प्रतियोगिता से क्षमता की ओर शिक्षा को ले जाएं” – शकील काकवी

CMS लखनऊ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रिंसिपल्स सम्मेलन में कायनात इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष ने रखा विचार

जहानाबाद कायनात इंटरनेशनल स्कूल, कायनात नगर, काको, जहानाबाद के संस्थापक अध्यक्ष शकील अहमद काकवी ने लखनऊ स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रिंसिपल्स सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन “6 Cs युग में नेतृत्व” विषय पर केंद्रित था, जिसमें आधुनिक शिक्षा के छह महत्वपूर्ण स्तंभ—क्रिटिकल थिंकिंग, क्रिएटिविटी, कोलैबोरेशन, कम्युनिकेशन, कैरेक्टर और सिटीजनशिप—पर गहन चर्चा हुई।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए शकील काकवी ने वर्तमान शिक्षा प्रणाली में व्याप्त अति-प्रतिस्पर्धा की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की और शिक्षा को वास्तविक क्षमता विकास की ओर ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा:

“हमें छात्रों को केवल प्रतिस्पर्धा के लिए नहीं, बल्कि उन्हें सक्षम, संवेदनशील और जागरूक नागरिक बनाने की दिशा में मार्गदर्शन करना चाहिए, जो समाज के लिए सार्थक योगदान दे सकें।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल अंक और रैंकिंग तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि वह विद्यार्थियों में चरित्र निर्माण, सामाजिक उत्तरदायित्व और समावेशी सोच को बढ़ावा दे।

इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत सहित कई देशों के शिक्षाविदों, स्कूल प्रमुखों और शिक्षा नीति निर्माताओं ने भाग लिया और शिक्षा के भविष्य और नेतृत्व कौशल को लेकर विचार साझा किए।

शकील काकवी के विचारों को सम्मेलन में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने सराहा और उनके विजन को शिक्षा के मानवीय पक्ष को मजबूत करने वाला कदम बताया।

आदर्श नगरपालिका परिषद बलरामपुर की बोर्ड बैठक सम्पन्न

बलरामपुर आदर्शनगर पालिका परिषद बलरामपुर के अध्यक्ष डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक सम्पन्न हुई।जिसमें ग्यारह बजे राष्ट्रगान से आरंभ हुआ सर्वप्रथम बोर्ड द्वारा पहलगाम में हुए आंतकी हमले में मारे गये नागरिकों एंव नगरपालिका के पूर्व सभासद कुलदीप कुमार वर्मा के आकस्मिक निधन पर दो मिनट मौन रह कर शोक प्रस्ताव पारित किया गया। तदोपरांत वित्तीय वर्ष 2024-25 के वास्तविक बजट के अनुमोदन के साथ वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु एक अरब छ:करोड़ नवासी लाख निन्यानबे हजार अस्सी रुपये की अनुमानित आय के साथ बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया। जिसके अन्तर्गत नगरीय सेवाएं अवस्थापना विकास परियोजनाओ के लिए मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना CM-VNY के अंतर्गत 20 करोड़ पांच लाख रुपए स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 99 करोड पांच लाख रूपए की कार्य योजना के साथ-साथ सीवर एवं जल निकासी योजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर विकास योजना, बंदन योजना,नगरी झील,पोखर,तालाब संरक्षण योजना, पेयजल हेतु योजना इतिहास शामिल है।

इसके अतिरिक्त नगर को विकसित और स्मार्ट सिटी बनाने हेतु कई योजनाओं पर विचार किया गया जिसमें मुख्य चौराहों का सौंदर्यकरण पार्कों का सौंदर्य करण वार्ड में पिक व सार्वजनिक शौचालय का निर्माण सरकारी स्कूलों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, सेफ सिटी के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था करना, नगर क्षेत्र में मिनी स्टेडियम के निर्माण कार्य,स्मार्ट पोल एवं एलइडी लाइट सिंगल लाइट के स्थापना के साथ-साथ सोलर बेंच सोलर पार्क, स्मार्ट बिन की स्थापना शामिल है बैठक में अधिशासी अधिकारी लालचंद मौर्या एवं सभासदगण उपस्थित रहे वंदे मातरम के जय घोष के साथ बोर्ड की बैठक सहर्ष संपन्न हुआ।

मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना में जनपद की पांच ग्राम पंचायतों का चयन

गोंडा। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के अंतर्गत गोंडा जनपद की पांच ग्राम पंचायतों का चयन राज्य स्तर पर उत्कृष्ट कार्य के आधार पर किया गया है। पंचायती राज विभाग की राज्य परफॉर्मेंस असेसमेंट समिति ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में उल्लेखनीय कार्य करने वाली प्रदेश की 375 ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किए जाने की संस्तुति की गई। इसी में जनपद गोंडा से पांच ग्राम पंचायतों को प्रथम से पंचम स्थान तक चयनित किया गया है। इनमें गौरवाबुजुर्ग (विकास खंड: बभनजोत) को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जिसे ₹35 लाख की प्रोत्साहन राशि दी गई है। सांगवा (छपिया) को द्वितीय स्थान पर ₹30 लाख, चन्दीपुर (तरबगंज) को तृतीय स्थान पर ₹20 लाख, चंगेरी (परसपुर) को चतुर्थ स्थान पर ₹15 लाख तथा सर्वांगपुर (कटराबाजार) को पंचम स्थान हेतु ₹10 लाख की धनराशि प्रदान की गई है। कुल ₹1.10 करोड़ की प्रोत्साहन राशि इन ग्राम पंचायतों के ओएसआर खातों में अंतरण कर दी गई है।

शासन के निर्देशानुसार, पंचायतें प्राप्त धनराशि से ग्राम विकास से संबंधित कतिपय कार्यों का क्रियान्वयन करेंगी। इसके लिए पंचायती राज विभाग द्वारा https://cmawards.upprd.in पोर्टल विकसित किया गया है। ग्राम पंचायतों को अपेक्षित है कि वे प्रस्तावित कार्यों की कार्ययोजना पोर्टल पर अपलोड करें। कार्य प्रारंभ करने से पूर्व उक्त योजनाओं को सक्षम स्तर से अनुमोदित कराया जाना अनिवार्य होगा।

