जरूरतमंद किसानों को समय पर केसीसी ऋण दें बैंक: सूर्य प्रताप शाही
कृषि मंत्री बोले - 31 जुलाई तक चलाएं विशेष महाभियान, लापरवाही पर होगी कार्रवाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंगलवार को विधानभवन में बैंकों और कृषि बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की अद्यतन स्थिति पर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने बैंक प्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर गहरी नाराजगी जताई और जरूरतमंद किसानों को समय पर ऋण न उपलब्ध कराने पर कड़ी चेतावनी दी।
कृषि मंत्री ने निर्देश दिए कि 31 जुलाई 2025 तक विशेष महाभियान चलाकर अधिकतम संख्या में पात्र किसानों को केसीसी का लाभ दिया जाए। उन्होंने सभी बैंकों से अब तक के ऋण वितरण का विवरण प्रस्तुत करने को कहा। जब संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा, "बैंकों को युद्धस्तर पर कार्य करते हुए जरूरतमंद किसानों तक केसीसी का लाभ पहुंचाना होगा।" श्री शाही ने अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए मीडिया की मदद लेने की भी बात कही ताकि किसानों को इसकी पूरी जानकारी समय से मिल सके।
बीमा कंपनियों पर भी कृषि मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अभी तक हर तहसील स्तर पर कार्यालय नहीं खोले गए हैं, जिससे किसानों को सहायता नहीं मिल पा रही है। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी बीमा कंपनियां तहसील स्तर पर तत्काल कार्यालय स्थापित करें और किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान करें।
इस बैठक में कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, प्रमुख सचिव रवीन्द्र, कृषि सचिव इन्द्रविक्रम सिंह, कृषि निदेशक डॉ. पंकज त्रिपाठी, सांख्यिकी निदेशक श्रीमती सुमिता सिंह, कृषि विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, बैंक और बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
चुनावी पोस्टरवार से गर्माई राजधानी की सियासत, अखिलेश यादव पर निशाने और पलटवार
'टोपी से तंज, चश्मे पे सवाल', सपा ने पोस्टर में दिया करारा जवाब

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर पोस्टर पॉलिटिक्स की आगोश में है। राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव को केंद्र में रखकर लगाए गए पोस्टरों ने राजनीतिक हलकों में गर्मी बढ़ा दी है।
एक ओर लगे विरोधी पोस्टर में तंज कसा गया—
"चश्मा हटाइए अखिलेश जी, टोपी मत पहनाइए" यह सीधा हमला सपा की पहचान मानी जाने वाली लाल टोपी और अखिलेश यादव की छवि पर था।
इस तंज का जवाब देने में सपा नेताओं ने देर नहीं लगाई। पलटवार करते हुए सपा नेता मो. इखलाक ने राजधानी में कई पोस्टर लगाए, जिनमें लिखा है:
* "टोपी से तंज, चश्मे पे सवाल"
* "काम पर बहस करो, छोड़ो गुमराह करने की बात"
* "जिसने थमाई किताब, दिया बच्चों को लैपटॉप"
* "वो टोपी वाला ही देगा तुम्हे 2027 में शॉक"

सपा समर्थकों का कहना है कि विरोधियों के पास मुद्दों की कमी है, इसलिए वे चश्मा और टोपी पर राजनीति कर रहे हैं, जबकि समाजवादी पार्टी ने काम के दम पर सरकार चलाई और युवाओं को दिशा दी।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो 2027 के विधानसभा चुनाव की दस्तक अभी भले दूर हो, लेकिन सियासी बिसात बिछनी शुरू हो चुकी है। पोस्टरवार इसका शुरुआती संकेत है। राजधानी में जगह-जगह लगे ये पोस्टर न केवल सियासी कटाक्ष हैं, बल्कि आने वाले चुनावी मौसम की झलक भी दिखा रहे हैं।
लखनऊ की सड़कों पर बाइकर्स के उत्पात , स्टंट करते समय आपस में टकराकर गिरे ,वीडियो वायरल
लखनऊ । राजधानी  में बाइकर्स गैंग ने कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए सड़क को स्टंट का अखाड़ा बना डाला। लखनऊ विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के नीचे 20 से ज्यादा बाइक सवारों ने सड़क पर खुलेआम स्टंटबाजी की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो करीब 29 सेकेंड का है, जिसमें दर्जनों युवक बिना हेलमेट पहने तेज रफ्तार में स्टंट करते दिखे।

