अब दुश्मनों की खैर नहीं, समंदर में ही होगा काम तमाम, इंडियन नेवी ने मिली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल

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भारतीय नौसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इंडियन नेवी ने बुधवार को K-4 बैलिस्टिक मिसाइल की सफल टेस्टिंग की। यह टेस्टिंग न्यूक्लियर सबमरीन अरिघात से की गई थी। अरिघात को 2017 में लॉन्च किया गया था। इसका अपग्रेड वर्जन जल्द ही कमीशन किया जाएगा। यह परीक्षण न केवल भारत की परमाणु ताकत को नई ऊंचाई पर ले जाता है, बल्कि देश की दूसरी मारक क्षमता को भी प्रमाणित करता है। इस सफलता के बाद नौसेना इस मिसाइल प्रणाली के और भी परीक्षण करेगी, जिससे भारत की सामरिक स्थिति और मजबूत होगी।

भारतीय नौसेना ने हाल ही में शामिल की गई परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिघात से 3,500 किलोमीटर की क्षमता वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। इसे बंगाल की खाड़ी में विशाखापत्तनम के पास से लॉन्च किया गया। परीक्षण में ये मिसाइल अपनी सभी तय मानकों पर खरी उतरी। हालांकि इस लॉन्च की आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है।पहली बार इस मिसाइल को सबमरीन से फायर किया गया। 2010 में इसका डेवलपमेंट ट्रायल किया गया था। उसके बाद से आधा दर्जन से ज्यादा सफल टेस्ट किए जा चुके हैं। 10 मीटर लंबा 20 टन वजनी इस मिसाइल से एक टन पैलोड को 3500 किलोमीटर तक दागा जा सकता है।

हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ेगी भारत की ताकत

फिलहाल सबमरीन से दागे जाने वाली मिसाइलों में शार्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइल K-15 मौजूद है जो कि आईएनएस अरिंहत में लगी है। इसकी रेंज 750 किलोमीटर है। दूसरी मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल K-4 है जिसकी रेंज 3500 किलोमीटर है। अरिघात की ताकत और K-4 मिसाइल की क्षमता के कारण भारत की स्ट्रैटेजिक पोजिशन में बड़ा सुधार हुआ है। इस सफलता ने चीन और पाकिस्तान जैसे देशों के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। यह परीक्षण हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की ताकत और न्यूक्लियर ट्रायड को और भी मजबूत बनाता है।

भारत ने तैयार की परमाणु मिसाइलों से लैस 3 पनडुब्बियां

भारतीय नौसेना अब तक 3 न्यूक्लियर सबमरीन तैयार कर चुकी है। इसमें से एक अरिहंत कमीशंड है, दूसरी अरिघात मिलने वाली है और तीसरी S3 पर टेस्टिंग जारी है। इन सबमरीन के जरिए दुश्मन देशों पर परमाणु मिसाइल दागी जा सकती हैं। 2009 में पहली बार सांकेतिक तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर INS अरिहंत को लॉन्च किया था। इसके बाद 2016 में इसे नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया। अगले 5 साल में दो और पनडुब्बियों को भारतीय नौसेना ने लॉन्च किया है।

2009 में लॉन्च करने से पहले भारत ने पनडुब्बियों को दुनिया से छिपा रखा था। 1990 में भारत सरकार ने एडवांस टेक्नोलॉजी वेसल प्रोग्राम शुरू किया था। इसके तहत ही इन पनडुब्बियों का निर्माण शुरू हुआ था।

BS Energy Vehicle Limited: A Rising Multibagger Stock

New Delhi, India – BS Energy Vehicle Limited, a promising player in the automotive industry, is all set to launch its Initial Public Offering (IPO) in the financial year 2025. This exciting development marks a significant milestone for the company, which has been gaining tremendous momentum in recent months. The stock is being closely watched by investors, as its value has soared from just INR 70 per share to INR 350-400 in only 15 days, reflecting its impressive growth trajectory.

IPO Details and Valuation

BS Energy Vehicle Limited, which was incorporated on July 28, 2020, has emerged as a strong contender in the automotive sector. The company, engaged in the manufacture of motor vehicles, is now preparing to offer its shares to the public at a price of INR 1400 per share through its IPO. Despite the IPO price being set at INR 1400, the current stock price remains a bargain at INR 350-400, which means investors still have time to make profitable returns before the public listing.

Strategic Partnership and Buyout

In a strategic move to expand its market presence, BS Energy Vehicle is witnessing keen interest from two of India's largest companies. These industry giants are eager to acquire a 50% stake in the company, with one already finalizing the deal. This partnership further enhances BS Energy Vehicle’s potential and positions it for exponential growth in the years to come.

Company Background

BS Energy Vehicle Private Limited is classified as a private company and is registered with the Registrar of Companies, Delhi. The company, with an authorized share capital of INR 1.5 million, has quickly made a name for itself in the motor vehicle manufacturing sector. Despite its young age, the company has attracted significant attention for its innovation and growth potential.

The company’s directors, Vishal Abrol and Sonia Abrol, bring years of experience in the automotive and business sectors, guiding the company towards success. As of the last filing, the company’s balance sheet was submitted on March 31, 2023, showing strong financial performance.

Why Invest in BS Energy Vehicle Limited?

BS Energy Vehicle has emerged as a multibagger stock, meaning its value has the potential to multiply many times over. With a dynamic leadership team, strategic industry partnerships, and a clear focus on expanding its operations, the company is poised for long-term success. The recent surge in stock price, from INR 70 to INR 350-400 in just 15 days, indicates investor confidence and market demand.

Investors looking for high-profit opportunities may find this an ideal time to invest, as the stock price could rise even further before the IPO is launched. With a valuation set at INR 1400 per share, those who act early stand to benefit from significant returns.

Future Outlook

Looking ahead, BS Energy Vehicle Limited is on a solid growth trajectory. The upcoming IPO and strategic partnerships with major Indian companies will not only fuel the company's expansion but also enhance its position as a leader in the automotive manufacturing sector. With the company’s impressive stock performance, upcoming IPO, and buyout talks, BS Energy Vehicle Limited represents an exciting opportunity for investors.

About BS Energy Vehicle Limited:

BS Energy Vehicle Limited, founded on July 28, 2020, is a leading manufacturer of motor vehicles in India. The company is classified as a non-government private entity and has made significant strides in the automotive industry, attracting key industry players and investors alike.

विदेश में नौकरी की इच्छा वालों के लिए खुशखबरी, जर्मनी जारी करेगा 2 लाख वीजा, इमिग्रेशन नियमों में भी ढील

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एक तरफ अमेरिका में ट्रंप की वापसी के बाद वीजा नियमों को लेकर चिंता जताई जने लगी है, वहीं दूसरी तरफ कनाडा की ट्रूडो सरकार की तरफ से भी सख्ती बढ़ती जा रही है। ऐसे में विदेश जाकर नौकरी करने की इच्छा रखने वालों के लिए जर्मनी से खुशखबरी आई है। जर्मनी सरकार ने प्रवासी कानूनों में बदलाव किए हैं, जिन के बाद जर्मनी में काम करना और भी आसान हो गया है।

जर्मनी की सरकार ने बीते साल अपने श्रम बाजार को बढ़ावा देने के लिए आव्रजन नियमों में ढील दी थी लेकिन अभी कामगारों की कमी का सामना देश कर रहा है। ऐसे जर्मनी ने कुशल श्रमिक वीजा की संख्या पिछले साल की तुलना में इस साल (2024) 10 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला लिया है। जर्मनी की सरकार का लिया हुआ यह भारत के लोगों के लिए खुशखबरी है। इस फैसले से भारतीयों का फायदा हो सकता है।

