इधर सेमीफाइनल में जीत के बाद भारत में जश्न, उधर पाकिस्तान में फ्री दावत का ऐलान

चैंपियंस ट्रॉफी-2025 का पहला सेमीफाइनल मंगलवार को दुबई में खेला गया. टीम इंडिया ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराकर वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में मिली हार का बदला ले लिया. इस जीत के बाद देश में जश्न का माहौल है. फाइनल में टीम इंडिया का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा या दक्षिण अफ्रीका से, ये बुधवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइल मैच के बाद साफ होगा. ये मुकाबला पाकिस्तान के लाहौर में खेला जाएगा.

पीसीबी का फैंस के लिए ऐलान

इस अहम मुकाबले से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बड़ा ऐलान किया है. स्टेडियम में दर्शकों से संख्या ज्यादा से ज्यादा हो, इसके लिए पीसीबी ने फैंस को फ्री में इफ्तार बॉक्स देने का ऐलान किया है, जिसमें खजूर, जूस और मिनी पिज्जा होगा.

इसके अलावा स्टेडियम में मौजूद फूड स्टाल्स में खाने की अन्य वैराइटी भी शामिल होगी. बता दें कि मुसलमानों का पाक महीना रमजान चल रहा है और इसमें इफ्तार का खास महत्व होता है. दिनभर रोजा रखने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग शाम में रोजा तोड़ते हैं.

27 साल से ICC ट्रॉफी नहीं जीत पाई है अफ्रीकी टीम

बात मैच की करें तो ये दोपहर 2 बजे शुरू होगा और इफ्तार 6 बजकर 5 मिनट पर होगा. दक्षिण अफ्रीकी टीम 1998 के बाद से आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जीत पाई है. वो 2024 के टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन टीम इंडिया के हाथों उसे हार का सामना करना पड़ा था.

दक्षिण अफ्रीका आईसीसी टूर्नामेंट्स के सेमीफाइनल या फाइनल में 13 बार पहुंची है. वो 2023 के वर्ल्ड कप के भी सेमीफाइनल में पहुंची थी, जिसमें उसे ऑस्ट्रेलिया ने हराया था. वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का भी फाइनल खेलेगी, जिसमें उसका सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा. वहीं, दक्षिण अफ्रीका की तरह न्यूजीलैंड को भी चोकर्स कहा जाता है. वो 2000 की चैंपियंस ट्रॉफी और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब ही जीत पाई है.

टीम इंडिया की 4 विकेट से जीत

मंगलवार को खेले गए मैच की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ (73) और एलेक्स कैरी (61) के अर्धशतकों के दम पर 48 . 1 ओवर में 264 रन बनाए, जिसके जवाब में भारत ने 11 गेंद बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया. प्लेयर आफ द मैच कोहली ने 98 गेंद में पांच चौकों की मदद से 84 रन बनाए. टीम इंडिया ने 4 विकेट से ये मैच अपने नाम किया.

टीम इंडिया की पाकिस्तान पर धमाकेदार जीत, खुशी से झूम उठा देश

चैंपियन ट्रॉफी 2025 में भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से करारी मात दी है. भारत की जीत को लेकर राजधानी दिल्ली समेत देशभर में जश्न का माहौल है. क्रिकेट प्रेमी जमकर आतिशबाजी कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम नेताओं ने टीम इंडिया को जीत की बधाई दी.

टीम इंडिया ने सभी को गौरवान्वित किया

गृहमंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि टीम इंडिया ने अच्छा खेला. आपने दुनिया भर के लाखों क्रिकेट प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरा उतरकर सभी को गौरवान्वित किया है. आपके भविष्य के मैचों के लिए मेरी शुभकामनाएं.

राहुल गांधी ने दी जीत की बधाई

वहीं कांग्रेस सांसद राहुल ने भी टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत की बधाई दी. उन्होंने एक्स पर लिखा किटीम वर्क में एक मास्टरक्लास, जिसमें कोहली का शतक सबसे आगे है.भारतीय क्रिकेट के लिए धड़कने वाले हर दिल के लिए एक शानदार जीत!

