5 दशकों के बाद एकबार फिर देश में होने जा रहा मॉक ड्रिल, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बीते अप्रैल माह में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने बड़ी कार्रवाई की है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में आतंकवादियों के 09 ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इधर इस ऑपरेशन को लेकर पूरा देश भारतीय सेना को सलाम और पीएम मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा कर रहा है। वहीं विपक्षी राजनीतिक दल भी इसकी प्रशंसा करने में पीछे नहीं है। देश की सुरक्षा को लेकर समस्त देशवासी एकजुट है।

भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में आतंकवादियों के 09 ठिकानों को निशाना बनाए जाने के बाद बुधवार को देश भर में शाम 7 बजे से मॉक ड्रिल और और ब्लैकआउट होने जा रहा है। युद्ध तथा आपातकाल की स्थिति में इस तरह की ड्रिल की जाती है। ऐसे में बिहार सहित पूरे देश में हो रहे मॉक ड्रिल को लेकर जिलों का चयन भी हो चुका है और इस दौरान क्या क्या करना होगा उसे लेकर भारत सरकार की ओर से दिशा निर्देश जारी किये गए हैं।

बिहार में राजधानी पटना सहित शहरों में 6:58 पर युद्ध वाला सायरन बजेगा। इस दौरान पटना में 10 मिनट का ब्लैकआउट भी होगा यानी किसी प्रकार के बिजली उपकरण नहीं जलेंगे।

बता दें देश में पहली बार 1971 के युद्ध के दौरान इस तरह की मॉक ड्रिल हुई थी, तब भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हुआ था। ऐसे में करीब 5 दशकों के बाद यह मॉक ड्रिल हो रही है जो आज के समय के अधिकांश भारतियों के लिए बिलकुल नया अनुभव है। इस बार के अभ्यास में 244 जिलों में मॉक ड्रिल की जा रही है, जिनमें से लगभग 100 को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इन जिलों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है. कैटेगरी 1 में वे जिले हैं जो अत्यधिक संवेदनशील माने गए हैं।

मॉक ड्रिल के दौरान एयर स्ट्राइक/हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन (Air Raid Sirens) बजाया जाएगा। इमरजेंसी में यह अलार्म सिस्टम लोगों को हवाई हमले के प्रति सचेत करते हैं ताकि लोग सेफ प्लेस पर पहुंच जाएं।

आम लोगों के लिए स्कूल, ऑफिस और कम्यु निटी सेंटर्स में वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी। यहां सिखाया जाएगा कि हमले के दौरान क्याि करें। जैसे- ‘ड्रॉप एंड कवर’ तकनीक (झुककर छिप जाओ और कान बंद कर लो), नजदीकी शेल्टर का पता लगाना, प्राथमिक चिकित्सा देना और तनाव के समय शांत रहना सिखाया जाएगा।

देश में अचानक ब्लैकआउट की प्रैक्टिस की जाएगी। इसमें लाइट कट कर दी जाएगी। रौशनी वाले सभी उपकरण बंद कर दिए जाएंगे ताकि हवाई हमले के दौरान दुश्मन की नजर से बचा जा सके। 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान क्रैश ब्लैकआउट व्यापक तौर पर पालन किया गया था।

कैमोफ्लाज एक्सरसाइज (Camouflage Exercises) यानी सैन्य ठिकानों, संसद, संचार टावरों और बिजली संयंत्रों जैसी रणनीतिक इमारतों और प्रतिष्ठानों को इस तरह ढक (छलावरण) दिया जाएगा कि सैटेलाइट या हवाई निगरानी के दौरान पहचाना ना जा सके।

जब मॉक ड्रिल हो जाएगी तो ड्रिल में शामिल होने वाले राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को एक Action Taken Report रिपोर्ट पेश करनी होगी। इस रिपोर्ट में एक्श्न, कार्यान्वयन (execution), निष्कर्ष (findings) और सुधार (improvement) के क्षेत्रों का विवरण होगा।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढाई गई पटना एयरपोर्ट की सुरक्षा, चप्पे-चप्पे पर सीआईएसएफ तैनात

