उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने दी बधाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उ प्र राज्य के स्थापना दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को बधाई व शुभकामनाएं दी हैं ।
अपने शुभकामना सन्देश में उन्होंने कहा है अध्यात्म, ज्ञान और शिक्षा की तपोभूमि उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विकसित भारत की संकल्प यात्रा में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
मतदाता जागरूकता के लिए 23 को होगा वॉकथान का आयोजन
लखनऊ। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए स्वीप योजना अंतर्गत राज्य स्तरीय वॉकथान का आयोजन 23 जनवरी को केडी सिंह बाबू स्टेडियम से किया जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार इस वर्ष भी 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस-2025, इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा।
यह जानकारी अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्रशेखर ने दी। उन्होंने बताया कि 23 जनवरी को वॉकथान में एनएसएस, भारत स्काउट गाइड, एनवाईके, स्पोर्ट्स परसन एवं छात्र-छात्राएं कुल मिलाकर लगभग 1500 प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने बताया कि वॉकथान सुबह 08 बजे, केडी सिंह बाबू स्टेडियम, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के सामने गेट से, हजरतगंज रोड से सहारागंज होते हुए वापस स्टेडियम के गेट नंबर-3 से प्रवेश कर स्टेडियम ग्राउण्ड में समाप्त होगी।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य स्तरीय वॉकथान के आयोजन से संबंधित गतिविधियों की तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि वॉकथान समाप्ति के उपरान्त केडी सिंह बाबू स्टेडियम में ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा द्वारा सभी प्रतिभागियों को मतदाता शपथ भी दिलायी जाएगी।
कला के माध्यम से दो देशों की सीमाओं को जोड़ने के लिए जारी किया कैलेंडर
* 13 वर्षों से जारी है आगाज-ए-दोस्ती की यह सराहनीय पहलदिल्ली। जब दुनिया राजनीतिक संघर्षों और युद्धों से घिरी हुई है। रूस-यूक्रेन संघर्ष और मध्य-पूर्व में अस्थिरता हो तब भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों द्वारा शांति कैलेंडर कैलेंडर बनाकर जारी करना अपने आप में एक अनोखी पहल है। यह भारत-पाक शांति कैलेंडर का 13वां वर्ष है।
भारत-पाक शांति कैलेंडर 19 जनवरी को गुड़गांव में आर्ट’एस्ट: ए आर्ट अबोड" और गांधीवादी सोसाइटी के सहयोग से लॉन्च किया गया। काविशाला ने भी लॉन्च इवेंट में सहयोगी के रूप में भाग लिया।
कैलेंडर का लॉन्च कुछ अन्य शहरों में भी विचाराधीन है, जहां समान विचारधारा वाले शांति और सांस्कृतिक संगठनों के साथ सहयोग किया जा रहा है। यह कैलेंडर पाकिस्तान में भी जल्द ही जारी किया जाएगा।“शांति सह-अस्तित्व के लिए आशाओं का साझा करना” शीर्षक से एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया जिसमें अतिथि वक्ताओं में डॉ. ए. अन्नामलई (सामाजिक कार्यकर्ता, राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय के निदेशक), राकेश खत्री पर्यावरणवादी और अमित कपूर (अध्यक्ष - IWS इंडिया) शामिल थे। कार्यक्रम में कई कलाकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं ने भाग लिया जो उपमहाद्वीप के भविष्य को अधिक शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिए इस पहल का समर्थन करने आए थे। कई छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे वह भी इस इवेंट में शामिल हुए।भारत और पाकिस्तान, दो परमाणु शक्तियों वाले देश, जिनका युद्ध और झड़पों का इतिहास रहा है, हमेशा संवेदनशील माने जाते हैं क्योंकि जब ये देश सीधे संघर्ष में शामिल नहीं होते, तब भी छोटे संघर्ष, संघर्षविराम उल्लंघन और युद्धों के अप्रत्यक्ष प्रभाव महसूस किए जा सकते हैं। यह भारत-पाक शांति कैलेंडर नागरिक समाज द्वारा शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक पहल है। पेंटिंग्स के अलावा, इस शांति कैलेंडर में शांति निर्माण और सह-अस्तित्व के पक्षधर प्रतिष्ठित व्यक्तियों के संदेश भी शामिल हैं। इस वर्ष, आगाज़-ए-दोस्ती शांति कैलेंडर में भारत से एकता कपूर (eShe