लखनऊ में पहली बार ‘युवा कौशल चौपाल’ का आयोजन, कौशल से आत्मनिर्भर बने युवाओं को मिलेगा सम्मान
लखनऊ। विश्व युवा कौशल दिवस (15 जुलाई) के अवसर पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस बार एक अनूठी पहल की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कौशल भारत - महाशक्ति भारत’ संकल्प और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पहली बार दो दिवसीय 'युवा कौशल चौपाल' का आयोजन 15 और 16 जुलाई को किया जाएगा।
इस विशेष आयोजन में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बने 11 चुनिंदा युवाओं को "कौशल यूथ आइकॉन" के रूप में मंच पर बुलाया जाएगा। ये युवा अपनी सफलता की प्रेरक कहानियां जनसभा के समक्ष साझा करेंगे। आयोजन में सैकड़ों प्रशिक्षित युवा मौजूद रहेंगे, लेकिन मंच पर उन्हीं को स्थान मिलेगा, जिन्होंने कौशल के बल पर न केवल खुद रोजगार पाया, बल्कि दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा किए।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा, “यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यूथ मोटिवेशन मूवमेंट है। इससे गांव-कस्बों के युवाओं को यह संदेश जाएगा कि कौशल ही असली ताकत है।” कार्यक्रम में इन युवाओं को सम्मानित कर न सिर्फ उनका आत्मविश्वास बढ़ाया जाएगा, बल्कि समाज में कौशल आधारित सफलता को नई पहचान और सामाजिक स्वीकृति भी दी जाएगी।
अंसल एपीआई पर धोखाधड़ी के दो और मामले दर्ज, एफआईआर की संख्या पहुंची  240
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (अंसल एपीआई) एक बार फिर गंभीर आरोपों के घेरे में है। सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में कंपनी के खिलाफ दो और नए धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें एक मामला 33.60 करोड़ रुपये की ठगी से जुड़ा है, जबकि दूसरे मामले में 14 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। इन मामलों के साथ ही अंसल एपीआई पर दर्ज एफआईआर की संख्या बढ़कर 240 हो चुकी है।

पहले मामले में मेसर्स चंद्रा मॉडर्न बिल्डर्स (इंडिया) प्रा.लि. के निदेशक आलोक चंद्रा ने कंपनी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अंसल एपीआई से सुशांत गोल्फ सिटी में चार टावर—A, B, C और D—की 42,684.17 वर्ग मीटर भूमि 33.60 करोड़ रुपये में खरीदी थी। रजिस्ट्री एवं अन्य दस्तावेज उप निबंधक कार्यालय, सरोजनी नगर में वैध रूप से दर्ज कराए गए थे।
आरोप है कि इसके बावजूद अंसल एपीआई के अधिकारियों प्रणव अंसल, नीरज झा और कमलेश सिंह ने टावर A की 1,200 वर्ग मीटर भूमि का फर्जी बैनामा बालकृष्ण नामक व्यक्ति के नाम कर दिया। इस दौरान कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल हुआ।
आलोक चंद्रा ने पुलिस को सभी जरूरी साक्ष्य-बैनामा रजिस्ट्री, पजेशन लेटर, ले-आउट प्लान एवं फर्जी दस्तावेजों की प्रतियां- प्रस्तुत की हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है और अंसल एपीआई के खिलाफ लगातार बढ़ती एफआईआर कंपनी की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।
भ्रष्टाचार पर प्रहार- छात्रावास के लिए जारी धनराशि के दुरुपयोग पर अधीक्षिका निलंबित

* समाज कल्याण मंत्री ने जिला समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ भी दिए जांच के  निर्देश

