टाइट सिक्योरिटी के बाद भी कैसे हैक हो जाता है WhatsApp?

डेस्क:–क्या आप लोगों ने कभी सोचा है कि आखिर व्हॉट्सऐप पर इतनी तगड़ी और टाइट सिक्योरिटी के बाद भी कैसे आसाी से अकाउंट हैक हो जाता है? आज हम आपको कुछ ऐसे कारण बताने वाले हैं जिनकी वजह से आपका अकाउंट भी हैक हो सकता है।

दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp में यूजर्स की सेफ्टी और प्राइवेसी के लिए ढेरों शानदार फीचर्स दिए गए हैं। लेकिन कई बार हम लोग कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिस वजह से व्हॉट्सऐप अकाउंट पर खतरा मंडराने लगता है। आज हम आप लोगों को कुछ ऐसे कारण बताने वाले हैं, जिनकी वजह से टाइट सिक्योरिटी के बावजूद भी आप लोगों का व्हाट्सएप अकाउंट हैक हो सकता है।

*पहली गलती*

व्हाट्सएप में आफ लोगों की सेफ्टी के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन फीचर दिया गया है। लेकिन बहुत से लोग तो ऐसे हैं जिन्हें इस फीचर का पता तो है लेकिन लोगों ने इस फीचर को अब तक ऐनेबल ही नहीं किया है। इस फीचर की मदद से आपके अकाउंट पर सेफ्टी की एक एक्स्ट्रा लेयर क्रिएट हो जाती है और अकाउंट हैक करना मुश्किल हो जाता है।

अब ऐसे में इस फीचर को ऑन न करने की गलती भारी पड़ जाती है और हैकर्स आसानी से अकाउंट को अपने कंट्रोल में ले लेते हैं।

*दूसरी गलती*

अगर आप भी पब्लिक WiFi नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं, तो डिवाइस के हैक होने का खतरा आप पर मंडरा सकता है. फ्री वाई-फाई के चक्कर में अक्सर लोग इस तरह की गलती कर बैठते हैं जिस वजह से अकाउंट आसानी से हैक हो जाता है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि ऐसे नेटवर्क पर व्हाट्सएप का इस्तेमाल करें जो सिक्योर हो।

*तीसरी गलती*

कभी-कभी व्हाट्सएप अकाउंट को हैक करने के लिए मैलवेयर और स्पाइवेयर का भी यूज किया जाता है।ऐप्स को थर्ड पार्टी के जरिए इंस्टॉल करते वक्त मैलवेयर आपके डिवाइस में घुस सकता है जिससे अकाउंट हैक होने का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में यही सलाह दी जाती है कि ऐप को गूगल प्ले स्टोर या फिर ऐपल ऐप स्टोर जैसे ऑफिशियल स्टोर से ही इंस्टॉल करें।

*चौथी गलती*

कई बार हैकर्स लोगों को इस तरह का लालच देते हैं कि लोग व्हॉट्सऐप पर आए किसी अनजान लिंक पर क्लिक करने को मजबूर हो जाते हैं। इस बात की सलाह दी जाती है कि अगर कोई व्यक्ति आपको कोई लिंक भेजे तो उस लिंक पर आंख बंद करके भरोसा न करें क्योंकि अनजान लिंक पर क्लिक करने से अकाउंट हैक होने का खतरा बढ़ सकता है। इन गलतियों से बचकर आप अपने व्हाट्सएप अकाउंट को हैक होने से बचा सकते हैं।
सरकार ने फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स की  बजाई बैंड, आम आदमी के बचाए 3,431 करोड़
डेस्क:–Cyber Crime के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने आम जनता को बचाने के लिए सख्ती से कारवाई करते हुए 6 लाख 69 हजार सिम कार्ड्स और 1 लाख 32 हजार IMEI को ब्लॉक कर दिया है।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डिजिटल फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल कर रहे थे, यही वजह है कि सरकार ने बिना समय गंवाए एक्शन लेते हुए इन्हें ब्लॉक करने का फैसला लिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने सही समय पर एक्शन लिया जिस वजह से 3431 करोड़ रुपये बचा लिए गए हैं। सरकार के इस कदम से लोगों को काफी हद तक राहत की सांस मिली है।

