अपने ही लोगों पर भड़के राहुल गांधी, बोले- कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं, बब्बर शेर लेकिन चेन से बंधे

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देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इन दिनों गर्त में गिरती जा रही है। लगातार चुनावों में हार का सामना कर रही कांग्रेस ने अपना जनाधार खो दिया है। पार्टी के गिरते परफॉर्मेंस के बीच राहुल गांधी गुजरात में हैं। गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले राहुल गांधी ने राज्य पर अपना फोकस लगाया है। राहुल दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं। आज दूसरा दिन है। राहुल गांधी ने आज अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों लगे पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। राहुल ने कई चौंकाने वाली टिप्पणियां कीं और अपनी ही पार्टी को आईना दिखाया।

कांग्रेस के आधे नेता बीजेपी से मिले-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अहमदाबाद के जेड हॉल में प्रदेश के करीब 2 हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान तेवर दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की लीडरशीप में दो तरह के लोग हैं। उनमें बंटवारा है। एक हैं जो जनता के साथ खड़े हैं उनके लिए लड़ते हैं, उनकी इज्जत करते हैं जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है। दूसरे हैं, जो जनता से कटा हुआ है दूर बैठता है और उसमें से आधे बीजेपी से मिले हैं।राहुल ने आगे कहा, मेरी जिम्मेदारी है कि जो ये दो ग्रुप हैं इनको छांटना है।

कांग्रेस पार्टी बारात के घोड़े को रेस में डाल देती है-राहुल गांधी

कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है। बब्बर शेर हैं लेकिन पीछे से चेन लगी हुई है तो वे चेन से बंधे हैं। राहुर लांधी ने आगे कहा कि एक मेरी बैठक हो रही थी, जिसमें एक कार्यकर्ता ने कहा कि दो तरीके के घोड़े होते हैं, एक होता है रेस का और दूसरा होता है बारात का। कांग्रेस पार्टी बारात के घोड़े को रेस में डाल देती है और रेस के घोड़े को बारात में डाल देती है। अब गुजरात की जनता भी ये देख रही है कि रेस में बारात के घोड़े डाले हुए हैं।

लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि पहला काम हमें ये करना है कि हमें पार्टी के भीतर जो गुटबाजी है, उसे अलग करना है और इसके लिए 20-30 लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए। राहुल गांधी ने आगे कहा कि दिल में कांग्रेस होनी चाहिए। हाथ कटे तो खून कांग्रेस का निकलना चाहिए। मुझे गुजरात के चुनाव के बारे में बात नहीं करनी है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा गुजरात की विचार धारा हैं, जो गांधी ने सिखाया पटेल ने सिखाया है। नेताओं को जनता से जुड़ने की जरूरत है। हमने भारत जोड़ो यात्रा में ये कर दिखाया है। हमारे नेताओं को जनता के पास जाने की जरूरत है।

कांग्रेस नेता की रोहित शर्मा पर ये कैसी टिप्पणी? बीजेपी बोली-चैंपियन का अपमान

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कांग्रेस की एक नेता ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ऐसा बयान दिया है कि बवाल मच गया है। कांग्रेस की प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन रोहित शर्मा के वजन को लेकर टिप्पणी की है। हालांकि, शमा मोहम्मद का ये बयान उन्ही पर भारी पड़ता दिख रहा है।बीजेपी ने कांग्रेस नेता को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा ने इसे एख चैंपियन (रोहित) का अपमान बताया है।

चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की शानदार जीत के बाद कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस और कप्तानी पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- एक खिलाड़ी के तौर पर रोहित शर्मा मोटे हैं, उन्हें अपना वजन कम करना चाहिए। शमा मोहम्मद ने यह भी कहा कि रोहित भारत के सबसे निराश करने वाले कप्तान हैं।

कांग्रेस नेता यही नहीं मानी, उन्होंने रोहित शर्मा को एक औसत दर्जे का कप्तान बताया और कहा कि वे सिर्फ भाग्यशाली हैं कि वे भारतीय टीम के कप्तान हैं।

कांग्रेस की प्रवक्ता के बयान देने के बाद पार्टी ने खुद शमा मोहम्मद के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने क्रिकेट के एक दिग्गज खिलाड़ी पर जो टिप्पणियां की पार्टी के आधिकारिक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।

उन्हें एक्स से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट हटाने का निर्देश दिया गया है और भविष्य में अधिक सतर्क रहने की सलाह भी दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ियों के योगदान को सर्वोच्च सम्मान देती है और उनकी विरासत को कम आंकने वाले किसी भी बयान का समर्थन नहीं करती है।

कांग्रेस प्रवक्ता की टिप्पणी पर भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने तंज कसते हुए लिखा कि कांग्रेस अब चाहती है कि राहुल गांधी क्रिकेट खेलें। प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। अब वे भारतीय क्रिकेट टीम पर निशाना साध रहे हैं। क्या वे चाहते हैं कि राजनीति में असफल रहने के बाद अब राहुल गांधी क्रिकेट खेलें!'

क्या कांग्रेस में नजर चल रहे हैं शशि थरूर? कहीं बढ़ा ने दें पार्टी की मुश्किलें

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कांग्रेस मुश्किलों के दौरा से गुजर रही है। कभी देश की सियासत का सबसे मजबूत स्तम्भ रही कांग्रेस आज अपना जनाधार खोते-खोते बेहद कमजोर हो गई है। पिछले कुछ सालों से कई बड़े चेहरे पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। इस बीच कांग्रेस के सीनियर लीडर और केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने पार्टी नेतृत्व से अपनी भूमिका स्पष्ट करने की मांग की है। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा, "कांग्रेस में मेरा क्या रोल है।"

शशि थरूर की ओर से किए गे इस सवाल के बाद सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है। असल में कांग्रेस के सीनियर नेता और तिरुवनंतपुरम से चार बार के सांसद शशि थरूर की नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है। हाल ही में उन्होंने पार्टी में अपनी उपेक्षा का मुद्दा उठाया है। इसके बाद से राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या थरूर पार्टी से दूरी बना रहे हैं या अपनी भूमिका को और मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल से उनकी मुलाकात भी हुई है।

शशि थरूर ने 18 फरवरी को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने पार्टी में किनारे किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें संसद के महत्वपूर्ण बहसों में बोलने का मौका नहीं मिलता और पार्टी में उन्हें इग्नोर किया जा रहा है। थरूर ने कहा कि वह पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर असमंजस में हैं और चाहते हैं कि राहुल गांधी उन्हें उनकी भूमिका के बारे में स्पष्ट रूप से बताएं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल गांधी ने थरूर की शिकायतों का कोई खास जवाब नहीं दिया और न ही उनकी कोई गंभीर समस्याओं को सुलझाया। थरूर को यह महसूस हुआ कि राहुल गांधी इस मामले में कोई भी खास वादा करने को तैयार नहीं थे। टाइम्स ऑफ इंडिया ने खबर छापी कि केरल के कांग्रेस नेताओं में थरूर के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है। अखबार ने सूत्रों के हवाले से यह भी बताया कि कांग्रेस आलाकमान भी अब थरूर के प्रति नरमी नहीं दिखाना चाहता।

दरअसल, शशि थरूर ने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे और केरल के सीएम पिनाराई विजयन की तारीफ कर पार्टी के अंदर विवाद खड़ा कर दिया है। केरल के तिरुवनंतपुरम से लगातार चार बार के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने हाल ही में केरल की वामपंथी विजयन सरकार की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की तारीफ की थी। इतना ही नहीं उन्होंने केरल में कांग्रेस नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठाए थे। शशि थरूर के बयान से कांग्रेस कश्मकश में पड़ गई थी। इसके बाद कांग्रेस की केरल इकाई के मुखपत्र ने शशि थरूर को नसीहत देते हुए लेख छापा था। मुखपत्र वीक्षणम डेली के द्वारा लिखा गया था कि थरूर को स्थानीय निकाय चुनाव से पहले पार्टी की उम्मीद को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए। हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को धोखा न दें।

