समा बांध दिया। डेढ़ घंटे तक मैथिली ने अपने सुरों से सबको सराबोर कर दिया। आजु मिथिला नगरिया निहाल सखिया...श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में...से मैथिली ठाकुर ने श्रोताओं का उत्साह बढ़ाया।

मैथिली ठाकुर के साथ श्रोता भी गुनगुनाने पर विवश हुए। यह नजारा देख मैथिली को भी कहना पड़ा कि इतना बड़ा कार्यक्रम कभी नहीं देखा। जय बिहार के नारे से गांधी मैदान गूंजता रहा। श्रोताओं की नब्ज को पहचानते हुए मैथिली ठाकुर ने गीतों से दर्शकों को खूब झुमाया। ना छेड़ो हमें हम सताए हुए हैं, बहुत जख्म सीने पर खाए हुए हैं...दमा दम मस्त कलंदर...ऐसे लहरा के रूबरू आ गई...धड़कनें बेतहाशा धड़कने लगी...तेरे रश्के कमर तूने पहली नजर...से शाम में चार चांद लगा दिया।

अब सम्राट चौधरी के हाथ बिहार बीजेपी की कमान, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बनाया प्रदेश अध्यक्ष

डेस्क : बिहार बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल गया है। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। 'सम्राट' डॉ। संजय जायसवाल का स्थान लेंगे। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने तत्काल प्रभाव से सम्राट चौधरी को बिहार का अध्यक्ष बनाया है। बता दें एनडीए की सरकार में सम्राट चौधरी पंचायती राज विभाग के मंत्री थे। सम्राट चौधरी वर्तमान में बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं।

सम्राट चौधरी के बिहार बीजेपी का नया अध्यक्ष घोषित होने के बाद दल के विधायकों-विधान पार्षदों ने उन्हें बधाई दी है। नए अध्यक्ष बिहार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं। विप में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिलने के बाद सम्राट चौधरी सदन के अंदर और बाहर सरकार को घेरने का एक भी मौका नहीं चुकते। 

सामाजिक और राजनीतिक पृष्टभूमि की बात करें तो सम्राट चौधरी कद्दावर नेता शकुनी चौधरी के बेटे हैं। ये मुंगेर जिले से आते हैं। कुशवाहा समाज से आने वाले सम्राट चौधरी की अपने समाज में मजबूत पकड़ है। ये राबड़ी देवी सरकार में भी मंत्री रहे हैं।1999 में कृषि मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके अलावे सीएम नीतीश ने इन्हें जेडीयू कोटे से भी मंत्री बनाया था। 2014 में शहरी विकास और आवास विभाग के मंत्री रह चुके हैं।

सम्राट चौधरी 1990 में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए और 19 मई 1999 को उन्होंने बिहार के कृषि मंत्री के पद की शपथ ली। सन 2000 और 2010 में परबत्ता विधानसभा से चुनाव लड़ा और विधायक निर्वाचित हुए। 2010 में उन्हें बिहार विधानसभा में विपक्षी दल के मुख्य सचेतक बनाया गया था। 2 जून 2014 को शहरी विकास और आवास विभाग के मंत्री पद की शपथ ली और कार्यभार संभाला था। 2018 में इन्हें बिहार प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया।

माना जा रहा है कि बिहार में नीतीश को झटका देने और कुशवाहा वोटों को साधने के लिए बीजेपी ने बड़ी चाल चल दी है। इसीलिए प्रदेश अध्यक्ष के पद पर सम्राट चौधरी की ताजपोशी की गई है। अब बीजेपी के नए अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में ही 2024 लोकसभा के चुनाव होंगे।

उत्साह और उमंग में डूबा रहा गांधी मैदान, ड्रोन से पुष्पवर्षा होते ही गूंजा जय बिहार का नारा

डेस्क : बिहार बीते बुधवार को अपनी स्थापना का 111वां साल पूरा कर लिया। इस मौके पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय बिहार दिवस का शानदार आगाज हुआ। गांधी मैदान उत्साह और उमंग में डूबा रहा। ड्रोन से पुष्पवर्षा होते ही गांधी मैदान जय बिहार के नारे से गूंज उठा। युवाओं की बात छोड़िए, बच्चे और बुजुर्ग तक समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। रोशनी से जगमग गांधी मैदान में मानों पूरा बिहार उमड़ पड़ा था। लगभग पांच मिनट तक ड्रोन से गांधी मैदान में फूल की वर्षा होती रही।

खासकर मुख्य समारोह स्थल पर स्कूली बच्चों और महिलाओं की जबरदस्त भागीदारी दिखी। नारे लगाते छात्र-छात्राएं सबके आकर्षण के केन्द्र थे। मुख्य मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक ओर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव थे तो दूसरी ओर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी। फिर कतार में राज्य सरकार के मंत्री और सूबे के आला अधिकारी बैठे थे।