गृह राज्य मंत्री Bandi Sanjay Kumar ने राज्यसभा में बताया कि, फाइनेंशियल फ्रॉड और धोखेबाजों द्वारा पैसों की हेराफेरी को रोकने के लिए, I4C के तहत सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम को 2021 में शुरू किया था।अब तक 9.94 लाख से ज्यादा शिकायतों में 3431 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय राशि को बचया गया है।

सरकार ने साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की शिकायत के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 1930 भी शुरू किया था। आप डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन द्वारा शुरू की गई सर्विस Chakshu के जरिए फ्रॉड की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

शिकायत के लिए https://sancharsaathi.gov.in/ पर जाना होता है और फिर साइट पर Citizen Centric Services पर क्लिक करना होता है। इसके बाद रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशन ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद नेक्स्ट पेज पर कंटीन्यू फॉर रिपोर्टिंग ऑप्शन दिखेगा। इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

अगले स्टेप पर कुछ जरूरी सवाल पूछे जाते हैं जैसे कि एसएमएस, कॉल या वॉट्सऐप आपके साथ किस तरह से ठगी हुई है। कुछ जरूरी सवालों के जवाब देने के बाद आपकी शिकायत ऑनलाइन दर्ज हो जाएगी। साइबर क्राइम से बचने के लिए हमेशा याद रखें कि अनजान लिंक पर क्लिक न करें और मजबूत पासवर्ड बनाएं।
फरीदाबाद: NCR के रियल एस्टेट परिदृश्य में विकास के लिए तैयार एक संपन्न केंद्र

डेस्क:–लंबे समय से अपने पड़ोसी शहरों गुरुग्राम और दिल्ली की छाया में रहने वाला फरीदाबाद अब उभरते हुए रियल एस्टेट गंतव्य के रूप में सुर्खियों में आ रहा है। बुनियादी ढांचे और वाणिज्यिक विकास में उछाल के साथ, शहर आवासीय और वाणिज्यिक अवसरों के केंद्र में बदल रहा है, जो कार्यालय स्थानों, खुदरा केंद्रों और आवासीय परियोजनाओं की मांग को आकर्षित कर रहा है। किफायती से लेकर प्रीमियम तक आवास विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला को पूरा करते हुए, फरीदाबाद का रणनीतिक स्थान और NCR के साथ कनेक्टिविटी इसे घर खरीदारों और निवेशकों दोनों के लिए तेजी से आकर्षक बनाती है।

फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) एक्सप्रेसवे जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं फरीदाबाद में रियल एस्टेट बाजार को नया रूप दे रही हैं। एक बार पूरा हो जाने पर, एफएनजी एक्सप्रेसवे पहुंच में काफी सुधार करेगा, यात्रा के समय को कम करेगा और शहर के भीतर विकास के नए अवसर खोलेगा। ग्रेटर फरीदाबाद, जिसे नहरपार फरीदाबाद के नाम से जाना जाता है, के विस्तार ने भी रियल एस्टेट विकास को बढ़ावा दिया है, जिससे आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं के लिए नए रास्ते खुल रहे हैं। इसके अतिरिक्त, दिल्ली-मथुरा रोड शहर की कनेक्टिविटी को बढ़ाता है, जिससे फरीदाबाद एक व्यापक परिवहन नेटवर्क में एकीकृत हो जाता है।

आगामी फरीदाबाद-जेवर एक्सप्रेसवे एक और परिवर्तनकारी परियोजना है जो फरीदाबाद को भारत की सबसे बड़ी हवाई अड्डा परियोजनाओं में से एक, जेवर हवाई अड्डे से सीधे जोड़ने का वादा करती है, जिससे पहुँच और निवेश क्षमता को और बढ़ावा मिलेगा। यह कनेक्टिविटी फरीदाबाद में संपत्ति के मूल्यों को बढ़ाने में मदद करेगी, जिससे इस क्षेत्र में अधिक डेवलपर्स, व्यवसाय और घर खरीदने वाले आकर्षित होंगे। खरीदारों और निवेशकों के बीच फरीदाबाद की बढ़ती अपील एनारॉक की एक रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि फरीदाबाद में H1 2024 में लगभग 6,205 इकाइयाँ बिकीं, जो आगामी बुनियादी ढाँचे द्वारा मजबूत माँग को प्रदर्शित करती है। भविष्य की संभावनाएँ

