कंचन ने जीविका की मदद से जीवन को संवारा, बनीं लखपति दीदी
  
                    वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड अंतर्गत गौसपुर पंचायत के अहियाई गांव की कंचन माला जीविका की मदद से जीवन को संवार रही है।अपने जीवन में सफलता की राह पर चल पड़ी है।
      
         कंचन के पति राज किशोर साह महाराष्ट्र में फूटपाथ पर कपड़ा की दुकान लगाते थे। जिससे पूरे परिवार की जीविका चलती थी। लॉकडाउन में उन्हें  व्यापार बंद करना पड़ा। उनका जीवन काफी संघर्षों से भरा रहा, लेकिन कंचन ने हिम्मत नहीं हारी।

         कंचन जीविका की मदद काफी तेजी से आगे बढ़ रही हैं। कंचन  सबसे पहले खुशी जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी। वहां  से कंचन ने 30,000 रुपए ऋण लेकर किराना दुकान खोली, पुनः वह वर्ष 2021 में ग्राम संगठन से 60,000 रुपए सामान्य ऋण ली और दुकान में जेरॉक्स मशीन एवं अन्य सामान को जोड़कर प्रिंट आउट, आधार एवं पैन का काम, आधार से पैसा निकालना, विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं का ऑनलाइन आवेदन करना जैसे कई काम कर रही हैं।  
    
              पुनः वर्ष 2022 में कंचन ने एचएन इंटरप्राइजेज से 50,000 रुपए लिए और दुकान में स्वास्थ्य, पोषण व स्वच्छता संबंधी सामग्री जैसे अंडा, दूध, फल और सब्जी एवं सैनिटरी पैड की भी बिक्री करने लगीं।जिससे आस-पास के लोगों को ये सामग्री सुलभता से उपलब्ध हो रही है।

      अब कंचन ने अपने इस व्यवसाय में विभिन्न तरह की सामग्री बिक्री हेतु उपलब्ध रहने के कारण कंचन की मासिक आमदनी लगभग 12000 से 15000 हो जाती है। कंचन के इस व्यवसाय ने गति पकड़ ली हैं। जिससे उनका नाम लखपति दीदी की श्रेणी में आ गया है।

सोनपुर मेला में पटना, छपरा, सीवान, मुजफ्फरपुर व हाजीपुर से बड़ी संख्या में जुट रहे लोग

         विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले के पांच दिन बीत चुके हैं। 13 नवम्बर को उद्घाटन हुआ।प्रतिदिन मेला देखने एक लाख से अधिक लोग जुट रहे हैं। वहीं, सप्ताह के अंत में शनिवार व रविवार को ढाई से तीन लाख लोगों की उपस्थिति मेले में रही है।

           सोनपुर के अलावा छपरा, हाजीपुर, पटना, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, गया आदि जिलों से भी लोग इस मेले में परिजनों के साथ पहुंच रहे हैं।
वहीं, बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, यूपी, ओडिशा से भी लोग आ रहे हैं।

      पर्यटक ग्राम में जिन सैलानियों की बुकिंग हुई है। उसमें ओडिशा, महाराष्ट्र, यूपी, मध्य प्रदेश तथा झारखंड के सैलानी भी शामिल हैं, जिन्होंने पर्यटक ग्राम के स्विस कॉटेज बुकिंग करायी है ।

        पर्यटन विभाग भी इस बार मेला में लोगों की बढ़ती संख्या को देखकर काफी उत्साहित है। लोगों का उत्साह व आकर्षण मेले के प्रति बढ़ा रहे। लोगों की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड में है।
    

       मेला को लेकर इस बार कई नये प्रयोग भी किये गये हैं। इस बार सोनपुर मेला में डिजनीलैंड मेला को मुख्य मेला परिसर से थोड़ी दूरी पर लगाया गया है। वहीं अमेरिकन झुला आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। सभी विभागों की प्रदर्शनियां भी आकर्षित कर रही हैं,वहीं मेला आये लोग मेला परिसर में घूमने के बाद हरिहरनाथ मंदिर वह कोनहारा घाट पर भी पहुंच रहे हैं और सोनपुर की संस्कृति से अवगत हो रहे हैं।



