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Jun 24 2024, 13:30

BJP MP Sambit Patra says

The pro-tem Speaker is appointed through a convention, not a law... It is a long convention going on in India since independence. Now, Congress is trying to disturb this process.

Bhartruhari Mahtab is serving as an MP consecutively for the seventh time. The convention says that the MP having the longest period of unbroken service can be appointed as pro-tem Speaker. So, in this 18th Lok Sabha, Bhartruhari Mahtab qualifies to become the pro-tem Speaker.

As far as (Congress MP) K Suresh is concerned, he has served as an MP 8 times non-consecutively. It is the 4th consecutive term of K Suresh. However, it is the 7th consecutive term of Bhartruhari Mahtab. So, there has been no breach of convention."

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Jun 21 2024, 15:47

दलाई लामा के बाद पीएम मोदी से मिला अमेरिकी कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, चीन को दिया ये संदेश

#pm_modi_meets_us_congress_mp_team 

अमेरिका के हाउस ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में मुलाक़ात की थी। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने तिब्बत की स्वायत्तता का मुद्दा उठाया और तिब्बतियों के प्रति अमेरिका के साथ को अटूट बताया। यही नही, दूसरे दिन इसी प्रतिनिधिमंडल ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भू मुलाकात की। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा आधिकारिक है या नहीं? इसे लेकर फ़िलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी से अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की तस्वीरों ने काफी कुछ कह दिया।

चीन ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को तिब्बत के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा से नहीं मिलने की चेतावनी दी थी, हालांकि चीन की चेतावनी के बावजूद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने दलाई लामा से मुलाकात की थी। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की दलाई लामा से मुलाकात और फिर पीएम मोदी से मुलाकात राजनीति रूप से काफी अहम मानी जा रही है। पीएम मोदी और अमेरिकी सांसदों के मुलाकात वाली तस्वीर देखकर साफ है कि तिब्बत पर भारत का स्टैंड अमेरिका जैसा ही है। भारत भी तिब्बत की आजादी का पक्षधर रहा है।

यही नहीं, भारत ने बिना कुछ कहे ही चीन को भविष्य के लिए चेता दिया है। भारत की तरफ से पहले भी दोनों देशों के रिश्ते को लेकर नसीहत दी जा चुकी है। अप्रैल महीने में प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूजवीक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा था, कि "भारत के लिए, चीन के साथ संबंध महत्वपूर्ण और सार्थक हैं। मेरा माननाहै, कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चली आ रही स्थिति को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है, ताकि हमारे द्विपक्षीय संबंधों में असामान्यता को पीछे छोड़ा जा सके।" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, कि "भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हमारे दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।" उन्होंने आगे कहा था, कि "मुझे उम्मीद है, और मेरा माननाहै, कि कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के माध्यम से, हम अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और बनाए रखने में सक्षम होंगे। 

वहीं, तिब्बत मामले पर अमेरिका ने अपना स्टैंड साफ कर दिया है। अमेरिका यह दिखाना चाहता है कि तिब्बत के लोगों के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है। अमेरिका चाहता है कि चीन का तिब्बत में कोई दखल न हो। यही वजह है कि अमेरिका ने ‘तिब्बती नीति और समर्थन अधिनियम 2020’ पारित कर दिया है। तिब्बत पर यह अमेरिका की आधिकारिक नीति है कि दलाई लामा का उत्तराधिकार एक पूर्णतः धार्मिक मुद्दा है, जिस पर केवल दलाई लामा और उनके फॉलोअर्स ही फैसला ले सकते हैं। इस पर अब केवल जो बाइडन के सिग्नेचर का इंतजार है।

अमेरिका ने बिल पास करके चीन को यही संदेश देने की कोशिश की है कि वह भी तिब्बत की आजादी का पक्षधर है। यही वजह है कि अमेरिका का तिब्बत के प्रति स्टैंड और अमेरिकी सांसदों का तिब्बत के बाद सीधे पीएम मोदी से मिलना चीन को साफ-साफ ये संदेश है भारत भी उसके साथ है। यही नहीं, प्रतिनिधिमंडल में मौजूद माइकल मैककॉल ने साफ कहा कि हम साथ मिलकर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को एक कड़ा संदेश भेज सकते हैं। जब दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र एक साथ खड़े होते हैं तो निरंकुशता और दमन पर स्वतंत्रता की जीत होती है।

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Jun 21 2024, 10:47

नीट और नेट परीक्षा में हुई धांधली के विरोध में कांग्रेस का हल्लाबोल, आज पूरे देश में प्रदर्शन*
#net_neet_paper_leaks_congress_protest_across_the_country
नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट) के रिजल्ट के बाद देशभर में स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं कि रिजल्ट रद्द किया जाए या नीट फिर से हो। इधर, यूजीसी नेट की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। इसको लेकर छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है। जिसको लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस आज पूरे देश में प्रदर्शन करेगी।इसके अलावा पार्टी ने अपनी स्टेट यूनिट्स को भी शुक्रवार को धरना प्रदर्शन करने के निर्देश दिए हैं। 4 जून को नीट-यूजी रिजल्ट की घोषणा के बाद से कांग्रेस इस मुद्दे को उठा रही है। कांग्रेस ने नेट-यूजी रिजल्ट में बड़े पैमाने पर अनिमियतताओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। वहीं, सरकार ने शुरू में यह कहते हुए आरोपों को खारिज कर दिया कि एनईईटी यूजी रिजल्ट में कोई अनियमितता नहीं थी, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा के कुछ पहलुओं की जांच की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी अब इसे विषय को बड़ा मुद्दा बताते हुए 21 जून को पार्टी के सभी राज्य इकाइयों से देश के अलग अलग राज्यों की राजधानी में वरिष्ठ नेताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है। देश की सबसे पुरानी पार्टी 24 जून से शुरू होने वाले विशेष संसद सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाने के लिए इंडिया ब्लॉक पार्टियों को एकजुट कर रही है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल यानी गुरुवार को मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला था। राहुल ने कहा था कि हिंदुस्तान में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं और नरेंद्र मोदी या तो उसे रोक नहीं पा रहे या रोकना ही नहीं चाहते। बीजेपी शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर और शिक्षा माफियाओं की लैबोरेटरी बन गए हैं। बीजेपी सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रूस-यूक्रेन, इजराइल-गाजा युद्ध रुकवा देते हैं, लेकिन पेपर लीक को नहीं रोक पा रहे या फिर इसे रोकना नहीं चाहते हैं। राहुल ने ये भी दावा किया कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने शिक्षण संस्थाओं कब्जा कर लिया है। जब तक इस स्थिति को बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे।