जबरदस्त जीत के लिए भारतीय टीम को बधाई

वहां सीएम ममता बनर्जी ने एक्स पर लिखा कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान पर आज हमारे लड़कों की जोरदार जीत पर खुशी महसूस हो रही है. इस मैच में जबरदस्त जीत के लिए भारतीय टीम को बधाई.

टीम इंडिया की ऐतिहासिक विजय

वहीं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऐतिहासिक विजय…चैम्पियंस ट्रॉफी-2025 के ग्रुप लीग मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को पटखनी दे दी है. इस शानदार प्रदर्शन के लिए टीम के सभी सदस्यों को बधाई व आगामी मुक़ाबलों के लिए शुभकामनाएं.

विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ ठोका रिकॉर्डतोड़ शतक, 16 साल का इंतजार खत्म

क्रिकेट के मैदान पर विराट कोहली का नाम हमेशा से ही एक बड़े बल्लेबाज के तौर पर लिया जाता है. 23 फरवरी 2025 को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ विराट ने इसे एक बार फिर सही साबित करके दिखाया और एक यादगार पारी खेलते हुए शतक जड़ा. उनका यह शतक न सिर्फ उनकी बल्लेबाजी के कौशल को दर्शाता है, बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने एक बार फिर अपनी काबिलियत को साबित किया.

विराट कोहली ने जड़ा 82वां शतक

भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच हमेशा से ही तनावपूर्ण और रोमांचक होते हैं. इस मैच में भारत के लिए रन बनाना एक चुनौती थी, क्योंकि पाकिस्तान के गेंदबाजों ने शुरुआत में अच्छी पकड़ बनाई हुई थी. भारत को जीत के लिए अच्छा स्कोर चाहिए था और ऐसे में विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और शतकीय पारी खेली. विराट कोहली ने इस मुकाबले में 111 गेंदों पर नाबाद 100 रन की शानदार पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 7 चौके लगाए और उनकी पारी ने भारत की टीम को मजबूती दी और टीम को जीत दिलाई.

16 साल का इंतजार खत्म

बता दें, विराट कोहली ने पहली बार साल 2009 में चैंपियंस ट्रॉफी खेली थी. लेकिन ये पहला मौका है विराट ने इस टूर्नामेंट में शतक जड़ा है. यानी उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में शतक जड़ने के लिए पूरे 16 साल का इंतजार करना पड़ा. वहीं, 2023 वनडे वर्ल्ड कप के बाद ये पहला मौका है जब उन्होंने वनडे में शतक जड़ा है. इसके अलावा उन्होंने 531 दिन के बाद विदेशी सरजमीं पर वनडे शतक ठोका है, यानी ये पारी उनके लिए कई मायनों में खास है.

इस लिस्ट में बने नंबर-1

बता दें, विराट कोहली ने आईसीसी के वनडे इवेंट में पाकिस्तान के खिलाफ चौथी बार 50+ रन बनाए हैं, जो एक रिकॉर्ड है. उनके अलावा कोई भी खिलाड़ी 3 बार से ज्यादा ये कारनामा नहीं कर सका है. विराट के अलावा विव रिचर्ड्स और सचिन तेंदुलकर ने 3-3 बार पाकिस्तान के खिलाफ 50+ रन बनाए थे. इसके अलावा, आईसीसी के वनडे इवेंट में ये उनका 23वां 50+ स्कोर था. उन्हें अलावा सिर्फ सचिन तेंदुलकर ही आईसीसी के वनडे इवेंट में इतनी बार 50+ रन बना पाए हैं.

