शिक्षा का उपयोग समाज की भलाई के लिए होना चाहिए: मोहन भागवत

डेस्क:– राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि स्कूली शिक्षा केवल तभी फलदायी है जब उसका उपयोग समाज के लिए होता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई शिक्षा का इस्तेमाल नहीं करना जानता है तो उसे उसका कोई खास लाभ नहीं है। अनेक महान व्यक्तियों के ऐसे उदाहरण हैं जिन्होंने स्कूल में शिक्षा हासिल न करने के बावजूद समाज को महत्वपूर्ण दिशा दिखाई

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले मुवानी में शेरसिंह कार्की सरस्वती विहार की इमारत का उद्घाटन करने के बाद संघ कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए भागवत ने जोर देकर कहा कि स्कूल और कॉलेजों में प्राप्त शिक्षा का उद्देश्य समाज की भलाई के लिए उसका उपयोग करना होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को शिक्षा के विद्या भारती मॉडल को बढ़ावा देना चाहिए जो न केवल उसे या उसके परिवार की बेहतरी के लिए बल्कि पूरे समाज की भलाई के लिए शिक्षा प्रदान करता है। संस्कार ही समाज को मजबूती देते हैं और समाज ही सर्वोपरि होता है।

संघ प्रमुख ने आगे कहा कि दुनिया में कोई सरकार युवाओं को केवल 10 फीसदी नौकरियां ही दे सकती हैं जबकि बाकी लोगों के रोजगार या फिर व्यवसाय समाज की मजबूती से पैदा होते हैं। हमारा प्रदेश अतीत में समृद्ध रहा है और समाज की मजबूती के साथ भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा। यह समाज ही है जो हमें सिखाता है कि एक उद्देश्यपूर्ण जीवन को कैसे जिया जाता है।

आरएसएस प्रमुख ने आगे कहा कि उत्तराखंड तपोभूमि है. जहां, सालभर हजारों ऋषि तपस्या करते रहते हैं, लेकिन उनकी तपस्या का फल हमेशा आसपास रहने वाले दूसरे लोगों को आलोकित करता है। संघ प्रमुख उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के दौरे पर हैं और वह शनिवार रात को चंपावत से पिथौरागढ़ पहुंचे हैं।
उत्तराखंड के इस उजाड़ गांव में अकेली रहती हैं 80 साल की बुजुर्ग महिला, अब सिल्वर स्क्रीन पर दिखेगी कहानी

डेस्क:–उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में दूर-दराज के एक गांव में अकेले ही जीवनयापन कर रही 80 साल की बुजुर्ग महिला के जीवन पर फिल्म बन गई है। पहाड़ों से पलायन के कारण वीरान हो चुके घोस्ट विलेज यानी भुतहा गांव की पृष्ठभूमि पर बनी पायर नामक इस मूवी को फिल्म निर्माता विनोद कापड़ी ने प्रोड्यूस किया है। यूरोपीय देश एस्टोनिया के तेलिन ब्लैक नाइट इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल में इसका वर्ल्ड प्रीमियर होगा।

यह फिल्म पिथौरागढ़ के बेरिनाग ब्लॉक के गडतीर गांव में रहने वाली बुजुर्ग महिला के जीवन को केंद्र में रखकर बनी है। 80 साल की हीरा देवी अब सिल्वर स्क्रीन पर दिखेंगी। कापड़ी ने बताया कि पायर फिल्म 80 साल के बुजुर्ग जोड़े की प्रेम कहानी है, जिसमें पहाड़ी राज्य में पलायन का गंभीर मसला भी शामिल है। प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल में यह भारत की तरफ से एकमात्र आधिकारिक एंट्री होगी।

पिछले कई साल से इस फिल्म की तैयारी में जुटे विनोद कापड़ी को अपने एक मित्र के जरिए बुजुर्ग के बारे में जानकारी मिली। वह अपनी फिल्म में गांव के स्थानीय कलाकार को कास्ट करना चाहते थे और इसके लिए आस-पास के कई गांवों में घूम-घूमकर ऐसे दो लोगों को चुना जो इस रोल में फिट बैठ पाएं। फिल्म में यह जोड़ा अपनी मृत्यु की प्रतीक्षा कर रहा है।

फिल्म में नजर आए पदम सिंह और हीरा देवी दोनों ही उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग तहसील के रहने वाले हैं। पदम एक रिटायर्ड सेना के जवान हैं, जो अब किसान के रूप में काम करते हैं। वहीं हीरा देवी घर पर ही भैंसों की देखभाल करती हैं और जंगल से लकड़ियां और घास इकट्ठा करती हैं।

