जर्मनी की जूलिया का जालौन के दीपेश पर आया दिल, रचाई धूमधाम से शादी

लखनऊ । प्यार की कोई सीमा नहीं होती, ये बात जर्मनी (Germany) की रहने वाली जूलिया ने साबित कर दी है। एक छोटी सी मुलाकात दोस्ती के बाद प्यार में बदली और फिर जालौन के रहने वाले दीपेश के साथ हिंदू रीति-रिवाज के साथ 7 फेरे ले लिए और उसे अपनी जिंदगी का हमसफर बना लिया। होली से ठीक एक दिन पहले जूलिया ने अपने विदेशी मेहमानों के साथ आकर यहां दीपेश संग शादी रचा ली।

बीएचयू से डिग्री प्राप्त करने के बाद दीपेश वियतनाम चले गये

दरअसल, यूपी के जालौन के जिला मुख्यालय उरई से मात्र 10 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम कपासी निवासी मानवेन्द्र सिंह पटेल मनरेगा में संविदा पर टीए हैं। जिनकी पोस्टिंग जालौन में है। दीपेश पटेल, मानवेन्द सिंह वहू के इकलौते सुपुत्र है। उन्होने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की है। दीपेश के पिता मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि बीएचयू से डिग्री प्राप्त करने के बाद दीपेश वियतनाम चले गये। वहां उन्होने एक साल तक पढ़ाया और उसके बाद इण्डोनेशिया तथा यूएसए में भी रहे, लेकिन करीब ढाई साल से वह जर्मनी में रह रहे है।

जॉब के दौरान हुई थी जूलिया से मुलाकात

वहीं, दीपेश पटेल ने बताया कि जर्मनी में ही जॉब के दौरान उसकी मुलाकात जूलिया से हुई और फिर दोस्ती से शुरु हुआ सफर प्यार में बदल गया और अब जूलिया को जीवनसंगिनी बना लिया है। इसके बारे में अपने माता पिता को पहले ही जानकारी दे दी थी। उन्होंने भी अपनी सहमति जताई तो फिर शादी की तैयारियां शुरू हुई और अब प्यार को मंजिल मिल ही गई।

जूलिया के साथ मेहमानों को भा गया देशी कल्चर

जूलिया अपने 10 मेहमानों के साथ भारत आई और यहां आकर उसे देश की संस्कृति और यहां के रीति-रिवाजों से रुबरु होने का मौका मिला। इस शादी को यादगार बनाने के लिए दीपेश के परिवार ने सनातनी परंपराओं के मुताबिक शादी की संपन्न कराया। दीपेश की मां क्रांति भी बेटे की शादी से बेहद खुश हैं। 12 मार्च को दोनों ने अग्नि को साक्षी मानते हुए दांपत्य जीवन में प्रवेश किया। इस दौरान विदेशों मेहमानों ने यहां की संस्कृति को सर्वश्रेष्ठ माना।

गूंज उठी तालियां जब भारतीय और विदेशी संस्कृति का हुआ संगम

यह विवाह भारतीय और विदेशी संस्कृति का अनोखा संगम रहा। यह विवाह के हर किसी के लिए खास था, क्योंकि एक ही मंडप के नीचे यहां की पवित्रता और आध्यात्मिकता का माहौल बन चुका था। शादी में शामिल मेहमानों विवाह के सारे संस्कार पूरे किए और उन्होंने नवविवाहितों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की।

यूपी में होली के पर्व के दाैरान ढकी जाएगी मस्जिदें

लखनऊ । होली का त्याैहार और जुमे की नमाज को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। संवेदनशील इलाकों में फोर्स तैनात कर दी गई है और हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। हाेली पर चलने वाले रंग काे देखते हुए मस्जिदाें काे तिरपाल से ढकने की व्यवस्था की गई है। कुछ जगहाें पर ढक दी गई हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रदेशवासियों से आपसी साैहार्द के साथ त्याैहार मनाने की अपील की है। साथ ही हुड़दंग करने वालाें से सख्ती से निपटने के आदेश पुलिस काे दिये हैं।

