आज शाम तक बाहर आ सकते हैं मजदूर, अस्पताल में बेड और परिजनों को तैयार रहने को कहा गया
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उत्तराखंड की सिल्क्यारा टनल में 12 नवंबर से फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिशें लगातार जारी हैं। फिलहाल मैन्युअली खुदाई की जा रही है।उत्तरकाशी में रेस्क्यू का आखिरी राउंड चल रहा है।अब 2-3 मीटर की ड्रिलिंग बाकी है।उम्मीद है कि कुछ देर में खुशखबरी आ सकती है। करीब 17 दिन से मलबे में फंसे मजदूरों और परिजनों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। उम्मीद जताई जा रही है कि आज देर शाम तक सभी 41 मजदूर टनल से बाहर आ सकते हैं।मजदूरों के परिजनों को तैयार रहने को कहा गया है। उन्हें अपने परिजनों के कपड़े और दूसरे जरूरी सामान लेकर टनल के बाहर आने को कहा गया है।
रेस्क्यू टीम अब श्रमिकों से केवल तीन मीटर ही दूर है। कर्नल राहत एवं बचाव अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि मैन्युअल ड्रिलिंग 53.9 मीटर तक हो गई है। 57 मीटर पर ब्रेकथ्रू होने की उम्मीद है। वहीं, माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने कहा कि हम अभी भी खुदाई कर रहे हैं। हमें कुछ और मीटर तक जाना है। हम शाम 5 बजे तक कुछ परिणाम देखने की उम्मीद कर रहे हैं। 2-3 मीटर बाकी हैं।
अस्पताल में 41 बेड तैयार रखे गए हैं। वहीं, मजदूरों के परिवार वालों से कहा गया है कि वह मजदूरों के कपड़ों समेत जरूरी सामान वाले बैग तैयार रखें। हादसे की जगह सीएम धामी भी मौजूद हैं। धामी ने पीएम मोदी को रेस्क्यू ऑपरेशन की अपडेट दी है। सीएम धामी ने ने बताया है कि फंसे हुए मजदूरों को निकालने के बाद सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।मौके पर डॉक्टर की टीम भी मौजूद है। सभी अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है। अस्पताल में 41 बेड तैयार रखे गए हैं। टनल में फंसे मजदूरों को सीधा यहीं लाया जाएगा।
सीएम पुष्कर धामी ने एक्स पर पोस्ट किया कि सिलक्यारा पहुंचकर टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का स्थलीय निरीक्षण किया। टनल में फंसे श्रमिकों का कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को श्रमिक भाइयों से निरंतर संपर्क में रहने के निर्देश दिए। सभी श्रमिक स्वस्थ एवं सुरक्षित हैं। बाबा बौख नाग जी से सभी श्रमिक भाइयों के सकुशल बाहर निकालने हेतु संचालित रेस्क्यू ऑपरेशन की शीघ्र सफलता की कामना करता हूं।
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3 hours ago