मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट में होटल ऑपरेशन्स में डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत
लखनऊ। राजधानी स्थित मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट (एमकेआईटीएम) ने पर्यटन और होटल उद्योग में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक नई पहल की है। संस्थान ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के सहयोग से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन होटल ऑपरेशन्स पाठ्यक्रम शुरू किया है।

इस पहल की जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि इस कोर्स का उद्देश्य होटल उद्योग के संचालन और प्रबंधन के लिए विशेषज्ञ मानव संसाधन तैयार करना है। साथ ही, यह पाठ्यक्रम उन विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो नियमित कक्षाओं में भाग नहीं ले सकते, लेकिन होटल और टूरिज्म सेक्टर में करियर बनाना चाहते हैं।

मंत्री ने बताया कि इस कोर्स में विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ औद्योगिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। कोर्स हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है, और यह स्नातक उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए खुला है। कुल 48 क्रेडिट्स वाले इस कोर्स को इग्नू ने अलग-अलग मॉड्यूल में विभाजित किया है।

पर्यटन मंत्री ने कहा, “एमकेआईटीएम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं व्यावसायिक कौशल के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। यह संस्थान न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि उद्योग जगत को परामर्श सेवाएं देकर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।”

अब इच्छुक अभ्यर्थी इस कोर्स के लिए एमकेआईटीएम की वेबसाइट www.mkitm.com, इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in या दूरस्थ प्रवेश पोर्टल https://ignouadmission.samarth.edu.in के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं। यह कोर्स उत्तर प्रदेश के युवाओं को होटल उद्योग में वैश्विक मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण देकर उन्हें बेहतर करियर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
रेरा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अध्यक्ष संजय आर. भूसरेड्डी ने दिए कड़े निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण की साप्ताहिक समीक्षा बैठक सोमवार को अध्यक्ष संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता में लखनऊ स्थित मुख्यालय के सभागार में संपन्न हुई। नोएडा कार्यालय के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।

बैठक में अध्यक्ष ने एजेंडा बिंदुओं पर विस्तृत और विन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन प्रमोटर्स ने अब तक भूमि व नक्शों से संबंधित अभिलेख रेरा पोर्टल पर अपलोड नहीं किए हैं, उनकी सूची संबंधित विकास प्राधिकरणों को भेजी जाए। साथ ही यह पुष्टि कराई जाए कि उनके द्वारा प्रस्तुत नक्शों को प्राधिकरण ने स्वीकृति दी है या नहीं।

श्री भूसरेड्डी ने धारा 31 के अंतर्गत दायर शिकायतों, अवमानना याचिकाओं, अपीलों, सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, रेरा ट्रिब्यूनल और अन्य न्यायिक मंचों पर लंबित प्रकरणों की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने इन मामलों की गंभीरता से निगरानी करने और प्रभावी पैरवी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

इसके अतिरिक्त, अध्यक्ष ने निम्न विषयों पर भी समीक्षा की जिसमें रेरा एजेंट्स, प्रमोटर्स और शिकायतकर्ताओं के मध्य हुए समझौतों की स्थिति। पंजीकृत परियोजनाओं में रेरा अधिनियम व नियमावली का अनुपालन और हाईकोर्ट में लंबित रिट याचिकाओं की प्रगति आदि विषय थे।

बैठक में सचिव महेंद्र वर्मा, प्रमुख सलाहकार अबरार अहमद, तकनीकी सलाहकार संजय तिवारी, वित्त परामर्शदाता सुधांशु त्रिपाठी, संयुक्त सचिव उमाशंकर सिंह, सहायक निदेशक (सिस्टम) अमरीश कुमार सहित रेरा के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। नोएडा कार्यालय के अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से बैठक में जुड़े। बैठक के अंत में अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि रेरा की पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता को बनाए रखने हेतु सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का समयबद्ध निर्वहन सुनिश्चित करें।
स्वाति और कनक सिंह ने युगांडा पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम किया रोशन : मंत्री नरे