अनाचक अनियंत्रित होकर डिवाइडर की रेलिंग से टकराये

वीडियो में एक बाइक सवार की बाइक अचानक अनियंत्रित होकर डिवाइडर की रेलिंग से टकरा गई और वह पलट गया। इसके बाद उसके पीछे चल रही दो और बाइकों की आपस में भिड़ंत हो गई, जिससे चार लोग सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के तुरंत बाद मौके पर मौजूद उनके साथी उन्हें उठाकर ले गए। हालांकि इस दौरान किसी को गंभीर चोट नहीं आयी है लेकिन इस तरह की बीच सड़क पर स्टंट बाजी से आने जाने वाले अन्य लोग भयभीत हो उठे।

पुलिस युवकों की तलाश में जुटीं

स्थानीय लोगों के मुताबिक स्टंटबाजी के दौरान पूरा ट्रैफिक बाधित हो गया था और राहगीर डरे-सहमे नजर आए। घटना से न केवल सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ, बल्कि यह ट्रैफिक नियमों की सरेआम अवहेलना भी है।इंस्पेक्टर हसनगंज अमर सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो को संज्ञान में लिया गया है और इसकी जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अब इस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।
पिता ने पांच साल की बेटी की गला दबाकर की हत्या, पुलिस जांच में जुटीं, मां की भूमिका मिली संदिग्ध
लखनऊ । राजधानी के कैंसरबाग थानाक्षेत्र में एक पिता ने अपने पांच साल की बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह घर से फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मृतक की मां की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पूछताछ में मृतक बच्ची की मां भी अपना बयान बार बार बदल रही है। जिसकी वजह से पुलिस मां को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। चूंकि महिला पति के साथ न रहकर अपने प्रेमी के साथ रहती है।

प्रारंभिक जांच में गला दबाकर हत्या करने की बात निकल कर आ रही सामने

घटना कैसरबाग क्षेत्र के खंदारी बाजार की है। बताया गया कि रोशनी खान अपने पति शाहरुख खान को छोड़कर प्रेमी उदित जायसवाल के साथ रह रही थी। वह अपने साथ अपनी पांच साल की बेटी को भी लेकर आई थी। सोमवार की शाम को रोशनी ने डायल 112 पर फोन करके पुलिस को बेटी की हत्या की सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक छानबीन में गला दबाकर हत्या करने की बात सामने आई है।

पत्नी ने पति के खिलाफ दी है तहरीर, पुलिस जांच में जुटीं

पुलिस उपायुक्त पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार की देर रात डायल 112 के माध्यम से कैसरबाग थाना पुलिस को रोशनी ने सूचना दी कि उनकी पांच वर्षीय बेटी को हत्या उसके पति शाहरूख ने कर दी है। इस सूचना पर तत्काल प्रभारी निरीक्षक व एसीपी  और फॉरेसिंक की टीम मौके पर पहुंची । शव को कब्जे में लेने के बाद उसे पोस्टमार्टम को भेज दिया गया । मृतका की मां रोशनी की तहरीर पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना के समस्त पहलुओं की जांच की जा रही है। 

लिव- इन में प्रेमी के साथ रह रही है महिला

पुलिस जांच में निकलकर आया है कि महिला रोशनी अपने पति के साथ रहने के बजाय बेटी को लेकर लिव इन में प्रेमी के साथ रहती है। कुछ साल पहले रोशनी का उदित जायसवाल नामक युवक से प्रेम हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि अपने पति को छोड़कर प्रेमी उदित के साथ रहने लगी। पूछताछ के दौरान निकल कर आया है कि महिला ने अपने पति शाहरूख को फंसाने के लिए बेटी की गला दबाकर हत्या करने के बाद पुलिस को फोन कर दिया कि उसके पति ने बेटी की हत्या कर दी है। मामला काफी पेचीदा होने के कारण पुलिस इसकी गहनता से जांच कर रही है। प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है कि हत्या पति ने किया या मां ने।
लखनऊ नगर निगम मुख्यालय में नगर आयुक्त के खिलाफ पार्षदों का प्रदर्शन
* पार्षद बोले – “नगर आयुक्त को अब जनता और जनप्रतिनिधियों की समस्याएं दिखाई नहीं देतीं”