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Jun 20 2024, 16:28

देश में परीक्षाओं में कथित गड़बड़ी के आरोप पर राहुल गांधी का तंज, बोले-रूस-यूक्रेन जंग रुकवा दी लेकिन पेपर लीक नहीं रोक पाए

#rahul_gandhi_congress_attacks_central_government_for_neet_ug_alleged_paper_leak

पेपर लीक मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर जोरदार कंज कसा है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यूजीसी नीट यूजी परीक्षा में कथित पेपर लीक को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के साथ ही व्यक्तिगत तौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीट पेपर और यूजीसी नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी।इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दिया था लेकिन किसी न किसी कारण देश में जो पेपर लीक हो रहे हैं, उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते हैं।

राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलेते हे कहा, "सभी शिक्षण संस्थानों को भाजपा के लोगों ने कैप्चर कर रखा है। जब तक इन्हें मुक्त नहीं कराया जाएगा, तब तक यह चलता रहेगा। पीएम मोदी इस लीक को रोक नहीं पाए। एक परीक्षा में गड़बड़ियों के बाद आप रद्द कर चुके हैं, पता नहीं दूसरे को रद्द किया जाएगा या नहीं। लेकिन कोई न कोई तो इसके लिए जिम्मेदार है और इसके लिए किसनी न किसी को तो पकड़ा जाना चाहिए।"

राहुल ने आगे कहा, "नीट पेपर और यूजीसी-नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी। इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दी थी। लेकिन किसी न किसी कारण में हिंदुस्तान में जो पेपर लीक हो रहे हैं उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते।"

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। उन्होंने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि जिसने भी अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक कराया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने दावा किया कि देश के शिक्षण संस्थाओं पर भाजपा और संघ से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है। जब तक इस चीज को नहीं बदला जाएगा, पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे। मध्य प्रदेश में हुए व्यापम घोटाले को ये सरकार पूरे देश में फैलाने की कोशिश कर रही है।

राहुल गांधी ने की पेपर लीक पर कार्रवाई की मांग

राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक का दावा किया। उन्होंने कहा कि बिहार को लेकर हमारा यही कहना है कि जांच होनी चाहिए और जिन्होंने भी पेपर लीक कराया है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों पर आरएसएस-बीजेपी का कब्जा है और जब तक इसे बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होने बंद नहीं होंगे।

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Jun 20 2024, 16:27

देश में परीक्षाओं में कथित गड़बड़ी के आरोप पर राहुल गांधी का तंज, बोले-रूस-यूक्रेन जंग रुकवा दी लेकिन पेपर लीक नहीं रोक पाए*
#rahul_gandhi_congress_attacks_central_government_for_neet_ug_alleged_paper_leak
पेपर लीक मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर जोरदार कंज कसा है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यूजीसी नीट यूजी परीक्षा में कथित पेपर लीक को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के साथ ही व्यक्तिगत तौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीट पेपर और यूजीसी नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी।इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दिया था लेकिन किसी न किसी कारण देश में जो पेपर लीक हो रहे हैं, उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते हैं। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलेते हे कहा, "सभी शिक्षण संस्थानों को भाजपा के लोगों ने कैप्चर कर रखा है। जब तक इन्हें मुक्त नहीं कराया जाएगा, तब तक यह चलता रहेगा। पीएम मोदी इस लीक को रोक नहीं पाए। एक परीक्षा में गड़बड़ियों के बाद आप रद्द कर चुके हैं, पता नहीं दूसरे को रद्द किया जाएगा या नहीं। लेकिन कोई न कोई तो इसके लिए जिम्मेदार है और इसके लिए किसनी न किसी को तो पकड़ा जाना चाहिए।" राहुल ने आगे कहा, "नीट पेपर और यूजीसी-नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी। इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दी थी। लेकिन किसी न किसी कारण में हिंदुस्तान में जो पेपर लीक हो रहे हैं उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते।" कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। उन्होंने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि जिसने भी अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक कराया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने दावा किया कि देश के शिक्षण संस्थाओं पर भाजपा और संघ से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है। जब तक इस चीज को नहीं बदला जाएगा, पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे। मध्य प्रदेश में हुए व्यापम घोटाले को ये सरकार पूरे देश में फैलाने की कोशिश कर रही है। राहुल गांधी ने की पेपर लीक पर कार्रवाई की मांग राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक का दावा किया। उन्होंने कहा कि बिहार को लेकर हमारा यही कहना है कि जांच होनी चाहिए और जिन्होंने भी पेपर लीक कराया है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों पर आरएसएस-बीजेपी का कब्जा है और जब तक इसे बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होने बंद नहीं होंगे।

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Jun 20 2024, 13:05

Ordinary people : Blow candles & then cut the cake
Ordinary people : Blow candles & then cut the cake -Most intelligent person of Congress dot com : First cut the cake, distribute to others & then blow to candle

Ordinary people : Blow candles & then cut the cake -Most intelligent person of Congress dot com : First cut the cake, distribute to others & then blow to candle

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Jun 17 2024, 18:47

एयर इंडिया में परोसे जाने वाले खाने के विकल्प पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर को हुई आपत्ति, जानें क्या है मामला