नई परम्परा शुरू करने की इजाजत न दी जाए

डीजीपी ने अधिकारियों से कहा है कि त्याैहारों के दौरान किसी भी प्रकार की नई परम्परा शुरू करने की इजाजत न दी जाए। जिन जगहों पर होलिका दहन, जुलूस निकलते हैं वहां पर फोर्स तैनात किए जाए।उन्होंने कहा कि होली पर्व शुक्रवार (जुमे) के दिन पड़ने के चलते प्रशासनिक अधिकारी सभी धर्मगुरुओं, आयोजकों के साथ बैठक कर लें। इनकी ओर से त्याैहार से संबंधित बतायी गई सारी समस्याओं का पहले से निस्तारण कर लिया जाए।मिश्रित आबादी के क्षेत्रों के जुलूस के मार्गों पर पर्याप्त पुलिस बल, सीसीटीवी कैमरा, ड्रोन कैमरे से नजर रखी जाए।

मस्जिदें ढकी रहेंगी शुक्रवार को हाेली के पर्व पर रंग खेला जाएगा

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर विशेष निगरानी रखते हुए उन पर कार्रवाई करें। मस्जिदें ढकी रहेंगी शुक्रवार को हाेली के पर्व पर रंग खेला जाएगा और इस दिन जुमे की नमाज भी पढ़ी जाएगी। ऐसे में मुस्लिम धर्म गुरुओं ने रंग चलने के दौरान मस्जिदों को ढकने का निर्णय लिया है। प्रदेश के सबसे चर्चा में आने वाला जिला संभल में जामा मस्जिद समेत 10 मस्जिदें ढकी जाएंगी। इसके अलावा शाहजहांपुर में ‘लाट साहब‘ का बहुत बड़ा जुलूस निकलता है। इस दौरान जुलूस के रास्ते में पड़ने वाली 32 मजिस्दों को आपसी सहमति से ढक दिया गया है। ऐसे कई शहरों में किया गया है।

संभल में होली पर ढकी जाएंगी मस्जिदे

होली और जुमे की नमाज एक दिन पड़ने पर सुरक्षा दृष्टि से संभल कोतवाली में धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक हुई। इसमें यह निर्णय लिया गया है कि होली के जुलूस और मार्ग में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढका जाएगा।अपर पुलिस अधीक्षक श्रीशचंद्र ने बुधवार काे बताया कि नगरीय क्षेत्र में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों के मुतवल्लियों की मीटिंग हुई थी। इसमें होली के जुलूस के मार्ग में पड़ने वाले धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढक दिया जाएगा। इसके अलावा जो समय निर्धारित हुआ इसके अनुसार ही जुलूस निकालेगा।

जुलूस मार्ग में 10 मस्जिद पड़ेंगी

उन्होंने बताया कि जुलूस मार्ग में 10 मस्जिद पड़ेंगी। बैठक में इन सभी के मुतवल्ली और प्रबंधक मौजूद थे। इस दौरान यह सहमति बनी है कि इन मस्जिदों को ढका जाएगा, जिससे कि इन मस्जिदों पर रंग न पड़े।

फईम अहमद प्रबंधक ने बताया कि महमूद खान सराय में जो मस्जिद है, वह गोल दुकान वाली कहलाती है। यह हिंदू एरिया में पड़ती है। मस्जिद पर रंग न पड़े इसीलिए ढका जाएगा। मस्जिद ढकी जाए, यह उनकी भी इच्छा है।

*एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने केयर टुडे के साथ मिलकर मेगा रक्तदान अभियान का आयोजन किया*

लखनऊ । एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स अपने "लाइफ्स गुड व्हेन लाइफ्स शेयर्ड" नामक पैन इंडिया मेगा रक्तदान अभियान के माध्यम से समुदाय में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह पहल स्वैच्छिक रक्तदान को प्रेरित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है और अब तक भारत भर में 50 से अधिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। फरवरी 2025 में ही लगभग 5,000 पंजीकरण किए गए, जिसके परिणामस्वरूप 3,000 से अधिक रक्त यूनिट्स का दान हुआ। इस अभियान को युवाओं का व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ है, जिसमें छात्र, NSS सदस्य और यहां तक कि शिक्षकों ने भी इस नेक कार्य में सक्रिय रूप से भाग लिया है।

रक्तदान शिविर विभिन्न शहरों में आयोजित किए गए, जिनमें दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, लुधियाना, चंडीगढ़, लखनऊ, रांची, सीकर, कोलकाता, मणिपाल, सूरत, राजकोट, अहमदाबाद और अन्य शहर शामिल हैं। यह शिविर मार्च 2025 तक आयोजित किए जाएंगे, ताकि यह पहल और भी अधिक समुदायों तक पहुंचे।