लखनऊ। प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेन्स की नीति पर कार्य कर रही है। इसी क्रम में मुरादाबाद में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय अनुसूचित जाति छात्रावास के रख रखाव के लिए जारी 10 लाख रुपयों का कार्य न कराये जाने के आरोप में छात्रावास अधीक्षिका सुश्री प्रवेश कुमारी को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरुण ने जिला समाज कल्याण अधिकारी के खिलाफ जांच के निर्देश भी दिये हैं।
मंत्री असीम अरुण 7 जुलाई को मुरादाबाद में एक छात्रावास के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान राजकीय अनुसूचित जाति छात्रावास के छात्रों ने समाज कल्याण मंत्री से कई शिकायतें की थी। शिकायतों के आधार पर मेरठ मंडल की उपनिदेशक सुनीता यादव ने 10 जुलाई को छात्रावास पहुंच कर जांच की। जांच अधिकारी ने पाया कि मार्च में 14 कैमरे कागजों में तो खरीद लिए गए लेकिन लगाये नहीं गए। ये कैमरे जांच अधिकारी के पहुँचने से पहले 9 जुलाई को लगाये गए। इसी तरह 42 इंच का टीवी भी मार्च में ही लगना कागजों में बताया गया, लेकिन टीवी 7 जुलाई को लगाया गया। इतना ही नहीं कमरों, खिड़कियों की पुताई, मुख्य गेट के मरम्मत और पुताई के कार्य में भी जांच अधिकारी को गड़बड़ी मिली थी।
250 करोड़ रुपये की ठगी करने वाला कलकत्ता से गिरफ्तार
लखनऊ । आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (E.O.W.), उत्तर प्रदेश को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। वर्ष 2008-09 से जनता के साथ 250 करोड़ रुपये की ठगी कर फरार चल रहे वी-केयर मल्टीट्रेड प्राइवेट लिमिटेड (V-Care Multitrade Pvt. Ltd.) कंपनी के प्रमुख आरोपी प्रेमप्रकाश सिंह को ई.ओ.डब्ल्यू. की टीम ने पश्चिम बंगाल के कलकत्ता से गिरफ्तार कर लिया है। उक्त जानकारी ईआोडब्लू की डीजी नीरा रावत ने दी।


कृष्णा नगर क्षेत्र के सिंधुनगर में क्षेत्रीय कार्यालय खोल रखा था

वी-केयर मल्टीट्रेड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का पंजीकरण वर्ष 2008-09 में कंपनी एक्ट 1956 के तहत राजधानी दिल्ली में कराया गया था। पंजीयन संख्या U51109DL2008PTC177146 है और इसका पंजीकृत कार्यालय A-53, प्रशांत विहार, नई दिल्ली में स्थित है। इसके अलावा कंपनी ने लखनऊ में कृष्णा नगर क्षेत्र के सिंधुनगर में क्षेत्रीय कार्यालय खोल रखा था।

उपहार व अतिरिक्त रिटर्न का लालच दिया जाता था

यह कंपनी रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस, फ्यूचर जनरली लाइफ इंश्योरेंस और एगॉन लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों की पॉलिसियां बेचती थी। मगर इन पॉलिसियों को वी-केयर कंपनी के माध्यम से खरीदने पर ग्राहकों को मोटे लाभ, बोनस, उपहार व अतिरिक्त रिटर्न का लालच दिया जाता था।

प्रलोभन के जरिये हजारों लोगों को अपने जाल में फंसाया

कंपनी ने इसी प्रलोभन के जरिये हजारों लोगों को अपने जाल में फंसाया और करीब 250 करोड़ रुपये की धनराशि निवेश के रूप में जुटा ली। बाद में कंपनी ने अचानक अपने कार्यालय बंद कर दिए और सभी संचालक फरार हो गए। इस मामले में लखनऊ के थाना कृष्णानगर और आशियाना में कुल 26 आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए।

अब तक 19 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी

उत्तर प्रदेश शासन ने 3 नवंबर 2015 को इस बहुचर्चित घोटाले की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (E.O.W.) लखनऊ को सौंप दी थी। ई.ओ.डब्ल्यू. की गहन विवेचना में इस धोखाधड़ी में कुल 23 लोगों को नामजद अभियुक्त पाया गया।अब तक 19 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है और उनके विरुद्ध आरोप पत्र भी दाखिल किए जा चुके हैं। एक अभियुक्त की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 3 अभियुक्त अब भी फरार थे।

फरार आरोपी प्रेमप्रकाश की गिरफ्तारी

इन तीन में से एक अभियुक्त प्रेमप्रकाश सिंह पुत्र शिवदयाल सिंह, निवासी 303, तीसरी मंजिल, चर्च कॉम्प्लेक्स, मेन रोड, रांची (झारखंड) को ई.ओ.डब्ल्यू. ने 09 जुलाई 2025 को कलकत्ता, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया।प्रेमप्रकाश लंबे समय से नाम बदलकर पश्चिम बंगाल में छिपा हुआ था और लगातार अपनी पहचान छिपाते हुए फरारी काट रहा था। उसकी गिरफ्तारी से अब इस घोटाले के मुख्य सूत्रधारों में से एक कानून के शिकंजे में आया है।