#congressmpmanickamtagoreraisesconcernoverairindialabellingmeal

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया पर एयर इंडिया की वेबसाइट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए एयर इंडिया की उड़ानों में परोसे जाने वाले भोजन विकल्पों पर सवाल उठाए हैं। मणिकम टैगोर ने धर्म के आधार पर एयर इंडिया के मेन्यू रखे जाने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

दरअसल, कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने एयर इंडिया की डाइनिंग एक्सपीरियंस पेज का स्क्रीनग्रैब लिया, जिसमें खाने की कैटेगरी हिंदू मील और मुस्लिम मील के आधार पर था। एयरलाइंस पर सवाल उठाते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि हिंदू या मुस्लिम खाना क्या है? सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन से इसके खिलाफ कार्रवाई करने की भी अपील की है। आगे उन्होंने कहा कि क्या संघियों ने एयर इंडिया पर कब्जा कर लिया है।

केवल हिंदू मील और मुस्लिम मील ही दिखा

वैसे यहां गौर करने वाली बात ये है कि कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर को डाइनिंग एक्सपीरियंस पेज पर केवल हिंदू मील और मुस्लिम मील ही दिखाई दिया। हालांकि इसके अलावा भी एयर इंडिया जैन और यहूदी यात्रियों के लिए भी विशिष्ट मेनू प्रदान करता है। एयर इंडिया के अलावा सिंगापुर एयरलाइन्स, एमिरेट्स एयरलाइन्स और जेट एयरलाइन्स जैसी कंपनियां भी अपने कस्टमर्स को 'रिलिजियस' मील का ऑप्शन देती हैं। रिलिजियस मील कैटिगरी के अंतर्गत 4 तरह के ऑप्शन्स होते हैं- मुस्लिम मील, हिंदू मील, जैन मील और कोशर मील।

हिंदू मील के तहत वेज और नॉन वेज

हिंदू मील के अंदर भी 2 ऑप्शन्स हैं- इंडियन वेजिटेरिअन मील और नॉन वेजिटेरिअन हिंदू मील। इंडियन वेजिटेरिअन यानी शाकाहारी मील के तहत यात्रियों को खाने में हर तरह की सब्जियां, ताजे फल, ड्राई फ्रूट्स, दाल, डेयरी प्रॉडक्ट्स, टोफू, अनाज और वेजिटेबल जिलेटिन दिया जाता है। इस शाकाहारी खाने में किसी भी तरह का मीट या मीट-बाय प्रॉडक्ट्स, मछली, शेलफिश, अंडा या ऐनिमल जिलेटिन शामिल नहीं होता।

नॉन वेज हिंदू मील बीफ सर्व नहीं किया जाता

नॉन वेज हिंदू मील की करें तो यह खाना वैसे इन-फ्लाइट पैसेंजर्स को सर्व किया जाता है जो हिंदू धर्म को मानने वाले हैं। इसमें मिलने वाले नॉन वेज खाने में यात्रियों को गोश्त, चिकन, मछली, अंडा, दूध, डेयरी प्रॉडक्ट्स और अनाज दिया जाता है जबकि बीफ या बीफ बाय-प्रॉडक्ट्स और रॉ या स्मोक्ड फिश बिलकुल सर्व नहीं किया जाता।

जैन कम्युनिटी के लिए अलग मील

इसके अलावा जैन मील जैन कम्युनिटी के लोगों को सर्व किया जाता है जो प्योर वेजिटेरिअन होते हैं। जैन मील में सिर्फ वैसे फलों और सब्जियों को शामिल किया जाता है जो जमीन के ऊपर उगते हैं। जैन मील में ऐनिमल प्रॉडक्ट्स, सी-फूड, अंडा, डेयरी प्रॉडक्ट्स, बैंगन, गोभी, ब्रॉकली और जड़ वाली सब्जियां जैसे- प्याज, मशरूम, अदरक, लहसुन आलू, गाजर, चुकंदर, मूली और हल्दी बिलकुल सर्व नहीं किया जाता।

मेडिकल और डायटरी जरूरतों के हिसाब से भी मील

ठीक वैसे पैसेंजर्स जो यहूदी कस्टम को मानने वाले होते हैं उन्हें कोशर मील सर्व किया जाता है। यहूदी को डायटरी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस मील को तैयार किया जाता है। इसके अलावा फ्लाइट्स पर पैसेंजर्स को मेडिकल और डायटरी जरूरतों के हिसाब से भी मील दी जाती है जिसमें डायबीटिक मील, ग्लूटेन-फ्री मील, लो कलेस्ट्रॉल और लो फैट मील, लो सॉल्ट मील और नॉन-लैक्टोज मील भी शामिल है।

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Jun 08 2024, 11:30

INDIA’s Biggest Electoral Scam”
Congress used its cadre and that of its alliance partners to influence voters by promising them ₹8500 per month if they vote for Congress. Poor needy and greedy people bought this lie and voted for Congress

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Jun 06 2024, 16:19

महाराष्ट्र की राजनीति में होगा बड़ा उलट फेर! सांगली लोकसभा सीट को लेकर उद्धव ठाकरे इंडिया गठबंधन के घटक दलों से हैं नाराज

#shiv_sena_clashes_with_congress_after_defeat_in_sangli_seat

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और इंडिया गठबंधन के बाकी घटक दलों के बीच मनमुटाव की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसकी वजह सांगली लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार विशाल पाटिल की जीत है। सांगली लोकसभा सीट पर शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल की हुई हार के बाद उद्धव ठाकरे कांग्रेस से खासे नाराज हैं। सूत्रों के मुताबिक उद्धव ठाकरे की इस नाराजगी की वजह कांग्रेस द्वारा शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल की जगह निर्दलीय विशाल पाटिल को वोटिंग के दौरान सपोर्ट करना है। उद्धव ठाकरे को लगता है कि यहाँ से राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने शिवसेना (यूबीटी) के प्रत्याशी चंद्रहर सुभाष पाटिल को धोखा दिया है।

