तेनुघाट डैम के खोले गये दो फाटक, नदी में हो रहा है बाइस सौ क्यूसेक पानी का बहाव
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से तेनुघाट डैम का जलस्तर बढ़ गया है। डैम पर अतिरिक्त दबाब के कारण 18 जून को स्थानीय प्रशासन की सहमति के बाद डैम का दो रेडियल गेट (ऊपरी फाटक) खोला गया।  इससे पहले तेनुघाट डैम के सहायक अभियंता मंगल देव सिंह ने अलर्ट जारी किया था। साथ ही बताया कि लगातार हो रहे बारिश के कारण डैम का जल स्तर में अचानक वृद्धि होने की सूचना के वजह से डैम का दो फाटक खोला गया।  सीडब्लूसी के रिपोर्ट के अनुसार प्रति घंटा लगभग डेढ़ से दो फीट पानी डैम में वृद्धि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। दो फाटक खोलने से लगभग 2,200  क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है।  उन्होंने बताया कि पानी छोड़े जाने से पहले नदी किनारे औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधक सहित प्रशासनिक पदाधिकारी को सजग कर दिया गया था। साथ ही दामोदर नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सचेत कर दिया गया कि वे नदी तट पर नहीं जाए।
तेनुघाट डैम के खोले गये दो फाटक, नदी में हो रहा है बाइस सौ क्यूसेक पानी का बहाव
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से तेनुघाट डैम का जलस्तर बढ़ गया है। डैम पर अतिरिक्त दबाब के कारण 18 जून को स्थानीय प्रशासन की सहमति के बाद डैम का दो रेडियल गेट (ऊपरी फाटक) खोला गया।  इससे पहले तेनुघाट डैम के सहायक अभियंता मंगल देव सिंह ने अलर्ट जारी किया था। साथ ही बताया कि लगातार हो रहे बारिश के कारण डैम का जल स्तर में अचानक वृद्धि होने की सूचना के वजह से डैम का दो फाटक खोला गया।  सीडब्लूसी के रिपोर्ट के अनुसार प्रति घंटा लगभग डेढ़ से दो फीट पानी डैम में वृद्धि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। दो फाटक खोलने से लगभग 2,200  क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है।  उन्होंने बताया कि पानी छोड़े जाने से पहले नदी किनारे औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधक सहित प्रशासनिक पदाधिकारी को सजग कर दिया गया था। साथ ही दामोदर नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सचेत कर दिया गया कि वे नदी तट पर नहीं जाए।
पेटरवार-गोला सीमा पर ट्रेलर और हाइवा की टक्कर में लगी भीषण आग, एक की मौत की आशंका
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार बोकारो-रामगढ़ सीमा क्षेत्र के चौपादारू घाटी, थाना गोला अंतर्गत बुधवार दोपहर 12:30 बजे एक ट्रेलर (BRO2GD1836) और हाइवा (JH02BN0036) के बीच आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहनों में आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही पेटरवार और गोला थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, वहीं तेनुघाट दमकल विभाग की गाड़ी ने आग पर काबू पाने में अहम भूमिका निभाई। हाइवा का चालक बुरी तरह झुलस गया, जिसे गोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रेलर का चालक वाहन में ही फंस गया, जिससे उसकी मौके पर ही जलकर मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है और कहा है कि गाड़ी में अभी भी आग फैली हुई है, जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। घटना के कारण बोकारो-रामगढ़ मुख्य मार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। आवागमन करीब दो घंटे तक बाधित रहा। दोनों जिलों की पुलिस और प्रशासन की टीम रास्ता खाली कराने में जुटी रही। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है और मृतक की पहचान व दुर्घटना के कारणों की पुष्टि के लिए प्रयास जारी हैं।