डेस्क : बीते अप्रैल माह में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने बड़ी कार्रवाई की है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में आतंकवादियों के 09 ठिकानों को निशाना बनाया गया है।

इधर भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पटना एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एयरपोर्ट के चप्पे-चप्पे पर सीआईएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। पटना एयरपोर्ट से आने-जाने वाली चार फ्लाइट को भी रद्द किया गया है।

इंडिगो की विमान संख्या 6e 6485 जो 1:25 पर भुवनेश्वर से पटना आगमन होना था, उसको रद्द कर दिया गया है। वहीं दूसरी फ्लाइट की बात करें तो इंडिगो की विमान संख्या 6e 6394 सुबह-सुबह 9:15 पर पटना आनी थी चंडीगढ़ से इसको भी रद्द कर दिया गया है।

वहीं पटना एयरपोर्ट से जाने वाले दो विमान को रद्द कर दिया गया है। इंडिगो की विमान संख्या 6e 6394 जिसे सुबह 9:55 पर उड़ान भरकर भुनेश्वर जाना था, उसे रद्द कर दिया गया है। वहीं एयर इंडिया एक्सप्रेस की विमान संख्या आई एक्स 1591 गाजियाबाद जिसे 11:55 में गाजियाबाद के लिए उड़ान भरना था जिसे रद्द कर दिया गया है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पटना एयरपोर्ट पर पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

ऑपरेशन सिंदूर' पर पूरा देश भारतीय सेना को कर रहा सलाम, सीएम नीतीश समेत सभी राजनीतिक दल के नेताओं ने कही यह बात

डेस्क : बीते अप्रैल माह में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने बड़ी कार्रवाई की है। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में आतंकवादियों के 09 ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इधर इस ऑपरेशन को लेकर पूरा देश भारतीय सेना को सलाम और पीएम मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा कर रहा है।

'ऑपरेशन सिंदूर' पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 'आतंकवाद के विरुद्ध पूरा देश एकजुट है। भारतीय सेना के साहस और पराक्रम पर पूरे देश को गर्व है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर हम सभी को अटूट विश्वास एवं गर्व है। जय हिंद।'

बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि भारतीय सेना की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि, "भारत, भारतीयों और भारतीय सेना ने कभी भी अपने देश में किसी भी प्रकार के आतंकवाद और अलगाववाद को बर्दाश्त नहीं किया है और ना ही कभी करेंगे। भारतीय सेना ने हर बार माताओं की कोख, बहनों की कलाई, और उनके माथे के सिंदूर की रक्षा की है। हम सत्य, अहिंसा और शांति को मानने वाले लोग है। हम भारतीय कभी गलत नहीं करते लेकिन अगर कोई हमारे साथ गलत करता है तो फिर हम सहते नहीं। आतंकवाद को पोसने वाले लोग यदि हमारी एकता, अखंडता और संप्रभुता पर प्रहार करेंगे तो हमें एकजुट होकर मुँह तोड़ जवाब देना आता है। आतंकवाद के विरुद्ध इस लड़ाई में 140 करोड़ भारतवासी भारतीय सेना और सरकार के साथ है। हिंदुस्तान ज़िंदाबाद! भारतीय सेना ज़िंदाबाद! जय हिंद!"

कांग्रेस सांसद और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, ''हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है. जय हिंद।''

बता दें कि, पहलगाम हमले के 14 दिनों के बाद भारत ने यह बड़ा हमला किया है। भारत ने एयर स्ट्राइक कर आतंकियों को सख्त चेतावनी दी है कि भारत आतंकवाद का बर्दास्त नहीं करेगा।

विधान सभा चुनाव की तैयारी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी मंत्रियों और नेताओं के साथ की बैठक, कार्ययोजना पर हुई विस्तृत चर्चा

डेस्क : बिहार मे इस साल विधान सभा चुनाव होने है, जिसकी तैयारी में सभी राजनीतिक दल जुट गए है। इसी कड़ी में बीते सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग में जदयू के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। वहीं दूसरे दिन मंगलवार को भाजपा मंत्रियों-नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल, मंत्री डॉ. प्रेम कुमार रेणु देवी, जनक राम आदि मौजूद थे।