विशाल पाटिल ने इसी साल अप्रैल में कांग्रेस से बगावत कर दिया था। वहीं, इंडिया गठबंधन ने यहाँ से शिवसेना उद्धव गुट के प्रत्याशी को मैदान में उतारा था। विशाल पाटिल कॉन्ग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते हैं। सांगली से निर्दलीय उम्मीदवार विशाल पाटिल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के संजय पाटिल को 1,00,053 वोटों से हराया था। शिवसेना उद्धव गुट ने सांगली लोकसभा सीट से चंद्रहर सुभाष पाटिल को मैदान में उतारा था। चंद्रहर सुभाष पाटिल तीसरे नंबर पर रहे। उनका विशाल पाटिल से हार का अंतर 5,10,806 वोटों का रहा। 

इंडिया गठबंधन में इस सीट को लेकर चुनाव पूर्व भी खींचतान हुई थी।परंपरागत सीट की वजह से कांग्रेस वहां से विशाल पाटिल को अपना उम्मीदवार बनाना चाहती थी, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) ने बिना सहयोगियों से चर्चा किए चंद्रहार पाटिल को अचानक से उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इसके बाद दोनों पार्टियों में जमकर विवाद हुआ था, लेकिन उद्धव अपनी जिद पर अड़े रहे. अंत में यह सीट शिवसेना (यूबीटी) के हिस्से में जाने से विशाल पाटिल ने विद्रोह करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा और मंगलवार को आए नतीजों में वह भारी मतों से जीत भी गए।

सांगली लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ रहा है। यहाँ सन 1962 से 2014 के 52 वर्षों के अंतराल में कांग्रेस का ही कब्ज़ा रहा है। यह इलाका महाराष्ट्र के तीन बार के मुख्यमंत्री और राज्य के सबसे बड़े कांग्रेस नेताओं में से एक वसंतदादा पाटिल का गढ़ रहा है। साल 1980 से 2014 तक वसंतदादा के परिवार के ही सदस्य इस सीट से जीत कर संसद में जाते रहे हैं। ऐसे में यह भी सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या उद्धव ठाकरे ये नहीं जान पाए कि कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे के लिए अपने मजबूत गढ़ को इतनी आसानी से क्यों छोड़ दिया। इसके बाद एक कांग्रेस के एक बागी नेता ने उद्धव के प्रत्याशी को पटखनी क्यों दी?

ख़ास बात ये भी है कि सांगली सीट पर जीत हासिल करने के बाद विशाल पाटिल ने बयान दिया था कि उनकी लड़ाई कभी कांग्रेस के खिलाफ थी ही नहीं। उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस को बचाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे थे।इस बयान के बाद इन आशंकाओं को और बल मिला था कि कांग्रेस ने अंदर ही अंदर विशाल पाटिल की मदद की थी।

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Jun 06 2024, 12:42

राहुल गांधी ने किया था ‘खटाखट’ वाला वादा, पैसा लेने कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गईं महिलाएं

#women_reached_congress_office_demanding_guarantee_cards

देश में लोकसभा का चुनाव खत्म हो चुका है। हालांकि चुनावी असर तो अभी शुरू हुआ है। यूपी के चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक को एकजुट करने का प्रयास किया। पीडीए पॉलिटिक्स ने अल्पसंख्यकों को एकजुट रखा। वहीं, ओबीसी और दलित समुदाय को इंडिया गठबंधन के साथ जोड़ा। इसमें उन्हें बड़े स्तर पर सफलता मिली। हालांकि अब इंडिया गठबंधन की यही सफलता उसके गले की फांस बनती दिख रही है। 

दरअसल, यूपी की 80 में से 43 सीटों पर विपक्षी गठबंधन को जीत मिली है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में गारंटी कार्ड जारी कर महिलाओं को एक लाख रुपये देने की घोषणा की थी।‌ राहुल गांधी ने चुनावी रैलियों में महिलाओं को जीत के बाद खटाखट-खटाखट 8500 रुपये 5 जून को मिलने का दावा किया था।इसके लिए कांग्रेस ने चुनाव के समय महिलाओं के बीच अपने फार्म बांटे भी थे और उनसे वह फार्म भरवाए भी थे पर जब मंगलवार 4 तारीख को नतीजे आ गए उसके बाद आज 5 तारीख को कई महिलाएं कांग्रेस पार्टी के लखनऊ स्थित प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर अपने एक लाख रूपये लेने। 

चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद मुस्लिम महिलाओं का समूह अब लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पहुंच रहा है। इसको लेकर कांग्रेस दफ्तर के बाहर कई महिलाओं की भीड़ जमा हो गई और महिलाओं ने कहा कि वो राहुल गांधी ने जो वादा किया है। वह इस वादे के अनुरूप अपने साढे आठ हजार महीना और 1 लाख सालाना वाली स्कीम का फॉर्म भरने आई हैं, जिससे समय से उनका उनका पैसा मिल जाए। 

कुछ महिलाएं ऐसी थी जो अपना फार्म जमा करने आईं थी। तो कुछ महिलाएं ऐसी थी जो नया फार्म लेने आई थी। नए फार्म लेने वाली महिलाओं को जितने फॉर्म कार्यालय में मौजूद थे उतने कार्यालय के कर्मचारियों ने तो बांट दिए, लेकिन उसके बाद फार्म खत्म हो जाने के बाद भी महिलाओं के आने का सिलसिला लगातार जारी रहा। शुरुआत में कुछ महिलाओं को तो यह समझाया गया कि अभी कांग्रेस पार्टी की सरकार नहीं बनी है, लेकिन लगातार महिलाओं की बढ़ती संख्या से कांग्रेस पार्टी के लोगों के सामने भी उनको समझाने की एक मुश्किल खड़ी हुई।

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Jun 24 2024, 13:30

BJP MP Sambit Patra says

The pro-tem Speaker is appointed through a convention, not a law... It is a long convention going on in India since independence. Now, Congress is trying to disturb this process.