कुछ प्रमुख शैक्षिक संस्थान जिन्होंने इस अभियान का जबरदस्त समर्थन किया है, वे हैं:

- बीआईटीएस पिलानी

- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय

- खालसा कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, मोहाली

- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी

- आलिया विश्वविद्यालय, कोलकाता

- हरिवंदना कॉलेज, राजकोट

- आईआईएमएसआर

- रामजस कॉलेज, दिल्ली

- नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च इन लॉ (NUSRL), रांची

कैम्पस आधारित शिविरों के अतिरिक्त, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने सरकारी कार्यालयों में भी रक्तदान शिविरों का आयोजन किया है, जिनमें ITO कार्यालय और दिल्ली पुलिस मुख्यालय शामिल हैं।

महिला दिवस पर विशेष रक्तदान शिविर

समुदाय कल्याण के महत्व को और बढ़ावा देने के लिए, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स 8 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिल्ली के AIIMS में एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन करेगा। यह कार्यक्रम एलजी इंडिया की निरंतर कोशिशों का हिस्सा है, जो लोगों को एक बड़ा उद्देश्य पाने के लिए रक्तदान करने के लिए प्रेरित करता है।

रक्तदान के प्रति जागरूकता अभियान

रक्तदान शिविरों के साथ-साथ, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स एक व्यापक जागरूकता अभियान भी चला रहा है, जिसका उद्देश्य लोगों को रक्तदान के महत्व के बारे में शिक्षित करना है। इसमें रेडियो, डिजिटल मीडिया, पोस्टर, बैनर और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से कॉलेजों और संस्थानों के साथ सहयोग किया जा रहा है। इसका लक्ष्य लोगों को रक्तदान के जीवनरक्षक प्रभाव के बारे में जागरूक करना और स्वैच्छिक भागीदारी को बढ़ावा देना है।

समर्पित माइक्रोसाइट के माध्यम से आसान भागीदारी

भागीदारी की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने एक समर्पित माइक्रोसाइट लॉन्च किया है: [https://lg-india.com/blood-donation/](https://lg-india.com/blood-donation/)। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोग:

- इस कारण के लिए अपना समर्थन पंजीकृत कर सकते हैं

- आगामी रक्तदान शिविरों के लिए पंजीकरण कर सकते हैं

- अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

- शिविरों के स्थान और दाता दिशानिर्देशों पर अपडेट प्राप्त कर सकते हैं

यह सीएसआर पहल, केयर टुडे फंड के साथ साझेदारी में, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया की सामाजिक जिम्मेदारी और स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

नगर निगम जोन-5 के सफाई कर्मचारियों ने वेतन कटौती के विरोध में की हड़ताल

लखनऊ। नगर निगम जोन-5 के सफाई कर्मचारियों ने आज वेतन में कटौती के खिलाफ जोरदार हड़ताल की। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें उनके नियमित वेतन से कम राशि दी जा रही है, जिससे उनका जीवनयापन मुश्किल हो गया है।

सूत्रों के अनुसार, कई सफाई कर्मचारियों को इस महीने केवल 5100 रुपए , 7000 रुपए या 7700 रुपए का वेतन प्राप्त हुआ, जबकि उन्हें इससे अधिक राशि मिलनी चाहिए थी। इस वेतन कटौती से नाराज कर्मचारियों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और जल्द से जल्द वेतन सुधार की मांग की।

प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि वे प्रतिदिन कड़ी मेहनत करके शहर की सफाई करते हैं, लेकिन इसके बावजूद उनका वेतन न तो समय पर मिलता है और न ही सही तरीके से दिया जाता है। कई कर्मचारियों ने यह भी आरोप लगाया कि यह वेतन कटौती बिना किसी पूर्व सूचना के की गई है, जिससे वे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।

कर्मचारियों ने नगर निगम प्रशासन से अपील की है कि उनके साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाए और उनके वेतन में उचित सुधार किया जाए, ताकि वे अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकें और अपना काम सही तरीके से जारी रख सकें।

सीएम के सख्त तेवर के बाद अंसल ग्रुप पर 18 एफआईआर दर्ज

लखनऊ । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद अंशल ग्रुप पर एक के बाद एक एफआईआर दर्ज की जा रही है। हजरतगंज और सुशांत गोल्फ सिटी में अब तक अंशल ग्रुप पर कुल 18 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इन सभी मामलों में पीड़ितों द्वारा जाल साजी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।

