Motorola जल्द ही मार्केट में लॉन्च करेगा नया फोल्डेबल स्मार्टफोन, लाइनअप में Motorola Razr 50s Ultra

डेस्क:–मोटोरोला ने सबसे कम कीमत में एआई पॉवर्ड फोल्डेबल फोन लॉन्च कर दिया है। फोन में 6.9 इंच की इंटरनल डिस्प्ले दी जाएगी। साथ ही दमदार कैमरा फोन एआई फीचर्स का सपोर्ट मिलेगा। फोन 8 जीबी रैम और 256 जीबी स्टोरेज ऑप्शन में आएगा। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से..

Motorola जल्द ही अपने फोल्डेबल स्मार्टफोन लाइनअप में Motorola Razr 50s Ultra लॉन्च कर सकती है। इसे Motorola Razr 50s के साथ पेश किया जा सकता है। पिछले कुछ समय में Motorola Razr 50s मॉडल को कई सर्टिफिकेशन और बेंचमार्किंग साइट्स पर देखा गया है, और अब Ultra वेरिएंट भी ऑनलाइन सामने आया है, जिसमें इसके डिजाइन और चार्जिंग स्पेसिफिकेशन्स का खुलासा हुआ है। माना जा रहा है कि Motorola Razr 50s सीरीज को Motorola Razr 50 सीरीज से थोड़ा नीचे पोजिशन किया जाएगा। Motorola Razr 50s Ultra का डिजाइन Motorola Razr 50s Ultra को Wireless Power Consortium की सर्टिफिकेशन साइट पर लिस्ट किया गया है, जहां से इसके डिजाइन की जानकारी मिली है। लिस्टिंग में शामिल इमेजेस से पता चलता है कि इसका डिजाइन Motorola Razr 50 Ultra के समान होगा। इसमें एक रेक्टेंग्युलर कवर स्क्रीन दी गई है, जो हिंज तक फैली हुई है और इसमें दो सर्कुलर रियर कैमरा सेंसर टॉप लेफ्ट कॉर्नर में मौजूद हैं. साथ ही फ्लैश यूनिट भी दिया गया है।

Wireless Power Consortium लिस्टिंग के मुताबिक, Motorola Razr 50s Ultra मॉडल नंबर XT2451-6 के साथ 15W वायरलेस Qi चार्जिंग को सपोर्ट करेगा। इसके अलावा, SGS Fimko सर्टिफिकेशन साइट पर इसे कई मॉडल नंबरों के साथ लिस्ट किया गया है, जो इसके विभिन्न वेरिएंट्स को दर्शाते हैं।
Motorola का ये फोन कर्व्ड डिस्प्ले और 50MP कैमरे से है लैस खरीदें मात्र 18 हजार में

डेस्क:–अगर आप 20 हजार रुपये से कम में कोई नया स्मार्टफोन खरीदने के बारे में सोच रहे हैं। तो आपके लिए ये एक अच्छा समय हो सकता है। क्योंकि, फ्लिपकार्ट पर मोटोरोला के एक जबरदस्त स्मार्टफोन पर बड़ी छूट दी जा रही है। ये फोन कर्व्ड डिस्प्ले, 50MP OIS कैमरा और स्नैपड्रैगन प्रोसेसर जैसे कई धमाकेदार फीचर्स के साथ आता है।

दरअसल, हम यहां Motorola G85 5G के बारे में बात कर रहे हैं। ग्राहक इस फोन को अभी डिस्काउंट के बाद 18 हजार रुपये से भी कम कीमत में खरीद सकते हैं। इस स्मार्टफोन को अभी फ्लिपकार्ट पर 20,999 रुपये की जगह 17,999 रुपये में लिस्ट किया गया है। यानी ग्राहकों को फोन पर 3,000 रुपये का फ्लैट डिस्काउंट दिया जा रहा है।