कार्य योजना में ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनसे ग्राम पंचायत की सतत् आय सृजन हो सके। साथ ही, सभी भुगतान केवल एनईएफटी/आरटीजीएस माध्यम से किए जाएंगे। कार्य पूर्ण होने पर उनके फोटोग्राफ, व्यय विवरण एवं उपभोग प्रमाण-पत्र पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि चयनित पंचायतें पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ कार्य सुनिश्चित करें, जिससे यह योजना पंचायत सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध हो।

सीएम नीतीश कुमार ने गया में राज्य अतिथि गृह का किया उद्घाटन और खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारियों का लिया जायजा

Gaya: बिहार के पर्यटन नक्शे पर बोधगया को एक नई पहचान मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यहां 136.15 करोड़ की लागत से बने राज्य अतिथि गृह का विधिवत उद्घाटन किया है। महाबोधि मंदिर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर बना यह सात मंजिला भव्य भवन अब वीआईपी मेहमानों और विदेशी पर्यटकों के स्वागत में हर तरह की सुविधा से लैस है। साल 2020 में निर्माण काम शुरू हुआ था। अब 'बौद्ध शैली' में आलीशान गेस्ट हाउस बन कर तैयार हुआ है। कोरोना काल में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को लेकर राज्य सरकार ने खास पहल की थी।

अब यह होटल एक आधुनिक लेकिन आध्यात्मिक स्वरूप में सामने आया है। इसकी डिजाइन महाबोधि मंदिर और लोमष ऋषि गुफा से प्रेरित है। दरअसल, बोधगया में राज्य अतिथि गृह का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को एक बार फिर से किया है। इससे पहले उन्होंने 6 मार्च 2024 को वर्चुअल उद्घाटन किया था। उस समय इस होटल का नाम राज्य अतिथि गृह था। अब इसका नाम महाबोधि अतिथि गृह कर दिया गया। उद्घाटन पर उद्घाटन के पीछे सरकार या फिर जिला प्रशासन की क्या मंशा है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। खास बात यह भी है कि इस बार होटल चलाने की विधिवत जिम्मेदारी आईटीसी को दी गई है। अब वही इस होटल को करार के तहत संचालित करेगा।

छत से राज्य अतिथि गृह का लिया जायजा

CM ने होटल की छत से राज्य अतिथि गृह का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि होटल अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है। पास में ही महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र है। उसी बगल में होटल बनाया गया। अब इसमें बाहर से आने वाले अतिथि रुक सकेंगे। यह बोधगया के लिए बहुत अच्छा

हो गया। सीएम ने राज्य अथिति गृह के बाद सीएम महाबोधि मंदिर का दर्शन किया और फिर वे वहां से खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारियों का निरीक्षण करने बिपार्ड पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य अतिथि निवास से सीधे महाबोधि मंदिर पहुंचे। फिर वहां से बिपार्ड पहुंचे, जहां उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स और उसकी तैयारियों का जायजा लिया।

अधिकारियों को निर्देश भी दिया कि, 4 मई से खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का आयोजन होना है, बिहार के 5 जिले इसकी मेजबानी करेंगे, जिसमें गया जिला भी शामिल है। गया में आईआईएम बोधगया और गया के बिपार्ड में आयोजन होना है। बड़े स्तर पर खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की तैयारी गया में हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस का निरीक्षण किया। स्विमिंग पूल-स्पा की मिलेगी सुविधा अतिथि गृह की सुविधाएं ऐसी है कि जैसे किसी 5 स्टार होटल की सुविधा हो। यहां 2 प्रेसिडेंशियल सुइट, 8 वीआईपी सुइट, 80 डबल रूम, 10 सिंगल रूम, 30 बेड का डॉरमेट्री, स्विमिंग पूल, स्पा, जिम, बार, बिजनेस सेंटर और दो रेस्टोरेंट है। 150 लोगों का कॉन्फ्रेंस हॉल भी है। तेज वाई-फाई, हाई-टेक सिक्योरिटी है। पर्यटन को बूस्ट मिलेगा। बोधगया इंटरनेशनल डेस्टिनेशन बनेगा। बिहार पर्यटन विभाग को उम्मीद है कि इस होटल के संचालन से बोधगया में ठहरने की उच्च स्तरीय सुविधा उपलब्ध है। इससे विदेशी बौद्ध अनुयायियों के साथ ही सरकारी प्रतिनिधियों के लिए प्रीमियम दर पर यह प्राथमिक ठिकाना बन सकेगा।

आम लोगों के लिए मुख्य रास्ता होगा प्रतिबंधित

मुख्यमंत्री के आगमन के लेकर गया और बोधगया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था हुई। सुबह के दस बजे से लेकर एक बजे तक गया डोभी रोड आम अवाम के लिए प्रबंधित है। गया डोभी रोड केवल वीवीआईपी के लिए सुबह 10 बजे से लेकर 11 बजे तक खुला रहेगा। आम लोगों को बोधगया रिवर साइड रोड का इस्तेमाल करते हुए अपने गंतव्य को जाना होगा। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री गया एयरपोर्ट से 5 मिनट पहले ही निकल गए।

टीबी, कुष्ठ व मलेरिया को समन्वित प्रयास करते हुए सम्पूर्ण उन्मूलन करना प्राथमिकता: अमित कटारिया

रायपुर-  स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने आज सर्किट हाउस, रायपुर में आयोजित बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों तथा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) के साथ स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की वर्तमान कार्ययोजना एवं भावी रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

श्री कटारिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण एवं निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, अतः उपलब्ध संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग कर सेवा गुणवत्ता में निरंतर सुधार सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य सचिव ने सभी अधिकारियों को लक्ष्य आधारित कार्य प्रणाली अपनाने के निर्देश भी दिए और कहा कि राज्य निर्माण के बाद से स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसे और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।

श्री कटारिया ने मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सतत निगरानी एवं समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, साथ ही मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाने के लिए ठोस कार्ययोजना अपनाने पर बल दिया।