सीएम की साकारात्मक टिप्पणी से आवंटियों में जगी आश

जानकारी के लिए बता दें कि पांच दिनों के भीतर अंसल के विरूद्ध लखनऊ के थाना सुशांत गोल्फ सिटी में चौदह एफआईआर एवं थाना हजरतगंज में चार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।अंसल ग्रुप के संबंध में अलीगंज सेक्टर-एच निवासी पुष्पलता बाजपेई ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की साकारात्मक टिप्पणी से उनकी आशा जग गयी है। उन्हें विश्वास है कि 14 वर्षो के बाद अब उन्हें उनके प्लाट पर कब्जा मिलेगा। वर्ष 2011 में उन्होंने तेरह लाख एक्कीस हजार रूपये प्लाट के लिए अंसल ग्रुप को जमा करायी थी।

सीएम के टिप्पणी के बाद अब उन्हें धनराशि वापस मिलने की उम्मीद

सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराने वाले ओमैक्स सिटी निवासी कैलाश चंद्र का कहना है कि अंसल ग्रुप के एजेंट ने उनसे सम्पर्क किया था। उन्होंने बारी बारी से प्लाट की धनराशि दी थी। प्लाट के पूरे रूपये देने के बाद भी उनके हाथ प्लाट नहीं आया और ना ही कोई कागज ही आ सका। मुख्यमंत्री के टिप्पणी के बाद अब उन्हें धनराशि वापस मिलने की उम्मीद जगी है।उधर समूचे घटनाक्रम में अंसल ग्रुप का नाम एक बार फिर से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में गूंजने लगा है।

अंसल के खिलाफ अवंटी तहरीर लेकर पहुंच रहे थाने

तीन वर्षो पहले अंसल ग्रुप की जांच कर रहे ईडी के अधिकारियों के हटने के बाद मामले की फाइल दब गयी थी। अभी फिर से ज्वाइंट कमिश्नर स्तर के एक अधिकारी मामले की फाइल को बाहर निकाल कर जांच में जुट गये हैं।शासन की सख्ती के बाद अंसल बिल्डर पर शिकंजा कसता जा रहा है। अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ तमाम निवेशक और आवंटी तहरीर लेकर थानों में पहुंचने लगे हैं।

जन्मदिन की पार्टी में दबंगों ने पथराव करते हुए किया जमकर हंगामा

लखनऊ। महानगर न्यू हैदराबाद शिवधाम बस्ती में रहने वाले सोनू रावत के बेटे की जन्मदिन की दावत में दबंगों ने पथराव करते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान सांप्रदायिक नारे भी लगाए। पथराव में तीन भाइयों के सिर फट गए।सोनू ने बताया कि आरोपी शब्बीर का पड़ोस में रहने वाले विक्की कनौजिया से विवाद चल रहा है। विक्की व उनके भाई पार्टी में आए थे। इससे चिढ़कर ही शब्बीर व उसके बेटे ने यह हरकत की। इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्रा ने बताया कि शब्बीर, शाहिद व जुनैद को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है।

सोनू हैदराबाद में नौकरी करते हैं। रविवार रात केक कटने के बाद मेहमान खाना खा रहे थे। इस दौरान पड़ोस में रहने वाला शब्बीर और उसका बेटा अमन छत पर खड़े होकर गाली-गलौज कर रहे थे। विरोध पर आरोपी भड़क उठे और उनके घर पर ईंटें फेंकने लगे। सोनू ने बताया कि एक ईंट उन्हें लगी और उनका सिर फट गया।इसके बाद शब्बीर, अमन, अरमान, छोटू और सलमान समेत कई लोग घर के बाहर आ गए और सांप्रदायिक नारे लगाने लगे। आरोप है कि चाकू और लाठी-डंडे से लैस आरोपियों ने हमला बोल दिया। समारोह में मौजूद लोगों को पीटा और कुर्सियां तोड़ डालीं। सोनू के भाई मोनू व विजय के भी सिर फट गए। पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई।

आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक पर किया प्रदर्शन


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को लखनऊ में परिवर्तन चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी परिवर्तन चौक से पैदल मार्च से राजभवन जाने के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। पुलिस ने हजरतगंज और सिकंदरबाग के आसपास बैरीकेडिंग लगा दी इस वजह से परिवर्तन चौक व कैसरबाग के आसपास जाम लगा गया।