डुअल सिम (नैनो) वाला मोटो G85 5G एंड्रॉयड 14-बेस्ड Hello UI पर चलता है और इसमें 6.67-इंच का फुल-एचडी+ (1,080 x 2,400 पिक्सल) 3D कर्व्ड pOLED स्क्रीन है जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट, 240Hz टच सैंपलिंग रेट, 1,600nits की पीक लोकल ब्राइटनेस और 20:9 आस्पेक्ट रेशियो है। स्क्रीन पर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 प्रोटेक्शन है। ये क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन 6s जेन 3 चिपसेट के साथ-साथ एड्रेनो 619 GPU, 12GB तक रैम और 256GB तक UFS 2.2 ऑनबोर्ड स्टोरेज पर चलता है। रैम को अनयूज्ड स्टोरेज के साथ 24GB तक बढ़ाया जा सकता है।

ऑप्टिक्स के लिए, फोन के रियर में डुअल कैमरा यूनिट है जिसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइज़ेशन (OIS) सपोर्ट के साथ 50-मेगापिक्सल का Sony Lytia 600 प्राइमरी सेंसर और सिंगल LED फ़्लैश के साथ 8-मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड एंगल कैमरा है। सेल्फी और वीडियो चैट के लिए इसमें 32-मेगापिक्सल का कैमरा फ्रंट में है। Moto G85 5G की बैटरी 5,000mAh की है और यहां 33W फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट भी दिया गया है।

पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए सेना के जवान को दी श्रद्धांजलि

डेस्क:–पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सेना के जवान नायब सूबेदार राकेश कुमार को श्रद्धांजलि दी।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में सेना के जवान को सम्मानित किया और तीन घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, "जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सर्वोच्च बलिदान देने वाले नायब सूबेदार राकेश कुमार की बहादुरी को सलाम। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना। आपके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। तीनों घायल सैनिकों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए वाहेगुरु जी से प्रार्थना करता हूं।"

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सेना का एक जवान शहीद हो गया। रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में, व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) और सभी रैंकों ने 2 पैरा (एसएफ) के नायब सूबेदार राकेश कुमार के बलिदान को सम्मानित किया। पोस्ट में लिखा है, "सब राकेश 9 नवंबर, 2024 को किश्तवाड़ जिले के भारत रिज क्षेत्र के सामान्य क्षेत्र में शुरू किए गए संयुक्त सीटी (आतंकवाद विरोधी) ऑपरेशन का हिस्सा थे। हम इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़े हैं।"

इस बीच, पुलिस ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ की सूचना दी। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, केशवान इलाके में गोलीबारी हुई, जिसमें तीन से चार आतंकवादियों के फंसे होने का अनुमान है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा, "केशवान किश्तवाड़ में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि 3/4 आतंकवादी फंस गए हैं। यह वही समूह है जिसने 2 निर्दोष ग्रामीणों की हत्या की थी।"
820 करोड़ रुपये की लागत से भारत का पहला समर्पित रेलवे परीक्षण ट्रैक राजस्थान में बनाया जा रहा है

डेस्क:–राजस्थान में रोलिंग स्टॉक के परीक्षण की सुविधा विकसित करने के लिए एक समर्पित रेलवे परीक्षण ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। यह ट्रैक दिसंबर 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा। राजस्थान में देश का पहला ट्रेन ट्रायल ट्रैक लगभग बनकर तैयार हो गया है। 60 किलोमीटर लंबा यह ट्रैक पूरी तरह सीधा नहीं है, बल्कि इसमें कई घुमावदार बिंदु बनाए गए हैं। इससे इस बात का ट्रायल लिया जा सकेगा कि तेज गति से आ रही ट्रेन बिना गति कम किए घुमावदार ट्रैक पर कैसे गुजरेगी। इन कर्व में कुछ कर्व कम गति के लिए बनाए गए हैं, तो कुछ तेज गति के लिए। पहले चरण के पूरा होने के बाद बुलेट ट्रेनों का 230 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से परीक्षण भी किया जा सकेगा।