जर्मन सरकार के तीन मंत्रालयों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक लगभग 2 लाख पेशेवर वीजा जारी किए जाएंगे। इसमें साल 2023 के मुकाबले इस साल 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. इससे गैर-ईयू देशों के छात्रों को जारी किए गए वीजा में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेसर ने कहा, प्रतिभाशाली युवा जर्मनी में अपनी पढ़ाई और ट्रेनिंग ज्यादा सरलता से पूरी कर सकते हैं। ऑप्युर्चिनिटी कार्ड कुशल लोगों को सरलता से नौकरी पाने का मौका दे रहा है। वहीं, मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने इन सुधारों की सराहना की है और कहा कि देश में श्रम की कमी को इससे पूरा किया जा सकेगा।

डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी की सरकार ने पिछले साल कनाडा से प्रेरित एक प्वाइंट बेस्ड सिस्टम को अपनाया है। इसे ऑप्युर्चिनिटी कार्ड के रूप में जाना जाता है, जो पेशेवरों और विश्वविद्यालय के स्नातकों के लिए देश में एंट्री करने, पढ़ाई करने और काम की तलाश करने को काफी हद तक आसान बना देता है। इससे गैर-यूरोपीय संघ के देशों के कुशल श्रमिकों को उनकी योग्यता को मान्यता दिए बिना जर्मनी में प्रवेश करने की अनुमति मिल गई है।

जर्मनी में योग्यता, ज्ञान और अनुभव के आधार पर यह निर्धारित करने के लिए एक अंक प्रणाली का उपयोग किया जाता है कि कोई व्यक्ति ऑप्युर्चिनिटी कार्ड के लिए पात्र है या नहीं। श्रमिकों की कमी, विदेशी योग्यता की आंशिक मान्यता, आयु, जर्मन और अंग्रेजी भाषा कौशल और जर्मनी से पूर्व संबंध के रूप में सूचीबद्ध व्यवसाय के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त अंक हैं।

भारतीय मछुआरों को पकड़ ले जा रहे थे पाकिस्तानी, भारतीय कोस्ट गार्ड ने बीच समुद्र में ऐसे दौड़ाया

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भारतीय तटरक्षक जहाज अग्रिम ने पाकिस्तानी सीमा के पास से सात भारतीय मछुआरों को बचाया। इन मछुआरों को भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के पास पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) ने पकड़ा था। पाकिस्तानी गार्ड्स मछुआरों को जहाज से पाकिस्तान ले जा रहे थे। हालांकि, पाकिस्तानी ऐसा कर पाते इससे पहले ही भारतीय तटरक्षक बल उनके रास्ते में आ गए। मछुआरों को बचाने के लिए भारतीय तटरक्षक जहाज अग्रिम ने दो घंटे तक पाकिस्तानी जहाज का पीछा किया। उसने पाकिस्तानी जहाज को खदेड़कर पकड़ा और सभी भारतीय मछुआरों को सकुशल कैद से छुड़ा लिया है।

रविवार की दोपहर भारतीय तटरक्षक बल को मछली पकड़ने के लिए निषिद्ध क्षेत्र (NFZ) के पास काम कर रही एक नाव 'काल भैरव' की ओर से संकटकालीन संकेत मिला था। इसके बाद नाव और मछुआरों के बचाव में एक जहाज भेजा गया। भारतीय तटरक्षक बल के जहाज ने पाकिस्तानी जहाज नुसरत को रोका और उन्हें भारतीय मछुआरों को छोड़ने पर मजबूर कर दिया।भारतीय जहाज ने पहले पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी के जहाज पीएमएस नुसरत को अलर्ट किया गया। उसे बताया गया कि किसी भी हालत में वह भारतीय क्षेत्र से मछुआरों को नहीं ले जा सकते।

रक्षा अधिकारी ने बताया कि 17 नवंबर को इंडियन कोस्ट गार्ड के शिप को भारतीय मछुआरों की बोट से डिस्ट्रेस कॉल आया जो कि नो फिंशिंग जोन से किया गया था। मैसेज में जानकारी दी कि भारत पाकिस्तान मेरीटाइम बाउंड्री के पास पाकिस्तानी मेरिटाइम सिक्योरिटी एंजेसी ने तकरीबन 3:30 बजे 7 भारतीय मछुआरों को पकड़ा लिया। जानकारी मिलते ही कोस्ट गार्ड के शिप उस इलाके की तरफ बढ़े और उस पाकिस्तानी शिप को रोक लिया और भारतीय मछुआरों को छुड़वाया।

भारतीय नौसेना में 10+2 बीटेक कैडेट एंट्री स्कीम के लिए नोटिफिकेशन जारी, आवेदन 6 दिसंबर से होंगे शुरू

नई दिल्ली:- इंडियन नेवी में शामिल होने का सपना देख रहे युवाओं के लिए महत्वपूर्ण खबर है। भारतीय नौसेना की ओर से 10+2 (B.TECH- PC) July) CADET ENTRY SCHEME 2025 के लिए नोटिफिकेशन जारी कर भर्ती का एलान किया गया है। 

अधिसूचना के मुताबिक इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 6 दिसंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर 2024 तक पूर्ण की जाएगी। ऐसे में जो भी अभ्यर्थी इस भर्ती के लिए पात्रता पूरी करते हैं वे तय तिथियों के अंदर ऑनलाइन माध्यम से इंडियन नेवी की ऑफिशियल वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे।

पात्रता एवं मापदंड

Indian Navy 10+2 Inter B.Tech Entry (Permanent Commission) July 2025 Batch भर्ती में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी का फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ (PCM) विषयों से न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण किया हो। इसके साथ ही उम्मीदवार ने JEE MAIN 2024 एंट्रेस एग्जाम में भाग लिया हो।

इसके अतिरिक्त आवेदन करने वाले अभ्यर्थी का जन्म 2 जनवरी 2006 एवं 1 जुलाई 2008 के बीच हुआ हो। अभ्यर्थी की न्यूनतम लंबाई 157 सेमी से कम नहीं होनी चाहिए। योग्यता एवं मापदंड की अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी ऑफिशियल नोटिफिकेशन का अवलोकन कर सकते हैं।

निशुल्क रहेगा आवेदन का मौका

अभ्यर्थी ध्यान रखें कि इस भर्ती में सभी वर्ग के अभ्यर्थी पूर्ण रूप से निशुल्क आवेदन कर सकेंगे अर्थात आवेदन के साथ किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को JEE MAIN 2024 में All India Common Rank List (CRL) - 2024 के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जायेगा। शॉर्टलिस्ट किये गए उम्मीदवारों को भर्ती के अगले चरण एसएसबी इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जायेगा।

एसएससी इंटरव्यू के आधार पर उम्मीदवारों को अंतिम मेरिट लिस्ट में जगह दी जाएगी। जिन उम्मीदवारों का नाम मेरिट लिस्ट में दर्ज होगा उनको रिक्त पदों नियुक्ति प्रदान की जाएगी।

भर्ती विवरण

इस भर्ती के माध्यम से एग्जीक्यूटिव एवं टेक्निकल ब्रांच के तहत उम्मीदवारों की नियुक्तियां की जाएंगी। पदों की कुल संख्या 39 है। इसमें से महिला उम्मीदवारों के लिए अधिकतम 9 पद आरक्षित हैं। भर्ती से जुड़ी अधिक जानकारी डिटेल्ड नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही साझा कर दी जाएगी।

चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारत की टीम नहीं करेगी पाकितान का दौरा, पाकिस्तानी पत्रकार ने US अधिकारी से किये सवाल
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ICC revised trophyभारत सरकार द्वारा 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान न भेजने की घोषणा के बाद, अमेरिकी विदेश विभाग की दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने इस मुद्दे को उठाया।14 नवंबर को, एक पाकिस्तानी पत्रकार ने इस मुद्दे पर प्रमुख उप प्रवक्ता वेदांत पटेल से उनके रुख के बारे में पूछा, जिसमें टूर्नामेंट को विश्व कप के बाद दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट आयोजन बताया गया। पाकिस्तानी पत्रकार ने यह कहकर शुरुआत की, “पाकिस्तान में एक बड़ा क्रिकेट आयोजन है।” हैरान होकर पटेल ने जवाब दिया, “क्रिकेट? ओह, मेरे बिंगो कार्ड में यह नहीं था। आगे बढे ।” इसके बाद पत्रकार ने कहा, “यह क्रिकेट विश्व कप के बाद सबसे बड़ा आयोजन है, और भारत इसमें भाग लेने वाला था, लेकिन भारत सरकार ने टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है। भारतीय टीम ने आखिरी बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था, लेकिन राजनीतिक तनाव के कारण, भारत तब से वहां नहीं गया है। क्या आपको लगता है कि राजनीति को खेलों के साथ मिलाना एक अच्छा विचार है? इस पर आपकी क्या राय है?”हालांकि, पटेल ने स्पष्ट किया कि यह मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच का है। उन्होंने कहा, “चूंकि यह भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों से संबंधित है, इसलिए इसे उन्हें ही सुलझाना है, चाहे खेल के माध्यम से या अन्य मामलों के माध्यम से। मैं उनके द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात करना उन पर छोड़ता हूं। यह हमारे लिए शामिल होने वाली कोई चीज नहीं है, लेकिन खेल निस्संदेह एक शक्तिशाली और एकजुट करने वाली ताकत है।” पटेल ने लोगों को जोड़ने में खेल कूटनीति के महत्व पर जोर दिया, और सार्वजनिक मामलों के वर्तमान और पूर्व अवर सचिवों से इसके मजबूत समर्थन का उल्लेख किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि खेल मानवीय और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो प्रशासन के लिए प्राथमिकता है।“आपने देखा है कि यह विभाग लोगों को जोड़ने में खेल कूटनीति की भूमिका को वास्तव में प्राथमिकता देता है। यह कुछ ऐसा है जिसे हमारे वर्तमान अवर सचिव सार्वजनिक मामले और सार्वजनिक कूटनीति, ली सैटरफील्ड गहराई से महत्व देते हैं और हमारे पूर्व अवर सचिव, लिज़ एलन ने वास्तव में इसका समर्थन किया। पटेल ने कहा, "आखिरकार, खेल बहुत से लोगों को जोड़ते हैं और यह मानव-से-मानव और लोगों-से-लोगों के बीच संबंध बनाने का एक शानदार तरीका है, जिस पर इस प्रशासन ने ज़ोर दिया है।"इससे पहले यह निर्णय लिया गया था कि टीम इंडिया 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी, क्योंकि बीसीसीआई ने पीसीबी को सूचित किया था कि सुरक्षा चिंताओं के कारण वे भाग नहीं ले पाएंगे। इसके बजाय, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपने सभी खेल दुबई में खेलने का अनुरोध किया था।
19 फरवरी से 9 मार्च तक होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में दुनिया की शीर्ष आठ टीमें पाकिस्तान के तीन स्थानों: कराची, लाहौर और रावलपिंडी में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
सर्दियों में इन फूड्स का करें सेवन, इम्यूनिटी होगी स्ट्रॉन्ग


सर्दियों का मौसम हमारे शरीर को कई तरीकों से प्रभावित करता है। इस दौरान तापमान में गिरावट के कारण सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, हमें अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने की जरूरत होती है। इस लेख में हम जानेंगे कुछ ऐसी चीजों के बारे में जो सर्दियों में सेवन करने पर इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती हैं।

1. आंवला (Indian Gooseberry)

आंवला विटामिन सी का प्रमुख स्रोत है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में बेहद सहायक है। यह एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है। रोज सुबह आंवला का जूस पीने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है।

2. हल्दी (Turmeric)

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है। सर्दियों में हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद होता है।

3. शहद और अदरक (Honey and Ginger)

शहद में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जबकि अदरक का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। शहद और अदरक को एक साथ लेने से गले की खराश और सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है। सर्दियों में इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

4. तुलसी (Basil)

तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हैं। रोजाना तुलसी के कुछ पत्तों का सेवन करने से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है और सर्दी-खांसी से भी राहत मिलती है।

5. गुनगुना पानी (Warm Water)

सर्दियों में गुनगुना पानी पीना बेहद फायदेमंद होता है। यह शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है और इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है। साथ ही, यह पाचन को भी बेहतर बनाता है।

6. बादाम और अखरोट (Almonds and Walnuts)

सर्दियों में ड्राई फ्रूट्स का सेवन बेहद लाभकारी होता है। बादाम और अखरोट में विटामिन ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। रोजाना थोड़ी मात्रा में इन्हें खाने से शरीर की ऊर्जा भी बढ़ती है।

7. लहसुन (Garlic)

लहसुन में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। रोजाना एक-दो लहसुन की कलियों का सेवन करने से सर्दियों में बीमारियों से बचाव होता है।

निष्कर्ष

सर्दियों में स्वस्थ रहने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए इन चीजों का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप सर्दियों में बीमारियों से दूर रह सकते हैं और शरीर को ताकतवर बना सकते हैं।

CSC India and DevElet’s National Teaching Excellence Awards 2024: Celebrating India’s Distinguished Educators on National Education Day

In a fitting tribute on National Education Day,  the Council for Skills and Competencies (CSC India) and DevElet came together to host the National Teaching Excellence Awards 2024, celebrating outstanding educators who have had a transformative impact on India’s youth. This landmark event, organized in partnership with CSC India and DevElet, brought together luminaries from academia, industry leaders, and policymakers from across the nation, reinforcing the critical role of quality education in nation-building.

The ceremony was graced by Chief Guest Dr. G. Jaya Suma, Registrar and Professor at JNTU-GV, Vizianagaram, whose keynote address highlighted the indelible contributions of educators to society, paying homage to Maulana Abul Kalam Azad’s vision for an educated nation. Guest of Eminence Dr. R. Sujatha, Principal of Entrepreneur Education at the Wadhwani Entrepreneurship Network, offered insights on fostering entrepreneurial skills among students, while Guest of Honor Shri Krishna Chippalkatti, Joint Director and Chief Investigator in the IOT Group at C-DAC Bengaluru and FS Prime, emphasized the significance of integrating technology into education to prepare future-ready students.

The awards spanned multiple categories, recognizing excellence in areas such as Teaching, Leadership, Innovative Pedagogy, Curriculum Innovation, Research, and Professional Development. Recipients from various educational institutions nationwide were celebrated for their dedication to advancing educational standards and pioneering innovative teaching methods in alignment with India’s National Education Policy 2020.

Key Honorees:

Honorary Leadership for Academic Achievement:

  • Dr. VSK Reddy, Vice Chancellor, Malla Reddy University, Hyderabad – for his contributions to transformative education.
  • Dr. PHV Sesha Talpa Sai, Director - R&D, IQAC & Startups, Malla Reddy University, Hyderabad – for his exemplary academic leadership.
  • Dr. Srinivasa Rao, Principal, Malla Reddy College of Engineering & Technology, Hyderabad – for his visionary leadership in education.

Best Researcher Award:

  • Dr. T. Kishore Kumar, Professor & Head, Centre for Training and Learning, National Institute of Technology, Warangal.
  • Dr. A.N. Sathyanarayana, former Group Head of the Antenna Maintenance Group at NRSC-ISRO and Professor at Sreenidhi Institute of Science & Technology, Hyderabad.
  • Dr. N. Balaji, Professor and Director of Legal & Government Affairs, Jawaharlal Nehru Technological University, Kakinada.