बैठक में टीबी, मिज़ल रूबेला , मलेरिया और कुष्ठ रोग को त्वरित लक्ष्य के रूप में चिन्हित करते हुए इनके उन्मूलन के लिए प्रभावी एवं ठोस कार्यवाही करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। श्री कटारिया ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रत्येक अधिकारी और चिकित्सक को संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ कार्य करना चाहिए, ताकि आमजन तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर पहुंच सकें।

बैठक के दौरान आयुक्त सह संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ प्रियंका शुक्ला ने स्पष्ट किया कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वेतन भुगतान में हो रही देरी को तत्काल समाप्त करने तथा चिकित्सा अधिकारियों, खंड चिकित्सा अधिकारियों एवम अन्य स्वास्थ्य अमले की समय-समय पर प्रशिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. शुक्ला ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई और इसके लिए समन्वित कार्य योजना बनाकर प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत सरकार की मंशा के अनुरूप वर्ष 2026 तक मीसल्स-रूबेला उन्मूलन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सुनियोजित कार्यवाही आवश्यक है।

बैठक में महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. एस.के. पामभोई तथा संयुक्त संचालक प्रेमलता चंदेल सहित सभी जिलों के सीएमएचओ, संभागीय संयुक्त संचालक, उप संचालक एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।

बिना रजिस्ट्रेशन कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछाप डॉक्टर के चल रहा क्लीनिक, डॉक्टर गिरजेश पांडे पर गंभीर आरोप

बलरामपुर।ग्राम हरैय्या चंदरसी में मानकों की उड़ रही धज्जियाँ, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

नारकोटिक दवाओं की अवैध बिक्री का अड्डा बनता जा रहा है पचपेड़वा का यह क्लीनिक

बलरामपुर जनपद के विकासखंड पचपेड़वा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हरैय्या चंदरसी में स्थित एक क्लीनिक इन दिनों चर्चाओं में है। जानकारी के अनुसार, इस क्लीनिक को डॉक्टर गिरिजेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है, लेकिन न तो इसका कोई विधिवत रजिस्ट्रेशन है और न ही चिकित्सा मानकों का पालन किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां मरीजों का इलाज मनमाने तरीके से किया जा रहा है, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

सबसे गंभीर बात यह है कि इस क्लीनिक में नारकोटिक (मादक) दवाओं की भी अवैध बिक्री की जा रही है। इन दवाओं का उपयोग नशे के रूप में भी किया जा सकता है, जिससे युवाओं में इसकी लत लगने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर पांडे के पास न तो फार्मेसी लाइसेंस है और न ही नारकोटिक दवाओं के स्टॉक की कोई वैध अनुमति।

स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते यह क्लीनिक अब तक बेधड़क संचालित हो रहा है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से इस क्लीनिक की तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो यह लोगों की जान पर भारी पड़ सकता है और समाज में नशाखोरी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

प्रशासन को चाहिए कि तुरंत संज्ञान लेकर जांच शुरू करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

आतंकी हमले पर सियासत भारी : …अब भाजपा सांसद ने कहा- भूपेश बघेल के बयान को ही पाक के मंत्री दोहराते हैं…

रायपुर- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश में सियासत गरमाई हुई है. एक तरफ जहां कांग्रेस सुरक्षा में चूंक और आतंकियों की पहचान को लेकर लगातार केंद्र सरकार को घेरने में लगी है. वहीं भाजपा नेता भी कांग्रेस पर जमकर पलटवार कर रहे हैं. आज भाजपा सांसद संतोष पाण्डेय ने पूर्व सीएम बघेल समेत कांग्रेसी नेताओं के बयान का पलटवार किया है. 

भाजपा सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस नेता बेफिजूल का बयान दे रहे हैं. खरगे, सिद्धरमैया, वाड्रा, भूपेश का बयान देख लीजिए, कांग्रेस नेताओं के बयान को ही पाकिस्तान दोहराता है. भूपेश बघेल के बयान को उठाकर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री बयान देते हैं. पाकिस्तानी मंत्री ने छत्तीसगढ़ में आंतरिक आतंकवाद की बात कही है. भूपेश बघेल झीरम और पहलगाम में समानता बताते हैं. आखिर कांग्रेस के नेता बताना क्या चाह रहे हैं ? 

बता दें, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही में प्रेस वार्ता में कहा था कि इस हमले ने न सिर्फ 26 परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे देश को शोक में डुबो दिया है. बघेल ने इस आतंकी घटना को ‘झीरम घाटी की घटना’ से जोड़ते हुए केंद्र सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए.

पूर्व CM भूपेश बघेल ने पहलगाम आतंकी हमले की झीरम घाटी नक्सल हमले से की तुलना

भूपेश बघेल ने कहा कि झीरम में भी नाम पूछ-पूछ कर मारा गया था. वहां भी 33 लोग मारे गए थे और पहलगाम में भी 26 लोगों की जान गई. पहलगाम में भी पुलिस बल और अर्धसैनिक बल मदद के लिए सामने नहीं आया. इस घटना ने झीरम घाटी की घटना की याद ताज़ा कर दी. हमारे सभी नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की, शोक व्यक्त किया और केंद्र सरकार को समर्थन देने की बात कही. लेकिन भाजपा की सोशल मीडिया टीम ने सिर्फ ‘धर्म पूछ-पूछ कर मारा’ को ही मुख्य मुद्दा बना दिया. पूर्व सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि वहां सहायता क्यों नहीं पहुंची? इसका जिम्मेदार कौन है? इंटेलिजेंस फेलियर का जिम्मेदार कौन है?