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की बेटियों ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ की छात्राएँ स्वाति और कनक सिंह ने युगांडा की राजधानी कैंपाला में 1 से 6 जुलाई 2025 तक आयोजित 'Uganda Para Badminton International Tournament' में अद्भुत प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर प्रदेश और देश को गौरवांवित किया है।

प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  नरेन्द्र कश्यप ने इन दोनों छात्राओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योगी सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में लाने हेतु किए जा रहे प्रयास आज साकार रूप ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वाति और कनक सिंह की यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण मॉडल की सफलता की मिसाल है। उन्होंने कहा कि इन बेटियों ने यह प्रमाणित किया है कि यदि अवसर, संसाधन और संबल मिलें तो कोई भी शारीरिक सीमा प्रतिभा की उड़ान को रोक नहीं सकती।

उल्लेखनीय है कि स्वाति ने महिला एकल SU-5 वर्ग में रजत पदक, महिला युगल SL‑3-SU‑5 में स्वर्ण पदक तथा मिक्स्ड डबल्स में कांस्य पदक हासिल किया, वहीं कनक सिंह ने महिला एकल SL-4 वर्ग और महिला युगल में कांस्य पदक प्राप्त किए। विश्व बैडमिंटन फेडरेशन द्वारा मान्यता प्राप्त इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 50 से अधिक देशों के पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी शामिल हुए थे, जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए इन छात्राओं ने अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह ने इस उपलब्धि को विश्वविद्यालय की अकादमिक और पुनर्वास व्यवस्था की सफलता बताते हुए कहा कि स्वाति और कनक सिंह ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर यह सिद्ध किया है कि हमारी छात्राएँ किसी भी मंच पर अपनी छाप छोड़ने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रेरणादायक क्षण पूरे प्रदेश की बेटियों और दिव्यांगजनों को नई दिशा देगा।

क्रीड़ा एवं योग प्रकोष्ठ के निदेशक प्रोफेसर पाण्डेय राजीवनयन ने कहा कि यह सफलता विश्वविद्यालय की पुनर्वास नीतियों और खेल प्रशिक्षण की गुणवत्ता का प्रमाण है। कोच इरशाद अहमद ने भावुक होकर कहा कि इन दोनों खिलाड़ियों ने यह संदेश दिया है कि सच्ची लगन, मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। उन्होंने कहा कि यह सफलता पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत है और वे भविष्य में और भी ऊँचाइयाँ छुएंगी, ऐसा विश्वास है।
शहीद पथ पर दिन में केवल छह घंटे ही चल सकेंगे छोटे भारी वाहन
लखनऊ । राजधानी के शहीद पथ पर होने वाले सड़क हादसों को देखते हुए कामर्शियल वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दिया गया था लेकिन यातायात विभाग द्वारा निर्णय लिया गया है कि अब शरीद पथ पर दिन में केवल छह घंटे छोटे कॉमर्शियल वाहनों को चलने की अनुमति रहेगी। इसके लिए बकायदा निर्देश जारी कर दिया गया है। साथ ही ड्यूटी पर तैनात रहने वाली ट्रैफिक सिपाहियों को भी निर्देशित किया गया है कि निर्धारित समय के बाद अगर कोई काॅमर्शियल वाहन शहीद पथ से गुजरे तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

दो साल पहले हुए हादसे के बाद से रोक दिए गए थे सभी प्रकार काॅमशियल वाहन

डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित ने बताया कि रविवार को  उनकी व्यापारियों के साथ एक बैठक हुई। जिसमें तय हुआ कि अब शहीद पथ पर सुबह 11 बजे शाम पांच बजे तक छोटे भारी वाहनों को चलने की अनुमति रहेगी। इसके बाद कोई छोटे भारी वाहन शहीद पथ पर नहीं चलेगा। उन्होंने बताया कि करीब दो साल पहले शहीद पथ पर भीषण सड़क हादसा हुआ था। जिसके बाद से शहीद पथ पर सभी प्रकार के कॉमर्शियल वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया था।

