बिहार चुनाव के मद्देनज़र सीमावर्ती क्षेत्रों में दो दिनों तक शराब बिक्री पर रहेगा प्रतिबंध

M N पाण्डेय देवरिया।3 नवम्बर

बिहार प्रान्त के सिवान व गोपालगंज जनपदों में आगामी 06 नवम्बर, 2025 को प्रथम चरण में होने वाले बिहार विधान सभा सामान्य निर्वाचन एवं 14 नवम्बर, 2025 को होने वाली मतगणना के दृष्टिगत जनपद देवरिया के सीमावर्ती क्षेत्रों में मद्यनिषेध लागू रहेगा।

इस संबंध में उत्तर प्रदेश शासन, आबकारी अनुभाग-2, लखनऊ के पत्र के क्रम में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल द्वारा आदेश जारी किया गया है। आदेश के अनुसार, लोक शांति बनाए रखने एवं स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बिहार प्रान्त की सीमा से तीन किलोमीटर की परिधि में स्थित जनपद देवरिया की समस्त देशी मदिरा, कम्पोजिट शॉप, एफ.एल.-07, भाग एवं ताड़ी की फुटकर बिक्री की दुकानें निम्न अवधि तक बंद रहेंगी—

04 नवम्बर, 2025 की सायं 6:00 बजे से लेकर 06 नवम्बर, 2025 की सायं 6:00 बजे तक (या मतदान समाप्ति तक)

मतगणना दिवस 14 नवम्बर, 2025 को मतगणना स्थल से 3 कि.मी. के क्षेत्र में स्थित सभी दुकानें पूर्णतः बंद रहेंगी।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि उक्त अवधि में कोई भी दुकान खुली पाई जाने पर संबंधित अनुज्ञापी के विरुद्ध आबकारी अधिनियम के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बंदी अवधि के लिए किसी भी अनुज्ञापी को किसी प्रकार का प्रतिफल अथवा छूट देय नहीं होगी।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए ताकि सीमा क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे और बिहार विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके।

खरीफ फसलें चक्रवाती वर्षा से प्रभावित — जिलाधिकारी ने किसानों से बीमा दावा दर्ज कराने की अपील की


M N पाण्डेय देवरिया । 3 नवम्बर हाल ही में आई चक्रवाती वर्षा के कारण जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में खरीफ फसलों को व्यापक क्षति हुई है। इस पर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने प्रभावित किसानों से अपील की है कि जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया है, वे शीघ्र अपनी फसल क्षति की सूचना एवं दावा (क्लेम) दर्ज कराएं, ताकि समय पर उन्हें बीमा का लाभ मिल सके।

जिलाधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत पंजीकृत किसान भाई यदि वर्षा से उनकी फसलें नष्ट या क्षतिग्रस्त हुई हैं, तो वे तत्काल प्रधानमंत्री फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर 14447 पर सूचना दें। सूचना प्राप्त होने के बाद बीमा कंपनी का प्रतिनिधि 72 घंटे के भीतर स्थल पर जाकर क्षति का सत्यापन करेगा।

उन्होंने यह भी बताया कि किसान भाई चाहें तो अपनी जानकारी उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी कार्यालय या संबंधित बैंक शाखा में भी दर्ज करा सकते हैं। इससे उनके दावे की प्रक्रिया और शीघ्र पूरी हो सकेगी।

जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि पकी हुई फसलें खलिहान में फैलाकर रखी गई थीं और चक्रवाती वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हो गई हैं, तो ऐसी स्थिति में भी बीमा योजना के अंतर्गत दावा स्वीकार किया जाएगा। अतः किसान ऐसे मामलों की सूचना भी अवश्य दें।

उन्होंने बताया कि राजस्व, कृषि एवं बैंक विभाग की संयुक्त टीमें प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करेंगी, जिससे वास्तविक क्षति का मूल्यांकन कर किसानों को शीघ्र सहायता दिलाई जा सके।

जिलाधिकारी ने अंत में सभी किसानों से आग्रह किया है कि वे अपनी फसल क्षति की सूचना समय से अवश्य दें और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का पूरा लाभ प्राप्त करें।

राज्य महिला आयोग की सदस्य 06 नवंबर को, करेंगी जनसुनवाई और सरकारी संस्थानों का निरीक्षण


M N पाण्डेय, देवरिया।03 नवंबर प्रदेश की महिलाओं को न्याय दिलाने और उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या ऋतु शाही आगामी 06 नवंबर 2025 को देवरिया जिले के दौरे पर आ रही हैं। आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार, सदस्या दिन भर विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी और महिला कल्याण संबंधी योजनाओं की समीक्षा करेंगी।

