टॉयलेट में विस्फोट : सेंट पेलोटी स्कूल के सामने प्रदर्शन कर रहे पालक, न प्रिंसिपल सामने आ रहे, न डायरेक्टर…

बिलासपुर-  सेंट पलोटी स्कूल में टॉयलेट में हुए विस्फोट में छात्रा के घायल होने से नाराज पालक आज सुबह से स्कूल के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से नाराज पालक घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पालकों के प्रदर्शन के बाद भी न तो स्कूल प्रिंसिपल, और न ही डायरेक्टर बाहर आ रहे हैं. 

अभिभावकों का सवाल है कि स्कूल प्रशासन जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई हो रही है? परिजनों ने इस हादसे को स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इसे बच्चों की शरारत बताकर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है. घटना के पीछे किसी बड़े स्तर की लापरवाही की बात कहते हुए घटना की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत बताई.

प्रदर्शन कर रहे परिजनों ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है. पहले भी इस स्कूल में इस तरह की घटनाएँ हो चुकी हैं, लेकिन स्कूल प्रशासन ने हमेशा समझाइश देकर मामले को टाल दिया. उन्होंने 24 घंटे के भीतर दोषियों के खिलाफ़ FIR दर्ज कर दोषी बच्चों को स्कूल से निकाले जाने की मांग की है.

प्राचार्यों की जांच समिति गठित

इधर मामले में स्कूल शिक्षा विभाग ने शहर 4 स्कूलों के प्राचार्यों की जांच समिति गठित की है. समिति के सदस्य शनिवार को स्कूल पहुंचे, और घटना के बारे में जानकारी लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.

फिंगरप्रिंट-एफएसएल टीम कर रही जांच

वहीं सिविल लाइन पुलिस भी मामले की जांच कर रही है. फिंगरप्रिंट और एफएसएल एक्सपर्ट की टीम ने घटनास्थल की जांच की है. पुलिस ने स्कूल के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जब्त किए हैं, जिसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.

ऑनलाइन मंगाई गई थी सामग्री

स्कूल प्रबंधन का कहना है, कि विस्फोटक सामग्री ऑनलाइन मंगाई गई थी, जिसे स्कूल के ही आठवीं कक्षा के स्टूडेंट्स ने टॉयलेट में रखा था, कुछ स्टूडेंट्स की पहचान कर ली गई है, दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को मिली जन-जन की शुभकामनाएं, जन्मदिन पर मुख्यमंत्री निवास बना उल्लास का केंद्र

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के जन्मदिन पर राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास देर रात तक उल्लास और स्नेह के वातावरण से भरा रहा। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, उद्योगपतियों, समाजसेवियों और मीडिया प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएँ दीं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी आगंतुकों से आत्मीयता से मुलाकात की और स्नेह, सम्मान और शुभकामनाओं के लिए कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आप सभी के प्रेम और सहयोग से मैं अभिभूत हूँ। छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना है। आपका निरंतर समर्थन और आशीर्वाद इसी तरह बना रहे, यही मेरी कामना है।

प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री निवास में मंत्रीगण, विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री साय को बधाई दी। इस अवसर पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दीं। इसके साथ ही विधायकगण धरमलाल कौशिक, राजेश मूणत, सुनील सोनी, पुरंदर मिश्रा, गजेन्द्र यादव, मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब, दीपेश साहू और ललित चन्द्राकर ने भी मुख्यमंत्री से भेंट कर जन्मदिन की बधाई दी।

प्रदेशभर से उमड़ा शुभकामनाओं का सैलाब

मुख्यमंत्री श्री साय को प्रदेश के उद्योगपतियों, व्यापारी संगठनों, खेल जगत के प्रतिनिधियों, समाजसेवियों, शिक्षाविदों और मीडिया जगत के वरिष्ठ जनों ने भी शुभकामनाएँ दीं। सोशल मीडिया पर भी मुख्यमंत्री को शुभकामनाओं का तांता लगा रहा, जहां हजारों लोगों ने उन्हें बधाई देते हुए उनके नेतृत्व में प्रदेश के विकास की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर सभी का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश के सर्वांगीण विकास और समृद्धि के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और विकसित प्रदेश बनाने के लिए सरकार प्रत्येक वर्ग के हित में कार्य कर रही है, और यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा।

मालखरौदा के चिखली गांव में मतगणना से संतुष्ट नहीं प्रत्याशी, पीठासीन अधिकारी पर लगाया गंभीर आरोप, रिकाउंटिंग की कर रहे मांग

सक्ती- जिले के मालखरौदा में कल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के द्वितीय चरण का मतदान हुआ. वहीं शाम को मतगणना के दौरान चिखली गांव में दूसरे नंबर पर रहे प्रत्याशी मतगणना से असंतुष्ट दिखे और पुनः मतगणना करने की मांग करने लगे. हालांकि मतगणना स्थल पर मौजूद पीठासीन अधिकारी ने उनकी एक नहीं सुनी और पेटी बंद वहां से चले गए. 