किस मुंह से जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा मांग सकता हूं? विधानसभा में बोले उमर अब्दुल्ला

#jammukashmircmomarabdullahonpahalgam_attack

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया। इस विधानसभा सत्र में पहलगाम हमले पर बोलते है सीएम उमर अब्दुल्ला ने हमले में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि दी। उनकी आंखों में इस हमले को लेकर आंसू दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि इस हमले में पूरा देश चपेट में आया। किसी ने अपना पिता खोया, किसी ने बेटा तो किसी ने भाई। मैंने सैलानियों को यहां आने की दावत दी थी। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी सवेदना है।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पेश

पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए सदन में एक प्रस्ताव पास किया गया है। इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार के उन कदमों का भी समर्थन किया गया जो 23 अप्रैल को 'कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी' की बैठक के बाद उठाए गए थे। उप मुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने विधानसभा में यह प्रस्ताव रखा है। प्रस्ताव में इस हमले को 'कश्मीरियत', संविधान और जम्मू-कश्मीर में एकता, शांति और सद्भाव की भावना पर हमला बताया गया और पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त की गई तथा प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। प्रस्ताव में आतंकी हमले की निंदा की गई और पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की गई।

26 साल में कश्मीरियों को ऐसे नहीं देखा-उमर

विधानसभा में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीरी ये हमले नहीं चाहते हैं। कोई कश्मीरी इस हमले के साथ नहीं है। इस हमले ने हमें खोखला कर दिया है। सैलानियों को हमने बुलाया था। उनको सुरक्षित भेजने की जिम्मेदारी मेरी थी। 26 साल में कश्मीरियों को ऐसे नहीं देखा।उन्होंने कहा कि बहुत मुश्किल है इन हालात में रोशनी ढूंढना। पीड़ितों से माफी मांगने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। उन बच्चों और पत्नियों को सांत्वना नहीं दे पाया। ये समझ से परे है कि क्या कहकर माफी मांगूं। पीड़ितों से माफी मांगने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है।

जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा कैसे मांगूंगा-उमर

इस दौरान सीएम ने कहा कि भले ही मौजूदा वक्त में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी सरकार के पास नहीं है लेकिन वह इस मौके पर कोई राजनीति नहीं करेंगे। वह आज पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग नहीं करेंगे। मेरी क्या इतनी सस्ती सियासत है? हमने पहले भी राज्य के दर्जे की बात की है और भविष्य में भी करेंगे, लेकिन अगर मैं केंद्र सरकार से कहूं कि 26 लोग मर चुके हैं, अब मुझे राज्य का दर्जा दे दो, तो यह मेरे लिए शर्मनाक होगा।

बंदूकों के बल पर उग्रवाद को नियंत्रित कर सकते हैं- उमर

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, आतंकवाद और उग्रवाद तभी खत्म होगा जब लोग हमारा समर्थन करेंगे। यह इसकी शुरुआत है, हमें ऐसा कुछ नहीं कहना या दिखाना चाहिए जिससे इस आंदोलन को नुकसान पहुंचे। हम बंदूकों के बल पर उग्रवाद को नियंत्रित कर सकते हैं, यह तभी खत्म होगा जब लोग हमारा समर्थन करेंगे। और अब ऐसा लगता है कि लोग उस बिंदु पर पहुंच रहे हैं।

पाकिस्तानियों की पहचान कर जल्द वापस भेजें”, अमित शाह का सभी राज्यों के सीएम को निर्देश

#amit_shah_speaking_all_cm_identify_all_pakistan_prompt_return

भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सभी मौजूदा वीजा रद्द करने के एक दिन बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी मुख्यमंत्रियों को पड़ोसी देश के नागरिकों की पहचान करने और उन्हें अपने-अपने राज्यों से तुरंत हटाने का निर्देश दिया। शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद, अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को उन्हें निर्वासित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों से बात की। उन्होंने सभी से अपने-अपने राज्यों में सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने और उनकी शीघ्र पाकिस्तान वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा। शाह ने कई मुख्यमंत्रियों से बात कर ली है और बाकियों से भी वे बात कर रहे हैं।

पहलगाम आतंकी हमलों के मद्देनजर, भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने के लिए कहा। केंद्र ने आगे कहा कि मेडिकल वीजा वाले पाकिस्तानी नागरिकों को अतिरिक्त दो दिन मिलेंगे, लेकिन उन्हें 29 अप्रैल तक देश छोड़ना होगा।

विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा पर कैबिनेट समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के क्रम में, भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया है।" इसके अतिरिक्त, भारत ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा न करने की "दृढ़ता से सलाह" दी।

जिला अस्पताल में लापरवाही से गई मरीज की जान! आक्रोशित परिजन शव लेकर पहुंचे कलेक्टर कार्यालय, CMHO ने कही जांच के बाद कार्रवाई की बात

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- जिला अस्पताल गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में इलाज में लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि समय पर इलाज न मिलने की वजह से 42 वर्षीय बरन प्रताप सिंह की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि मरीज की हालत लगातार बिगड़ती रही, लेकिन डॉक्टरों ने समय पर उचित इलाज नहीं किया और आखिरकार उसे बिलासपुर रेफर कर दिया गया. रास्ते में ही बरन प्रताप सिंह ने दम तोड़ दिया.

मौत की खबर मिलते ही आक्रोशित परिजन एम्बुलेंस में शव लेकर देर शाम कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए. परिजनों ने इलाज में हुई लापरवाही को लेकर शिकायत दर्ज करवाई और तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. इसके बाद मृतक के परिजनों ने अपर कलेक्टर के पास शिकायत दर्ज कराई. जांच का आश्वासन मिलने के बाद, काफी मान-मनौव्वल के पश्चात परिजन मृतक के शव को लेकर कलेक्टर कार्यालय से रवाना हुए.

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक को कल रात जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था. खून की जांच के बाद पता चला कि मृतक बरन प्रताप सिंह के अत्यधिक शराब सेवन के कारण उसकी किडनी और लिवर दोनों अंग डेमेज हो गए थे, जिसकी वजह से उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी.

उन्होंने यह भी बताया कि इलाज के दौरान मृतक के परिजन उसे भभूत खिलाने और झाड़-फूंक से इलाज कराने का प्रयास कर रहे थे. हम सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच करवा रहे हैं. यदि किसी डॉक्टर की लापरवाही सामने आती है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.

