देवरिया जिले में देसही देवरिया ब्लाक के ग्राम पंचायत मुण्डेरा उर्फ देउरवा में खुलेआम हो रहा मनरेगा में घोटाला ।
अधिकारियों की मिलीभगत का शिकार हुआ मनरेगा, टीए से लेकर सचीव तथा ए पीओ तक है लिप्त ।
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M N पाण्डेय देवरिया। एक तरफ प्रदेश सरकार मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार देने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ मनरेगा में भ्रष्टाचार काल के गाल में शमा रहा है। ताजा मामला विकास खंड देसही देवरिया अंतर्गत ग्राम पंचायत मुण्डेरा उर्फ देउरवा का है। इस ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत विकास कार्य कराया जा रहा जिसमें चकबंध का कार्य कराया जा रहा है इस कार्य में 12 मास्टरोंल और 101 मजदूर कार्य कर रहे है मजे की बात यह है कि फोटो को देखकर ये नहीं लग रहा है कि ये मजदूर कार्य करने वाले है तथा एक ही फोटो को कई बार प्रयोग किया गया है। फोटो ग्राफ में नाम परिवर्तित कर प्रदर्शित किया गया है। इससे साफ भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। आपको बताते चले कि इस विकास खंड में सबसे ज्यादा इस ग्राम पंचायत में मनरेगा का कार्य कराया जाता है लेकिन धरातल पर कुछ भी देखने को नहीं मिलता है।
प्रदेश सरकार कुछ भी उपाय कर ले लेकिन ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव सरकार के सपनों पर पलीता लगाने में मशगूल हैं। उधर ग्रामीणों का कहना है कि हमारा ग्राम पंचायत ग्राम सचिव और ग्राम प्रधान के अनदेखी का शिकार हो रहा है जिससे ग्राम पंचायत विकास विहीन बनकर रह गया है।
क्या बोले जिम्मेदार --
जब इसके बारे में मुख्य विकास अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मनरेगा में हो रहे घोटाले को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा और उक्त कार्य को शून्य करके कार्रवाई की जाएगी।








54 min ago
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