पत्रिका और साउथ एशिया यूनियन की संस्थापक और संपादक), डॉ. ए. अन्नामलई (निदेशक-राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय), मोहम्मद यूसुफ तारिगामी (सदस्य, विधान सभा, जम्मू और कश्मीर), बी आर कमराह, डॉ. दीप्ति प्रिय मेहरोत्रा (प्रसिद्ध लेखिका, सामाजिक वैज्ञानिक) और पाकिस्तान से उज़मा नूरानी (सामाजिक कार्यकर्ता, पूर्व चेयरपर्सन- HRCP), हमीद मीर (प्रसिद्ध पत्रकार, हिलाल-ए-इम्तियाज़ पुरस्कार प्राप्तकर्ता), डॉ. अन्जुम आल्ताफ (शिक्षाविद् और लेखक), तहरीक अफगान (मानवाधिकार वकील), खालिद महमूद कुरैशी (सामाजिक कार्यकर्ता, सेव एनीमल मूवमेंट के अध्यक्ष) और डॉ. तौसीफ अहमद खान के संदेश शामिल हैं। दोनों देशों के कई स्कूलों ने भाग लिया।
आगाज़-ए-दोस्ती की संयोजक डॉ. देविका मित्तल ने इस कैलेंडर के महत्व के बारे में कहा कि यह कैलेंडर   युवा और मासूमों के खूबसूरत सपनों के साथ उन लोगों के लिए भी संदेश लेकर आता है जो इन सपनों को संजोने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। यह कैलेंडर शांति और दोस्ती के साझा सपनों का संग्रह है। यह एक उम्मीद के रूप में काम करता है ।
डॉ. ए. अन्नामलई ने लोगों के बीच संबंधों के माध्यम से शांति निर्माण की प्रासंगिकता और आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने गांधी के अहिंसा, क्षमा और आत्मचिंतन के मार्ग को शांति निर्माण की प्रक्रिया में कितना महत्वपूर्ण बताया।राकेश खत्री ने बताया कि पर्यावरण कैसे सभी को सीमाओं के पार जोड़ता है और हमें इसके संरक्षण की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने प्रकृति की स्वतंत्रता, नदियों, पहाड़ों, पक्षियों और दूसरी ओर मानव-निर्मित पहचान और सीमाओं की पाबंदियों की तुलना की। उन्होंने अपने गौरैया संरक्षण कार्यक्रम पर पाकिस्तान के लोगों की प्रतिक्रिया के बारे में बताया और साझा किया कि उन्होंने पाकिस्तान के स्कूलों और छात्रों को इको-फ्रेंडली सामग्री से घोंसले बनाने का तरीका सिखाया।आईडब्ल्यूएस इंडिया के अध्यक्ष अमित कपूर ने सीमा के पार कलाकारों और कला छात्रों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अधिक से अधिक युवाओं को ऐसे रचनात्मक कार्यों में लाना चाहिए, जहाँ वे अपनी शुद्ध सोच को पेंटिंग्स के माध्यम से व्यक्त कर सकें। ये पेंटिंग्स अभिव्यक्तियाँ, सपने और उम्मीदें हैं, जो यह दर्शाती हैं कि भविष्य को कैसे होना चाहिए।कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षक ताबिश ने शांति और लोकतंत्र के मूल्यों को छात्रों में विकसित करने वाले पाठ्यक्रम की आवश्यकता के बारे में बात की।
आगाज़-ए-दोस्ती के समन्वयक  नितिन मित्तू ने कहा कि
“2012 से काम कर रहे आगाज़-ए-दोस्ती ने अब तक तेरह ऐसे कैलेंडर जारी किए हैं। उन्होंने कहा हमारा उद्देश्य स्कूल के छात्रों के साथ काम करना है क्योंकि वे भविष्य के जिम्मेदार नागरिक हैं और उनका भविष्य नफरत-मुक्त, हिंसा-मुक्त और युद्ध-मुक्त होना चाहिए। जब छात्र कला बनाते हैं, तो वह उनके भावनाओं, विचारों और सपनों को व्यक्त करते हैं। जब हम इन कलाओं को कैलेंडर में देखते हैं, तो हमें लगता है कि हमें शायद इन छात्रों से बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है।”आगाज़-ए-दोस्ती मानता है कि इस तरह का कैलेंडर बनाकर, दोनों पक्षों के छात्र वास्तव में शांति के अपने अधिकार का उपयोग कर रहे हैं। नितिन मित्तू ने यह भी कहा कि इन सात दशकों में, हमने आंदोलन और संचार में कई बाधाएँ बनाई, लेकिन फिर भी हम सभी एक ऐसे दिन का सपना देखते हैं जब दोनों पक्षों के लोग आसानी से मिल सकें और इसके लिए, हमें शांति की संस्कृति को शिक्षा के माध्यम से बढ़ावा देने पर और अधिक काम करने की आवश्यकता है।
नीरज मित्रा, प्रसिद्ध कलाकार और आर्ट’एस्ट: एं आर्ट अबोड के सह-संस्थापक ने कहा कि इन पेंटिंग्स को देखकर हमें यह समझने का एक अवसर मिलता है कि युवा छात्र बिना किसी पूर्वाग्रह और स्वतंत्रता के साथ कैसे सोच सकते हैं।कार्यक्रम में डॉ. आसमा जहांगीर, कुलदीप नायर, कमला बसीन, डॉ. एस एन सुब्बाराव, स्वामी अग्निवेश, डॉ. आई ए रहमान, एला गांधी, डॉ. शशि आदि ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।
जिज्ञासा क्रिकेट क्लब ने एसएमआर को 5 विकेट से हराया