थरूर पर पार्टी लाइन से हटकर बयान देने का आरोप लगा तो जवाब में थरूर ने कहा कि वो कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद है।

इंदिरा गांधी पर राजस्थान में “रार”, सदन में रातभर डटे कांग्रेसी, गद्दे-तकिए लगाकर भजन गाए

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राजस्थान में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सदन में राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। जिसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत 6 विपक्षी विधायकों को विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया है। हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। दूसरी ओर निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायक सदन में धरने पर बैठ गए। विधायकों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने पूरी रात राजस्थान विधानसभा में बिताई। कंबल, गद्दे, चादर और तकिए के साथ उन्होंने विधानसभा को ही घर बना लिया।

विधानसभा में अपने 6 साथियों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस विधायक रात भर से सदन में धरने पर हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित, विधायक जाकिर हुसैन गेसावत, संजय जाटव, रामकेश मीणा, अमीन कागजी और हाकम अली खान को शेष बजट सत्र के लिए निलंबित किए जाने का प्रस्ताव पास होने के साथ ही शुक्रवार शाम 4 बजकर 2 मिनट पर सदन की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी, इसके बाद से कांग्रेस विधायक सदन में ही रहे।

निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायकों का प्रदर्शन और बढ़ गया। प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस विधायक सदन के अंदर ही धरने पर बैठ गए। शाम को सरकार के साथ चर्चा का दौर चला, पर नतीजा सिफर रहा। कांग्रेस विधायकों ने धरना जारी रखा और सदन के भीतर ही रात में डेरा डाल दिया। कांग्रेस विधायकों के लिए गद्दे, कंबल और तकिए मंगाए गए। उनके लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था हुई। विधानसभा में ये कांग्रेस विधायक कभी एक जगह भजन-कीर्तन करते नजर आए तो कभी अलग-अलग सोते। आज भी उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

दरअसल, राजस्थान के मंत्री अविनाश गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के संदर्भ में एक ‘अनुचित’ शब्द का इस्तेमाल किया। गहलोत ने प्रश्नकाल के दौरान कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास संबंधी प्रश्न का उत्तर देते समय विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, 2023-24 के बजट में भी आपने हर बार की तरह अपनी ‘दादी’ इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था। इससे काग्रेस विधायक भड़क गए। कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। बात इतने पर ही खत्म नहीं हुई। कांग्रेस विधायकों पर सदन में कथित अशोभनीय व निंदनीय आचरण करने का आरोप लगा। इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित पार्टी के छह विधायकों को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

दिल्ली हार के बाद पंजाब के लिए कांग्रेस ने कसी कमर, सबसे पुरानी पार्टी नए चेहरों पर लगाएगी दांव

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देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस लगातार अपना आधार खोती जा रही है। हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के प्रदर्शन से साफ जाहिर हुआ कि कांग्रेस का पुनरुत्थान इस बार भी नहीं हुआ। कांग्रेस के लिए दिल्ली में लगातार तीसरी बार कुछ भी हाथ नहीं लगा है। दरअसल, कांग्रेस के लिए ये नया नहीं है। पिछले कई चुनावों से लगातार कांग्रेस हार का सामना कर रही है। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को पार्टी को चुनावों में मिली करारी हार के बाद 13 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों में नए महासचिवों और प्रभारियों की नियुक्ति करके संगठनात्मक फेरबदल किया। पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के कई सहयोगियों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की नई टीम में जगह मिली है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पंजाब का नया महासचिव नियुक्त किया गया है, जहां 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे।

दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद अब पंजाब के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। 2027 में होने वाले पंजाब चुनाव को लेकर अब खबर यह आ रही है कि पार्टी राज्य की 117 सीटों में से 60-70 पर नए चेहरों को आजमाएगी।कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गुरुवार को कहा कि राज्य में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी कम से कम 60-70 नये चेहरों पर दांव लगाएगी।

वडिंग ने पंजाब युवा कांग्रेस की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा, पंजाब कांग्रेस 2027 के विधानसभा चुनाव में विधायक के तौर पर राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए कम से कम 60-70 नये चेहरों को मौका देने के लिए दृढ़ है। यह हमारे राजनीतिक नेतृत्व को पुनर्जीवित करने और यह यकीनी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।

वडिंग ने आगे कहा कि पंजाब के लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व ऐसे नेताओं के ज़रिए किया जाए जो गतिशील, प्रतिबद्ध और राज्य की जरूरतों के मुताबिक हों। उन्होंने कहा,'ये नये चेहरे न सिर्फ बदलाव के प्रतीक होंगे बल्कि युवाओं और पंजाब के आम लोगों के विश्वास, उम्मीदों पर भी खरे उतरेंगे।

कांग्रेस ने स्मृति ईरानी को बताया 'जॉर्ज सोरोस एजेंट', बीजेपी ने यूं दिया जवाब

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगी एलन मस्क ने भारत के चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 182 करोड़ रुपए की फंडिंग रद्द कर दी है। मस्क के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डीओजीई) ने शनिवार को ये फैसला लिया। यूएस के इस फैसले के बाद भारत में सियासी रार मचा है। आरोप-प्कत्यारोप का दौरा जारी है। इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी नेता स्मृति ईरानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे तथा कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने देश में 'यूएसएड परियोजनाओं' को बढ़ावा देने के लिए स्मृति ईरानी की आलोचना की। उन्होंने स्मृति ईरानी पर ''जार्ज सोरोस के असली एजेंट'' होने का आरोप लगाया। खरगे ने कहा कि स्मृति ईरानी ने भारत में यूएसएड सद्भावना राजदूत के रूप में काम किया है। उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए जार्ज सोरोस को बदनाम करने का भी आरोप लगाया।

कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, स्मृति ईरानी की जीवनी में बताया गया है कि उन्होंने भारत में यूएसऐड की 'गुडविल एम्बेसडर' के रूप में काम किया है। क्या इसका मतलब यह है कि भाजपा नेता जॉर्ज सोरोस के असली एजेंट हैं?' कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने खरगे की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'यह कमाल है। हमें आखिरकार भाजपा के पसंदीदा सवाल का जवाब मिल गया है - रसोई में कौन था? जॉर्ज सोरोस का असली एजेंट स्मृति ईरानी निकलीं।'

कांग्रेस के इन आरोपों का बीजेपी ने जोरदार खंडन किया है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्मृति ईरानी को 2002 से 2005 तक ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट्स (ORS) का गुडविल ब्रैंड एम्बेसडर नियुक्त किया था। उस समय, वह टेलीविजन धारावाहिक 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की अपार लोकप्रियता के कारण घर-घर में जानी जाती थीं। उन्होंने कहा, 'स्मृति ईरानी वाले डब्ल्यूएचओ के अभियान का दिल्ली परिवहन निगम ने समर्थन किया था, जिसने अपनी बसों पर प्रचार सामग्री प्रदर्शित करने की अनुमति दी थी। उस समय शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं और पवन खेड़ा उनके निजी सहायक के रूप में काम करते थे। खेड़ा तब दीक्षित की चप्पल और सूटकेस ले जाने जैसे छोटे-मोटे काम करते थे। इस अभियान जैसे वास्तविक महत्व के मामले उस समय शायद उनके वेतन से ऊपर थे।'