स घोटाले में शेष 2 फरार आरोपियों की तलाश में टीमें सक्रिय

प्रेमप्रकाश सिंह को लखनऊ लाकर संबंधित न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा और आगे की पूछताछ में यह स्पष्ट किया जाएगा कि निवेशकों के पैसे कहां और कैसे खपाए गए। वहीं, इस घोटाले में शेष 2 फरार आरोपियों की तलाश में ई.ओ.डब्ल्यू. की टीमें सक्रिय हैं। इस मामले की छानबीन और कार्यवाही वरिष्ठ अधिकारियों के पर्यवेक्षण में की जा रही है और आर्थिक अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है।
29 हजार CCTV और 60 हजार से अधिक जवानों की तैनाती, कांवड़ यात्रा की सुरक्षा पुख्ता

लखनऊ । आज से सावन माह शुरू हो गया है। इसमें कहीं से किसी प्रकार की चूंक न होने पाए। इसको लेकर डीजीपी काफी गंभीर है। इसी तहत डीजीपी राजीव कृष्णा द्वारा कांवड़ यात्रा 2025 को पूरी तरह सुरक्षित, सुगम और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए सख्त और व्यापक सुरक्षा निर्देश जारी किए गए हैं। इस वर्ष की यात्रा को हाईटेक निगरानी, मजबूत बल तैनाती और अंतरराज्यीय समन्वय के तहत संचालित किया जाएगा। डीजीपी ने विशेष रूप से सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और सोशल मीडिया मॉनीटरिंग के पांच अहम बिंदुओं पर निर्देश जारी किए हैं।


कांवड़ शिविरों की सीसीटीवी से निगरानी अनिवार्य

यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्य कांवड़ मार्गों और महत्वपूर्ण स्थलों पर 29,454 सीसीटीवी कैमरे, 395 ड्रोन, 1,845 जल सेवा केंद्र, 829 चिकित्सा शिविर, और 1,222 पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं। कांवड़ शिविरों पर एंटी सेबोटाज चेकिंग और CCTV निगरानी भी अनिवार्य की गई है।

केद्रीय बल व पीएसी की भी लगाई ड्यूटी

कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में 587 राजपत्रित अधिकारी, 2,040 निरीक्षक, 13,520 उपनिरीक्षक, 39,965 कांस्टेबल, 1,486 महिला उपनिरीक्षक, और 8,541 महिला कांस्टेबल समेत कुल हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। साथ ही RAF, QRT, ATS एवं 50 कंपनियां केंद्रीय बल व पीएसी और 1,424 होमगार्ड्स को भी ड्यूटी पर लगाया गया है।

ड्रोन और टीथर्ड ड्रोन के माध्यम से रियल टाइम मॉनीटरिंग की जाएगी

मुख्यालय स्तर से यात्रा मार्गों की सीसीटीवी, ड्रोन और टीथर्ड ड्रोन के माध्यम से रियल टाइम मॉनीटरिंग की जाएगी। निगरानी वीडियो का सीधा लिंक डीजीपी मुख्यालय को मिलेगा जिससे तत्काल एक्शन संभव होगा। डीजीपी मुख्यालय में 8 सदस्यीय सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम बनाई गई है जो सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों का खंडन कर, गलत जानकारी पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई करेगी। इसी तरह कंट्रोल रूम में भी अलग टीम UP-112 और मीडिया इनपुट पर लगातार नजर रखेगी।

भ्रामक सूचनाओं पर तत्काल साझा किया जाएगा अपडेट

यात्रा मार्ग में शामिल राज्यों—उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान—के बीच समन्वय के लिए इंटर-स्टेट व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसमें रूट, सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और भ्रामक सूचनाओं पर तत्काल अपडेट साझा किया जाएगा। डीजीपी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी ड्यूटी पर लगे जवानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए जाएं।
कार की टक्कर के बाद बवाल, युवक के गले पर पेचकस से किया वार