        हर दिन 150 से अधिक यूट्यूबर आ रहे :

       32 दिनों तक चलने वाले इस मेले में प्रतिदिन डेढ़ सौ से अधिक यूट्यूबर भी पहुंच रहे हैं, जो अपने चैनल के लिए यूट्यूब वीडियो शूट कर रहे हैं। वहीं, सोनपुर मेले पर रिसर्च करने के लिए भी कुछ शिक्षण संस्थानों से छात्र-छात्राएं आ रहे हैं.
   
               इसके अलावा मेले में पहली बार बनाया गया माता वैष्णो देवी का गुफा भी काफी आकर्षक है। सुबह नौ बजे से ही गुफा में प्रवेश के लिए लोग कतारबद्ध नजर आ रहे हैं। 

    लोगों को मेला परिसर में बना रेलवे विभाग का पंडाल काफी आकर्षित कर रहा है। यहां भारतीय रेलवे से जुड़ी विविध जानकारिर्या मिल रही हैं, वहीं कई पुरानी ट्रेनों के मॉडल भी रखे गये हैं।

            वहीं प्रतिदिन आउटडोर स्पोर्ट्स इवेंट्स भी आयोजित हो रहे हैं।

        कारोबार को लेकर उत्साहित हैं दुकानदार इस बार मेले में कारोबार काफी बेहतर होने की उम्मीद है। पिछले साल करीब 80 करोड़ का कारोबार हुआ था। वहीं अभी मेले के 26 दिन बचे हैं।

              मेला समाप्त होने तक 150 करोड़ से अधिक के कारोबार होने की उम्मीद जतायी जा रही है।
         
मेले की गिरावट को देख मायूस हुए अनंत सिंह

        मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह रविवार को सोनपुर मेले के घोड़ा बाजार स्थित अपने शिविर में एक दम पुराने अंदाज में दिखे। मेले के दिन-प्रतिदिन गिरते स्तर से खुश नहीं थे। उनकी पीड़ा होठों पर झलक आयी कि मेले में देखने को कुछ नहीं मिल रहा है।

        मेले का स्वरूप दिन- प्रतिदिन छोटा होता जा रहा है। मेला शिविर में उनका सात साल का लाडला घोड़ा इंतजार कर रहा था, जिसे देखने के लिए दर्शकों की भीड़ जमी थी। अनंत सिंह के आगमन पर यह भीड़ और ज्यादा बढ़ गयी।

          अपने घोड़े के बारे में अनंत सिंह बेबाक बताते हैं कि हम मेले में अपने लाडले घोड़े की रेस देखने आये हैं। मेले में न तो अपने घोड़े को बेचेंगे और न ही खरीदेंगे। उन्होंने कहा कि मेरा घोड़ा मेले की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए आया है।

           शिविर में उन्होंने अपने घोड़े को देखा तो घोड़े की हिनहिनाहट से ऐसा प्रतीत हुआ कि वह अपने दाता की उपस्थिति से प्रसन्न था। अनंत सिंह की स्टाइलिस्ट मूछें, मस्तक पर आकर्षक तिलक, लाजवाब हैट और उनके चलने और बोलने के तरीके और अंदाज को देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उनकी पीछे-पीछे चल रही थी।

        अनंत सिंह ने अपने अंगरक्षकों एवं सहयोगियों के साथ घोड़ा बाजार के निकटवर्ती गाय बाजार को भी देखा वे उस भैंस और भैंसा को भी देखने पहुंचे जिसकी कीमत करोड़ों में बतायी जा रही है । उन्होंने बताया कि वे सोनपुर मेला में 9 वर्ष की उम्र से ही आ रहे हैं। पहले आते थे तो जब गंगा नदी में पुल नहीं था , स्टीमर चलती थी और 15 दिनों तक रहते थे।

