सीएम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने मेदांता में मंत्री हफीजुल हसन से मुलाकात की, शीघ्र स्वस्थ होने की कामना

गुड़गांव, हरियाणा: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन ने आज गुड़गांव स्थित मेदांता हॉस्पिटल में इलाजरत राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण एवं जल संसाधन मंत्री श्री हफीजुल हसन से मुलाकात कर उनका कुशल-क्षेम जाना. मुख्यमंत्री ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की.

यह उल्लेखनीय है कि मंत्री श्री हफीजुल हसन हाल ही में एक सफल हार्ट सर्जरी के उपरांत यहां चिकित्सकों की निगरानी में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. मुख्यमंत्री और विधायक की यह मुलाकात उनके प्रति एकजुटता और समर्थन को दर्शाती है.

झामुमो अपनी असफलता छुपाने के लिए केंद्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रही है - प्रतुल शाह देव

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अपनी 6 वर्षों की सबसे असफल सरकार की विफलताओं को छुपाने के लिए केंद्र सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रही है।प्रतुल ने कहा कि झारखंड का केंद्र सरकार ने झारखंड को 2024-25 के केंद्रीय बजट में रेलवे परियोजनाओं के लिए ₹9,853 करोड़ आवंटित किए हैं, जिसमें अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रांची, हटिया, और अन्य स्टेशनों का आधुनिकीकरण शामिल है। खनन क्षेत्र में रॉयल्टी और जीएसटी के माध्यम से झारखंड को उसका उचित हिस्सा मिल रहा है।जल जीवन मिशन में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण झारखंड सरकार ने इस योजना को लूट की भेट चढ़ा दी है। ये योजना अभी भी राष्ट्रीय औसत में सबसे नीचे है जो शर्मनाक है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 10,000 किमी से अधिक ग्रामीण सड़कें बनाई गई हैं। केंद्र सरकार की डीएमएफटी योजना के तहत झारखंड को खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए 2024 तक ₹12,000 करोड़ से अधिक की राशि प्राप्त हुई है।प्रतुल ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2024-25 में मनरेगा के लिए ₹86,000 करोड़ का बजट आवंटित किया है, जिसमें झारखंड को उसकी मांग के अनुसार राशि दी जा रही है। झारखंड में मनरेगा कार्यों में देरी और भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आई हैं, जिसके लिए हेमंत सरकार जिम्मेवार है। 2024-25 में जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने झारखंड के लिए ₹1,200 करोड़ से अधिक का आवंटन किया है। यदि राशि का उपयोग नहीं हो रहा, तो यह राज्य सरकार की प्रशासनिक अक्षमता को दर्शाता है।15वें वित्त आयोग के तहत झारखंड को 2021-26 के लिए ₹31,000 करोड़ से अधिक की राशि दी गई है

एक तरफ पैसे की मांग,दूसरी तरफ वित्त मंत्री की स्वीकारोक्ति की विभाग पैसा खर्च नहीं कर रहे

झामुमो को केंद्र पर आरोप लगाने से पहले अपनी सरकार की विफलताओं पर ध्यान देना चाहिए।वित्त मंत्री ने खुद स्वीकार किया है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के 3 महीने बीत जाने के बाद भी अनेक विभागों में खर्च शून्य है जिसमें कृषि जैसा महत्वपूर्ण विभाग शामिल है।पिछले महीने ही कैबिनेट की बैठक के दौरान लंबे समय तक बिजली का कटना हेमंत सरकार की सच्चाई से अवगत कराती है।

पूर्णिया की घटना अत्यंत दुखद

प्रतुल ने कहा कि पूर्णिया की घटना अत्यंत दुखद है। बिहार सरकार ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है। बिहार पुलिस ने इस मामले में तुरंत FIR दर्ज की और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। एनसीरबी के आंकड़ों के अनुसार बिहार में अपराध दर 2012-14 (यूपीए शासनकाल) की तुलना में 2024 में 30% कम हुई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के शासनकाल में पिछले साढे पांच वर्षों में 8000 से ज्यादा बलात्कार की घटना हुई है जिसमें लगभग एक तिहाई घटनाएं में आदिवासी बेटियां शिकार हुई है।यह आंकड़ा आबुआ सरकार की पोल खोलने के लिए काफी है।