दअरसल, पूरा मामला मालखरौदा ब्लॉक के चिखली गांव का है. जहां सरपंच पद के लिए उम्मीदवारी कर रहे संजू कुमार भारद्वाज 24 वोटो से हार गए. हीरालाल सोनवानी चुनाव जीत गए. लेकिन मतगणना को लेकर दूसरे नंबर पर रहे संजू कुमार भारद्वाज ने सवाल खड़ा कर दिया. संजू ने पीठासीन अधिकारी और मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों पर जानबूझकर हीरालाल सोनवानी का साथ देने का गंभीर आरोप लगाया है. 

वहीं कल मतगणना के दौरान रिकाउंटिंग के उसके आवेदन को पीठासीन अधिकारी द्वारा अस्वीकार कर दिया गया था. जिसके बाद आज संजू कुमार भारद्वाज परिजन और समर्थकों के साथ एसडीएम कार्यालय मालखरौदा पहुंचे. जहां वह रिकाउंटिंग की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. हालांकि मालखरौदा एसडीएम उनकी बात सुने बिना ही वहां से निकल गए. वहीं अधिकारी की बेरुखी देख वो सक्ती कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और रिकाउंटिंग की मांग के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है.

नन्ही मुस्कानों के संग मुख्यमंत्री श्री साय ने मनाया अपना जन्मदिन, बालिका गृह के लिए 10 लाख रुपए स्वीकृति की घोषणा

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राजधानी रायपुर के खम्हारडीह स्थित शासकीय बालिका गृह पहुंचकर अपना जन्मदिन नन्ही मुस्कानों के साथ सादगीपूर्वक मनाया। मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने विशेष दिन को इन नन्हीं मुस्कानों के साथ साझा कर यह संदेश दिया कि समाज के हर वर्ग की खुशियों में भागीदार बनना ही सच्चे नेतृत्व की पहचान है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बालिका गृह में बच्चियों के संग केक काटा, उनके साथ समय बिताया और उनकी मासूम हँसी और बातों को आत्मीयता से सुना। इस दौरान बच्चियों ने अपनी छोटी-छोटी इच्छाएँ उनके सामने रखीं, जिनमें एक साउंड बॉक्स की माँग भी थी। मुख्यमंत्री ने इसे तत्काल पूरा करते हुए बालिका गृह को यह उपहार भेंट किया।इसके अलावा, उन्होंने बालिका गृह में कंप्यूटर, वॉटर कूलर एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए 10 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की, जिससे यहाँ रह रही बच्चियों की शिक्षा में कोई असुविधा न हो।

मुख्यमंत्री श्री साय ने स्कूली जीवन की यादें की साझा

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अपने स्कूली जीवन की यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि उनके गाँव का प्राथमिक स्कूल खपरेल वाला था, और बारिश के दिनों में पानी टपकता था। उन्होंने बच्चियों को बताया कि वे भाग्यशाली हैं कि उन्हें एक बेहतर छात्रावास और पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण मिला है। उन्होंने बच्चियों को लगन और मेहनत से पढ़ाई करने की प्रेरणा दी और समझाया कि शिक्षा ही सफलता की कुंजी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने देश-दुनिया के महान व्यक्तित्वों के जीवन संघर्षों का उदाहरण देते हुए कहा कि संघर्षों से घबराने के बजाय, उन्हें अपनी ताकत बनाना चाहिए। उन्होंने बच्चियों को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हर संभव सहायता देगी।

उल्लेखनीय है कि बालिका गृह में फिलहाल 57 बच्चियाँ रह रही हैं, जहाँ महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा उन्हें निशुल्क आवास, भोजन, शिक्षा और चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।

इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव शम्मी आबिदी, रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मातृभाषा दिवस : प्रेस क्लब में असम से पहुंचे छत्तीसगढ़ीभाषी, महतारी अस्मिता पर हुई चर्चा…

रायपुर-  विश्व मातृभाषा दिवस के मौके पर रायपुर प्रेस क्लब में संगोष्ठी का आयोजन हुआ. इस आयोजन में विशेष रूप से बतौर मेहमान असम से 5 छत्तीसगढ़ीभाषी प्रतिनिधि शामिल हुए.

