योगी जी के जीरो ट्रॉलेंस नीति में भी सुरक्षित नहीं है ब्राह्मण परिवार : सुरज प्रसाद चौबे

लखनऊ।सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में सुखपुरा थाना क्षेत्र घोषबीर में अपहृत अजय तिवारी के परिवार से मिलने सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे के नेतृत्व में गया, पीड़ित परिवार ने बताया कि 29 अप्रैल को गांव के यादव परिवार जो नसे को हालत में थे कहासुनी में विवाद हुआ जिसकी एफ आई आर सुखपुरा थाना में दर्ज कराई गई, रिपोर्ट में नामजद आरोपी रास्ते में घर के पास बोला कि केश वापस ले लो नहीं तो बड़ा कांड करुंगा।

जिसकी सूचना तुरन्त थाना प्रभारी को दी गई लेकिन थाना प्रभारी ने अपराधियों पर कोई कार्यवाही नहीं किया,तीन मई को रात दो बजे पांच बाइक से असलहा से लैस आए घर के बाहर मिल चला रहे अजय तिवारी को मारने लगे ,मृत्युंजय तिवारी बचाने गया उसको इतना मारे कि गर्दन में चोट आई औरतों को भी मारा पिता गया बोले कि केश वापस लो ,योगी जी के सरकार में खुलेआम गुंडई को गई आज अपहरण हुए पांच दिन से ऊपर हो रहा है पुलिस सुराख नहीं लगा पा रही है।

सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे वर्तवान थाना प्रभारी से मिले बात किए स्पष्ट रूप से कहा कि आदि पुलिस समय से काम करती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती,सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि सवर्ण आर्मी अजय तिवारी के परिवार के साथ खड़ी है,परिवार की महिलाएं बिलख बिलख रो रहीं है क्षेत्रीय दल के नेता विधायक भी आए सभी ने आश्वासन दिए पर अभी तक कोई सुराख लगाने में पुलिस नाकाम रही,चौबे ने कहा कि सवर्ण ब्राह्मणों पर आफत आ गई है आए दिन मारे ,पीते अपमानित किए जा रहे हैं।

प्रतापगढ़ में गरीब उपाध्याय का घर जल दिया गया,चित्रकूट जिले के रायपुरा थाना क्षेत्र में लोधी समाज में गुंडे बॉस काटने से मना करने पर ब्राह्मण बेटी,को मारा ,समाज को संदेश देने चाहते हैं कि आप सुरक्षित हैं जब संगठित रहोगे ,जिला प्रशासन बलिया से मांग करता हु कि अपहरण हुए अजय तिवारी को जल्दी बरामद करते हुए अपराधी चाहे कोई हो को कठोर कार्रवाई किया जाए।

ओमप्रकाश सिंह बने पूर्व विधायक एवं पूर्व विधान परिषद सदस्य वेल्फेयर सोसाइटी के अध्यक्ष

लखनऊ। पूर्व विधायक ओमप्रकाश सिंह को पूर्व विधायक एवं पूर्व विधान परिषद सदस्य वेल्फेयर सोसाइटी का नया अध्यक्ष चुना गया है। सोसाइटी ने पूर्व अध्यक्ष सत्यदेव त्रिपाठी के निधन के बाद नया अध्यक्ष चुना है। इस सम्बन्ध में होटल जेमिनी में एक बैठक बुलाई गई थी।

बैठक में सोसाइटी के महासचिव और पूर्व एमएलसी सिराज मेहदी ने नये अध्यक्ष के लिए ओमप्रकाश सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव का समर्थन मुईद अहमद और मीता गौतम ने किया। प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया। इस बैठक में डॉ. सिद्धार्थ शंकर, डॉ. आरए उस्मानी, एचजी सिंह, स्वप्ना राय, अब्दुल मन्नान, बुद्धि सिंह, वीरेन्द्र वर्मा, जफर अली नकवी, नरेंद्र वर्मा, ताहिर सिद्दीकी और दिनेश चन्द्रा मौजूद थे।

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी

महाराणा प्रताप जयंती पर सीएम योगी का संबोधन: आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा, भारत की सेना के शौर्य को सराहा