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में मंगलवार को नगर निगम मुख्यालय में उस वक्त हंगामे के हालात बन गए, जब बड़ी संख्या में पार्षदों ने नगर आयुक्त के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज पार्षदों का आरोप है कि नगर आयुक्त जनता की समस्याओं के प्रति उदासीन हैं और जनप्रतिनिधियों की बात सुनना तक गंवारा नहीं करते।
पार्षदों ने कहा कि "नगर आयुक्त अब कार्यालय का रास्ता ही भूल चुके हैं।" उनका आरोप है कि आयुक्त नियमित रूप से कार्यालय नहीं आते और जब आते भी हैं, तो आमजन या पार्षदों से मुलाकात नहीं करते। इससे शहर की तमाम विकास योजनाएं ठप पड़ी हैं और आम जनता परेशान है।
प्रदर्शन के दौरान पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि नगर आयुक्त के इस रवैये से पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की पूरी प्रक्रिया बाधित हो रही है। कई वार्डों में कूड़ा न उठना, जलनिकासी की खराब व्यवस्था और अधूरी पड़ी सड़कें इसकी गवाही दे रही हैं। पार्षदों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही नगर आयुक्त का रवैया नहीं बदला गया और जनप्रतिनिधियों से संवाद स्थापित नहीं किया गया, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
" जनता से दूरी, विकास में देरी - यही है लखनऊ का हाल, पार्षदों का सवाल।"
छांगुर बाबा मामले में बड़ा खुलासा: धर्मांतरण के लिए दुबई से बुलवाता था मौलाना
लखनऊ। छांगुर बाबा मामले में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, वह बड़े पैमाने पर धर्मांतरण की साजिश रच रहा था। इसके लिए वह दुबई से मौलानाओं को बुलवाकर लोगों को इस्लाम की ट्रेनिंग दिलवाता था। प्रशिक्षण के लिए दो आलीशान कोठियों का निर्माण कराया गया था, जिनमें तहखाने जैसी विशेष संरचनाएं बनाई गई थीं।
सूत्रों के अनुसार, छांगुर बाबा ने इस्लाम को सरल रूप में समझाने और प्रचारित करने के लिए शिजर ए तैयबा नामक किताब भी तैयार करवाई थी। यह किताब लोगों को इस्लाम की ओर आकर्षित करने का माध्यम बन रही थी। लेकिन सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि वह हिंदू देवी-देवताओं के विरुद्ध नफरत फैलाने के उद्देश्य से किताबें छापने की योजना बना रहा था।
जांच में यह भी सामने आया है कि इन किताबों का इस्तेमाल विशेष रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को भ्रमित करने और उन्हें धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने के लिए किया जाना था। दुबई से बुलवाए गए मौलाना इन लोगों को इस्लामिक शिक्षा देते और उनके विचारों को बदलने का प्रयास करते थे।
प्रशासन द्वारा बनाई गई विशेष जांच टीम इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है। जल्द ही अन्य नामों के भी सामने आने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल छांगुर बाबा से गहन पूछताछ की जा रही है और कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
लखनऊ में डॉक्टर के बाद अब कर्नल के घर को चोरों ने किया साफ

लखनऊ । राजधानी में रहने वाले लोगों को बाहर परिवार सहित घूमने जाना भारी पड़ रहा है। पीजीआई में तैनात डॉक्टर के घर चोरी का पुलिस खुलासा कर नहीं पायी की अब एक और सूने घर से चोरी हो गया, वह भी कर्नल के यहां से। कर्नल परिवार सहित बाहर घूमने गए थे तो चोरो ने मौका पाकर घर साफ कर दिया। कर्नल का परिवार जब वापस लौटा तब उन्हें इसकी जानकारी हुई। इनके द्वारा आलमबाग थाने में तहरीर दी गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

आवास पर काम करने वाले माली ने चोरी के बारे में कर्नल को दी सूचना

बता दें कि कर्नल हरि कुमार मूलरूप से देवरिया के रहने वाले हैं। वह कॉलोनी स्थित सरकारी आवास में परिवार संग रहते हैं और वर्तमान में बेस अस्पताल लखनऊ में तैनात हैं। कर्नल बीते 15 जून से 14 जुलाई तक छुट्टी पर परिवार संग बाहर घूमने गए थे। बीते शुक्रवार शाम आवास पर काम करने वाले माली सुनील रावत ने उन्हें कॉल कर घर और कमरों के ताले टूटे होने की जानकारी दी। सोमवार सुबह घर आने पर उन्हें अलमारी के लॉकर टूटे मिले। चोर लाखों के जेवर और नकदी चुरा कर ले गए थे।