छत्तीसगढ़ी राजभाषा मंच की ओर से आयोजित संगोष्ठी में महतारी अस्मिता, भाषा, संस्कृति पर लंबी चर्चा हुई. असमिया प्रातिनिधि कैलाश साहू ने बताया कि असम में लाखों प्रवासी छत्तीसगढ़िया निवासरत हैं. आज भी सभी के घरों में छत्तीसगढ़ी भाषा का उपयोग हो रहा है. छत्तीसगढ़ी संस्कृति, रीति-रिवाज-परंपरा को सहेज कर रखा गया है. जरूरी है कि हम अपनी महतारी अस्मिता को बचाकर रखें. हमारी भाषा ही हमारी असल पहचान है. भाषा को बचाने के लिए उसमें पढ़ाई-लिखाई और काम-काज जरूरी है. असम में सबकुछ असमिया में ही होता है. रायपुर प्रेस क्लब में हमें बुलाकर जो सम्मान दिया गया है उसके लिए मैं सभी का आभार जताता हूं.

संस्कृति विशेषज्ञ अशोक तिवारी ने कहा महतारी भाषा ही किसी भी भाषा की मूल भाषा है. छत्तीसगढ़ राज्य की मूल और आधार भाषा छत्तीसगढ़ी है. राज्य की आधिकारिक भाषा भी है. बावजूद इसके इसमें पढ़ाई-लिखाई स्कूली स्तर पर न होना दुःखद है.

संगोष्ठी को वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी, बाबूलाल शर्मा, संस्कृति विशेषज्ञ राकेश तिवारी, शिक्षक डॉ. नरसिंग यादव, गार्गी पाण्डेय, डॉ. प्रीति सतपथी, अंशुमान शर्मा, समरेंद्र शर्मा, डॉ. वैभव बेमेतरिहा, प्रफुल्ल ठाकुर, तृप्ति सोनी, मिनेश साहू, ईश्वर साहू, ऋतुराज साहू ने भी संबोधित किया.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुनकुरी में डायलिसिस सेंटर का किया शुभारंभ

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सीएम कैंप कार्यालय, बगिया में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कुनकुरी में चार बिस्तरों वाले डायलिसिस सेंटर का वर्चुअल शुभारंभ किया। यह डायलिसिस सेंटर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे कुनकुरी और आसपास के मरीजों को अब इलाज के लिए अंबिकापुर या रांची जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में एक और महत्वपूर्ण कदम

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा प्रयास है कि स्वास्थ्य सुविधाएं जन-जन तक आसानी से पहुंचे। कुनकुरी में डायलिसिस सेंटर के प्रारंभ होने से अब मरीजों को लंबी यात्रा नहीं करनी पड़ेगी और उन्हें घर के पास ही उत्तम उपचार मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जशपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। यह पहल जिले के नागरिकों को त्वरित, सुलभ और उन्नत चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और उन्नत बनाने के लिए कृतसंकल्पित है। जशपुर जिले के नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में कुनकुरी में 220 बिस्तरों वाले आधुनिक अस्पताल की स्वीकृति भी दी जा चुकी है, जिससे जिले के नागरिकों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल सकेंगी।

डायलिसिस सेवाएं अब और सुलभ

जशपुर जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत गरीब और जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क डायलिसिस सेवाएँ प्रदान करने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय जशपुर में 5 बिस्तरों वाली डायलिसिस यूनिट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पत्थलगांव में 3 बिस्तरों वाली डायलिसिस यूनिट संचालित हैं। इसी कड़ी में अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कुनकुरी में 4 बिस्तरों वाली डायलिसिस यूनिट प्रारंभ की गई है। इससे जिले के 75 से अधिक किडनी रोगी लाभान्वित होंगे, जिन्हें अब लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। अब तक जिले में कुल 217 मरीजों को 18,171 डायलिसिस सेशन दिए जा चुके हैं।

उल्लखेनीय है कि इस अवसर पर रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, कृष्णा राय, सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं विधायक गोमती साय, नव-निर्वाचित दुलदुला बीडीसी शौर्य प्रताप सिंह जूदेव सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को जन्मदिवस पर मिला जनता का अपार प्रेम, समर्थन और आशीर्वाद