मुख्यमंत्री ने कहा - महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह जैसे वीर योद्धा हमें देते हैं नई प्रेरणा

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए वीरता, राष्ट्रभक्ति और समर्पण का संदेश दिया। अपने भाषण में उन्होंने महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह जैसे महान योद्धाओं को नमन करते हुए पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, "पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा देने की इतनी बड़ी हिमाकत कर दी है कि अब वह अपने अस्तित्व के लिए जूझता नजर आ रहा है। उसका असली चेहरा अब दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है।" उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा भारतीय पर्यटकों पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह हर भारतीय के दिल में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश पैदा करने वाला क्षण था। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की तीनों सेनाओं ने इस हमले का सख्त जवाब दिया है, जिससे पाकिस्तान आज वैश्विक मंच पर अलग-थलग और कमजोर नजर आ रहा है।

सीएम योगी ने पाकिस्तान की "बेशर्मी और आतंकवाद से सांठगांठ" को उजागर करते हुए कहा कि मारे गए आतंकियों के जनाजे में उसके सैन्य व राजनीतिक नेतृत्व की उपस्थिति इस सच्चाई को उजागर करती है कि पाकिस्तान न केवल आतंकवादियों को पनाह देता है, बल्कि उसमें सीधे तौर पर शामिल भी है।

मुख्यमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे सेना का मनोबल बनाए रखें और सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से सतर्क रहें। उन्होंने कहा, "हर भारतवासी की जिम्मेदारी है कि वह सेना के साथ खड़ा हो और राष्ट्रविरोधी तत्वों को बेनकाब करे।"

महाराणा प्रताप की जयंती को वर्तमान समय के लिए प्रेरणादायक बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने हल्दीघाटी के युद्ध का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उस युद्ध में महाराणा ने सीमित संसाधनों के बावजूद अकबर की विशाल सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।

कार्यक्रम में महाराणा प्रताप सिंह चौराहे के सुंदरीकरण के लिए विधान परिषद सदस्य राकेश सिंह और मानवेंद्र सिंह को बधाई दी गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 1998 में इसी चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव उन्होंने ही दिया था।

इस अवसर पर विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, राकेश सचान, दयाशंकर सिंह समेत कई मंत्रीगण, सांसदगण, जनप्रतिनिधि और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

भारत अब किसी को छोड़ता नहीं, मांद में घुसकर मारता है : मुख्यमंत्री योगी

 — मुख्यमंत्री ने वितरित किए 494 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र, शिक्षा व खेल के क्षेत्र में भी की बड़ी घोषणाएं

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान पर दो टूक कहा-“विकसित भारत किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन यदि कोई हमारी संप्रभुता या नागरिकों की सुरक्षा में हस्तक्षेप करता है, तो भारत उसे उसकी मांद में घुसकर मारता है।” उन्होंने इस कार्रवाई को ‘नए भारत की ताकत’ बताया, जिसे अब दुनिया महसूस कर रही है और आगे भी करती रहेगी।

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 494 सहायक अध्यापकों और 49 प्रवक्ताओं को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र वितरित किए, और राज्य में शिक्षा व्यवस्था में सुधार व पारदर्शिता की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की दुनिया तेजी से बदल रही है और शिक्षक यदि नवाचार व तकनीक को अपनाएंगे तभी युवा पीढ़ी वैश्विक प्रतिस्पर्धा में टिक पाएगी। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि शिक्षा को उबाऊ नहीं बल्कि प्रेरणादायक बनाएं, और छोटे-छोटे कथानकों के जरिए छात्रों को जोड़ें।

प्रमुख घोषणाएं और उपलब्धियां:

494 सहायक अध्यापक और 49 प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र। 23 राजकीय इंटर कॉलेजों में 4.92 करोड़ रुपये की लागत से मिनी स्टेडियम का शिलान्यास। अटल टिंकरिंग लैब और ICT लैब से लैस स्कूलों को प्रमाण-पत्र वितरण। 2017 के बाद माध्यमिक शिक्षा में नकल और ठेका पद्धति पर पूरी तरह रोक। 8 साल में 8 लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरियां। 56 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा सिर्फ 14 दिनों में निष्पक्ष ढंग से कराना बना मिसाल। 

“बेसिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक आया आमूलचूल बदलाव”

सीएम योगी ने कहा कि पहले शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार और ढुलमुल नीति का शिकार था। लेकिन आज तकनीकी नवाचार, पारदर्शी चयन और कड़े अनुशासन के चलते यूपी की स्कूली शिक्षा राष्ट्रीय स्तर पर उदाहरण बन चुकी है। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद का ऑपरेशन कायाकल्प और माध्यमिक शिक्षा की ICT लैब्स अब नीति आयोग के लिए केस स्टडी बन चुके हैं।

* खेलों को मिलेगा बढ़ावा

सीएम ने खेलों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि मिनी स्टेडियम जैसी पहल से छात्रों को शारीरिक विकास और नेतृत्व के गुण भी प्राप्त होंगे। अटल टिंकरिंग लैब और स्मार्ट क्लासेस से छात्रों को भविष्य की तकनीक से जोड़ा जाएगा। इस मौके पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी, कार्यवाहक मुख्य सचिव अनिल कुमार, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार और डीजी शिक्षा कंचन वर्मा भी मौजूद रहीं।

उत्तर प्रदेश में लोक कलाकारों को बड़ी सौगात: पेंशन दोगुनी, बीमा योजना और पारदर्शी व्यवस्था के निर्देश

वृद्ध कलाकारों की पेंशन ₹2000 से बढ़ाकर ₹4000

कलाकार कल्याण बीमा योजना जल्द शुरू

पारदर्शी कार्यक्रम आवंटन और समय पर भुगतान

स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता

* विलुप्त वाद्य यंत्रों के संरक्षण हेतु कार्यशाला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने सोमवार को पर्यटन भवन में संस्कृति विभाग की समीक्षा बैठक में लोक कलाकारों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कलाकार कल्याण बीमा योजना शुरू करने, वृद्ध कलाकारों की मासिक पेंशन को ₹2000 से बढ़ाकर ₹4000 करने और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए।

जयवीर सिंह ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि कलाकारों के पंजीकरण से लेकर कार्यक्रम आवंटन और भुगतान तक सभी चरणों में पारदर्शिता बरती जाए। किसी भी प्रकार के भेदभाव या शासनादेश के उल्लंघन पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की चेतावनी दी गई।

मंत्री ने वृद्ध और जरूरतमंद कलाकारों की पहचान के लिए व्यापक अभियान चलाने, व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर कलाकारों से संवाद बनाए रखने और कार्यक्रम आवंटन के समय 50% अग्रिम भुगतान तथा कार्यक्रम के एक सप्ताह के भीतर शेष भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 1 अप्रैल 2025 से कार्यक्रम आवंटन में 100% शासनादेश का पालन अनिवार्य होगा। वाद्य यंत्रों की खरीद और वितरण में भी पारदर्शिता पर बल देते हुए मंत्री ने पिछली खरीद की जांच और विलुप्त हो रहे वाद्य यंत्रों के संरक्षण के लिए कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए।

जयवीर सिंह ने "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश से बाहर जाने वाले कलाकारों को अन्य राज्यों के मेहमान कलाकारों जैसी सुविधाएं देने की भी बात कही। मूर्ति निर्माण कार्य को तीन माह के भीतर पूरा करने, वृंदावन शोध संस्थान की ऑडिट कराने और अटल बिहारी वाजपेयी स्मारक स्थल के संचालन को जिला परिषद के माध्यम से कराने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम, विशेष सचिव रवीन्द्र कुमार, अपर निदेशक संस्कृति सृष्टि धवन समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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लखीमपुर खीरी हिंसा मामला: सुप्रीम कोर्ट ने दी आशीष मिश्रा को बड़ी राहत, हर हफ्ते परिवार से मिलने की अनुमति

लखनऊ। लखीमपुर खीरी में 2021 में हुई हिंसा के मामले में जेल में बंद पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। शीर्ष अदालत ने उसकी जमानत की शर्तों में रियायत देते हुए हर सप्ताह शनिवार और रविवार को उसे लखीमपुर खीरी जाकर अपने परिवार से मिलने की अनुमति दी है। हालांकि, कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि आशीष मिश्रा को रविवार शाम तक वापस लखनऊ लौटना होगा और इस दौरान वह किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भाग नहीं ले सकेंगे। यह राहत ऐसे समय पर दी गई है जब याचिकाकर्ताओं की ओर से कोर्ट में शिकायत की गई थी कि आशीष मिश्रा गवाहों को धमका रहे हैं।