Awards were also presented to distinguished faculty from prestigious institutions such as the Indian Institute of Science, Bangalore; Srinivas University, Mangalore; CHRIST University, Bangalore; NIT Warangal; JNTU campuses in Kakinada and Anantapur; Sri Sri University, Cuttack; and numerous other esteemed institutions across the country.

Shared Vision and Commitment: The organizers, CSC India and DevElet, reiterated their shared commitment to bridging academia and industry. Known for pioneering digital learning and AI in education, DevElet has empowered thousands of students and professionals, while CSC India, a non-profit industry body, actively drives skill development and employment opportunities through strategic collaborations and initiatives.

The National Teaching Excellence Awards 2024 underscored CSC India and DevElet’s ongoing mission to support India’s educators, equipping students with the skills they need to thrive in a rapidly evolving world. In closing, Mr. Kishan Tiwari, CEO of DevElet LLP, and Mr. Y. Rammohan Rao, Senior Consultant at CSC India, expressed their heartfelt gratitude to all attendees, underscoring their dedication to recognizing and honoring excellence in education.

CSC India and DevElet’s National Teaching Excellence Awards 2024: Celebrating India’s Distinguished Educators on National Education Day

In a fitting tribute on National Education Day,  the Council for Skills and Competencies (CSC India) and DevElet came together to host the National Teaching Excellence Awards 2024, celebrating outstanding educators who have had a transformative impact on India’s youth. This landmark event, organized in partnership with CSC India and DevElet, brought together luminaries from academia, industry leaders, and policymakers from across the nation, reinforcing the critical role of quality education in nation-building.

The ceremony was graced by Chief Guest Dr. G. Jaya Suma, Registrar and Professor at JNTU-GV, Vizianagaram, whose keynote address highlighted the indelible contributions of educators to society, paying homage to Maulana Abul Kalam Azad’s vision for an educated nation. Guest of Eminence Dr. R. Sujatha, Principal of Entrepreneur Education at the Wadhwani Entrepreneurship Network, offered insights on fostering entrepreneurial skills among students, while Guest of Honor Shri Krishna Chippalkatti, Joint Director and Chief Investigator in the IOT Group at C-DAC Bengaluru and FS Prime, emphasized the significance of integrating technology into education to prepare future-ready students.

The awards spanned multiple categories, recognizing excellence in areas such as Teaching, Leadership, Innovative Pedagogy, Curriculum Innovation, Research, and Professional Development. Recipients from various educational institutions nationwide were celebrated for their dedication to advancing educational standards and pioneering innovative teaching methods in alignment with India’s National Education Policy 2020.

Key Honorees:

Honorary Leadership for Academic Achievement:

  • Dr. VSK Reddy, Vice Chancellor, Malla Reddy University, Hyderabad – for his contributions to transformative education.
  • Dr. PHV Sesha Talpa Sai, Director - R&D, IQAC & Startups, Malla Reddy University, Hyderabad – for his exemplary academic leadership.
  • Dr. Srinivasa Rao, Principal, Malla Reddy College of Engineering & Technology, Hyderabad – for his visionary leadership in education.

Best Researcher Award:

  • Dr. T. Kishore Kumar, Professor & Head, Centre for Training and Learning, National Institute of Technology, Warangal.
  • Dr. A.N. Sathyanarayana, former Group Head of the Antenna Maintenance Group at NRSC-ISRO and Professor at Sreenidhi Institute of Science & Technology, Hyderabad.
  • Dr. N. Balaji, Professor and Director of Legal & Government Affairs, Jawaharlal Nehru Technological University, Kakinada.

Awards were also presented to distinguished faculty from prestigious institutions such as the Indian Institute of Science, Bangalore; Srinivas University, Mangalore; CHRIST University, Bangalore; NIT Warangal; JNTU campuses in Kakinada and Anantapur; Sri Sri University, Cuttack; and numerous other esteemed institutions across the country.

Shared Vision and Commitment: The organizers, CSC India and DevElet, reiterated their shared commitment to bridging academia and industry. Known for pioneering digital learning and AI in education, DevElet has empowered thousands of students and professionals, while CSC India, a non-profit industry body, actively drives skill development and employment opportunities through strategic collaborations and initiatives.

The National Teaching Excellence Awards 2024 underscored CSC India and DevElet’s ongoing mission to support India’s educators, equipping students with the skills they need to thrive in a rapidly evolving world. In closing, Mr. Kishan Tiwari, CEO of DevElet LLP, and Mr. Y. Rammohan Rao, Senior Consultant at CSC India, expressed their heartfelt gratitude to all attendees, underscoring their dedication to recognizing and honoring excellence in education.


नॉर्दर्न फ्रंटियर रेलवे में सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका, 5647 पदों के लिए 3 दिसंबर तक कर सकते हैं अप्लाई

नई दिल्ली:- रेलवे में सरकारी नौकरी पाने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। नॉर्दर्न फ्रंटियर रेलवे में अप्रेंटिसशिप के 5647 पदों पर भर्ती निकाली गई है। इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 4 नवंबर 2024 से शुरू कर दी गई है जो निर्धारित अंतिम तिथि 3 दिसंबर 2024 तक जारी रहेगी। जो भी अभ्यर्थी इस भर्ती में भाग लेने के लिए पात्रता पूरी करते हैं वे ऑनलाइन माध्यम से NFR की ऑफिशियल वेबसाइट nfr.indianrailways.gov.in पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। इसके अलावा आप इस पेज पर उपलब्ध करवाए गए डायरेक्ट लिंक से फॉर्म भर सकते हैं।

फॉर्म भरने से पहले चेक करें पात्रता

इस भर्ती में भाग लेने के लिए अभ्यर्थी का मान्यता प्राप्त बोर्ड/ संस्थान से 10th, 12th, ITI (NTC/STC) उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 14 वर्ष से कम और अधिकतम आयु 24 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऊपरी उम्र में रेलवे के नियमानुसार छूट दी जाएगी। 

उम्मीदवार ध्यान रखें की उम्र की गणना आवेदन की लास्ट डेट 3 दिसंबर 2024 को ध्यान में रखकर की जाएगी। पात्रता एवं मापदंड की विस्तृत डिटेल के लिए आधिकारिक अधिसूचना का अवलोकन अवश्य कर लें।

एप्लीकेशन प्रॉसेस

इस भर्ती में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी स्वयं ही एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं। आवेदन करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें-

आवेदन पत्र भरने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट nfr.indianrailways.gov.in पर विजिट करें।

वेबसाइट के मुख्य पेज पर आपको NOTIFICATION FOR ENGAGEMENT OF ACT APPRENTICES OVER N.F.RAILWAY FOR THE YEAR 2023-24 & 2024-25 Click Here to Apply पर क्लिक करना है।

अब नए पेज पर हाउ टू अप्लाई में Step-1 Register Yourself पर क्लिक करें और मांगी गई डिटेल भरकर पंजीकरण कर लें।

इसके बाद Step-2 Log in पर क्लिक करें और अन्य जानकारी अपलोड करें।

अंत में अभ्यर्थी भर्ती के लिए निर्धारित आवेदन शुल्क जमा करें और पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म का एक पप्रिंटआउट निकालकर सुरक्षित रख लें।

कितना लगेगा शुल्क

इस भर्ती में आवेदन पत्र भरने के साथ अन्य सभी वर्ग के उम्मीदवारों को शुल्क के रूप में 100 रुपये का भुगतान करना होगा। एससी, एसटी, पीडब्ल्यूबीडी एवं महिला अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए निशुल्क आवेदन कर सकते हैं। आवेदन में त्रुटि होने पर संशोधन करने पर आपको 50 रुपये अतिरिक्त जमा करना होगा।

अब दुश्मनों की खैर नहीं, समंदर में ही होगा काम तमाम, इंडियन नेवी ने मिली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल

#indiannavyk4ballisticmissiletestingnuclearsubmarine_arighat

भारतीय नौसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इंडियन नेवी ने बुधवार को K-4 बैलिस्टिक मिसाइल की सफल टेस्टिंग की। यह टेस्टिंग न्यूक्लियर सबमरीन अरिघात से की गई थी। अरिघात को 2017 में लॉन्च किया गया था। इसका अपग्रेड वर्जन जल्द ही कमीशन किया जाएगा। यह परीक्षण न केवल भारत की परमाणु ताकत को नई ऊंचाई पर ले जाता है, बल्कि देश की दूसरी मारक क्षमता को भी प्रमाणित करता है। इस सफलता के बाद नौसेना इस मिसाइल प्रणाली के और भी परीक्षण करेगी, जिससे भारत की सामरिक स्थिति और मजबूत होगी।

भारतीय नौसेना ने हाल ही में शामिल की गई परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिघात से 3,500 किलोमीटर की क्षमता वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। इसे बंगाल की खाड़ी में विशाखापत्तनम के पास से लॉन्च किया गया। परीक्षण में ये मिसाइल अपनी सभी तय मानकों पर खरी उतरी। हालांकि इस लॉन्च की आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है।पहली बार इस मिसाइल को सबमरीन से फायर किया गया। 2010 में इसका डेवलपमेंट ट्रायल किया गया था। उसके बाद से आधा दर्जन से ज्यादा सफल टेस्ट किए जा चुके हैं। 10 मीटर लंबा 20 टन वजनी इस मिसाइल से एक टन पैलोड को 3500 किलोमीटर तक दागा जा सकता है।

हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ेगी भारत की ताकत

फिलहाल सबमरीन से दागे जाने वाली मिसाइलों में शार्ट रेंज बैलेस्टिक मिसाइल K-15 मौजूद है जो कि आईएनएस अरिंहत में लगी है। इसकी रेंज 750 किलोमीटर है। दूसरी मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल K-4 है जिसकी रेंज 3500 किलोमीटर है। अरिघात की ताकत और K-4 मिसाइल की क्षमता के कारण भारत की स्ट्रैटेजिक पोजिशन में बड़ा सुधार हुआ है। इस सफलता ने चीन और पाकिस्तान जैसे देशों के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। यह परीक्षण हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की ताकत और न्यूक्लियर ट्रायड को और भी मजबूत बनाता है।

भारत ने तैयार की परमाणु मिसाइलों से लैस 3 पनडुब्बियां

भारतीय नौसेना अब तक 3 न्यूक्लियर सबमरीन तैयार कर चुकी है। इसमें से एक अरिहंत कमीशंड है, दूसरी अरिघात मिलने वाली है और तीसरी S3 पर टेस्टिंग जारी है। इन सबमरीन के जरिए दुश्मन देशों पर परमाणु मिसाइल दागी जा सकती हैं। 2009 में पहली बार सांकेतिक तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर INS अरिहंत को लॉन्च किया था। इसके बाद 2016 में इसे नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया। अगले 5 साल में दो और पनडुब्बियों को भारतीय नौसेना ने लॉन्च किया है।

2009 में लॉन्च करने से पहले भारत ने पनडुब्बियों को दुनिया से छिपा रखा था। 1990 में भारत सरकार ने एडवांस टेक्नोलॉजी वेसल प्रोग्राम शुरू किया था। इसके तहत ही इन पनडुब्बियों का निर्माण शुरू हुआ था।

BS Energy Vehicle Limited: A Rising Multibagger Stock

New Delhi, India – BS Energy Vehicle Limited, a promising player in the automotive industry, is all set to launch its Initial Public Offering (IPO) in the financial year 2025. This exciting development marks a significant milestone for the company, which has been gaining tremendous momentum in recent months. The stock is being closely watched by investors, as its value has soared from just INR 70 per share to INR 350-400 in only 15 days, reflecting its impressive growth trajectory.

IPO Details and Valuation

BS Energy Vehicle Limited, which was incorporated on July 28, 2020, has emerged as a strong contender in the automotive sector. The company, engaged in the manufacture of motor vehicles, is now preparing to offer its shares to the public at a price of INR 1400 per share through its IPO. Despite the IPO price being set at INR 1400, the current stock price remains a bargain at INR 350-400, which means investors still have time to make profitable returns before the public listing.

Strategic Partnership and Buyout

In a strategic move to expand its market presence, BS Energy Vehicle is witnessing keen interest from two of India's largest companies. These industry giants are eager to acquire a 50% stake in the company, with one already finalizing the deal. This partnership further enhances BS Energy Vehicle’s potential and positions it for exponential growth in the years to come.

Company Background

BS Energy Vehicle Private Limited is classified as a private company and is registered with the Registrar of Companies, Delhi. The company, with an authorized share capital of INR 1.5 million, has quickly made a name for itself in the motor vehicle manufacturing sector. Despite its young age, the company has attracted significant attention for its innovation and growth potential.

The company’s directors, Vishal Abrol and Sonia Abrol, bring years of experience in the automotive and business sectors, guiding the company towards success. As of the last filing, the company’s balance sheet was submitted on March 31, 2023, showing strong financial performance.

Why Invest in BS Energy Vehicle Limited?

BS Energy Vehicle has emerged as a multibagger stock, meaning its value has the potential to multiply many times over. With a dynamic leadership team, strategic industry partnerships, and a clear focus on expanding its operations, the company is poised for long-term success. The recent surge in stock price, from INR 70 to INR 350-400 in just 15 days, indicates investor confidence and market demand.

Investors looking for high-profit opportunities may find this an ideal time to invest, as the stock price could rise even further before the IPO is launched. With a valuation set at INR 1400 per share, those who act early stand to benefit from significant returns.

Future Outlook

Looking ahead, BS Energy Vehicle Limited is on a solid growth trajectory. The upcoming IPO and strategic partnerships with major Indian companies will not only fuel the company's expansion but also enhance its position as a leader in the automotive manufacturing sector. With the company’s impressive stock performance, upcoming IPO, and buyout talks, BS Energy Vehicle Limited represents an exciting opportunity for investors.

About BS Energy Vehicle Limited:

BS Energy Vehicle Limited, founded on July 28, 2020, is a leading manufacturer of motor vehicles in India. The company is classified as a non-government private entity and has made significant strides in the automotive industry, attracting key industry players and investors alike.

विदेश में नौकरी की इच्छा वालों के लिए खुशखबरी, जर्मनी जारी करेगा 2 लाख वीजा, इमिग्रेशन नियमों में भी ढील

#germany_approves_more_professional_visas_good_news_for_indians

एक तरफ अमेरिका में ट्रंप की वापसी के बाद वीजा नियमों को लेकर चिंता जताई जने लगी है, वहीं दूसरी तरफ कनाडा की ट्रूडो सरकार की तरफ से भी सख्ती बढ़ती जा रही है। ऐसे में विदेश जाकर नौकरी करने की इच्छा रखने वालों के लिए जर्मनी से खुशखबरी आई है। जर्मनी सरकार ने प्रवासी कानूनों में बदलाव किए हैं, जिन के बाद जर्मनी में काम करना और भी आसान हो गया है।

जर्मनी की सरकार ने बीते साल अपने श्रम बाजार को बढ़ावा देने के लिए आव्रजन नियमों में ढील दी थी लेकिन अभी कामगारों की कमी का सामना देश कर रहा है। ऐसे जर्मनी ने कुशल श्रमिक वीजा की संख्या पिछले साल की तुलना में इस साल (2024) 10 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला लिया है। जर्मनी की सरकार का लिया हुआ यह भारत के लोगों के लिए खुशखबरी है। इस फैसले से भारतीयों का फायदा हो सकता है।