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जन्मदिन पर उनका गृह ग्राम बगिया एक भावनात्मक मिलन का केंद्र बन गया। उनके आगमन की सूचना से ही सुबह से लोग उन्हें शुभकामनाएं देने उमड़ पड़े, और दोपहर तक पूरा गांव एक उत्सव स्थल जैसा दिखने लगा।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जन जन के अपार प्रेम, शुभकामनाएं और आशीर्वाद के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आपके प्यार, विश्वास और स्नेह से मुझे नई ऊर्जा मिलती है। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी के आशीर्वाद के लिए हृदय से आभारी हूँ। मेरी कामना है कि यह आत्मीयता और समर्थन सदैव बना रहे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जन्मदिवस पर बगिया में हुआ श्री सत्यनारायण व्रत कथा का आयोजन, परिवार सहित भक्तिभाव से कथा श्रवण कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज अपने जन्मदिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बगिया में परिवारजनों और भक्तों के साथ श्री सत्यनारायण व्रत कथा का श्रवण किया। इस पावन अवसर पर उनकी माता जसमनी देवी, धर्मपत्नी कौशल्या साय, परिवारजन, स्वजन और बंधु-बांधवों ने भक्तिभाव से कथा का श्रवण किया और भगवान श्री सत्यनारायण की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

मां का आशीर्वाद लेकर मनाया जन्मदिवस

कथा के समापन के पश्चात मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने प्रियजनों द्वारा लाए गए जन्मदिन के केक को सर्वप्रथम अपनी माता जसमनी देवी को अपने हाथों से खिलाकर उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से आत्मीय संवाद किया और सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि यह जन्मदिवस उनके लिए निजी उत्सव से बढ़कर एक सेवा का संकल्प दिवस है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की और छत्तीसगढ़ की समृद्धि, विकास और शांति के लिए सतत प्रयासरत रहने का संकल्प दोहराया।

इस अवसर पर अनेक विशिष्ट जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, सांसद राधेश्याम राठिया, सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं विधायक गोमती साय, कृष्णा राय, उर्वशी सिंह, सुनील गुप्ता, शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, ओमप्रकाश सिन्हा , गुरुपाल भल्ला, श्रीकांत सोमवार सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।

‘जेल के ताले टूट गए देवेंद्र भैया छूट गए’ : हाथों में तख्ती लेकर सेंट्रल जेल पहुंचे हजारों समर्थक

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव आज जेल से 6 महीने के बाद रिहा हो गए. उन्हें कल सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी. आज दस्तावेजी प्रक्रिया के बाद देवेंद्र यादव की रिहाई हो गई है. सेंट्रल जेल के बाहर उनके समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया. 

जेल से बहार आने के बाद ये बोले देवेंद्र यादव 

जेल से रिहा होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में देवेन्द्र यादव ने कहा कि बीजेपी ने सतनामी समाज के निर्दोष लोगों के साथ अत्याचार किया ये सभी जानते हैं. उन्होंने कहा कि सच की लड़ाई लड़ते रहेंगे.

जानिए क्या है पूरा मामला 

गौरतलब है कि 15 और 16 मई 2024 की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल के पूज्य जैतखाम में तोड़फोड़ की थी. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की इस कार्रवाई से समाज के लोग असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे. जिसके बाद गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की. वहीं 10 जून को जैतखाम में तोड़फोड़ के विरोध में हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और जमकर हंगामा किया. जहां प्रदर्शन हिंसक हो गया. जिसके बाद उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया. इस हिंसक घटना में सरकारी संपत्तियों को 12.53 करोड़ रुपये का भारी नुकसान पहुंचा था. मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 43 मामलों में 187 लोगों को गिरफ्तार किया था.

बता दें कि बलौदाबाजार हिंसा मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने आज ही सतनामी समाज के 112 युवाओं को बड़ी राहत दी है. जस्टिस एन.के. व्यास की सिंगल बेंच ने सुनवाई करते हुए इन सभी आरोपियों को जमानत दे दी. इससे पहले इस मामले में 60 से अधिक आरोपी जमानत पर रिहा हो चुके हैं, लेकिन कई आरोपी अब भी सेंट्रल जेल में बंद हैं.