देश के पहले डेडिकेटेड टेस्ट ट्रैक की स्थापना से देश में हाई-स्पीड रोलिंग स्टॉक वस्तुओं के परीक्षण में नए आयाम स्थापित होंगे और आधुनिकता की ओर बढ़ रहे रेलवे की दिशा में यह टेस्ट ट्रैक मील का पत्थर साबित होगा। रेलवे द्वारा पूर्व में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के साथ-साथ संरक्षित रेल संचालन पर भी विशेष जोर दिया गया है। रेलवे ट्रैक के अलावा सुरक्षा को मजबूत करने में रोलिंग स्टॉक की अहम भूमिका होती है। रोलिंग स्टॉक का उपयोग करने से पहले उसका व्यापक और गहन परीक्षण करना जरूरी होता है, तभी वह सुरक्षा के मापदंडों पर खरा उतर सकता है।

डेडिकेटेड टेस्ट ट्रैक के जरिए रेलवे संसाधनों का व्यापक उपयोग कर सकेगा और सुरक्षा में काफी बढ़ोतरी होगी। देश में हाई-स्पीड रोलिंग स्टॉक के व्यापक परीक्षण के लिए भारतीय रेलवे राजस्थान के डीडवाना जिले के जोधपुर मंडल के नावां में गुढ़ा-थाथाना मीठड़ी के बीच 60 किलोमीटर लंबा देश का पहला आरडीएसओ डेडिकेटेड टेस्ट ट्रैक विकसित कर रहा है फेज 1 का काम दिसंबर 2018 में और फेज 2 का काम नवंबर 2021 में मंजूर हुआ था।

इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 820 करोड़ रुपये है। समर्पित परीक्षण ट्रैक के निर्माण में सात बड़े पुल, 129 छोटे पुल और चार स्टेशन (गुढ़ा, जाबदीनगर, नावां और मीठड़ी) शामिल हैं। इस परियोजना के तहत 27 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है और पूरा काम दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना के तहत हाई-स्पीड रोलिंग स्टॉक और गति परीक्षण, स्थिरता, सुरक्षा मापदंडों, दुर्घटना प्रतिरोध, रोलिंग स्टॉक की गुणवत्ता आदि सहित वस्तुओं की व्यापक परीक्षण सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इस समर्पित परीक्षण ट्रैक में ट्रैक सामग्री, पुल, टीआरडी उपकरण, सिग्नलिंग गियर और भू-तकनीकी अध्ययन का परीक्षण भी शामिल है। ट्रैक पर पुल, अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज जैसी विभिन्न संरचनाएं बनाई गई हैं।

इस ट्रैक पर आरसीसी और स्टील के पुल बनाए गए हैं जो जमीन के नीचे और ऊपर हैं। इन पुलों को कंपन प्रतिरोधी बनाने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इन पुलों के जरिए इसके ऊपर से तेज गति से गुजरने वाली ट्रेन के रिस्पांस को परखा जा सकेगा। पुल को टर्न आउट सिस्टम का उपयोग करके बनाया गया है। यानी, हैवी आरसीसी बॉक्स लगाकर ऊपर स्टेनलेस स्टील का उपयोग किया गया है। चूंकि सांभर का वातावरण क्षारीय है, इसलिए स्टील में जंग नहीं लगेगा।
विधानसभा उपचुनाव से पहले रविवार को सीएम भजनलाल शर्मा ने दौसा में किया रोड शो, पार्टी उम्मीदवार के लिए मांगे वोट

डेस्क:–राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधानसभा उपचुनाव से पहले रविवार को दौसा में भाजपा प्रत्याशी जगमोहन मीना के पक्ष में रोड शो किया।

सीएम को पार्टी प्रत्याशी के साथ खुली जीप में सवार देखा गया और उनके साथ भारी भीड़ और भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के झंडे और पोस्टर लेकर चल रहे थे। विशेष रूप से, कांग्रेस ने मीना के खिलाफ दौसा विधानसभा सीट से दीनदयाल बैरवा को मैदान में उतारा है।

