बदले की भावना में प्रिंसिपल की हुई थी हत्या:भदोही पुलिस ने खंगाले 200 सीसीटीवी, आरोपी के पिता की 27 साल पहले ऐसे ही हुआ था मर्डर

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह के हत्या का आज खुलासा किया गया। हत्या में शामिल मास्टरमाइंड एवं दो अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हत्यारोपी ने बताया कि 27 वर्ष पूर्व 1997 में मेरे पिता की हत्या की गई थी। जिसका बदला लेने के लिए हमने रेकी कर प्रिंसिपल की गोली मार कर हत्या की। हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यायन पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी।

भदोही थाना क्षेत्र के अमिलोरी गांव निवासी योगेंद्र बहादुर सिंह की 21 अक्टूबर को 9:00 बजे बसावनपुर में कार रुकवा कर हत्यारे ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की खुलासा के लिए पुलिस अधीक्षक 5 टीम गठित किया था। गठित टीम ने सीसीटीवी कैमरा की जांच पड़ताल करते हुए हत्यारों की पहचान किया। पुलिस हत्यारों की गिरफ्तार में जगह-जगह दबीश दे रही थी कि चकपडौना गांव के सामने सुपारी किलिंग के मास्टरमाइंड व हत्या करने के आरोपी कलीम निवासी फाफामऊ एवं सौरभ सिंह निवासी चिल्ला शिवकुटी प्रयागराज को गिरफ्तार कर जेल भेजा। पुलिस हत्या में प्रयुक्त टाटा सफारी भी बरामद किया। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर हत्या में शामिल सूटरो की भी गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस द्वारा प्रयास जारी है।

1997 में प्रयागराज जनपद के चिल्ला शिवकुटी निवासी अजय बहादुर सिंह की सिंहपुर नहर पुलिया पर गोली मारकर हत्या की गई थी। अजय बहादुर सिंह इंद्र बहादुर सिंह नेशनल में प्रवक्ता के पद पर पदभार ग्रहण करने के लिए आ रहे थे कि रास्ते में हत्या हुई। पिता के हत्या के बाद बदले के भावना में जल रहे बेटे सौरभ सिंह भाड़े के सूटरो के साथ प्रिंसिपल की हत्या करने की साजिश की। सौरभ सिंह प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर के गांव में पहुंचकर रेकी करते हुए 21 अक्टूबर को बसावनपुर गांव के पास गोली मारकर हत्या की। जिसका पुलिस ने आज खुलासा किया। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यायन बताया कि प्रिंसिपल की हत्या बदले की भावना में की गई थी घटना में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के मास्टरमाइंड के विरुद्ध हत्या के प्रयास लूट डकैती चोरी व आयुध अधिनियम सहित गंभीर अपराधों में लगभग एक दर्जन से अधिक अभियोग पंजीकृत है। पुलिस घटना में शामिल अन्य लोगों के गिरफ्तारी में जुटी हुई है जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

गिरफ्तार अभिक्तों ने पूछताछ में बताया की हत्या की घटना शिवपुरी दो अलग-अलग टीमों के साथ प्रिंसिपल के गांव व विद्यालय पर रेकी की थी। 19 अक्टूबर को प्रिंसिपल की हत्या करने के लिए आए थे किंतु सफल नहीं हो पाए । 21 अक्टूबर को प्रातः बाइक पर सवार सूटरो की एक टीम मृतक प्रधानाचार्य के घर पर व एक टीम विद्यालय पर रेकी करते हुए रास्ते में प्रिंसिपल के चार पहिया वाहन को रोककर घटना को अंजाम दिया। सौरभ सिंह ने बताया कि अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए अपने पूर्व परिचित मोहम्मद कलीम को हत्या की सुपारी देकर घटना को अंजाम देने के लिए तैयार किया था। घटना में शामिल अन्य सूटरो के संबंध में पुलिस जानकारी करने के साथ ही गिरफ्तारी करने के प्रयास में जुटी हुई है।