गौरतलब है कि अक्टूबर 2021 में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में उस वक्त हिंसा भड़क उठी थी जब किसान उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे थे। इस हिंसा में 8 लोगों की जान चली गई थी। यूपी पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, चार किसानों को एक एसयूवी ने कुचल दिया था, जिसमें आशीष मिश्रा सवार थे। इसके बाद, गुस्साए किसानों ने कथित तौर पर एसयूवी चालक और दो भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। आशीष मिश्रा को घटना के छह दिन बाद, 9 अक्टूबर 2021 को गिरफ्तार किया गया था। यह मामला अब भी अदालत में विचाराधीन है।

लखनऊ पुलिस ने टाइम सिटी कंपनी के फरार डायरेक्टर संतोष कुमार सिंह को किया गिरफ्तार

लखनऊ । राजधानी की पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना गुडम्बा पुलिस ने निवेश के नाम पर आम जनता से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले टाइम सिटी ग्रुप के फरार डायरेक्टर संतोष कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने जमीन, एफडी, आरडी, एमआईएस जैसी योजनाओं में अधिक लाभ का झांसा देकर लोगों से मोटी रकम जमा करवाई थी।

आरोपी लंबे समय से चल रहा था फरार, अब पकड़ में आया

निवेश योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों की ठगी करने वाले टाइम सिटी ग्रुप के डायरेक्टर संतोष कुमार सिंह को गुडम्बा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और उसके खिलाफ लखनऊ, बाराबंकी व गोरखपुर समेत कई जनपदों में धोखाधड़ी के दर्जनों मामले दर्ज हैं।संतोष कुमार सिंह और उसके सहयोगियों ने ROC में रजिस्टर्ड टाइम सिटी कंपनी के माध्यम से आम लोगों को FD, RD, MIS, डेली डिपॉजिट स्कीम और प्लॉटिंग के नाम पर अधिक लाभ का झांसा दिया। आरोपी गिरोह ने योजनाओं के नाम पर लोगों से भारी-भरकम धनराशि जमा कराई और फिर पैसा लेकर फरार हो गया।

अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दे रही दबिश

डीसीपी कमलेश दीक्षित ने बताया कि थाना गुडम्बा में दर्ज मुकदमा संख्या 461/23 के तहत फरार चल रहे आरोपी की तलाश में उ.नि. त्रिविक्रम सिंह अपनी टीम के साथ लगातार लगी थी।बुधवार को पुलिस टीम ने बेहटा फ्लाईओवर के नीचे से वांछित आरोपी संतोष कुमार सिंह (48 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त मूल रूप से सकरा दक्षिण, थाना जैतपुर, जनपद अम्बेडकरनगर का रहने वाला है। संतोष कुमार सिंह के खिलाफ लखनऊ, बाराबंकी और गोरखपुर जनपदों के विभिन्न थानों में कुल 12 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक विश्वासभंग और धमकी देने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ विधिक प्रक्रिया के अंतर्गत आगे की कार्रवाई की जा रही है, वहीं उसके अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

एसटीएफ का बड़ा खुलासा: फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र गिरोह के दो सदस्य बरेली से गिरफ्तार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर फर्जी वेबसाइट, सॉफ्टवेयर एवं पोर्टल के माध्यम से कूटरचित जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने वाले एक संगठित गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को जनपद बरेली से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बीते लंबे समय से फर्जी प्रमाणपत्रों के माध्यम से सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ उठा रहा था।