राजस्थान में झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ सहित सात सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे और नतीजे 20 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इन सात सीटों पर उपचुनाव दो विधायकों के निधन और पांच अन्य के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद जरूरी हो गए थे। गौरतलब है कि इन सात सीटों में से पांच कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों (भारत आदिवासी पार्टी-एक) के पास थीं, जबकि भाजपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के पास एक-एक सीट थी। 200 सदस्यीय राजस्थान विधानसभा में भाजपा के 114 विधायक हैं, कांग्रेस के 65, भारत आदिवासी पार्टी के तीन, बहुजन समाज पार्टी के दो, राष्ट्रीय लोकदल का एक और आठ निर्दलीय हैं। 30 अक्टूबर को राजस्थान के मुख्य चुनाव अधिकारी नवीन महाजन ने कहा था कि राजस्थान में 10 महिलाओं और 59 पुरुषों सहित 69 उम्मीदवार राजनीतिक मैदान में हैं। हालांकि, 25 अक्टूबर को नामांकन की आखिरी तारीख तक कुल 94 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र जमा किए थे। उन्होंने कहा कि दौसा और खींवसर विधानसभा क्षेत्रों में 12-12 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। सलूंबर में छह उम्मीदवार मैदान में हैं।
शेख हसीना फिर बनेंगी बांग्लादेश की पीएम! ट्रंप की अमेरिका में वापसी के बाद अवामी लीग हुई एक्टिव

डेस्क:–अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव  में डोनाल्ड ट्रंप ने ऐतिहासिक जीत हासिल कर दोबारा राष्ट्रपति बन गए हैं। उनके राष्ट्रपति बनने के साथ ही बांग्लादेश की राजनीति में भी तेजी से परिस्थिति बदल रहा है। शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग  उनके समर्थन में माहौल बनाने में जुट गई है। अवामी लीग शेख हसीना को बांग्लादेश की फिर से प्रधानमंत्री बनाने में लग गई है।

इधर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अवामी लीग को “फासीवादी” पार्टी करार देते हुए उस पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इससे पहले मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने अवामी लीग के छात्र संघ शाखा पर प्रतिबंध लगा दिया था।

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बांग्लादेश से भागने के तीन महीने बाद उनकी पार्टी अवामी लीग ने आज रविवार को ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन रैली का आह्वान किया है। दरअसल, अगस्त में छात्रों के विद्रोह के बाद से अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर बढ़ते हमलों का सामना करते हुए पूर्ववर्ती सत्तारूढ़ पार्टी अपने अधिकांश शीर्ष नेतृत्व के जेल में या निर्वासन में रहने के कारण फिर से संगठित होने और अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रही है। इस क्रम में पार्टी ने रविवार (10 नवंबर) को ढाका में विरोध मार्च का आह्वान किया है।

इधर अंतरिम सरकार ने शनिवार को जारी एएल के बयान में कहा गया, “हमारा विरोध देश के लोगों के अधिकारों को छीनने, कट्टरपंथी ताकतों के उदय और आम लोगों के जीवन को बाधित करने की साजिश के खिलाफ है। हम आप सभी से अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इस मौजूदा शासन के कुशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का आग्रह करते हैं।

कुछ समय पहले ही अंतरिम सरकार ने अवामी लीग के स्टूडेंट विंग ‘स्टूडेंट लीग’ को बैन कर दिया गया था। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में काम कर रही अंतरिम सरकार ने एक गजट जारी किया और 2009 के आतंकवाद विरोधी कानून के प्रावधानों के तहत संगठन पर बैन लगा दिया। गजट में कहा गया कि बांग्लादेश स्टूडेंट लीग को सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों में शामिल पाया गया है। इन गतिविधियों में हत्या, प्रताड़ना, कॉलेज परिसरों में उत्पीड़न, छात्र डॉर्मिटरी में सीट ट्रेडिंग, टेंडर में हेरफेर, बलात्कार, और यौन उत्पीड़न जैसी गंभीर आपराधिक गतिविधियां शामिल हैं।

