जिला प्रशासन करेगा नखास की बंदोबस्ती
मेला इस वर्ष भी 32 दिनों का होगा कॉर्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले एशिया प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला इस वर्ष भी 32 दिनों का होगा। सरकारी स्तर पर आगामी 13 नवंबर से मेला शुरू हो रहा है।       14 दिसंबर को समाप्त होगा। मेला के शुरू होने में अब मात्र 10 दिन शेष बचे हैं। गैर सरकारी स्तर पर देवोत्थान के साथ ही मेला शुरू हो जाता है। मेले का विधिवत उद्घाटन किसके माध्यम से होगा, यहु अभी तय नहीं हो सका है। तैयारी को लेकर गत दिनों प्रशासनिक पदाधिकारियों और मेला समिति के गैर सरकारी सदस्यों की आयोजित बैठक में सभी ने एक स्वर से मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री से कराने की मांग की थी।            पर्यटन विभाग के निदेशक विनय राय और डीएम अमन समीर शनिवार की शाम सोनपुर  पहुंचे। उन्होंने मेला ग्राउंड के पर्यटन विभाग के निर्माणाधीन मुख्य पंडाल, नखास, अंग्रेजी बाजार आदि में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।             उन्होंनें मेले की चल रही तैयारियों का जायजा लेने के दौरान 13 नवंबर से पहले मेले के उ‌द्घाटन के पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश दिया। इस वर्ष नखास की बंदोबस्ती पर्यटन विभाग के बदले जिला प्रशासन के माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है।
        
    
       डीएम ने अनुमंडल कार्यालय के सभागार में प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मेले की तैयारियों की समीक्षा की । सभी विभागों के पदाधिकारियों और कार्य एजेंसियों को आवंटित कार्यों और दायित्वों के निर्वहन में किसी भी तरह की लापरवाही-कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया।          
      उन्होंने अधिकारियों से मेले को सजाने-संवारन और इसे आकर्षक और दर्शनीय स्वरूप प्रदान करने की अपील की, ताकि मेले में आने वाले लाखों देसी-विदेशी सैलानियों, श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों को सुखद अनुभूति हो। उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो।         इस मौके पर एडीएम, एसडीओ आशीष कुमार, एसडीपीओ नवल किशोर, डीसीएलआर, बीडीओ, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी और सीओ के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
छठ घाट मिथिला पेंटिंग से सजेंगी
     
      छठ व्रतियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन और नगर परिषद लगा हैं।नारायणी नदी के सभी छठ घाटों को आकर्षक लुक देने की तैयारी में जुटा है। कोनहाराघाट से लेकर पुलघाट तक घाट निर्माण में बड़ी संख्या में मजदूरों को लगाया गया है।

    नारायणी नदी घाट के ऊपर मिथिला पेंटिंग से सजावट और लाइटिंग की तैयारी की जा रही है। सभी घाटों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए घाटों की सफाई भी की जा रही है। रंगीन झालरों से घाट की ओर जाने वाली सड़क को सजाया जा रहा है।

        कोनहारा घाट के पास जेसीबी से घाटों पर बालू कटाई कराई जा रही है। वहीं जिस घाट पर जरूरत से अधिक गड्डा है। वहां मिट्टी व बालू भरवाया जा रहे है।

    शनिवार को दोपहर में नगर परिषद की सभापति संगीता कुमारी ने पदाधिकारियों के साथ छठ घाटों पर चले निर्माण कार्य, साफ- सफाई और सौन्दर्याकरण के कार्यों का जायजा लिया।

                            नगर परिषद के सभापति ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। कोनहाराघाट, इमलीघाट, सीढ़ीघाट, पुलघाट सहित सभी घाटों चल रहे कार्यों की तैयारियों का जायजा लिया।


             महिला व्रतियों के लिए घाटों पर चेंजिंग कक्ष

        सभापति ने व्रतियों की सुविधा को ध्यान रखते हुए सभी घाटों पर  चेंजिंग कक्ष बनाने की तैयारी की जा रही हैं। निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को चेंजिंग कक्ष बड़ा और अच्छे ढंग से बनाने का निर्देश दिया। ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