सांसद चंद्रशेखर आजाद के ऊपर मथुरा में पथराव हुआ

आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद के ऊपर मथुरा में पथराव हुआ। इसकाे लेकर पार्टी की ओर से आज लखनऊ में बड़ा प्रदर्शन का ऐलान किया था। प्रदर्शन में सांसद चन्द्रशेखर को भी शामिल होना था लेकिन उन्हें कल (रविवार) काे ही वाराणसी में पुलिस ने रोक लिया था। आज हाेने वालेप्रदर्शन और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए केडी सिंह बाबू स्टेडियम, हजरतगंज और बापू भवन सचिवालय स्थित तीन मेट्रो स्टेशनों को बंद करना पड़ा। परिवहन निगम की बसों को अवध बस स्टॉप से वापस किया गया।

दलित समाज पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रहीं : चन्द्रशेखर

इस बीच आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि देशभर में दलित, पिछड़ा, आदिवासी और अल्पसंख्यक समाज पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बहुजन समाज के खिलाफ हमले, हत्याएं, बलात्कार और जातिगत भेदभाव के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ते जा रहे हैं। इन्हीं मुद्दों के विरोध में 10 मार्च को संबंधित राज्यों की राजधानियों में संवैधानिक और लोकतांत्रिक आंदोलन आयोजित किया जा रहा है।

Beyond the Badge: अभिनेता शेखर सुमन ने अपने जीवन के अनुभवों को किया साझा, यूपी पुलिस के लिए कहीं बड़ी बात

लखनऊ । डीजीपी प्रशान्त कुमार के निर्देशानुसार एक अभिनव पहल करते हुए यूपी पुलिस द्वारा “Beyond the Badge” नामक पॉडकास्ट के श्रृंखला की शुरूआत की गयी है। पॉडकास्ट के सातवें एपिसोड में महाकुम्भ भ्रमण के लिए आए हिन्दी फिल्म सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता शेखर सुमन द्वारा अपने जीवन एवं भ्रमण के अनुभवों को साझा किया गया।शेखर सुमन के द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस के पॉडकास्ट को बधाई देते हुए कहा गया कि इस पॉडकास्ट के माध्यम से पुलिस के बारे में जो एक नकारात्मक पूर्वधारणा है कि पुलिस पकड़ेगी, मारेगी, जेल में बंद करेगी, यह धारणा बदली जा सकती है, क्योंकि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए है, हमारी देखभाल के लिए है ।

महाकुंभ में की गई व्यवस्था को प्रशंसनीय

शेखर सुमन के द्वारा बताया गया कि महाकुंभ को लेकर जो सोशल मीडिया पर नकारात्मक बातें प्रसारित की जा रही थी, उसको देखकर यहां पर नहीं आने की दो हजार बातें थी, किन्तु यहां पर सपरिवार आकर मैंने सिर्फ और सिर्फ अच्छाई देखी है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि मैं महाकुंभ से बहुत ही तृप्त होकर जा रहा हूं। महाकुंभ में की गई व्यवस्था को प्रशंसनीय बताते हुए उनके द्वारा कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा की गयी इस महाकुम्भ की महाकल्पना अद्भुत, अकल्पनीय और प्रशंसनीय है, पूरी दुनिया में इस तरह की सुव्यवस्थित व्यवस्था कोई नहीं कर सकता, बल्कि इतनी बढ़िया व्यवस्था की तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है, पूरी दुनिया में इस प्रकार की अनुभूति कभी नहीं हुई ।

हम सब भाग्यशाली हैं कि इस युग में पैदा हुए

शेखर सुमन के द्वारा महाकुंभ में 66 करोड़ लोगों के आने के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि हम सब भाग्यशाली हैं कि इस युग में पैदा हुए जहां हमने इस महाकुंभ के बारे में देखा सुना और महसूस किया, अगर मैं यहां पर नहीं आ पाता तो अपने आप को जीवन भर माफ नहीं कर पाता और यह भी बताया गया कि जो यहां पर दुर्भाग्य से नहीं आ पाया है वह परेशान न हो क्योंकि आपके सुख के लिए दुआ करते हुए भी हमने डुबकी लगाई है, और यह प्रार्थना करते हैं कि आप लोग भी खुश रहें और स्वस्थ रहें।