तेज रफ्तार वाहन ने बाराती वैन को मारी टक्कर, 2 की मौत, 5 गंभीर

डेस्क :–मध्य प्रदेश के खरगोन में बड़ा सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने बाराती वाहन को टक्कर मार दी। गाड़ी के नंबर प्लेट में SDM लिखा हुआ था। हादसा इतना भयानक था कि हादसे में 2 बारातियों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, 3 अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के मुताबिक, बारात आज सुबह डालकी से बुराहनपुर जा रही थी। इसी दौरान पीडब्लूडी ऑफिस के सामने ज्वाहर मार्ग के मोड पर हादसा हो गया। डायवर्सन रोड पर एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियों ने ईको को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के बाद सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 2 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं 5 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को  जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। ड्राइवर को भी काफी चोट आई है। बताया जा रहा है कि स्कार्पियो बडवानी जिले के सेंधवा एसडीएम की है।
भोपाल में फर्जी आधार कार्ड के जरिए 1800 बैंक अकाउंट बेचने के मामले में बड़ा खुलासा,इस क्राइम में एक डाकिया भी शामिल

डेस्क:–राजधानी भोपाल में फर्जी आधार कार्ड के जरिए 1800 बैंक अकाउंट बेचने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस क्राइम में एक डाकिया भी शामिल था जो इन्हें आईडी प्रूफ दिया करता था। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी झारखंड से आधार कार्ड लेते थे। डाकिया ने डिलीवर न होने वाले आधार कार्ड आरोपियों को 10 हजार रुपए में बेच दिया था। इन्हीं आधार को एडिट कर 1800 अकाउंट खुलवाए गए थे।  गिरोह का सरगना शशिकांत कुमार डाकिए से जुड़ा हुआ था।

बता दें कि कल भोपाल पुलिस ने ऐसे गिरोह का खुलासा किया था, जो फर्जी अकाउंट खुलवाकर ठगों को बेच देते थे। इन फर्जी अकाउंट से ठगी का करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ था। पुलिस ने इस पूरे मामले में बिहार के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी की उम्र 20 से 25 साल के बीच है। इनकी शिक्षा की बात की जाए तो ये सातों आरोपी चौथी से 12वीं तक पढ़े हुए हैं।

अलग-अलग घटनाओं में छत्तीसगढ़ के 2 युवकों की मौत

डेस्क:– छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्य गए दो युवकों की मौत की खबर सामने आई है। पहली खबर उत्तराखंड की है, जहां एक बिलासपुर के रहने वाले एक MBBS सेकेंड ईयर के छात्र की सड़क हादसे में मौत हो गई। वहीं दूसरी खबर मध्यप्रदेश के सागर जिले से सामने आई है, जहां बालोद का रहने वाला एक युवक टेरीटोरियल आर्मी भर्ती की दौड़ दौरान बेसुध होकर गिर गया, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। दोनों ही युवकों की मौत से उनके परिवारों में मातम छा गया है।

पहली खबर उत्तराखंड के देहरादून की है, जहां मिजोरम मेडिकल कॉलेज में सेकेंड इयर में पढ़ने वाला बिलासपुर का मेडिकल स्टूडेंट समर्थ साहू (उम्र 20 साल) अपने दोस्त के बर्थडे पर सरप्राइज देने जा रहा था। तभी शहर के ओएनजीसी चौक के पास बाइक फिसलने से हादसा हो गया। रोड पर लगी पोल से समर्थ का सिर टकराया और मौके ही उसकी जान चली गई। हादसे में उसका दोस्त घायल हो गया। इधर बेटे की मौत की खबर मिलते ही बिलासपुर में परिवार सदमे में आ गया। रो-रोकर परिजनों का बुरा हाल हो गया है।

बता दें कि समर्थ नेहरू नगर में रहने वाले मेडिकल व्यवसायी चंद्रशेखर साहू का बेटा हैं। हादसे की खबर मिलते ही समर्थ के परिवार के लोग फौरन देहरादून पहुंच गए. अब फैमिली उसकी बॉडी लेकर वापस बिलासपुर आएगी। बिलासपुर में समर्थ का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