व्यापारियों की दिक्कत को देखते हुए डीसीपी ट्रैफिक ने लिया निर्णय

बीते कुछ महीने से व्यापारियों की मांग पर छोटे कॉमर्शियल वाहन जैसे पिकअप, डाला का चलाने की मांग कर रहे थे। व्यापारियों का कहना था कि छोटे कामर्शियल वाहनों के रोक से उनके व्यापार में दिक्कत आ रही है। माल ढुलाई का खर्चा उनका बढ़ गया है। व्यापारियों की समस्याओं को देखते हुए निर्णय लिया गया कि सुबह व शाम को जब पीक आॅवर होता है तो ऐसे समय में छोटे काॅमर्शियल वाहन नहीं चलेंगे। केवल सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक ही छोटे कॉमर्शियल वाहनों को शहीद पथ पर चलने की छूट प्रदान की गई है।
9 जुलाई से शुरू होगा ‘पौधरोपण महाभियान-2025’, एक दिन में लगेंगे 37 करोड़ पौधे
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 9 जुलाई से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है। ‘पौधरोपण महाभियान-2025’ के तहत पूरे प्रदेश में एक ही दिन में रिकॉर्ड 37 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। इस अभूतपूर्व अभियान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, जिसका उद्देश्य प्रदेश को अधिक हरित, स्वच्छ और पर्यावरणीय रूप से संतुलित बनाना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस महाअभियान की शुरुआत अयोध्या और आजमगढ़ से करेंगे। उनके साथ वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण सक्सेना और राज्यमंत्री केपी मलिक मौजूद रहेंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बाराबंकी में पौधरोपण करेंगी, जहां राज्यमंत्री सतीश शर्मा भी शामिल होंगे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मेरठ में तथा ब्रजेश पाठक लखनऊ में पौधे लगाएंगे। इसके अलावा, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना (शाहजहांपुर), स्वतंत्र देव सिंह (गोरखपुर), धर्मपाल सिंह (बरेली), नंदगोपाल नंदी (प्रयागराज), अनिल राजभर (आजमगढ़), बेबीरानी मौर्य (अलीगढ़), जयवीर सिंह (मैनपुरी), चौधरी लक्ष्मीनारायण (मथुरा) सहित कई मंत्री अपने-अपने जिलों में इस अभियान में भाग लेंगे।

-- निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त 
राज्य सरकार ने अभियान की निगरानी के लिए प्रशासनिक स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है, जो 8 जुलाई को जिलों में जाकर तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इन अधिकारियों में एम. देवराज (प्रयागराज), राजशेखर (वाराणसी), सुहास एल.वाई. (गोरखपुर), अनिल गर्ग (अयोध्या), पार्थ सारथी सेन शर्मा (लखनऊ) और आंजनेय सिंह (संभल) प्रमुख हैं।
वन विभाग अन्य विभागों, मंत्रालयों और स्थानीय निकायों के साथ समन्वय स्थापित कर इस महाभियान को सफल बनाने में जुटा है। हर जिले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में पौधरोपण किया जाएगा, जिससे जनसहभागिता को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह महाभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि प्रदेश को हरित उत्तर प्रदेश के रूप में पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
जिस सड़क ने छीनी बहन और भाई की जिंदगी, उसी ने अब जया को भी लील लिया


लखनऊ । राजधानी के अमीनाबाद की संकरी गलियों में आज मातम पसरा है। यहां के एक परिवार पर ऐसा गम टूट पड़ा है, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। राजस्थान के कोटा में खाटू श्याम दर्शन के दौरान हुए सड़क हादसे में जया शर्मा (20) की मौत ने विनोद कुमार और मंजू देवी के जीवन को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। यह तीसरी संतान है, जिसे उन्होंने सड़क हादसे में खोया है।इस परिवार की चीखों में अब केवल एक सवाल गूंज रहा है क्या हमारी औलादें इसी सड़क की भेंट चढ़ती रहेंगी?"