फरीदाबाद का रणनीतिक स्थान, इसके बढ़ते बुनियादी ढाँचे और कनेक्टिविटी के साथ मिलकर, पर्याप्त आर्थिक विकास के लिए मंच तैयार करता है। 2030 तक 8% वार्षिक जीडीपी विकास दर हासिल करने का अनुमान है, शहर एनसीआर के भीतर एक प्रमुख आर्थिक चालक के रूप में स्थित है। बुनियादी ढाँचे, औद्योगिक क्षेत्रों और वाणिज्यिक परियोजनाओं में निरंतर निवेश इस विकास को बढ़ावा देता है, जो फरीदाबाद के रियल एस्टेट बाजार के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण में योगदान देता है। शहर का विकास पथ एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था में आवास विकल्पों की तलाश करने वाले लोगों को आकर्षित करता है, जिससे यह रियल एस्टेट निवेशकों और घर खरीदने वालों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन जाता है।
नाडा प्रतिबंध पर बजरंग पूनिया की टिप्पणी पर हरियाणा के खेल मंत्री की प्रतिक्रिया

डेस्क:–पहलवान बजरंग पुनिया पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा लगाए गए चार साल के प्रतिबंध पर बोलते हुए, हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि संगठन किसी एक व्यक्ति विशेष की पहचान करके काम नहीं करता है और आरोप लगाया कि पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान इस दिग्गज पहलवान ने खेलों को राजनीति में घसीटा।

बजरंग ने डोपिंग रोधी नियम के उल्लंघन के लिए राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा लगाए गए चार साल के प्रतिबंध पर "राजनीतिक साजिश" का आरोप लगाया है, जिसमें कहा गया है कि यह प्रतिबंध भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में शामिल होने के कारण लगाया गया था।

मंत्री ने कहा, "नाडा अपने नियमों और विनियमों के अनुसार काम करता है; यह किसी एक व्यक्ति विशेष की पहचान करके काम नहीं करता। विरोध किस दिशा में गया? खेल में राजनीति हुई, राजनीति में खेल हुआ। उन्होंने खेलों को राजनीति में कैसे घसीटा; सभी ने देखा। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक हथियार बनाने की कोशिश की। मुझे लगता है कि खेलों में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह समाज और खिलाड़ियों दोनों को प्रभावित करता है।" नाडा के अनुसार, पहलवान ने शासी निकाय को अपने मूत्र के नमूने देने से इनकार कर दिया था क्योंकि उसने नाडा द्वारा कथित रूप से "एक्सपायर हो चुकी किट" के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई थी और इस बारे में शासी निकाय से जवाब चाहता था। नाडा ने कहा कि डोपिंग नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) द्वारा मूत्र का नमूना न देने के परिणामों के बारे में चेतावनी दिए जाने के बावजूद, बजरंग ने अभी भी आवश्यक कदम नहीं उठाए।

अप्रैल में नाडा द्वारा निलंबन के बाद, पुनिया ने मई में ट्वीट किया था कि उन्होंने नाडा अधिकारियों को अपना नमूना देने से "कभी इनकार नहीं किया"। पहलवान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटनाओं के बारे में विस्तृत विवरण दिया। "यह स्पष्ट करना है कि मैंने किसी भी स्तर पर डोपिंग नियंत्रण के लिए अपना नमूना देने से इनकार नहीं किया है।
बजरंग पुनिया पर लगे प्रतिबंध को गौरव गौतम ने जायज बताया

डेस्क:–पहलवान बजरंग पुनिया पर एंटी-डोपिंग संहिता के उल्लंघन के लिए नाडा द्वारा लगाए गए चार साल के प्रतिबंध को उचित बताते हुए हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने गुरुवार को कहा कि यह एक मानक प्रक्रिया है, जो नाडा के नियमों और विनियमों के अनुसार है। गौरव गौतम ने कहा, इस तरह के परीक्षण पहले भी किए गए हैं। यह हमेशा से एक प्रक्रिया का हिस्सा रहा है। मेरा मानना है कि उन्होंने जो किया है वह नियमों के भीतर है, और इसमें कोई राजनीतिक द्वेष शामिल नहीं है। खेलों में राजनीति लाना उचित नहीं है। हर चीज को राजनीतिक चश्मे से देखना न तो खेलों के लिए अच्छा है और न ही इसके विकास के लिए।