बिहार एसआईआर फॉर्म संग्रह आधे रास्ते तक पहुंचा, 14 दिनों में 46.95% काम पूरा; 17 दिन शेष

पटना, बिहार: बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है, और ऐसा लगता है कि गणना फॉर्म संग्रह का कार्य निर्धारित अंतिम तिथि 25 जुलाई, 2025 से काफी पहले पूरा हो जाएगा. 24 जून, 2025 को एसआईआर निर्देश जारी होने के बाद से पहले 14 दिनों में, कुल 7,89,69,844 (लगभग 7.90 करोड़) मतदाताओं में से 3,70,77,077 गणना फॉर्म एकत्र किए जा चुके हैं, जो कुल का 46.95% है (8 जुलाई, 2025 को शाम 6 बजे तक).

फॉर्म वितरण और अपलोडिंग की स्थिति

अभियान के पहले दो हफ्तों में, 7.90 करोड़ फॉर्म मुद्रित किए गए थे, और इनमें से 97% से अधिक फॉर्म (7,70,44,990) मतदाताओं को वितरित किए जा चुके हैं. साथ ही, 18.16% फॉर्म ECINET पर अपलोड किए जा चुके हैं. यह देखा गया है कि बड़ी संख्या में संभावित मतदाता एसआईआर आदेश दिनांक 24.06.25 में निर्दिष्ट पात्रता दस्तावेजों के साथ गणना फॉर्म जमा करना पसंद कर रहे हैं.

तेज गति से संग्रह कार्य जारी

अब प्रयास शेष आधे गणना फॉर्म और पात्रता दस्तावेजों को एकत्र करने का है, जबकि 25 जुलाई से पहले अभी भी 17 दिन बाकी हैं. पिछले 24 घंटों में यानी कल शाम 6 बजे से, 82,78,617 गणना फॉर्म एकत्र किए गए हैं, जो एक ही दिन में 10.5% संग्रह के बराबर है. फील्ड में इसी गति को बनाए रखते हुए, और लगभग 50 प्रतिशत फॉर्म शेष रहने के साथ, यह अभ्यास समय पर पूरा किया जा सकता है.

जमीनी स्तर पर बढ़े हुए प्रयास

संग्रह के प्रयासों को तेज करने के लिए जमीनी स्तर पर 20,603 अतिरिक्त बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) जोड़े गए हैं. पहले से ही, 77,895 बीएलओ मतदाताओं को उनके गणना फॉर्म भरने और उन्हें एकत्र करने में मदद करने के लिए घर-घर जा रहे हैं. बीएलओ ने पहले ही प्रत्येक घर में अपनी अनिवार्य तीन विजिट में से पहली पूरी कर ली है, और दूसरी विजिट चल रही है.

लगभग 4 लाख स्वयंसेवक, जिनमें सरकारी अधिकारी, एनसीसी कैडेट, एनएसएस सदस्य आदि शामिल हैं, भी एसआईआर प्रक्रिया में बुजुर्गों, पीडब्ल्यूडी (दिव्यांगजनों), बीमार और कमजोर आबादी को सुविधा प्रदान करने के लिए मैदान में काम कर रहे हैं.

प्रशासनिक और राजनीतिक दलों का सहयोग

इसके अलावा, सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों (ACs) को कवर करने वाले ईआरओ (निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी), 963 एईआरओ (सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी), 38 डीईओ (जिला निर्वाचन अधिकारी) और राज्य के सीईओ (मुख्य निर्वाचन अधिकारी) मतदाताओं को अपने फॉर्म जमा करने की सुविधा के लिए जमीनी स्तर पर मौजूद हैं.

सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों ने भी बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) की नियुक्ति तेज कर दी है, और वे सक्रिय रूप से मैदान में भाग ले रहे हैं. आज की तारीख तक, 1,56,626 बीएलए नियुक्त किए जा चुके हैं, जो अभियान की शुरुआत में 1,38,680 थे. वे अभी भी चुनावी रोल पर मैनुअल के 25.2.1 के अनुसार और बीएलए नियुक्त कर सकते हैं.

यह दिखाता है कि बिहार में मतदाता पुनरीक्षण अभियान अपनी तय समय-सीमा के भीतर सफलतापूर्वक पूरा होने की दिशा में अग्रसर है.

रांची: 13 साल से परेशान रिटायर्ड श्रीकांत तिवारी को डीसी के जनता दरबार में मिली राहत, 10 मिनट में हुआ जमीन का म्यूटेशन

रांची, झारखंड: राजधानी रांची में सरकारी कामकाज में पारदर्शिता और त्वरित समाधान का एक बेहतरीन उदाहरण सामने आया है. प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से रिटायर्ड वरिष्ठ नागरिक श्रीकांत तिवारी का 13 साल का लंबा इंतजार आज उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में खत्म हो गया. उनकी जमीन का दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) जनता दरबार के दौरान ही मात्र 10 मिनटों में पूरा कर दिया गया.

भावुक हुए श्रीकांत तिवारी, डीसी और सीएम का जताया आभार

अपनी जमीन का म्यूटेशन होने के बाद उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री को धन्यवाद देने पहुंचे श्रीकांत तिवारी भावुक हो गए. रुंधे गले से उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन और उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री का आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा, "थैंक यू डीसी सर!" यह घटना सरकारी कार्यालयों में आम जनता को होने वाली परेशानियों और एक संवेदनशील प्रशासन द्वारा उनके समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश देती है.

13 साल का इंतजार, 10 मिनट में समाधान

श्रीकांत तिवारी नामकुम अंचल के तुपुदाना मौजा में 07 डिसिमल जमीन के दाखिल-खारिज के लिए वर्ष 2012 से लगातार प्रयासरत थे. अपनी फरियाद लेकर वे उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार पहुंचे. उपायुक्त ने उनके सारे दस्तावेज देखने के बाद तत्काल फोन पर ही नामकुम अंचल अधिकारी को म्यूटेशन का निर्देश दिया. इस त्वरित कार्रवाई का परिणाम यह रहा कि श्रीकांत तिवारी की जमीन का दाखिल-खारिज सिर्फ 10 मिनट में हो गया, जिससे उनकी 13 साल की परेशानी का अंत हुआ.

उपायुक्त का सख्त निर्देश: "पदाधिकारी/कर्मी जिम्मेवारी के साथ कार्य करें"

इस घटना के बाद उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने सभी पदाधिकारी और कर्मियों को सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि आम जनता को बेवजह कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े और उन्हें परेशानी न हो, इसके लिए सभी पदाधिकारी/कर्मी पूरी जिम्मेवारी के साथ कार्य करें. उपायुक्त का यह रुख दर्शाता है कि वे प्रशासनिक कार्यों में दक्षता, पारदर्शिता और जन-केंद्रित दृष्टिकोण को बढ़ावा देना चाहते हैं.

यह मामला रांची जिला प्रशासन की जनता के प्रति जवाबदेही और समस्याओं के त्वरित समाधान की प्रतिबद्धता को उजागर करता है, जिससे आम नागरिकों में सरकारी व्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ेगा.

चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव के घर आया नन्हा मेहमान, दूसरी बार दादा बनने पर सोशल मीडिया पर साझा की खुशी

चक्रधरपुर, झारखंड: चक्रधरपुर विधानसभा सीट से विधायक सुखराम उरांव के घर एक नन्हे मेहमान का आगमन हुआ है. उनकी पुत्रवधू ने एक बेटे को जन्म दिया है, जिससे विधायक दूसरी बार दादा बन गए हैं. इस खुशी को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर अपने पोते की एक प्यारी सी तस्वीर साझा करते हुए व्यक्त किया.