दीपावली को लेकर बढ़ी बाजारों की रौनक, रंग-बिरंगी झालरों से लेकर लाइट्स की है डिमांड

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। दीपावली त्योहार को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है। रोशनी के महापर्व को लेकर बाजार में इलेक्ट्रॉनिक दुकानें सज गई हैं। बाजार में पूर्णिमा के चांद और पेड़ों वाली लाइटों की डिमांड ज्यादा है। बाजार में 20 रुपए से लेकर 500 रुपए तक के झालर बिक रही हैं। सजावट वाली दुकानों में रौनक बढ़ गई है। दीपावली की रात शहर की जगमगाने के लिए तैयार जोर - शोर से तैयारी चल रही है। इनमें सबसे खास चांद की आकार वाली डिजाइनर रंग बिरंगी लाइटें है। इसके अलावा रोप लाइट भी लोगों को खूब आकर्षित कर रही है। 

गोपीगंज, ज्ञानपुर, भदोही, सुरियावां, औराई, सीतामढ़ी, दुर्गागंज, आदि बाजारों में 20 से 500 रुपए तक के झालर लाइटें बिक रही हैं। जिससे दफ्तर से लेकर घर से नौ रोशनी अपनी छटा बिखेरेंगी। ज्ञानपुर के व्यापारी संजय गुप्ता ने बताया कि बाजारों में इस बार पूगेल और सितारों के आकार की एल‌ईडी लाइटों की खास मांग है। यहीं नहीं छोटे पेड़ों पर बिजली के बल्ब वाली सजावट भी लोगों को पंसद आ रही है। बाजार में बिकने वाली अधिकांस लाइटें दिल्ली से आई है। इनमें रंगीन एल‌ईडी बल्ब लगाए गए हैं। नगर के खड़हट्टी मोहाल,सदर मोहाल, ज्ञानपुर रोड सहित नगर के बाजारों में इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों में लगी न‌ई- न‌ई वेरायटी की फैसी लाइटें और झालर हर किसी को लुभा रही है। इनमें सबसे खास रिमोट से जलती रंगीन लाइटें और जगमगाते दीपक है। इसके साथ झालर व लड़ियां अपनी अलग ही चमक बिखेर रही है।

भदोही में 500 छात्र - छात्राओं को मिला स्काॅलशिप

भदोही।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज संस्कृत छात्रवृत्ति योजना व संस्कृति संवर्धन कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस क्रम में कलेक्ट्रेट सभागार में संस्कृत संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, विधायक औराई दीनानाथ भास्कर, , मुख्य विकास अधिकारी डॉ शिवाकांत द्विवेदी, जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान,जिला सूचना अधिकारी डॉ पंकज कुमार उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के दौरान 500 छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप वितरण किया गया।कलेक्टर सभागार में संस्कृत छात्रवृत्ति योजना के तहत आयोजित संस्कृत संवर्धन कार्यक्रम में 500 छात्राओं स्कॉलरशिप वितरण किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लगातार बच्चों के पठन-पाठन में सहयोग करने के लिए विभिन्न योजना संचालित किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जहां स्मार्टफोन टैबलेट का वितरण किया जा रहा है।

वही स्कॉलरशिप का वितरण होने से बच्चों के शिक्षा में सहयोग प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक युग में कुछ बच्चे ऐसे भी हैं कि जो शिक्षा से जरूरत की सामान नहीं ले पाते । ऐसे में यह स्कॉलरशिप उन बच्चों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा को बेहतरीन बनाने के लिए लगातार प्रदेश की भाजपा सरकार व केंद्र की भाजपा सरकार प्रयासरत है।

