*कन्नौज में अखिलेश यादव के करीबी सपा नेता गिरफ्तार*
पंकज श्रीवास्तव/विवेक कुमार
कन्नौज में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव के करीबी एक सपा नेता को आज गिरफ्तार कर लिया गया है। यह समाजवादी पार्टी का एक कद्दावर नेता रहा है जो पूर्व जिला कोषाध्यक्ष के पद पर रह चुका है। जिला मजिस्ट्रेट ने इस पर जिला बदर की कार्यवाही करते हुए जिले की सीमा से बाहर रहने का आदेश जारी किया था, इसके बावजूद मुखबर द्वारा सपा नेता के अपने घर के अंदर छिपे होने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई जिस पर आज बुधवार को पुलिस ने सपा नेता कैश खाॅं के घर की तलाश ली तो कैश खाॅं एक टांड़ पर छिपा हुआ मिला। जिसका वीडियो भी सामने आया है जिसमें पुलिस की छापेमारी के दौरान सपा नेता कैश खाॅं अपने घर के अंदर कमरे में बने टांड़ के ंऊपर गद्दे से छिपे हुए पकड़े गए। पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
आपको बताते चलें कि कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बालापीर के रहने वाले कैश खाॅं समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता है, जो सपा शासनकाल में जिला कोषाध्यक्ष के पद पर रह चुके है। अखिलेश यादव के करीबी होने के कारण यह कन्नौज में अपनी दबंगई के लिए मशहूर है और अवैध कब्जा को लेकर यह भू माफिया की श्रेणी में भी है। जिसको लेकर इनके खिलाफ कोतवाली में कई मामले दर्ज है। जिससे इनके खिलाफ 28 जुलाई को गुंडा एक्ट की कार्यवाही भी की गई थी। जिसके चलते कन्नौज जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने इनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए 6 महीने के लिए जिला बदर की कार्यवाही की थी। जिसके बाद यह कन्नौज जिले में नजर नही आया परन्तु आज बुधवार को अचानक से पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि जिला बदर कैश खाँ अपने ही घर में छिपा हुआ है। यह सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी जितेन्द्र प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ कैश खाॅं की तलाश में उनके घर छापेमारी करने पहुंचे। दबिश के समय जो दृश्य सामने आया पुलिस भी देखकर चैंक गई। सपा नेता कैश खाॅं पुलिस से बचने के लिए अपने ही घर के कमरे के एक टांड़ पर गद्दा लगाकर छुपे हुए थे, जिसको पुलिस ने ढूंढ़ निकाला और फिर पुलिस सपा नेता कैश खां को गिरफ्तार कर कोतवाली लेकर पहुंची।
सपा नेता कैश खां की गिरफ्तारी को लेकर कन्नौज पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली कन्नौज के मोहल्ला बालापीर का रहने वाला कैश खां को आज कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके विरुद्ध जिलाधिकारी कन्नौज के आदेश से 28 जुलाई मंें जिला बदर किया गया था और आज पता चला कि यह जिला बदर होते हुए भी अपने घर पर मौजूद है। पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने इसको घर से गिरफ्तार किया। इसके विरूद्ध 3/10 गुंडा एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया है। आज इसके अपराधिक इतिहास के विषय में जानकारी की गई तो पता चला कि इसके विभिन्न वर्षों में 5 अभियोग पंजीकृत है और इन्ही सारी चीजों को ले करके कार्यवाही की गई थी जिसमें जिलाधिकारी कन्नौज का आदेश है।
Sep 04 2025, 19:39