       बताते हैं कि पहले गंगा एवं नारायणी नदियों पर पुलों का अभाव हुआ करता था। जिसके कारण मेलार्थी काफी दिनों तक यहां ठहरते थे।  पर पुलों के बन जाने से लोग वापस लौट जाते हैं।

                मेले में बिक रहा मेलार्थी चख रहे हलवा-पराठा का स्वाद सोनपुर

               मेला क्षेत्र में दर्जनों से ऊपर हलवा-पराठा की दुकानें सड़क किनारे दिखाई दे रही हैं। उत्तर प्रदेश बहराइच का फेमस हलवा-पराठा का मेला घूमने आये लोग इसका स्वाद भी चख रहे हैं।

          मेले के नखास क्षेत्र के अलावा मीना बाजार, गाय बाजार, चिड़िया बाजार, महेश्वरी चौक समेत विभिन्न स्थानों पर करीब दर्जनों से भी अधिक ऐसी दुकानों पर स्वाद लेते मेलार्थी नजर आते हैं, पराठा-हलवा विक्रेता सभी यूपी के बहराइच व गोंडा बस्ती से मेले में आये हैं और हर साल आते हैं. कई दुकानदार ऐसे हैं जिनके पूर्वज मेले में आते रहे है। इस मेले में आते हैं और अच्छी कमाई कर ले जाते हैं। सच तो यह है कि बहराइच का हलवा-पराठा ऐसा दिखता है कि मन ललच जाता है। इसका दाम 180 रुपये किलो है।
वाहन चेकिंग के दौरान  बोलेरो से सात लाख रुपये की शराब बरामद
        हाजीपुर नगर थाना की पुलिस ने थाना क्षेत्र के न्यू गंडक पुल से वाहन चेकिंग के दौरान टेट्रा पैक शराब लोड एक बोलेरो को जब्त किया है। बोलेरो में बने तहखाने से पुलिस ने लगभग 25 सौ पीस टेट्रा पैक शराब बरामद किया है। हालांकि पुलिस को देख गाड़ी चालक मौके से भागने में सफल हो गया।

          जानकारी के अनुसार रविवार की शाम नगर थाना की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सोनपुर से न्यू गंडक पुल के रास्ते एक बोलेरो गुजरने वाली है। सघन वाहन चेकिंग के दौरान सोनपुर की ओर से आ रही एक बोलेरो का चालक पुलिस को देखते ही गाड़ी को कुछ दूरी पर खड़ा कर कूद कर भागने लगा। भाग रहे चालक को पकड़ने का पुलिस ने काफी प्रयास किया लेकिन वह झाड़ी का फायदा उठा कर भागने में सफल हो गया।
    
         पुलिस इस मामले में गाड़ी के मालिक, चालक एवं धंधेबाज की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई में जुटी है।          

         इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष सीबी शुक्ला ने बताया कि न्यू गंडक पुल से पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक बोलेरो गाड़ी से लगभग 25 सौ पीस टेट्रा पैक विदेशी शराब बरामद किया है। बरामद शराब की कीमत स्थानीय बाजार में लगभग सात लाख रुपये बतायी गयी है। गाड़ी का चालक मौके से भागने में सफल हो गया। 



      
नाव से नदी पार करने के बीच युवक नदी में डूबा, तलाश जारी

बिदुपुर थाना क्षेत्र के खालसा घाट से खुली थी नाव

       बिदुपुर थाना क्षेत्र के खालसा घाट से नाव से नदी पार करने के दौरान एक युवक डूबे गया।
घटना शनिवार की देर शाम की बतायी गयी है।
नदी के बीच पानी कम होने के कारण नाव अचानक नदी की रेत में फंस गयी। इस दौरान एक युवक नाव से गिरकर नदी में डूब गया. इस घटना के बाद अफरातफरी मच गयी। मौके पर मौजूद लोग उसकी खोजबीन में जुट गये।इस दौरान युवक नंदी के गहरे पानी में डूब गया।रविवार को दिन भर एसडीआरएफ की टीम ने भी तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। देर शाम अंधेरा होने की वजह से उसका कुछ पता नहीं चल सका था। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।  नदी में डूबा युवक 23 वर्षीय अमर राय राघोपुर थाना क्षेत्र की सैदाबाद पंचायत के वार्ड नंबर तीन के विजय राय का पुत्र बताया गया है। शनिवार की देर शाम अमर अपने गांव के ही राजीव कुमार की शादी में शामिल होने के लिए महनार जा रहा था।