आईआईएम इंदौर की डब्ल्यूएचओ कार्यक्रम की सफलता का दस्तावेजीकरण करने वाली एक कथित रिपोर्ट का एक अंश साझा करते हुए मालवीय ने कांग्रेस के रुख पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा, "क्या मुझे यह भी बताने की ज़रूरत है कि 2004 और 2005 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सत्ता में थी?" खेरा की आलोचना करते हुए मालवीय ने कहा, "ऐसा तब होता है जब कोई उपलब्धि न रखने वाले लोग महत्वहीन संगठनों में कथित प्रासंगिकता के पदों पर खुद को पाते हैं।" उन्होंने कहा, "इसके अलावा, कांग्रेस को स्मृति ईरानी पर जुनूनी होना बंद कर देना चाहिए । यह तथ्य कि उन्होंने राहुल गांधी को चुनाव में हराया, उनकी यादों में एक स्थायी दुःस्वप्न बना रहेगा।"

ज्ञानेश कुमार के सीईसी बनने पर कांग्रेस क्यों नाराज? राहुल गांधी ने उठाए सवाल

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ज्ञानेश कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त बनाए गए हैं। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में तीन सदस्यों वाली समिति की बैठक में सोमवार को यह फैसला किया गया। ज्ञानेश कुमार बुधवार यानी 19 फरवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदार संभालेंगे। दिलचस्प है कि सुप्रीम कोर्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाले नए नियम को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से पहले इसकी घोषणा की गई है। जिसको लेकर ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए बैठक बुलाने में मोदी सरकार द्वारा दिखाई गई जल्दबाजी पर सवाल उठाए हैं।

सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति का फैसला पीएम मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी की तीन सदस्यीय कमेटी ने किया। मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त का 2:1 के बहुमत से चयन हुआ है। राहुल गांधी ने नियुक्ति पर असहमति जताई है। उनका कहना है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट की ओर से नई नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर फैसला नहीं किया जाता तब तक सीईसी की नियुक्ति को स्थगित करना चाहिए।

दरअसल नए कानून के तहत अब मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाले पैनल में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया नहीं होंगे। पहले इसमें सीजेआई भी शामिल होते थे। पिछले साल ही केंद्र सरकार की ओर से इस कानून में बदलाव किया गया था। कांग्रेस समेत विपक्ष की कई पार्टियों ने इसपर आपत्ति जताई थी और सुप्रीम कोर्ट का द्वार खटखटाया था। मामला अबतक सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। ऐसे में राहुल गांधी इसी फैसले का इंतजार करने के लिए कह रहे थे।

कांग्रेस का कहना है कि सरकार को 19 फरवरी 2025 तक का इंतजार करना चाहिए था। 19 फरवरी 2025 को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है। इसको लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, सरकार ने जल्दबाजी में आधी रात को नए मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की है। यह हमारे संविधान के खिलाफ है। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने भी कई मामलों में दोहराया है कि चुनाव की प्रक्रिया की पवित्रता के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त को एक निष्पक्ष हितधारक होना चाहिए।

चीन पर सैम पित्रोदा ने फंसाया तो कांग्रेस ने किया किनारा, जयराम रमेश बोले- ये पार्टी के विचार नहीं

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इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा ने कहा- भारत को चीन को अपना दुश्मन मानना बंद कर देना चाहिए। चीन से खतरे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। पित्रोदा के इस बयान के बाद सियासी तूफान मच गया। बीजेपी ने कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ तीर-कमान तान लिया। विवाद बढ़ता देख उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेस ने दूरी बना ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि सैम पित्रोदा के चीन पर व्यक्त विचार पार्टी के आधिकारिक विचार नहीं हैं।

कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर की गई टिप्पणी से कांग्रेस का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन देश की विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं। जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा 19 जून 2020 को सार्वजनिक रूप से चीन को दी गई क्लीन चिट भी शामिल है।उन्होंने आगे कहा कि चीन पर पार्टी का सबसे हालिया बयान 28 जनवरी 2025 को जारी किया गया था।

जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने मोदी सरकार द्वारा चीन के साथ संबंध सामान्य करने की घोषणा का संज्ञान लिया है, लेकिन सवाल यह है कि ऐसा निर्णय ऐसे समय में क्यों लिया जा रहा है, जब 2024 के डिसइंगेजमेंट समझौते से जुड़े कई सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच हाल ही में वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बहाल करने पर सहमति बनी है, जिसमें डायरेक्ट फ्लाइट्स, कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली और उदार वीजा नीति जैसे मुद्दे शामिल हैं, लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया कि लद्दाख में 2,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र, जहां 2020 तक भारतीय सेना की पेट्रोलिंग होती थी, उसे वापस लेने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।

सैम पित्रोदा ने कहा क्‍या?

इससे पहले न्यूज एजेंसी IANS को दिए इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा- मुझे नहीं पता कि चीन से क्या खतरा है। मुझे लगता है कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, क्योंकि अमेरिका को हमेशा दुश्मन की पहचान करनी होती है। हमें सीखने, संवाद बढ़ाने, सहयोग करने और मिलकर काम करने की जरूरत है, हमें ‘कमांड और कंट्रोल’ की मानसिकता से बाहर निकलना होगा।पित्रोदा ने कहा, हमारा रवैया पहले दिन से ही टकराव का रहा है। यह दुश्मनी पैदा करता है। मुझे लगता है कि हमें इस पैटर्न को बदलने की जरूरत है। यह किसी के लिए भी ठीक नहीं है।