प्रतियोगिता से क्षमता की ओर शिक्षा को ले जाएं” – शकील काकवी

CMS लखनऊ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रिंसिपल्स सम्मेलन में कायनात इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष ने रखा विचार

जहानाबाद कायनात इंटरनेशनल स्कूल, कायनात नगर, काको, जहानाबाद के संस्थापक अध्यक्ष शकील अहमद काकवी ने लखनऊ स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रिंसिपल्स सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन “6 Cs युग में नेतृत्व” विषय पर केंद्रित था, जिसमें आधुनिक शिक्षा के छह महत्वपूर्ण स्तंभ—क्रिटिकल थिंकिंग, क्रिएटिविटी, कोलैबोरेशन, कम्युनिकेशन, कैरेक्टर और सिटीजनशिप—पर गहन चर्चा हुई।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए शकील काकवी ने वर्तमान शिक्षा प्रणाली में व्याप्त अति-प्रतिस्पर्धा की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की और शिक्षा को वास्तविक क्षमता विकास की ओर ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा:

“हमें छात्रों को केवल प्रतिस्पर्धा के लिए नहीं, बल्कि उन्हें सक्षम, संवेदनशील और जागरूक नागरिक बनाने की दिशा में मार्गदर्शन करना चाहिए, जो समाज के लिए सार्थक योगदान दे सकें।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल अंक और रैंकिंग तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि वह विद्यार्थियों में चरित्र निर्माण, सामाजिक उत्तरदायित्व और समावेशी सोच को बढ़ावा दे।

इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत सहित कई देशों के शिक्षाविदों, स्कूल प्रमुखों और शिक्षा नीति निर्माताओं ने भाग लिया और शिक्षा के भविष्य और नेतृत्व कौशल को लेकर विचार साझा किए।

शकील काकवी के विचारों को सम्मेलन में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने सराहा और उनके विजन को शिक्षा के मानवीय पक्ष को मजबूत करने वाला कदम बताया।

आदर्श नगरपालिका परिषद बलरामपुर की बोर्ड बैठक सम्पन्न

बलरामपुर आदर्शनगर पालिका परिषद बलरामपुर के अध्यक्ष डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक सम्पन्न हुई।जिसमें ग्यारह बजे राष्ट्रगान से आरंभ हुआ सर्वप्रथम बोर्ड द्वारा पहलगाम में हुए आंतकी हमले में मारे गये नागरिकों एंव नगरपालिका के पूर्व सभासद कुलदीप कुमार वर्मा के आकस्मिक निधन पर दो मिनट मौन रह कर शोक प्रस्ताव पारित किया गया। तदोपरांत वित्तीय वर्ष 2024-25 के वास्तविक बजट के अनुमोदन के साथ वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु एक अरब छ:करोड़ नवासी लाख निन्यानबे हजार अस्सी रुपये की अनुमानित आय के साथ बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया। जिसके अन्तर्गत नगरीय सेवाएं अवस्थापना विकास परियोजनाओ के लिए मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना CM-VNY के अंतर्गत 20 करोड़ पांच लाख रुपए स्मार्ट सिटी के अंतर्गत 99 करोड पांच लाख रूपए की कार्य योजना के साथ-साथ सीवर एवं जल निकासी योजना पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर विकास योजना, बंदन योजना,नगरी झील,पोखर,तालाब संरक्षण योजना, पेयजल हेतु योजना इतिहास शामिल है।

इसके अतिरिक्त नगर को विकसित और स्मार्ट सिटी बनाने हेतु कई योजनाओं पर विचार किया गया जिसमें मुख्य चौराहों का सौंदर्यकरण पार्कों का सौंदर्य करण वार्ड में पिक व सार्वजनिक शौचालय का निर्माण सरकारी स्कूलों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, सेफ सिटी के अंतर्गत सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था करना, नगर क्षेत्र में मिनी स्टेडियम के निर्माण कार्य,स्मार्ट पोल एवं एलइडी लाइट सिंगल लाइट के स्थापना के साथ-साथ सोलर बेंच सोलर पार्क, स्मार्ट बिन की स्थापना शामिल है बैठक में अधिशासी अधिकारी लालचंद मौर्या एवं सभासदगण उपस्थित रहे वंदे मातरम के जय घोष के साथ बोर्ड की बैठक सहर्ष संपन्न हुआ।

मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना में जनपद की पांच ग्राम पंचायतों का चयन

गोंडा। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के अंतर्गत गोंडा जनपद की पांच ग्राम पंचायतों का चयन राज्य स्तर पर उत्कृष्ट कार्य के आधार पर किया गया है। पंचायती राज विभाग की राज्य परफॉर्मेंस असेसमेंट समिति ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में उल्लेखनीय कार्य करने वाली प्रदेश की 375 ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किए जाने की संस्तुति की गई। इसी में जनपद गोंडा से पांच ग्राम पंचायतों को प्रथम से पंचम स्थान तक चयनित किया गया है। इनमें गौरवाबुजुर्ग (विकास खंड: बभनजोत) को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जिसे ₹35 लाख की प्रोत्साहन राशि दी गई है। सांगवा (छपिया) को द्वितीय स्थान पर ₹30 लाख, चन्दीपुर (तरबगंज) को तृतीय स्थान पर ₹20 लाख, चंगेरी (परसपुर) को चतुर्थ स्थान पर ₹15 लाख तथा सर्वांगपुर (कटराबाजार) को पंचम स्थान हेतु ₹10 लाख की धनराशि प्रदान की गई है। कुल ₹1.10 करोड़ की प्रोत्साहन राशि इन ग्राम पंचायतों के ओएसआर खातों में अंतरण कर दी गई है।

शासन के निर्देशानुसार, पंचायतें प्राप्त धनराशि से ग्राम विकास से संबंधित कतिपय कार्यों का क्रियान्वयन करेंगी। इसके लिए पंचायती राज विभाग द्वारा https://cmawards.upprd.in पोर्टल विकसित किया गया है। ग्राम पंचायतों को अपेक्षित है कि वे प्रस्तावित कार्यों की कार्ययोजना पोर्टल पर अपलोड करें। कार्य प्रारंभ करने से पूर्व उक्त योजनाओं को सक्षम स्तर से अनुमोदित कराया जाना अनिवार्य होगा।