मैन ऑफ द मैच रहे शिवराज सिंहलखनऊ । 20th बाबू बनारसी दास सी डिविजन क्रिकेट लीग मैच 2024-25 एसएमआर और जिज्ञासा क्रिकेट क्लब के बीच सूर्या ग्राउंड पर खेला गया।जिसमें एसएमआर ने पहले बैटिंग करते हुए 31.4 ओवर में 145 रन पर पूरी टीम सिमट गयी , जिसमें शिवराज ने 5 विकेट और विनय सिंह ने 2 विकेट  लिए।
दूसरी पारी में जिज्ञासा क्रिकेट अकादमी ने 36 ओवर में 149 रन  और  5 विकेट के साथ जीत प्राप्त की।रितेश राय ने 108 बॉल पर 59 रन की पारी खेली, साथ में सुधीर ने 29 बॉल पर 41 रन बनाये। इस मैच के मैन ऑफ द मैच शिवराज सिंह रहे |
महाकुम्भ में स्वास्थ्य विभाग का दस्ता लगातार करे भ्रमण : योगी आदित्यनाथ

*मुख्यमंत्री का निर्देश, जांच हो या दवाओं की उपलब्धता, सब कुछ रहे चाक-चौबंद*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ठंड के मौसम में आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता इंतजाम रखने के निर्देश दिए हैं।

मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, कि पूरे प्रदेश में तेज ठंड का मौसम है। शीतलहर चल रही है। यह समय बुजुर्गों, बच्चों और गंभीर रोग से ग्रस्त लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने वाले है। सर्दी, खांसी, श्वांस से जुड़े मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी संभावित है। ऐसे में स्वास्थ्य तंत्र को अलर्ट रहने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को अच्छी चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए। जांच हो या दवाओं की उपलब्धता, सब कुछ चाक-चौबंद हो। आम आदमी को परेशान न होना पड़े। महाकुम्भ में तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सेक्टरों में इलाज के पुख्ता इंतजाम हों। एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध रहे। सर्दी, खांसी, बुखार जैसी मौसमी समस्या हो अथवा कोई अन्य गंभीर बीमारी, सभी को समुचित चिकित्सकीय सहायता मिलनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि बीमार लोगों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी सेक्टरों में सतत भ्रमण करे और लोगों का हाल-चाल ले, जरूरत हो तो उन्हें उचित चिकित्सकीय सहायता दिलाई जाए।
चीफ जस्टिस जगदीश भल्ला ऑल इंडिया क्रिकेट टूर्नामेंट की विजेता रही कानपुर केसीए