              बिदुपुर में घाटों की बैरिकेडिंग करायी जाएगी।

          शनिवार की शाम डीएम यशपाल मीणा और एसपी हरकिशोर राय ने चेचर स्थित छठ घाट पर अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। इस दौरान घाट का निरीक्षण कर वास्तविक स्थिति से अवगत हुए।

               जिलापदाधिकारी ने बीडीओ मनीष भारद्वाज को घाट की साफ-सफाई, बैरिकेडिंग, लाईट की उपयुक्त व्यवस्था, माइकिंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। साथ ही सुरक्षा के लिए वॉच टॉवर का निर्माण करने का भी निर्देश दिया। एसपी ने अधिकारियों को भीड़ नियंत्रण करने और सुरक्षा का पूरा प्रबंध रखने का निर्देश दिया।

           स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि एवं उपस्थित पदाधिकारी को 2-3 दिनों में समुचित व्यवस्था पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान एडीएम, एसडीएम, डीसीएलआर और सीओ करिश्मा कुमारी मौजूद थीं।
वीरगाथा प्रोजेक्ट में देश में वैशाली टॉपटेन पर
    
       वीरगाथा प्रोजेक्ट कार्यक्रम में वैशाली देश स्तर पर टॉप टेन में आ गया है। वहीं राज्य स्तर पर वैशाली पहले स्थान पर है़‌। वीरगाथा कार्यक्रम अंतर्गत प्रतिभागिता की अंतिम तिथि 22 अक्टूबर 2024 तक थी, जिसे बाद में 31 अक्टूबर 2024 तक विस्तारित किया गया। ताकि अधिक से अधिक प्रतिभागिता कराई जा सके। प्रतिभागियों के आधार पर 31 अक्टूबर तक वैशाली जिले के 1562 स्कूलों से 2 लाख 19 हजार 079 छात्रों की प्रतिभागिता हुई। इसमें वैशाली जिला बिहार में प्रथम स्थान पर आया।
   
     17 सितंबर 2024 को जब कार्यक्रम लांच हुआ, प्रारंभ में वीरगाथा प्रोजेक्ट अन्तर्गत प्रतिभागिता के दृष्टिकोण से न सिर्फ वैशाली, बल्कि बिहार की स्थिति काफी अच्छी नहीं थी।  बिहार राज्य देशभर में 18 वें पायदान पर था। जबकि वैशाली जिला अंतिम 5 जिलों की श्रेणी में था।                                                  
            
     जिलाधिकारी बोले कार्यक्रम की सफलता हेतु तीन स्तर पर कार्य कराया गया, जिसमें पहला काम था प्रतिदिन सुबह शाम प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के साथ की जाने वाली वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में कार्यक्रम की समीक्षा।साथ ही कार्यक्रम के प्रचार प्रसार पर विशेष बल दिया। दूसरा, प्रखण्ड स्तर पर होने वाली सभी हेडमास्टर की बैठक में जिले के प्रतिनिधि को जोड़कर कार्यक्रम के बारे सीधे लक्ष्य समूह को जानकारी दी गई। तीसरा, कार्य प्रगति से संबंधित आंकड़ा नियमित स्कूल, प्रखण्ड कर्मियों के साथ साझा की गई, ताकि प्रखण्ड एवं स्कूल के बीच आपसी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कायम की जा सके और वे एक दूसरे से बेहतर करने का प्रयास कर सके।
     
         केंद्रीय रक्षा मंत्रालय और शिक्षा विभाग के सहयोग से भारत सरकार ने वीरता पुरस्कार       विजेताओं की बहादुरी के कार्यों के विवरण तथा      उनकी जीवन गाथाओं को छात्रों के बीच प्रसारित करने के लिए वीरगाथा प्रोजेक्ट लांच किया गया था। इस योजना के तहत छात्रों में देश भक्ति की भावना जगाना मुख्य उद्धेश्य है। कोशिश यह है कि बच्चों में नागरिक चेतना के मूल्य पैदा किया जा सकें।               वीरगाथा प्रोजेक्ट में वैशाली जिला बिहार में प्रथम स्थान पर आया।साथ ही देश के टॉप 10 की सूची में भी शामिल हुआ। जिलाधिकारी ने इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कार्यक्रम सहायक, प्रधानाध्यापकों और सभी स्कूली छात्र-छात्राओं को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
         
