नाभि पर सरसों तेल की मालिश: पाचन से लेकर त्वचा समस्याओं तक, जानें इसके चमत्कारी फायदे
नाभि पर सरसों के तेल की मालिश करना एक प्राचीन घरेलू उपाय है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में सहायक माना जाता है। आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में इसे विशेष महत्व दिया गया है। आइए जानते हैं कि नाभि पर सरसों का तेल लगाने से कौन-कौन सी समस्याएं दूर हो सकती हैं:
1. पाचन तंत्र को सुधारना
सरसों के तेल की मालिश से पाचन तंत्र बेहतर होता है। यह पेट की गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। नाभि के माध्यम से पेट के अंगों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
2. सूखी और फटी त्वचा का इलाज
नाभि पर सरसों का तेल लगाने से शरीर में नमी बनी रहती है। यह त्वचा को सूखने से बचाता है और फटी एड़ियों और होंठों को ठीक करने में मदद करता है।
3. पीरियड्स के दर्द में राहत
महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द और ऐंठन को कम करने के लिए सरसों के तेल की मालिश फायदेमंद होती है। यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और मांसपेशियों को आराम देता है।
4. सर्दी-जुकाम से राहत
सरसों का तेल गर्म प्रकृति का होता है। नाभि पर इसकी मालिश करने से शरीर को गर्मी मिलती है और सर्दी-जुकाम, नाक बंद होने जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
5. जोड़ों के दर्द में मददगार
नाभि के माध्यम से सरसों का तेल शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचता है। यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।
6. हॉर्मोनल संतुलन
नाभि शरीर का केंद्र बिंदु है और इसे आयुर्वेद में हॉर्मोनल संतुलन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। सरसों के तेल की मालिश से हॉर्मोनल असंतुलन से जुड़ी समस्याएं कम हो सकती हैं।
कैसे करें सरसों के तेल का उपयोग?
सोने से पहले नाभि में 2-3 बूंद सरसों का तेल डालें।
हल्के हाथों से 5-10 मिनट तक मालिश करें।
नियमित रूप से यह प्रक्रिया करने से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
सावधानियां
शुद्ध सरसों के तेल का ही उपयोग करें।
किसी भी एलर्जी या जलन की स्थिति में तुरंत इसे बंद कर दें।
गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह से ही इसका उपयोग करें।
सरसों के तेल की यह सरल विधि आपकी दिनचर्या में शामिल की जा सकती है और कई समस्याओं का समाधान प्रदान कर सकती है।
Jan 26 2025, 10:03