मुख्यमंत्री आवास में करीब सवा घंटे चली बैठक में आगे की कार्ययोजना पर भी बातें हुईं। साथ ही राज्य में चल रहे विकास कार्यों को गति देने और पिछले 20 वर्ष में राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने पर विशेष चर्चा हुई।

मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 के बाद राज्य में व्यापक स्तर पर विकास कार्य हुए हैं। 2005 के पहले राज्य की स्थिति काफी खराब थी। 20 सालों में बिहार में हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बदलाव हुए हैं। जनता को 2005 के पहले और आज की स्थिति के बारे में बताना है। वहीं, आगे और कौन-कौन से कार्य करने हैं, इस पर भी बैठक में मंथन हुआ। ताकि, विकसित बिहार के सपनों को धरातल पर उतारा जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की ओर से राज्य को पूरी मदद मिल रही है। प्रगति यात्रा के दौरान जिन 50 हजार करोड़ की योनजाओं की स्वीकृति हुई है, उसको तेजी से पूरा करना है।

पाक से तनाव के बीच तैयारी : पटना समेत देश के 300 जिलों में हवाई हमलों से बचने का अभ्यास आज

डेस्क : बीते अप्रैल माह में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनातनी चल रही है। बीते मंगलवार की देर रात भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान स्थित कई आतंकी ठिकानों पर हमला कर उसे ध्वस्त कर दिया है। वहीं आज बुधवार को पूरे देश में युद्ध के दौरान आपात की स्थिति बनने पर उससे बचाव के लिए मॉक ड्रिल किया जाय़ेगा। आज बुधवार को सीमा पर वायुसेना युद्धाभ्यास करेगी। वहीं, शहरों में सायरन बजेंगे और हवाई हमलों से बचाव की मॉक ड्रिल होगी।

बिहार के छह जिलों, राजधानी पटना, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज और बेगूसराय देर शाम करीब दस मिनट के ब्लैक आउट के साथ अचानक बिजली गुल होगी और फिर खतरे का एहसास कराती सायरन की आवाज सड़कों पर गूंजने लगेगी। बेगूसराय जिले में जिला मुख्यालय के अलावा बरौनी शहर में भी माक ड्रिल होगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर बिहार सरकार ने मंगलवार को मॉक ड्रिल की समीक्षा की।

मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी वाले सायरन संबंधी अभ्यास और हमले की स्थिति में लोगों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही बंकरों आदि की सफाई होगी। परमाणु संयंत्रों, सैन्य ठिकानों, रिफाइनरी और जलविद्युत बांधों जैसे संवेदनशील प्रतिष्ठानों वाले नागरिक सुरक्षा जिलों को ड्रिल के लिए चुना गया है।

पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी आकाश कुमार ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए लोगों से घबराने के बजाय सहयोग करने की अपील की है।

डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बुधवार 7 मई को शाम 7:00 बजे से 7:10 तक ब्लैक आउट कर मॉक ड्रिल की जाएगी। अगर किसी के घर में आपातकाल स्थिति है तो लाइट जलाएं लेकिन खिड़की पर मोटा कपड़ा लगाएं। शाम 6 बजकर 58 मिनट में सायरन बजेगा। ये सायरन 2 मिनट बजेगा। सायरन बजने के बाद ब्लैक आउट होगा। दोबारा सायरन 7 बजकर 10 मिनट पर बजेगा।

कुल 80 जगहों पर सायरन बजेगा. सड़क पर गाड़ियो को भी इस दौरान रुककर लाइट ऑफ करना है। एम्बुलेंस को छूट है। मॉक ड्रिल को लेकर पूरी राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है। फायर ब्रिगेड, पुलिस, थानों की गाड़ियां और अन्य आपातकालीन सेवाएं सायरन बजाकर लोगों को सूचित करेंगी। इमरजेंसी सेवाओं जैसे एंबुलेंस को इस ब्लैकआउट से छूट दी गई है। प्रशासन ने कहा है कि यह केवल एक रिहर्सल है और नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।