उरई। चीफ जस्टिस स्व. जगदीश भल्ला की स्मृति में डीसीए जालौन द्वारा आयोजित ऑल इंडिया क्रिकेट टूर्नामेंट लीग का फाइनल मुकाबला लखनऊ और कानपुर के बीच खेला गया, दोनों टीमों से परिचय प्राप्त कर और न्यायमूर्ति को जिला जज ने पहले बॉल फेंककर मैच का शुभारंभ किया।
टॉस जीतकर कानपुर ने पहले बॉलिंग करने का फैसला लिया । बल्लेबाजी करते हुए लखनऊ ने 20 ओवरों में 9 विकेट खोकर 138 रन बनाए, वहीं कानपुर ने अच्छी शुरुआत करते हुए बिना विकेट खोए 14.3 ओवरों में ही 141 रन बनाए जिसमें सबसे अधिक आदेश कुमार ने नॉटआउट 75 रन और अमन यादव ने 59 रन बना कर चीफ जस्टिस जगदीश भल्ला चैंपियन ट्राफी की विजेता बनी।
विजेता टीम को मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अजय भनोट ने और प्रमुख सचिव व डीसीए के अध्यक्ष के रविंद्र नायक, जिला जज अचल सचदेव और जिलाधिकारी , एसपी जालौन ने उपविजेता टीम को ट्रॉफी और पुरस्कार प्रदान किए और बधाई दी। इस दौरान मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति अजय भनोट ने डीसीए द्वारा आयोजित टूर्नामेंट की तारीफ करते हुए कहा, देश की प्रगति में खेल का एक महत्वपूर्ण रोल रहता है, यह टूर्नामेंट मित्र की ओर सच्चे स्नेह को प्रदर्शित करता है , श्याम बाबू जी और डीसीए की देश के प्रति जो भावना है यह उसको भी व्यक्त करता है। आशा करता हूं आगे भी ऐसे अच्छे आयोजन होते रहेंगे और हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती रहे। मैं इस आयोजन के लिए श्याम बाबू जी और डीसीए की टीम को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
प्रमुख सचिव ने भी डीसीए द्वारा आयोजित टूर्नामेंट की तारीफ करते हुए कहा कि संगठन के नियम से चलना और चलाना कुछ सख्त हो सकता है मगर सफलता नियम पर चलने पर ही होती है। उन्होंने जिलाधिकारी से क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए भूमि आवंटन की मांग रखी और डीसीए के डायरेक्टर से रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट जालौन में कराए जाने की बात रखी।
डीसीए के संस्थापक व उत्तर यूपीसीए के बोर्ड आफ डायरेक्टर श्याम बाबू ने जिले के क्रिकेट स्टेडियम के लिए भूमि आवंटन करने की मांग रखी जिसे यूपीसीए के डायरेक्टर प्रेम मनोहर गुप्ता ने भी सराहा। मंच का संचालन डीसीए सचिव विकास कुमार शर्मा ने किया और अतिथियों का स्वागत टूर्नामेंट के कन्वीनर प्रदीप सारोठिया ने किया।
कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी और सुरेश निरंजन भैया जी ने भी डीसीए उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। डीसीए की फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन भी न्यायमूर्ति और प्रमुख सचिव ने किया। इसके साथ ही एड. वीरेंद्र पाल सिंह अंडर 19 टूर्नामेंट की विजेता कालपी टीम को ट्रॉफी और पुरस्कार प्रदान किया ।
इस दौरान जिला जज अचल सचदेव, सीजेएम, जिलाधिकारी व डीसीए के मुख्य संरक्षक राजेश कुमार पांडे , पुलिस अधीक्षक जालौन व डीसीए के संरक्षक डॉ दुर्गेश कुमार, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के डायरेक्टर व डीसीए के संस्थापक श्याम बाबू , सिटी मजिस्ट्रेड उरई, उपाध्यक्ष विनोद चतुर्वेदी, सुरेश निरंजन भईया जी , प्रदीप सिरोठिया, विनय कुमार सिंह , डॉ अविनाश कुमार, डॉ राकेश रंजन शर्मा, हरेंद्र विक्रम सिंह, इन्द्र मणि डॉ वीरेंद्र कुमार, अनिल सिंदूर, एड हाईकोर्ट प्रतीक चंद्रा, पूर्व रणजी खिलाड़ी विजेंद्र सिंह, एपी सिंह इटावा , सहित सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।
कर्नलगंज: निशुल्क स्क्रीनिंग नेत्र शिविर का आयोजन 8 को
गोंडा । जिला अंधता निवारण समिति गोंडा के तत्वाधान में 8 जनवरी बुधवार को निशुल्क स्क्रीनिंग नेत्र शिविर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करनैलगंज पर आयोजित होने जा रहा है, जिसमें नेत्र संबंधी बीमारियों की जांच व इलाज किया जाएगा, जैसे नाखूना, नासूर, ट्रेकोमा व अन्य गंभीर बीमारियों की जांच व इलाज तथा ऑपरेशन योग पाए गए मोतियाबिंद मरीजों का निशुल्क लैंस प्रत्यारोपण विधि द्वारा ऑपरेशन किया जाएगा, ऑपरेशन योग्य पाए गए मरीजों को अयोध्या नेत्र चिकित्सालय के निजी वाहन से उन्हें लैंस प्रत्यारोपण आपरेशन हेतु अयोध्या भेजा जाएगा ।उसके बाद पुनः अयोध्या नेत्र चिकित्सालय के निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वापस आ जाएंगे, सभी मरीजों से अपील है कि अपना आधार कार्ड लेकर मंगलवार को जांच कराएं एवं बुधवार को ऑपरेशन हेतु भेजने की व्यवस्था की जाएगी । नेत्र शिविर अनरवत प्रत्येक बुधवार को जारी रहेगा । उक्त जानकारी नेत्र परीक्षण अधिकारी अवधेश गोस्वामी ने दी ।
गोंडा: गरीबों की भूमि पर जबरन निर्माण, प्रशासन ने रोका कार्य