Bhartruhari Mahtab is serving as an MP consecutively for the seventh time. The convention says that the MP having the longest period of unbroken service can be appointed as pro-tem Speaker. So, in this 18th Lok Sabha, Bhartruhari Mahtab qualifies to become the pro-tem Speaker.

As far as (Congress MP) K Suresh is concerned, he has served as an MP 8 times non-consecutively. It is the 4th consecutive term of K Suresh. However, it is the 7th consecutive term of Bhartruhari Mahtab. So, there has been no breach of convention."

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Jun 21 2024, 15:47

दलाई लामा के बाद पीएम मोदी से मिला अमेरिकी कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, चीन को दिया ये संदेश

#pm_modi_meets_us_congress_mp_team 

अमेरिका के हाउस ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में मुलाक़ात की थी। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने तिब्बत की स्वायत्तता का मुद्दा उठाया और तिब्बतियों के प्रति अमेरिका के साथ को अटूट बताया। यही नही, दूसरे दिन इसी प्रतिनिधिमंडल ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भू मुलाकात की। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा आधिकारिक है या नहीं? इसे लेकर फ़िलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी से अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की तस्वीरों ने काफी कुछ कह दिया।

चीन ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को तिब्बत के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा से नहीं मिलने की चेतावनी दी थी, हालांकि चीन की चेतावनी के बावजूद अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने दलाई लामा से मुलाकात की थी। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की दलाई लामा से मुलाकात और फिर पीएम मोदी से मुलाकात राजनीति रूप से काफी अहम मानी जा रही है। पीएम मोदी और अमेरिकी सांसदों के मुलाकात वाली तस्वीर देखकर साफ है कि तिब्बत पर भारत का स्टैंड अमेरिका जैसा ही है। भारत भी तिब्बत की आजादी का पक्षधर रहा है।

यही नहीं, भारत ने बिना कुछ कहे ही चीन को भविष्य के लिए चेता दिया है। भारत की तरफ से पहले भी दोनों देशों के रिश्ते को लेकर नसीहत दी जा चुकी है। अप्रैल महीने में प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूजवीक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में कहा था, कि "भारत के लिए, चीन के साथ संबंध महत्वपूर्ण और सार्थक हैं। मेरा माननाहै, कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चली आ रही स्थिति को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है, ताकि हमारे द्विपक्षीय संबंधों में असामान्यता को पीछे छोड़ा जा सके।" प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, कि "भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हमारे दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।" उन्होंने आगे कहा था, कि "मुझे उम्मीद है, और मेरा माननाहै, कि कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के माध्यम से, हम अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और बनाए रखने में सक्षम होंगे। 

वहीं, तिब्बत मामले पर अमेरिका ने अपना स्टैंड साफ कर दिया है। अमेरिका यह दिखाना चाहता है कि तिब्बत के लोगों के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है। अमेरिका चाहता है कि चीन का तिब्बत में कोई दखल न हो। यही वजह है कि अमेरिका ने ‘तिब्बती नीति और समर्थन अधिनियम 2020’ पारित कर दिया है। तिब्बत पर यह अमेरिका की आधिकारिक नीति है कि दलाई लामा का उत्तराधिकार एक पूर्णतः धार्मिक मुद्दा है, जिस पर केवल दलाई लामा और उनके फॉलोअर्स ही फैसला ले सकते हैं। इस पर अब केवल जो बाइडन के सिग्नेचर का इंतजार है।

अमेरिका ने बिल पास करके चीन को यही संदेश देने की कोशिश की है कि वह भी तिब्बत की आजादी का पक्षधर है। यही वजह है कि अमेरिका का तिब्बत के प्रति स्टैंड और अमेरिकी सांसदों का तिब्बत के बाद सीधे पीएम मोदी से मिलना चीन को साफ-साफ ये संदेश है भारत भी उसके साथ है। यही नहीं, प्रतिनिधिमंडल में मौजूद माइकल मैककॉल ने साफ कहा कि हम साथ मिलकर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को एक कड़ा संदेश भेज सकते हैं। जब दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र एक साथ खड़े होते हैं तो निरंकुशता और दमन पर स्वतंत्रता की जीत होती है।

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Jun 21 2024, 10:47

नीट और नेट परीक्षा में हुई धांधली के विरोध में कांग्रेस का हल्लाबोल, आज पूरे देश में प्रदर्शन*
#net_neet_paper_leaks_congress_protest_across_the_country
नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट) के रिजल्ट के बाद देशभर में स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं कि रिजल्ट रद्द किया जाए या नीट फिर से हो। इधर, यूजीसी नेट की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। इसको लेकर छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है। जिसको लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस आज पूरे देश में प्रदर्शन करेगी।इसके अलावा पार्टी ने अपनी स्टेट यूनिट्स को भी शुक्रवार को धरना प्रदर्शन करने के निर्देश दिए हैं। 4 जून को नीट-यूजी रिजल्ट की घोषणा के बाद से कांग्रेस इस मुद्दे को उठा रही है। कांग्रेस ने नेट-यूजी रिजल्ट में बड़े पैमाने पर अनिमियतताओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। वहीं, सरकार ने शुरू में यह कहते हुए आरोपों को खारिज कर दिया कि एनईईटी यूजी रिजल्ट में कोई अनियमितता नहीं थी, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा के कुछ पहलुओं की जांच की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी अब इसे विषय को बड़ा मुद्दा बताते हुए 21 जून को पार्टी के सभी राज्य इकाइयों से देश के अलग अलग राज्यों की राजधानी में वरिष्ठ नेताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है। देश की सबसे पुरानी पार्टी 24 जून से शुरू होने वाले विशेष संसद सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाने के लिए इंडिया ब्लॉक पार्टियों को एकजुट कर रही है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल यानी गुरुवार को मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला था। राहुल ने कहा था कि हिंदुस्तान में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं और नरेंद्र मोदी या तो उसे रोक नहीं पा रहे या रोकना ही नहीं चाहते। बीजेपी शासित राज्य पेपर लीक का एपिसेंटर और शिक्षा माफियाओं की लैबोरेटरी बन गए हैं। बीजेपी सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रूस-यूक्रेन, इजराइल-गाजा युद्ध रुकवा देते हैं, लेकिन पेपर लीक को नहीं रोक पा रहे या फिर इसे रोकना नहीं चाहते हैं। राहुल ने ये भी दावा किया कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने शिक्षण संस्थाओं कब्जा कर लिया है। जब तक इस स्थिति को बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे।