बजरंग पुनिया ने प्रतिबंध के विरोध में सोशल मीडिया पर लंबा पोस्ट लिखा। पोस्ट में बजरंग ने लिखा है कि यह चार साल का प्रतिबंध उनके खिलाफ व्यक्तिगत द्वेष और राजनीतिक साजिश का परिणाम है। उन्होंने लिखा, मेरे खिलाफ यह कार्रवाई उस आंदोलन का बदला लेने के लिए की गई है, जो हमने महिला पहलवानों के समर्थन में चलाया था। उस आंदोलन में हमने अन्याय और शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थी। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी डोपिंग टेस्ट कराने से मना नहीं किया। नाडा की टीम जब मेरे पास टेस्ट के लिए आई थी, तो उनके पास जो डोप किट थी, वह एक्सपायर हो चुकी थी। यह एक गंभीर लापरवाही थी, और मैंने केवल यह आग्रह किया कि एक वैध और मान्य किट के साथ परीक्षण किया जाए। यह मेरे स्वास्थ्य और करियर की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक था। लेकिन, इसे जानबूझकर मेरे खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और फेडरेशन ने उन्हें फंसाने और उनका करियर खत्म करने के लिए यह चाल चली है। यह फैसला निष्पक्ष नहीं है, बल्कि उनके और उन जैसे अन्य खिलाड़ियों को चुप कराने की कोशिश है। अंतर्राष्ट्रीय पहलवान ने कहा कि नाडा की इस हरकत ने यह साबित कर दिया है कि उनका निष्पक्षता से कोई लेना-देना नहीं है। इस तरह के तमाम संस्थान सरकार के इशारे पर चल रहे हैं। इस प्रतिबंध के पीछे का असली मकसद उन्हें चुप कराना और गलत के खिलाफ आवाज उठाने से रोकना है। बजरंग ने कहा, मैं यह स्पष्ट कर दूं कि चाहे मुझे जिंदगी भर के लिए निलंबित कर दिया जाए, लेकिन मैं अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाना बंद नहीं करूंगा।

यह लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं, हर उस खिलाड़ी की है जिसे सिस्टम ने चुप कराने की कोशिश की है। मैं इस फैसले के खिलाफ अपील करूंगा और अपने हक की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ता रहूंगा। एक सवाल के जवाब में मंत्री गौरव गौतम ने कहा है कि हरियाणा सरकार लगातार खेलों को बढ़ावा देने का काम कर रही है। आने वाले दिनों में अच्छे स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स बनाए जाएंगे और यहां के खिलाड़ी राज्य के साथ अपने देश का नाम भी रौशन करेंगे।
Jio, Airtel, Voda और BSNL के लिए बदलने वाले हैं नियम, स्पैम ओटीपी से मिलेगी निजात

डेस्क –एक दिसंबर से टेलीकॉम से जुड़े कई जरूरी नियम बदलने वाले हैं। TRAI ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को इन नियमों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। पहले यह नियम एक नवंबर से ही प्रभावी रूप से लागू होने वाले थे, लेकिन फिर इनमें एक महीने का एक्सटेंशन कर दिया गया। जिसके बाद अब यह नियम 1 दिसंबर से लागू हो रहे हैं।

इन नियमों का जियो, एयरटेल, वोडा और बीएसएनएल समेत सभी यूजर्स पर प्रभाव पड़ेगा। स्पैम कॉल और मैसेज पर लगाम लगाने के मकसद से ट्राई ने इन नियमों को लागू करने की बात कही है।

हाल ही में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने लोगों को धोखाधड़ी और ऑनलाइन स्कैम से बचाने के लिए कई नियम लागू किए हैं। ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को 'मैसेज ट्रेसेबिलिटी' लागू करने का निर्देश दिया है। इस बड़े फैसले की घोषणा अगस्त में की गई थी, जिसमें कमर्शियल मैसेज और OTP (वन-टाइम पासवर्ड) पर फोकस था। ये नियम पहले जल्दी लागू होने थे, लेकिन फिर टाइमलाइन को बढ़ा दिया गया।