सीसीटीवी फुटेज से पता चला की दस जुलाई को चोरों ने घटना को दिया था अंजाम

सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि चोरों ने 10 जुलाई को घटना अंजाम दी है। उसी रात पड़ोसी मेजर देवाशीष मोहन के आवास से भी चोर लाखों के जेवर समेट ले गए। मेजर बीते नौ जून से 14 जुलाई तक छुट्टी पर थे। उन्हें घटना की जानकारी सहायक राइफलमैन दिल बहादुर प्रधान ने दी। इंस्पेक्टर सुभाष सरोज ने बताया कि चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखे जा रहे हैं। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

मुस्लिम युवक ने खुद को हिंदू बताकर युवती से दोस्ती की, फिर नशीली दवा देकर उसके साथ किया बलात्कार

लखनऊ । हसनगंज के बाद  अब आशियाना में लव जिहाद का दूसरा मामला सामने आ गया। एक मुस्लिम युवक ने खुद को हिंदू बताकर युवती से दोस्ती की, फिर नशीली दवा देकर उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद अश्लील वीडियो के जरिए ब्लैकमेलिंग और धर्म परिवर्तन का दबाव शुरू हो गया। युवती के विरोध करने पर आरोपी ने वीडियो वायरल करने की धमकी दी और पैसे ऐंठने लगा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।

नशीली दिवा खिलाकर किया दुष्कर्म, फिर बना ली अश्लील वीडियो

पुलिस को दी तहरीर में पीड़िता ने बताया कि एक साल पहले टेलीग्राम ऐप पर उसकी पहचान ‘प्रिंस राठौर’ नाम के एक युवक से हुई। उसने खुद को लखनऊ के राजाजीपुरम का रहने वाला और लॉ का छात्र बताया।
बातचीत जल्दी ही प्रेम-संबंध में बदल गई। युवक ने प्रेम का झांसा देकर मिलने-जुलने की बात शुरू । वह उसके झूठे प्रेमजाल में फंसकर उससे मिलना जुलना शुरू कर दिया। इसी बीच उसकी तबियत खराब हो गई तो दो जुलाई को अपने परिचित डॉक्टर के यहां दिखाने की बात कहर उसे अपने साथ ले गया । रास्ते में उसे नशीली दवा खिला दी। जिसके बाद से कमरे पर लेे जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान प्रिंस ने उसकी अश्लील वीडियो बना ली और कहा कि अगर मुंह खोला तो वीडियो वायरल कर देगा।

धर्म परिवर्तन करने के लिए युवती पर डाल रहा था दवाब

प्रिंस की हरकतों से परेशान हो गई, चूंकि आये दिन धमकी देने लगा कि अब उसे 70 हजार रुपये नहीं दोगी तो वीडियो वायरल कर देगा। साथ धर्म परिवर्तन करने का दवाब बनाने लगा।  अंत में जब युवती को कोई रास्ता नहीं सूझा तो सारी कहानी परिजनों को बताई। इसके बाद परिजन जब प्रिंस के बारे में पता किया तो वह प्रिंस राहौर नहीं बल्कि अयोध्या के रुदौली का रहने वाला शमसुज्जमां निकला।यह जानकार युवती और परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। परिजन ने थाने पहुंचकर तहरीर दी। इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह ने बताया कि युवती की तहरीर पर केस दर्ज कर करते हुए पुलिस ने आरोपी शमसुज्जमां को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
कीचड़भरी सड़कों से स्कूल जाने को मजबूर बच्चे, अभिभावकों में आक्रोश
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के जोन-1 गोलागंज इलाके में स्थित मुफेड मॉडल स्कूल तक पहुंचना बारिश के दिनों में स्कूली बच्चों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। गुलाब हाल के पास पड़ने वाले इस स्कूल तक जाने वाला रास्ता पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो चुका है, जिससे बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हर रोज सैकड़ों बच्चे इसी कीचड़भरे रास्ते से स्कूल आने-जाने को मजबूर हैं। फिसलन के कारण कई वाहन चालक भी गिरकर चोटिल हो चुके हैं। बारिश के चलते गड्ढों में पानी भर गया है, जिससे रास्ते की हालत और भी बदतर हो गई है। स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने नगर निगम और प्रशासन से बार-बार शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अभिभावकों का कहना है कि यह सड़क पिछले कई वर्षों से खराब हालत में है, लेकिन आज तक इसकी मरम्मत नहीं करवाई गई। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यह एक गंभीर लापरवाही मानी जा रही है।
लोगों का कहना है कि जब तक रास्ता ठीक नहीं किया जाता, तब तक बच्चों को स्कूल भेजना खतरे से खाली नहीं है। वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि उनका भविष्य कीचड़ में न फंसे।
बेटे की वापसी से फिर सजी मां की चौखट, अंतरिक्ष से लौट रहा है शुभांशु