चैंपियंस ट्रॉफी के डेब्यू मैच में ही शुभमन गिल ने जड़ा शतक, पहली बार किया ये कारनामा

टीम इंडिया के युवा ओपनर शुभमन गिल ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत शतक के साथ ही. टीम इंडिया ने इस टूर्नामेंट में अपना पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेली. इस मुकाबले में शुभमन गिल ने एक शतकीय पारी खेली और टीम इंडिया को जीत तक पहुंचाया. उनकी ये पारी रन चेज के दौरान आई है. गिल ने काफी संभलकर बल्लेबाजी की और टीम के एक छोर को संभालकर रहा. उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान मैदान के चारों ओर रन बनाए और आईसीसी इवेंट में पहली बार शतक जड़ने का कारनामा किया.

आईसीसी इवेंट में गिल का पहला शतक

शुभमन गिल ने 100 रन का आंकड़ा छूने के लिए 125 गेंदों का सामना किया, जिसमें 9 चौके और 2 छक्के शामिल रहे. वहीं, शुभमन गिल ने आईसीसी इवेंट में पहली बार शतक जड़ने का कारनामा किया. इसके अलावा ये उनके वनडे करियर का 8वां शतक है. इससे पहले उन्होंने अपने पिछले वनडे मैच में भी इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ा था. इतना ही नहीं, गिल ने वनडे की पिछली 4 पारियों में 50+ रन का आंकड़ा पार किया है, जो दर्शाता है कि वह इस समय कितनी शानदार फॉर्म में चल रहे हैं.

बता दें, शुभमन गिल ने इस मुकाबले में 129 गेंदों पर नाबाद 101 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत तक पहुंचाया. इस मैच विनिंग पारी के साथ शुभमन ने एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. वह सबसे कम पारियों में भारत की ओर से वनडे में 8 शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने 51 वनडे पारियों में ये कारनामा किया है. इससे पहले ये रिकॉर्ड शिखर धवन के नाम था. उन्होंने 57 वनडे पारियों में 8 शतक लगाए थे.

सचिन तेंदुलकर की खास लिस्ट में हुए शामिल

शुभमन गिल इस शतक के साथ सचिन तेंदुलकर की एक खास लिस्ट में भी शामिल हो गए हैं. दरअसल, वह चैंपियंस ट्रॉफी के डेब्यू मुकाबले में शतक लगाने वाले चौथे भारतीय बने हैं. इससे पहले सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद कैफ और शिखर धवन ये कारनामा कर चुके हैं. सचिन तेंदुलकर ने 1998, मोहम्मद कैफ ने 2002 और शिखर धवन ने 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में डेब्यू करते हुए शतक लगाए थे.

चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का पहला टेस्ट आज, बांग्लादेश का भी होगा इंग्लैंड जैसा हाल?

पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज हो चुका है और कराची में खेले गए पहले मैच के बाद नजरें अब मुड़ गई हैं दुबई की ओर, जहां भारतीय क्रिकेट टीम अपने अभियान की शुरुआत करेगी. गुरुवार 20 फरवरी को रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज में अपने पहले मैच में बांग्लादेश से टकराएगी. बांग्लादेश का भी ये पहला ही मैच होगा. मुकाबले से पहले ही जीत का दावेदार तो टीम इंडिया को माना जा रहा है लेकिन उत्सुकता इस बात की है कि टीम इंडिया किन खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में मौका देती है? साथ ही इस बात पर भी नजरें टिकी हैं कि दुबई की पिच कैसा बर्ताव करती है क्योंकि यहां अभी तक कोई मुकाबला नहीं हुआ है और सिर्फ टीम इंडिया को ही यहां अपने मैच खेलने हैं.

वर्ल्ड कप जैसी ही टीम इंडिया की फॉर्म

दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में गुरुवार को टूर्नामेंट का दूसरा मैच खेला जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी के मौजूदा फॉर्मेट के कारण हर मुकाबला अहम है और एक भी हार टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा सकती है. ऐसे में टीम इंडिया जोरदार जीत के साथ शुरुआत करने की उम्मीद करेगी. फिर भी ये मैच 23 फरवरी को होने वाले बड़े मुकाबले की तैयारी का काम करेगा. इसी मैदान पर रविवार को टीम इंडिया का सामना पाकिस्तान से होगा, जिसे टूर्नामेंट के पहले ही मैच में न्यूजीलैंड से करारी हार का सामना करना पड़ा.

भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में बेहतरीन फॉर्म के साथ उतर रही है. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में मिली करारी शिकस्त से उबरकर टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ जोरदार वापसी करते हुए क्लीन स्वीप किया था. टीम इंडिया इस सीरीज में बिल्कुल उसी अंदाज का क्रिकेट खेलती दिखी, जिसने उसे 2023 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंचाया था. रोहित की कप्तानी में एक बार फिर टीम उसे जारी रखते हुए चैंपियंस ट्रॉफी में भी कमाल करना चाहेगी. इसमें खुद कप्तान रोहित टॉप ऑर्डर से माहौल तैयार करने की कोशिश करेंगें.

कहीं मौसम न डाल दे दखल

हालांकि नजरें दुबई के मौसम पर भी रहेंगी, जो इस मुकाबले में अपनी दखल देकर मजा किरकिरा कर सकता है. दुबई में मंगलवार को बारिश हुई थी और गुरुवार को भी बारिश का अनुमान है. अगर ऐसा होता है तो ये देखने लायक होगा कि क्या टीम इंडिया पेस अटैक पर जोर देती है या फिर स्पिन हैवी बॉलिंग अटैक को चुनती है. ऐसे में मोहम्मद शमी के साथ दूसरे तेज गेंदबाज के रूप में अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा के बीच टक्कर होगी. स्पिनर्स का जहां तक सवाल है तो रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव के साथ अक्षर पटेल को पहले मुकाबले में जगह मिलनी तय है.

हार की हैट्रिक के बाद कर पाएगी वापसी?

जहां तक बांग्लादेश की बात है तो जिस तरह देश में हालिया महीनों में उथल-पुथल देखने को मिली थी, कुछ वैसी ही स्थिति बांग्लादेशी क्रिकेट टीम की भी रही है. शाकिब अल हसन बॉलिंग एक्शन अवैध पाए जाने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए, जबकि तमीम इकबाल को मनाकर फिर से टीम में वापस लेकर आने की कोशिश भी नाकाम ही रही. इन सबके बीच टीम का प्रदर्शन भी कुछ ऐसा ही रहा. बांग्लादेश ने अपनी पिछली वनडे सीरीज में दिसंबर 2024 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली थी लेकिन उसमें उसे 0-3 से करारी हार का सामना करना पड़ा था. अब कप्तान नजमुल होसैन शांतो की कोशिश होगी कि उस स्थिति को न दोहराया जाए.

चैंपियंस ट्रॉफी: BCCI ने बदला नियम, खिलाड़ियों को मिली परिवार के साथ रहने की अनुमति!

BCCI ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए नियम बदल दिए हैं. BCCI से जुड़़े सूत्रों के हवाले से कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा रहा है बोर्ड ने टूर्नामेंट के दौरान परिवार को खिलाड़ियों संग रहने की इजाजत दे दी है. मतलब अगर खिलाड़ी चाहे तो चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान अपने परिवार को साथ रख सकता है . हालांकि इसमें कंडीशन ये है कि वो सिर्फ एक मैच के लिए ऐसा कर सकता है. ऑस्ट्रेलिया में खेली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद BCCI ने 10 सूत्री नियम लागू किए थे, जिसमें से एक किसी विदेशी दौरे पर परिवार को साथ नहीं रखने से भी जुड़ा था.

सिर्फ एक मैच के लिए इजाजत- सूत्र

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया दुबई में है. पहले के नियम के मुताबिक खबर ये थी कि कोई भी भारतीय खिलाड़ी इस दौरे पर अपने परिवार को साथ ना ले जा सकता है और ना ही रख सकता है. हालांकि, अब BCCI के सूत्रों के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट ने लिखा है कि कोई भारतीय खिलाड़ी अगर अपने परिवार को दुबई ले जाना चाहता है तो वो सिर्फ एक मैच के लिए ऐसा कर सकता है.