*खाद्य पदार्थों में मिलावट पर होगी कड़ी कार्रवाई, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग कर रहा औचक छापेमारी व जांच*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औशधि प्रशासन लखनऊ एवं जिलाधिकारी विशाल सिंह के निर्देश के क्रम में जनपद-भदोही में दीपावली त्योहार के दृष्टिगत खाद्य / पेय पदार्थो मे सम्भावित मिलावट पर प्रभावी बिक्री/भण्डारण की रोकथाम हेतु सहायक आयुक्त (खाद्य) द्वितीय शाशि शेखर द्वारा मीरजापुर रोड, गोपीगंज, जनपद-भदोही में मिठाई प्रतिष्ठान व अन्य दुकानों का निरीक्षण किया गया। साथ ही खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के उल्लघंन के संदेह के आधार पर खोया, बेसन लड्डू, बर्फी के नमूने संग्रहित कर जॉच हेतु लैब भेज दिया गया।

विवेचना के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। साथ ही खाद्य कारोबारकर्ताओं को निर्देशित किया गया कि व्यापारी खाद्य पदार्थ में किसी भी प्रकार की कोई मिलावट न करें। खाद्य रंगो तथा वर्क का प्रयोग सीमित मात्रा में करें तथा खाद्य प्रतिष्ठान लाईसेंस / पंजीकरण प्रमाण पत्र सहज दृश्य स्थान पर प्रदर्शित करें। साथ ही किचेन क्षेत्र में सफाई सुनिश्चित करने हेतु किचन में सी०सी०टी०वी० कैमरा स्थापित कर उसकी दृश्यता उपभोक्ता क्षेत्र में प्रदर्शित की जाय। नकली खोया की जाँच कैसे करेंः खोया में आयोडिन टिंचर डालने पर खोया का रंग बैगनी से गहरा नीला हो जाता है, तो वह खोया नकली है।

*भदोही के डिजिटल एक्स-रे की सुविधा न होने से मरीजों को हो रही परेशानी*

हर दिन हड्डी के मरीजों को सुविधा न होने से निजी सेंटरों का सहारा लेना पड़ता है,300 से 400 रुपए की आती है लागत

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- दो से ढाई लाख मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाले जिला अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे की सुविधा नहीं होने से हड्डी के मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। डिजिटल एक्सरे के लिए हर दिन कम से कम 20 से 25 मरीजों को निजी सेंटरों का सहारा लेना पड़ता है। अस्पताल में मैनुअल एक्स-रे होता है, लेकिन उसमें स्पष्टता का अभाव होता है।महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में हर दिन 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है।

यह जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां दो से ढाई लाख लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का जिम्मा है। जिला अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे की सुविधा नहीं है। मैनुअल एक्स-रे की सुविधा तो है, लेकिन हड्डी समेत अन्य मामलों में चिकित्सक डिजिटल एक्स-रे कराने को कहते हैं। अस्पताल में हड्डी के चार डाॅक्टर हैं। यहां हर दिन 100 मरीज हड्डी के हैं। इससे कई मरीज ऐसे हैं। जिन्हें डिजिटल एक्स-रे की जरूरत होती है। हर दिन इस तरह के 20 से 25 मरीज होते हैं, लेकिन अस्पताल में डिजिटल एक्सरे की व्यवस्था न होने से उन्हें निजी सेंटर पर भेजा जाता है। जहां उन्हें एक एक्स रे 300 रुपये से अधिक का भुगतान करना होता है।

हाॅस्पिटल में दो महीने से डिजिटल एक्स-रे खराब

जिला अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे न होने के कारण मरीजों को 100 बेड हाॅिस्पटल में लगे डिजिटल एक्स-रे कराने भेजा जाता था, लेकिन विडंबना है कि वहां की मशीन भी दो महीने से खराब हैं। ऐसे में निजी सेंटरों पर मरीजों का एक्स-रे कराने के अलावा तीमारदारों के पास कोई चारा नहीं होता।

अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे नहीं बल्कि मैनुवल एक्स-रे की व्यवस्था है। इसका लाभ मरीजों को मिलता है, लेकिन डिजिटल एक्सरे के लिए अब सोचा जाएगा।