बता दें कि शेख हसीना को ट्रंपक का करीबी नेता बताया जाता है। अवामी लीग हमेशा अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी की करीबी रही है। इसी का नतीजाै है कि हसीना की पार्टी आवामी लीग ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद ट्रंप को बदाई संदेश भाजा था। संदेश में शेख हसीना को बांग्लादेश का प्रधानमंत्री बताया गय़ा है। वहीं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार मुखिया मोहम्मद यूनुस अमेरिका के डेमोक्रेटिक पार्टी के करीबी रहे हैं। इसी का नतीजा है कि बाराक ओबामा सरकार में मोहम्मद यूनुस को शांति का नोबल पुरस्कार दिया गया था।

बता दें कि जून 2024 में बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2018 बांग्लादेश कोटा सुधार आंदोलन के जवाब में किए गए सरकारी फैसले को पलटते हुए स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए 30 फीसदी कोटा बहाल करने के खिलाफ विरोध शुरू हुआ था। छात्रों को ऐसा लगने लगा कि योग्यता के आधार पर उनके पास सीमित अवसर ही बचेंगे। इस विरोध की शुरुआत सरकारी नौकरियों के लिए पुनः स्थापित कोटा प्रणाली की प्रतिक्रिया के रूप में शुरू हुई थी। बाद में यह हिंसक होती चली गई। इसके बाद बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को 5 अगस्त को देश छोड़ेकर जाना पड़ा।
फ्लिपकार्ट पर धमाकेदार ऑफर, आधी कीमत में मिल रहा 60 हजार रुपये वाला Samsung का प्रीमियम स्मार्टफोन

डेस्क:–ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट पर Samsung Galaxy S23 FE डिस्काउंट के साथ बिक्री के लिए मौजूद है। सैमसंग के मिड-रेंज फ्लैगशिप फोन की खरीदारी करने पर आपकी अच्छी बचत हो सकती है। इस बैंक और एक्सचेंज ऑफर दिए जा रहे हैं, साथ में एक्सचेंज ऑफर भी मिल रहा है। इसके लिए पुराने फोन की कंडीशन सही होना जरूरी है। सैमसंग गैलेक्सी एस23 फैन एडिशन में स्पेसिफिकेशन भी तगड़े ऑफर किए गए हैं।

Samsung Galaxy S23 FE की फ्लिपकार्ट पर लिस्टेड कीमत 84,999 रुपये है 256 वेरिएंट के लिए। लेकिन प्रभावी कीमत सिर्फ 37,999 रुपये है। 8 जीबी रैम और 256 जीबी स्टोरेज वाले वेरिएंट पर 23,400 रुपये का एक्सचेंज ऑफर दिया जा रहा है। अगर पुराने फोन की कंडीशन सही है तो प्रभावी कीमत और भी कम हो जाएगी।


इस पर फ्लिपकार्ट एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर 5 प्रतिशत का कैशबैक दिया जा रहा है। ग्राहक फोन को नो-कॉस्ट-ईएमआई के साथ भी खरीद सकते हैं। अगर आपके पास कोई कूपन वगैरह है तो उससे भी बचत हो सकती है। फोन पर कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन भी है। स्मार्टफोन फ्लिपकार्ट पर ग्रेफाइट, मिंट और पर्पल कलर में खरीदारी के लिए उपलब्ध है।

सैमसंग गैलेक्सी S23 FE में 6.4 इंच का डायनामिक एमोलेड 2X डिस्प्ले है, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट है, यह बेहतर व्यूइंग एक्सपीरियंस के लिए कंटेंट को ट्रैक करने वाले फ्लूइड ट्रांजिशन को सुनिश्चित करता है। इस फोन में सैमसंग की विजन बूस्टर तकनीक भी दी गई है।