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Jun 20 2024, 16:28

देश में परीक्षाओं में कथित गड़बड़ी के आरोप पर राहुल गांधी का तंज, बोले-रूस-यूक्रेन जंग रुकवा दी लेकिन पेपर लीक नहीं रोक पाए

#rahul_gandhi_congress_attacks_central_government_for_neet_ug_alleged_paper_leak

पेपर लीक मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर जोरदार कंज कसा है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यूजीसी नीट यूजी परीक्षा में कथित पेपर लीक को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के साथ ही व्यक्तिगत तौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीट पेपर और यूजीसी नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी।इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दिया था लेकिन किसी न किसी कारण देश में जो पेपर लीक हो रहे हैं, उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते हैं।

राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलेते हे कहा, "सभी शिक्षण संस्थानों को भाजपा के लोगों ने कैप्चर कर रखा है। जब तक इन्हें मुक्त नहीं कराया जाएगा, तब तक यह चलता रहेगा। पीएम मोदी इस लीक को रोक नहीं पाए। एक परीक्षा में गड़बड़ियों के बाद आप रद्द कर चुके हैं, पता नहीं दूसरे को रद्द किया जाएगा या नहीं। लेकिन कोई न कोई तो इसके लिए जिम्मेदार है और इसके लिए किसनी न किसी को तो पकड़ा जाना चाहिए।"

राहुल ने आगे कहा, "नीट पेपर और यूजीसी-नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी। इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दी थी। लेकिन किसी न किसी कारण में हिंदुस्तान में जो पेपर लीक हो रहे हैं उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते।"

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। उन्होंने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि जिसने भी अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक कराया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने दावा किया कि देश के शिक्षण संस्थाओं पर भाजपा और संघ से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है। जब तक इस चीज को नहीं बदला जाएगा, पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे। मध्य प्रदेश में हुए व्यापम घोटाले को ये सरकार पूरे देश में फैलाने की कोशिश कर रही है।

राहुल गांधी ने की पेपर लीक पर कार्रवाई की मांग

राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक का दावा किया। उन्होंने कहा कि बिहार को लेकर हमारा यही कहना है कि जांच होनी चाहिए और जिन्होंने भी पेपर लीक कराया है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों पर आरएसएस-बीजेपी का कब्जा है और जब तक इसे बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होने बंद नहीं होंगे।

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Jun 20 2024, 16:27

देश में परीक्षाओं में कथित गड़बड़ी के आरोप पर राहुल गांधी का तंज, बोले-रूस-यूक्रेन जंग रुकवा दी लेकिन पेपर लीक नहीं रोक पाए*
#rahul_gandhi_congress_attacks_central_government_for_neet_ug_alleged_paper_leak
पेपर लीक मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार कर जोरदार कंज कसा है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को यूजीसी नीट यूजी परीक्षा में कथित पेपर लीक को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।छात्रों के भविष्य का हवाला देते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के साथ ही व्यक्तिगत तौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला है। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीट पेपर और यूजीसी नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी।इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दिया था लेकिन किसी न किसी कारण देश में जो पेपर लीक हो रहे हैं, उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते हैं। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलेते हे कहा, "सभी शिक्षण संस्थानों को भाजपा के लोगों ने कैप्चर कर रखा है। जब तक इन्हें मुक्त नहीं कराया जाएगा, तब तक यह चलता रहेगा। पीएम मोदी इस लीक को रोक नहीं पाए। एक परीक्षा में गड़बड़ियों के बाद आप रद्द कर चुके हैं, पता नहीं दूसरे को रद्द किया जाएगा या नहीं। लेकिन कोई न कोई तो इसके लिए जिम्मेदार है और इसके लिए किसनी न किसी को तो पकड़ा जाना चाहिए।" राहुल ने आगे कहा, "नीट पेपर और यूजीसी-नेट के पेपर लीक हुए हैं। कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की लड़ाई रोक दी थी। इजराइल और गाजा की लड़ाई को भी नरेंद्र मोदी ने रोक दी थी। लेकिन किसी न किसी कारण में हिंदुस्तान में जो पेपर लीक हो रहे हैं उन्हें नरेंद्र मोदी नहीं रोक पा रहे या फिर रोकना नहीं चाहते।" कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि वो इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। उन्होंने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि जिसने भी अंडरग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का पेपर लीक कराया है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने दावा किया कि देश के शिक्षण संस्थाओं पर भाजपा और संघ से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है। जब तक इस चीज को नहीं बदला जाएगा, पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे। मध्य प्रदेश में हुए व्यापम घोटाले को ये सरकार पूरे देश में फैलाने की कोशिश कर रही है। राहुल गांधी ने की पेपर लीक पर कार्रवाई की मांग राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक का दावा किया। उन्होंने कहा कि बिहार को लेकर हमारा यही कहना है कि जांच होनी चाहिए और जिन्होंने भी पेपर लीक कराया है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों पर आरएसएस-बीजेपी का कब्जा है और जब तक इसे बदला नहीं जाएगा तब तक पेपर लीक होने बंद नहीं होंगे।

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Jun 20 2024, 13:05

Ordinary people : Blow candles & then cut the cake
Ordinary people : Blow candles & then cut the cake -Most intelligent person of Congress dot com : First cut the cake, distribute to others & then blow to candle

Ordinary people : Blow candles & then cut the cake -Most intelligent person of Congress dot com : First cut the cake, distribute to others & then blow to candle