       राजद के जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार दास ने घटना की सूचना स्थानीय थाना की पुलिस एवं सदर एसडीओ को दी।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि खालसा घाट से नाव खुली थी। बीच नदी में पानी कम होने के कारण अचानक नाव फंस गयी। इसी दौरान अमर पानी पानी में गिर गया, जब तक लोग उसे बचाने का प्रयास  करते, वह गहरे पानी में डूब चुका था।  अमर कुमार तीन भाई और तीन बहन में  सबसे बड़ा था। दो साल पहले उसकी शादी हुई थी।


युवाओं की जिंदगी को मौत के दोराहे पर ले जा रहा ड्रग्स का नशा
    
        शहर से लेकर गांव की गलियों तक फैला है नशे के धंधेबाजों का नेटवर्क

       युवाओं की जिंदगी को मौत के दोराहे पर ले जा रहा ड्रग्स का नशा

         नशे के सौदागरों ने युवाओं को जिंदगी और मौत के दोराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है. हाल के वर्षों में इग्स, चरस, हफीम, हेरोइन, कोटा, स्मैक जैसे मादक पदार्थ की तस्करी जिले में काफी ज्यादा बढ़ गयी है। सफेद व काले रंग के पाउडर से दिखने वाले ये ड्रग्स युवाओं की रगों में जहर घोल रहे है।

        युवाओं की जिंदगी को बर्बाद कर उनके रगों में नशे का जहर घोलने वाले धंधेबाजों का जाल जिले के हर इलाके में फैला है। नशे के सौदागरों का नेटवर्क शहर से लेकर गांव की गलियों तक में फैला हुआ है। यहां के नशे के सौदागरों का नेटवर्क नॉर्थ इस्ट के नशे के सौदागरों से भी जुड़ा हुआ है।

     वैशाली पुलिस अब नारकोटिक्स व आइबी की मदद से इनके नेटवर्क को तोड़ने में जुट गयी है।

नॉर्थ इस्ट से यहां पहुंच रही है मादक पदार्थ की खेप

     आइबी व नारकोटिक्स की मदद से तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने में वैशाली पुलिस


     ड्रग्स, चरस, हफीम, हेरोइन, कोटा, स्मैक जैसे मादक पदार्थ युवाओं की जिंदगी तबाह कर देते हैं।
इन मादक पदार्थ के सेवन के साथ  पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है ।

       शहर से लेकर गांव की गलियों तक इसके धंधेबाजों का नेटवर्क फैला हुआ है । इनका नेटवर्क तोड़ना पुलिस के लिए चुनौती भरा टास्क बन गया है। इसके धंधेबाजों के विरुद्ध पुलिस लगातार अभियान भी चला रहीं है। हाल के दिनों में बड़ी मात्रा में कोटा ड्रग्स के साथ कई तस्कारों को भी गिरफ्तार किया गया है।

         इस धंधे में नॉर्थ इस्ट के तस्कर भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार नॉर्थ इस्ट से बड़े पैमाने पर ड्रग्स, कोटा,हेरोईन,स्मैक एवं अन्य नशीले पदार्थ की सप्लाइ की जाती है।

              तस्कर बड़ी सावधानी से उसे यहां तक पहुंचाते है। इसके बाद यहां के तस्कर खासकर युवा पीढ़ी को पहले उसके सेवन की लत लगाते हैं, उसके बाद उसे इस धंधे में धकेल देते हैं।        इस तरह यह कारोबार काफी तेजी से शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी पांव पसारने लगा है। 

                 टीनएजर को टारगेट कर रहे नशे के सौदागर :