इसमें 50MP का प्राइमरी सेंसर, 12MP का अल्ट्रा-वाइड सेंसर और OIS के साथ 8MP का 3x ऑप्टिकल जूम लेंस है। सैमसंग ने फैन एडिशन सीरीज में नाइटोग्राफी तकनीक भी पेश की है, जो लो लाइट में फोटो क्लिक करने की परमिशन देती है। साथ ही कैमरा असिस्टेंट ऐप यूजर्स को कस्टमाइज्ड फोटो एक्सपीरियंस के लिए अपनी सेटिंग को फाइन-ट्यून करने देता है।

8GB रैम के साथ Exynos 2200 चिपसेट से लैस फोन में वेपर चैंबर है, जो हीट डिसिपेशन के लिए काम करता है। फोन में 4500mAh की बैटरी है जो 25W पर फास्ट चार्जर से चार्ज होती है। एंड्रॉइड 13 बेस्ड Samsung One UI 5.1 पर यह फोन रन करता है।

35,000 रुपये से कम कीमत वाला Samsung Galaxy S23 FE एक पावरफुल प्रोसेसर, एक अपग्रेडेड कैमरा सिस्टम और बड़ी डिस्प्ले के साथ एक फ्लैगशिप एक्सपीरियंस देता है। अगर आप एक किफायती कीमत पर एक अच्छे स्पेक्स वाला फोन तलाश रहे हैं और AI फीचर्स की ज्यादा चाहत नहीं है तो इस फोन को खरीदा जा सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करहल में अखिलेश यादव पर साधा निशाना, कहा कि बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है। बताई कांग्रेस और मुलायम की 'दुश्मनी'

डेस्क:–मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव प्रचार के दूसरे दिन शनिवार को समाजवादी पार्टी के नेतृत्व, नीतियों और नेताओं को निशाने पर लेते हुए बिना नाम लिए अखिलेश पर हमला किया।

बोले, बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है। नेताजी की कर्मभूमि मैनपुरी के करहल में भाजपा प्रत्याशी अनुजेश यादव के समर्थन में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. मुलायम सिंह यादव को भी कष्ट हो रहा होगा कि उनका सपूत सपा को कांग्रेस के पास गिरवी रखकर पार्टी का सत्यानाश करने पर उतारू है।

अलीगढ़ के खैर में सुरेंद्र दिलेर व कानपुर के सीसामऊ में सुरेश अवस्थी के समर्थन में आयोजित सभा में विपक्ष से सवाल पूछा कि जब एएमयू में भारत का पैसा लगा है तो वहां पिछड़ी, अनुसूचित जाति व जनजाति को आरक्षण क्यों नहीं मिलता?

कहा कि कानपुर का दंगाई और रामपुर में जमीन कब्जाने वाला जेल में, लेकिन समाजवादी पार्टी इन्हें निर्दोष ही मानती है। सपा की टोपी लाल, लेकिन कारनामे काले हैं।करहल में नेताजी मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि में सीएम ने भावनात्मक अंदाज में अखिलेश यादव पर परोक्ष हमला किया।

बोले कि उनका आचरण अपने पिता की भावनाओं के विरुद्ध है। अखिलेश यादव की सपा कांग्रेस की गोदी में खेल रही है। कांग्रेस ने इमरजेंसी में नेताजी को बंद किया था। नेताजी हमेशा कांग्रेस का विरोध करते थे। वे कहते थे कि धोखे से भी इसके साथ नहीं रहना है, लेकिन सपा अब नेताजी के मूल्यों-आदर्शों से खुद को दूर कर चुकी है। कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, जो जिंदगी भर उनके साथ जुड़ जाती है। बबुआ अभी बालिग नहीं हुआ है, इसलिए कभी-कभी ऐसा काम कर देता है, जिससे मैनपुरीवालों के सामने भी संकट खड़ा हो जाता है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा ने करहल में मुलायम सिंह यादव के दामाद अनुजेश यादव को प्रत्याशी बनाया है। अलीगढ़ के खैर में मुख्यमंत्री ने एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर छिड़ी कानूनी लड़ाई के बहाने सपा-कांग्रेस को घेरा। कहा, भारत का संविधान अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति को मंडल कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर आरक्षण की सुविधा देता है।