कार्य योजना में ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनसे ग्राम पंचायत की सतत् आय सृजन हो सके। साथ ही, सभी भुगतान केवल एनईएफटी/आरटीजीएस माध्यम से किए जाएंगे। कार्य पूर्ण होने पर उनके फोटोग्राफ, व्यय विवरण एवं उपभोग प्रमाण-पत्र पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि चयनित पंचायतें पारदर्शिता, गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ कार्य सुनिश्चित करें, जिससे यह योजना पंचायत सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध हो।

सीएम नीतीश कुमार ने गया में राज्य अतिथि गृह का किया उद्घाटन और खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारियों का लिया जायजा

Gaya: बिहार के पर्यटन नक्शे पर बोधगया को एक नई पहचान मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज यहां 136.15 करोड़ की लागत से बने राज्य अतिथि गृह का विधिवत उद्घाटन किया है। महाबोधि मंदिर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर बना यह सात मंजिला भव्य भवन अब वीआईपी मेहमानों और विदेशी पर्यटकों के स्वागत में हर तरह की सुविधा से लैस है। साल 2020 में निर्माण काम शुरू हुआ था। अब 'बौद्ध शैली' में आलीशान गेस्ट हाउस बन कर तैयार हुआ है। कोरोना काल में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को लेकर राज्य सरकार ने खास पहल की थी।

अब यह होटल एक आधुनिक लेकिन आध्यात्मिक स्वरूप में सामने आया है। इसकी डिजाइन महाबोधि मंदिर और लोमष ऋषि गुफा से प्रेरित है। दरअसल, बोधगया में राज्य अतिथि गृह का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को एक बार फिर से किया है। इससे पहले उन्होंने 6 मार्च 2024 को वर्चुअल उद्घाटन किया था। उस समय इस होटल का नाम राज्य अतिथि गृह था। अब इसका नाम महाबोधि अतिथि गृह कर दिया गया। उद्घाटन पर उद्घाटन के पीछे सरकार या फिर जिला प्रशासन की क्या मंशा है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। खास बात यह भी है कि इस बार होटल चलाने की विधिवत जिम्मेदारी आईटीसी को दी गई है। अब वही इस होटल को करार के तहत संचालित करेगा।

छत से राज्य अतिथि गृह का लिया जायजा

CM ने होटल की छत से राज्य अतिथि गृह का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि होटल अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया गया है। पास में ही महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र है। उसी बगल में होटल बनाया गया। अब इसमें बाहर से आने वाले अतिथि रुक सकेंगे। यह बोधगया के लिए बहुत अच्छा

हो गया। सीएम ने राज्य अथिति गृह के बाद सीएम महाबोधि मंदिर का दर्शन किया और फिर वे वहां से खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारियों का निरीक्षण करने बिपार्ड पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य अतिथि निवास से सीधे महाबोधि मंदिर पहुंचे। फिर वहां से बिपार्ड पहुंचे, जहां उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स और उसकी तैयारियों का जायजा लिया।

अधिकारियों को निर्देश भी दिया कि, 4 मई से खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का आयोजन होना है, बिहार के 5 जिले इसकी मेजबानी करेंगे, जिसमें गया जिला भी शामिल है। गया में आईआईएम बोधगया और गया के बिपार्ड में आयोजन होना है। बड़े स्तर पर खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की तैयारी गया में हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस का निरीक्षण किया। स्विमिंग पूल-स्पा की मिलेगी सुविधा अतिथि गृह की सुविधाएं ऐसी है कि जैसे किसी 5 स्टार होटल की सुविधा हो। यहां 2 प्रेसिडेंशियल सुइट, 8 वीआईपी सुइट, 80 डबल रूम, 10 सिंगल रूम, 30 बेड का डॉरमेट्री, स्विमिंग पूल, स्पा, जिम, बार, बिजनेस सेंटर और दो रेस्टोरेंट है। 150 लोगों का कॉन्फ्रेंस हॉल भी है। तेज वाई-फाई, हाई-टेक सिक्योरिटी है। पर्यटन को बूस्ट मिलेगा। बोधगया इंटरनेशनल डेस्टिनेशन बनेगा। बिहार पर्यटन विभाग को उम्मीद है कि इस होटल के संचालन से बोधगया में ठहरने की उच्च स्तरीय सुविधा उपलब्ध है। इससे विदेशी बौद्ध अनुयायियों के साथ ही सरकारी प्रतिनिधियों के लिए प्रीमियम दर पर यह प्राथमिक ठिकाना बन सकेगा।

आम लोगों के लिए मुख्य रास्ता होगा प्रतिबंधित

मुख्यमंत्री के आगमन के लेकर गया और बोधगया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था हुई। सुबह के दस बजे से लेकर एक बजे तक गया डोभी रोड आम अवाम के लिए प्रबंधित है। गया डोभी रोड केवल वीवीआईपी के लिए सुबह 10 बजे से लेकर 11 बजे तक खुला रहेगा। आम लोगों को बोधगया रिवर साइड रोड का इस्तेमाल करते हुए अपने गंतव्य को जाना होगा। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री गया एयरपोर्ट से 5 मिनट पहले ही निकल गए।

टीबी, कुष्ठ व मलेरिया को समन्वित प्रयास करते हुए सम्पूर्ण उन्मूलन करना प्राथमिकता: अमित कटारिया

रायपुर-  स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने आज सर्किट हाउस, रायपुर में आयोजित बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों तथा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) के साथ स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) की वर्तमान कार्ययोजना एवं भावी रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

श्री कटारिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण एवं निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, अतः उपलब्ध संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग कर सेवा गुणवत्ता में निरंतर सुधार सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य सचिव ने सभी अधिकारियों को लक्ष्य आधारित कार्य प्रणाली अपनाने के निर्देश भी दिए और कहा कि राज्य निर्माण के बाद से स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसे और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।

श्री कटारिया ने मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सतत निगरानी एवं समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, साथ ही मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाने के लिए ठोस कार्ययोजना अपनाने पर बल दिया।