बता दें, शुरुआत में टेलीकॉम कंपनियों को ट्रेसेबिलिटी नियमों को लागू करने के लिए 31 अक्टूबर की समयसीमा दी गई थी, लेकिन Jio, Airtel, VI और BSNL जैसी प्रमुख कंपनियों के अनुरोध के बाद समयसीमा को बढ़ाकर 30 नवंबर कर दिया गया। यानी कंपनियों को अब इन नियमों को लागू करने का वक्त आ गया है।

एक दिसंबर से सभी कंपनियों को कमर्शियल और OTP मैसेज को ट्रैक करने के लिए TRAI के नियमों का पालन करना होगा। ध्यान रखने वाली बात है कि अगर Jio, Airtel, VI और BSNL 1 दिसंबर से इन ट्रेसेबिलिटी नियमों को लागू करते हैं, तो यह यूजर्स के लिए बड़ी राहत होगी।

1 जनवरी 2025 से भी एक नया नियम लागू किया जाएगा, जो Jio, Airtel, Vi और BSNL के ग्राहकों को प्रभावित करेगा। इन नियमों का मकसद देशभर में 5G के बुनियादी ढ़ांचे का विस्तार करना है। सरकार ने हाल ही में टेलीकॉम एक्ट के तहत कहा है कि अब कंपनियों को नया टावर लगाने के लिए ज्यादा झंझट नहीं करना होगा। राइट ऑफ वे (RoW) लागू होने से यह पूरी प्रक्रिया पहले की तुलना में आसान हो जाएगी।

1 दिसंबर से लागू होने जा रहा है ये नया नियम, लोगों को सता रहा था डर, लेकिन अब सरकार ने किया साफ

डेस्क:–1 दिसंबर, 2024 से भारत में कई नियामक बदलाव लागू होने जा रहे हैं, जिनका असर अलग-अलग सेक्टर्स पर पड़ेगा। ट्राई द्वारा फर्जी OTP पर लगाम लगाने के लिए मॉडिफिकेशन भी किए जाएंगे। अपडेट्स का लक्ष्य गवर्नेंस और यूजर सिक्योरिटी को एन्हांस करना है। ऐसे में लोगों को इसे अपनाना भी होगा। एक बदलाव के बाद ये आशंका थी कि यूजर्स को OTP मिलने में देर हो सकता है। हालांकि, अब ट्राई ने इस पर साफ कर दिया है।

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने टेलीकॉम कंपनियों से मैसेज ट्रेसबिलिटी देने को कहा करने के लिए कहा है। ताकि संदिग्ध OTPs पर लगाम लगाई जा सके। क्योंकि, इससे स्कैमर्स को लोगों के डिवाइस का एक्सेस मिल जाता है और ये बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान का कारण बनते हैं।

निर्देश का पालन करने की समय सीमा 30 नवंबर, 2024 है। इस रेगुलेशन के तहत दूरसंचार कंपनियों को सभी मैसेज का पता लगाने के लिए प्रावधान करना आवश्यक है। प्रारंभिक समय सीमा 31 अक्टूबर थी, लेकिन सर्विस ऑपरेटर्स की मांग के बाद, TRAI ने इसे 30 नवंबर तक बढ़ा दिया। अगर कंपनियां इसका पालन करने में विफल रहती हैं। तो ये चिंता थी कि लोगों को OTP मिलना बंद हो सकता है या इसमें देरी हो सकती है। हालांकि, अब ट्राई ने साफ कर दिया है।

TRAI ने जनता को आश्वस्त करने के लिए एक अपडेट जारी किया है कि 1 दिसंबर से जरूरी नेट बैंकिंग और आधार OTP मैसेज की डिलीवरी में कोई देरी नहीं होगी। सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे गलत जानकारियों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्राई ने साफ तौर पर कहा है कि मैसेज की समय पर डिलीवरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि मैसेज की ट्रेसबिलिटी में सुधार लाने के उद्देश्य से नए नियम बनाए गए हैं।