जर्मन सरकार के तीन मंत्रालयों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक लगभग 2 लाख पेशेवर वीजा जारी किए जाएंगे। इसमें साल 2023 के मुकाबले इस साल 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. इससे गैर-ईयू देशों के छात्रों को जारी किए गए वीजा में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेसर ने कहा, प्रतिभाशाली युवा जर्मनी में अपनी पढ़ाई और ट्रेनिंग ज्यादा सरलता से पूरी कर सकते हैं। ऑप्युर्चिनिटी कार्ड कुशल लोगों को सरलता से नौकरी पाने का मौका दे रहा है। वहीं, मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने इन सुधारों की सराहना की है और कहा कि देश में श्रम की कमी को इससे पूरा किया जा सकेगा।

डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी की सरकार ने पिछले साल कनाडा से प्रेरित एक प्वाइंट बेस्ड सिस्टम को अपनाया है। इसे ऑप्युर्चिनिटी कार्ड के रूप में जाना जाता है, जो पेशेवरों और विश्वविद्यालय के स्नातकों के लिए देश में एंट्री करने, पढ़ाई करने और काम की तलाश करने को काफी हद तक आसान बना देता है। इससे गैर-यूरोपीय संघ के देशों के कुशल श्रमिकों को उनकी योग्यता को मान्यता दिए बिना जर्मनी में प्रवेश करने की अनुमति मिल गई है।

जर्मनी में योग्यता, ज्ञान और अनुभव के आधार पर यह निर्धारित करने के लिए एक अंक प्रणाली का उपयोग किया जाता है कि कोई व्यक्ति ऑप्युर्चिनिटी कार्ड के लिए पात्र है या नहीं। श्रमिकों की कमी, विदेशी योग्यता की आंशिक मान्यता, आयु, जर्मन और अंग्रेजी भाषा कौशल और जर्मनी से पूर्व संबंध के रूप में सूचीबद्ध व्यवसाय के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त अंक हैं।

भारतीय मछुआरों को पकड़ ले जा रहे थे पाकिस्तानी, भारतीय कोस्ट गार्ड ने बीच समुद्र में ऐसे दौड़ाया

#indian_coast_guard_rescue_7_fishermen_apprehended_by_pakistan

भारतीय तटरक्षक जहाज अग्रिम ने पाकिस्तानी सीमा के पास से सात भारतीय मछुआरों को बचाया। इन मछुआरों को भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के पास पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) ने पकड़ा था। पाकिस्तानी गार्ड्स मछुआरों को जहाज से पाकिस्तान ले जा रहे थे। हालांकि, पाकिस्तानी ऐसा कर पाते इससे पहले ही भारतीय तटरक्षक बल उनके रास्ते में आ गए। मछुआरों को बचाने के लिए भारतीय तटरक्षक जहाज अग्रिम ने दो घंटे तक पाकिस्तानी जहाज का पीछा किया। उसने पाकिस्तानी जहाज को खदेड़कर पकड़ा और सभी भारतीय मछुआरों को सकुशल कैद से छुड़ा लिया है।

रविवार की दोपहर भारतीय तटरक्षक बल को मछली पकड़ने के लिए निषिद्ध क्षेत्र (NFZ) के पास काम कर रही एक नाव 'काल भैरव' की ओर से संकटकालीन संकेत मिला था। इसके बाद नाव और मछुआरों के बचाव में एक जहाज भेजा गया। भारतीय तटरक्षक बल के जहाज ने पाकिस्तानी जहाज नुसरत को रोका और उन्हें भारतीय मछुआरों को छोड़ने पर मजबूर कर दिया।भारतीय जहाज ने पहले पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी के जहाज पीएमएस नुसरत को अलर्ट किया गया। उसे बताया गया कि किसी भी हालत में वह भारतीय क्षेत्र से मछुआरों को नहीं ले जा सकते।

रक्षा अधिकारी ने बताया कि 17 नवंबर को इंडियन कोस्ट गार्ड के शिप को भारतीय मछुआरों की बोट से डिस्ट्रेस कॉल आया जो कि नो फिंशिंग जोन से किया गया था। मैसेज में जानकारी दी कि भारत पाकिस्तान मेरीटाइम बाउंड्री के पास पाकिस्तानी मेरिटाइम सिक्योरिटी एंजेसी ने तकरीबन 3:30 बजे 7 भारतीय मछुआरों को पकड़ा लिया। जानकारी मिलते ही कोस्ट गार्ड के शिप उस इलाके की तरफ बढ़े और उस पाकिस्तानी शिप को रोक लिया और भारतीय मछुआरों को छुड़वाया।

भारतीय नौसेना में 10+2 बीटेक कैडेट एंट्री स्कीम के लिए नोटिफिकेशन जारी, आवेदन 6 दिसंबर से होंगे शुरू

नई दिल्ली:- इंडियन नेवी में शामिल होने का सपना देख रहे युवाओं के लिए महत्वपूर्ण खबर है। भारतीय नौसेना की ओर से 10+2 (B.TECH- PC) July) CADET ENTRY SCHEME 2025 के लिए नोटिफिकेशन जारी कर भर्ती का एलान किया गया है। 

अधिसूचना के मुताबिक इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 6 दिसंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर 2024 तक पूर्ण की जाएगी। ऐसे में जो भी अभ्यर्थी इस भर्ती के लिए पात्रता पूरी करते हैं वे तय तिथियों के अंदर ऑनलाइन माध्यम से इंडियन नेवी की ऑफिशियल वेबसाइट joinindiannavy.gov.in पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे।

पात्रता एवं मापदंड

Indian Navy 10+2 Inter B.Tech Entry (Permanent Commission) July 2025 Batch भर्ती में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी का फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ (PCM) विषयों से न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण किया हो। इसके साथ ही उम्मीदवार ने JEE MAIN 2024 एंट्रेस एग्जाम में भाग लिया हो।

इसके अतिरिक्त आवेदन करने वाले अभ्यर्थी का जन्म 2 जनवरी 2006 एवं 1 जुलाई 2008 के बीच हुआ हो। अभ्यर्थी की न्यूनतम लंबाई 157 सेमी से कम नहीं होनी चाहिए। योग्यता एवं मापदंड की अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी ऑफिशियल नोटिफिकेशन का अवलोकन कर सकते हैं।

निशुल्क रहेगा आवेदन का मौका

अभ्यर्थी ध्यान रखें कि इस भर्ती में सभी वर्ग के अभ्यर्थी पूर्ण रूप से निशुल्क आवेदन कर सकेंगे अर्थात आवेदन के साथ किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को JEE MAIN 2024 में All India Common Rank List (CRL) - 2024 के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जायेगा। शॉर्टलिस्ट किये गए उम्मीदवारों को भर्ती के अगले चरण एसएसबी इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जायेगा।

एसएससी इंटरव्यू के आधार पर उम्मीदवारों को अंतिम मेरिट लिस्ट में जगह दी जाएगी। जिन उम्मीदवारों का नाम मेरिट लिस्ट में दर्ज होगा उनको रिक्त पदों नियुक्ति प्रदान की जाएगी।

भर्ती विवरण

इस भर्ती के माध्यम से एग्जीक्यूटिव एवं टेक्निकल ब्रांच के तहत उम्मीदवारों की नियुक्तियां की जाएंगी। पदों की कुल संख्या 39 है। इसमें से महिला उम्मीदवारों के लिए अधिकतम 9 पद आरक्षित हैं। भर्ती से जुड़ी अधिक जानकारी डिटेल्ड नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही साझा कर दी जाएगी।

चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए भारत की टीम नहीं करेगी पाकितान का दौरा, पाकिस्तानी पत्रकार ने US अधिकारी से किये सवाल
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ICC revised trophyभारत सरकार द्वारा 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान न भेजने की घोषणा के बाद, अमेरिकी विदेश विभाग की दैनिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार ने इस मुद्दे को उठाया।14 नवंबर को, एक पाकिस्तानी पत्रकार ने इस मुद्दे पर प्रमुख उप प्रवक्ता वेदांत पटेल से उनके रुख के बारे में पूछा, जिसमें टूर्नामेंट को विश्व कप के बाद दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट आयोजन बताया गया। पाकिस्तानी पत्रकार ने यह कहकर शुरुआत की, “पाकिस्तान में एक बड़ा क्रिकेट आयोजन है।” हैरान होकर पटेल ने जवाब दिया, “क्रिकेट? ओह, मेरे बिंगो कार्ड में यह नहीं था। आगे बढे ।” इसके बाद पत्रकार ने कहा, “यह क्रिकेट विश्व कप के बाद सबसे बड़ा आयोजन है, और भारत इसमें भाग लेने वाला था, लेकिन भारत सरकार ने टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया है। भारतीय टीम ने आखिरी बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था, लेकिन राजनीतिक तनाव के कारण, भारत तब से वहां नहीं गया है। क्या आपको लगता है कि राजनीति को खेलों के साथ मिलाना एक अच्छा विचार है? इस पर आपकी क्या राय है?”हालांकि, पटेल ने स्पष्ट किया कि यह मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच का है। उन्होंने कहा, “चूंकि यह भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों से संबंधित है, इसलिए इसे उन्हें ही सुलझाना है, चाहे खेल के माध्यम से या अन्य मामलों के माध्यम से। मैं उनके द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात करना उन पर छोड़ता हूं। यह हमारे लिए शामिल होने वाली कोई चीज नहीं है, लेकिन खेल निस्संदेह एक शक्तिशाली और एकजुट करने वाली ताकत है।” पटेल ने लोगों को जोड़ने में खेल कूटनीति के महत्व पर जोर दिया, और सार्वजनिक मामलों के वर्तमान और पूर्व अवर सचिवों से इसके मजबूत समर्थन का उल्लेख किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि खेल मानवीय और लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो प्रशासन के लिए प्राथमिकता है।“आपने देखा है कि यह विभाग लोगों को जोड़ने में खेल कूटनीति की भूमिका को वास्तव में प्राथमिकता देता है। यह कुछ ऐसा है जिसे हमारे वर्तमान अवर सचिव सार्वजनिक मामले और सार्वजनिक कूटनीति, ली सैटरफील्ड गहराई से महत्व देते हैं और हमारे पूर्व अवर सचिव, लिज़ एलन ने वास्तव में इसका समर्थन किया। पटेल ने कहा, "आखिरकार, खेल बहुत से लोगों को जोड़ते हैं और यह मानव-से-मानव और लोगों-से-लोगों के बीच संबंध बनाने का एक शानदार तरीका है, जिस पर इस प्रशासन ने ज़ोर दिया है।"इससे पहले यह निर्णय लिया गया था कि टीम इंडिया 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी, क्योंकि बीसीसीआई ने पीसीबी को सूचित किया था कि सुरक्षा चिंताओं के कारण वे भाग नहीं ले पाएंगे। इसके बजाय, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपने सभी खेल दुबई में खेलने का अनुरोध किया था।
19 फरवरी से 9 मार्च तक होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में दुनिया की शीर्ष आठ टीमें पाकिस्तान के तीन स्थानों: कराची, लाहौर और रावलपिंडी में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
सर्दियों में इन फूड्स का करें सेवन, इम्यूनिटी होगी स्ट्रॉन्ग


सर्दियों का मौसम हमारे शरीर को कई तरीकों से प्रभावित करता है। इस दौरान तापमान में गिरावट के कारण सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, हमें अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने की जरूरत होती है। इस लेख में हम जानेंगे कुछ ऐसी चीजों के बारे में जो सर्दियों में सेवन करने पर इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती हैं।

1. आंवला (Indian Gooseberry)

आंवला विटामिन सी का प्रमुख स्रोत है, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में बेहद सहायक है। यह एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर को संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है। रोज सुबह आंवला का जूस पीने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है।

2. हल्दी (Turmeric)

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है। सर्दियों में हल्दी वाला दूध पीना फायदेमंद होता है।

3. शहद और अदरक (Honey and Ginger)

शहद में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जबकि अदरक का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। शहद और अदरक को एक साथ लेने से गले की खराश और सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है। सर्दियों में इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

4. तुलसी (Basil)

तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हैं। रोजाना तुलसी के कुछ पत्तों का सेवन करने से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है और सर्दी-खांसी से भी राहत मिलती है।

5. गुनगुना पानी (Warm Water)

सर्दियों में गुनगुना पानी पीना बेहद फायदेमंद होता है। यह शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है और इम्यूनिटी को भी मजबूत करता है। साथ ही, यह पाचन को भी बेहतर बनाता है।

6. बादाम और अखरोट (Almonds and Walnuts)

सर्दियों में ड्राई फ्रूट्स का सेवन बेहद लाभकारी होता है। बादाम और अखरोट में विटामिन ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। रोजाना थोड़ी मात्रा में इन्हें खाने से शरीर की ऊर्जा भी बढ़ती है।

7. लहसुन (Garlic)

लहसुन में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। रोजाना एक-दो लहसुन की कलियों का सेवन करने से सर्दियों में बीमारियों से बचाव होता है।

निष्कर्ष

सर्दियों में स्वस्थ रहने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए इन चीजों का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप सर्दियों में बीमारियों से दूर रह सकते हैं और शरीर को ताकतवर बना सकते हैं।

CSC India and DevElet’s National Teaching Excellence Awards 2024: Celebrating India’s Distinguished Educators on National Education Day

In a fitting tribute on National Education Day,  the Council for Skills and Competencies (CSC India) and DevElet came together to host the National Teaching Excellence Awards 2024, celebrating outstanding educators who have had a transformative impact on India’s youth. This landmark event, organized in partnership with CSC India and DevElet, brought together luminaries from academia, industry leaders, and policymakers from across the nation, reinforcing the critical role of quality education in nation-building.

The ceremony was graced by Chief Guest Dr. G. Jaya Suma, Registrar and Professor at JNTU-GV, Vizianagaram, whose keynote address highlighted the indelible contributions of educators to society, paying homage to Maulana Abul Kalam Azad’s vision for an educated nation. Guest of Eminence Dr. R. Sujatha, Principal of Entrepreneur Education at the Wadhwani Entrepreneurship Network, offered insights on fostering entrepreneurial skills among students, while Guest of Honor Shri Krishna Chippalkatti, Joint Director and Chief Investigator in the IOT Group at C-DAC Bengaluru and FS Prime, emphasized the significance of integrating technology into education to prepare future-ready students.

The awards spanned multiple categories, recognizing excellence in areas such as Teaching, Leadership, Innovative Pedagogy, Curriculum Innovation, Research, and Professional Development. Recipients from various educational institutions nationwide were celebrated for their dedication to advancing educational standards and pioneering innovative teaching methods in alignment with India’s National Education Policy 2020.

Key Honorees:

Honorary Leadership for Academic Achievement:

  • Dr. VSK Reddy, Vice Chancellor, Malla Reddy University, Hyderabad – for his contributions to transformative education.
  • Dr. PHV Sesha Talpa Sai, Director - R&D, IQAC & Startups, Malla Reddy University, Hyderabad – for his exemplary academic leadership.
  • Dr. Srinivasa Rao, Principal, Malla Reddy College of Engineering & Technology, Hyderabad – for his visionary leadership in education.

Best Researcher Award:

  • Dr. T. Kishore Kumar, Professor & Head, Centre for Training and Learning, National Institute of Technology, Warangal.
  • Dr. A.N. Sathyanarayana, former Group Head of the Antenna Maintenance Group at NRSC-ISRO and Professor at Sreenidhi Institute of Science & Technology, Hyderabad.
  • Dr. N. Balaji, Professor and Director of Legal & Government Affairs, Jawaharlal Nehru Technological University, Kakinada.