नाबालिग से दुष्कर्म मामले में कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-  छत्तीसगढ़ के गौरेला में डेढ़ साल पहले नाबालिग से हुए अनाचार मामले में कोर्ट ने आज फैसला सुनाया है. विशेष अपर सत्र न्यायाधीश, पेण्ड्रारोड ज्योति अग्रवाल ने आरोपी गणेश धुर्वे को उम्र कैद की सजा सुनाई है. 

बता दें, पूरा मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है. आरोपी गणेश धुर्वे ने 30 सितंबर 2023 को स्कूल जा रही नाबालिग छात्रा को जबरन मोटरसायकल में बैठाकर दूसरे गांव ले गया और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. वहीं छात्रा के घर नहीं लौटने पर परिजनों ने जब पतासाजी की, तो जानकारी मिली की छात्रा को आरोपी अपने साथ दूसरे गांव ले गया है. जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और छात्रा को वापस घर ले गए. 

घर जाने के बाद पीड़िता ने पूरी आपबीती अपने परिजनों को बताई, जिसके बाद मामले में पुलिस ने आरोपी गणेश धुर्वे पिता रामप्रसाद धुर्वे 29 वर्ष के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 506(2), 366, 376(1) और पाक्सो एक्ट की धारा 4 के तहत अपराध क्रमांक 407 दर्ज किया और आगे की कार्रवाई शुरू की. पुलिस ने 8 अक्टूबर 2023 को आरोपी को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया था. 

इस मामले में फैसला सुनाते हुए विशेष अपर सत्र न्यायाधीश पेंड्रारोड ज्योति अग्रवाल ने आरोपी को दोषसिद्ध पाते हुये आरोपी को पाक्सो एक्ट 2012 की धारा 3 सहपठित धारा 4 के तहत आजीवन कारावास और एक हजार रूपये का अर्थदंड तथा आईपीसी की धारा 341 के तहत एक माह के साधारण कारावास की सजा और 500 रूपये के अर्थदंड, धारा 506 (2) के तहत 3 साल के कठोर कारावास की सजा और 500 रूपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है. अर्थदंड की अदायगी में चूक होने पर अतिरिक्त सश्रम कारावस की सजा भुगतनी होगी. ये सभी सजांए एक साथ चलेंगी. इस मामले में शासन की ओर से पैरवी विशेष अतिरिक्त लोक अभियोजक कौशल सिंह ने की.

पंचायत चुनाव में बवाल : काउंटिंग के दौरान हुए विवाद के बीच पुलिस ने किया लाठीचार्ज, विरोध में ग्रामीणों ने SDM कार्यालय का किया घेराव

दुर्ग- छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान दुर्ग जिले के महुदा गांव में वोटों की गिनती के दौरान देर रात तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. चुनाव प्रक्रिया के दौरान हुए विवाद के बाद पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर हालात पर काबू पाया गया. वहीं लाठीचार्ज के विरोध में ग्रामीणों ने आज पाटन एसडीएम कार्यालय का घेराव किया.

जानकारी के अनुसार, महुदा गांव में मतदान के पश्चात सभी एजेंट और मतदान दल के कर्मचारी मतगणना की तैयारी कर रहे थे. इसी दौरान एजेंट के अलावा किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं थी. लेकिन एजेंट के अलावा महुदा के सरपंच मनोज साहू का छोटा भाई राजू साहू मतदान केंद्र के अंदर घुस गया. जिसे लेकर गांव वालों ने हंगामा किया और गांव वालों ने सरपंच मनोज साहू के भाई राजू साहू को बाहर निकालने की मांग की, लेकिन वह बाहर नहीं आया. तब तक ग्रामीण बाहर हंगामा करते रहे और इस दौरान यह सूचना जब अमलेश्वर पुलिस को पहुंची तो अमलेश्वर थाना से 20 से अधिक पुलिस जवान महुदा पहुंचे. जहां भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. वहीं ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए पुलिस जवानों पर भी पत्थर बरसाए. इस घटना के बाद पुलिस ने राजू साहू को बाहर निकाला. जिसके बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाया.

वहीं पुलिस की कार्रवाई के विरोध में आज बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की और मामले में कार्रवाई की मांग की है.

दरअसल, महुदा के पूर्व सरपंच मनोज साहू की भाभी उषा रवि साहू जनपद सदस्य के लिए चुनाव मैदान में थी. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी दामिनी राकेश साहू भी मैदान में थी. मतगणना के पश्चात दामिनी राकेश साहू ने 271 वोटो से जीत हासिल की है.