सर्किट हाउस में जनसुनवाई

शाही पूर्वाह्न 12:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक सर्किट हाउस में जनसुनवाई करेंगी। इस दौरान वे सीधे महिलाओं की शिकायतें सुनेंगी। आयोग ने सभी पीड़ित महिलाओं से अपील की है कि वे समय पर पहुंचकर अपनी समस्याएं दर्ज कराएं।

जेल और अस्पताल का निरीक्षण

महिला सदस्या पूर्वाह्न 10:00 बजे जिला कारागार (जेल) का निरीक्षण करेंगी, जहां वे महिला बंदियों से मिलकर उनकी समस्याओं को जानेंगी। इसके बाद, पूर्वाह्न 12 बजे जिला अस्पताल का निरीक्षण कर वहां महिलाओं को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता का जायजा लेंगी।

प्राकृतिक आपदाओं से फसल क्षति पर मिलेगा बीमा कवर

M N पाण्डेय l

देवरिया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों में अधिसूचित फसलों की प्राकृतिक आपदाओं से क्षति होने की स्थिति में बीमित किसानों को बीमा कवर/क्षतिपूर्ति प्रदान की जाती है।

   

उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत असफल बुआई, फसल की मध्यावस्था में क्षति, तथा खड़ी फसलों को प्राकृतिक आपदाओं, रोगों और कीटों से हुई क्षति को बीमा कवर में शामिल किया गया है। इसी प्रकार ओलावृष्टि, जलभराव (धान की फसल को छोड़कर), बादल फटना और भूस्खलन जैसी परिस्थितियों से हुई फसल क्षति भी इस योजना के तहत कवर की जाती है।

     

फसल कटाई के बाद अगले 14 दिनों तक खेत में सुखाई हेतु रखी फसलों को ओलावृष्टि, चक्रवात या बेमौसम वर्षा से हुए नुकसान की स्थिति में भी बीमा सुरक्षा प्रदान की जाती है।

     

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिन किसानों की फसलें प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हुई हैं, वे फसल क्षति की सूचना टोल फ्री नंबर 14447 पर 72 घंटे के भीतर अवश्य दें। सूचना दर्ज होने के बाद संबंधित विभाग द्वारा क्षति का सर्वे कराकर उचित क्षतिपूर्ति दी जाएगी।

 उन्होंने जनपद के सभी बीमित कृषकों से अपील की है कि फसल क्षति की स्थिति में समय पर सूचना देना अत्यंत आवश्यक है, ताकि उनका बीमा दावा शीघ्रता से स्वीकृत किया जा सके।

उर्वरक कालाबाजारी व जमाखोरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज, जिला कृषि अधिकारी ने की सख्त कार्रवाई

M N पाण्डेय, देवरिया।13 सितंबर 2025 जिला कृषि अधिकारी उदय शंकर सिंह ने बताया है कि विकास खण्ड बनकटा के अंतर्गत मेसर्स पवन एंड रितेश इंटरप्राइजेज, बलियन तथा मेसर्स एग्री जंक्शन, हाटा के विरुद्ध यूरिया एवं उर्वरकों की निर्धारित दर से अधिक दर पर बिक्री, कालाबाजारी एवं जमाखोरी की शिकायत स्थानीय कृषकों से प्राप्त हुई थी। उक्त शिकायत की जांच 12 सितंबर को की गई।

जांच में पाया गया कि अधिक दर पर यूरिया विक्रय किया गया और एम.एफ.एम.एस. पोर्टल पर एक कृषक के नाम पर 07 बोरी यूरिया पी.ओ.एस. मशीन से खरीदी गई, जबकि कृषक ने केवल 01 बोरी यूरिया प्राप्त की थी। इसके अलावा विक्रेताओं द्वारा किसानों को कैश मेमो भी नहीं जारी किए जा रहे थे।

जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि संबंधित विक्रेताओं के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 के भाग-2 के नियम 3(3) एवं भाग-2 (5) का उल्लंघन पाया गया, साथ ही आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के अंतर्गत दंडनीय अपराध भी सिद्ध हुआ।

इस पर जिलाधिकारी के आदेशानुसार 12 सितंबर को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने की अनुमति प्रदान की गई। उसी दिन, कार्यालय पत्रांक-702 के माध्यम से थानाध्यक्ष श्रीरामपुर, विकास खण्ड बनकटा, जनपद देवरिया में उक्त विक्रेताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी गई।

जिला कृषि अधिकारी ने सभी उर्वरक विक्रेताओं को कड़ी हिदायत दी है कि वे उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 के दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन करते हुए निर्धारित दर पर उर्वरक की बिक्री सुनिश्चित करें। भविष्य में ऐसी अनियमितता पाए जाने पर संबंधित विक्रेताओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में भाटपाररानी तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित


देवरिया। 18 अगस्त जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में तहसील भाटपाररानी के सभागार में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने आमजन की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना और उनके त्वरित निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनता की समस्याओं को गंभीरता से लें और प्रत्येक शिकायत का समाधान समयबद्ध एवं पारदर्शी तरीके से करें। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी प्राप्त शिकायतों की सतत मॉनिटरिंग करें और सुनिश्चित करें कि किसी भी फरियादी को कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें।जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जिन मामलों का समाधान तत्काल नहीं हो सका है, उन्हें समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से निस्तारित किया जाए।इस दौरान दो पात्र आवेदकों को मौके पर अन्त्योदय कार्ड तथा एक आवेदक को पात्र गृहस्थी कार्ड उपलब्ध कराते हुए त्वरित राहत प्रदान की गई।

पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने पुलिस विभाग से संबंधित शिकायतों की सुनवाई की और अधिकारियों व थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि सभी प्राप्त प्रकरणों का त्वरित एवं प्राथमिकता के आधार पर समाधान सुनिश्चित किया जाए।

संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान कुल 61 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें 39 राजस्व विभाग, 14 पुलिस विभाग, 3 विकास विभाग तथा 5 अन्य विभागों से संबंधित थे। इनमें से 8 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया, जबकि शेष 53 मामलों को संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही हेतु सौंपा गया।

सम्पूर्ण समाधान दिवस में जनपद के विभिन्न विभागों के अधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं थानाध्यक्ष उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजनान्तर्गत आयोजित पंचायत एडवांसमेन्ट इण्डेक्स के एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

M N पाण्डेय, देवरिया 18 अगस्त विकास खण्ड भटनी के ब्लॉक सभागार मे राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजनान्तर्गत आयोजित पंचायत एडवांसमेन्ट इण्डेक्स के एक दिवसीय प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए खण्ड विकास अधिकारी संतोष कुमार ने कहा कि पंचायत स्तर पर संचालित योजनाओं की निगरानी मूल्यांकन एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पंचायत एडवांसमेंट इंडेक्स की अवधारणा को लागू किया गया जिससे समाज के सभी वर्गों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके।

मुख्य प्रशिक्षक अजय पाण्डेय ने सतत् विकास के लक्ष्यों तथा पंचायत विकास सूचकांक की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि अंकों के आधार पर ही ग्राम पंचायत की ग्रेडिंग होगी । जिसके लिए विभिन्न विभागों की सूचनाओं तथा आंकड़ों को इस पोर्टल पर दर्ज किया जाना है बेहतर अंक पाने वाली ग्राम पंचायत को पुरस्कृत भी किया जाएगा तथा जिन क्षेत्रों में ग्राम पंचायतें पीछे जाएंगे उनमें सुधार के लिए पुनः प्रयास करने का एक सशक्त माध्यम बनेगा पंचायत विकास सूचकांक। उन्होंने कहा कि पोर्टल पारदर्शिता को प्रदर्शित करने का बेहतर माध्यम है।

प्रशिक्षक शंभू नाथ दुबे ने एल एस डी जी के 9 टीमों पर चर्चा करते हुए कहा कि यदि हम इन थीमों को कम लागत और बिना लागत वाली योजनाओं से जोड़कर के काम करने का प्रयास करें तो हम उन सभी लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं जो 9 टीमों के अंतर्गत प्राप्त करना है।

सहायक विकास अधिकारी पंचायत विंध्याचल सिंह ने कहा कि पंचायत का सूचकांक ग्राम पंचायत में प्रतिस्पर्धा की भावना सृजित करेगा एवं ग्राम पंचायत में स्वच्छ प्रतिस्पर्धा का माध्यम बनेगा। प्रशिक्षक अजय दूबे ने पोर्टल पर लोड की जाने वाली सभी विभागों की सूचनाओं को कैसे दर्ज किया जाएगा इसके संदर्भ में विस्तार से जानकारी प्रदान किया।

उक्त अवसर पर सतीश शाही, त्रयम्बक मणि त्रिपाठी, दीनदयाल चौहान, राजकिशोर यादव, शोभा देवी, मदन प्रसाद, रेहाना खातून, जयप्रकाश, फूलवासी देवी, सुरेन्द्र यादव, शिखा मल्ल, सत्यपाल यादव, संजय प्रसाद, अजय मिश्र, लीलावती देवी, यशपाल चौहान, जनरंजन गौतम आदि मौजूद रहे।

देवरिया मण्डल के 508 डाकघरों में Advanced Postal Technology (APT IT 2.0) का रोलआउट सम्पन्न

देवरिया।भारत सरकार की आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत भारतीय डाक विभाग द्वारा Advanced Postal Technology (APT IT 2.0) के तहत देशभर में डाकघरों को आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित किया जा रहा है। इसी क्रम में आज देवरिया मंडल के 508 डाकघरों—जिसमें प्रधान डाकघर देवरिया एवं पडरौना, 52 उप डाकघर तथा 454 शाखा डाकघर शामिल हैं—में APT IT 2.0 का सफल रोलआउट किया गया।।