BCCI ने क्यों की नियम में तब्दीली?

अब सवाल है कि BCCI ने अपने ही बनाए नियम में तब्दीली क्यों की? तो वो इस वजह से क्योंकि एक बड़े अधिकारी ने BCCI के सेक्रेटरी देवजीत सैकिया से इस बारे में बात की थी. जिसके बाद इस बात पर सहमति बनी कि किसी एक मैच के लिए खिलाड़ी ऐसा कर सकते हैं. मगर उसके लिए उन्हें BCCI को जानकारी देनी होगी. उनसे इजाजत लेनी होगी.

अभी तक किसी खिलाड़ी ने नहीं मांगी इजाजत

सामने आई रिपोर्ट में BCCI के एक अधिकारी की ओर से कहा गया कि टीम इंडिया का कोई भी खिलाड़ी शुरुआत में अपने परिवार के साथ नहीं गया है. उन्हें एक मैच के लिए परिवार को वहां बुलाने की इजाजत मिली है. बोर्ड के अधिकारी के हवाले से ये भी कहा गया कि हालांकि अभी तक किसी खिलाड़ी ने परिवार को दुबई बुलाने की इजाजत नहीं मांगी है

केएल राहुल का बुरा हाल, 5 साल बाद फीकी रही रणजी ट्रॉफी में वापसी

रणजी ट्रॉफी के कमबैक मैच विराट कोहली जब पहली पारी खेलने उतरेंगे तो क्या करेंगे, इस सवाल का जवाब भले ही अभी आना हो. लेकिन, केएल राहुल का रिपोर्ट कार्ड आ चुका है. रणजी ट्रॉफी की पिच पर केएल राहुल की 5 साल बाद वापसी हुई. मगर उनका प्रदर्शन उनके वापसी को दमदार नहीं बना सका. केएल राहुल अपने सबसे अजीज दोस्त मयंक अग्रवाल के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे. मगर उनके सामने उनका हाल बुरा दिखा. 24 गेंदों पर रन बनाने से नाकाम रहने वाले केएल राहुल की रणजी की पिच पर 5 साल बाद वापसी बेहद फीकी रही.

5 साल बाद राहुल की रणजी ट्रॉफी में वापसी

हरियाणा के खिलाफ 30 जनवरी से शुरू हुए मुकाबले में कर्नाटक की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी. पहला विकेट 45 रन पर गिरने के बाद केएल राहुल फर्स्ट डाउन बल्लेबाजी के लिए उतरे. साल 2020 के बाद ये पहली बार था जब राहुल रणजी मैच खेल रहे थे. वहीं उनके साथ दूसरे छोर पर मयंक अग्रवाल थे, जो कर्नाटक के कप्तान होने के अलावे केएल राहुल के अच्छे दोस्त भी थे. मगर राहुल इन सारे मौकों का बड़ा फायदा नहीं उठा सके.

मयंक के साथ 53 रन की साझेदारी करने के बाद हुए आउट

केएल राहुल ने मयंक अग्रवाल के साथ 53 रन की पार्टनरशिप कर अभी कर्नाटक के स्कोर को 99 रन तक पहुंचाया ही था, कि वो आउट हो गए. ऐसा तब हुआ जब पहले दिन के खेल में दूसरा सेशन खेलने उतरे. पहले सेशन में 16 रन बनाकर नाबाद रहने वाले राहुल ने दूसरे सेशन में अभी अपने स्कोर में 10 रन ही और जोड़े थे कि वो आउट हो गए.

24 गेंदों पर नहीं बनाया रन, ये रहा राहुल का स्कोर

केएल राहुल की इनिंग हरियाणा के खिलाफ 37 गेंदों की रही, जिसमें से 24 गेंदें उन्होंने डॉट खेली, मतलब उन गेंदों पर कोई रन नहीं बनाए. केएल राहुल के बल्ले से 37 गेंदों पर 26 रन निकले, जिसमें 4 चौके शामिल रहे.