बिहार में बदल रहा मौसम का मिजाज : अप्रैल और मई माह में टूटे गर्मी और बारिश के पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड

डेस्क : बिहार में इस साल मौसम के मिजाज में गजब का बदलाव देखने को मिल रहा है। अप्रैल में बारिश और अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड टूटा तो अब 12 वर्षों बाद मई में एक दिन में 12 वर्षों के बाद मंगलवार को सबसे अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार 6 मई को पटना में 65.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 31 मई, 2013 को 92.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी।

बदलते मौसमी चक्र और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी युक्त हवा के संयुक्त प्रभाव के कारण बिहार में इन दिनों मेघगर्जन, वज्रपात, आंधी और बारिश हो रही है।

मौसम विभाग के पास उपलब्ध 79 वर्षों के रिकॉर्ड के अनुसार, अप्रैल में एक दिन में सबसे अधिक बारिश 11 अप्रैल 2025 को हुई थी। जबकि 19 वर्षों में सबसे ठंडा दिन 28 अप्रैल 2025 को रहा था। इस दिन पटना का अधिकतम तापमान 30 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। मौसम विभाग के निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण राज्य का मौसम सामान्य से अलग दिख रहा है। इसी कारण पिछले वर्ष जहां अप्रैल में हीट वेव चल रहे थे, वहीं इस वर्ष अप्रैल और मई में अच्छी खासी बारिश हो रही है। लेकिन यह एक स्थायी पैटर्न नहीं है, हो सकता है अगले बार पुनः हीट वेव जैसे कंडीशन बन जाए।

पूर्व वरीय कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि जहां पर ओला नहीं गिरा है और बारिश हुई है, वहां की फसलों को लाभ हुआ है। गन्ना, मक्का, मूंग, तिल के साथ ही निचले इलाकों में लगी धान की फसलों को लाभ होगा। निचले इलाके में जानकी, बकौल, सुधा वैरायटी के धान विशेष कर गंडक और बागमती के पेट में बसे निचले हिस्से में लगाए जाते हैं।

वज्रपात से 5 लोगों की मौत पर सीएम नीतीश ने जताया गहरा शोक, 4-4 लाख रुपए अनुग्रह अनुदान का किया एलान


डेस्क : बिहार मे पिछले कुछ दिनों से बेमौसम की बारिश के दौरान वज्रपात से हर दिन मौत का तांडव देखा जा रहा है। 

आसमानी बिजली आम लोगों की जिंदगी लीलने पर लगी है। पिछले 24 घंटे के दौरान ही वज्रपात से पटना जिले में 03, गया में 01 और अरवल में 01 व्यक्ति की मौत हुई है। 

इधर पांच लोगों के मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मंगलवार को गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।

युद्ध के दौरान सुरक्षा को लेकर कल पटना मे मॉक ड्रिल, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बीते 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढते तनाव को लेकर पूरे देश मे अलर्ट जारी किया गया हैं। भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटा है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल करने को कहा है।

कल 7 मई को देश भर के 244 चिह्नित जिलों में बड़े पैमाने पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के आयोजन का निर्देश दिया गया है। जारी निर्देश के तहत राजधानी पटना समेत बिहार के छह जिलों में शाम 7 बजे से 10 मिनट के लिए ब्लैकआउट किया जाएगा। 

पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी आकाश कुमार ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए लोगों से घबराने के बजाय सहयोग करने की अपील की है।

डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बुधवार 7 मई को शाम 7:00 बजे से 7:10 तक ब्लैक आउट कर मॉक ड्रिल की जाएगी। अगर किसी के घर में आपातकाल स्थिति है तो लाइट जलाएं लेकिन खिड़की पर मोटा कपड़ा लगाएं। शाम 6 बजकर 58 मिनट में सायरन बजेगा। ये सायरन 2 मिनट बजेगा। सायरन बजने के बाद ब्लैक आउट होगा। दोबारा सायरन 7 बजकर 10 मिनट पर बजेगा। 