इस अवसर पर देवरिया प्रधान डाकघर में अधीक्षक डाकघर अजय कुमार पाण्डेय द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

श्री पाण्डेय ने बताया कि इस नई तकनीक के लागू होने से स्पीड पोस्ट की बुकिंग प्रक्रिया अब अधिक सहज, सुलभ एवं पारदर्शी हो जाएगी। ग्राहक स्वयं एक ही प्लेटफॉर्म से अपनी डाक वस्तुओं की बुकिंग कर सकेंगे। साथ ही, ग्राहकों की मांग पर डाक वस्तुओं के संग्रहण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। डाक वस्तुओं की डिलीवरी अब मोबाइल ओटीपी के माध्यम से सत्यापित की जाएगी, जिससे प्रक्रिया और अधिक सुरक्षित एवं विश्वसनीय बन जाएगी।

उन्होंने कहा कि APT IT 2.0 के अंतर्गत प्रत्येक डाकघर को प्रॉफिट सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। डाक वस्तुओं के बुकिंग से लेकर वितरण तक की पूरी प्रक्रिया को Track & Trace प्रणाली के माध्यम से ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकेगा। प्रेषक को उसके मोबाइल नंबर पर प्रत्येक चरण की अद्यतन जानकारी एसएमएस के माध्यम से मिलती रहेगी।

कार्यक्रम के दौरान अधीक्षक ने डाक जीवन बीमा, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, डाकघर बचत बैंक, भावर्ती जमा खाता, लोक भविष्य निधि, मासिक आय योजना, सावधि जमा, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत पत्र, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, पासपोर्ट सेवा केंद्र तथा आधार नामांकन एवं संशोधन केंद्र जैसी विभिन्न डाक योजनाओं की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और जनता से इनका अधिकाधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम के उपरांत पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ प्रधान डाकघर परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया।

इस अवसर पर सहायक अधीक्षक (मुख्यालय) विवेकानंद सिंह, प्रधान डाकघर देवरिया के पोस्टमास्टर राजकुमार, IT 2.0 टीम के सदस्यगण— अमित, उत्तम कुमार, कृष्णामोहन, विवेक कुमार, हरिकेश कुमार—तथा मंडलीय कार्यालय एवं प्रधान डाकघर के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

देवरिया l जंगली नाथ बाबा, गंडक नदी, नहाते समय डूबे तीन युवक, दो को बचाया गया, एक लापता

देवरिया। के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जंगलीनाथ बाबा के पास स्थित गंडक नदी में सोमवार दोपहर तीन युवक नहाते समय गहरे पानी में डूब गए। स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से दो युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि एक युवक अब भी लापता है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गए हैं। नदी में लापता युवक की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।

स्थानीय गोताखोरों की मदद ली जा रही है। घटना स्थल पर परिजनों और ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा है।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि गहरे पानी में न जाएं और सावधानी बरतें।

श्रावण के चौथे सोमवार को जिलाधिकारी ने लिया महेन्द्रनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा, की पूजा-अर्चना

M N पाण्डेय

देवरिया ।श्रावण मास के चौथे और महत्वपूर्ण सोमवार के पावन अवसर पर, आज जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने देवरिया जनपद के सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल श्री महेन्द्रनाथ धाम, महेन का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लाखों श्रद्धालुओं के लिए की गई सुरक्षा और व्यवस्था संबंधी तैयारियों का गहन जायजा लिया।

श्रावण माह में बाबा महेन्द्रनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु मंदिर में आते हैं। इसी को देखते हुए जिला प्रशासन ने विशेष सुरक्षा और सुविधा व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया है। जिलाधिकारी ने मंदिर परिसर, प्रवेश एवं निकास द्वार, चिकित्सा सहायता केंद्रों, साफ-सफाई, पेयजल, अस्थायी शौचालयों, पार्किंग और यातायात नियंत्रण व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया।

उन्होंने मौके पर उपस्थित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सीसीटीवी निगरानी, पुलिस बल की तैनाती और बैरिकेडिंग की स्थिति की भी समीक्षा की और भीड़ प्रबंधन के लिए समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने पर जोर दिया।

निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने बाबा महेन्द्रनाथ का विधिवत पूजन-अर्चन किया और जनपदवासियों की सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य, शांति और मंगलमय जीवन की कामना की। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करते हुए धैर्य और अनुशासन बनाए रखें, जिससे सभी को एक सुखद और सुरक्षित दर्शन का अनुभव प्राप्त हो सके।

जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा सहायता, पर्याप्त पेयजल, शौचालय, विश्राम स्थल और महिला सहायता कक्ष जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अतिरिक्त, श्रद्धालुओं की सहायता के लिए स्वयंसेवकों की भी पर्याप्त संख्या में तैनाती की गई है।