केएल राहुल पहली पारी में तो 26 रन पर आउट हो गए. लेकिन उनके लिए मैच में अभी एक पारी बची है, जिसमें कुछ बड़ा कर वो अपने रणजी कमबैक को रोचक बना सकते हैं. देखना ये है कि वो उस मौके को भुना पाते हैं या नहीं.

ऋषभ पंत का रोहित से भी बुरा हाल, रणजी ट्रॉफी की दोनों पारियों में फेल, जडेजा ने किया ढेर

ऋषभ पंत ने लंबे समय के बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी की लेकिन ये दिग्गज दोनों ही पारियों में नाकाम साबित हुआ. सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी मुकाबले में दिल्ली की टीम से खेल रहे पंत पहली पारी में एक और दूसरी पारी में सिर्फ 17 रन बना सके. राजकोट में चल रहे मुकाबले में दूसरे दिन पंत को टीम इंडिया के स्टार लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने अपना शिकार बनाया. रवींद्र जडेजा की गेंद पर शेल्डन जैक्सन ने उनका कैच लपका.

स्पिन के जाल में फंसे पंत

ऋषभ पंत जब क्रीज पर आए तो उनके खिलाफ सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने स्पिन का जाल बिछा दिया. जडेजा को युवराज सिंह डोडिया, धर्मेंद्र जडेजा और रवींद्र जडेजा ने गेंदबाजी की. पंत ने युवराज की गेंदों पर 8 गेंदो में 8 रन बनाए. धर्मेंद्र जडेजा की गेंद पर वो 3 गेंद में 1 रन बनाने में कामयाब रहे. रवींद्र जडेजा के खिलाफ पंत ने एक चौका लगाया लेकिन यही अनुभवी गेंदबाज उन्हें फंसाने में कामयाब रहा.

दिल्ली के उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे पंत

ऋषभ पंत जब दिल्ली की टीम में आए तो जाहिर तौर पर सभी खिलाड़ियों को उम्मीद होगी कि ये स्टार खिलाड़ी टीम को मैच जिताएगा लेकिन पंत तो टीम पर मानो बोझ ही बन गए. पंत ने दोनों पारियों में कुछ खास योगदान नहीं दिया और जब टीम मुश्किल में थी वो उसे संभाल ना सके. दिल्ली ने दूसरी पारी में 20वें ओवर में ही पंत का विकेट गंवाया. खबर लिखे जाने तक दिल्ली की टीम 75 रन पर आधी टीम गंवा चुकी थी. सौराष्ट्र के खिलाफ अब दिल्ली की हार लगभग तय नजर आ रही है.

रोहित, जायसवाल भी नहीं चले

रोहित शर्मा भी रणजी ट्रॉफी की दोनों पारियों में फेल रहे. पहली पारी में महज 3 रन बनाने वाले रोहित ने दूसरी पारी में तेजी से बल्लेबाजी की. इस खिलाड़ी ने 3 छक्के और 2 चौके लगाए. लेकिन जब ये खिलाड़ी 28 के स्कोर पर पहुंचा तो युद्धवीर सिंह चरक की गेंद ने उन्हें मैदान छोड़ने पर मजबूर कर दिया.यशस्वी जायसवाल भी 26 रन बनाकर युद्धवीर सिंह का शिकार बने. श्रेयस अय्यर 17 रन बना पाए. शिवम दुबे का तो खाता ही नहीं खुला.

भारतीय क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने लिए 10 बड़े फैसले

भारतीय टीम पिछले कुछ महीनों से लगातार खराब प्रदर्शन कर रही है. पहले श्रीलंका से वनडे सीरीज, फिर घर पर न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज और हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम में अनबन होने की खबरें भी सामने आईं. टीम के प्रदर्शन में गिरावट और ड्रेसिंग रूम में विवाद की बातें सामने आने के बाद से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कोई सख्त कदम उठाएगा. अब बीसीसीआई एक रिव्यू मीटिंग के बाद टीम में एकता बढ़ाने और प्रदर्शन को फिर से बेहतर करने के लिए 10 सख्त नियम लेकर आई है. आइये जानते हैं क्या हैं ये नियम.