कुल 80 जगहों पर सायरन बजेगा. सड़क पर गाड़ियो को भी इस दौरान रुककर लाइट ऑफ करना है। एम्बुलेंस को छूट है। मॉक ड्रिल को लेकर पूरी राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है। फायर ब्रिगेड, पुलिस, थानों की गाड़ियां और अन्य आपातकालीन सेवाएं सायरन बजाकर लोगों को सूचित करेंगी। इमरजेंसी सेवाओं जैसे एंबुलेंस को इस ब्लैकआउट से छूट दी गई है। 

प्रशासन ने कहा है कि यह केवल एक रिहर्सल है और नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। 

बिहार के पटना, पूर्णिया, कटिहार, अररिया , किशनगंज, और बेगूसराय समेत बरौनी में मॉक ड्रिल होगा।

बड़ी खबर : बिहार मे बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों का तबादला, 15 दिनों के अंदर विरमित करने का आदेश जारी

डेस्क : बिहार के पुलिस महकमे से एक बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश मे बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण किया गया है।

विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने पूरे राज्य के करीब 20 हजार पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया है। सरकार की तरफ से इसको लेकर आदेश जारी कर दिया गया है। 

जारी आदेश के अनुसार इन सभी पुलिसकर्मियों को 15 दिन के भीतर विरमित करने का आदेश जारी किया गया है।

सड़क की खुदाई से पहले सूचना नहीं देने वाले विभाग और एजेंसियों पर अब होगी कार्रवाई, इतने लाख रुपये तक लग सकता है जुर्माना



डेस्क : निर्माण के द्वारा सरकारी विभाग और निर्मान एजेंसियों द्वारा सड़क पर खुदाई कर उसे ऐसे ही छोड़ दिया जाता है जिससे लोगों को भारी परेशानी का समना करना पड़ता है। अब सरकार इनपर नकेल कसने जा रही है। सड़क की खुदाई से पहले सूचना नहीं देने वाले विभाग और एजेंसियों पर अब कार्रवाई होगी। इन विभाग और एजेंसियों पर नुकसान के लिए मुआवजे के साथ 50 लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इसकी सूचना दूर संचार विभाग ने संबंधित विभागों को दी है। इन्हें सोमवार को नोटिस भी जारी कर दिया गया। 

बता दें कि दूर संचार अधिनियम 2023 के खंड 42(5) के अनुसार दूरसंचार नेटवर्क को कोई नुकसान होता है तो इसके लिए संबंधित विभाग या एजेंसी को इसकी भरपाई करनी है। नुकसान से बचने के लिए दूर संचार विभाग ने सीबीयूडी (कॉल बीफोर यू डिग) एप बनाया है। राज्य सरकार के सहयोग से इस एप को बनाया गया है। इस एप पर कुल 3984 अलग-अलग विभागों और 1302 खुदाई करने वाली एजेंसियां पंजीकृत है। 

राज्य भर में एक साल में 1358 सड़क खोदी गई, इसमें 220 की रिपोर्ट सीबीयूडी एप पर नहीं दी गई। सीबीयूडी एप से खुदाई करने वाले और भूमिगत पहले से डाल चुके तार मालिकों के बीच समन्वय स्थापित करता है। इस एप पर खुदाई करने से पहले इलाका, सड़क की लंबाई, तिथि, समय आदि की जानकारी दी जाती है। एप से प्रस्तावित खुदाई गतिविधियों के लिए समन्वय करना है। इससे ऑप्टिकल फाइबर केबल, जल पाइपलाइन, विद्युत केबल, गैस पाइपलाइन आदि को नुकसान से बचाता है। 

मेट्रो रेल निगम तो अभी तक सीबीयूडी एप से पंजीकृत भी नहीं है। दूर संचार विभाग की ओर से सड़क खुदाई से संबंधित विभाग को बार-बार नोटिस दिया गया है। इसमें कहा गया कि सीबीयूडी एप से पंजीकृत हो। खुदाई के पहले इसकी जानकारी एप पर दे। एप पर जानकारी देने से संबंधित विभाग खुदाई के पहले केबल की जानकारी दे सकेंगे।