अभियुक्तों के कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बरामद

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम देव सिंह पुत्र महेन्द्रपाल सिंह, निवासी ग्राम खेड़ा, थाना भमोरा, जनपद बरेली रवि सिंह पुत्र महेन्द्रपाल सिंह, निवासी ग्राम खेड़ा, थाना भमोरा, जनपद बरेली है।इन्हें कस्बा देवचरा, थाना भमौरा बरेली से गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से दो लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड, एक एटीएम, 26 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, चार मृत्यु प्रमाण पत्र, दो हजार रुपये नकद बरामद किया है। पिछले कुछ समय से एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि एक संगठित गिरोह फर्जी पोर्टल बनाकर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर रहा है और उन्हें कूटरचित दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट एवं बैनामे आदि के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है। इन सूचनाओं पर कार्य करते हुए एसटीएफ की अयोध्या फील्ड यूनिट द्वारा पुलिस उपाधीक्षक प्रमेश कुमार शुक्ल के पर्यवेक्षण में एक विशेष टीम गठित की गई।

ऑनलाइन फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का कर रहे थे काम

टीम में उप निरीक्षक सौरभ मिश्रा, मुख्य आरक्षी अंजनी यादव, विमलेन्द्र मोहन मिश्र व महेश पाण्डेय शामिल थे। बरेली में मौजूद इस टीम ने स्थानीय एसटीएफ फील्ड यूनिट के सहयोग से एक विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर दोनों आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।अभियुक्तों ने बताया कि वे साइबर कैफे संचालित करते हैं और देव सिंह एक इंटर कॉलेज में इतिहास का अध्यापक है। अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वे ऑनलाइन फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाते थे। इसके लिए फेसबुक पर फर्जी पोर्टल तैयार करने वालों से संपर्क कर पोर्टल बनवाया जाता था और फेसबुक ग्रुप्स में विज्ञापन देकर लोगों को आकर्षित किया जाता था।

पिछले तीन वर्षो में कमाया 28 लाख से अधिक

उपलब्ध कराए गए लिंक (https://dc.crsorgi.gov.in.indesx.cloud/register.php) के माध्यम से यूजर से 200 वसूले जाते थे और बिना किसी दस्तावेज के प्रमाण पत्र डाउनलोड किया जा सकता था। पोर्टल के जरिए प्राप्त QR कोड से जुड़े बैंक खाते में पिछले तीन वर्षों में 28 लाख से अधिक की अवैध आमदनी का पता चला है।गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना भमोरा, जनपद बरेली में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।

बालिकाओं को बहला-फुसलाकर अनैतिक कार्य में धकेलने वाला 25,000 का इनामी गिरफ्तार

लखनऊ । राजधानी के मदेयगंज थाना क्षेत्र में नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर अनैतिक कार्य में धकेलने वाले 25,000 के इनामी आरोपी मो. अरमान को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं सहित POCSO और SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। इससे पहले तीन अन्य अभियुक्त—मेनका तिवारी, अरुण तिवारी और तनु सिंह—को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, और आगे की जांच जारी है।

25 फरवरी को एक महिला ने इनके खिलाफ दर्ज कराई थी एफआईआर

बता दें कि 25 फरवरी 2024 को एक पीड़िता द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिसमें उसने बताया था कि नामजद अभियुक्त ने उसकी अनुसूचित जाति की नाबालिग पुत्री को अपने पास रखकर उसका धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया, उसके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी।इस तहरीर पर थाना मदेयगंज ने मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस जांच में सामने आया कि अभियुक्तों द्वारा नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर उन्हें अनैतिक कार्यों में लगाया जा रहा था। साक्ष्यों के आधार पर IPC की धारा में अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम की बढ़ोत्तरी की गई।

नाबालिग लड़कियों को अनैतिक कार्य में धकेलने का कर रहे थे अपराध

बुधवार को थाना मदेयगंज की पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर डालीगंज क्रॉसिंग के पास से मो. अरमान को गिरफ्तार किया। वह पुराने पक्के पुल के पास पेड़ की छांव में खड़ा मिला। मौके से गिरफ्तारी के बाद उसे उसके अपराधों से अवगत कराते हुए हिरासत में लिया गया। पूछताछ में पता चला कि अभियुक्तगण नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन कराने, धमकी देने तथा उन्हें अनैतिक कार्यों में धकेलने का संगठित अपराध कर रहे थे।