           सफेद पाउडर के इस कारोबार में पहले अधेड़ शामिल थे, लेकिन कारोबार के बदलते ट्रेंड एवं पुलिस से बचने के लिए तस्कर अब किशोरों को इस धंधा में शामिल कर रहे है। जो आने वाले समय के लिए काफी घातक है।

      एक बार इसका लत लग लगने के बाद उससे मुक्ति पाना काफी मुश्किल हो जाता है। जिससे उसके पूरे परिवार की स्थिति खराब हो जाती है।

        पुलिस के अनुसार स्मैक, ड्रग्स एवं अन्य नशा के लत के कारण आए दिन शहर में चोरी, गृहभेदन, डकैती, लूट जैसी घटनाएं हो रही है। इसके साथ ही आम लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

      अक्टूबर महीने में बरामद मादक :

     कोटा ड्रग्स-1.138  किलोग्राम, गांजा0.6364 किलोग्राम , स्मैक 170 ग्राम, नशे की सूई-1730, एम्पूल, डायजेन पाम सूई-90, अन्य सूई- 300 एम्पूल।
         
          हाल में हुई गिरफ्तारी

       बिदुपुर में बीते 10 अक्टूबर को 185.14 ग्राम कोटा ड्रग्स के साथ बिदुपुर पुलिस ने पति-पत्नी समेत तीन तस्करों को किया था गिरफ्तार

     बीते 5 नवंबर को सदर थाना की पुलिस 93 ग्राम स्मैक के साथ एक तस्कर को किया था गिरफ्तार।

       बीते 5 नवंबर को सदर थाना की पुलिस 10 ग्राम स्मैक के साथ एक तस्कर को किया था गिरफ्तार

        बीते 26 अक्टूबर को बिदुपुर में पुलिस ने ड्रग्स की सप्लाइ देने आये मिजोरम के दो तस्कर व एक महिला समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था।

     इनके पास से 995 ग्राम कोटा ड्रग्स, 0.095 ग्राम खैनी जैसा दिखने वाला मादक पदार्थ व 1337547 रुपये बरामद किये गये थे ।

    स्थान कार्रवाई में बरामद ड्रग्स अंकुश लगाने के लिए बनायी गयी विशेष टीम नशे के कारोबार पर

      अंकुश लगाने के लिए एक विशेष टीम


            नशे के सौदागरों के नेटवर्क को तोड़ने व उनकी गिरफ्तारी के लिए नारकोटिक्स विभाग एवं आइबी की भी मदद ली जा रही है। हाल के दिनों में भारी मात्रा में मादक पदार्थों को जब्त किया गया है। कई धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार स्मैक तस्करों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि नॉर्थ इस्ट से बड़े पैमाने पर ड्रग्स, कोटा, हेरोईन, स्मैक एवं अन्य नशीले पदार्थ की सप्लाइ की जाती है। तस्करों की गिरफ्तारी के साथ-साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। नशे के दलदल में फंसे किशोरों एवं युवाओं को इससे दूर करने के लिए अभिभावकों को भी सजग रहने की आवश्यकता है।

                हर किशोर राय, एसपी

जान जोखिम में डालकर 13 वर्षीय राजन दिखा रहा करतब, मदद को आगे आए लोग
        

        सोनपुर मेला में 13 साल का राजन अपने परिवार के साथ आया है। यहां वो प्रतिदिन अपनी जान जोखिम में डालकर करतब दिखाता है।


               विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले में लोग मनोरंजन और खरीदारी का लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं 13 साल के राजन के संघर्ष की कहानी लोगों का ध्यान खींच रही है। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ से आए इस परिवार की कमाई का एकमात्र जरिया खतरनाक करतब हैं, जिन्हें दिखाकर वे अपने परिवार का पेट भरने की कोशिश कर रहे हैं।

          राजन मेले में हर दिन रस्सी पर चलने और हवा में कलाबाजी जैसे खतरनाक करतब दिखाता है।लोग उसकी कला को देखकर मदद के तौर पर उसे 10, 20 या 50 रुपए तक देते हैं।