30 लाख की शराब के साथ तीन चालक गिरफ्तार, ट्रक और तीन पिकअप वैन जब्त
  
     पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर टेकनारी गांव स्थित बगीचे से ट्रक और तीन पिकअप वैन पर लोड 3149.64 लीटर विदेशी शराब बरामद की है। तीन धंधेबाजों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया  गया है।अन्य धंधेबाजों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

             पातेपुर थाना की पुलिस थाना   क्षेत्र के    टेकनारी गांव स्थित आम के बगीचे में छापेमारी कर 350 कार्टन विदेशी शराब के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनमें एक ट्रक चालक है। बाकी दो चालक के साथ-साथ धंधेबाज भी हैं। पुलिस ने मौके से एक ट्रक एवं तीन पिकअप वैन पर लोड कुल 3149.64 लीटर विदेशी शराब बरामद की है।

      पुलिस के मौके पर पहुंचते ही कई धंधेबाज अंधेरे का लाभ उठा कर भागने में सफल हो गये। तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं। अन्य धंधेबाजों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही हैं। बरामद शराब की कीमत स्थानीय बाजार में लगभग तीस लाख रुपये बतायी गयी है।

    डिलिवरी के लिए किया जा रहा था पिकअप वैन पर लोड

   जानकारी के अनुसार बुधवार की देर रात पातेपुर थाना की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र के टेकनारी गांव में विदेशी शराब की एक बड़ी खेप आने वाली है। इसके बाद थानाध्यक्ष शिवेंद्र नारायण सिंह पुलिस टीम को अलग अलग मार्गों पर गश्ती में तैनात कर दिया। इसी दौरान देर रात दो बजे के करीब पुलिस को पता चला कि टेकनारी चौक से उत्तर एक आम बगीचे में डिलीवरी के लिए शराब की बड़ी खेप पहुंच गयी है, जहां से पिकअप वैन पर लोड किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच कर बगीचे की घेराबंदी कर दी।

     बताया गया कि सूचना मिलते ही पुलिस  मौके पर पहुंच गई।  पुलिस की भनक लगते ही सभी इधर-उधर भागने लगे, मोके पर मौजूद पुलिस बल के सहयोग से तीन लोगों को खदेड़ कर पकड़ लिया गया। पुलिस जूट की बोरी के बंडल के नीचे छुपा कर रखी शराब लोड ट्रक एवं तीन पिकअप वैन को जब्त कर थाना ले गयी। शराब के कार्टन की संख्या 350 थी।

       गिरफ्तार ट्रक चालक राजस्थान के बाड़मेर जिले के चौहटन थाना क्षेत्र के आजम नगर नेत्रारट गांव निवासी केसु राम का पुत्र तुलसी राम है। समस्तीपुर जिले के हलई ओपी क्षेत्र के सारंगपुर गांव निवासी विजय राय के पुत्र सचिन कुमार तथा हरलोचनपुर थाना क्षेत्र के मौदह चतुर गांव निवासी सूरज सिंह के पुत्र सुनील कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है, जो पिकअप चैन चालक के साथ-साथ धंधेबाज भी बताये जा रहे हैं। पुलिस ने तीनों को शुक्रवार को जेल भेज दिया है। वहीं पुलिस अन्य फरार धंधेबाजों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।




      
घुमाने के बहाने होटल ले जाकर तीन युवकों ने किशोरी से किया सामूहिक दुष्कर्म, दो गिरफ्तार
सराय थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते बुधवार की रात हुई घटना


       एक किशोरी को तीन युवक बहला-फुसलाकर होटल ले गये और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। यह घटना सराय थाना क्षेत्र के एक गांव की हैं। घटना के बाद आरोपित किशोरी को इमादपुर के पास छोड़ कर फरार हो गए। वहां से किशोरी किसी तरह अपने घर पहुंची‌।
    
       इस मामले में परिजनों की शिकायत पर सराय थाना की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया और उनसे पूछताछ कर रही है। किशोरी को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में गुस्सा है।
  