महाकुंभ से संबंधित भ्रामक पोस्ट करने वाले 53 विभिन्न अकाउंट के विरुद्ध मुकदमा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महाकुम्भ मेला से सम्बंधित भ्रामक एवं फेक न्यूज पोस्ट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। उक्त के क्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशान्त कुमार द्वारा इसके लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की गई थी, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस एवं एक्सपर्ट एजेन्सी द्वारा मिलकर सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर साइबर पेट्रोलिंग की जा रही थी। इसी क्रम में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान 13-02-2025 को यह संज्ञान में आया कि कतिपय सोशल मीडिया अकाउंट से 02 भ्रामक वीडियो को महाकुम्भ से सम्बन्धित बताकर अफवाह फैलाई जा रही है । महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख प्रथम वीडियो में मिस्र देश के अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो 14 जुलाई 2020 को मिस्र के काहिरा उपनगर में शुकैर-मोस्टोरोड पाइपलाइन से तेल के रिसाव के बाद लगी आग्नि काण्ड से सम्बन्धित है, जिसका खण्डन भी कुम्भ मेला एवं उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया एकाउंट से भी किया गया है। 7 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में की गई व्यवस्था को बदनाम करने और आम जनमानस के मन में सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 07 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- India With Congress एक्स (ट्विटर) 2- Harindra Kumar Rao इंस्टाग्राम 3- Anil Patel इंस्टाग्राम 4- Vishal Babu इंस्टाग्राम 5- Nemi Chand इंस्टाग्राम 6- Sifa Bhadoriya इंस्टाग्राम 7- Hello prayagraj यू-ट्यूब पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया दूसरे वीडियो में पटना, बिहार से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर य ह अफवाह फैलाई जा रही है कि "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी! ये मुसलमान होते तो आज सभी सरकारी मीडिया चैनलों पर यही खबर होती, लेकिन इस धर्म के लोगों को ये सब अलाउड है शायद ।" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो नवम्बर 2024 को पटना के गांधी मैदान में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम में भीड़ के बेकाबू होने एवं अभद्र व्यवहार किये जाने से सम्बन्धित है, जिसका कुम्भ मेला एवं उ0प्र0 पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया है । नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने की खैर नहीं उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में आने वाले लोगों को गलत तरीके से प्रस्तुत करके सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने एवं आमजन मानस के मन में उ0प्र0 सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 15 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- Inderjeet Barak एक्स (ट्विटर) 2- SUNIL एक्स (ट्विटर) 3- Nihal Shaikh एक्स (ट्विटर) 4- Dimpi एक्स (ट्विटर) 5- Sat Sewa एक्स (ट्विटर) 6- Sandesh Vatak News एक्स (ट्विटर) 7- lokesh meena एक्स (ट्विटर) 8- राज सिंह चौधरी एक्स (ट्विटर) 9- Yunus Alam (Facebook account) 10- Aminuddin Siddiqui (Facebook account) 11- अरविंद सिंह यादव अहीरवाल (Facebook account) 12- Shivam Kumar Kushwaha (Facebook account) 13- Jain Renu (Facebook account) 14- Amit Kumar II (Facebook account) 15- मेहत्तर एक योद्धा बलिया (Facebook account) भियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला के प्रारम्भ से विगत लगभग 01 माह के अन्दर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक वीडियो/फ़ोटो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट करके अफवाह फैलाने वाले कुल 53 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध कुम्भ मेला पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है । जिनका विवरण निम्नवत है :- सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत दिनांक 13-01-2025 को 01 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा कुम्भ मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश फायर सर्विस द्वारा किये गए मॉक ड्रिल को वास्तविक बताकर कुम्भ मेला क्षेत्र में आग लगने की अफवाह फैलाई जा रही थी । दिनांक 02-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके माध्यम से नेपाल के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "भगदड कांड में मारे गए लोगों के शव को परिजन पोस्टमार्टम हाऊस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं, उनको कोई वाहन भी प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है ।" महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा दिनांक 02-02-2025 को ही 01 इंस्टाग्राम अकाउंट के विरुद्ध FIR पंजीकृत कराई गई, जिसके माध्यम से एक नाट्य रूपांतरण करके बनाए गए वीडियो में यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है और जिनकी सांस चल रही है उनकी किडनी को निकाल कर उनके शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है ।दिनांक 07-02-2025 को 01 फेसबुक अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा संगम क्षेत्र में भीड़ का अत्यधिक दबाव बढ़ने के कारण श्रद्धालुओं की सुगमता हेतु अखाड़ा मार्ग खोले जाने के समय के वीडियो को भ्रामक रूप से भगदड़ का वीडियो बताकर अफवाह फैलाई जा रही थी । भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 09-02-2025 को 14 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा धनबाद, झारखण्ड के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ, प्रयागराज में अपने गुमशुदा परिजन की तलाश करने वाले श्रद्धालुओं की योगी जी की पुलिस द्वारा खूब पिटाई की जा रही है।दिनांक 12-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा वर्ष 2021 में जनपद गाजीपुर में नदी के किनारे मिले शव से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज के भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "एक तरफ महाकुंभ प्रयागराज का डंका बजाया जा रहा है दूसरी तरफ उसी गंगा मे लाशे तैर रही है, झूठों मक्कारो बेशर्मो की सरकार चल रही है देश में ।" प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 13-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा मिस्र देश में वर्ष 2020 में हुए अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख"। दिनांक 13-02-2025 को 15 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा बिहार में वर्ष 2024 में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी!" साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई: डीजीपी महाकुंभ की साइबर सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है, जिसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म की 24X7 मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी का परिणाम है कि विगत 01माह के अन्दर लगभग 53 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित कर उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया है। सम्बंधित सोशल मीडिया कम्पनी से पत्राचार करके इन एकाउंट के संचालकों की जानकारी करके उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मेरी सभी से अपील है कि सोशल मीडिया पर तथ्यों के सत्यापन किए बिना कोई भी भ्रामक पोस्ट न करें और जिम्मेदार नागरिक बनें।
मैं RAW का एजेंट..', पत्नी पर ISI एजेंट होने के आरोप पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का तीखा पलटवार


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#bjpaccusescongressmpgauravgogoiswifeofhavingisi_links

भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान और इसकी खुफिया एजेंसी ISI से संबंध होने का आरोप लगाया। अब कांग्रेस सांसद ने बीजेपी पर जोरदार पलटवार किया है। गौरव गोगोई ने कहा, अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान के ISI की एजेंट हैं तो मैं RAW का एजेंट हूं। दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान और आईएसआई सं संबंध होने के दावे किए थे। विस्वा के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार अली तौकीर शेख और ISI से संबंध के आरोप लगाए थे।

भाजपा के आरोपों पर गौरव गोगोई का जवाब

बीजेपी के आरोपो को लोकसभा में विपक्ष के उपनेता ने 'हास्यास्पद और मनोरंजक' बताकर खारिज कर दिया। गोगोई ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा ने ऐसे 'निराधार' आरोप इसलिए लगाए हैं, क्योंकि उसके पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। गोगोई ने कहा, 'अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान की ISI एजेंट हैं तो मैं भारत के RAW का एजेंट हूं। मुझे इन आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता। जिस परिवार पर खुद कई आरोप लगे हैं, वह मुझ पर भी आरोप लगा रहा है।' उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री यह सब इसलिए कर रहे हैं ताकि खुद पर लगे आरोपों से ध्यान भटकाया जा सके।

सीएम हिमंत ने क्या आरोप लगाए

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न को लेकर कहा था कि देर-सवेर, यह पता चल जाएगा कि जॉर्ज सोरोस के इकोसिस्टम के नेतृत्व में विदेशी शक्तियों ने 2014 में असम कांग्रेस के एक बड़े फैसले को कैसे प्रभावित किया। समय आने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा था कि कपल को आईएसआई के साथ अपने करीबी संबंध होने और युवा प्रभावशाली दिमागों को ब्रेनवॉश और कट्टरपंथ के लिए पाकिस्तान हाईकमीशन में ले जाने के संबंध में उठाए गए गंभीर सवालों के जवाब देने चाहिए।

भारतीय नागरिकता नहीं लेने पर भी उठाए सवाल

सरमा ने आगे कहा था कि इन चीजों पर जवाबदेही जरूरी है। देश पारदर्शिता और सच्चाई जानने का हकदार है। इस से पहले असम के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि ISI से संबंध जुड़ने पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, जिनका जवाब दिया जाना जरूरी है। उन्होंने गौरव गोगोई की पत्नी की तरफ इशारा करते हुए कहा, ब्रेनवॉशिंग और कट्टरपंथ के लिए युवाओं को पाकिस्तान दूतावास में ले जाना और पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता लेने से इनकार करना कई सवाल खड़े करता है।

बीजेपी प्रवक्ता का भी हमला

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी एलिजाबेथ कोलबर्न के आईएसआई से कथित संबंधों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कोलबर्न इस्लामाबाद में Climate and Development Knowledge Network (CDKN) के लिए काम कर चुकी हैं, जहां वे पाकिस्तान योजना आयोग के पूर्व सलाहकार अली तौकीर शेख के अधीन थीं। भाटिया ने यह भी आरोप लगाया कि कोलबर्न अभी तक ब्रिटिश नागरिक बनी हुई हैं और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों में शामिल होने की आशंका है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा,'उम्मीद है कि राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे जी और गौरव गोगोई पाकिस्तान और ISI के साथ अपने संबंधों के बारे में सफाई देंगे।

अपने ही लोगों पर भड़के राहुल गांधी, बोले- कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं, बब्बर शेर लेकिन चेन से बंधे

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देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस इन दिनों गर्त में गिरती जा रही है। लगातार चुनावों में हार का सामना कर रही कांग्रेस ने अपना जनाधार खो दिया है। पार्टी के गिरते परफॉर्मेंस के बीच राहुल गांधी गुजरात में हैं। गुजरात में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले राहुल गांधी ने राज्य पर अपना फोकस लगाया है। राहुल दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं। आज दूसरा दिन है। राहुल गांधी ने आज अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों लगे पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया। राहुल ने कई चौंकाने वाली टिप्पणियां कीं और अपनी ही पार्टी को आईना दिखाया।

कांग्रेस के आधे नेता बीजेपी से मिले-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने अहमदाबाद के जेड हॉल में प्रदेश के करीब 2 हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान तेवर दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की लीडरशीप में दो तरह के लोग हैं। उनमें बंटवारा है। एक हैं जो जनता के साथ खड़े हैं उनके लिए लड़ते हैं, उनकी इज्जत करते हैं जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है। दूसरे हैं, जो जनता से कटा हुआ है दूर बैठता है और उसमें से आधे बीजेपी से मिले हैं।राहुल ने आगे कहा, मेरी जिम्मेदारी है कि जो ये दो ग्रुप हैं इनको छांटना है।