       राजन की मां बताती हैं कि उनके पास आय का कोई स्थायी साधन नहीं है, इसलिए मजबूरी में वह अपने बच्चों के साथ विभिन्न मेलों में जाकर खतरनाक करतब दिखाती हैं। वो कहती हैं, "हमारे पास न तो जमीन है, न कोई स्थायी रोजगार. पेट पालने के लिए बच्चों के साथ यह जोखिम भरा काम करना हमारी मजबूरी है।"

            सोनपुर मेले में राजन और उसके परिवार की हालत देखकर कई लोग उनकी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोग उसके काम की सराहना कर रहे हैं, तो कुछ उसकी सुरक्षा और भविष्य को लेकर चिंता जता रहे हैं। राजन जैसे कई और कलाकार हैं जो सोनपुर मेले में अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं।
उदारीकरण, निजीकरण और भूमंडलीकरण के बाद मीडिया का बदला है स्वरूप : डीएम
             पत्रकारों के लिए जर्नलिस्टिक इंटीग्रिटी जरूरी मीडिया कवरेज में बेहतरी के लिए प्रशिक्षण और अध्ययन जरूरी : पुलिस अधीक्षक वैशाली


   जिला में मनाया गया राष्ट्रीय प्रेस दिवस समारोह

हाजीपुर।

        राष्ट्रीय प्रेस दिवस का समारोह शनिवार को जिला परिषद के सभागार में मनाया गया। जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय, डीडीसी शम्स जावेद अंसारी और साहित्यकार सुरेंद्र मानपुरी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर प्रेस के बदलते स्वरूप पर परिचर्चा हुई। 


            जिला पदाधिकारी ने कहा कि किसी भी प्रोफेशन में अनुशासन और सत्यनिष्ठा (इंटीग्रिटी) बहुत जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि नब्बे के दशक में उदारीकरण, निजीकरण और भूमंडलीकरण के बाद मीडिया के स्वरूप में बदलाव आया। प्रेस के समक्ष कुछ चुनौतियां भी हैं। बाजारवाद और टीआरपी जैसे अनेक चुनौतियां हैं। डीजिटलाईजेशन   से बाजार में प्रतिस्पर्धा भी आया हैं।

       इसका सामना मीडिया को सूझ-बूझ और समन्वय के साथ करना है। प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बने रहने के लिए एक जिम्मेदार मीडिया का रोल अदा करना होगा।

              मीडिया को रिपोर्टिंग में संतुलन दिखाना चाहिए:       
         
           एसपी पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय ने कहा कि पहले मीडिया एक मिशन के रूप में था। लेकिन अब सबसे पहले और सबसे तेज खबर देने या कई बार टीआरपी बढ़ाने के चक्कर में समाज की क्षति हो जाती है। पत्रकारों को इससे बचना चाहिए। सामाजिक सरोकार के नाते भी मीडिया को रिपोर्टिंग में संतुलन दिखाना चाहिए। दोनों पक्ष की तथ्यपरक बातें जांच के बाद रखनी चाहिए। साथ ही मीडिया क्षेत्र में आ रहे नए युवाओं को खूब अध्ययन और मास कम्युनिकेशन का समचित प्रशिक्षण भी लेना चाहिए।

        रिपोर्टर को रिपोर्टिंग की  समुचित प्रशिक्षण भी लेना चाहिए। इससे रिपोर्टिंग की गुणवत्ता बढ़ेगी। खबर लेखन में संतुलन और ब्रॉडकास्टिंग में सावधानी अति आवश्यक है। खबरों के प्रकाशन या प्रसारण के पहले सत्यापन जरूरी है। संवाददाता के व्यक्तित्व से ही खबरों की पहचान होती है। मीडिया इथिक्स का पालन भी जरूरी हैं।

         वरिष्ठ पत्रकार रहे मानपुरी ने अनुभव साक्षा किया वरिष्ठ पत्रकार रहे सुरेंद्र मानपुरी ने अपने पांच दशक के पत्रकारिता के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में ही प्रेस की स्वतंत्रता निहित है। उन्होंने कहा कि बाजारवाद ने प्रेस में प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है।