      सराय थाना क्षेत्र के एक गांव में तीन युवक एक किशोरी को बहला- फुसलाकर होटल ले गये और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. घटना के बाद आरोपित किशोरी को  इमादपुर के पास छोड़ कर फरार हो गये। वहां से किशोरी किसी तरह अपने घर पहुंची‌।

       किशोरी को विक्षिप्त हालत में घूमते देख लोगों ने परिजनों को दी सूचना

            पुलिस को दिये गये आवेदन में आरोप लगाया गया है कि सराय थाना क्षेत्र निवासी मनीष कुमार बुधवार की देर रात किशोरी को बहला-फुसला कर घर से बाहर बुलाया और घुमाने का झांसा देकर उसे बाइक पर बैठा लिया।

     आरोप है कि मनीष ने देर रात फोन कर अपने दो दोस्तों, गांव के ही रोहित कुमार तथा भगवानपुर थाना क्षेत्र के श्यामपुर इमादपुर गांव निवासी गौरव कुमार को बुला लिया तथा तीनों उसे एक होटल में ले गये। वहां आधे घंटे तक उसे कमरे में बंद रखने के बाद तीनों नशे की हालत में आये तथा जबरदस्ती पानी में नशीला पदार्थ मिला कर उसे पिला दिया। इसे पीने के बाद किशोरी को चक्कर आने लगा। इस दौरान तीनों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।

         किशोरी को होश आने के बाद तीनों उसे इमादपुर के पास सड़क किनारे छोड़ कर फरार हो गया। अर्ध विक्षिप्त अवस्था में किशोरी को घूमते देख स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी परिजनों को दी। जिसके बाद परिजन उसे घर ले गये, जहां किशोरी ने पूरी घटना परिजनों को बताया।

             परिजन उसे लेकर सराय थाना पहुंचे तथा पुलिस को लिखित शिकायत दर्ज करायी। इस संबंध में सराय थानाध्यक्ष मणिभूषण कुमार ने बताया कि थाना क्षेत्र के एक गांव में किशोरी के साथ दुष्कर्म की शिकायत मिली थी। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार 'कर पूछताछ कर रही है। किशोरी को मेडिकल जांच कराने के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

लड़की से बात करने के चक्कर में फंसा था देसरी अंचल का कर्मचारी
  हाजीपुर के देसरी अंचल में पदस्थापित  राजस्व कर्मचारी के कथित अपहरण के मामले में नया मोड़ लिया है। राजस्व कर्मचारी औद्योगिक थाना क्षेत्र के बड़ी युसुफपुर गांव निवासी हैं। इस मामले में पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई में जुटी है। राजस्व कर्मचारी के फर्द बयान में कथित अपहरण मामले में लड़की के चक्कर में फंसने की बात सामने आई है।
 
       पुलिस इस मामले को तकनीकी सहयोग से गहन जांच कर रही हैं।   मालूम हो कि बीते रविवार को औद्योगिक थाना की पुलिस को एक शिकायत मिली थी कि थाना क्षेत्र के बड़ी युसुफपुर जगदंबा स्थान निवासी राजस्व कर्मचारी हरेंद्र राम का पटना से अपहरण कर लिया गया है तथा अपहरणकर्ता अपने आप को
को विजिलेंस का अधिकारी बता कर उसके परिजनों से पांच लाख रुपये  की फिरौती मांग रहे है। बताया गया था  कि पुलिस को शिकायत करने से पहले परिजनों ने अपहरणकर्ता के - मोबाइल पर फोन पे के माध्यम से 50 हजार रुपये भी ट्रांसफर कर दिया था.        शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने  त्वरित कार्रवाई करते हुए मोबाइल  लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर  राजस्व कर्मचारी को यूपी के गाजीपुर से बरामद कर लिया था. इस मामले में पुलिस ने बरामद राजस्व कर्मचारी का थाना में फर्द बयान दर्ज किया था.     पुलिस के समक्ष दर्ज कराये गए अपने फर्द बयान में राजस्व कर्मचारी ने बताया कि आठ दस दिनों से वे किसी अंजान लड़की से व्हाट्स ऐप के माध्यम से बात करते थे. बीते रविवार को वे पटना डॉक्टर के पास दिखाने गए थे, लेकिन डॉक्टर नहीं था. जिसके बाद घर लौट रहे थे तभी लड़की का फोन आया तथा मिलने के लिए मिठापुर बस स्टैंड गया. लड़की द्वारा बताए स्थान पर पहुंचने के बाद ऑटो से मिठापुर ओवर ब्रिज के उस पार गए तो लड़की ने फोन कर बोलेरो गाडी मंगवाई तथा उसपर बैठ कर घूमने की बात बता कर जाने लगी‌ बताया गया कि गाड़ी पर पहले से दो अन्य लोग सवार थे।आगे जाकर दोनों ने उसके साथ मारपीट कर बताया कि वे लोग विजिलेंस के पदाधिकारी है। उसी के मोबाइल से बस परिजनों को फोन कर कहा कि हरेंद्र राम विजिलेंस द्वारा पकड़ा गया है। मामला मैनेज करने के लिए पांच लाख रुपये भेजो नहीं तो इसकी हत्या कर देंगे। बात करने के बाद दोनों ने फौन- पे का क्यूआर कोड भेजा जिसपर राजस्व कर्मचारी के नाती बैजू लाल राम ने 50 हजार रुपये भेज दिया तथा इसकी शिकायत औद्योगिक थाना की पुलिस से की थी. थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना में संलिप्त सभी मोबाइल नंबरों की जांच की जा रही है। पैसा किसके अकाउंट पर डाला गया है उसकी भी जांच की जा रही है।
नारायणी के तट 2.51 लाख दीप प्रज्ज्वलित हुए