*भदोही के प्रिंसिपल हत्याकांड का मामला पहुंचा CM के पास, विधायक व नेताओं ने योगी से लगाई न्याय की गुहार*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह की हत्या का मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच गया। प्रिंसिपल की हत्या के संबंध में सांसद व विधायक के साथ ही भाजपा के नेताओं ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की। घटना के संबंध में सीएम को अवगत कराया गया। इस दौरान सांसद डॉ.विनोद कुमार बिंद, विधायक औराई दीनानाथ भास्कर, भाजपा काशी प्रांत के क्षेत्रीय मंत्री आशीष सिंह बघेल व जिलाध्यक्ष दीपक मिश्र मौजूद रहे।

इन जनप्रतिनिधियों ने लखनऊ जाकर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और श्री इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह की हत्या के बारे में उन्हें अवगत कराया। बताया कि इस घटना से लोगों में गुस्सा है तो वहीं परिवार में आक्रोश है। योगेंद्र बहादुर सिंह एक सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। उनकी किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी। सीएम से बताया कि पुलिस अभी घटना का अनावरण नहीं कर पाई। हालांकि पुलिस घटना का पर्दाफाश करने में जुटी हुई है। पुलिस दावा कर रही है कि उनके हाथ कुछ अहम सुराग लगें हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस शीघ्र ही घटना का अनावरण कर लेंगी।

वहीं मुख्यमंत्री से भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीड़ा) में मुख्य कार्यपालक अधिकारी के नियुक्ति की भी मांग की गई। सीएम को बताया गया कि मौजूदा समय में बीड़ा सीईओ का दायित्व जिलाधिकारी के पास है। प्रशासनिक कार्यों की वजह से वें प्राधिकरण को प्रयाप्त समय नहीं दे पा रहे हैं। सीएम को अवगत गया कि पूर्व में प्राधिकरण के सीईओ के रुप में आईएएस अथवा पीसीएस अधिकारी पूर्णकालिक चार्ज में रहे हैं। ऐसे में बीड़ा में स्थाई मुख्य कार्यपालक अधिकारी की नियुक्ति किया जाएं। जिससे प्राधिकरण अपनी महायोजना-2041 को सही ढंग से लागू कर सकें। इसके लिए बीड़ा द्वारा पहले से ही अधिसूचना लागू कर दी गई है।

भदोही में सरोवर 1 करोड़ 78 लाख से संवरेगा

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।नगर के ज्ञान सरोवर का कायाकल्प इन दिनों किया जा रहा है। सरकार की ओर से विकास कार्यों को कराने के लिए एक करोड़ 78 लाख रुपए दिए गए हैं। जल्द ही बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर एवं तालाब की सूरत बदली हुई नजर आएगी। नगर पंचायत ज्ञानपुर के ईओ राजेन्द्र दूबे ने बताया कि ज्ञान सरोवर में विकास कार्यों को पालिका की ओर से अपने मद से कराया जा रहा था।

इस बीच पर्यटन विभाग की ओर से भी एक करोड़ 78 लाख रुपए का प्रस्ताव दिया था। धन मिलने के बाद परिसर में चहारदीवारी का निर्माण, रेलिंग, सीढ़ियों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। तालाब पूरा बदला नजर आएगा इसके अलावा मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों को भी मिलेगी। इंटरलॉकिंग, रेलिंग, तालाब की सफाई,प्रकाश आदि के इंतजाम के बाद रात को पूरा परिसर जगमग नजर आएगा। कार्य को इन दिनों युद्ध स्तर पर कराने का काम किया जा रहा है।