एक हादसे ने फिर से वही ज़ख्म ताजा कर दिया

जया शर्मा, जो ग्रेजुएशन के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, अपने भाई अभिषेक और बहन सोनाली की मौत के बाद मां-पिता की ढांढस बनकर रह गई थी। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। एक हादसे ने फिर से वही ज़ख्म ताजा कर दिए, जिनसे यह परिवार कभी उबर ही नहीं पाया।पिता विनोद कुमार ने रुंधे गले से कहा—"पहले बेटी को कंधा दिया, फिर बेटे को... अब तीसरी औलाद की अर्थी उठाने की हिम्मत नहीं बची।"

यह रहा पूरा घटनाक्रम

पिछले रविवार को जब जया ने मां मंजू से कहा कि वह खाटू श्याम के दर्शन को दोस्तों के साथ जा रही है, तब किसी को क्या पता था कि ये उसकी आखिरी यात्रा होगी। वह लखनऊ के नमन चतुर्वेदी, दिल्ली के राहुल प्रकाश और गोरखपुर की अंशिका मिश्रा के साथ कार में सवार थी। हादसा गजनपुरा के पास एक गड्ढा बचाने के प्रयास में हुआ, जब उनकी कार अनियंत्रित होकर पिकअप में जा घुसी। तीन की मौके पर ही मौत हो गई और जया ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

काश, हमने उसे जाने से रोक लिया होता...

यह वही सड़क थी, जो पहले भी उनके दो बच्चों की जान ले चुकी थी — सोनाली की 2014 में और अभिषेक की 2022 में। अब तीसरी बार इस मौत की सड़क ने उनकी जया को भी उनसे छीन लिया।पड़ोसियों के मुताबिक, जया के पिता विनोद अमीनाबाद में कॉस्मेटिक की छोटी-सी दुकान चलाते हैं। अब वे गुमसुम हैं। घर का सूनापन और बच्चों की तस्वीरें उन्हें हर पल चुभ रही हैं। मां मंजू तो बस एक ही बात दोहराती जा रही हैं—"काश, हमने उसे जाने से रोक लिया होता..."

बुझ गया घर का इकलौता चिराग

राजस्थान में सड़क हादसे में जया के अलावा नमन की भी मौत हुई है। शिवाजी मार्ग अमीनाबाद निवासी नमन के पिता राम कुमार चतुर्वेदी एलडीए से बाबू पद से सेवानिवृत्त हुए है। नमन इनका इकलौता बेटा था, जाे कैंटीन चलाता था। नमन की मां ने उसे कई बार जाने से रोका लेकिन माना नहीं और गाड़ी निकालकर चल गया। अब नमन की मां रो- रोकर यह कह रही है कि खास उसकी बात मान लिय होता तो उन्हें आज यह दिन न देखना पड़ता। परिजन शव लेने रविवार को ही राजस्थान के लिए निकल दिये है।
चकबंदी विभाग की मिलीभगत से सैन्य अधिकारी को जीवित रहते मृत दिखाया, करोड़ों की जमीन पर हुआ कब्जा
लखनऊ । मोहनलालगंज क्षेत्र की बहुमूल्य कृषि भूमि को लेकर एक चौंकाने वाला धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एक सैन्य अधिकारी को जीवित रहते मृत घोषित कर उनके नाम दर्ज लगभग 150 करोड़ रुपये मूल्य की 20 एकड़ जमीन जालसाजों ने षड्यंत्र के तहत हड़प ली। जमीन के फर्जी बैनामे, प्लाटिंग और बिक्री का यह पूरा नेटवर्क करीब 16 वर्षों तक दबा रहा, लेकिन नामांतरण के दौरान यह साजिश उजागर हो गई।

कर्मचारियों मिली भगत से 2009 में तैयार करवा लिया फर्जी मृत्य प्रमाण पत्र

पीड़िता त्रिलोचन कौर (70), निवासी बिलासपुर (रामपुर) ने बताया कि उनके पति स्वर्गीय सूरत सिंह, सेना में अधिकारी थे और नौकरी के चलते अधिकतर समय ड्यूटी पर रहते थे। इसी का फायदा उठाकर गुरविंदर सिंह नामक व्यक्ति ने चकबंदी विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से वर्ष 2009 में एक फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करवा लिया। खुद को मृत अधिकारी का भाई बताते हुए उसने करीब 11 एकड़ जमीन अपने पिता निर्मल सिंह के नाम दर्ज करवा ली, जबकि उस समय सूरत सिंह जीवित थे।