    बुधवार की शाम  दीपावली की पूर्व  संध्या पर  अयोध्या, काशी और हरिद्वार की तर्ज पर पवित्र नारायणी नदी के नमामि गंगे घाट के की वंदन घाट से सवाइच घाट, गजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम घाट, कष्टहरिया घाट, नरसिंह स्थान, पत्थर घाट, काली घाट तक लगभग सवा किलोमीटर क्षेत्रफल में 02 लाख 51 हजार दीपक जलाए गए।

       इस अलौकिक दृश्य को देखने के लिए सैकड़ों महिला एवं पुरूष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस अवसर पर राम-सीता, लक्ष्मण और हनुमान की झांकी भी निकाली गई।

       जनजागरण मंच, क्लीन सोनपुर ग्रीन सोनपुर व वंदेमातरम ग्रुप के तत्वावधान में आयोजित इस दीपोत्सव कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ प्रदेश के पूर्व डीजीपी व जगद गुरू आचार्य वामी गुप्तेश्वर पांडेय जी महाराज, जगद गुरू आचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज, लोक सेवा आश्रम के संत मौनी बाबा, धर्म जागरण के सुबेदार दी सिंह, डीआरएम क विवेक भूषण सूद, एसपी डा. कुमार के आशीष, एसडीओ आशीष कुमार, एसडीपीओ नवल किशोर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर की।

जगद गुरू आचार्य गुप्तेश्वर पांडेय जी महाराज ने अपने संबोधन में भारतीय संस्कृति में दीपोत्सव की महता पर विस्तार से प्रकाश डाला।  उन्होंने  दीपोत्सव कार्यक्रम की जमकर सराहना करते हुए कहा कि इसे हमारी संस्कृति के धरोहर के रूप में देखा जाना चाहिए। इस दीपोत्सव कार्यक्रम का देश-विदेश में बेहतर संदेश जायेगा।

   इसके बाद में वे सभी सजे हुए नाव से नमामि गंगे घाट से काली घाट तक मनमोहक दृश्यों का अवलोकन भी किया। उन्होंने मां काली की पूजा- अर्चना भी की। इस मौके पर भाजपा नेता विनोद सम्राट, राकेश सिंह समेत दीप अनेक मौजूद थे।

          जनजागरण मंच के संस्थापक अनिल कुमार सिंह, अध्यक्ष सतीश साह, महासचिव अमरनाथ तिवारी ने बताया कि सवाइच घाट से कालीघाट को 30 खंडों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक खंड में 12 कार सेवक एवं एक पर्यवेक्षक तैनात किए गए थे।