उधर सरकार के इस कदम को आस्थाओं ने सराहा है। उनका कहना है बाबा हरिहरनाथ मंदिर का जिले में अपना एक स्थान है ,यह सिद्धपीठ है। यहां पर बाबा हरिहरनाथ मंदिर का जिले में अपना एक स्थान है,यह सिद्धपीठ है। यहां पर जनपद समेत प्रदेश के क?ई जिलों से भी लोग दर्शन और पूजन को आते हैं। तालाब का सुंदरीकरण होने के साथ यहां पर भी दर्शनार्थी काफी संख्या में लोग आएंगे। इस लिहाज से यहां पर धार्मिक स्थली का और महत्त्व बढ़ जाएगा। ईओ का कहना है कि इस स्थान को सुंदर और स्मारक बनने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जा रहा है।

आंख से पीड़ित मरीज तेजी से बढ़ रहे, एक माह बाद दवा न करें प्रयोग

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। डिजिटल की दुनिया में आंखों की रोशनी घटने लगी है। स्कूलों पढ़ाई चलने के बावजूद बच्चे घंटों तक मोबाइल चला रहे हैं। आनलाइन क्लास लेना विद्यार्थियों की आदत बन गई है। इसका असर बच्चों और युवाओं की आंख पर पड़ रहा है कि इन दिनों बीस फीसदी आंख के मरीजों में इजाफा हो गया है। आंख बीमारी संग सवाईकल की भी समस्या आने लगी है। गेम खेलने के लिए बच्चे सिर के को घंटों तक झुकाए रहते हैं।

नतीजा सर्वाइकल के शिकार हो रहे हैं। बच्चों की आंख में कुछ दिक्कतें आनुवांशिक होती है तो कुछ हमारी लापरवाही का नतीजा होता है। डिजिटल दुनिया में ज्यादातर समय लोगों का मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर देखने में ही कट रहा है। उम्र के बच्चे भी आंख की बीमारी से जूझ रहे हैं। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के नेत्र सर्जन डॉ सुरेंद्र की मानें तो कम उम्र के बच्चे आंख बीमारी की चपेट में फंस रहे हैं। कोविड के चलते गत दो वर्ष पूर्व लाकडाउन लगा था। ऐसे में बच्चों के आनलाइन घर पर ही पढ़ाई की। ज्यादा मोबाइल चलाने का ही नतीजा रहा कि इन दिनों आंख में परेशानी के मामले तेजी से बढ़ हैं।

आंख की समस्या संग बच्चे व युवा सर्वाइकल बीमारी की चपेट में भी फंस रहे हैं। डॉक्टरों ने सलाह दिया है अगर इस तरह की कोई समस्या आती है तो सीधे निकट के स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं। बिना चिकित्सक के परामर्श के कोई भी दवा न लें। अन्यथा इसका विपरीत असर पड़ता है। आंख की दवा की जो अवधि होती है उसी वक्त प्रयोग करना चाहिए। आंख में तकलीफ होने पर दवा खरीद लें, लेकिन एक माह बाद इसका प्रयोग कदापि न करें। ऐसा करते हैं तो आंख में गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ सकता है। आंख में दवा के अलावा किसी चीज का सेवन न करें। आंख में धूल आदि पड़ा तो सिर्फ पानी से सेकाई करें। बढ़ते ठंड में भी आंख का खास ख्याल रखना अत्यंत जरूरी है।

प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों का होगा कायाकल्प, बनेंगे लर्निंग कॉर्नर

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों का मन लगा रहे। खेल-खेल में पढ़ाई करने से वह प्रसन्न रहें। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग 359 ऐसे परिषदीय विद्यालयों में लर्निंग कॉर्नर तैयार करेगा।

जिनके परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। इससे बच्चों को आसान तरीके से पढ़ाया जा सकेगा।इसके लिए शासन स्तर से 29.11 लाख रुपये अवमुक्त कर दिया है। प्रति विद्यालय 8110 रुपये की दर से विद्यालय प्रबंध समितियों के खाते में भेज दिया गया है। जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं।

विद्यालयों के परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों में पढ़ाई करने की रुचि जागृत हो, इसे लेकर तमाम कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। बच्चों को पढ़ाने के साथ ही उन्हें खेलने व मौज मस्ती करने की भी योजना बनाई गई है।