दादा सुखराम उरांव का भावुक संदेश

विधायक सुखराम उरांव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "मेरा पौत्र, नन्हा दोस्त, दादा की पूंजी…आप सभी का आशीर्वाद बना रहे." इस संदेश के साथ ही उन्हें सोशल मीडिया यूजर्स से ढेरों बधाइयां मिल रही हैं, जो उनके परिवार में आए इस नए सदस्य पर खुशी जाहिर कर रहे हैं.

लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं सुखराम उरांव

सुखराम उरांव चक्रधरपुर विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं. उन्होंने सबसे पहले 2005 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर विधायक बने थे. 2009 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 2014 में झामुमो ने इस सीट पर वापसी की और शशिभूषण समद विधायक चुने गए. 2019 में सुखराम उरांव एक बार फिर झामुमो के टिकट पर इस सीट से विधानसभा पहुंचे और इसके बाद 2024 में उन्होंने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की, अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत बनाए रखा.

यह खुशी का पल उनके व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन दोनों में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ता है.

रांची की सरकारी शराब दुकानों का संचालन अब होमगार्ड करेंगे, प्लेसमेंट एजेंसियों की जगह 367 जवानों की होगी तैनाती

रांची, झारखंड: राजधानी रांची में सरकारी शराब दुकानों के संचालन को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है. अब तक प्लेसमेंट एजेंसियों द्वारा संचालित की जा रही शराब दुकानों की जिम्मेदारी अब होमगार्ड के जवानों को सौंपी जाएगी. इस संबंध में रांची डीसी ने एक पत्र लिखा है.

166 दुकानों के लिए 367 जवानों की होगी प्रतिनियुक्ति

जानकारी के अनुसार, रांची जिले में कुल 166 खुदरा शराब दुकानें हैं, जिनमें 76 विदेशी शराब दुकानें, 41 देशी शराब दुकानें और 49 कंपोजिट शराब दुकानें शामिल हैं. इन दुकानों के सुचारू संचालन के लिए कुल 367 होमगार्ड जवानों की प्रतिनियुक्ति की आवश्यकता होगी:

76 विदेशी शराब दुकानों के लिए प्रति दुकान तीन जवानों के हिसाब से कुल 228 जवान.

41 देशी शराब दुकानों के लिए प्रति दुकान एक जवान के हिसाब से कुल 41 जवान.

49 कंपोजिट शराब दुकानों के लिए प्रति दुकान दो जवानों के हिसाब से कुल 98 जवान.

डीसी ने होमगार्ड समादेष्टा को लिखा पत्र

बताया जा रहा है कि रांची जिले में उत्पाद विभाग से जुड़े दुकानों के संचालन के लिए कुल 367 जवानों की यह नियुक्ति जिला उत्पाद कार्यालय रांची में आवश्यक है. इस संबंध में डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने होमगार्ड के समादेष्टा को पत्र लिखा है.

पत्र में स्पष्ट किया गया है कि शराब दुकानों की बंदोबस्ती और संचालन नियमावली को लागू करने में अभी दो महीने का समय लग सकता है. मौजूदा प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से दुकानों का संचालन जारी रखना गड़बड़ी की आशंकाओं के कारण सही नहीं प्रतीत हो रहा है. इसलिए, अब होमगार्ड के जवान ही रांची में शराब दुकानों का संचालन करेंगे, जिससे पारदर्शिता और बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके.

अशोक कुमार सहगल ने PVUNL के नए CEO के रूप में कार्यभार संभाला, ऊर्जा क्षेत्र में 35 वर्षों का अनुभव

पतरातू, झारखंड | 6 जुलाई 2025: श्री अशोक कुमार सहगल ने आज पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL), पतरातू के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) का पदभार ग्रहण कर लिया है. उनके पास एनटीपीसी में 35 वर्षों से अधिक का समृद्ध और बहुआयामी अनुभव है, जो PVUNL की निर्माणाधीन परियोजनाओं को नई गति देने में महत्वपूर्ण साबित होगा.

