महाकुंभ बना वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र
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__ 45 देशों के श्रद्धालुओं ने सराहा भारत की संस्कृति, अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी बने विश्वस्तरीय धार्मिक गंतव्य
__ 5877 प्रति श्रद्धालु खर्च कर महाकुंभ ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दी नई उड़ान
लखनऊ। भारतीय संस्कृति की गूंज अब सिर्फ देश की सीमाओं में ही नहीं, बल्कि विश्व पटल पर भी सुनाई दे रही है। इसका साक्षात प्रमाण महाकुंभ 2025 बना, जिसमें भारत सहित 45 देशों के 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्र सरकार द्वारा कराए गए महाकुंभ स्पीरिचुअल सर्वे में प्रयागराज, अयोध्या और वाराणसी जैसे तीर्थस्थल न केवल श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र बने, बल्कि भारत के टॉप टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में उभर कर सामने आए।
सर्वे के अनुसार, प्रत्येक श्रद्धालु ने औसतन ₹5877.63 खर्च किए, जिससे उत्तर प्रदेश की जीडीपी में करोड़ों रुपये का सीधा योगदान हुआ। विदेशी पर्यटक जहाँ आध्यात्मिक खोज के उद्देश्य से अकेले आए, वहीं भारतीय श्रद्धालु परिवारों और मित्रों के साथ आस्था की इस विराट धारा में शामिल हुए।
विश्व भर में फैली भारतीय संस्कृति की गूंज
यूएसए, यूके, कनाडा, नेपाल, ऑस्ट्रेलिया और फिजी जैसे देशों से आए श्रद्धालुओं ने न केवल भारत की प्राचीन आध्यात्मिक विरासत को सराहा, बल्कि अयोध्या, संगम और काशी को अपनी भविष्य की यात्रा सूची में भी शीर्ष पर रखा। 32.57% पर्यटकों ने अगली यात्रा में प्रयागराज को प्राथमिकता देने की बात कही, जबकि अयोध्या को 22.55% ने अपनी सबसे पसंदीदा जगह बताया।
पर्यटन से अर्थव्यवस्था को मिली मजबूती
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि मेसर्स डिलायट द्वारा किया गया यह सर्वे उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। सर्वे में यह स्पष्ट हुआ कि यात्रा, ठहराव, खानपान, धार्मिक खरीदारी और शॉपिंग में हुआ खर्च प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दे रहा है।
पर्यटन विभाग ने किया विशेष अनुभव का सृजन
महाकुंभ में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को दी गई सुविधाएं — स्वच्छता, सुरक्षित आवागमन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन और डिजिटल जानकारी — ने भारत के पर्यटन क्षेत्र की साख को और भी मजबूत किया। यह आयोजन न केवल एक धार्मिक समागम रहा, बल्कि यह ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को भी वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने वाला अवसर बना।
Apr 29 2025, 18:04