   दीपोत्सव सामग्री वितरण के लिए एक  दर्जन स्टोर बनाए गए थे। सभी कार सेवकों को पहचान पत्र निर्गत किए गए थे। नमामि गंगे घाट के सभी 64 छाते  भी रंग-बिरंगी प्रकाश से सजाए गए थे। दीपावली की पूर्व संध्या में आयोजित प्रकाशोत्सव में अयोध्या, काशी, हरिद्वार की तर्ज पर पवित्र नारायणी नदी के नमामि गंगे घाट के वंदन घाट से सवाइच घाट, गजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम घाट, कष्टहरिया घाट, नरसिंह स्थान, पत्थर घाट, काली घाट पर एक साथ 02 लाख 51 हजार दीपक जलाए गए। 




दीवाली आज: दोपहर 3.11 बजे से अमावस्या, शाम 6.11 बजे से लक्ष्मी पूजन

     दो दिन अमावस्या रहने से इस बार दीवाली को लेकर कुछ राज्यों में भ्रम रहा। काशी विद्वत परिषद, धर्माचार्यों के बाद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने भी 31 अक्तूबर को ही दीवाली मनाने की व्यवस्था दी है।

       इसके लिए मुख्य तर्क यह है कि 31 अक्तूबर को रात्रिव्यापिनी अमावस्या है जो एक नवंबर को नहीं है। हालांकि उदयव्यापिनी अमावस्या होने के कारण कुछ विद्वान एक नवंबर को दीवाली मनाने का तर्क भी दे रहे हैं। इस बार दो दिन अमावस्या होने से पांच दिन का यह पर्व छह दिन में परिवर्तित है।

     इसलिए 31 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी दिवाली

      पटना के पंडित विनोदानंद और पतिसराय के मुताबिक, अमावस्या 31 अवटूबर को दोपहर 3.11 बजे से शुरु होगी और एक नवंबर को शाम 5.12 बजे समान होगी। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्री नागेंद्र पाडे के अनुसार 31 अवटूबर को पूरी रात अमावस्या रहेगी। दीपावली रात में ही होती है। महालक्ष्मी पूजन, निशा पूजन होता है। स्थिर लम्न की महत्ता है।

  पूजन का मुहूर्त  (31 अक्टूबर) ज्योतिषाचार्य विभोर इंद्रसुत के अनुसार शुभ मुहूर्त पूजन का मुहूर्त अक्टूबर प्रदोष काल स्थिर मुताबिक, दीपावली पर पूजन का उत्तम मुहूर्त स्थिर लग्न वृषभ सायं 6.19 से रात 8.15 बजे तक है। घर-प्रतिष्ठानों में श्रीसमृद्धि कामना से लक्ष्मी पूजन के लिए सायंकाल 1.56 घंटे का मुहुर्त मिल रहा है।

        घरों में पूजा का सर्वश्रेष्ठ समय शाम 6.11 से 8.08 बजे तक (स्थिर लग्न) अमृत चौघड़िया के साथ स्थिर लग्न (वृष) दीवाली महानिशीथ काल पूजा मुहूर्त रात्रि 12.39 से 2.53 बजे तक व्यावसायिक प्रतिष्ठान प्रातः 10:8 से 12 (शुभ धनु लग्न) दोपहर 12:15 से 1:30 लाभ चौघड़िया का मुहूर्त 3 बजे से 3:30 - स्थिर लग्न का मुहूर्त शाम 5 बजे से 6.30 बजे तक शाम 7.15 बजे से 8.45 बजे तक

      प्रतियोगी परीक्षाओं और कैरियर के लिए पूजा शाम 6.48 से रात 8.48 बजे तक (ॐ श्रीं श्रीं हूं मंत्र का जाप, कमलगट्टे की माला से)

ऐसे करें दीपावली का पूजन

■सर्वप्रथम घर के पूजा स्थल को अच्छे से साफ और स्वच्छ करें
 
■ एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं

■वस्त्र पर अक्षत अर्थात साबुत चावलों की एक परत बिछा दें इस पर श्री लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा को विराजमान करें

■चांदी का सिक्का और श्रीयंत्र भी हो तो स्थापित करें

   सबसे पहले भगवान गणपति का पूजन करें इसके बाद महालक्ष्मी का पूजन करें

     लक्ष्मी गणेश के पूजन के लिए घी का एक दीपक चलाएं अन्य दीयों में सरसों के तेल का प्रयोग कर सकते हैं