लखनऊ । राजधानी के इंदिरानगर थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहां मामूली सड़क हादसे के बाद कहासुनी इतनी बढ़ गई कि मामला जानलेवा हमले में तब्दील हो गया। जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद रेहान नाम का युवक अपनी स्कूटी से जा रहा था, तभी एक कार ने उसे टक्कर मार दी।इसके बार मौके फर अफरातफरी मच गई। राहगीरों ने घायल युवक को लोहिया में कराया भर्ती टक्कर के बाद जब रेहान ने विरोध किया तो कार सवार युवक ने उससे झगड़ा शुरू कर दिया। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी ने अपनी कार से पेचकस निकाली और रेहान के गले पर कई वार कर दिए। हमले में रेहान बुरी तरह घायल हो गया। वहीं सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। राहगीरों की मदद से उसे तत्काल लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और इलाज जारी है।परिजन भी अस्पताल पहुंच गए हैं। पुलिस ने आरोपी चालक को लिया हिरासत में सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए आरोपी कार चालक को हिरासत में ले लिया है। प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बताया कि घटना अचानक हुई कहासुनी के बाद गुस्से में की गई।फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे घटनाक्रम की गंभीरता से जांच की जा रही है। ताकि आरोपी के खिलाफ कड़ी सी कड़ी कार्रवाई की जा सके। परिजनों की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
बाजारों से अतिक्रमण हटेगा, साइबर फ्रॉड पर होगी त्वरित कार्रवाई: बबलू कुमार
राजधानी  में बढ़ती व्यापारिक गतिविधियों और कानून-व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के उद्देश्य से संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) बबलू कुमार ने 10 जुलाई 2025 को रिज़र्व पुलिस लाइन में व्यापार मंडल पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में बाजारों की सुरक्षा, अतिक्रमण हटाने, साइबर फ्रॉड रोकथाम और पुलिस-व्यापारी समन्वय पर चर्चा की गई।

उक्त बैठक में निम्न बिन्दुओं पर चर्चा की गयी

-विभिन्न बाजारों में दुकानदारों द्वारा किये गये अतिक्रमण को हटाने पर सहमति बनी है, जिसमें व्यापारियों द्वारा पूर्ण तौर पर सहयोग किया जायेगा।
- बाजारों में दुकानो के आगे लगे सड़क विक्रेता (फल, सब्जी आदि के ठेले) को व्यवस्थित किये जाना । महत्वपूर्ण बाजारों जैसे भूतनाथ मार्केट, गोल मार्कट, अमीनाबाद बाजार व लाटूश रोड आदि जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था को निर्धारित करना।
-छोटे वाहन जिनके द्वारा दुकानों पर सामग्री लायी जाती है, उनके चालान के सम्बन्ध में।
-साइबर फ्राड से सम्बन्धित खातों का त्वरित निस्तारण करना ताकि व्यापारी के लेनदेन में असुविधा न उत्पन्न हो। थाना स्तर पर व्यापारी द्वारी दिये गये प्रार्थना पत्रों पर त्वरित कार्रवाई करना।
- दुकानों पर लगे कर्मचारियों का नियमित तौर पर पुलिस सत्यापन कराना।
- दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की नियमित रूप से गुणवत्ता को चैक करना एवं आने जाने वाले मुख्य स्थानों को कवर करना।
- व्यापार मण्डल के पदाधिकारीगण अपने साथियों एवं अन्य व्यपारियों के साथ बैठक करेंगे तथा उक्त बिन्दुओं पर कार्य योजना तैयार कर अतिक्रमण हटाने के लिए प्रेरित करेंगे।
- व्यापार मण्डल के पदाधिकारीगण अपने साथियों के साथ स्थानीय पुलिस से समन्वय स्थापित कर कार्यवाही में सहयोग करेंगे।

हर माह में थाना स्तर पर गोष्ठी आयोजन किये जाने पर भी सहमति बनी

जनपद लखनऊ के समस्त व्यापार मण्डलों के पदाधिकारियों से व्यवसायिक स्थानों की सुरक्षा उक्त बिन्दुओं पर कार्ययोजना तैयार कर अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिये गये तथा हर माह में थाना स्तर पर गोष्ठी आयोजन किये जाने पर भी सहमति बनी।
श्रावण के आयोजनों को लेकर लखनऊ पुलिस का ट्रैफिक अलर्ट, डायवर्जन लागू
लखनऊ । श्रावण मास के विशेष आयोजनों को लेकर लखनऊ कमिश्नरेट के प्रमुख शिव मंदिरों—बुद्धेश्वर, मनकामेश्वर, सिद्धनाथ व कोनेश्वर मंदिरके आसपास 11 जुलाई से 9 अगस्त तक यातायात डायवर्जन लागू रहेगा।चूंंकि सावन माह में कांवड़ियों की भारी भीड़ रहती है। इसी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