दूसरी खबर मध्यप्रदेश के सागर जिले से सामने आई है, जहां 14 नवंबर को आयोजित टेरिटोरियल आर्मी की सीधी भर्ती परीक्षा के दौरान बालोद जिले के डेंगरापार निवासी 24 वर्षीय राकेश कुमार की हार्ट अटैक से मौत हो गई। राकेश ने भर्ती परीक्षा दौरान तीन राउंड की दौड़ में दो राउंड सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था, लेकिन अंतिम राउंड के दौरान वह अचानक गिर पड़ा। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाय गया जहां इलाज के दौरान शुक्रवार 15 नवंबर को उसकी मौत हो गई।

बता दें राकेश लंबे समय से आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहा था और भर्ती दौड़ में शामिल होने के लिए 12 नवंबर को अपने गांव से सागर के लिए रवाना हुआ था। इस बीच उसकी आकस्मिक मौत से परिवार और गांव में शोक का माहौल है। आज राकेश के गृह ग्राम डेंगरापार में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
आज बंद होंगे भगवान बद्रीविशाल के कपाट

डेस्क:–भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया आज विधिपूर्वक संपन्न होगी। शीतकाल के लिए मंदिर के कपाट बंद होने के दौरान हजारों श्रद्धालु इसके साक्षी भी बनेंगे। कपाट बंद होने की विधि शाम 6:45 बजे शुरू होगी। जिसके बाद रात 9:07 बजे निर्धारित समय पर भगवान बद्रीविशाल जी के कपाट 6 महीने के लिए बंद हो जाएंगे।

पूजा विधि के दौरान भगवान बद्रीविशाल की पूजा और शयन आरती की जाएगी। भगवान को घृत कंबल ओढ़ाया जाएगा। इसके बाद भगवान की डोली को जोशीमठ के नरसिंह मंदिर ले जाया जाएगा, जहां शीतकाल में भी उनकी पूजा होगी। बद्रीनाथ धाम हर साल अप्रैल-मई में खुलता है और नवंबर के तीसरे सप्ताह में शीतकाल के लिए बंद कर दिया जाता है, इस दौरान मंदिर समिति की ओर से विशेष पूजा और अनुष्ठान किया जाता है।

इससे पहले 16 नवंबर को मां लक्ष्मी की पूजा की गई। उन्हें कढ़ाई के प्रसाद का भोग लगाया गया। फिर देवी लक्ष्मी से बद्रीनाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होने की प्रार्थना की गई। ‘बद्रीनाथ के मुख्य पुजारी रावल अमरनाथ नंबूदरी स्त्री भेष धारण कर माता लक्ष्मी को श्री बदरीनाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान किया।


बता दें कि गणेश मंदिर के कपाट 13 नवंबर को बंद हो गये थे। इसी क्रम में पंचपूजा के दूसरे दिन केदारेश्वर तथा जगद्गुरु आदि शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद हुए। 15 नवंबर की शाम वेद पुस्तकों की पूजा-अर्चना, खडग-पुस्तक पूजा संपन्न होने के बाद वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो गया।
कल जारी होगा सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट रिजल्ट, icsi.edu पर कर पाएंगे चेक

डेस्क :– सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट रिजल्ट की घोषणा 18 नवंबर, 2024 को जारी की जाएगी। नतीजे सुबह 11 बजे आधिकारिक वेबसाइट https://www.icsi.edu पर रिलीज किए जाएंगे। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी पोर्टल पर जाकर इसकी जांच कर सकेंगे। साथ ही इसका प्रिंटआउट लेकर रख सकेंगे।

इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) ने इस संबधं में आधिकारिक सूचना पोर्टल पर रिलीज की है। इसके मुताबिक, 9 और 11 नवंबर, 2024 को आयोजित हुए कंपनी सेक्रेटरी एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट के रिजल्ट 18 नवंबर, 2024 को जारी किए जाएंगे। नतीजे सुबह 11 बजे घोषित होंगे। परिणाम के साथ-साथ संस्थान उम्मीदवार के विषय-वार अंकों का विवरण भी जारी करेगा।

सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट का ई-रिजल्ट-कम- मार्क्स स्टेटमेंट नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद संस्थान की वेबसाइट www.icsi.edu पर अपलोड कर दिया जाएगा। अभ्यर्थियों को इस विवरण की फिजिकल कॉपी जारी नहीं की जाएगी। अभ्यर्थी इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें। उम्मीदवारों की सहूलियत के लिए नीचे आसान स्टेप्स दिए जा रहे हैं ,जिनको फॉलो करके कैंडिडेट्स आसानी से परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट icsi.edu पर जाना होगा। अब, होमपेज पर लेटेस्ट सेक्शन पर जाएं। यहां कंपनी सेक्रेटरी एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट नवंबर 2024 परिणाम लिंक दिखेगा, इस पर क्लिक करें। अपना लॉगिन विवरण दर्ज करें और सबमिट करें। परिणाम अब आपके सामने होगा। इसे जांचें और डाउनलोड करें