Awards were also presented to distinguished faculty from prestigious institutions such as the Indian Institute of Science, Bangalore; Srinivas University, Mangalore; CHRIST University, Bangalore; NIT Warangal; JNTU campuses in Kakinada and Anantapur; Sri Sri University, Cuttack; and numerous other esteemed institutions across the country.

Shared Vision and Commitment: The organizers, CSC India and DevElet, reiterated their shared commitment to bridging academia and industry. Known for pioneering digital learning and AI in education, DevElet has empowered thousands of students and professionals, while CSC India, a non-profit industry body, actively drives skill development and employment opportunities through strategic collaborations and initiatives.

The National Teaching Excellence Awards 2024 underscored CSC India and DevElet’s ongoing mission to support India’s educators, equipping students with the skills they need to thrive in a rapidly evolving world. In closing, Mr. Kishan Tiwari, CEO of DevElet LLP, and Mr. Y. Rammohan Rao, Senior Consultant at CSC India, expressed their heartfelt gratitude to all attendees, underscoring their dedication to recognizing and honoring excellence in education.

CSC India and DevElet’s National Teaching Excellence Awards 2024: Celebrating India’s Distinguished Educators on National Education Day

In a fitting tribute on National Education Day,  the Council for Skills and Competencies (CSC India) and DevElet came together to host the National Teaching Excellence Awards 2024, celebrating outstanding educators who have had a transformative impact on India’s youth. This landmark event, organized in partnership with CSC India and DevElet, brought together luminaries from academia, industry leaders, and policymakers from across the nation, reinforcing the critical role of quality education in nation-building.

The ceremony was graced by Chief Guest Dr. G. Jaya Suma, Registrar and Professor at JNTU-GV, Vizianagaram, whose keynote address highlighted the indelible contributions of educators to society, paying homage to Maulana Abul Kalam Azad’s vision for an educated nation. Guest of Eminence Dr. R. Sujatha, Principal of Entrepreneur Education at the Wadhwani Entrepreneurship Network, offered insights on fostering entrepreneurial skills among students, while Guest of Honor Shri Krishna Chippalkatti, Joint Director and Chief Investigator in the IOT Group at C-DAC Bengaluru and FS Prime, emphasized the significance of integrating technology into education to prepare future-ready students.

The awards spanned multiple categories, recognizing excellence in areas such as Teaching, Leadership, Innovative Pedagogy, Curriculum Innovation, Research, and Professional Development. Recipients from various educational institutions nationwide were celebrated for their dedication to advancing educational standards and pioneering innovative teaching methods in alignment with India’s National Education Policy 2020.

Key Honorees:

Honorary Leadership for Academic Achievement:

  • Dr. VSK Reddy, Vice Chancellor, Malla Reddy University, Hyderabad – for his contributions to transformative education.
  • Dr. PHV Sesha Talpa Sai, Director - R&D, IQAC & Startups, Malla Reddy University, Hyderabad – for his exemplary academic leadership.
  • Dr. Srinivasa Rao, Principal, Malla Reddy College of Engineering & Technology, Hyderabad – for his visionary leadership in education.

Best Researcher Award:

  • Dr. T. Kishore Kumar, Professor & Head, Centre for Training and Learning, National Institute of Technology, Warangal.
  • Dr. A.N. Sathyanarayana, former Group Head of the Antenna Maintenance Group at NRSC-ISRO and Professor at Sreenidhi Institute of Science & Technology, Hyderabad.
  • Dr. N. Balaji, Professor and Director of Legal & Government Affairs, Jawaharlal Nehru Technological University, Kakinada.

Awards were also presented to distinguished faculty from prestigious institutions such as the Indian Institute of Science, Bangalore; Srinivas University, Mangalore; CHRIST University, Bangalore; NIT Warangal; JNTU campuses in Kakinada and Anantapur; Sri Sri University, Cuttack; and numerous other esteemed institutions across the country.

Shared Vision and Commitment: The organizers, CSC India and DevElet, reiterated their shared commitment to bridging academia and industry. Known for pioneering digital learning and AI in education, DevElet has empowered thousands of students and professionals, while CSC India, a non-profit industry body, actively drives skill development and employment opportunities through strategic collaborations and initiatives.

The National Teaching Excellence Awards 2024 underscored CSC India and DevElet’s ongoing mission to support India’s educators, equipping students with the skills they need to thrive in a rapidly evolving world. In closing, Mr. Kishan Tiwari, CEO of DevElet LLP, and Mr. Y. Rammohan Rao, Senior Consultant at CSC India, expressed their heartfelt gratitude to all attendees, underscoring their dedication to recognizing and honoring excellence in education.


नॉर्दर्न फ्रंटियर रेलवे में सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका, 5647 पदों के लिए 3 दिसंबर तक कर सकते हैं अप्लाई

नई दिल्ली:- रेलवे में सरकारी नौकरी पाने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। नॉर्दर्न फ्रंटियर रेलवे में अप्रेंटिसशिप के 5647 पदों पर भर्ती निकाली गई है। इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 4 नवंबर 2024 से शुरू कर दी गई है जो निर्धारित अंतिम तिथि 3 दिसंबर 2024 तक जारी रहेगी। जो भी अभ्यर्थी इस भर्ती में भाग लेने के लिए पात्रता पूरी करते हैं वे ऑनलाइन माध्यम से NFR की ऑफिशियल वेबसाइट nfr.indianrailways.gov.in पर जाकर आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। इसके अलावा आप इस पेज पर उपलब्ध करवाए गए डायरेक्ट लिंक से फॉर्म भर सकते हैं।

फॉर्म भरने से पहले चेक करें पात्रता

इस भर्ती में भाग लेने के लिए अभ्यर्थी का मान्यता प्राप्त बोर्ड/ संस्थान से 10th, 12th, ITI (NTC/STC) उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 14 वर्ष से कम और अधिकतम आयु 24 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऊपरी उम्र में रेलवे के नियमानुसार छूट दी जाएगी। 

उम्मीदवार ध्यान रखें की उम्र की गणना आवेदन की लास्ट डेट 3 दिसंबर 2024 को ध्यान में रखकर की जाएगी। पात्रता एवं मापदंड की विस्तृत डिटेल के लिए आधिकारिक अधिसूचना का अवलोकन अवश्य कर लें।

एप्लीकेशन प्रॉसेस

इस भर्ती में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी स्वयं ही एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं। आवेदन करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें-

आवेदन पत्र भरने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट nfr.indianrailways.gov.in पर विजिट करें।

वेबसाइट के मुख्य पेज पर आपको NOTIFICATION FOR ENGAGEMENT OF ACT APPRENTICES OVER N.F.RAILWAY FOR THE YEAR 2023-24 & 2024-25 Click Here to Apply पर क्लिक करना है।

अब नए पेज पर हाउ टू अप्लाई में Step-1 Register Yourself पर क्लिक करें और मांगी गई डिटेल भरकर पंजीकरण कर लें।

इसके बाद Step-2 Log in पर क्लिक करें और अन्य जानकारी अपलोड करें।

अंत में अभ्यर्थी भर्ती के लिए निर्धारित आवेदन शुल्क जमा करें और पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म का एक पप्रिंटआउट निकालकर सुरक्षित रख लें।

कितना लगेगा शुल्क

इस भर्ती में आवेदन पत्र भरने के साथ अन्य सभी वर्ग के उम्मीदवारों को शुल्क के रूप में 100 रुपये का भुगतान करना होगा। एससी, एसटी, पीडब्ल्यूबीडी एवं महिला अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल होने के लिए निशुल्क आवेदन कर सकते हैं। आवेदन में त्रुटि होने पर संशोधन करने पर आपको 50 रुपये अतिरिक्त जमा करना होगा।