वहीं उद्योग विभाग के पैवेलियन में पहुंचनेवालों का स्वागत गुलाब जल से किया गया। इसके लिए बजाप्ता ड्रोन की व्यवस्था की गई थी। ड्रोन की मदद से गुलाब जल का छिड़काव किया गया। इसे देखकर लोग भी अचंभित हुए। वहीं जो भी पहुंचा वह मेले का आनंद उठाने से खुद को रोक नहीं पाया। कोई आईसक्रीम के स्वाद के साथ गीत-संगीत के आनंद में डूबा रहा तो कोई एक से बढ़कर एक प्रदर्शनी को देखने में मशगूल रहा। 

शाम पांच बजे के बाद गांधी मैदान में काफी भीड़ हो गई थी जो रात 10 बजे तक रही। अनुमान लगाया जा रहा है कि दो लाख से अधिक लोग समारोह में पहुंचे। मुख्य मंच के सामने वीआईपी और विशिष्ट लोगों को बैठने की व्यवस्था की गई थी। गांधी मैदान में लोगों को बैठने के लिए अलग-अलग जगहों पर इंतजाम किए गए थे। पूरा परिसर रंग बिरंगी रोशशनी से जगमगा रहा था। स्कूली छात्र-छात्राओं की संख्या भी अच्छी खासी थी। 

मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन शुरू हो गया। मेले में आए बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था थी। पुलिस वाले उन्हें गैलरी में बैठा रहे थे। लोक गायक सत्येंद्र कुमार ने कई भोजपुरी गाने गाए। इस पर युवा से बुर्जुग तक तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाते रहे।

बिहार दिवस के मौके पर बोले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, हर बिहारी बिहार को ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प ले

डेस्क : बिहार बीते बुधवार को अपनी स्थापना का 111वां साल पूरा कर लिया। इस मौके पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय बिहार दिवस का शानदार आगाज हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने बिहारवासियों से प्रदेश को आगे बढ़ाने में सहयोग करने का आह्वान किया। साथ ही एकबार फिर प्रदेश को विशेष दर्जा दिये जाने की मांग उठाई।

वहीं इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि हर बिहारी बिहार को ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प ले। बिहार के सुनहरे भविष्य के लिए हम सबको मिलकर काम करना है।

कहा कि बेरोजगारों और युवाओं को नौकरी देने का वादा हर हाल में निभाएंगे। राज्य सरकार इसके लिए व्यापक कार्ययोजना बना रही है। नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। शीघ्र ही बड़ी संख्या में नौकरी के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि हमने 10 लाख नौकरी की घोषणा की थी। लेकिन मुख्यमंत्री ने 20 लाख नौकरी-रोजगार की घोषणा की और युवाओं के लिए बेहतर अवसर प्रदान किया। अब हमारी सरकार 10 लाख नौकरी देगी और 10 लाख रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराएगी। हम भूलते नहीं हैं। युवाओं को निराश नहीं होने देंगे।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महागठबंधन सरकार हर बिहारी के विकास के लिए संकल्पित है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री विकास के प्रति दृढ़ निश्चयी हैं। इसीलिए तो उन्होंने सूखाग्रस्त दक्षिण बिहार के क्षेत्र में गंगाजल पहुंचा दिया। यही नहीं हर सेक्टर में बदलाव हो रहा है।

उन्होंने कहा है कि बिहार की उपेक्षा करके देश का विकास संभव नहीं है। बगैर बिहार के देश आगे नहीं बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार देश का सबसे तेजी से बढ़ता राज्य है। विकास के प्रति हमारी कार्ययोजना और हमारी रफ़्तार बिहार को शीर्ष पर ले जाएगा। लेकिन, इसके लिए बिहार के लोगों को एकजुट होना होगा।

बिहार के 111 वें स्थापना दिवस पर सीएम ने लोगों से प्रदेश को आगे बढ़ाने का किया आह्वान, मंच से फिर उठाई विशेष दर्जे की मांग

डेस्क : बिहार बीते बुधवार को अपनी स्थापना का 111वां साल पूरा कर लिया। इस मौके पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय बिहार दिवस का शानदार आगाज हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने बिहारवासियों से प्रदेश को आगे बढ़ाने में सहयोग करने का आह्वान किया। साथ ही एकबार फिर प्रदेश को विशेष दर्जा दिये जाने की मांग उठाई।

2010 से मना रहे बिहार दिवस

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2010 से 22 मार्च को बिहार दिवस मनाना शुरू किया। इससे पहले कोई इसे नहीं मनाता था। उन्होंने आगे कहा कि बिहार के लोग जहां भी रहते हैं तथा बिहार के बारे में जिनकी अच्छी राय है, उनसभी को मैं बिहार दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।

अपनी मेहनत से आगे बढ़ रहा बिहार

सीएम ने कहा कि कहा कि बिहार अपनी मेहनत से आगे बढ़ रहा है। बिहार की वर्ष 2009 से ही लगातार विकास दर अधिक रही है। इसके बावजूद बिहार गरीब राज्य है। अगर, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला होता तो यह और तेज गति से तरक्की करता। यही कारण है कि हमलोग केंद्र सरकार से निरंतर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का इतिहास काफी गौरवशाली है। महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति यहीं हुई थी। भगवान महावीर का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और निर्वाण यहीं हुआ। सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी महाराज, सिखों के 9 वें गुरु तेगबहादुर जी महाराज भी यहां आये थे। सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म भी यहीं हुआ था। वर्ष 2017 में गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का 350 वां प्रकाशपर्व धूमधाम से यहां मनाया गया था। प्रकाव पर्व का आयोजन प्रति वर्ष किया जाता है।