भविष्य के संदर्भ के लिए एक प्रिंटआउट लेकर रख लें।

इससे इतर आईसीएआई (ICAI) ने हाल ही में सीए इंटरमीडिएट जनवरी परीक्षा 2025 के लिए मॉक टेस्ट का शेड्यूल जारी कर दिया है। इसके तहत, फर्स्ट सीरीज के लिए 18 नवंबर, 2024 से मॉक टेस्ट शुरू होंगे, जबकि सेकेंड सीरीज के लिए मॉक टेस्ट की शुरुआत 9 दिसंबर, 2024 से होगी। कैंडिडेट्स ध्यान दें कि परीक्षा समाप्त होने के बाद संस्थान की ओर से आंसर-की भी जारी की जाएगी, जिससे अभ्यर्थियों को अपनी परीक्षा की तैयारी के बारे में अनुमान लग सके। इस संबंध में ज्यादा जानकारी के लिए कैंडिडेट्स को पोर्टल पर विजिट करना होगा।
बीपीएससी ने बिहार सीसीई एग्जाम को लेकर जारी किया  नोटिफिकेशन, 13 दिसंबर को संपन्न होगी परीक्षा

डेस्क:–बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित एक अहम नोटिफिकेशन जारी किया गया है। अधिसूचना में बताया गया है कि "बीपीएससी 70th प्रीलिम एग्जाम की तिथि 13 दिसंबर से बढ़ाकर 19 दिसंबर 2024 किये जाने के सम्बन्ध में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एवं समाचार पत्रों में भ्रामक एवं फर्जी सूचनाएं परिचालित की जा रही हैं।"

आयोग की ओर से इन सभी खबरों का खंडन किया गया है और साथ ही बताया गया है कि परीक्षा का आयोजन पूर्व में निर्धारित तिथि 13 दिसंबर 2024 में परिवर्तन नहीं किया गया है। इसलिए अभ्यर्थी इसी डेट को संज्ञान में रखते हुए परीक्षा तैयारियों को जारी रख सकते हैं।

जिन भी उम्मीदवारों ने इस परीक्षा में भाग लेने के लिए आवेदन किया था उनके लिए परीक्षा तिथि से कुछ दिन पूर्व एडमिट कार्ड डाउनलोड के लिए जारी कर दिए जायेंगे। प्रवेश पत्र ऑनलाइन माध्यम से बीपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर जारी किये जाएंगे। इसके बाद अब मांगी गई डिटेल भरकर इसे डाउनलोड कर सकेंगे।

*प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की स्टेप्स*

बीपीएससी सीसीई एडमिट कार्ड 2024 डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना है

वेबसाइट के होम पेज पर आपको एडमिट कार्ड से संबंधित लिंक पर क्लिक करना है।
इसके बाद आपको मांगी गई डिटेल (लॉग इन क्रेडेंशिएल) दर्ज करना होगा।

अब आपका प्रवेश पत्र स्क्रीन पर ओपन हो जायेगा जहां से आप इसे डाउनलोड करके इसका प्रिंटआउट निकाल सकते हैं।

आपको बता दें कि बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय प्रकार के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है। प्रश्न पत्र में सवाल सामान्य अध्ययन विषय से पूछे जायेंगे। पेपर को हल करने के लिए कुल दो घंटों का समय प्रदान किया जाएगा। अभ्यर्थी ध्यान रखें कि प्रश्न पत्र हल करते समय कैलकुलेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। पेपर हिंदी एवं अंग्रेजी दो भाषाओं में होगा। जो अभ्यर्थी प्रीलिम एग्जाम में निर्धारित कटऑफ अंक प्राप्त कर लेंगे वे भर्ती के अगले चरण मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई माने जाएंगे। अंत में अभ्यर्थियों को चयनित होने के लिए साक्षात्कार से होकर गुजरना होगा।
40 वर्षों में ऐसा पहली बार होगा,16 नवंबर की आधी रात से लेकर 17 नवंबर सुबह तक हावड़ा ब्रिज बंद रहेगा