PVUNL: झारखंड के ऊर्जा परिदृश्य को सशक्त करने का लक्ष्य

पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL) एनटीपीसी और JBVNL का एक संयुक्त उपक्रम है. इसकी स्थापना झारखंड में 4000 मेगावाट क्षमता का आधुनिक ताप विद्युत संयंत्र स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी. इसकी पहली चरण की परियोजना 2400 MW (3X800) मेगावाट की है, जिसमें से पहली इकाई का कार्य तेजी से चल रहा है. श्री सहगल के नेतृत्व में उम्मीद है कि यह परियोजना अपने निर्धारित लक्ष्यों को और भी तेजी से प्राप्त करेगी.

अनुभवी नेतृत्व और बहुआयामी पृष्ठभूमि

श्री सहगल ने वर्ष 1989 में एनटीपीसी में एक्जीक्यूटिव ट्रेनी के रूप में कमीशनिंग एंड टेस्टिंग डिपार्टमेंट से अपनी सेवा शुरू की थी. तब से, उन्होंने संचालन, अनुरक्षण, टरबाइन तकनीक, परियोजना प्रबंधन, प्लांट ओवरऑल ऑपरेशन, तथा कॉर्पोरेट मॉनिटरिंग जैसे विविध तकनीकी और प्रबंधकीय क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है. उन्होंने तालचर कनिहा में परियोजना प्रमुख (BUH) के तौर पर भी कार्य किया, जिस दौरान इस प्रोजेक्ट ने कई महत्वपूर्ण कीर्तिमान स्थापित किए और एनटीपीसी में अग्रणी परियोजना बना.

शैक्षणिक रूप से, श्री सहगल ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक (B.E.) की उपाधि प्राप्त की है. इसके अलावा, उन्होंने आईआईटी दिल्ली से पावर इंजीनियरिंग में एम.टेक, भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बेंगलुरु से उच्च प्रबंधन प्रशिक्षण, और इग्नू से फाइनेंस में पी.जी. डिप्लोमा भी किया है. उन्होंने अमेरिका के सिलिकॉन वैली में एडवांस मैनेजमेंट प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है, जिससे उनके नेतृत्व कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण को और सुदृढ़ता मिली है. उनका यह बहुआयामी शैक्षणिक और व्यावसायिक अनुभव निश्चित रूप से PVUNL को तकनीकी उत्कृष्टता और परियोजना लक्ष्यों को प्राप्त करने में उत्कृष्ट मार्गदर्शन प्रदान करेगा.

श्री सहगल अपने सौम्य व्यवहार, सशक्त नेतृत्व क्षमता, तकनीकी कुशलता और व्यावसायिक निर्णय शक्ति के लिए जाने जाते हैं. उनके नेतृत्व में PVUNL अपनी निर्माणाधीन 3x800 मेगावाट ताप विद्युत परियोजना के कार्यान्वयन में और भी गति प्रदान करेगा, जिससे झारखंड राज्य के ऊर्जा परिदृश्य को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा सकेगी.

झारखंड के लाल 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी 44 साल के हुए, सीएम हेमंत सोरेन समेत देशभर से मिल रही बधाइयां

रांची, झारखंड: भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक और 'कैप्टन कूल' के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी आज अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं. सोमवार, 7 जुलाई 2025 को मनाए जा रहे उनके इस खास दिन पर देश-विदेश से लाखों प्रशंसक, खेल हस्तियां और राजनेता उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दे रहे हैं. धोनी के गृह नगर रांची में उनके चाहने वालों का उत्साह चरम पर है, जहां बड़ी संख्या में उनके फैंस जन्मदिन की बधाई देने उनके फार्महाउस भी पहुंचे हैं. इसी बीच, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी बेहद खास अंदाज में अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए माही को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भावुक संदेश