दुर्घटना में एक युवक घायल
पेटरवार(बोकारो)
मिथलेश कुमार पेटरवार थाना क्षेत्र लुकैया गांव स्थित बजरंग बली मंदिर के निकट नेशनल हाईवे 23 पर एक एलपी ट्रक के चपेट में आकर बाइक सवार एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। सीएचसी पेटरवार में प्राथमिक उपचार कर सदर अस्पताल बोकारो रेफर कर दिया गया। दुर्घटना में युवक का दाहिना पैर बुरी तरह से कुचल गया है। बताया जाता है कि दांतु पंचायत गांव जोरीया निवासी 35वर्षीय कवारी सिंह अपने घर से पेटरवार बाजार आ रहा था कि भारत माला के तहत फॉरलेन निर्माण कार्य में बन रहे पुल के निकट पीछे से आ रहा सीमेंट लदा एलपी ट्रक चपेट में ले लिया। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर डस्ट जमा था। जिसके कारण बाइक सवार स्लिप कर गया। इसके बाद एलपी ट्रक का पिछला चक्का युवक के पैर में चढ़ गया। घटना के बाद एलपी ट्रक चालक ने वाहन को किनारे खड़ी कर मौके से फरार हो गया। पेटरवार पुलिस ने घटनास्थल पहुंची एवं ट्रक को अपने कब्जे में लिया। बताते चलें कि आए दिन उस स्थल पर एनजी सड़क निर्माण कंपनी के मनमानी रवैया के कारण दुर्घटनाएं घटित हो रही है। परंतु कंपनी के द्वारा एनजीटी के नियमों को ताक में रखकर मनमाने तरीके से कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण उक्त स्थल पर दुर्घटनाएं हो रही हैं।
शिवपरिवार सहित सभी देवी-देवताओं की प्रतिमा का किया गया नगर भ्रमण
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
पेटरवार प्रखंड अंतर्गत बुंडू पंचायत में स्थित मंदिर टोला में श्री श्री 1008 श्री रुद्र महायज्ञ सह शिवलिंग प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं यज्ञ कमिटी के द्वारा शिव परिवार सहोत सभी देवी-देवताओं को लेकर तेनु चौक, एन एच 23, बैंक मोड़, बाजार टांड़, मठ टोला, बक्सी टोला, दुर्गा मंदिर खत्री टोला, बनर्जी टोला, सहाय टोला, मुंडा टोला, ठाकुर टोला, पटवा टोला, गली मोहल्ले होते हुए, हर हर महादेव, जय श्रीराम, जय हनुमान के जयकारे के साथ यज्ञ स्थल प्रतिमा को लेकर पहुंचे। ईश्वर के जयकारे के गूंजा से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। वहीं जगह जगह श्रद्धालुओं के द्वारा देव दर्शन किया गया और अर्शीवाद प्राप्त किया। यज्ञाचार्य ने बताया कि शिव परिवार में भगवान भोलेनाथ, गणेश, सरस्वती, लक्ष्मी, शिव, हनुमान, कार्तिक की मूर्तियां मंदिर में स्थापित की जानी है। अन्न फूल माला से मूर्तियों को आच्छादित कर पंचामृत स्नान कराया गया। फल फूल वस्त्र से प्रतिमा का परिच्छादन किया गया।श्री श्री 1008 श्री शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ को लेकर यज्ञशाला में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। आचार्य ने बताया कि यज्ञशाला की परिक्रमा से मनोवांछित मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। पेटरवार के ग्रामीण यज्ञ कार्य में अपना सर्वस्व लगाकर श्रद्धालुओं के प्रति समर्पण दिखाया है। नगर भ्रमण में यज्ञ समिति, महिला यज्ञ समिति, लक्ष्मी पूजा समिति मंदिर टोला, वीणा परिषद सदस्य मेला टांड़, नवयुवक संघ मठ टोला, प्राचीन दुर्गा मंदिर एवं शिव मंदिर समिति खत्री टोला, गणेश पूजा समिति, गुरुजवा दुर्गा मंदिर समिति, दुर्गा मंदिर समिति तेनु चौक, मनसा मंदिर समिति केवट टोला, मनसा मंदिर समिति भेलवा टांड़, गंगेश्वर धाम मंदिर समिति थाना, बजरंगबली मंदिर समिति बुढ़वा टांड़, विशेश्वर धाम मंदिर समिति प्रखंड कॉलोनी पेटरवार सभी समितियों एवं पेटरवार के आसपास के क्षेत्र से काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तगण सहित काफी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।