हाल के महीनों में, ट्राई ने साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं खास तौर से फेक कॉल्स और धोखाधड़ी वाले मैसेज से निपटने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। इन चिंताओं को दूर करने के लिए, 1 अक्टूबर को नए नियम पेश किए गए, जिसके तहत टेलीकॉम प्रोवाइडर्स को बल्क मैसेज की ओरिजिन को ट्रैक करने के लिए एक सिस्टम बनाने की जरूरत थी।
Realme Narzo 70 Curve की जल्द होगी एंट्री, चार वेरिएंट्स में होगा लॉन्च
डेस्क:–रियलमी जल्द ही भारतीय बाजार में Realme Narzo 70 Curve स्मार्टफोन लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहा है। इस अपकमिंग स्मार्टफोन को लेकर फिलहाल कंपनी ने कुछ भी ऑफिशियल जानकारी शेयर नहीं की है। हालांकि, Narzo 70 सीरीज के अपकमिंग डिवाइस की रैम, स्टोरेज और कलर ऑप्शन को लेकर डिटेल्स ऑनलाइन जानकारी सामने आई हैं।

Realme Narzo 70 Curve को लेकर बताया जा रहा है कि इस फोन को चार वेरिएंट में लॉन्च किया जाएगा। इसके साथ ही इस फोन को दो कलर ऑप्शन में रिलीज किया जाएगा। रियलमी के इस अपकमिंग फोन की लॉन्च टाइमलाइन और कीमत को लेकर फिलहाल कुछ भी सामने नहीं आया है। Realme Narzo 70 सीरीज के अब तक चार स्मार्टफोन लॉन्च हो चुके हैं। इन चारों में कंपनी ने MediaTek Dimensity चिपसेट दिया है।

Realme ने फिलहाल इस फोन के लॉन्च को लेकर कुछ भी साफ नहीं किया है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह फोन दिसंबर महीने के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है। इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि फोन में 20,000 रुपये तक की रेंज में लाया जा सकता है। इस फोन के डिजाइन की बात करें तो वह Realme Narzo 70 सीरीज के दूसरे फोन से मिलता-जुलता रहेगा।
14 दिसंबर से कक्षा 9 से 12 के लिए शुरू होंगी अर्धवार्षिक परीक्षाएं, देखें पूरा शेड्यूल

डेस्क:–राजस्थान के सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक की अर्धवार्षिक परीक्षाएं 14 दिसंबर से शुरू होकर 24 दिसंबर तक चलेंगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इस संबंध में आदेश जारी कर परीक्षा कार्यक्रम की घोषणा की है। इस बार परीक्षा पूरे प्रदेश में एक साथ, एक समान प्रश्न पत्र के तहत होगी, जबकि पहले यह जिला स्तर पर आयोजित की जाती थी और जिला विशेष प्रश्न पत्र तैयार होते थे।

परीक्षा के दौरान निजी स्कूलों से प्रश्न पत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, सरकारी स्कूलों में ही प्रश्न पत्र रखे जाएंगे, और वहां से निजी स्कूलों में वितरित किए जाएंगे।

कक्षा 9 का टाइम टेबल (समय: सुबह 9.30 बजे से 12.45 बजे)

14 दिसंबर: सूचना एवं प्रौद्योगिकी अवधारणा (IT)
16 दिसंबर: स्वास्थ्य शिक्षा (Physical Education)
17 दिसंबर: अंग्रेजी
18 दिसंबर: विज्ञान
19 दिसंबर: हिंदी
20 दिसंबर: सामाजिक विज्ञान
21 दिसंबर: संस्कृत/उर्दू/पंजाबी/सिंधी
23 दिसंबर: राजस्थान की शौर्य परम्परा
24 दिसंबर: गणित

कक्षा 10 का टाइम टेबल
14 दिसंबर: सूचना एवं प्रौद्योगिकी अवधारणा (IT) (पहली पारी)
16 दिसंबर: स्वास्थ्य शिक्षा (Physical Education) (दूसरी पारी)
17 दिसंबर: अंग्रेजी (दूसरी पारी)
18 दिसंबर: विज्ञान (दूसरी पारी)
19 दिसंबर: हिंदी (दूसरी पारी)
20 दिसंबर: सामाजिक विज्ञान (दूसरी पारी)
21 दिसंबर: संस्कृत/उर्दू/पंजाबी/सिंधी (दूसरी पारी)
23 दिसंबर: राजस्थान की शौर्य परम्परा (दूसरी पारी)
24 दिसंबर: गणित (दूसरी पारी)