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर महेंद्र सिंह धोनी के लिए एक बेहद ही भावुक और आत्मीय संदेश लिखा. धोनी को जन्मदिन की बधाई देते हुए सीएम ने ट्वीट किया, "झारखण्ड के लाल कैप्टन कूल माही को जन्मदिन की ढेरों बधाई, शुभकामनाएं और जोहार, मरांग बुरु आपको सदैव उत्तम स्वास्थ्य और सुदीर्घ जीवन प्रदान करें, यही कामना करता हूँ." मुख्यमंत्री का यह संदेश धोनी के प्रति उनके सम्मान, झारखंड से उनके गहरे जुड़ाव और राज्य के एक प्रतिष्ठित बेटे के रूप में उनकी पहचान को दर्शाता है. 'मरांग बुरु' का उल्लेख झारखंड के आदिवासी समुदाय की परंपराओं और विश्वासों से जुड़ा एक आशीर्वाद है, जो संदेश को और भी व्यक्तिगत और सांस्कृतिक महत्व प्रदान करता है.

धोनी का अतुलनीय योगदान और लोकप्रियता

महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें प्यार से 'माही' बुलाया जाता है, भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 का टी20 विश्व कप, 2011 का वनडे विश्व कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जीती, जिससे वह आईसीसी के तीनों प्रमुख टूर्नामेंट जीतने वाले दुनिया के एकमात्र कप्तान बन गए. धोनी अपनी शांत स्वभाव, दबाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता और अप्रत्याशित फैसलों के लिए जाने जाते हैं, जिसके कारण उन्हें 'कैप्टन कूल' का खिताब मिला.

उनके नेतृत्व कौशल, फिनिशिंग क्षमताओं और विकेटकीपिंग में फुर्ती ने उन्हें दुनिया भर में करोड़ों प्रशंसकों का चहेता बना दिया है. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है. रांची स्थित उनका फार्महाउस अक्सर फैंस के लिए एक तीर्थस्थल बन जाता है, जहां वे अपने पसंदीदा खिलाड़ी की एक झलक पाने या उन्हें जन्मदिन की बधाई देने के लिए इकट्ठा होते हैं.

जन्मदिन पर देश-विदेश से शुभकामनाओं का तांता

धोनी के 44वें जन्मदिन पर क्रिकेट जगत, बॉलीवुड, राजनीति और विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों ने उन्हें शुभकामनाएं भेजी हैं. सोशल मीडिया पर और जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां प्रशंसक उनकी पुरानी तस्वीरें, वीडियो और यादगार लम्हों को साझा कर रहे हैं. यह बताता है कि धोनी केवल एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक प्रेरणा और लाखों लोगों के लिए एक आदर्श हैं.

झारखंड के लिए धोनी का महत्व सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं है. उन्होंने राज्य को वैश्विक मानचित्र पर लाने में मदद की है और युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बने हैं. मुख्यमंत्री सोरेन का यह विशेष संदेश इसी भावना को दर्शाता है, जिसमें एक 'झारखंड के लाल' के रूप में धोनी के योगदान को सराहा गया है.

धोनी वर्तमान में अपने परिवार के साथ जन्मदिन मना रहे हैं, और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भी उनका स्वास्थ्य उत्तम बना रहे, जैसा कि मुख्यमंत्री ने भी कामना की है.

पिता के इलाज के लिए दिल्ली में रहते हुए भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की झारखंड पर डिजिटल पकड़, X के जरिए निपटा रहे जनशिकायतें

रांची, झारखंड: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 24 जून से अपने पिता शिबू सोरेन के इलाज के सिलसिले में दिल्ली में हैं, लेकिन इस दौरान भी वे राज्य के सभी प्रशासनिक कार्यों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. मुख्यमंत्री लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पहले ट्विटर) के माध्यम से न केवल आला अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं, बल्कि आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान भी सुनिश्चित करा रहे हैं.