      एक नवंबर को मनाए जाने के लिए तर्क

      ज्योतिषाचार्य भारत भूषण सहित कुंछ विद्वानों का तर्क है कि 1 नवंबर को सूर्यास्त  के बाद भी सांय 6 बजकर 16 मिनट तक अमावस्या ही है तो ऐसे में तो निश्चित ही पंचांग के नियमानुसार भी 1 नवंबर को रात्रि व्यापिनी अमावस्या होगी ही। ऐसे होगा दीप दान

पहले पांच दीपक जलेंगे। इनमें से एक दीपक किचन में, एक वाश रूम में, एक घर की देहरी पर और दो दीपक पूजा स्थल पर होंगे। यह तेल के दीपक होंगे

इसके बाद 11 दीपक जलेंगे जिनसे घर और पूजा स्थल पर रोशनी की जाएगी दो दीपक अखंड होंगे। इनमें एक दीपक सरसों के तेल का और एक घी का होगा। सरसों का दीपक बायें हाथ की तरफ होगा

    महामंत्र ॐ श्रीं श्रीं हूं या कंश्रीश्री कमलासिन्यै नमो नमः धन प्राप्ति मंत्र ॐ श्री श्रिये नमः (कमल गट्टे की माला से)

(देवी लक्ष्मी जी की आराधना के लिए देवी सूक्तम, कनकधारा स्तोत्र और लक्ष्मीसूक्तम का पाठ करें। महालक्ष्मी जी की पूजा अकेले नहीं वरन भगवान श्रीविष्णु के साथ करनी चाहिए।)

   दो दिन अमावस्या से बिगड़ा गणित

ज्योतिषाचार्य पं. सुरेंद्र शर्मा, राहुल अग्रवाल, रुचि कपूर और अमित गुप्ता के अनुसार अमावस्या और प्रदोष का के योग में दीवाली पूजन होता है और संध्याकाल से लेकर पूर्ण रात्रि तक अमावस्या उपस्थित होनी चाहिए, जोकि 31 अक्टूबर को आ रही है। दो दिन अमावस्या होने से भ्रम की स्थिति बनी।
गंगा नदी में फंसी नाव को निकालने में  डूबे दो भाई, छोटे की बची जान, बड़ा लापता
रुस्तमपुर थाना क्षेत्र के रुस्तमपुर में  मंगलवार की दोपहर दो बजे के करीब  गंगा नदी के बीच में फंसी नाव को  निकालने के दौरान दो युवक डूब गये। एक नाविक किसी तरह तैर कर बाहर के निकल गया, जबकि दूसरा नदी में डूब बन गया।डूबा युवक रुस्तमपुर थाना क्षेत्र के  रुस्तमपुर पंचायत के तीन पैरिया निवासी इंदल राय का 18 वर्षीय पुत्र  बलवीर कुमार बताया गया है. इसकी जानकारी मिलते ही नदी किनारे बड़ी - संख्या में लोग जुट गये। घटना की सूचना रुस्तमपुर थाने की पुलिस को दी गयी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गये।

घटना की जानकारी  एसडीआरएफ टीम को दी गयी, सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने नदी में डूबे युवक की खोजबीन शुरू कर दी। हालांकि देर शाम तक उसका कुछ पता नहीं चला था। जानकारी के अनुसार कच्ची दरगाह से दूध का खाली केन लेकर लौटने के दौरान बीच नदी में पानी कम होने की वजह से नाव फंस गयी। इस दौरान इंदल राय का 16 वर्षीय पुत्र रिशु कुमार पानी में उतरकर नाव निकालने का प्रयास करने लगा।
      इसी दौरान वह तेज धार में बहने लगा। छोटे भाई को डूबता देख बलवीर कुमार उसे बचाने गया। बचाने के क्रम में बलवीर कुमार भी नदी में डूब गया, जबकि छोटा भाई तैरकर बाहर निकल गया। घाट पर मौजूद लोगों ने घटना की जानकारी रुस्तमपुर थाने की पुलिस और युवक के घर वालों को दी।

