हेमटेक्स्टिल 2025 में भारतीय कालीन उद्योग का प्रतिनिधित्व: सीईपीसी का आमंत्रण, नए अवसरों की उम्मीद
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भारतीय कालीन उद्योग को हाल ही में एक बड़ा झटका तब लगा, जब हनोवर, जर्मनी में जनवरी 2025 में होने वाला प्रतिष्ठित "डोमोटेक्स अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला" रद्द कर दिया गया। यह मेला भारतीय कालीन उद्योग के लिए वैश्विक मंच पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और नए अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों को मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर था।कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के अध्यक्ष कुलदीपराज वाटल और उनकी प्रशासनिक समिति ने इस चुनौती को अवसर में बदलने के लिए अपने प्रयास तेज किए। उनके अथक प्रयासों और सरकार के सहयोग से वाणिज्य विभाग की एमएआई उप-समिति ने "हेमटेक्स्टिल 2025" में भारतीय भागीदारी को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है। यह मेला 14 से 17 जनवरी 2025 के बीच जर्मनी के फ्रैंकफर्ट स्थित मेसे फ्रैंकफर्ट प्रदर्शनी स्थल में आयोजित होगा, जो कालीन निर्यातकों के लिए एक नया वैश्विक मंच प्रदान करेगा।
उच्चस्तरीय समिति की अंतिम मंजूरी का इंतजार
इस प्रस्ताव पर अंतिम अनुमोदन उच्चस्तरीय अधिकार प्राप्त समिति द्वारा होना बाकी है। डीओसी (वाणिज्य विभाग) की ओर से मंजूरी के बाद भारतीय भागीदारी का आधिकारिक ऐलान किया जाएगा। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) ने इस अवसर को भुनाने की पूरी तैयारी कर ली है और सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए तत्पर है। इस मंजूरी के बाद भारतीय कालीन उद्योग को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपने विस्तार की एक नई दिशा मिल सकती है।
हेमटेक्स्टिल 2025: एक नई संभावनाओं का मंच
हेमटेक्स्टिल, विश्व के सबसे प्रमुख व्यापार मेलों में से एक है, जहाँ घरेलू वस्त्र और इंटीरियर डिजाइन से जुड़े उत्पादों का प्रदर्शन होता है। यह मेला विश्व के कोने-कोने से खरीदारों, डीलरों, और व्यवसायियों को आकर्षित करता है, जो इस क्षेत्र में संभावित भागीदारियों और खरीद के अवसरों की तलाश में होते हैं। भारतीय कालीन उत्पादों की बेहतरीन शिल्पकला और गुणवत्ता को देखते हुए, यह मंच भारत के कालीन उद्योग को नया आयाम दे सकता है।
मेला विवरण और भागीदारी आमंत्रण
मेला विवरण:
तिथि: 14-17 जनवरी 2025
स्थान: हॉल 3.0, मेसे फ्रैंकफर्ट, फ्रैंकफर्ट, जर्मनी
आयोजन अवधि: 4 दिन
सीईपीसी ने हेमटेक्स्टिल 2025 में भाग लेने के लिए सभी भारतीय कालीन निर्यातकों और निर्माताओं को आवेदन करने के लिए आमंत्रित किया है। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर 2024 निर्धारित की गई है। इसके बाद कोई भी रजिस्ट्रेशन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
कालीन उद्योग के लिए नए अवसर
हेमटेक्स्टिल 2025 में भागीदारी भारतीय कालीन उद्योग को वैश्विक स्तर पर अपनी प्रतिष्ठा और पहुँच को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी। यह मेला न केवल व्यापारिक समझौतों और निर्यात को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और पारंपरिक शिल्प कौशल को भी विश्व पटल पर पेश करेगा।
सीईपीसी के अध्यक्ष ने कहा, "हेमटेक्स्टिल 2025 में भारत की उपस्थिति न केवल व्यापारिक हितों के लिए बल्कि भारतीय शिल्पकला और गुणवत्ता को प्रदर्शित करने का एक शानदार मौका है। हम उम्मीद करते हैं कि इस मंच से भारतीय कालीन उद्योग को नई ऊंचाइयाँ प्राप्त होंगी।"
उद्योग को नई दिशा
हेमटेक्स्टिल 2025 में भारतीय उपस्थिति से अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों के साथ बेहतर संबंध स्थापित होने की उम्मीद है। भारतीय निर्यातकों के लिए यह मेला नई तकनीकों और रुझानों से रूबरू होने का भी एक सुनहरा अवसर होगा। इस मेले में भागीदारी से भारतीय उत्पादों की मांग में वृद्धि हो सकती है, जो अंततः भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगा।
सीईपीसी ने सभी इच्छुक कंपनियों और निर्यातकों से अनुरोध किया है कि वे इस अवसर का लाभ उठाने के लिए जल्द से जल्द आवेदन करें और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को समय से पूरा करें।
Nov 11 2024, 18:43