खाकी सिर्फ एक रंग नहीं, यह बलिदान, त्याग और जिम्मेदारी का प्रतीक

महाकुंभ में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के संबंध में चर्चा करते हुए शेखर सुमन के द्वारा बताया गया कि 70 हजार पुलिसकर्मियों ने लगभग आधे देश की जनता को मैनेज कर लिया है। 13 जनवरी से 26 फरवरी के मध्य इतनी बड़ी संख्या में लोग आए, उनके लिए की गई व्यवस्था अद्भुत है, इसके लिए जितनी भी बधाई की जाए वह कम है, उनके द्वारा पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार की विशेष रूप से तारीफ करते हुए यहां लगे एक-एक पुलिसकर्मी जो दिन रात खड़े होकर श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे हैं उनको सलाम करते हुए कहा गया कि, मैं यह समझ ही नहीं सकता कि कोई देश ऐसा कर सकता है, जो उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया, वह कहीं और हो नहीं हो सकता, यह अद्भुत है।

आपस में प्यार बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया

शेखर सुमन के द्वारा उक्त पॉडकास्ट में अपने आने वाले प्रोजेक्ट, खाली वक्त में किये जाने वाले काम, अपने को स्वस्थ रखने के लिए किए जाने वाले काम के सम्बन्ध में भी विस्तार से चर्चा की गयी।अन्त में शेखर सुमन के द्वारा दर्शकों को प्यार का संदेश देते हुए आपस में प्यार बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया गया एवं खाकी के बारे में कहा गया कि यह एक वर्दी ही नहीं है, यह सिर्फ एक रंग ही नहीं है, यह बलिदान है त्याग है, एक जिम्मेदारी है और इस जिम्मेदारी को आप लोगों ने इतनी खूबसूरती इतनी सुंदरता से निभाया है कि यह देश, हमारा भारत देश हमेशा आप लोगों का आभारी रहेगा ।

बस्ती में भीषण सड़क हादसा, पांच लोगों की मौत, तीन घायल

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है। जबकि तीन लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, लखनऊ-गोरखपुर फोरलेन पर बस्ती के नगर थाना क्षेत्र के गोटवा के पास सोमवार सुबह लाइन बदल रहे कंटेनर में लग्जरी कार की टक्कर हो गई। कार में सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि बस्ती की तरफ जा रहा कंटेनर अचानक लाइन बदलने लगा। तभी सामने से आ रही कार की भीषण टक्कर हो गई।

कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। कार सवार लोग भी बुरी तरह से दब गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। किसी तरह से वाहन को काटकर कार से अंदर से लोगों को निकाला। पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद हाईवे पर दोनों लाइन में जाम लग गया। मृतकों में एक की पहचान हो पाई है जो कार का चालक है। ड्राइवर प्रेम खोराबार थाना क्षेत्र जनपद गोरखपुर के तरकुलही जसोपुर का रहने वाला है। कार सवार सभी लोग गुजरात से बिहार और गोरखपुर जा रहे थे।

योगी सरकार के एमडीए अभियान में अभूतपूर्व सफलता

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व में चलाया गया मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान फाइलेरिया उन्मूलन में एक ऐतिहासिक सफलता के रूप में उभरा है। इस अभियान के दौरान 90 प्रतिशत लोगों को दवा दी गई और 93 प्रतिशत रिफ्यूजल (दवा लेने से इनकार करने वाले) केसों को भी समझाकर दवा खिलाई गई। यह अभियान 10 फरवरी से 25 फरवरी तक प्रदेश के 14 जिलों के 45 ब्लॉकों में चलाया गया।

राज्य कार्यक्रम अधिकारी - फाइलेरिया, डॉ. एके चौधरी के अनुसार, अभियान का लक्ष्य 1.10 करोड़ लोगों को दवा खिलाने का था, जिसमें से 98,95,981 लोगों को दवा दी गई। इस दौरान मापअप राउंड के जरिए रिफ्यूजल मामलों को निपटाने में भी महत्वपूर्ण सफलता मिली। हालांकि, जौनपुर में दवा सेवन का प्रतिशत 80 प्रतिशत से कम रहा, जबकि बाकी जिलों में यह प्रतिशत 80 प्रतिशत से अधिक रहा। इस अभियान की सफलता में अंतरविभागीय समन्वय का अहम योगदान रहा। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने जनप्रतिनिधियों, शिक्षा और पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों से सहयोग की अपील की थी, जिसका सकारात्मक असर देखने को मिला।