पुलिस इस गिरोह के पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटीं

जांच में यह बात साफ हुई है कि अभियुक्तगण एक संगठित गिरोह की तरह कार्य कर रहे थे, जो नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल या अन्य बहानों से फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराते थे और बाद में उन्हें अनैतिक कार्यों में जबरन शामिल कराते थे।पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर दिया है और उसके अपराध इतिहास की जानकारी अन्य जिलों और थानों से जुटाई जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में कुछ और लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है, और गिरोह का नेटवर्क खंगाला जा रहा है।

आकांक्षात्मक जनपदों व विकास खंडों में आए बदलाव का हो स्थलीय मूल्यांकन: योगी

मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को तीन दिन के भ्रमण पर भेजने के दिए निर्देश

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के आकांक्षात्मक जनपदों और आकांक्षात्मक विकास खंडों में बीते वर्षों में हुए विकास कार्यों और परिवर्तन की स्थलीय समीक्षा के निर्देश देते हुए कहा कि वास्तविक प्रगति की पड़ताल के लिए जमीनी भ्रमण जरूरी है। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा "अंत्योदय" की भावना के अनुरूप विकास को अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना है।

मुख्यमंत्री ने बुधवार को आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिए कि 08 आकांक्षात्मक जनपदों में प्रमुख सचिव/सचिव स्तर के अधिकारी और 108 आकांक्षात्मक विकास खंडों में विशेष सचिव स्तर के अधिकारी तीन दिन के भ्रमण पर भेजे जाएं। इन भ्रमणों के दौरान अधिकारी, योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद, विकास कार्यों का मूल्यांकन और स्थानीय जरूरतों की पहचान करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय भ्रमण पर जाने वाले अधिकारियों की सूची तैयार करेगा।

6 जिले देश के टॉप-10 आकांक्षात्मक जनपदों में

सीएम ने बताया कि नीति आयोग द्वारा चिह्नित आकांक्षात्मक जनपदों में बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, चंदौली, सोनभद्र, श्रावस्ती और फतेहपुर जैसे जिले स्वास्थ्य और पोषण में देश के शीर्ष 10 में शामिल हैं। शिक्षा क्षेत्र में बलरामपुर, श्रावस्ती, सोनभद्र, सिद्धार्थनगर और चित्रकूट भी अग्रणी हैं। वित्तीय समावेशन व कौशल विकास में सिद्धार्थनगर पांचवें स्थान पर है, जो प्रदेश के लिए गर्व की बात है।

108 विकास खंडों की औसत प्रगति राज्य औसत से बेहतर

बैठक में बताया गया कि मार्च 2025 तक, 108 आकांक्षात्मक विकास खंडों में से अधिकांश ने 21 से बढ़ाकर 24 इंडिकेटर्स में राज्य औसत से बेहतर प्रदर्शन किया है।

2023-24 की ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में औरई (संत रविदास नगर) अव्वल रहा, जबकि अन्य श्रेणियों में रिछा (बरेली), चहनिया (चंदौली), सलारपुर (बदायूं), खेसरहा (सिद्धार्थनगर) और शुकुलबाजार (अमेठी) ने शीर्ष स्थान हासिल किया।

सीएम फेलोज की जिम्मेदारी तय, मिलेगा शासकीय सेवा में वेटेज

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास खंडों में तैनात सीएम फेलोज की साप्ताहिक मॉनिटरिंग की जाए। उनके तीन वर्ष पूरे होने पर रैंकिंग तय की जाए और सरकारी नौकरी में वेटेज देने की नीति भी जल्द लागू की जाए।

सीएम योगी ने निर्देश दिए कि बीडीओ, सीडीओ, चिकित्साधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, एडीओ पंचायत जैसे प्रमुख पदों को रिक्त न छोड़ा जाए। सभी योजनाएं माइक्रो प्लानिंग और नियमित अनुश्रवण के साथ संचालित हों। बैंकों के साथ वित्तीय समावेशन हेतु SLBC और DLBC बैठकों को नियमित करने का निर्देश भी दिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद और विकास खंड कार्यक्रम "सबका साथ, सबका विकास" के वास्तविक क्रियान्वयन का माध्यम बन चुके हैं और उत्तर प्रदेश अब इस दिशा में राष्ट्रीय मॉडल के रूप में स्थापित हो रहा है।