इस प्रकार रहेगा यातायात व्यवस्था

-डालीगंज से सामान यातायात इक्का तांगा की तरफ नहीं जा सकेगा। अन्य यातायात हसनगंज थाना होते हुए डालीगंज क्रॉसिंग होते हुए अपने गंतव्य को जा सकेंगे।
-हनुमान सेतु तिराहा से नदवां बंधा होते हुए भी हुए कोई भी वाहन इक्का तांगा की ओर नहीं जा सकेगा। बल्कि यह यातायात आईटी होते हुए अपने गंतव्य को जा सकेगा।
-मनकामेश्वर मंदिर ढाल तिराहा से किसी प्रकार का यातायात मनकामेश्वर मंदिर की ओर नहीं जा सकेगा।

बुद्धेश्वर मंदिर की ओर समस्त प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेगा

-मनकामेश्वर मंदिर नदवा बन्धा ढाल तिराहा से मनकामेश्वर मंदिर की तरफ सामान्य यातायात नहीं जा सकेगा बल्कि यह यातायात हनुमान सेतू या बन्धा रोड़ होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।
-बुद्धेश्वर चौराहे की तरफ से बुद्धेश्वर मंदिर की ओर समस्त प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेगा। बल्कि यह यातायात बुद्धेश्वर ओवरब्रिज के ऊपर से होकर अपने गंतव्य को जा सकेगा।
-पाल तिराहा की तरफ से बुद्धेश्वर चौराहे की ओर समस्त प्रकार के वाहन प्रतिबन्धित रहेगा।

बुद्धेश्वर ओवरब्रिज के ऊपर से होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेगा

-आगरा एक्सप्रेस वे की तरफ से सीतापुर रोड की ओर जाने वाले समस्त प्रकार के वाहन मोहान मोड़ से तिकोनिया तिराहा से बुद्धेश्वर ओवरब्रिज के ऊपर से होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेगा।
-दुबग्गा तिराहा की तरफ से तिकोनिया तिराहा बाराबिरवा चौराहा की ओर जाने वाले समस्त प्रकार के वाहन बुद्धेश्वर ओवरब्रिज के ऊपर से होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेगा।
-बाराबिरवा चौराहा/मानकनगर की तरफ से सीतापुर रोड/दुबग्गा की ओर जाने वाले समस्त प्रकार के वाहन बुद्धेश्वर ओवरब्रिज के ऊपर से होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेगा।
-नहर तिराहा से बुद्धेश्वर चौराहा की तरफ सामान्य यातायात नही जा सकेगा, बल्कि यह यातायात मोहान रोड तिराहा, तिकोनिया तिराहा होते हुये अपने गन्तव्य को जा सकेगा।

केवल इन वाहनों को रहेगा छूट

उपरोक्त डायवर्जन के दौरान सामान्य यातायात हेतु प्रदान डायवर्जन मार्ग पर यदि किसी जन-सामान्य की चिकित्सकीय अपरिहार्यता की स्थिति में वैकल्पिक मार्ग के अभाव में प्रतिबन्धित मार्ग पर भी एम्बुलेन्स, शव वाहन, फायर सर्विस, स्कूली वाहन इत्यादि को ट्रैफिक पुलिस/स्थानीय पुलिस द्वारा जुलूस के दौरान अनुमन्य रहेगा। इसके लिए ट्रैफिक कन्ट्रोल नंम्बर-9454405155 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
'सीखते हैं करके': योगी सरकार का स्कूल शिक्षा में क्रांतिकारी प्रयोग
* LBD कार्यक्रम से स्कूली शिक्षा को मिला व्यावसायिक आधार, 75 जिलों में LBD लैब्स की स्थापना

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में एक ऐतिहासिक बदलाव लाया जा रहा है। अब किताबों तक सीमित ज्ञान नहीं, बल्कि बच्चों को सीखते हुए करने और करते हुए सीखने पर बल दिया जा रहा है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रारंभ किया गया ‘सीखते हैं करके’ कार्यक्रम राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की परिभाषा को पूरी तरह बदल रहा है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को धरातल पर उतारते हुए कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को अब पारंपरिक विषयों के साथ-साथ काष्ठ कर्म, धातु कार्य, कृषि-बागवानी, स्वास्थ्य व पोषण, जैसे विषयों में व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे बच्चों में न केवल रोजगार कौशल विकसित हो रहा है, बल्कि वे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं।
2024-25 में इस कार्यक्रम का विस्तार करते हुए प्रदेश के 75 जिलों के 2274 उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों में आधुनिक LBD लैब्स स्थापित की गई हैं। प्रत्येक लैब को 205 आधुनिक औजारों व उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। स्कूल प्रबंधन समितियों को उपभोज्य सामग्री व कच्चा माल भी उपलब्ध कराया गया है। इससे पहले 15 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 5,937 बच्चों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
UNICEF और विज्ञान आश्रम के सहयोग से 60 स्किल आधारित गतिविधियों का टीचर मैनुअल विकसित किया गया है, जिसे SCERT से स्वीकृति मिली है। गणित व विज्ञान शिक्षकों को मल्टी स्किलिंग प्रशिक्षण भी दिया गया है। कार्यक्रम से लड़कियों की भागीदारी, श्रम की गरिमा, और लैंगिक समानता को भी नया आयाम मिला है। अगले चरण में इसे 3288 और विद्यालयों में लागू किया जाएगा।