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Jun 17 2024, 18:47

एयर इंडिया में परोसे जाने वाले खाने के विकल्प पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर को हुई आपत्ति, जानें क्या है मामला

#congressmpmanickamtagoreraisesconcernoverairindialabellingmeal

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया पर एयर इंडिया की वेबसाइट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए एयर इंडिया की उड़ानों में परोसे जाने वाले भोजन विकल्पों पर सवाल उठाए हैं। मणिकम टैगोर ने धर्म के आधार पर एयर इंडिया के मेन्यू रखे जाने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

दरअसल, कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने एयर इंडिया की डाइनिंग एक्सपीरियंस पेज का स्क्रीनग्रैब लिया, जिसमें खाने की कैटेगरी हिंदू मील और मुस्लिम मील के आधार पर था। एयरलाइंस पर सवाल उठाते हुए उन्होंने सवाल उठाया कि हिंदू या मुस्लिम खाना क्या है? सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन से इसके खिलाफ कार्रवाई करने की भी अपील की है। आगे उन्होंने कहा कि क्या संघियों ने एयर इंडिया पर कब्जा कर लिया है।

केवल हिंदू मील और मुस्लिम मील ही दिखा

वैसे यहां गौर करने वाली बात ये है कि कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर को डाइनिंग एक्सपीरियंस पेज पर केवल हिंदू मील और मुस्लिम मील ही दिखाई दिया। हालांकि इसके अलावा भी एयर इंडिया जैन और यहूदी यात्रियों के लिए भी विशिष्ट मेनू प्रदान करता है। एयर इंडिया के अलावा सिंगापुर एयरलाइन्स, एमिरेट्स एयरलाइन्स और जेट एयरलाइन्स जैसी कंपनियां भी अपने कस्टमर्स को 'रिलिजियस' मील का ऑप्शन देती हैं। रिलिजियस मील कैटिगरी के अंतर्गत 4 तरह के ऑप्शन्स होते हैं- मुस्लिम मील, हिंदू मील, जैन मील और कोशर मील।

हिंदू मील के तहत वेज और नॉन वेज

हिंदू मील के अंदर भी 2 ऑप्शन्स हैं- इंडियन वेजिटेरिअन मील और नॉन वेजिटेरिअन हिंदू मील। इंडियन वेजिटेरिअन यानी शाकाहारी मील के तहत यात्रियों को खाने में हर तरह की सब्जियां, ताजे फल, ड्राई फ्रूट्स, दाल, डेयरी प्रॉडक्ट्स, टोफू, अनाज और वेजिटेबल जिलेटिन दिया जाता है। इस शाकाहारी खाने में किसी भी तरह का मीट या मीट-बाय प्रॉडक्ट्स, मछली, शेलफिश, अंडा या ऐनिमल जिलेटिन शामिल नहीं होता।

नॉन वेज हिंदू मील बीफ सर्व नहीं किया जाता

नॉन वेज हिंदू मील की करें तो यह खाना वैसे इन-फ्लाइट पैसेंजर्स को सर्व किया जाता है जो हिंदू धर्म को मानने वाले हैं। इसमें मिलने वाले नॉन वेज खाने में यात्रियों को गोश्त, चिकन, मछली, अंडा, दूध, डेयरी प्रॉडक्ट्स और अनाज दिया जाता है जबकि बीफ या बीफ बाय-प्रॉडक्ट्स और रॉ या स्मोक्ड फिश बिलकुल सर्व नहीं किया जाता।

जैन कम्युनिटी के लिए अलग मील

इसके अलावा जैन मील जैन कम्युनिटी के लोगों को सर्व किया जाता है जो प्योर वेजिटेरिअन होते हैं। जैन मील में सिर्फ वैसे फलों और सब्जियों को शामिल किया जाता है जो जमीन के ऊपर उगते हैं। जैन मील में ऐनिमल प्रॉडक्ट्स, सी-फूड, अंडा, डेयरी प्रॉडक्ट्स, बैंगन, गोभी, ब्रॉकली और जड़ वाली सब्जियां जैसे- प्याज, मशरूम, अदरक, लहसुन आलू, गाजर, चुकंदर, मूली और हल्दी बिलकुल सर्व नहीं किया जाता।

मेडिकल और डायटरी जरूरतों के हिसाब से भी मील

ठीक वैसे पैसेंजर्स जो यहूदी कस्टम को मानने वाले होते हैं उन्हें कोशर मील सर्व किया जाता है। यहूदी को डायटरी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस मील को तैयार किया जाता है। इसके अलावा फ्लाइट्स पर पैसेंजर्स को मेडिकल और डायटरी जरूरतों के हिसाब से भी मील दी जाती है जिसमें डायबीटिक मील, ग्लूटेन-फ्री मील, लो कलेस्ट्रॉल और लो फैट मील, लो सॉल्ट मील और नॉन-लैक्टोज मील भी शामिल है।

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Jun 08 2024, 11:30

INDIA’s Biggest Electoral Scam”
Congress used its cadre and that of its alliance partners to influence voters by promising them ₹8500 per month if they vote for Congress. Poor needy and greedy people bought this lie and voted for Congress

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Jun 06 2024, 16:19

महाराष्ट्र की राजनीति में होगा बड़ा उलट फेर! सांगली लोकसभा सीट को लेकर उद्धव ठाकरे इंडिया गठबंधन के घटक दलों से हैं नाराज

#shiv_sena_clashes_with_congress_after_defeat_in_sangli_seat

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और इंडिया गठबंधन के बाकी घटक दलों के बीच मनमुटाव की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसकी वजह सांगली लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार विशाल पाटिल की जीत है। सांगली लोकसभा सीट पर शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल की हुई हार के बाद उद्धव ठाकरे कांग्रेस से खासे नाराज हैं। सूत्रों के मुताबिक उद्धव ठाकरे की इस नाराजगी की वजह कांग्रेस द्वारा शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल की जगह निर्दलीय विशाल पाटिल को वोटिंग के दौरान सपोर्ट करना है। उद्धव ठाकरे को लगता है कि यहाँ से राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस ने शिवसेना (यूबीटी) के प्रत्याशी चंद्रहर सुभाष पाटिल को धोखा दिया है।