1. घरेलू खेलना मैच जरूरी

बीसीसीआई ने भारतीय टीम में सेलेक्शन के लिए योग्य होने के लिए घरेलू मुकाबलों में खेलना अनिवार्य कर दिया है. इस गाइडलाइन का मुख्य मकसद है कि सभी खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट के इकोसिस्टम से जुड़े रहें. इससे मैच फिटनेस मेंटेन करने के साथ-साथ नए खिलाड़ियों को देश के टॉप क्रिकेटर्स के साथ मुकाबला करने का मौका मिल सकेगा. इससे छूट पाने के लिए नेशनल टीम के खिलाड़ियों को पहले से सेलेक्सन कमेटी को बताना जरूरी होगा.

2. परिवार के साथ अलग ट्रेवल करने पर रोक

बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को मैच से लेकर प्रैक्टिस सेशन तक हर वक्त एक साथ ट्रेवल करना अनिवार्य कर दिया गया है. कोई खास कारण होने पर परिवार के साथ अलग से ट्रेवल करने के लिए हेड कोच, सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से अनुमति लेनी होगी.

3. सामान पर लिमिट तय

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के सामान पर भी लिमिट तय कर दी है. सीरीज के दौरान लिमिट से बाहर सामान ले जाने पर उन्हें खुद इसका खर्च उठाना पड़ेगा. बोर्ड के गाइडलाइन के तहत 30 दिन से ज्यादा विदेशी दौरों के लिए खिलाड़ी 5 बैग (3 सूटकेस और 2 किट बैग) या 150 किलो तक वजन ले जा सकते हैं. वहीं सपोर्ट स्टाफ 3 बैग (2 बड़े और एक छोट सूटकेस) या 80 किलो वजन के साथ ट्रेवल कर सकते हैं. 30 दिन से कम का दौरा होने पर 4 बैग (2 सूटकेस और 2 किट बैग) या 120 किलो तक वजन की अनुमति होगी. वहीं सपोर्ट स्टाफ 2 बैग (2 सूटकेस) या 60 किलो तक वजन ले जा सकते हैं. दूसरा नियम घरेलू सीरीज के दौरान भी लागू होगा.

4. पर्सनल स्टाफ पर रोक

अब से कोई भी खिलाड़ी सीरीज के दौरान अपना पर्सनल स्टाफ जैसे- शेफ, पर्सनल मैनेजर, ट्रेनर, सेक्रेटरी या कोई असिस्टेंट लेकर नहीं जा सकता है. इसके लिए उसे पहले बोर्ड से अनुमति लेनी होगी.

5. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अलग से सामान भेजना बेंगलुरु में मौजूद बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खिलाड़ियों को कोई व्यक्तिगत सामान या उपकरण भेजने के लिए टीम मैनेजमेंट के साथ बातचीत करना होगा. एक्स्ट्रा खर्च आने पर उन्हें खुद इसका पेमेंट करना होगा.

6. जल्दी प्रैक्टिस सेशन छोड़ने पर रोक

बोर्ड ने सख्ती बरतते हुए साफ शब्दों में कह दिया है कि अब से खिलाड़ियों को पूरे प्रैक्टिस सेशन के दौरान साथ रहना होगा और वेन्यू पर साथ में ही ट्रेवल करना होगा. वो समय से पहले ट्रेनिंग छोड़कर नहीं जा सकते हैं.

7. पर्सनल ऐड शूट पर बैन

बीसीसीआई के नए नियमों के मुताबिक खिलाड़ी अब से किसी दौरे पर या सीरीज के दौरान पर्सनल ऐड शूट नहीं कर सकते हैं.

8. परिवार के लिए नियम

अगर टीम किसी विदेशी दौरे पर 45 दिन या उससे ज्यादा वक्त के लिए जाती है तो किसी भी खिलाड़ी की पत्नी, पार्टनर या परिवार उस दौरे पर एक बार सिर्फ 14 दिन तक साथ रह सकते हैं. बीसीसीआई इस दौरान उनके रहने के अलावा कोई भी खर्च नहीं देगी.