कक्षा 11 का टाइम टेबल

14 दिसंबर: आजादी के बाद का स्वर्णिम इतिहास (पहली पारी)
16 दिसंबर: कम्प्यूटर विज्ञान (पहली पारी), गृह विज्ञान (दूसरी पारी)
17 दिसंबर: अनिवार्य अंग्रेजी (पहली पारी), अंग्रेजी साहित्य (दूसरी पारी)
18 दिसंबर: अनिवार्य हिंदी (पहली पारी), अर्थशास्त्र (दूसरी पारी)
19 दिसंबर: हिंदी साहित्य/उर्दू साहित्य/सिंधी साहित्य/ भौतिक विज्ञान/लेखाशास्त्र/पंजाबी साहित्य/राजस्थानी साहित्य (पहली पारी), समाजशास्त्र (दूसरी पारी)
20 दिसंबर: कृषि रसायन/रसायन विज्ञान/व्यावसायिक अध्ययन/इतिहास, लोक प्रशासन (दूसरी पारी)
21 दिसंबर: ऐच्छिक गणित (पहली पारी), भूगोल (दूसरी पारी)
23 दिसंबर: जीव विज्ञान/कृषि जीव विज्ञान/राजनीति विज्ञान/टाइपिंग अंग्रेजी (पहली पारी)
24 दिसंबर: संस्कृत साहित्य, कृषि विज्ञान (पहली पारी), चित्रकला/टाइपिंग हिंदी (दूसरी पारी)

कक्षा 12 का टाइम टेबल

14 दिसंबर: आजादी के बाद का स्वर्णिम इतिहास (पहली पारी)
16 दिसंबर: गृह विज्ञान (पहली पारी), कम्प्यूटर विज्ञान (दूसरी पारी)
17 दिसंबर: अंग्रेजी साहित्य (पहली पारी), अंग्रेजी अनिवार्य (दूसरी पारी)
18 दिसंबर: अर्थशास्त्र (पहली पारी), अनिवार्य हिंदी (दूसरी पारी)
19 दिसंबर: समाजशास्त्र (पहली पारी), हिंदी साहित्य/उर्दू साहित्य/सिंधी साहित्य/ भौतिक विज्ञान/लेखाशास्त्र/पंजाबी साहित्य/राजस्थानी साहित्य (दूसरी पारी)
20 दिसंबर: लोक प्रशासन (पहली पारी), कृषि रसायन/रसायन विज्ञान/व्यावसायिक अध्ययन/इतिहास (दूसरी पारी)
21 दिसंबर: भूगोल (पहली पारी), ऐच्छिक गणित (दूसरी पारी)
23 दिसंबर: जीव विज्ञान/कृषि जीव विज्ञान/राजनीति विज्ञान/टाइपिंग अंग्रेजी (दूसरी पारी)
24 दिसंबर: चित्रकला/टाइपिंग हिंदी (पहली पारी), संस्कृत साहित्य, कृषि विज्ञान (दूसरी पारी)

तेज रफ्तार बाइक ने सड़क पार कर रहे राहगीरों को मारी टक्कर, तीन लोग घायल, दो की मौत

डेस्क:–भोपाल रोड पर सिलारी गांव के पास सड़क पार कर रहे दो राहगीरों को तेज रफ्तार बाइक से टक्कर मार दी। जिसमें घटना स्थल पर ही दो युवक की मौत हो गई। वहीं तीन घायल है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल भेजा।

दरअसल, देर रात करीब 10:00 बजे सिलारी गांव के पास सड़क पार कर रहे दो लोगों से बाइक टकरा गई। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। बाइक सवार की मां और भतीजा सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को सिविल अस्पताल लाया गया है। जहां पर उनका प्राथमिक उपचार किया गया।

सुल्तानपुर थाना के एएसआई महेश अग्निहोत्री ने बताया कि, खेरूआ तेंदूखेड़ा निवासी 22 वर्षीय दीपक पटेल पुत्र केवल पटेल अपनी मां प्रेमलता पटेल और भतीजा प्रियांशु पटेल के साथ भोपाल जा रहा था। इसी बीच सिलारी गांव के पास सड़क पार कर रहे तुलसीराम अहिरवार और बलराम लोधी से उनकी बाइक टकरा गई। जिससे बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई गई।

सड़क पर गिरने से दीपक पटेल और बलराम लोधी की मौत हो गई है। इस हादसे में मृतक दीपक पटेल का भतीजा प्रियांशु पटेल और मां प्रेमलता पटेल घायल हो गई। जबकि तुलसीराम अहिरवार के पैर में फैक्चर आया है, घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।