लखनऊ। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सोमवार को 18 दिन की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद धरती पर लौटने वाले हैं। Axiom-4 मिशन के तहत शुभांशु अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा पर थे। उनके साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं। इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर देशभर में गर्व का माहौल है, लेकिन सबसे ज्यादा बेसब्री और खुशी उनके परिवार में है—लखनऊ स्थित उनके घर पर।
पिता ने मंदिर जाकर बेटे की सकुशल वापसी के लिए भोले नाथ से की प्रार्थना
शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला और मां आशा शुक्ला की आंखें बेटे की सुरक्षित वापसी की प्रतीक्षा में नम हैं, लेकिन चेहरों पर गर्व और संतोष की चमक साफ झलक रही है। मीडिया से बात करते हुए पिता ने कहा, “यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि उनका मिशन सफल रहा। आज शाम को अनडॉकिंग होगी और फिर कुछ ही घंटों में उनका सफर धरती की ओर शुरू होगा। हम भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना करते हैं कि हमारा बेटा और उसके साथी सकुशल लौटें।”
सोचा नहीं था कि हमारा बेटा इतनी ऊंचाइयों को छुएगा
पिता बताते हैं कि सुबह ही वे मंदिर गए और घर पर विशेष पूजा-अर्चना की गई। वे कहते हैं, “हमें उन पर गर्व है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारा बेटा इतनी ऊंचाइयों को छुएगा। आज लोग हमें उसके नाम से जानते हैं—यह किसी भी माता-पिता के लिए सबसे बड़ा सम्मान है।”घर में इस समय उत्सव जैसा माहौल है। शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने जैसे ही बेटे की वापसी की पुष्टि सुनी, तुरंत घर की साज-सज्जा शुरू कर दी। उन्होंने दरवाज़े पर तोरण बांधा, मुख्य द्वार को फूलों से सजाया और कोनों में दीपक जलाए। “अब घर फिर से पूरा लगेगा,” उन्होंने आंखों में आंसू लिए कहा।
घर का हर कोना शुभांशु का कर रहा इंतजार
घर के आंगन से लेकर ड्राइंग रूम तक हर कोना जैसे बेटे की वापसी का इंतजार कर रहा है। शुभांशु का कमरा जस का तस वैसे ही सजा हुआ है जैसा वो छोड़कर गए थे—बेड पर साफ चादर, तकिया करीने से रखा हुआ, और दीवारों पर वही तस्वीरें जो उन्हें प्रेरणा देती थीं। बहन ने स्वागत के लिए आरती की थाली सजा दी है जिसमें कुमकुम, फूल, चावल और मिठाई रखी गई है।पड़ोसी भी इस खास मौके को साझा कर रहे हैं। एक बुजुर्ग पड़ोसी ने कहा, “शुभांशु सिर्फ अपने परिवार का नहीं, पूरे मोहल्ले का गौरव है। उसकी वापसी हर घर की खुशखबरी है।
युवाओं ने तिरंगे व फूलों से स्वागत करने की बनाई है योजना
मोहल्ले में मिठाइयों के ऑर्डर दिए जा चुके हैं, कुछ युवाओं ने तिरंगे और फूलों के साथ स्वागत की योजना बनाई है। मोहल्ले के लोग कह रहे हैं कि वह सिर्फ एक अंतरिक्ष यात्री नहीं, बल्कि उन सपनों की उड़ान का प्रतीक है, जो अब हर आम भारतीय युवा की आंखों में पल रहे हैं। इस वापसी के साथ शुभांशु शुक्ला केवल पृथ्वी पर नहीं, बल्कि लाखों दिलों में भी दोबारा उतरेंगे—एक प्रेरणा, एक उम्मीद और एक गौरव के रूप में।