* ‘सीखते हैं करके’ से शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव: संदीप सिंह

मुख्यमंत्री योगी की सोच पर आधारित ‘सीखते हैं करके’ कार्यक्रम शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान से आगे ले जाकर रोजगारपरक, व्यावहारिक और जीवनोपयोगी बना रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि यह पहल बच्चों को हुनरमंद, स्वावलंबी और सक्षम नागरिक बना रही है। यह कार्यक्रम न सिर्फ छात्रों के कौशल को निखार रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश को ‘स्किल इंडिया मिशन’ से मजबूती से जोड़कर आत्मनिर्भर राज्य की नींव भी रख रहा है। सरकारी विद्यालयों में इसे तेजी से लागू किया जा रहा है।
अवैध धर्मांतरण के खिलाफ योगी सरकार की सख्ती, 16 दोषियों को सजा, 12 को आजीवन कारावास
* 450 से अधिक अवैध प्रमाणपत्र और विदेशी फंडिंग के दस्तावेज भी बरामद

* पुलिस, एसटीएफ और एटीएस ने पिछले आठ वर्षों में दो दर्जन से अधिक अवैध धर्मांतरण के आकाओं और सहयोगियों को दबोचा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध धर्मांतरण के खिलाफ निर्णायक अभियान छेड़ रखा है। बीते आठ वर्षों में पुलिस, एसटीएफ और एटीएस की कार्रवाई में दो दर्जन से अधिक संगठित धर्मांतरण गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ है। इन गिरोहों के सरगनाओं और सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं अभियोजन विभाग की प्रभावी पैरवी के चलते 16 आरोपियों को सजा भी दिलाई गई है—जिनमें 12 को आजीवन कारावास और 4 को 10 वर्ष की कठोर सजा सुनाई गई है। साथ ही सभी दोषियों पर अर्थदंड भी लगाया गया है।

डीजीपी राजीव कृष्णा ने बताया कि यह कार्रवाई केवल गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रही, बल्कि राज्य में अवैध धर्मांतरण के सुनियोजित नेटवर्क की रीढ़ तोड़ दी गई है। गिरफ्तार आरोपी सिर्फ उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं थे, बल्कि दिल्ली, महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात और हरियाणा में भी सक्रिय थे। इनका उद्देश्य बहुसंख्यक आबादी में धार्मिक असंतुलन पैदा करना और देश की शांति व्यवस्था को बाधित करना था।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी इस्लामिक दावा सेंटर जैसे संगठनों की आड़ में गरीब, असहाय, दिव्यांग और बेरोजगार लोगों को नौकरी, इलाज, शादी और पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराते थे। कुछ मामलों में इनका संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से भी सामने आया है। डीजी अभियोजन दीपेश जुनेजा ने बताया कि वैज्ञानिक साक्ष्यों और ठोस पैरवी की बदौलत कोर्ट से सख्त सजा दिलवाई गई। यह प्रदेश सरकार के धार्मिक-सामाजिक एकता और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के संकल्प का प्रमाण है।

* अवैध धर्मांतरण के इन आरोपियों को दिलायी गयी सजा :
1. मोहम्मद उमर गौतम, 2. मौलाना कलीम सिद्दीकी, 3. काज़ी जहांगीर आलम कासमी, 4. इरफान शेख उर्फ इरफान खान, 5. सरफराज अली जाफरी
6. कौशर आलम, 7. फराज बाबुल्लाह शाह, 8. अब्दुल्ला उमर, 9. धीरज गोविंद राव जगताप, 10. सलाउद्दीन जैनुद्दीन शेख, 11. प्रसाद रामेश्वर कांवरे उर्फ आदम
12. अर्सलान मुस्तफा उर्फ भूप्रिय बंदो, 13. मोहम्मद सलीम, 14. राहुल भोला
15. मन्नू यादव, 16. कुणाल अशोक चौधरी