       घटना की सूचना मिलते ही युवक के घर वाले एवं स्थानीय थाने की पुलिस नदी किनारे पहुंच गयी। कांग्रेस नेता बनारस राय ने बताया कि संवेदक द्वारा पीपा पुल लगाने का कार्य काफी धीमी गति से किया जा रहा है। अगर रुस्तमपुर गंगा नदी पर पीपा पुल लगा दिया गया होता, तो आज यह घटना नहीं होती उन्होंने जिला प्रशासन से अविलंब रुस्तमपुर घाट पर पीपा पुल लगवाने की मांग की है। कहा कि पीपा पुल लगने के बाद छठ पूजा में आने-जाने वाले लोगों को काफी सुविधा होग।

    बताया जाता है कि रुस्तमपुर घाट गंगा  नदी पर पीपा पुल बनाने का कार्य करीब 15 दिनों से चल रहा है।रुस्तमपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि नदी में फंसे नाव को निकालने के दौरान दो भाई डूब गये। एक तैरकर निकल गया। एसडीआरएफ की टीम नदी में डूबे युवक की खोज कर रही है। देर शाम तक युवक का पता नहीं चल सका था।





भगवान घन्वंतरि के सूत्र ही उत्तम स्वास्थ्य के मार्ग
आरोग्यदेव भगवान धन्वंतरि की जयंती पर की गयी पूजा-अर्चना

      आज के दिन आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की जयंती पर धनतेरस मनाया जाता हैं।आज भगवान धन्वंतरि पर उनकी पूजा-अर्चना आरोग्य की कामना के साथ जाती हैं। शहर के सिनेमा रोड स्थित पतंजलि चिकित्सालय में मंगलवार को धन्वंतरि जयंती समारोह आयोजित किया गया। पंडित उमेश तिवारी के मंत्रोच्चारण के बीच डॉ मधुसूदन सिंह, योगगुरु जयनारायण सिंह, डॉ नीरज तिवारी, परमात्मा राय ने भगवान धन्वंतरि के चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उ‌द्घाटन किया। संचालन शिवनाथ सिंह ने किया।

     मौके पर वर्तमान समय में मानव के स्वास्थ्य का उत्तम मार्ग विषय पर विचार गोष्ठी हुई. मुख्य अतिथि डॉ मधुसूदन सिंह ने विचार रखते हुए भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का जनक और देवताओं का वैद्य कहा हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो अजीत कुमार ने कहा कि भगवान धन्वंतरि पृथ्वी पर रोग-व्याधि दूर करने के लिए अमृत कलश लेकर आये। उन्हें भगवान विष्णु का 12 वां अवतार माना जाता है। उनके दर्शन मात्र से रोग-व्याधि दूर हो जाते हैं।

      पतंजलि योग समिति, वैशाली के अध्यक्ष जयनारायण सिंह ने कहा कि आयुर्वेद ब्रह्मांड की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है। इसी पद्धति के माध्यम से भगवान धन्वंतरि मानव समेत सभी जीव-जंतुओं के स्वास्थ्य के उद्धारक बने। वर्तमान समय में भगवान धन्वंतरि के बताये सूत्र ही स्वास्थ्य के लिए उत्तम साधन है। इसी को अपना कर मानव दीर्घायु बन सकता है।

       इस अवसर पर आयुर्वेद-प्राणायाम के माध्यम से समाज में विशिष्ट योगदान देने के लिए सात लोगों को धन्वंतरि चिकित्सा सेवा सम्मान से नवाजा गया। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ मधुसूदन सिंह, हरिद्वार के वैद्य नीरज तिवारी, योगगुरु जयनारायण सिंह, परमात्मा राय, शिवशंकर मेहता, आरएसएस के पूर्व प्रचारक हेमंत एवं उमेश कुमार तिवारी को बुके, अंग-वस्त्र और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गणेश प्रसाद सिंह, रामनरेश पाठक, उमेश चंद्र तिवारी, संतलाल पासवान, दीनानाथ राय, संजय कुमार, संजीव कुमार, सुदामा प्रसाद सिंह, विनीद कुमार सिंह, अजय सिंह, मनीष कुमार राय, अभिषेक कुमार, गौतम कुमार आदि उपस्थित थे।