           डीपीआरओ ने विषय प्रवेश कराया इसके पहले विषय प्रवेश कराते हुए जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी नीरज ने कहा कि प्रतिवर्ष 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाने का उद्देश्य यह है कि हम समाज के लिए एक स्वतंत्र एवं जिम्मेदार प्रेस के लिए लगातार प्रयासरत रहे।


           16 नवंबर, 1966 से प्रेस काउंसिल आफ इंडिया काम करने लगा था। नीरज ने कहा डिजिटल प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया आदि के आ जाने से प्रेस के स्वरूप में बदलाव आया है। अब खबरें पल भर में दुनिया में फैल जा रही है।  इसलिए मीडिया की जिम्मेवारी और भी बढ़ जाती है।

              खबरों के चयन, लेखन और प्रसारण में पत्रकारिता के मानकों का ख्याल रखना जरूरी होता है।

             राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर अवसर पर लम्बे समय तक पत्रकार रहे सुरेंद्र मानपुरी को जिला पदाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा सम्मानित किया गया। परिचर्चा के दौरान एक खुला सत्र भी चला। इसमें कई मीडिया कर्मियों ने अपने विचार और अनुभव साझा किए।

        कार्यक्रम में जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राखी केसरी, अपर समाहर्ता (आपदा) अरुण कुमार सिंह के साथ कई पदाधिकारी एवं जनसंपर्क कार्यालय के कर्मी मौजूद थे।
आमलोगों की सुविधा के लिए 19 नवंबर से 13 दिसंबर तक सोनपुर मेले में लगेगा सिक्का मेला

            14 प्रमुख बैंकों के राज्य प्रमुखों के साथ एमएसएमइ के लिए 68वीं अधिकार प्राप्त समिति की बैठक शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक कार्यालय में आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक सुजीत अरविंद ने की।

   बैठक में भारतीय स्टेट बैंक के महाप्रबंधक रवींद्र कुमार श्रीवास्तव, बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक एसबी साहनी, पंजाब नेशनल बैंक के जोनल मैनेजर सुधांशु शेखर दास, सिडबी की महाप्रबंधक अनुभा प्रसाद, 'महाप्रबंधक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के स्टेट हेड रंजीत सिंह सहित अन्य विभिन्न बैंकों, सरकारी विभागों और उद्योग संघों के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी शामिल थे.

             बैठक का संचालन रंजीता चौधरी, उप महाप्रबंधक, भारतीय रिजर्व बैंक, पटना द्वारा किया गया.

         बैठक के दौरान, एमएसएमइ क्षेत्र के संपार्श्विक-मुक्त ऋण, तनावग्रस्त परिसंपत्तियों, गैर- निष्पादित परिसंपत्तियों को उधार देने में खंडवार प्रगति और सरकार प्रायोजित योजनाओं के तहत बैंकों के प्रदर्शन सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गयी.

        क्षेत्रीय निदेशक महोदय ने कम प्रदर्शन करने वाले बैंकों को क्रेडिट योग्य एमएसएमइ को संवितरण को प्राथमिकता देने के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी.

          उन्होंने निजी क्षेत्र के बैंकों से सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के तहत अपने प्रदर्शन को बढ़ाने, क्रेडिट गारंटी योजना के तहत कवरेज प्रदान करने और उद्यमों को औपचारिक सूक्ष्म उद्यमों को औपचारिक रूप देने का भी आग्रह किया।

       बैंकों को आम जनता के लाभ के लिए 19 नवंबर से 13 दिसंबर तक सोनपुर मेले के दौरान प्रतिदिन सिक्का मेला आयोजित करने और नोट विनिमय की सुविधा के लिए भी निर्देशित किया गया।
कार्तिक पूर्णिमा पर आस्था का उमड़ा सैलाब लाखों लोगों ने संगम में लगायी डुबकी