बैठक में टीबी, मिज़ल रूबेला , मलेरिया और कुष्ठ रोग को त्वरित लक्ष्य के रूप में चिन्हित करते हुए इनके उन्मूलन के लिए प्रभावी एवं ठोस कार्यवाही करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। श्री कटारिया ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े प्रत्येक अधिकारी और चिकित्सक को संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ कार्य करना चाहिए, ताकि आमजन तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर पहुंच सकें।

बैठक के दौरान आयुक्त सह संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ प्रियंका शुक्ला ने स्पष्ट किया कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वेतन भुगतान में हो रही देरी को तत्काल समाप्त करने तथा चिकित्सा अधिकारियों, खंड चिकित्सा अधिकारियों एवम अन्य स्वास्थ्य अमले की समय-समय पर प्रशिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. शुक्ला ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई और इसके लिए समन्वित कार्य योजना बनाकर प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत सरकार की मंशा के अनुरूप वर्ष 2026 तक मीसल्स-रूबेला उन्मूलन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सुनियोजित कार्यवाही आवश्यक है।

बैठक में महामारी नियंत्रण के संचालक डॉ. एस.के. पामभोई तथा संयुक्त संचालक प्रेमलता चंदेल सहित सभी जिलों के सीएमएचओ, संभागीय संयुक्त संचालक, उप संचालक एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।

बिना रजिस्ट्रेशन कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछाप डॉक्टर के चल रहा क्लीनिक, डॉक्टर गिरजेश पांडे पर गंभीर आरोप

बलरामपुर।ग्राम हरैय्या चंदरसी में मानकों की उड़ रही धज्जियाँ, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

नारकोटिक दवाओं की अवैध बिक्री का अड्डा बनता जा रहा है पचपेड़वा का यह क्लीनिक

बलरामपुर जनपद के विकासखंड पचपेड़वा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हरैय्या चंदरसी में स्थित एक क्लीनिक इन दिनों चर्चाओं में है। जानकारी के अनुसार, इस क्लीनिक को डॉक्टर गिरिजेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है, लेकिन न तो इसका कोई विधिवत रजिस्ट्रेशन है और न ही चिकित्सा मानकों का पालन किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां मरीजों का इलाज मनमाने तरीके से किया जा रहा है, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

सबसे गंभीर बात यह है कि इस क्लीनिक में नारकोटिक (मादक) दवाओं की भी अवैध बिक्री की जा रही है। इन दवाओं का उपयोग नशे के रूप में भी किया जा सकता है, जिससे युवाओं में इसकी लत लगने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर पांडे के पास न तो फार्मेसी लाइसेंस है और न ही नारकोटिक दवाओं के स्टॉक की कोई वैध अनुमति।

स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते यह क्लीनिक अब तक बेधड़क संचालित हो रहा है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से इस क्लीनिक की तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो यह लोगों की जान पर भारी पड़ सकता है और समाज में नशाखोरी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

प्रशासन को चाहिए कि तुरंत संज्ञान लेकर जांच शुरू करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

आतंकी हमले पर सियासत भारी : …अब भाजपा सांसद ने कहा- भूपेश बघेल के बयान को ही पाक के मंत्री दोहराते हैं…

रायपुर- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश में सियासत गरमाई हुई है. एक तरफ जहां कांग्रेस सुरक्षा में चूंक और आतंकियों की पहचान को लेकर लगातार केंद्र सरकार को घेरने में लगी है. वहीं भाजपा नेता भी कांग्रेस पर जमकर पलटवार कर रहे हैं. आज भाजपा सांसद संतोष पाण्डेय ने पूर्व सीएम बघेल समेत कांग्रेसी नेताओं के बयान का पलटवार किया है. 

भाजपा सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस नेता बेफिजूल का बयान दे रहे हैं. खरगे, सिद्धरमैया, वाड्रा, भूपेश का बयान देख लीजिए, कांग्रेस नेताओं के बयान को ही पाकिस्तान दोहराता है. भूपेश बघेल के बयान को उठाकर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री बयान देते हैं. पाकिस्तानी मंत्री ने छत्तीसगढ़ में आंतरिक आतंकवाद की बात कही है. भूपेश बघेल झीरम और पहलगाम में समानता बताते हैं. आखिर कांग्रेस के नेता बताना क्या चाह रहे हैं ? 

बता दें, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही में प्रेस वार्ता में कहा था कि इस हमले ने न सिर्फ 26 परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे देश को शोक में डुबो दिया है. बघेल ने इस आतंकी घटना को ‘झीरम घाटी की घटना’ से जोड़ते हुए केंद्र सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए.

पूर्व CM भूपेश बघेल ने पहलगाम आतंकी हमले की झीरम घाटी नक्सल हमले से की तुलना

भूपेश बघेल ने कहा कि झीरम में भी नाम पूछ-पूछ कर मारा गया था. वहां भी 33 लोग मारे गए थे और पहलगाम में भी 26 लोगों की जान गई. पहलगाम में भी पुलिस बल और अर्धसैनिक बल मदद के लिए सामने नहीं आया. इस घटना ने झीरम घाटी की घटना की याद ताज़ा कर दी. हमारे सभी नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की, शोक व्यक्त किया और केंद्र सरकार को समर्थन देने की बात कही. लेकिन भाजपा की सोशल मीडिया टीम ने सिर्फ ‘धर्म पूछ-पूछ कर मारा’ को ही मुख्य मुद्दा बना दिया. पूर्व सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि वहां सहायता क्यों नहीं पहुंची? इसका जिम्मेदार कौन है? इंटेलिजेंस फेलियर का जिम्मेदार कौन है?