नौकरियों में और बच्चों के प्रवेश में भी यह सुविधा प्राप्त होनी चाहिए लेकिन एएमयू भारत के संसाधनों से पलने और जनता के टैक्स से चलने वाला ऐसा संस्थान है, जो पिछड़ी, अनुसूचित जाति या जनजाति के लोगों को आरक्षण नहीं देता है, लेकिन मुसलमानों के लिए स्वयं के माध्यम से 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था कर रहे हैं।

कानपुर के सीसामऊ में चुनावी सभा में कहा कि उत्तर प्रदेश में 2017 के पहले सपा ने दुर्दांत माफिया व गुंडों को शागिर्द बना रखा था। वे दंगाइयों को अपने साथ लेकर चलते थे। दंगाइयों को गले लगाया, लोगों को दंगों में झोंका। कानपुर का दंगाई जेल में है। रामपुर का पूर्व मंत्री जेल में है। स्वर्गीय राजू पाल की हत्या पर सपा चुप रही। उमेश पाल के हत्यारों को सुरक्षा देती रही। उमेश की सुरक्षा में लगे निषाद जवान की हत्या में कुछ नहीं किया। लोकसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस ने झूठ फैलाया। अब जनता समझ चुकी है कि ये लोग जन भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले हैं।

मुख्यमंत्री बोले भाजपा ने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। हमने राम मंदिर बनाकर भी दिखा दिया। हम तो कहते हैं कि कृष्ण कन्हैया को लाएंगे और आपकी भावनाओं का सम्मान कराएंगे।

विपक्ष की ओर इंगित करते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ वोट चाहिए, कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं। सीएम ने सीधे भीड़ से संवाद करते हुए कहा कि करहल की जनता को इनसे ये ही पूछना चाहिए कि यदि वे कृष्ण-कन्हैया का सम्मान नहीं कर सकते तो इन लोगों को बाय-बाय कर देंगे।
विधानसभा उपचुनाव के दौरान चल रही जुबानी जंग के बीच अखिलेश यादव ने भाजपा पर  हमला, कहा एनकाउंटर वाली सरकार का काउंटडाउन शुरू

डेस्क:–विधानसभा उपचुनाव के दौरान चल रही जुबानी जंग के बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। कहा, एनकाउंटर वाली सरकार का काउंटडाउन शुरू हो गया है इसलिए उनकी भाषा बदल गई है। इतना घबराए हैं कि अधिकारियों को अपना पदाधिकारी समझ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी तीक्ष्ण शब्द बाण चलाए।

नोटबंदी के दौरान कानपुर देहात के एक बैंक में जन्मे बालक खजांची का जन्मदिन सपा कार्यालय में मनाने के बाद अखिलेश यादव ने मीडियाकर्मियों से कहा कि नोटबंदी दुनिया के सबसे बड़े आर्थिक भ्रष्टाचार के रूप में सामने आई है। नोटबंदी का एक भी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ।

सपा मुख्यालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमलावर अखिलेश ने कहा कि मन की कुटिलता ही वचन की कटुता बनती है। जिन्होंने अपने ऊपर दर्ज सच्चे मुकदमे हटाए हैं, दूसरों पर उतने ही झूठे मुकदमे लगवाए हैं। जो जितना बड़ा संत होता है, वह उतना ही कम बोलता है।
कहा, इनकी योग्यता की परीक्षा करानी पड़ेगी। व्यक्ति वस्त्र से नहीं, वचन से योगी होता है, जिनका काम सरकार चलाना होना चाहिए, वो बुलडोजर चला रहे हैं। मृदुभाषी कटुभाषी बन गए हैं।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है जब बुलडोजर की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। सरकार अहंकार में संविधान भी भूल गई है। पूरी तरह से जंगलराज है। सरकार अत्याचार कर रही है, जिन्हें संविधान से चलना चाहिए, वे मन विधान से चल रहे हैं। जिन्हें सौहार्द के पुल बनाने चाहिए, वे नीचे-नीचे बारूदी सुरंग बिछा रहे हैं। जिनके राज में साधु संतों के बीच झगड़े करवाए जा रहे हैं, वे कैसे योगी हैं?

भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अखिलेश यादव के हमले को लेकर तगड़ा पलटवार किया। एक्स अकाउंट पर लिखा कि ‘आदरणीय सपा प्रमुख जी, हिंदू धर्म में संत व सन्यासी सर्वश्रेष्ठ होते हैं, आपको इन मान्यताओं की जानकारी होनी ही चाहिए।’ ‘योगी जी प्रदेश के सर्वप्रिय मुख्यमंत्री हैं, गोरक्षपीठाधीश्वर हैं, सत्य सनातन के धवल प्रतिबिंब हैं, सज्जनों को सम्मान देने वाले श्रेष्ठ सन्यासी हैं। राजनीति में व्यक्तिगत टिप्पणियां ठीक नहीं हैं, आपने अपने बड़ों को कैसा सम्मान दिया उसका उल्लेख करना ठीक नहीं, परंतु एक सर्वमान्य संत पर व्यक्तिगत आक्षेप करना भी ठीक नहीं है। श्रद्धेय योगी अदित्यनाथ जी का व्यक्तित्व बड़ा है, कृतित्व बड़ा है, धार्मिक उत्तरदायित्व बड़ा है, वे श्रेष्ठ हैं, वे पूज्य हैं।’
सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े,यूपी में 67 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता जमा नहीं कर रहे हैं बिल

डेस्क:–प्रदेश के 67,41,118 बिजली उपभोक्ता कई वर्षों से बिल नहीं जमा कर रहे हैं। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबिनार में उपभोक्ताओं ने दी।

उपभोक्ताओं की तरफ से मांग की गई है कि बिल न जमा करने वाले उपभोक्ताओं के लिए ब्याज माफी योजना लागू की जाए। इनमें से करीब 15 प्रतिशत उपभोक्ताओं के बिजली के कनेक्शन कागजों पर तो हैं, लेकिन हकीकत में उनके घरों में बिजली की आपूर्ति ही नहीं की जा सकी है।

परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि तमाम उपभोक्ता इसलिए बिल नहीं जमा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें एक साथ कई माह का बिल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि 24 मई 2024 तक पश्चिमांचल में 2,71,511 उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया। इसी प्रकार दक्षिणांचल में 8,70,301 और मध्यांचल में 22,62,198 उपभोक्ताओं ने कभी बिजली का बिल नहीं जमा किया।

पूर्वांचल में 33,17,368, केस्को में 19,740 उपभोक्ताओं ने कभी भी बिजली का बिल जमा नहीं किया है। वेबिनार में उपभोक्ताओं ने बताया कि नोएडा, प्रतापगढ़, मऊ, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, हरदोई, मैनपुरी, आजमगढ़, बुलंदशहर, लखीमपुर खीरी व कानपुर के तमाम गरीब उपभोक्ताओं को छह माह या एक वर्ष का बिल एक साथ भेजा जा रहा है। बिल अधिक होने की वजह से गरीब उपभोक्ता बिल जमा नहीं करते हैं।

वहीं कई उपभोक्ताओं के यहां कागजों पर बिजली का कनेक्शन दिखाया जा रहा है, जबकि हकीकत में उनके घरों में बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही है। वहीं कई उपभोक्ताओं के घरों पर मीटर और केबल दे दिया गया लेकिन आज भी पोल से उनकी बिजली नहीं जोड़ी गई है।