डेस्क:–कोलकाता का फेमस हावड़ा ब्रिज 16 नवंबर की आधी रात से लेकर 17 नवंबर सुबह तक वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद रहेगा।

40 वर्षों में ऐसा पहली बार होगा। कारण, ब्रिज की महत्वपूर्ण जांच होनी है.एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह निरीक्षण श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, जिसे कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के नाम से भी जाना जाता है, द्वारा इस कार्य के लिए नियुक्त विशेषज्ञ एजेंसी RITES के सहयोग से किए जा रहे एक सतत अध्ययन का हिस्सा है।

इसमें कहा गया है कि रवींद्र सेतु के नाम से भी जाना जाने वाला यह पुल 16 नवंबर को रात 11:30 बजे से 17 नवंबर को सुबह 4:30 बजे तक दोनों दिशाओं में वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद रहेगा।

कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट, जो संरचना के रखरखाव के लिए जिम्मेदार है, ने कहा कि बिना किसी व्यवधान के मूल्यांकन करने के लिए अस्थायी बंद करना आवश्यक है।

अधिकारियों ने यात्रियों से असुविधा से बचने के लिए बंद अवधि के दौरान वैकल्पिक मार्गों की योजना बनाने का आग्रह किया है। अध्ययन के रिजल्ट इस इंजीनियरिंग चमत्कार के भविष्य के रखरखाव और संरक्षण प्रयासों का मार्गदर्शन करेंगे, जो कोलकाता की विरासत और लचीलेपन का प्रतीक बना हुआ है।

इससे पहले ऐसा मूल्यांकन 1983 और 1988 के बीच किया गया था. उस समय, अध्ययन तब किया गया था जब पुल ने फरवरी 1943 में अपने उद्घाटन के बाद से 40 वर्षों तक निर्बाध सेवा की थी।

अपने दो प्रतिष्ठित टावरों के बीच 1,500 फीट तक फैला रवींद्र सेतु कोलकाता के लिए एक जीवन रेखा है, जो वाहनों और पैदल यात्रियों की दैनिक आमद को समायोजित करता है. पुल का कैरिजवे 71 फीट चौड़ा है, जिसके दोनों ओर पैदल यात्रियों के लिए 18.5 फीट चौड़े दो फुटपाथ हैं।

संरचना की भार वहन प्रणाली 78 हैंगर पर निर्भर करती है जो बिटुमिनस सतह के नीचे कंक्रीट डेक स्लैब पर अधिरचना के वजन को स्थानांतरित करते हैं।

साइबर ठगों ने एक बार फिर अपनी शातिर चाल से बड़ी ठगी को दिया अंजाम,कैबिनेट मंत्री के अकाउंटेंट से 2 करोड़ की ठगी

डेस्क:–साइबर ठगों ने एक बार फिर अपनी शातिर चाल से बड़ी ठगी को अंजाम दिया है। इस बार ठगी का शिकार बने उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ के अकाउंटेंट रितेश श्रीवास्तव।

ठगों ने व्हाट्सएप पर मंत्री के बेटे की तस्वीर लगाकर रितेश को मैसेज भेजा और उनसे 2.08 करोड़ रुपये ठग लिए।

ठगों ने नंदी के बेटे की तस्वीर का इस्तेमाल कर व्हाट्सएप डीपी लगाई और रितेश को मैसेज भेजा। मैसेज में लिखा था, “यह मेरा नया नंबर है। मैं एक जरूरी बिजनेस मीटिंग में हूं। तुरंत इन अकाउंट्स में पैसे ट्रांसफर कर दो।”रितेश ने बिना देर किए तीन अलग-अलग बैंक खातों में 2.08 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए।

ट्रांजैक्शन के बाद जब रितेश ने मंत्री के परिवार से संपर्क किया, तो ठगी का भेद खुला। घटना के बाद मंत्री के कार्यालय में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना तुरंत साइबर थाने को दी गई।

साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठगों के बैंक खातों को फ्रीज कराने के लिए बैंकों को मेल भेजे गए हैं। पुलिस का कहना है कि मामले में जल्द ही ठगों का पता लगाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने साइबर सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध मैसेज पर तुरंत विश्वास न करें और जांच-पड़ताल के बाद ही कोई आर्थिक लेन-देन करें।यह घटना दिखाती है कि साइबर अपराधी अब तकनीक और भावनात्मक जोड़तोड़ का इस्तेमाल कर ठगी को अंजाम दे रहे हैं। सावधानी ही बचाव है।