विशाल पाटिल ने इसी साल अप्रैल में कांग्रेस से बगावत कर दिया था। वहीं, इंडिया गठबंधन ने यहाँ से शिवसेना उद्धव गुट के प्रत्याशी को मैदान में उतारा था। विशाल पाटिल कॉन्ग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते हैं। सांगली से निर्दलीय उम्मीदवार विशाल पाटिल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के संजय पाटिल को 1,00,053 वोटों से हराया था। शिवसेना उद्धव गुट ने सांगली लोकसभा सीट से चंद्रहर सुभाष पाटिल को मैदान में उतारा था। चंद्रहर सुभाष पाटिल तीसरे नंबर पर रहे। उनका विशाल पाटिल से हार का अंतर 5,10,806 वोटों का रहा। 

इंडिया गठबंधन में इस सीट को लेकर चुनाव पूर्व भी खींचतान हुई थी।परंपरागत सीट की वजह से कांग्रेस वहां से विशाल पाटिल को अपना उम्मीदवार बनाना चाहती थी, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) ने बिना सहयोगियों से चर्चा किए चंद्रहार पाटिल को अचानक से उम्मीदवार घोषित कर दिया था। इसके बाद दोनों पार्टियों में जमकर विवाद हुआ था, लेकिन उद्धव अपनी जिद पर अड़े रहे. अंत में यह सीट शिवसेना (यूबीटी) के हिस्से में जाने से विशाल पाटिल ने विद्रोह करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा और मंगलवार को आए नतीजों में वह भारी मतों से जीत भी गए।

सांगली लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ रहा है। यहाँ सन 1962 से 2014 के 52 वर्षों के अंतराल में कांग्रेस का ही कब्ज़ा रहा है। यह इलाका महाराष्ट्र के तीन बार के मुख्यमंत्री और राज्य के सबसे बड़े कांग्रेस नेताओं में से एक वसंतदादा पाटिल का गढ़ रहा है। साल 1980 से 2014 तक वसंतदादा के परिवार के ही सदस्य इस सीट से जीत कर संसद में जाते रहे हैं। ऐसे में यह भी सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या उद्धव ठाकरे ये नहीं जान पाए कि कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे के लिए अपने मजबूत गढ़ को इतनी आसानी से क्यों छोड़ दिया। इसके बाद एक कांग्रेस के एक बागी नेता ने उद्धव के प्रत्याशी को पटखनी क्यों दी?

ख़ास बात ये भी है कि सांगली सीट पर जीत हासिल करने के बाद विशाल पाटिल ने बयान दिया था कि उनकी लड़ाई कभी कांग्रेस के खिलाफ थी ही नहीं। उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस को बचाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे थे।इस बयान के बाद इन आशंकाओं को और बल मिला था कि कांग्रेस ने अंदर ही अंदर विशाल पाटिल की मदद की थी।

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Jun 06 2024, 12:42

राहुल गांधी ने किया था ‘खटाखट’ वाला वादा, पैसा लेने कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गईं महिलाएं

#women_reached_congress_office_demanding_guarantee_cards

देश में लोकसभा का चुनाव खत्म हो चुका है। हालांकि चुनावी असर तो अभी शुरू हुआ है। यूपी के चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक को एकजुट करने का प्रयास किया। पीडीए पॉलिटिक्स ने अल्पसंख्यकों को एकजुट रखा। वहीं, ओबीसी और दलित समुदाय को इंडिया गठबंधन के साथ जोड़ा। इसमें उन्हें बड़े स्तर पर सफलता मिली। हालांकि अब इंडिया गठबंधन की यही सफलता उसके गले की फांस बनती दिख रही है। 

दरअसल, यूपी की 80 में से 43 सीटों पर विपक्षी गठबंधन को जीत मिली है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में गारंटी कार्ड जारी कर महिलाओं को एक लाख रुपये देने की घोषणा की थी।‌ राहुल गांधी ने चुनावी रैलियों में महिलाओं को जीत के बाद खटाखट-खटाखट 8500 रुपये 5 जून को मिलने का दावा किया था।इसके लिए कांग्रेस ने चुनाव के समय महिलाओं के बीच अपने फार्म बांटे भी थे और उनसे वह फार्म भरवाए भी थे पर जब मंगलवार 4 तारीख को नतीजे आ गए उसके बाद आज 5 तारीख को कई महिलाएं कांग्रेस पार्टी के लखनऊ स्थित प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर अपने एक लाख रूपये लेने। 

चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद मुस्लिम महिलाओं का समूह अब लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पहुंच रहा है। इसको लेकर कांग्रेस दफ्तर के बाहर कई महिलाओं की भीड़ जमा हो गई और महिलाओं ने कहा कि वो राहुल गांधी ने जो वादा किया है। वह इस वादे के अनुरूप अपने साढे आठ हजार महीना और 1 लाख सालाना वाली स्कीम का फॉर्म भरने आई हैं, जिससे समय से उनका उनका पैसा मिल जाए। 

कुछ महिलाएं ऐसी थी जो अपना फार्म जमा करने आईं थी। तो कुछ महिलाएं ऐसी थी जो नया फार्म लेने आई थी। नए फार्म लेने वाली महिलाओं को जितने फॉर्म कार्यालय में मौजूद थे उतने कार्यालय के कर्मचारियों ने तो बांट दिए, लेकिन उसके बाद फार्म खत्म हो जाने के बाद भी महिलाओं के आने का सिलसिला लगातार जारी रहा। शुरुआत में कुछ महिलाओं को तो यह समझाया गया कि अभी कांग्रेस पार्टी की सरकार नहीं बनी है, लेकिन लगातार महिलाओं की बढ़ती संख्या से कांग्रेस पार्टी के लोगों के सामने भी उनको समझाने की एक मुश्किल खड़ी हुई।