कर्नलगंज, गोंडा: नगर क्षेत्र में गरीबों की जमीन पर अवैध निर्माण का मामला सामने आया है। इस संबंध में पीड़ित पक्ष ने उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर जबरन कराए जा रहे निर्माण कार्य को रोकने की मांग की। मामला कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र के सदर बाजार मोहल्ले का है।


सदर बाजार के निवासी पीर मोहम्मद, मोहम्मद इदरीश और सलमान ने शिकायत में कहा कि भूखंड संख्या 549 उनके नाम दर्ज है। इसके बावजूद, कुछ लोग उनके भूखंड के हिस्से पर जबरन निर्माण कर रहे हैं। पीड़ितों ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया, तो अवैध निर्माण कराने वाले फौजदारी पर उतारू हो गए। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द अवैध निर्माण रोकने की गुहार लगाई।

नायब तहसीलदार अलपिका वर्मा ने बताया कि मामला संज्ञान में आने पर हल्का लेखपाल और आर.आई. को निर्देशित किया गया कि वे प्रभारी निरीक्षक कर्नलगंज के साथ मिलकर आवश्यक कार्रवाई करें और समस्या का समाधान कराएं।

आर.आई. कर्नलगंज राम बहादुर पांडेय ने बताया कि नायब तहसीलदार के निर्देश पर पीर मोहम्मद और उनके साथियों की शिकायत पर जांच की गई। जांच में पाया गया कि गाटा संख्या 548 के खातेदार भूखंड संख्या 549 के हिस्से पर अवैध निर्माण करा रहे थे। पुलिस बल की मौजूदगी में निर्माण कार्य को तत्काल प्रभाव से रुकवा दिया गया। आर.आई. ने यह भी कहा कि स्थल पर विवाद की संभावना प्रबल है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है और पीड़ित पक्ष को न्याय का भरोसा दिलाया है।
बार काउंसिल की देखरेख में सम्पन्न होगा कर्नलगंज तहसील का चुनाव

