कन्नौज पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग के जरिये लोगों से साइबर ठगी करने वाले गैंग का किया खुलासा
कन्नौज।कन्नौज जिले में ऑनलाइन गेमिंग के जरिये लोगों से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने शनिवार को पर्दाफाश करते हुए पूरे गैंग का खुलासा किया है, जिसमे पुलिस ने करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले 10 शातिर अभियुक्तों को किया गिरफ्तार किया है जिसमे पास से पुलिस ने 13 मोबाइल,18 क्रेडिट व ड़ेबिट कार्ड, दो कार और एक लाख 76 हजार रूपये नगद सहित ठगी में प्रयुक्त अन्य सामग्री बरामद की है।
आपको बताते चलें कि लोगों को ऑनलाइन के जरिये गेमिंग में फांसकर ठगी का जाल बिछाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफ़ाश करते हुए पुलिस अधीक्षक कन्नौज विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को चैकिंग के दौरान कोतवाली कन्नौज पुलिस ने जीटी रोड तिखवा कट से दो कारों में सवार ऑनलाइन गेमिंग के जरिये लोगों से साइबर ठगी करने वाले गैंग के 10 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले को लेकर थाना कोतवाली कन्नौज पर मु0अ0सं0 652/2025 धारा 318(4)/338/336(3)/340(2) B.N.S. व 66 (D) IT Act पंजीकृत किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक़ अभियक्तो से की गई यह पूछताछ
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि हमारे गिरोह का कुल चार स्तर पर विभाजन है, पहले निचले स्तर पर काम करने वाले लोगों को हम लोगों ने मीडिया का नाम दिया है जिनका काम जनता के बीच से ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित करना होता है जो कॉर्पोरेट अकाउंट धारक होते हैं, उनसे सम्पर्क करके द्वितीय स्तर के होल्डर से सम्पर्क कराया जाता है जो खाताधारक को पूरी तरह समझा कर इस बात पर सहमत करते हैं कि आप अपना खाता हमें दे देगें तो हम उसमें गेम और ट्रेडिंग के जरिये पैसा मंगाएगें ।
जिसका 20-25% पैसा खाताधारक को मिलेगा । तीसरे स्तर पर किट होल्डर होता है जिसको किट प्रदान की जाती है , किट के अन्तर्गत खाते की पासबुक, एटीएम कार्ड , पैन कार्ड, आधारकार्ड, सिम कार्ड, चेक बुक, आनलाईन बैंकिंग डिटेल्स होती हैं । मीडिया, खाता होल्डर एवं किट प्रदाता तीनों स्तरों को 02 - 02% कमीशन मिलता है । किट होल्डर अपने से ऊपर स्तर पर सारी सूचनायें व सामग्री उपलब्ध कराता है , उपलब्ध कराने वाले को पैनल के नाम से सम्बोधित किया जाता है ।
पैनल ग्रुप द्वारा एक APK FILE उपलब्ध करायी जाती है जैसे ही खाता धारक का सिम फोन में लगाकर APK FILE रन की जाती है तुरन्त ही वह बैंक एकाउन्ट पूरी तरह से पैनल के कन्ट्रोल में हो जाता है और पैनल द्वारा उस एकाउन्ट नम्बर को फर्जी आनलाईन गेमिंग ऐप से कनेक्ट कर दिया जाता है जिससे जनसामान्य द्वारा आनलाईन गेम में लगाया गया।
पैसा इसी एकाउन्ट में आने लगता है और लोगों के साथ ठगी हो जाती है । इस प्रकार प्रतिदिन 05-10 करोड रूपये की ठगी की जाती है।
इन शातिर 10 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस गिरफ्त में आए मोहित चोपड़ा पुत्र सुरेन्द्र चोपड़ा निवासी H-140 विकासपुरी थाना विकासपुरी न्यू दिल्ली उम्र करीब 28 वर्ष, अजीत कुमार पुत्र रामबहाल निवासी बघुआ थाना बखिरा जिला सन्त कबीर नगर उम्र करीब 32 वर्ष, सतीश कुमार मौर्य पुत्र जमुना प्रसाद मौर्य निवासी रामपुर गोसार्क थाना जगदीश जनपद अमेठी उम्र करीब 26 वर्ष, आशुतोष कुमार पुत्र बोधराम निवासी श्याम विहार कालोनी फैजुल्लागंज थाना मड़ियांव जनपद लखनऊ उम्र करीब 31 वर्ष, अमित गुप्ता पुत्र स्व0 मनोज कुमार गुप्ता निवासी कस्वा व थाना फूलपुर जनपद आजमगढ उम्र करीब 26 वर्ष, संदीप गुप्ता पुत्र राम ब्रज गुप्ता निवासी E-48/5 महावीर विहार कंजावला थाना कंजावला नई दिल्ली उम्र करीब 31 वर्ष, यश श्रीवास्तव पुत्र प्रेम कुमार निवासी F-1284 राजाजी पुरम थाना तालकटोरा जनपद लखनऊ उम्र करीब 24 वर्ष, आयुष पाल पुत्र साजन लाल निवासी मकान नं0 526 फत्तेपुर अलीगंज थाना अलीगंज जनपद लखनऊ उम्र करीब 18 वर्ष, मो0 साहिल पुत्र युसुफ खां निवासी रामलीला मैदान नौबस्ता पुलिया मडियाव थाना मडियाव जनपद लखनऊ उम्र करीब 18 वर्ष, अंकित सिंह पुत्र स्व0 कमलेश बहादुर सिंह निवासी डोमीपुर थाना जिठवारा जनपद प्रतापगढ उम्र करीब 22 वर्ष आदि लोग है।
Aug 28 2025, 19:20