बिहार सूफी संतों की भी कर्मभूमि रही है। मनेर शरीफ, खानकाह मुजीबिया, खनाकाह मुनिबिया, मित्तन घाट सूफी संतों की भूमि रही है। बिहार सबसे पौराणिक स्थल है। यह चंद्रगुप्त मौर्य, चाणक्य, सम्राट अशोक, आर्यभट्ट की भूमि रही है। महान विभूतियों के नाम पर हमलोगों ने चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, चाणक्य विधि विवि और आर्यभट्ट ज्ञान विवि की स्थापना करायी। विश्व प्रसिद्ध पुराने नालंदा विवि को भी फिर से शुरू कराया गया है। बिहार म्यूजिमय अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बिहार में बना है। बिहार म्यूजियम को पटना म्यूजियम से अंडरग्राउंड से जोड़ा जा रहा है। 

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। पहले लड़कियां कम पढ़ने जाती थी। अब लड़कियां की संख्या लड़कों के बराबर हो गई है। इस बार इंटर की परीक्षा में सफल होनेवाली लड़कियों का प्रतिशत लड़कों से ज्यादा है। मुख्यमंत्री ने बिहार दिवस समारोह 2023 के उद्घाटन से पहले गांधी मैदान में विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी को भी देखा। शिक्षा विभाग, किलकारी बाल भवन, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शन का भी अवलोकन किया। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आह्वान किया कि आएं, सब मिलकर बिहार को और आगे बढ़ाएं। बिहार महापुरुषों और सूफी संतों की धरती रही है। इसे फिर से उसी स्थान पर ले जाने में सबका सहयोग चाहिए। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से भी अपील की कि सभी एक साथ मिलकर बिहार के विकास में योगदान दें। गांधी मैदान में बिहार दिवस समारोह के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने यह बात की।

ऐतिहासिक गांधी मैदान में 3 दिवसीय बिहार दिवस का हुआ शानदार आगाज, सीएम नीतीश कुमार ने किया उद्घाटन

डेस्क : बिहार बीते बुधवार को अपनी स्थापना का 111वां साल पूरा कर लिया। इस मौके पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन दिवसीय बिहार दिवस का शानदार आगाज हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। 

वहीं सीएम और डिप्टी तेजस्वी यादव ने इस अवसर पर गुब्बारे उड़ाकर बिहार को और ऊंचाई पर ले जाने का संदेश दिया। तमाम वक्ताओं ने बिहार के गौरवशाली अतीत का उल्लेख करते हुए सुनहरे भविष्य का भरोसा जताया। सीएम ने कहा कि बिहार फिर से अपना गौरव हासिल करके रहेगा। बिहार दिवस मनाने का लक्ष्य यही है। इसके लिए सबका सहयोग चाहिए।

इस मौके पर पद्मश्री आनंद कुमार, धीरज कुमार, ज्योति कुमारी व पल साक्षी को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। बिहार दिवस पर मुख्य समारोह तो गांधी मैदान में हुआ लेकिन दिल्ली-मुम्बई सहित अन्य राज्यों व विदेशों में भी कार्यक्रमों की धूम रही।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 36 घंटे में बम से उड़ाने की धमकी देने वाला गुजरात क्राइम ब्रांच की मदद से गिरफ्तार, सूरत से पटना ला रही बिहार पुलिस

 मुख्यमंंत्री नीतीश कुमार को बम से उड़ाने की धमकी देनेवाला युवक गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को गुजरात पुलिस ने सूरत से गिरफ्तार कर बिहार पुलिस को सौंप दिया है।

आरोपी युवक ने सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार के सीएम को जान से मारने की धमकी दी थी। जिसके बाद, बिहार पुलिस ने युवक को गिरफ्तार करने के लिए गुजरात क्राइम ब्रांच से मदद मांगी। आरोपी को पकड़ने के लिए सूरत क्राइम ब्रांच की एक टीम जांच में जुटी थी।

सूरत क्राइम ब्रांच की एक टीम ने लसकाना गांव निवासी 28 वर्षीय अंकित कुमार विनय कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया है। पुलिस की कड़ी पूछताछ के बाद पता चला कि आरोपी ने गत 20 मार्च को इंटरनेट के माध्यम से एक मीडिया चैनल से संपर्क किया था। 36 घंटे में मुख्यमंत्री को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।

सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसे पटना जिले के सचिवालय थाने के अधिकारियों को सौंप दिया है। बिहार पुलिस आरोपी को लेकर गुजरात से रवाना हो गई है। पुलिस आरोपी को बिहार लेकर आएगी, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।