कांग्रेस पार्टी बारात के घोड़े को रेस में डाल देती है-राहुल गांधी

कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है। बब्बर शेर हैं लेकिन पीछे से चेन लगी हुई है तो वे चेन से बंधे हैं। राहुर लांधी ने आगे कहा कि एक मेरी बैठक हो रही थी, जिसमें एक कार्यकर्ता ने कहा कि दो तरीके के घोड़े होते हैं, एक होता है रेस का और दूसरा होता है बारात का। कांग्रेस पार्टी बारात के घोड़े को रेस में डाल देती है और रेस के घोड़े को बारात में डाल देती है। अब गुजरात की जनता भी ये देख रही है कि रेस में बारात के घोड़े डाले हुए हैं।

लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि पहला काम हमें ये करना है कि हमें पार्टी के भीतर जो गुटबाजी है, उसे अलग करना है और इसके लिए 20-30 लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए। राहुल गांधी ने आगे कहा कि दिल में कांग्रेस होनी चाहिए। हाथ कटे तो खून कांग्रेस का निकलना चाहिए। मुझे गुजरात के चुनाव के बारे में बात नहीं करनी है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा गुजरात की विचार धारा हैं, जो गांधी ने सिखाया पटेल ने सिखाया है। नेताओं को जनता से जुड़ने की जरूरत है। हमने भारत जोड़ो यात्रा में ये कर दिखाया है। हमारे नेताओं को जनता के पास जाने की जरूरत है।

कांग्रेस नेता की रोहित शर्मा पर ये कैसी टिप्पणी? बीजेपी बोली-चैंपियन का अपमान

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कांग्रेस की एक नेता ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ऐसा बयान दिया है कि बवाल मच गया है। कांग्रेस की प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन रोहित शर्मा के वजन को लेकर टिप्पणी की है। हालांकि, शमा मोहम्मद का ये बयान उन्ही पर भारी पड़ता दिख रहा है।बीजेपी ने कांग्रेस नेता को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा ने इसे एख चैंपियन (रोहित) का अपमान बताया है।

चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की शानदार जीत के बाद कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस और कप्तानी पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- एक खिलाड़ी के तौर पर रोहित शर्मा मोटे हैं, उन्हें अपना वजन कम करना चाहिए। शमा मोहम्मद ने यह भी कहा कि रोहित भारत के सबसे निराश करने वाले कप्तान हैं।

कांग्रेस नेता यही नहीं मानी, उन्होंने रोहित शर्मा को एक औसत दर्जे का कप्तान बताया और कहा कि वे सिर्फ भाग्यशाली हैं कि वे भारतीय टीम के कप्तान हैं।

कांग्रेस की प्रवक्ता के बयान देने के बाद पार्टी ने खुद शमा मोहम्मद के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने क्रिकेट के एक दिग्गज खिलाड़ी पर जो टिप्पणियां की पार्टी के आधिकारिक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।

उन्हें एक्स से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट हटाने का निर्देश दिया गया है और भविष्य में अधिक सतर्क रहने की सलाह भी दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ियों के योगदान को सर्वोच्च सम्मान देती है और उनकी विरासत को कम आंकने वाले किसी भी बयान का समर्थन नहीं करती है।

कांग्रेस प्रवक्ता की टिप्पणी पर भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने तंज कसते हुए लिखा कि कांग्रेस अब चाहती है कि राहुल गांधी क्रिकेट खेलें। प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। अब वे भारतीय क्रिकेट टीम पर निशाना साध रहे हैं। क्या वे चाहते हैं कि राजनीति में असफल रहने के बाद अब राहुल गांधी क्रिकेट खेलें!'

क्या कांग्रेस में नजर चल रहे हैं शशि थरूर? कहीं बढ़ा ने दें पार्टी की मुश्किलें

#shashi_tharoor_disappointed_over_role_in_congress

कांग्रेस मुश्किलों के दौरा से गुजर रही है। कभी देश की सियासत का सबसे मजबूत स्तम्भ रही कांग्रेस आज अपना जनाधार खोते-खोते बेहद कमजोर हो गई है। पिछले कुछ सालों से कई बड़े चेहरे पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। इस बीच कांग्रेस के सीनियर लीडर और केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने पार्टी नेतृत्व से अपनी भूमिका स्पष्ट करने की मांग की है। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा, "कांग्रेस में मेरा क्या रोल है।"

शशि थरूर की ओर से किए गे इस सवाल के बाद सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है। असल में कांग्रेस के सीनियर नेता और तिरुवनंतपुरम से चार बार के सांसद शशि थरूर की नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है। हाल ही में उन्होंने पार्टी में अपनी उपेक्षा का मुद्दा उठाया है। इसके बाद से राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या थरूर पार्टी से दूरी बना रहे हैं या अपनी भूमिका को और मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल से उनकी मुलाकात भी हुई है।

शशि थरूर ने 18 फरवरी को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने पार्टी में किनारे किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें संसद के महत्वपूर्ण बहसों में बोलने का मौका नहीं मिलता और पार्टी में उन्हें इग्नोर किया जा रहा है। थरूर ने कहा कि वह पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर असमंजस में हैं और चाहते हैं कि राहुल गांधी उन्हें उनकी भूमिका के बारे में स्पष्ट रूप से बताएं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल गांधी ने थरूर की शिकायतों का कोई खास जवाब नहीं दिया और न ही उनकी कोई गंभीर समस्याओं को सुलझाया। थरूर को यह महसूस हुआ कि राहुल गांधी इस मामले में कोई भी खास वादा करने को तैयार नहीं थे। टाइम्स ऑफ इंडिया ने खबर छापी कि केरल के कांग्रेस नेताओं में थरूर के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है। अखबार ने सूत्रों के हवाले से यह भी बताया कि कांग्रेस आलाकमान भी अब थरूर के प्रति नरमी नहीं दिखाना चाहता।

दरअसल, शशि थरूर ने पीएम मोदी के अमेरिका दौरे और केरल के सीएम पिनाराई विजयन की तारीफ कर पार्टी के अंदर विवाद खड़ा कर दिया है। केरल के तिरुवनंतपुरम से लगातार चार बार के लोकसभा सांसद शशि थरूर ने हाल ही में केरल की वामपंथी विजयन सरकार की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की तारीफ की थी। इतना ही नहीं उन्होंने केरल में कांग्रेस नेतृत्व को लेकर भी सवाल उठाए थे। शशि थरूर के बयान से कांग्रेस कश्मकश में पड़ गई थी। इसके बाद कांग्रेस की केरल इकाई के मुखपत्र ने शशि थरूर को नसीहत देते हुए लेख छापा था। मुखपत्र वीक्षणम डेली के द्वारा लिखा गया था कि थरूर को स्थानीय निकाय चुनाव से पहले पार्टी की उम्मीद को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए। हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीदों को धोखा न दें।

थरूर पर पार्टी लाइन से हटकर बयान देने का आरोप लगा तो जवाब में थरूर ने कहा कि वो कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है तो मेरे पास भी विकल्प मौजूद है।

इंदिरा गांधी पर राजस्थान में “रार”, सदन में रातभर डटे कांग्रेसी, गद्दे-तकिए लगाकर भजन गाए

#rajasthan_assembly_congress_mlas_stage_sit_in_against_suspension

राजस्थान में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सदन में राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। जिसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत 6 विपक्षी विधायकों को विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया है। हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया। दूसरी ओर निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायक सदन में धरने पर बैठ गए। विधायकों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने पूरी रात राजस्थान विधानसभा में बिताई। कंबल, गद्दे, चादर और तकिए के साथ उन्होंने विधानसभा को ही घर बना लिया।