कबाड़ियों का नेटवर्क बना चोरों का अड्डा, चोरी की साइकिल खरीद-बिक्री में संलिप्तता उजागर, चोर को पकड़ ग्रामीणों ने किया पुलिस के हवाले
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
पेटरवार थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाओं के पीछे कबाड़ियों की संलिप्तता एक बार फिर उजागर हुई है। ताजा मामला बाजार टांड़ स्थित एक कंप्यूटर कोचिंग संस्थान की छात्रा की साइकिल चोरी से जुड़ा है, जिसमें चोर ने कबूल किया है कि उसने चोरी की गई साइकिल स्थानीय कबाड़ी को बेच दी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार को कसमार थाना क्षेत्र के बरई निवासी चितरंजन महतो की पुत्री खुशबू कुमारी जब कोचिंग पढ़ने आई, तो उसने अपनी साइकिल कोचिंग के बाहर खड़ी कर दी थी। पढ़ाई के बाद लौटने पर साइकिल गायब मिली। काफी खोजबीन के बावजूद जब साइकिल नहीं मिली, तो परिजनों ने सतर्कता बरती। घटना का खुलासा तब हुआ जब चोर साइकिल में हवा भरवाने स्थानीय दुकान पहुंचा। दुकानदार को संदेह होने पर उसने वीडियो बना लिया। अगली सुबह जब छात्रा फिर कोचिंग पहुंची तो दुकानदार ने वीडियो दिखाया, जिससे साइकिल की पहचान हो गई। इसके बाद छात्रा के पिता व ग्रामीणों ने वीडियो में दिख रहे युवक की तलाश शुरू की और उसे कोचिंग संस्थान के पास घुमते वक्त रंगे हाथ पकड़ लिया। पकड़े गए युवक की पहचान हडमित्ता निवासी आरिफ हुसैन के रूप में हुई है। पूछताछ में आरिफ ने साइकिल चोरी की बात स्वीकार की है और बताया कि उसने साइकिल को पेटरवार के एक कबाड़ी को बेच दिया। इस खुलासे के बाद एक बार फिर कबाड़ी दुकानों की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पेटरवार क्षेत्र में कई कबाड़ी दुकानों में चोरी की वस्तुओं की खरीद-फरोख्त की जाती है। सस्ते दाम में बिना पूछताछ के कबाड़ खरीद लेना इस तरह की दुकानों की आम नीति बन चुकी है। इससे चोरों को भी प्रोत्साहन मिलता है कि चोरी का माल खपाने में कोई परेशानी नहीं होगी। जब चोर ने स्वयं कबाड़ियों का नाम लिया है, तो पुलिस पर सवाल उठ रहा है कि क्या उन कबाड़ी दुकानों पर कार्रवाई होगी? क्या चोरी का माल खरीदने वाले कबाड़ी दुकानदारों की पहचान कर उनके विरुद्ध मामला दर्ज होगा? पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले की जांच जारी है और कबाड़ी दुकानों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों और अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि पेटरवार क्षेत्र के सभी कबाड़ी दुकानों का सत्यापन किया जाए और जो दुकानदार चोरी के सामान की खरीद-बिक्री में लिप्त पाए जाएं, तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो। साथ ही, ऐसे दुकानदारों का लाइसेंस रद्द किया जाए ताकि भविष्य में चोरों को कोई संरक्षण न मिल सके।
तेनुघाट डैम सुदृढ़ीकरण योजना का शिलान्यास, ₹7.93 करोड़ से होंगे जीर्णोद्धार कार्य
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार जल संसाधन विभाग द्वारा तेनुघाट बांध की सुरक्षा और सौंदर्यीकरण के लिए DSRP 2021 की अनुशंसा पर आधारित कार्यों की शुरुआत हो गई है। रविवार को झाड़ी कटिंग, बोल्डर पिचिंग, नाली सफाई, ग्रास पिचिंग और सौंदर्यकरण कार्यों का विधिवत शिलान्यास राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने किया। तेनुघाट बांध के सुरक्षा मापदंडों को पूरा करने के लिए विभिन्न कार्यों का शुभ शिलान्यास किया। मौके पर माननीय मंत्री जी का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि डैम के सम्पूर्ण विकास के