एक्स (X) के जरिए एक दर्जन से अधिक शिकायतों का निपटारा

दिल्ली में रहते हुए भी सीएम हेमंत सोरेन ने अब तक एक दर्जन से अधिक जनशिकायतों का निपटारा किया है. इनमें स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और दिव्यांगजनों से जुड़ी शिकायतें प्रमुख रही हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से ही उन्होंने घायल अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विमल तिकी को शीघ्र बेहतर इलाज कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया. वहीं, मूकबधिर सौम्या को आवश्यक मशीन मुहैया कराने का भी आदेश दिया. मुख्यमंत्री ने सभी मामलों में व्यक्तिगत दिलचस्पी दिखाते हुए संबंधित अधिकारियों को तुरंत जरूरी निर्देश दिए.

उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से लेकर विभिन्न जिलों के उपायुक्तों तक को एक्स पर ही टैग करते हुए निर्देशित किया, जिसकी वजह से समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित हो सकी.

डिजिटल सक्रियता और लोकप्रियता

झारखंड की राजनीति में हेमंत सोरेन की डिजिटल पकड़ उन्हें एक अलग पहचान दे रही है. श्री सोरेन नियमित रूप से अपने सरकारी निर्णयों, जनकल्याण योजनाओं और राजनीतिक विचारों को सोशल मीडिया के जरिए साझा करते हैं. मुख्यमंत्री की डिजिटल सक्रियता और समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता की सराहना सोशल मीडिया पर भी हो रही है.

सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता की बात करें तो झारखंड में अन्य सभी नेताओं के मुकाबले सीएम के फॉलोअर्स सबसे अधिक हैं. एक्स पर उनके फॉलोअर्स की संख्या लगभग 10.1 लाख है, जो उन्हें न सिर्फ झारखंड, बल्कि देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की तुलना में भी सोशल मीडिया पर मजबूत बनाती है. इंस्टाग्राम पर भी हेमंत सोरेन के फॉलोअर्स की संख्या 2.46 लाख से अधिक है, जो उन्हें युवा वर्ग के बीच लोकप्रिय सिद्ध करती है.

डुमरी विधायक जयराम महतो कल टॉप-40 छात्रों को करेंगे सम्मानित, देंगे तीन माह के वेतन का 75% प्रोत्साहन राशि

डुमरी, झारखंड: डुमरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक जयराम महतो ने अपने विधानसभा क्षेत्र के होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित करने की घोषणा की है. कल, 7 जुलाई को नावाडीह स्टेडियम में एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें 10वीं और 12वीं कक्षा के टॉप-10 विद्यार्थियों को विधायक अपने तीन माह के वेतन का 75 प्रतिशत हिस्सा प्रोत्साहन राशि के रूप में देंगे.

40 विद्यार्थियों की सूची जारी, मैट्रिक और इंटर के टॉपर शामिल

विधायक जयराम महतो ने इस सम्मान समारोह के लिए कुल 40 विद्यार्थियों की एक सूची जारी की है. इस सूची में मैट्रिक के 10 टॉप विद्यार्थी, और इंटर के तीनों संकायों (विज्ञान, वाणिज्य, कला) से 10-10 टॉप विद्यार्थियों के नाम शामिल हैं.

वादे के अनुसार प्रोत्साहन राशि का वितरण

विधायक जयराम महतो ने बताया कि यह उनके पूर्व में किए गए वादे के अनुरूप है, जिसके तहत वे अपने तीन माह के वेतन का 75 प्रतिशत डुमरी विधानसभा के 10वीं और 12वीं के टॉप-10 विद्यार्थियों के बीच प्रोत्साहन राशि के रूप में वितरित करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अगर डुमरी विधानसभा क्षेत्र में किसी भी विद्यार्थी को जारी सूची से अधिक अंक मिले हैं, तो वे 9955000143 या 6206920887 नंबर पर कॉल कर इसकी जानकारी दे सकते हैं. यह पहल क्षेत्र में शिक्षा और छात्रों के प्रोत्साहन के प्रति विधायक की प्रतिबद्धता को दर्शाती है.