विधानसभा में अपने 6 साथियों के निलंबन के विरोध में कांग्रेस विधायक रात भर से सदन में धरने पर हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित, विधायक जाकिर हुसैन गेसावत, संजय जाटव, रामकेश मीणा, अमीन कागजी और हाकम अली खान को शेष बजट सत्र के लिए निलंबित किए जाने का प्रस्ताव पास होने के साथ ही शुक्रवार शाम 4 बजकर 2 मिनट पर सदन की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई थी, इसके बाद से कांग्रेस विधायक सदन में ही रहे।

निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायकों का प्रदर्शन और बढ़ गया। प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस विधायक सदन के अंदर ही धरने पर बैठ गए। शाम को सरकार के साथ चर्चा का दौर चला, पर नतीजा सिफर रहा। कांग्रेस विधायकों ने धरना जारी रखा और सदन के भीतर ही रात में डेरा डाल दिया। कांग्रेस विधायकों के लिए गद्दे, कंबल और तकिए मंगाए गए। उनके लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था हुई। विधानसभा में ये कांग्रेस विधायक कभी एक जगह भजन-कीर्तन करते नजर आए तो कभी अलग-अलग सोते। आज भी उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।

दरअसल, राजस्थान के मंत्री अविनाश गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के संदर्भ में एक ‘अनुचित’ शब्द का इस्तेमाल किया। गहलोत ने प्रश्नकाल के दौरान कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास संबंधी प्रश्न का उत्तर देते समय विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, 2023-24 के बजट में भी आपने हर बार की तरह अपनी ‘दादी’ इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था। इससे काग्रेस विधायक भड़क गए। कांग्रेस विधायकों की नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। बात इतने पर ही खत्म नहीं हुई। कांग्रेस विधायकों पर सदन में कथित अशोभनीय व निंदनीय आचरण करने का आरोप लगा। इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित पार्टी के छह विधायकों को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

दिल्ली हार के बाद पंजाब के लिए कांग्रेस ने कसी कमर, सबसे पुरानी पार्टी नए चेहरों पर लगाएगी दांव

#punjab_congress_will_bet_on_60_70_new_faces

देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस लगातार अपना आधार खोती जा रही है। हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के प्रदर्शन से साफ जाहिर हुआ कि कांग्रेस का पुनरुत्थान इस बार भी नहीं हुआ। कांग्रेस के लिए दिल्ली में लगातार तीसरी बार कुछ भी हाथ नहीं लगा है। दरअसल, कांग्रेस के लिए ये नया नहीं है। पिछले कई चुनावों से लगातार कांग्रेस हार का सामना कर रही है। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को पार्टी को चुनावों में मिली करारी हार के बाद 13 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों में नए महासचिवों और प्रभारियों की नियुक्ति करके संगठनात्मक फेरबदल किया। पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के कई सहयोगियों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की नई टीम में जगह मिली है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पंजाब का नया महासचिव नियुक्त किया गया है, जहां 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे।

दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद अब पंजाब के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। 2027 में होने वाले पंजाब चुनाव को लेकर अब खबर यह आ रही है कि पार्टी राज्य की 117 सीटों में से 60-70 पर नए चेहरों को आजमाएगी।कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गुरुवार को कहा कि राज्य में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी कम से कम 60-70 नये चेहरों पर दांव लगाएगी।

वडिंग ने पंजाब युवा कांग्रेस की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा, पंजाब कांग्रेस 2027 के विधानसभा चुनाव में विधायक के तौर पर राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए कम से कम 60-70 नये चेहरों को मौका देने के लिए दृढ़ है। यह हमारे राजनीतिक नेतृत्व को पुनर्जीवित करने और यह यकीनी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।

वडिंग ने आगे कहा कि पंजाब के लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व ऐसे नेताओं के ज़रिए किया जाए जो गतिशील, प्रतिबद्ध और राज्य की जरूरतों के मुताबिक हों। उन्होंने कहा,'ये नये चेहरे न सिर्फ बदलाव के प्रतीक होंगे बल्कि युवाओं और पंजाब के आम लोगों के विश्वास, उम्मीदों पर भी खरे उतरेंगे।

कांग्रेस ने स्मृति ईरानी को बताया 'जॉर्ज सोरोस एजेंट', बीजेपी ने यूं दिया जवाब

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगी एलन मस्क ने भारत के चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 182 करोड़ रुपए की फंडिंग रद्द कर दी है। मस्क के नेतृत्व वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (डीओजीई) ने शनिवार को ये फैसला लिया। यूएस के इस फैसले के बाद भारत में सियासी रार मचा है। आरोप-प्कत्यारोप का दौरा जारी है। इस बीच कांग्रेस ने बीजेपी नेता स्मृति ईरानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे तथा कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने देश में 'यूएसएड परियोजनाओं' को बढ़ावा देने के लिए स्मृति ईरानी की आलोचना की। उन्होंने स्मृति ईरानी पर ''जार्ज सोरोस के असली एजेंट'' होने का आरोप लगाया। खरगे ने कहा कि स्मृति ईरानी ने भारत में यूएसएड सद्भावना राजदूत के रूप में काम किया है। उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए जार्ज सोरोस को बदनाम करने का भी आरोप लगाया।

कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, स्मृति ईरानी की जीवनी में बताया गया है कि उन्होंने भारत में यूएसऐड की 'गुडविल एम्बेसडर' के रूप में काम किया है। क्या इसका मतलब यह है कि भाजपा नेता जॉर्ज सोरोस के असली एजेंट हैं?' कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने खरगे की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'यह कमाल है। हमें आखिरकार भाजपा के पसंदीदा सवाल का जवाब मिल गया है - रसोई में कौन था? जॉर्ज सोरोस का असली एजेंट स्मृति ईरानी निकलीं।'

कांग्रेस के इन आरोपों का बीजेपी ने जोरदार खंडन किया है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्मृति ईरानी को 2002 से 2005 तक ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट्स (ORS) का गुडविल ब्रैंड एम्बेसडर नियुक्त किया था। उस समय, वह टेलीविजन धारावाहिक 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की अपार लोकप्रियता के कारण घर-घर में जानी जाती थीं। उन्होंने कहा, 'स्मृति ईरानी वाले डब्ल्यूएचओ के अभियान का दिल्ली परिवहन निगम ने समर्थन किया था, जिसने अपनी बसों पर प्रचार सामग्री प्रदर्शित करने की अनुमति दी थी। उस समय शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं और पवन खेड़ा उनके निजी सहायक के रूप में काम करते थे। खेड़ा तब दीक्षित की चप्पल और सूटकेस ले जाने जैसे छोटे-मोटे काम करते थे। इस अभियान जैसे वास्तविक महत्व के मामले उस समय शायद उनके वेतन से ऊपर थे।'

आईआईएम इंदौर की डब्ल्यूएचओ कार्यक्रम की सफलता का दस्तावेजीकरण करने वाली एक कथित रिपोर्ट का एक अंश साझा करते हुए मालवीय ने कांग्रेस के रुख पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा, "क्या मुझे यह भी बताने की ज़रूरत है कि 2004 और 2005 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सत्ता में थी?" खेरा की आलोचना करते हुए मालवीय ने कहा, "ऐसा तब होता है जब कोई उपलब्धि न रखने वाले लोग महत्वहीन संगठनों में कथित प्रासंगिकता के पदों पर खुद को पाते हैं।" उन्होंने कहा, "इसके अलावा, कांग्रेस को स्मृति ईरानी पर जुनूनी होना बंद कर देना चाहिए । यह तथ्य कि उन्होंने राहुल गांधी को चुनाव में हराया, उनकी यादों में एक स्थायी दुःस्वप्न बना रहेगा।"

ज्ञानेश कुमार के सीईसी बनने पर कांग्रेस क्यों नाराज? राहुल गांधी ने उठाए सवाल

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ज्ञानेश कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त बनाए गए हैं। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में तीन सदस्यों वाली समिति की बैठक में सोमवार को यह फैसला किया गया। ज्ञानेश कुमार बुधवार यानी 19 फरवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त की जिम्मेदार संभालेंगे। दिलचस्प है कि सुप्रीम कोर्ट में मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाले नए नियम को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से पहले इसकी घोषणा की गई है। जिसको लेकर ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति पर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए बैठक बुलाने में मोदी सरकार द्वारा दिखाई गई जल्दबाजी पर सवाल उठाए हैं।

सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति का फैसला पीएम मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी की तीन सदस्यीय कमेटी ने किया। मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त का 2:1 के बहुमत से चयन हुआ है। राहुल गांधी ने नियुक्ति पर असहमति जताई है। उनका कहना है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट की ओर से नई नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर फैसला नहीं किया जाता तब तक सीईसी की नियुक्ति को स्थगित करना चाहिए।

दरअसल नए कानून के तहत अब मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाले पैनल में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया नहीं होंगे। पहले इसमें सीजेआई भी शामिल होते थे। पिछले साल ही केंद्र सरकार की ओर से इस कानून में बदलाव किया गया था। कांग्रेस समेत विपक्ष की कई पार्टियों ने इसपर आपत्ति जताई थी और सुप्रीम कोर्ट का द्वार खटखटाया था। मामला अबतक सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। ऐसे में राहुल गांधी इसी फैसले का इंतजार करने के लिए कह रहे थे।

कांग्रेस का कहना है कि सरकार को 19 फरवरी 2025 तक का इंतजार करना चाहिए था। 19 फरवरी 2025 को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है। इसको लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, सरकार ने जल्दबाजी में आधी रात को नए मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की है। यह हमारे संविधान के खिलाफ है। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने भी कई मामलों में दोहराया है कि चुनाव की प्रक्रिया की पवित्रता के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त को एक निष्पक्ष हितधारक होना चाहिए।

चीन पर सैम पित्रोदा ने फंसाया तो कांग्रेस ने किया किनारा, जयराम रमेश बोले- ये पार्टी के विचार नहीं

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इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा ने कहा- भारत को चीन को अपना दुश्मन मानना बंद कर देना चाहिए। चीन से खतरे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। पित्रोदा के इस बयान के बाद सियासी तूफान मच गया। बीजेपी ने कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ तीर-कमान तान लिया। विवाद बढ़ता देख उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेस ने दूरी बना ली है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि सैम पित्रोदा के चीन पर व्यक्त विचार पार्टी के आधिकारिक विचार नहीं हैं।

कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने सोमवार को कहा कि सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर की गई टिप्पणी से कांग्रेस का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन देश की विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं। जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा 19 जून 2020 को सार्वजनिक रूप से चीन को दी गई क्लीन चिट भी शामिल है।उन्होंने आगे कहा कि चीन पर पार्टी का सबसे हालिया बयान 28 जनवरी 2025 को जारी किया गया था।

जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने मोदी सरकार द्वारा चीन के साथ संबंध सामान्य करने की घोषणा का संज्ञान लिया है, लेकिन सवाल यह है कि ऐसा निर्णय ऐसे समय में क्यों लिया जा रहा है, जब 2024 के डिसइंगेजमेंट समझौते से जुड़े कई सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच हाल ही में वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बहाल करने पर सहमति बनी है, जिसमें डायरेक्ट फ्लाइट्स, कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली और उदार वीजा नीति जैसे मुद्दे शामिल हैं, लेकिन सरकार ने यह नहीं बताया कि लद्दाख में 2,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र, जहां 2020 तक भारतीय सेना की पेट्रोलिंग होती थी, उसे वापस लेने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।

सैम पित्रोदा ने कहा क्‍या?

इससे पहले न्यूज एजेंसी IANS को दिए इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा- मुझे नहीं पता कि चीन से क्या खतरा है। मुझे लगता है कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है, क्योंकि अमेरिका को हमेशा दुश्मन की पहचान करनी होती है। हमें सीखने, संवाद बढ़ाने, सहयोग करने और मिलकर काम करने की जरूरत है, हमें ‘कमांड और कंट्रोल’ की मानसिकता से बाहर निकलना होगा।पित्रोदा ने कहा, हमारा रवैया पहले दिन से ही टकराव का रहा है। यह दुश्मनी पैदा करता है। मुझे लगता है कि हमें इस पैटर्न को बदलने की जरूरत है। यह किसी के लिए भी ठीक नहीं है।