हमारे लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में सुरक्षा मापदंडों को स्थापित करने के लिए किया गया यह शिलान्यास ऐतिहासिक है। जो 793.22 लाख की लागत से होने वाले विभिन्न कार्यों के पूर्ण हो जाने के बाद तेनुघाट डैम को एक नई पहचान मिलेगी जिससे जलापूर्ति के साथ साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। शिलान्यास करने के बाद मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि तेनुघाट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि तेनुघाट और आसपास के लोगों की वर्षों पुरानी मांग अब साकार होने जा रही है। उन्होंने कहा कि तेनुघाट डैम को पर्यटन के रूप विकसित करने के लिए 55 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल रही है। बहुत जल्द काम शुरु होगा। मंत्री ने कहा कि आगे अन्य विभागों से भी काम किये जायेंगे, जिससे यह क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान प्राप्त करेगा। आगे बताया कि तेनुघाट में बिजली की समस्या का समाधान अतिशीघ्र हो जाएगा। इस अवसर पर कई गणमान्य लोग उपस्थित थे, जिनमें तेनुघाट पंचायत मुखिया नीलम श्रीवास्तव, पंसस अजीत कुमार पांडेय, रमेन्द्र कुमार सिन्हा, रतन कुमार सिन्हा, दीपक कुमार गुप्ता, संजय यादव, राजन नायक, अख्तर अंसारी, रामचंद्र यादव, मुकेश कुमार, मनोज कुमार यादव, बबलू, सुजात, बसंत,अनिल कुमार यादव, पंकज नायक आदि शामिल थे।
टांगी से मार कर युवक की हत्या
पेटरवार/बोकारो
मिथलेश कुमार
बेरमो अनुमंडल स्थित पेटरवार थाना क्षेत्र के पिछरी गांव में टांगी से हमला कर एक युवक की हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान पिछरी मिश्रा टोला निवासी बिपुल मिश्रा (उम्र 25 वर्ष), पिता - गुलचंद कुमार मिश्रा के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि मंगलवार की शाम करीब 7 बजे बिपुल को उसके तीन दोस्तों ने घर से बुलाया था। इसके बाद वह देर रात तक वापस नहीं लौटा। रात्रि करीब 11 बजे ग्रामीणों को उसका शव बीरोह टांड जंगल में पड़ा मिला। वहीं ग्रामीणों द्वारा पुलिस को घटना की जानकारी दिया दी गई। वहीं घटना की जानकारी पुलिस द्वारा रात्रि 11बजे परिजनों को मिली, जिससे पूरे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं पेटरवार थाना प्रभारी राजू मुण्डा की तत्परता से एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए बोकारो पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और न्यूटन डॉग की सहायता से जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि घटना की तह तक पहुंचने के लिए हर पहलू से जांच की जा रही है। गांव में इस हत्याकांड के बाद भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। वहीं पोस्टमार्टम के लिए शव को तेनुघाट अनुमडलीय अस्पताल भेज दिया गया है।
तेनुघाट डैम के मेढ़ पर झाड़ियों में लगी आग, समय रहते पाया गया काबू, बड़ी दुर्घटना टली
पेटरवार(बोकारो)
मिथलेश कुमार
--- संवेदक की लापरवाही आई सामने

---- झाड़ी को दूसरी जगह ले जाकर नष्ट करना था, लेकिन संवेदक ने उन्हें मेढ़ पर ही छोड़ दिया।

तेनुघाट बांध के मेढ़ पर काटकर रखी गई झाड़ियों में शनिवार रात को अचानक आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। मिली जानकारी के अनुसार, सिंचाई विभाग द्वारा तेनुघाट डैम के मेढ़ पर उगी अनुपयोगी झाड़ियों और छोटे-छोटे पेड़ों की कटाई, बोल्डर की री-एडजस्टिंग समेत अन्य मरम्मत कार्य के लिए लगभग आठ करोड़ रुपए की लागत से निविदा जारी की गई थी। निविदा स्वीकृत होने के बाद संवेदक द्वारा कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। इसी क्रम में झाड़ियों की कटाई की जा रही थी, जिन्हें नियम के अनुसार दूसरी जगह ले जाकर नष्ट करना था, लेकिन संवेदक ने उन्हें मेढ़ पर ही छोड़ दिया।बीती रात कुछ शरारती तत्वों ने उन सूखी झाड़ियों में आग लगा दी। सहायक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही तेनुघाट अग्निशमन विभाग को अलर्ट किया गया था। हालांकि दमकल वाहन के पहुंचने से पहले ही स्थानीय प्रयासों से आग पर नियंत्रण पा लिया गया।इस घटना में डैम के मेढ़ पर लगी कीमती घास जल गई, जिससे बांध की सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता था। विशेषज्ञों का कहना है कि घास जल जाने से डैम में लीकेज की संभावना बढ़ जाती है, इसीलिए सफाई के दौरान झाड़ियों व घास को अन्य सुरक्षित स्थानों पर रखने की स्पष्ट गाइडलाइन दी गई है। संवेदक द्वारा इन निर्देशों का पालन नहीं किया गया, जिससे लापरवाही सामने आई है।फिलहाल, आगजनी की घटना में किसी प्रकार का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। विभाग द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
दादा-दादी, नाना-नानी सम्मान समारोह का पेटरवार ज्योति सरस्वती शिशु-विद्या मंदिर में आयोजन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार पूज्य तपस्वी श्री जगजीवन जी महाराज ज्योति सरस्वती शिशु-विद्या मंदिर पेटरवार में दादा-दादी, नाना-नानी सम्मान समारोह का आयोजन विधालय समिति के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात विधालय के अध्यक्ष शशि भूषण गुरु, सचिव संजय कुमार सिन्हा, कार्यक्रम के अध्यक्ष अर्शीवाद महत्ता, विधालय के प्राचार्य नवीन कुमार, अभिवावक प्रतिनिधि रीत लाल महतो, सदस्य नेहा साव के द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। वहीं छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा सांस्कृत कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। वहीं विधालय के अध्यक्ष, सचिव, विधालय के प्राचार्य और संस्था के सदस्यों के द्वारा बच्चों के साथ आये बड़े-बुजुर्गों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं बच्चों के द्वारा कर्यक्रम में आये हुई दादा-दादी, नाना-नानी सहित आये हुऐ सभी बड़े लोगो के चरण धोये गए जो प्राचिन समय के सभ्यता को दर्शाता है। वहीं बच्चों के द्वारा सामूहिक आरती की गई। वहीं विधालय के अध्यक्ष के द्वारा बच्चों के बीच बड़े-बुजुर्गो को किस तरह से आदर करना चाहिए इन सभी बातो पर प्रकाश डाला। ततपश्चात वीर कुँवर सिंह की तस्वीर पर पुष्पार्चण किया गया। प्रधानाचार्य श्री नवीन कुमार ने बहुत सरलता से दादा दादी एवं नाना नानी के सम्मान समारोह के उद्देश्य को रखा। इन्होंने कहा कि आज के इस समय में लोग अपनी सभ्यता को भूलते जा रहे हैं और पश्चिमी सभ्यता को अपना रहे हैं। जिसके कारण आज भैया बहनों में संस्कार विहीन होते जा रहे हैं। अपनी संस्कृति को बचाने के लिए ही विद्या भारती इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करती है ताकि भैया बहन समाज में अपनी पहचान बनाने में सक्षम हो सके। समारोह के अंत में भैया बहनों ने अपने दादा दादी, नाना नानी के चरणों को धोए तथा तिलक लगाकर उनसे आशीर्वाद भी प्राप्त किए। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विद्यालय के नन्हें - मुन्हें भैया बहनों ने दादा दादी, नाना नानी पर आधारित नृत्य एवं नाटक प्रस्तुत कर सभी को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में दादा दादी एवं नाना नानी को अंग वस्त्र तथा भगवत गीता की पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के सभी आचार्य एवं दीदी जी तथा कर्मचारियों की अहम भूमिका रही।