गोंडा। बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सचिव द्वारा कर्नलगंज तहसील बार एसोसिएशन द्वारा नामित एल्डर कमेटी के अध्यक्ष को पत्र प्रेषित किया गया है। जिसमें कहा गया है कि तहसील कर्नलगंज के अधिवक्ता रामबाबू पांडेय द्वारा पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है कि जनपद गोंडा के बार एसोसिएशन कर्नलगंज का चुनाव आगामी 3 जनवरी को नियत है।

बीते 21 दिसंबर को बार एसोसिएशन कर्नलगंज के अध्यक्ष/मंत्री द्वारा चुनाव सम्पन्न कराने के लिए 143 सीओपी धारक अधिवक्ता/मतदाताओं की सूची एल्डर्स कमेटी को सौंपी गयी थी। उसके बाद एल्डर्स कमेटी द्वारा मतदाता सूची में 26 अधिवक्ताओं का नाम जोड़ा गया है। जिसमें कई अधिवक्ता सीओपी धारक नहीं है। जिसका संज्ञान लेकर बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चेयरमैन शिव किशोर गौड़ द्वारा सीओपी धारक अधिवक्ताओं का नाम सूची में शामिल कर चुनाव सम्पन्न कराने का आदेश दिया गया है।

बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष द्वारा निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने के लिए बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सदस्य/पूर्व अध्यक्ष जानकी शरण पांडेय व सदस्य /पूर्व उपाध्यक्ष जय नारायण पांडेय को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। चुनाव के सम्बन्ध में पर्यवेक्षकों द्वारा लिया गया निर्णय अन्तिम होगा।

चेयरमैन एल्डर्स कमेटी को दिया निर्देश

बार एसोसिएशन कर्नलगंज के एल्डर्स कमेटी चेयरमैन को नामित पर्यवेक्षक के पर्यवेक्षण में माडल बाइलाज के नियमों-उपनियमों के अर्न्तगत, वन बार वन वोट के सिद्धान्त का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए बार एसोसिएशन का निष्पक्ष व पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराते हुए बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश को चुनाव परिणाम से अवगत कराने का निर्देश दिया गया है।

सीओपी धारक अधिवक्ता ही चुनाव में लेंगे हिस्सा

आदेश में कहा गया है कि चुनाव सम्पन्न कराने के लिए नामित एल्डर्स कमेटी के साथ मतदाता सूची में सीओपी धारक अधिवक्ताओं का ही नाम होगा।
सर्वदलीय सभा में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
कर्नलगंज गोंडा। जनपद गोंडा के नगर कर्नलगंज अंतर्गत चौक घंटाघर पर सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता अशोक सिंहानिया ने व संचालन यावर हुसैन उर्फ मुन्ना ने किया। सबसे पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के आत्मा क़ी शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना किया गया।

सभा क़ो सम्बोधित करते हुए त्रिलोकीनाथ तिवारी, डॉ. रघुपति त्रिपाठी, डॉ. मुख़्तार आजाद, तौव्वाज खां, खुर्शीद आलम व हाफिज गुड्डू सहित कई अन्य नेताओं ने स्व. मनमोहन सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके निधन से देश क़ी अपूर्णिय क्षति हुई है। जिसे पूरा नहीं किया जा सकता।
नेताओं ने कहा कि स्व. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के रूप में देश क़ी जनता के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित क़ी। जिसका लाभ आज भी देश क़ी जनता क़ो मिल रहा है। स्व. मनमोहन सिंह ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए जो किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता।

शेख रफी उल्ला अंसारी, राहुल सिंह, इफ़्तिखार अंसारी,  सहित कई अन्य नेताओं ने अपने विचार रखे। सलमान अंसारी, अशोक सिंह, ताजू नेता, हरिगोपाल वैश्य, रोहित कुमार, बीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, राम प्रसाद मिश्रा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।