किस मुंह से जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा मांग सकता हूं? विधानसभा में बोले उमर अब्दुल्ला

#jammukashmircmomarabdullahonpahalgam_attack

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया। इस विधानसभा सत्र में पहलगाम हमले पर बोलते है सीएम उमर अब्दुल्ला ने हमले में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि दी। उनकी आंखों में इस हमले को लेकर आंसू दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि इस हमले में पूरा देश चपेट में आया। किसी ने अपना पिता खोया, किसी ने बेटा तो किसी ने भाई। मैंने सैलानियों को यहां आने की दावत दी थी। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी सवेदना है।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पेश

पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए सदन में एक प्रस्ताव पास किया गया है। इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार के उन कदमों का भी समर्थन किया गया जो 23 अप्रैल को 'कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी' की बैठक के बाद उठाए गए थे। उप मुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने विधानसभा में यह प्रस्ताव रखा है। प्रस्ताव में इस हमले को 'कश्मीरियत', संविधान और जम्मू-कश्मीर में एकता, शांति और सद्भाव की भावना पर हमला बताया गया और पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त की गई तथा प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। प्रस्ताव में आतंकी हमले की निंदा की गई और पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की गई।

26 साल में कश्मीरियों को ऐसे नहीं देखा-उमर

विधानसभा में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीरी ये हमले नहीं चाहते हैं। कोई कश्मीरी इस हमले के साथ नहीं है। इस हमले ने हमें खोखला कर दिया है। सैलानियों को हमने बुलाया था। उनको सुरक्षित भेजने की जिम्मेदारी मेरी थी। 26 साल में कश्मीरियों को ऐसे नहीं देखा।उन्होंने कहा कि बहुत मुश्किल है इन हालात में रोशनी ढूंढना। पीड़ितों से माफी मांगने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। उन बच्चों और पत्नियों को सांत्वना नहीं दे पाया। ये समझ से परे है कि क्या कहकर माफी मांगूं। पीड़ितों से माफी मांगने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है।

जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा कैसे मांगूंगा-उमर

इस दौरान सीएम ने कहा कि भले ही मौजूदा वक्त में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी सरकार के पास नहीं है लेकिन वह इस मौके पर कोई राजनीति नहीं करेंगे। वह आज पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग नहीं करेंगे। मेरी क्या इतनी सस्ती सियासत है? हमने पहले भी राज्य के दर्जे की बात की है और भविष्य में भी करेंगे, लेकिन अगर मैं केंद्र सरकार से कहूं कि 26 लोग मर चुके हैं, अब मुझे राज्य का दर्जा दे दो, तो यह मेरे लिए शर्मनाक होगा।

बंदूकों के बल पर उग्रवाद को नियंत्रित कर सकते हैं- उमर

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, आतंकवाद और उग्रवाद तभी खत्म होगा जब लोग हमारा समर्थन करेंगे। यह इसकी शुरुआत है, हमें ऐसा कुछ नहीं कहना या दिखाना चाहिए जिससे इस आंदोलन को नुकसान पहुंचे। हम बंदूकों के बल पर उग्रवाद को नियंत्रित कर सकते हैं, यह तभी खत्म होगा जब लोग हमारा समर्थन करेंगे। और अब ऐसा लगता है कि लोग उस बिंदु पर पहुंच रहे हैं।

पाकिस्तानियों की पहचान कर जल्द वापस भेजें”, अमित शाह का सभी राज्यों के सीएम को निर्देश

#amit_shah_speaking_all_cm_identify_all_pakistan_prompt_return

भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सभी मौजूदा वीजा रद्द करने के एक दिन बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी मुख्यमंत्रियों को पड़ोसी देश के नागरिकों की पहचान करने और उन्हें अपने-अपने राज्यों से तुरंत हटाने का निर्देश दिया। शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद, अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को उन्हें निर्वासित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों से बात की। उन्होंने सभी से अपने-अपने राज्यों में सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने और उनकी शीघ्र पाकिस्तान वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा। शाह ने कई मुख्यमंत्रियों से बात कर ली है और बाकियों से भी वे बात कर रहे हैं।

पहलगाम आतंकी हमलों के मद्देनजर, भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने के लिए कहा। केंद्र ने आगे कहा कि मेडिकल वीजा वाले पाकिस्तानी नागरिकों को अतिरिक्त दो दिन मिलेंगे, लेकिन उन्हें 29 अप्रैल तक देश छोड़ना होगा।

विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा, "पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा पर कैबिनेट समिति द्वारा लिए गए निर्णयों के क्रम में, भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया है।" इसके अतिरिक्त, भारत ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा न करने की "दृढ़ता से सलाह" दी।

जिला अस्पताल में लापरवाही से गई मरीज की जान! आक्रोशित परिजन शव लेकर पहुंचे कलेक्टर कार्यालय, CMHO ने कही जांच के बाद कार्रवाई की बात

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- जिला अस्पताल गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में इलाज में लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है. मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि समय पर इलाज न मिलने की वजह से 42 वर्षीय बरन प्रताप सिंह की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि मरीज की हालत लगातार बिगड़ती रही, लेकिन डॉक्टरों ने समय पर उचित इलाज नहीं किया और आखिरकार उसे बिलासपुर रेफर कर दिया गया. रास्ते में ही बरन प्रताप सिंह ने दम तोड़ दिया.

मौत की खबर मिलते ही आक्रोशित परिजन एम्बुलेंस में शव लेकर देर शाम कलेक्टर कार्यालय पहुंच गए. परिजनों ने इलाज में हुई लापरवाही को लेकर शिकायत दर्ज करवाई और तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. इसके बाद मृतक के परिजनों ने अपर कलेक्टर के पास शिकायत दर्ज कराई. जांच का आश्वासन मिलने के बाद, काफी मान-मनौव्वल के पश्चात परिजन मृतक के शव को लेकर कलेक्टर कार्यालय से रवाना हुए.

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक को कल रात जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था. खून की जांच के बाद पता चला कि मृतक बरन प्रताप सिंह के अत्यधिक शराब सेवन के कारण उसकी किडनी और लिवर दोनों अंग डेमेज हो गए थे, जिसकी वजह से उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी.

उन्होंने यह भी बताया कि इलाज के दौरान मृतक के परिजन उसे भभूत खिलाने और झाड़-फूंक से इलाज कराने का प्रयास कर रहे थे. हम सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच करवा रहे हैं. यदि किसी डॉक्टर की लापरवाही सामने आती है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.