पाक कला प्रतियोगिता में रेखा ने मारी बाजी:भदोही में सुनीता और निर्मला ने दूसरे-तीसरे स्थान पर जमाया कब्जा

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। आदर्श कंपोजिट विद्यालय ज्ञानपुर के प्रांगण में जिला स्तरीय रसोईया पाक कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। नगर पंचायत ज्ञानपुर के अध्यक्ष डॉ घनश्याम दास गुप्ता एवं प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने मां ज्ञानदायिनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। प्रतियोगिता में सभी विकासखंड से पांच पांच सहित कुल 30 रसोईया प्रतिभाग की ।

इस पाक कला प्रतियोगिता में परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम में निर्धारित मीनू में से ड्रा निकालने पर "तहरी" बनाना सुनिश्चित किया गया। सभी प्रतिभागियों को विभाग की तरफ से तहरी बनाने हेतु चावल, दाल ,वर्तमान में उपलब्ध समस्त प्रकार की सब्जियां , सरसों का तेल, विभिन्न मसाले, नमक आदि उनकी इच्छा व आवश्यकता के अनुसार उपलब्ध कराया गया। साथ ही साथ छोटा गैस सिलेंडर व गैस चूल्हा भी उपलब्ध कराया गया। इसके पश्चात समय निर्धारित करते हुए समस्त रसोइयों को एक साथ तहरी बनाने की अनुमति दिए जाने के साथ प्रतियोगिता प्रारंभ हुई।

इसी के साथ निर्णायक मंडल के अधिकारी जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमन , प्रधानाचार्य राजकीय बालिका इंटर कॉलेज जगन्नाथपुर डॉक्टर कल्पना मौर्य, स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर मनीष, काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर से गृह विज्ञान की प्रवक्ता डॉ मधु , खाद्य सुरक्षा विभाग से खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवराज सिंह, एवं प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही मनोज कुमार सिंह ने प्रतियोगियों द्वारा बनाई जा रही तहरी को भोजन बनाने के तरीके , स्वच्छता, सुरक्षा , पौष्टिक तत्व, भोजन का स्वाद और रसोइयों के सभ्य व्यवहार के 6 मानकों पर परखते हुए मार्किंग की ।

जिसके क्रम में प्राथमिक विद्यालय फत्तूपुर भदोही की रेखा प्रजापति प्रथम, प्राथमिक विद्यालय मोंढ डीह सुरियावां से सुनीता देवी द्वितीय और प्राथमिक विद्यालय अभोली की निर्मला देवी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ । वित्त एवं लेखा अधिकारी बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा अमन श्रीवास्तव , जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान व प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार सिंह के द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त रसोईया रेखा प्रजापति को 3500 , सुनीता देवी द्वितीय स्थान को 2500 व निर्मला देवी तृतीय स्थान को ?1500 का पुरस्कार दिया गया । साथ ही समस्त 27 रसोइयों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में ?300 - 300 और समस्त 30 रसोइयों को यात्रा भत्ता के रूप में भी ?300 - 300 दिए गए । कार्यक्रम का संचालन विनय शंकर पांडेय एस आर जी, रत्नेश कुमार पांडेय एस आर जी, मानिक चंद्र यादव शिक्षक , बी एल पाल शिक्षक के द्वारा किया गया । कार्यक्रम में जिला समन्वक रितेश दीक्षित कुलदीप चौरसिया जिला नवीन कुमार मिश्रा मोहित मौर्य वैभव सिंह रश्मि मिश्रा राम लाल यादव अनुराग संदीप ने विशेष सहयोग दिया। कार्यक्रम जिला समन्वयक एमडीएम सौरभ सिंह एवं अरविंद कुमार मौर्य के व्यवस्था व देख-देख में पूरी मानक कुशलता व भव्यता के साथ संपन्न हुआ ।