      कार्तिक पूर्णिमा पर हरिहर क्षेत्र में आस्था का सैलाब उमड़ आया।

           गंगा स्नान के लिए नदी घाटों पर लोगों के आने का सिलसिला शुक्रवार की दोपहर तक जारी रहा। शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर शहर के कोनहारा घाट से लेकर तमाम स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। हरि गोविंद के गीत और जयकारे से क्षेत्र का पूरा माहौल गोविंदमय बना रहा।

            अनुमान हैं हाजीपुर और सोनपुर को मिलाकर हरिहर क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर 10 लाख से ज्यादा लोगों ने गंगा और गंडक नदी में डुबकी लगायी। स्नान-ध्यान के बाद लोगों ने पूजा-अर्चना करते हुए सुख- शांति और कल्याण की कामना की। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने दान- पुण्य भी किये।

             देश के प्रमुख तीर्थ स्थानों में एक हरिहर क्षेत्र के मोक्षधाम कौनहारा घाट का धार्मिक व पौराणिक दृष्टि से विशेष महत्व होने के कारण हर साल कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर सर्वाधिक भीड़ इसी घाट पर होती है। गंगा स्नान के लिए राज्य के विभिन्न जिलों से  श्रद्धालुओं का हरिहर क्षेत्र में पहुंचने का सिलसिला देवोत्थान एकादशी से ही शुरू हो गया था।

             साधु-संत भी उसी दिन से आने लगे थे. गुरुवार की देर  रात तक लाखों श्रद्धालुओं ने यहां के  विभिन्न घाटों पर डेरा जमा लिया था । मध्य रात बीतने के बाद घाटों पर लोगों ने संगम में डुबकी लगानी शुरु कर दी।

              शुक्रवार की अहले सुबह  से गंगा स्नान - का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह शाम - तक चलता रहा। दोपहर 12 बजे तक तो जबरदस्त भीड़ रही। नगर के कौनहारा घाट, नमामि गंगे घाट, महेश्वर घाट, कौशल्या घाट, सीढ़ी घाट, पुराना गंडक पुल घाट, चित्रगुप्त घाट, कदम घाट, बालादास घाट समेत अन्य घाटों के अलावे गंडक नदी के उस पार सोनपुर के काली घाट, गजेंद्र मोक्ष घाट,  मंदिर घाट, साधु गाछी घाट, पुल घाट समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं ने स्नान-ध्यान किया।

            नदी के घाटों से लेकर मठ-मंदिरों और देवालयों में हे गोविंद राखों शरण, अब तो जीवन हारे तथा हरि गोविंद, बोलो गोपाल हर हर.. के जयघोष और गंगा मैया के गीत गूंज रहे थे।
कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के दौरान नारायणी में डूबा युवक, तलाश जारी लालगंज थाना क्षेत्र के खंजाहाचक का मामला
लालगंज नगर

        लालगंज थाना क्षेत्र के खंजाहाचक में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुक्रवार को नारायणी नदी में स्नान करने के दौरान एक युवक नदी के गहरे पानी में डूब गया। युवक के नदी में डूबते ही वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया। जब तक मौके पर जुटे लोग उसे बचाने का प्रयास करते, वह नदी के गहरे पानी में जा चुका था।

           इसकी सूचना लालगंज थाना की पुलिस और सीओ को दी गयी। नदी में युवक के डूबने की सूचना मिलते ही लालगंज थानाध्यक्ष संतोष कुमार और बीडीओ नीलम कुमारी मौके पर पहुंची।

          घटना की सूचना पर एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय गोताखोर भी मौके पर पहुंच गये और नदी में डूबे युवक की तलाश में जुट गये। 

     शुक्रवार की शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल सका था।

          नदी में डूबा युवक शहदुल्लाहपुर गांव के
स्वर्गीय राजकुमार ठाकुर का 18 वर्षीय पुत्र रत्नेश कुमार बताया गया है। इस घटना के बाद परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है।
  
        
          समाचार लिखे जाने तक उसका कुछ पता नहीं चल सका था। वहीं इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पूर्व उपमुखिया शशिभूषण कुमार, सुरेश पासवान, रंजीत कुमार यादव, टिंकू पासवान आदि ने पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया।