आवश्यकतानुसार ग्रामीण पथों का चौड़ीकरण कार्य प्रारंभ कराएं : मुख्यमंत्री


डेस्क : बीते सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित संकल्प से ग्रामीण सड़क सुद्दढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम अंतर्गत 8716 करोड़ की लागत से 6938 पथों का कार्यारंभ किया। इन सड़कों की लंबाई 12105 किलोमीटर है। इस दौरान सीएम ने कहा कि आवश्यकतानुसार ग्रामीण पथों का चौड़ीकरण कार्य प्रारंभ कराएं। 

उन्होंने कहा कि नये ग्रामीण पथों के निर्माण होने से राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्र से भविष्य में मात्र 4 घंटे में पटना तक की सुगम और निर्बाध यात्रा पूरा करने के सरकार के लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण पथों के सुद्दढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्य का आरंभ करने के लिये ग्रामीण कार्य विभाग को बधाई देते हुए कहा कि इससे ग्रामीण पथों के सुदृढ़ीकरण को और गति मिलेगी। ग्रामीण पथों की मरम्मति एवं रखरखाव जरूरी है। 

सीएम ने कहा कि हमलोगों का उद्देश्य है कि ग्रामीणों को हमेशा मजबूत, सुरक्षित और आरामदायक सड़क की सुविधा मिलती रहे। ग्रामीण पथों के निर्माण से न केवल गांवों और शहरों के बीच की दूरी घट रही है बल्कि सामाजिक संरचना को नया आयाम, आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिल रही है।

पेड़ से लटका मिला युवक का शव, इलाके मे सनसनी

डिस्क : मुंगेर जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के कुतलुपुर दियारा इलाके में एक युवक का शव शीशम के पेड़ से लटका हुआ मिला। जिसके बाद इलाके मे सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान लखीसराय जिले के मेदनी चौकी थाना क्षेत्र के खावा गांव निवासी राजकुमार महतो के रूप में की गई है।

शव मिलने की खबर से मिलने के बाद मृतक की पत्नी यशोदा कुमारी अपने बच्चों और परिजनों के साथ मौके पर पहुंची। शव को देखते ही पत्नी और अन्य परिजन फफक-फफक कर रोने लगे। यशोदा कुमारी ने स्पष्ट रूप से आशंका जताई कि उसके पति की हत्या कर शव को पेड़ पर लटका दिया गया है।

उन्होंने बताया कि मृतक राजकुमार कल दोपहर तीन बजे से लापता थे और आखिरी बार उन्हें उनके चचेरे भैसुर के साथ देखा गया था।

घटना की गंभीरता को देखते हुए मुफस्सिल थाना पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया। साथ ही, फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है ताकि तकनीकी जांच के जरिए हत्या या आत्महत्या के बीच फर्क स्पष्ट किया जा सके।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और फिलहाल सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जा रही है।

घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट या ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है जो यह साफ कर सके कि यह आत्महत्या है या हत्या।

बड़ी खबर : हाई टेंशन बिजली की तार मे सटा बारातियों से भरा बस, दो की मौत कई गंभीर रूप से घायल

डेस्क : बिहार बांका जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां आज सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें दो बारातियों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य झुलसकर घायल हो गए।

यह हादसा कटोरिया थाना क्षेत्र के चिड़ैयामोड़-डैम रोड पर जयपुर थाना अंतर्गत बाराकोला गांव के पास उस वक्त हुआ जब बारातियों से भरी एक बस 11 हजार वोल्ट की विद्युत तार के संपर्क में आ गई।

जानकारी के अनुसार, रविवार रात बौंसी थाना क्षेत्र के कुमरभार गांव से शंकर सिंह की बारात जयपुर थाना क्षेत्र के कोल्हासार पंचायत के कालाडंडा गांव गई थी। सोमवार सुबह बारात के लगभग 25 लोग बस से वापस लौट रहे थे, तभी रास्ते में बस ऊंचे बिजली तार की चपेट में आ गई, जिससे पूरी बस में करंट फैल गया और सभी बाराती झुलस गए।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को जयपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने वहाँ दो बारातियों को मृत घोषित कर दिया।

मृतकों की पहचान कुमरभार गांव निवासी अजबलाल सिंह के 14 साल के बेटे संतोष कुमार सिंह और तेलियाकुरा गांव निवासी 45 वर्षीय कटकी पहाड़िया के रूप में हुई है।

घायलों में कुमरभार गांव के गोवर्धन सिंह की पांच साल की बेटी लक्ष्मी, बासुदेव सिंह का 30 साल का बेटा दिलीप कुमार, महगुड़ी निवासी अशोक मरांडी के 25 वर्षीय बेटे मुकेश कुमार मरांडी और झारखंड के दुमका सदर थाना क्षेत्र के चौकीतरी गांव निवासी नंदकिशोर राय का आठ साल के बेटे शिव कुमार सहित अन्य लोग शामिल हैं।

सभी का प्राथमिक उपचार कराने के बाद गंभीर रूप से घायल 5 लोगों को कटोरिया और पांच को देवघर रेफर किया गया है। फिलहाल सभी घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवारों ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर गहरा आक्रोश जताया है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

बिहार में शराब माफियाओं और हथियार तस्करों की आएगी शामत, पुलिस करने जा रही यह काम

डेस्क : बिहार में शराब और हथियार माफिया की शामत आने वाली है। शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने की दिशा में राज्य पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। विशेषकर मुजफ्फरपुर जिले में जहां शराब माफिया नेटवर्क बहुत तेजी से फैला है, वहां पुलिस ने अब 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति जब्त करने की दिशा में कार्रवाई तेज कर दी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार 30 से ज्यादा सक्रिय शराब माफिया चिन्हित किए गए हैं, जिनकी संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इन माफियाओं में कुख्यात चुन्नू ठाकुर के नेटवर्क से जुड़े शातिर तस्कर भी शामिल हैं। पुलिस अब इन अपराधियों के स्वयं के नाम के अलावा परिवार व रिश्तेदारों के नाम की संपत्तियों का भी ब्यौरा खंगाल रही है।

बिहार में जहरीली शराब से मौतें भी सरकार और पुलिस के लिए गंभीर चिंता का विषय रही हैं। खासकर कांटी, सरैया, कटरा, मनियारी और काजी मोहम्मदपुर जैसे क्षेत्रों में जहरीली शराब से हुई दर्जनों मौतों के बाद, अब इन मामलों में नामजद शराब माफियाओं की संपत्तियों को भी जब्त किया जाएगा। पुलिस ने सभी संबंधित C.O. और निबंधन कार्यालयों से आरोपितों की संपत्ति का विस्तृत ब्योरा मांगा है, ताकि एक ठोस कानूनी कार्रवाई की जा सके।

इसके साथ ही पुलिस का एक और बड़ा कदम उन हथियार तस्करों की अवैध संपत्तियों की जानकारी जुटाना है, जिनका नेटवर्क तुर्की, बरुराज और सदर थानों के क्षेत्रों में फैला हुआ है। हाल ही में 1600 और 500 कारतूस की बरामदगी के बाद जिन तस्करों की गिरफ्तारी हुई थी, उनकी संपत्ति की सत्यापन प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है।

बड़ी खबर : 10 लाख का इनामी खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार, एनआईए की टीम ने मोतिहारी से दबोचा

डेस्क : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 10 लाख के इनामी आतंकी कश्मीर सिंह ग्लावड्डी उर्फ बलबीर सिंह को रविवार को मोतिहारी नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। खालिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट, बब्बर खालसा इंटरनेशनल व सिख यूथ फेडरेशन के साथ मिलकर देश के खिलाफ साजिश रचता था।

आरक्षी अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एनआईए ने स्थानीय पुलिस के साथ सहयोग कर आतंकी को गिरफ्तार किया है। एनआईए की टीम सुरक्षित स्थान पर उससे पूछताछ कर रही है।

सूत्रों की मानें तो उसके पास से कई अहम दस्तावेज के अलावा आईकार्ड व अन्य कागजात बरामद किये गये हैं।

जल्द होगी सभी विषयों की एसटीईटी परीक्षा, बीएड के साथ ये डिग्री अनिवार्य

डेस्क : बिहार में शिक्षक बनने का इतंजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। राज्य में जल्द ही सभी विषयों की माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) होगी। शिक्षा विभाग ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) को परीक्षा कराने की हरी झंडी दे दी है। साथ ही विभाग की ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश भी भेज दिया गया है।अब बिहार बोर्ड जल्द ही चौथी एसटीईटी का आवेदन लेने से लेकर परीक्षा तक की तिथि तय करेगा।

नियोजित शिक्षकों की तीसरे चरण की सक्षमता परीक्षा के बाद एसटीईटी होने के आसार हैं। राज्य के माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षक बनने के लिए एसटीईटी उत्तीर्ण होना आवश्यक है। पिछले दिनों बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इसके आयोजन को लेकर शिक्षा विभाग से आवश्यक मार्गदर्शन मांगा था। इस पर शिक्षा विभाग ने बिहार बोर्ड को एसटीईटी कराने की मंजूरी दे दी है।

शिक्षा विभाग ने अपने निर्देश में कहा है कि जल्द ही एसटीईटी करा लें, ताकि बीपीएससी की अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (चौथा चरण) के लिए पर्याप्त संख्या में योग्य अभ्यर्थी मिल जाएं। बिहार में पहली एसटीईटी 2011 में हुई थी। इसके बाद 2019 और 2023 में हुई थी।

कक्षा 9 और 10 के माध्यमिक शिक्षक की पात्रता के लिए एसटीईटी के पेपर 1 में न्यूनतम उत्तीर्णता अंक लाना अनिवार्य है। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को स्नातक में 50 प्रतिशत अंक के साथ ही बीएड होना आवश्यक है। इसी प्रकार कक्षा 11 और 12 के उच्च माध्यमिक शिक्षक की पात्रता के लिए स्नातकोत्तर में 50 प्रतिशत अंकों के साथ एसटीईटी का पेपर 2 में न्यूनतम उत्तीर्णता अंक लाना आवश्यक है।

एसटीईटी में शामिल होने के लिए सामान्य वर्ग के पुरुष अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम उम्र 37 वर्ष है। सामान्य वर्ग की महिला, पिछड़ा, अत्यंत पिछड़ा वर्ग और दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 40 वर्ष और एससी-एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम उम्र सीमा 42 वर्ष है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को एसटीईटी में उत्तीर्णता के लिए 50 प्रतिशत अंक लाना जरूरी है। वहीं, एससी,एसटी, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग और महिला अभ्यर्थियों को उत्तीर्णता के न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है। बिहार में पहली एसटीईटी 2011 में हुई थी।

प्रचंड गर्मी को लेकर पटना जिला प्रशासन ने जारी किया आदेश, अब इतने बजे तक ही खुले रहेंगे पटना के सभी स्कूल

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट मे है। तेज धूप और उमस भरी गर्मी ने जीना मुहाल कर रखा है। सबसे बड़ी परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों को हो रही है। इसी बीच राजधानी पटना के स्कूली बच्चों के लिए राहत वाली खबर सामने आई है।

प्रचंड गर्मी और लू को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। जिला प्रशासन ने पटना के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के समय में बदलाव कर दिया है। पटना डीएम की तरफ से इसको लेकर आदेश जारी किया गया है।

पटना जिला प्रशासन के नए निर्देश के अनुसार, अब पटना जिले के सभी सरकारी, गैर-सरकारी, निजी और मान्यता प्राप्त स्कूलों को सुबह की पाली में ही संचालित करना होगा। सभी स्कूल 11 बजकर 30 मिनट तक ही खुले रहेंगे। इसके बाद किसी भी परिस्थिति में स्कूल का संचालन नहीं किया जाएगा। जिला प्रशासन का यह आदेश 12 मई से 17 मई तक प्रभावी रहेगा।

जिला प्रशासन की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि "जिले में रह रहे अधिक तापमान, विशेष रूप से दोपहर के समय पड़ रही भीषण गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है। अतः मैं, डॉ० चन्द्रशेखर सिंह, जिला दंडाधिकारी, पटना भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा-163 के तहत जिले के सभी विद्यालयों (प्री-स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित) में पूर्वाह्न 11:30 बजे के बाद सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाता हूँ। विद्यालय प्रबंधन को एतद् द्वारा निदेश दिया जाता है कि वे उल्लिखित आदेश के अनुरूप शैक्षणिक गतिविधियों को पुनर्निर्धारित करेंगे।उपर्युक्त आदेश दिनांक-12.05.2025 से 17.05.2025 तक लागू रहेगा"।

भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बीच वेट एंड वॉच की स्थिति में राज्य सरकार, लिया यह बड़ा निर्णय

डेस्क : भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बावजूद तनाव की स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार फिलहाल ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में है। गृह विभाग से लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय भारत सरकार के अगले कदम और निर्देशों का इंतजार कर रही है। तब तक राज्य में जारी अलर्ट और नागरिक सुरक्षा के तमाम उपाय लागू रहेंगे। बिहार के सीमावर्ती इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों में सतर्कता लागू रहेगी।

बिहार पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल बिहार की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर किसी तरह की छूट नहीं दी गयी है। बगहा से लेकर किशनगंज तक बिहार की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अर्द्धसैनिक बलों के साथ स्थानीय पुलिस की गश्त बरकरार रहेगी। पुलिस सहित सभी एजेंसियों को अलर्ट रखा गया है और खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई जारी रहेगी। सामान्य आवाजाही के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों, सामग्रियों और वाहनों की भी निरंतर जांच होगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शनिवार को पूर्णिया में सीमावर्ती जिले के डीएम-एसपी सहित वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक में संदिग्धों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिये थे। साथ ही राज्यभर में महत्वपूर्ण सड़कों, पुलों, रेलवे लाइन, एयरपोर्ट, पेट्रोल-डीजल डिपो, गैस स्टेशन एवं अन्य धार्मिक स्थल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर विशेष निगरानी बरकरार रहेगी।

सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी मॉकड्रिल होती रहेंगी। सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जुड़े पुलिसकर्मियों को लगातार अलर्ट मोड पर रखा जाएगा। खास कर संवेदनशील स्थानों पर मॉकड्रिल का आयोजन होगा, ताकि आपातकालीन परिस्थिति के कारण स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिले। इसी कड़ी में शनिवार को पटना के महावीर मंदिर में आंतकी हमले की मॉकड्रिल हुई थी। आपातकालीन स्थिति से निबटने को लेकर स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ाने के साथ ही उनके प्रशिक्षण को लेकर भी विशेष कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

मौसम का हाल : प्रचंड गर्मी के चपेट में पूरा बिहार, प्रदेश ने इन जिलो में आज लू का येलो अलर्ट

डेस्क : पिछले कुछ दिनों से पूरा बिहार प्रचंड गर्मी की चपेट में है। तेज धूप के साथ उमस भरी गर्मी ने जीना मुहाल कर रखा है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के तकरीबन सभी जिलो में पारा 40 के पार पहुंच गया है। इसी बीच मौसम विभाग ने राजधानी पटना समेत राज्य के कई जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के अनुसार पटना, गोपालगंज सहित राज्य के आठ जिलों में आज सोमवार को लू चलने की चेतावनी है। वहीं शेष जिलों का मौसम गर्म बना रहेगा। इस दौरान लोगों को वास्तविक तापमान से लगभग 5 डिग्री अधिक का अनुभव होगा। मौसम विभाग ने सोमवार को पटना, सारण, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शेखपुरा, भागलपुर और बांका में लू चलने को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।

तीन-चार दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई विशेष बदलाव होने के आसार नहीं हैं। 14 मई तक प्रदेश के अधिकतर शहरों में लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होगा। रविवार को मोतिहारी लू की चपेट में रहा। वहीं ज्यादातर शहरों के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई।

चिलचिलाती धूप मे पटना मे चल रहे सड़क और मैट्रो निर्माण कार्य का सीएम नीतीश कुमार ने किया निरीक्षण, दिए कई निर्देश

डेस्क : आज रविवार 11 मई को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में पटना की सड़कों और मेट्रो परियोजना का निरीक्षण करने निकले। इस दौरान उन्होंने कई विकास कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान मंत्री विजय कुमार चौधरी, पटना डीएम सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद अधिकारियों को तय समय सीमा में निर्माण कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दानापुर के हाथीखाना मोड़ से चांदमारी तक के पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य का जायजा लिया एवं शिवाला आर०ओ०बी० का निरीक्षण किया। साथ ही सगुना मोड़ के पास चल रहे पटना मेट्रो रेल के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान निर्मित पथों का मेंटनेंस करने तथा निर्माणाधीन पथों का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया। इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को राजधानी पटना के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर सड़कों के निर्माण और पटना मेट्रो रेल परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य समय सीमा के भीतर पूरे किए जाएं, साथ ही पहले से बनी सड़कों के नियमित रखरखाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री का निरीक्षण सबसे पहले हाथीखाना मोड़ से चांदमारी तक बन रही सड़क पर केंद्रित रहा। इस सड़क का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण कार्य चल रहा है। यह मार्ग तुरहा टोली, खिरनीचक, डीपीएस स्कूल होते हुए चांदमारी तक जाता है और आगे उसरी-छितनावां पथ से जुड़ता है। इस सड़क के तैयार होने के बाद नौबतपुर, जहानाबाद और आरा की ओर जाने वाले लोगों को एक वैकल्पिक मार्ग मिलेगा, जिससे इन इलाकों में यातायात का दबाव कम होगा और आवागमन भी सुगम होगा।

इसके बाद मुख्यमंत्री सगुना मोड़ पहुंचे, जहां उन्होंने पटना मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से परियोजना की विस्तृत जानकारी ली और यह सुनिश्चित करने को कहा कि कार्य में कोई अनावश्यक देरी न हो।

निरीक्षण के दौरान नीतीश कुमार ने शिवाला रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) और इसके पास बन रहे निर्माणाधीन मार्ग की स्थिति को भी देखा। उन्होंने चांदमारी गांव, सैनिक मोड़ और दानापुर में भी रुककर सड़क एवं निर्माण कार्यों का मूल्यांकन किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाथीखाना मोड़ से चांदमारी तक के पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य का जायजा लिया। यह पथ तुरहा टोली, कुही मोड़, खिरनीचक मोड़, रघुरामपुर पुल, डी०पी०एस० स्कूल एवं लोदीपुर, चांदमारी होते हुए उसरी-छितनावां पथ को जोड़ता है। उसरी-छितनावां पथ का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा पटना जिला की प्रगति यात्रा के दौरान किया गया था। हाथीखाना मोड़ से चांदमारी तक पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य होने से उसरी-छितनावां, शिवाला, नौबतपुर, बिकम, पाली, जहानाबाद एवं आरा की ओर जाने के लिए लोगों को अतिरिक्त वैकल्पिक मार्ग मिलेगा।

इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने शिवाला आर०ओ०बी० का निरीक्षण किया। साथ ही शिवाला मोड़ के पास निर्माण कराए जाने वाले आर०ओ०बी० पथ के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री चांदमारी गांव के पास रुककर पथ का जायजा लिया। मुख्यमंत्री सैनिक मोड़, दानापुर के पास भी रुके तथा सगुना मोड़ के पास निर्माण कराए जा रहे पटना मेट्रो रेल कार्य का भी जायजा लिया।