महाकुंभ से संबंधित भ्रामक पोस्ट करने वाले 53 विभिन्न अकाउंट के विरुद्ध मुकदमा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महाकुम्भ मेला से सम्बंधित भ्रामक एवं फेक न्यूज पोस्ट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। उक्त के क्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशान्त कुमार द्वारा इसके लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की गई थी, जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस एवं एक्सपर्ट एजेन्सी द्वारा मिलकर सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर साइबर पेट्रोलिंग की जा रही थी। इसी क्रम में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान 13-02-2025 को यह संज्ञान में आया कि कतिपय सोशल मीडिया अकाउंट से 02 भ्रामक वीडियो को महाकुम्भ से सम्बन्धित बताकर अफवाह फैलाई जा रही है । महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख प्रथम वीडियो में मिस्र देश के अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो 14 जुलाई 2020 को मिस्र के काहिरा उपनगर में शुकैर-मोस्टोरोड पाइपलाइन से तेल के रिसाव के बाद लगी आग्नि काण्ड से सम्बन्धित है, जिसका खण्डन भी कुम्भ मेला एवं उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया एकाउंट से भी किया गया है। 7 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में की गई व्यवस्था को बदनाम करने और आम जनमानस के मन में सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 07 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- India With Congress एक्स (ट्विटर) 2- Harindra Kumar Rao इंस्टाग्राम 3- Anil Patel इंस्टाग्राम 4- Vishal Babu इंस्टाग्राम 5- Nemi Chand इंस्टाग्राम 6- Sifa Bhadoriya इंस्टाग्राम 7- Hello prayagraj यू-ट्यूब पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया दूसरे वीडियो में पटना, बिहार से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर य ह अफवाह फैलाई जा रही है कि "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी! ये मुसलमान होते तो आज सभी सरकारी मीडिया चैनलों पर यही खबर होती, लेकिन इस धर्म के लोगों को ये सब अलाउड है शायद ।" इस वीडियो की जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि पोस्ट में उल्लिखित वीडियो नवम्बर 2024 को पटना के गांधी मैदान में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम में भीड़ के बेकाबू होने एवं अभद्र व्यवहार किये जाने से सम्बन्धित है, जिसका कुम्भ मेला एवं उ0प्र0 पुलिस के सोशल मीडिया अकाउन्ट से खण्डन भी किया गया है । नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने की खैर नहीं उक्त वीडियो को अपलोड करके महाकुम्भ में आने वाले लोगों को गलत तरीके से प्रस्तुत करके सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने एवं आमजन मानस के मन में उ0प्र0 सरकार और पुलिस प्रशासन के प्रति नकारात्मक माहौल बनाकर अफवाह फैलाने वाले निम्नलिखित 15 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित करके उनके विरुद्ध कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत कराते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है। 1- Inderjeet Barak एक्स (ट्विटर) 2- SUNIL एक्स (ट्विटर) 3- Nihal Shaikh एक्स (ट्विटर) 4- Dimpi एक्स (ट्विटर) 5- Sat Sewa एक्स (ट्विटर) 6- Sandesh Vatak News एक्स (ट्विटर) 7- lokesh meena एक्स (ट्विटर) 8- राज सिंह चौधरी एक्स (ट्विटर) 9- Yunus Alam (Facebook account) 10- Aminuddin Siddiqui (Facebook account) 11- अरविंद सिंह यादव अहीरवाल (Facebook account) 12- Shivam Kumar Kushwaha (Facebook account) 13- Jain Renu (Facebook account) 14- Amit Kumar II (Facebook account) 15- मेहत्तर एक योद्धा बलिया (Facebook account) भियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही उल्लेखनीय है कि महाकुम्भ मेला के प्रारम्भ से विगत लगभग 01 माह के अन्दर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक वीडियो/फ़ोटो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट करके अफवाह फैलाने वाले कुल 53 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध कुम्भ मेला पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है । जिनका विवरण निम्नवत है :- सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत दिनांक 13-01-2025 को 01 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा कुम्भ मेला क्षेत्र में उत्तर प्रदेश फायर सर्विस द्वारा किये गए मॉक ड्रिल को वास्तविक बताकर कुम्भ मेला क्षेत्र में आग लगने की अफवाह फैलाई जा रही थी । दिनांक 02-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके माध्यम से नेपाल के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "भगदड कांड में मारे गए लोगों के शव को परिजन पोस्टमार्टम हाऊस से कंधे पर शवों को लेकर जा रहे हैं, उनको कोई वाहन भी प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है ।" महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा दिनांक 02-02-2025 को ही 01 इंस्टाग्राम अकाउंट के विरुद्ध FIR पंजीकृत कराई गई, जिसके माध्यम से एक नाट्य रूपांतरण करके बनाए गए वीडियो में यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "महाकुम्भ में मृतको के शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है और जिनकी सांस चल रही है उनकी किडनी को निकाल कर उनके शवों को नदी में प्रवाहित कराया जा रहा है ।दिनांक 07-02-2025 को 01 फेसबुक अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिसके द्वारा संगम क्षेत्र में भीड़ का अत्यधिक दबाव बढ़ने के कारण श्रद्धालुओं की सुगमता हेतु अखाड़ा मार्ग खोले जाने के समय के वीडियो को भ्रामक रूप से भगदड़ का वीडियो बताकर अफवाह फैलाई जा रही थी । भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 09-02-2025 को 14 एक्स (ट्विटर) अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा धनबाद, झारखण्ड के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि "महाकुंभ, प्रयागराज में अपने गुमशुदा परिजन की तलाश करने वाले श्रद्धालुओं की योगी जी की पुलिस द्वारा खूब पिटाई की जा रही है।दिनांक 12-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा वर्ष 2021 में जनपद गाजीपुर में नदी के किनारे मिले शव से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज के भगदड़ में मरने वालों का शव बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "एक तरफ महाकुंभ प्रयागराज का डंका बजाया जा रहा है दूसरी तरफ उसी गंगा मे लाशे तैर रही है, झूठों मक्कारो बेशर्मो की सरकार चल रही है देश में ।" प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी दिनांक 13-02-2025 को 07 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा मिस्र देश में वर्ष 2020 में हुए अग्नि काण्ड से सम्बन्धित वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ प्रयागराज का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि "महाकुंभ में लगी तीसरी बार आग, महाकुम्भ बस स्टैन्ड में लगी आग 40 से 50 गाड़ी जलकर हुई राख"। दिनांक 13-02-2025 को 15 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया, जिनके द्वारा बिहार में वर्ष 2024 में पुष्पा-2 फिल्म के प्रमोशन से सम्बन्धित कार्यक्रम के वीडियो को भ्रामक रूप से महाकुम्भ का बताकर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि, "कुंभ में राष्ट्रवादी और सनातनी लोगों ने आर्मी वालों पर चप्पलें फेंकी!" साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई: डीजीपी महाकुंभ की साइबर सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा साइबर पेट्रोलिंग की एक व्यापक कार्ययोजना बनाई गई है, जिसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट करने, अफवाह फैलाने वालों एवं साइबर अपराध के प्रति निरन्तर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म की 24X7 मॉनिटरिंग की जा रही है। इसी का परिणाम है कि विगत 01माह के अन्दर लगभग 53 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित कर उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया है। सम्बंधित सोशल मीडिया कम्पनी से पत्राचार करके इन एकाउंट के संचालकों की जानकारी करके उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मेरी सभी से अपील है कि सोशल मीडिया पर तथ्यों के सत्यापन किए बिना कोई भी भ्रामक पोस्ट न करें और जिम्मेदार नागरिक बनें।
मैं RAW का एजेंट..', पत्नी पर ISI एजेंट होने के आरोप पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का तीखा पलटवार


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भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान और इसकी खुफिया एजेंसी ISI से संबंध होने का आरोप लगाया। अब कांग्रेस सांसद ने बीजेपी पर जोरदार पलटवार किया है। गौरव गोगोई ने कहा, अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान के ISI की एजेंट हैं तो मैं RAW का एजेंट हूं। दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने कांग्रेस के सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान और आईएसआई सं संबंध होने के दावे किए थे। विस्वा के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार अली तौकीर शेख और ISI से संबंध के आरोप लगाए थे।

भाजपा के आरोपों पर गौरव गोगोई का जवाब

बीजेपी के आरोपो को लोकसभा में विपक्ष के उपनेता ने 'हास्यास्पद और मनोरंजक' बताकर खारिज कर दिया। गोगोई ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा ने ऐसे 'निराधार' आरोप इसलिए लगाए हैं, क्योंकि उसके पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। गोगोई ने कहा, 'अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान की ISI एजेंट हैं तो मैं भारत के RAW का एजेंट हूं। मुझे इन आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता। जिस परिवार पर खुद कई आरोप लगे हैं, वह मुझ पर भी आरोप लगा रहा है।' उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री यह सब इसलिए कर रहे हैं ताकि खुद पर लगे आरोपों से ध्यान भटकाया जा सके।

सीएम हिमंत ने क्या आरोप लगाए

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न को लेकर कहा था कि देर-सवेर, यह पता चल जाएगा कि जॉर्ज सोरोस के इकोसिस्टम के नेतृत्व में विदेशी शक्तियों ने 2014 में असम कांग्रेस के एक बड़े फैसले को कैसे प्रभावित किया। समय आने पर सच्चाई सामने आ जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा था कि कपल को आईएसआई के साथ अपने करीबी संबंध होने और युवा प्रभावशाली दिमागों को ब्रेनवॉश और कट्टरपंथ के लिए पाकिस्तान हाईकमीशन में ले जाने के संबंध में उठाए गए गंभीर सवालों के जवाब देने चाहिए।

भारतीय नागरिकता नहीं लेने पर भी उठाए सवाल

सरमा ने आगे कहा था कि इन चीजों पर जवाबदेही जरूरी है। देश पारदर्शिता और सच्चाई जानने का हकदार है। इस से पहले असम के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि ISI से संबंध जुड़ने पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, जिनका जवाब दिया जाना जरूरी है। उन्होंने गौरव गोगोई की पत्नी की तरफ इशारा करते हुए कहा, ब्रेनवॉशिंग और कट्टरपंथ के लिए युवाओं को पाकिस्तान दूतावास में ले जाना और पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता लेने से इनकार करना कई सवाल खड़े करता है।

बीजेपी प्रवक्ता का भी हमला

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी एलिजाबेथ कोलबर्न के आईएसआई से कथित संबंधों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कोलबर्न इस्लामाबाद में Climate and Development Knowledge Network (CDKN) के लिए काम कर चुकी हैं, जहां वे पाकिस्तान योजना आयोग के पूर्व सलाहकार अली तौकीर शेख के अधीन थीं। भाटिया ने यह भी आरोप लगाया कि कोलबर्न अभी तक ब्रिटिश नागरिक बनी हुई हैं और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों में शामिल होने की आशंका है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा,'उम्मीद है कि राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे जी और गौरव गोगोई पाकिस्तान और ISI के साथ अपने संबंधों के बारे में सफाई देंगे।