प्रमाण पत्र बनवाने के बाद औने-पौने दामों में बेच दी जमीन

इसके बाद षड्यंत्रकारियों ने नवंबर 2009 में 3.5 एकड़ जमीन मनोरमा राय को और मार्च 2010 में 3 एकड़ भूमि रेनू सिंह (गाजियाबाद निवासी) को औने-पौने दामों में बेच दी। वर्ष 2018 में इन्हीं लोगों ने मिलकर जमीन का एक और बैनामा चंद्रशेखर मोतीराम जी देशभ्रतार के नाम कर दिया, जिसने अपने एजेंट गोकुल शंकर राव (महाराष्ट्र निवासी) के जरिए प्लाटिंग कर 20 लोगों को जमीन बेच दी। सभी बैनामों में गुरविंदर और गोकुल गवाह के रूप में शामिल रहे।

अधिकारी के निधन में बाद जमीन का नामांतरण करने के दौरान खुला राज

21 नवंबर 2022 को सूरत सिंह के निधन के बाद, जब उनकी पत्नी त्रिलोचन कौर सितंबर 2024 में बेटे अमरजीत के नाम जमीन का नामांतरण कराने लखनऊ आईं, तो डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय की जांच में फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। पीड़िता की शिकायत पर डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव के निर्देश पर थाना वजीरगंज पुलिस ने गुरविंदर सिंह, निर्मल सिंह, मनोरमा राय, रेनू सिंह, चंद्रशेखर, गोकुल शंकर राव के अलावा तत्कालीन कानूनगो और लेखपाल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।इंस्पेक्टर वजीरगंज राजेश त्रिपाठी ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रतापगढ़: सपा नेता गुलशन यादव पर 50 हजार का इनाम घोषित , 53 आपराधिक मुकदमों में है वांछित
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के थाना कुंडा क्षेत्र से जुड़े वांछित अपराधी और समाजवादी पार्टी के नेता गुलशन यादव पर पुलिस ने ₹50,000 का इनाम घोषित किया है। गुलशन यादव पर हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और विस्फोटक अधिनियम जैसे कुल 53 गंभीर आपराधिक मुकदमे प्रतापगढ़ व प्रयागराज के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। वह लंबे समय से फरार चल रहा है।

2022 में लड़ा था चुनाव, राजा भैया से हारे थे

गुलशन यादव ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर कुंडा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। इस सीट पर उनका मुकाबला मौजूदा विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से हुआ था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

गिरफ्तारी को लेकर सक्रिय हुई पुलिस

पुलिस अधीक्षक, प्रतापगढ़ के अनुसार गुलशन यादव की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार दबिश दे रही हैं। एसपी ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है और जल्द ही गुलशन यादव को भी गिरफ्तार किया जाएगा। इनाम की घोषणा का उद्देश्य जनसहयोग से आरोपी की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करना है।

सपा नेता की अवैध संपत्ति पर भी शिकंजा

पुलिस प्रशासन ने गुलशन यादव की अवैध संपत्ति जब्त करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर एक्ट के तहत ₹7 करोड़ 15 हजार 500 रुपये की संपत्ति पहले ही जब्त की जा चुकी है। इसके अलावा अन्य संपत्तियों की पहचान की जा रही है, जिन्हें जल्द कुर्क किया जाएगा।

गैंग का सरगना है गुलशन यादव

गुलशन यादव, मऊ दारा थाना मानिकपुर, जनपद प्रतापगढ़ का निवासी है और इलाके के एक सक्रिय आपराधिक गैंग का सरगना भी माना जाता है। वह समाजवादी पार्टी में प्रतापगढ़ का कार्यवाहक जिला अध्यक्ष भी रह चुका है। उसकी गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
सीएम याेगी, उपमुख्यमंत्रियों ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर दी विनम्र श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान, नहीं चलेंगे। यह अखंड भारत के लिए अविराम तप करने वाले महापुरुष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवन-प्रतिज्ञा थी। भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक और कश्मीर एकीकरण के अमर बलिदानी श्रद्धेय डॉ. मुखर्जी जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि है। आपका जीवन राष्ट्रीय एकता, शिक्षा और राष्ट्रधर्म का अखंड आलोक है, जो भारत की पीढ़ियों को सतत दिशा देता रहेगा।