9. BCCI के ऑफिशियल एक्टिविटी में रहना अनिवार्य

बोर्ड के ऑफिशियल ऐड शूट, प्रमोशनल एक्टिविटी या किसी फंक्शन में खिलाड़ियों का मौजूद रहना जरूरी है.

10. दौरे के अंत तक टीम के साथ रहना अनिवार्य

इसके अलावा सीरीज या मैच अगर जल्दी खत्म हो जाता है तो वो प्लानिंग के अनुसार ही ट्रेवल करेंगे. समय से पहले टीम को छोड़कर कहीं नहीं जा सकते हैं, उन्हें टीम के साथ ही रहना होगा.

जसप्रीत बुमराह को चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रखने की मांग, जानें क्या है वजह

जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में समाप्त हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के 5 टेस्ट मैचों के दौरान उन्होंने 32 चटकाए थे. इसके साथ ही वो एक सीरीज सर्वाधिक ऑस्ट्र्रेलिया की धरती पर एक सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बन गए थे. इस धमाकेदार प्रदर्शन के बावजूद 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी टीम के फिटनेस ट्रेनर रह चुके रामजी श्रीनिवासन ने बुमराह को चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रखने की मांग की है. आखिर श्रीनिवासन ने बुमराह को इस बड़े टूर्नामेंट से दूर रखने के लिए क्यों कहा है? आइये जानते हैं.

बुमराह को क्यों स्क्वॉड में नहीं होना चाहिए?

रामजी श्रीनिवासन ने जसप्रीत बुमराह को स्क्वॉड के बाहर रखने की पीछे मुख्य वजह उनकी फिटनेस बताई. उनके मुताबिक अगर जरा सा भी शक है तो चैंपियंस ट्रॉफी में ले जाकर उन्हें खतरे में नहीं डालना चाहिए. श्रीनिवासन ने बुमराह को एक खजाना बताया.

उन्होंने कहा कि ‘बुमराह एक खजाना हैं और उन्हें संभालकर रखा जाना चाहिए. चैंपियंस ट्रॉफी दुनिया का अंत नहीं है. अगर उनकी फिटनेस पर थोड़ा भी शक है तो उन्हें स्क्वॉड का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए. उन्होंने कभी भी अपने करियर में लगातार 5 टेस्ट मैचों में गेंदबाजी नहीं की है.’

बता दें सिडनी टेस्ट की पहली पारी के दौरान बुमराह को अचानक कमर में दिक्कत हुई और वो बाहर चले गए थे. मैच के दौरान ही उनका स्कैन भी किया गया था. हालांकि, उनकी रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है. इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने गेंदबाजी नहीं की थी.

6 महीने में ठीक होंगे बुमराह

श्रीनिवासन टीम इंडिया के स्ट्रेंथ और कंडिशनिंग कोच थे. इसलिए उन्होंने बुमराह की इंजरी को लेकर एक अनुमान भी लगाया. बता दें सिडनी टेस्ट के दौरान पहले बुमराह को लेकर पीठ में ऐंठन की समस्या को रिपोर्ट किया गया था. इसे लेकर श्रीनिवासन ने कहा कि अगर ऐसा है तो चिंता करने का बात नहीं है. वह जल्दी ठीक हो जाएंगे.

श्रीनिवासन का मानना है कि भारत के लिए रवाना होते-होते वो अच्छा भी महसूस करने लगे होंगे. आमतौर लंबी सीरीज के बाद ऐसा हो जाता है. लेकिन इंजरी अगर स्ट्रेस फ्रैक्चर से जुड़ी हुई है और ग्रेड 1 से लेकर ग्रेड 3 के बीच में है तो समस्या बड़ी हो सकती है. ऐसे में बुमराह को रिकवर होने में 6 महीने का समय लग सकता है.