उनका बलिदान, भारत की गौरवगाथा का अमिट अध्याय

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स के माध्यम से कहा कि देश की एकता, अखंडता के पर्याय, जनसंघ के संस्थापक एवं हम सभी के प्रेरणास्रोत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर मैने उनकी छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया है। राष्ट्र की अखंडता के लिए उनका बलिदान, भारत की गौरवगाथा का अमिट अध्याय है। उनके सिद्धांत व संकल्प आज भी हम सभी देशवासियों के लिए पथप्रदर्शक हैं। वहीं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मानवता के उपासक बताते हुए कहा कि प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, महान शिक्षाविद, जनसंघ के संस्थापक व हमारे पथ प्रदर्शक परम श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन है।
कांवड़ यात्रा 2025: सुरक्षा, स्वास्थ्य और श्रद्धा के लिए प्रशासन का सख्त प्लान, ड्रोन से निगरानी और खाद्य गुणवत्ता पर विशेष फोकस
उत्तर प्रदेश में इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस व प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। हर साल श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु हरिद्वार से गंगाजल लेकर यूपी के विभिन्न जिलों से होते हुए शिवालयों तक पैदल यात्रा करते हैं। इस बार यात्रा 11 जुलाई से शुरू होगी। इसे लेकर सुरक्षा से लेकर खाद्य गुणवत्ता तक प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।

बिजनौर से यूपी में होगी कांवड़ियों की एंट्री

कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तराखंड से यूपी में प्रवेश का पहला बिंदु बिजनौर जिला होता है, जहां से भारी संख्या में श्रद्धालु राज्य में दाखिल होते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने स्थानीय अधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से यहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती, भीड़ नियंत्रण के इंतजाम और भारी वाहनों के प्रवेश पर नियंत्रण के लिए अलग ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।

कांवड़ मार्गों पर ट्रैफिक और सुरक्षा का विशेष प्रबंध

प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के प्रमुख मार्गों — मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद और बुलंदशहर — में विशेष सुरक्षा और ट्रैफिक प्लान लागू किया है। मेरठ के औघड़नाथ मंदिर, गाजियाबाद के दूधेश्वरनाथ मंदिर जैसे स्थानों को फोकस पॉइंट बनाया गया है, जहां अतिरिक्त पुलिस बल, CCTV कैमरे, हेल्प डेस्क, स्वास्थ्य शिविर और जलपान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।

ड्रोन से होगी निगरानी, हेल्प डेस्क और निगरानी टीम तैनात

यात्रा के दौरान ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी, ताकि सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो। साथ ही, स्थानीय थानों और यात्रा मार्गों पर हेल्प डेस्क व निगरानी टीमें तैनात की जा रही हैं, जो श्रद्धालुओं की समस्याओं का तत्काल समाधान करेंगी।

भंडारों और खाद्य स्टॉल्स की गुणवत्ता पर सख्ती

यात्रा मार्ग पर लगने वाले भंडारों और खाद्य स्टॉल्स की नियमित जांच की जाएगी। एफएसडीए (खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन) की टीमें हर दिन खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर लैब में जांच करेंगी। मानक से कमजोर गुणवत्ता मिलने पर संबंधित स्टॉल/पंडाल को तत्काल हटाया जाएगा।साफ संदेश है  श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा। भंडारों के साथ-साथ व्यवसायिक खाद्य दुकानों पर भी कड़ी निगरानी रहेगी।

कांवड़ मार्गों पर बंद रहेंगी मांस और अंडे की दुकानें

आयुक्त द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांस और अंडे की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। यदि किसी स्थान पर इसका उल्लंघन पाया गया, तो संबंधित पुलिस निरीक्षक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई दुकान भ्रामक बोर्ड लगाकर कुछ और बेचने का प्रयास न करे।