E-challan Scam: ई-चालान स्कैम से रहें सावधान, ऑनलाइन फ्रॉड से ऐसे बचें


डेस्क: एक जटिल एंड्रॉइड मालवेयर एप्लिकेशन सोशल मीडिया के जरिए भारतीय यूजर्स को निशाना बना रहा है। साइबर सुरक्षा फर्म CloudSEK की एक रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। विदेशों में बैठे ऑनलाइन हैकर्स भारत में ट्रैफिक उल्लंघन से पैदा होने वाली चिंताओं का फायदा उठा रहे हैं। ये ऑनलाइन ठग परिवहन सेवा या कर्नाटक पुलिस जैसे वैध प्राधिकरणों के नाम पर फर्जी ई-चालान मैसेज भेज रहे हैं।

वियतनामी हैकर्स धोखाधड़ी का यह खेल सोशल मीडिया व्हाट्सएप पर खेल रहे हैं। यह यूजर्स को किसी वैध एप्लिकेशन का रूप देकर बनाए गए दुर्भावनापूर्ण एप को इंस्टॉल करने के लिए फंसाने पर आधारित है। व्हाट्सएप मैसेज के लिंक को क्लिक करने से "व्रोम्बा" परिवार के हिस्से के रूप में पहचाने गए इस मालवेयर का डाउनलोड शुरू हो जाता है। एक बार इंस्टॉल हो जाने पर, यह एप बहुत ज्यादा परमिशन (अनुमतियों) की रिक्वेस्ट करता है। जिसमें संपर्क, फोन कॉल, एसएमएस संदेश और डिफॉल्ट मैसेजिंग एप बनने की क्षमता शामिल है।
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यह एक्सेस मिलते ही मालवेयर आपकी सारी व्यक्तिगत जानकारी चुराने और वित्तीय धोखाधड़ी को बहुत आसानी से अंजाम दे सकता है। वनटाइम पासवर्ड (OTP) और अन्य संवेदनशील मैसेज को पढ़कर, ये साइबर हमलावर पीड़ितों के ई-कॉमर्स खातों तक पहुंच हासिल कर सकते हैं। फिर वे इस पहुंच का फायदा उठाकर गिफ्ट कार्ड खरीदते हैं। और उन्हें गुमनाम रूप से भुनाते हैं। जिससे धोखाधड़ी वाले लेनदेन का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
जटिल तकनीक और व्यापक असर
CloudSEK के शोधकर्ताओं का अनुमान है कि सिर्फ एक धोखाधड़ी करने वाले द्वारा इस मालवेयर ने 4,400 से ज्यादा डिवाइस को संक्रमित कर दिया है। और 16 लाख रुपये से ज्यादा के धोखाधड़ी वाले लेनदेन हुए हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इसके अलावा, यह मालवेयर यूजर्स के फोनबुक के कॉन्टैक्ट को ऑटोमैटिक तरीके से निकाल लेता है। ताकि उन्हें आगे के घोटालों के लिए निशाना बनाया जा सके। साथ ही, यह हमलावरों को एसएमएस संदेश फॉर्वर्ड कर देता है। जिससे उन्हें संभावित रूप से टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को बायपास करने और विभिन्न फाइनेंशियल एप्लीकेशंस तक पहुंचने में सहूलियत होती है।

रिपोर्ट में हमलावरों द्वारा पहचना का खुलासा होने से बचने और लो ट्रांजैक्शन प्रोफाइल बनाए रखने के लिए प्रॉक्सी IP के इस्तेमाल पर भी रोशनी डाली गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन हैकर्स के शिकारों में गुजरात को भारत में सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र के रूप में पहचाना गया है। जिसके बाद कर्नाटक का नंबर आता है।

CloudSEK इस मालवेयर से बचाव के लिए कई सुरक्षा उपायों की सलाह देता है। सबसे पहले, सिर्फ गूगल प्लेस्टोर जैसे विश्वस्त सोर्स से ही एप इंस्टॉल करें। दूसरा, एप के परमिशन देने को लेकर सतर्क रहें। और यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से उनकी समीक्षा करें कि वे ऐप के फंक्शन के हिसाब से काम कर रहे हैं कि नहीं।

तीसरा, लेटेस्ट सिक्योरिटी पैच हासिल करने के लिए अपने ऑपरेटिंग सिस्टम और सुरक्षा सॉफ्टवेयर को अपडेट करते रहें। आखिर में, किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में सूचित होने के लिए बैंकिंग और अन्य संवेदनशील सर्विस के लिए अलर्ट चालू करें।
धनतेरस के दिन 19 साल पहले बम धमाकों से दहल उठी थी दिल्ली, सरोजनी नगर मार्केट के दुकानदारों की आज भी कांप जाती है रूह


डेस्क: देश के इतिहास में 29 अक्टूबर की तारीख एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। इस दिन दिल्ली में दिवाली से दो दिन पहले हुए बम धमाकों से त्योहार की खुशियों को ग्रहण लग गया था। दिल्ली में अक्टूबर में अमूमन त्योहारों का मौसम होता है। पहले रामलीला की धूमधाम, फिर दशहरे का जोश, धनतेरस की खरीदारी, दिवाली की रौनक और अंत में गोवर्धन पूजा और भैया दूज। एक के बाद एक आने वाले इन त्योहारों पर बाजारों में खूब रौनक रहती है। 29 अक्टूबर 2005 को धन तेरस के दिन शहर के कई हिस्सों में बम धमाकों से दिल्ली जैसे सहम सी गई थी। व्यस्त बाजारों में हुए इन धमाकों में 60 लोगों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

दिवाली से पहले हुए दिल्ली में तीन जगहों पर- सरोजिनी नगर, पहाड़गंज और कालकाजी में एक डीटीसी बस में सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे। इन धमाकों में कई लोगों ने अपने पूरे परिवार को खो दिया था। आज भी सरोजनी नगर मार्केट में मौजूद कई दुकानदारों के जहन में न भूलने वाला डरावना मंजर घूमता है। आज भी दुकानदारों के मन में खौफ मौजूद है। यहां लंबे समय से काम कर रहे दुकानदार उस दिन जो हुआ वो भूल नहीं पाते।

30 वर्षों से सरोजिनी नगर मार्केट में दिवाली का सामान बेचने वाले एक दुकानदार ने बताया कि उस दिन कभी नहीं भूल पाते। आज भी आंखों के सामने वो डरावना मंज़र घूमता है। धनतरेस का दिन था, बाजार दुकानदारों और खरीदारों से खचाखच भरा था। जब ब्लास्ट हुआ, तब वह घटनास्थल के बिलकुल पास अपनी मोमबत्तियों की दुकान पर थे।

अचानक धमाके की आवाज आई और हर तरफ अंधेरा छा गया। उनको लगा कि दुकान पर लगा बल्ब फ्यूज हो गया है। उस धमाके में उनके सिर पर गंभीर चोट भी आई थी। जब होश में आए, तो देखा लाशों के ढेर पड़े हुए थे। जिस दुकान पर बम फटा था, उस दुकान के मालिक की बॉडी दो हिस्सों में अलग-अलग मिली थी। कई लोगों का शरीर पूरा झुलस गया था।
हैदराबाद में धारा 144 लागू, एक महीने तक धरना-प्रदर्शन पर लगी रोक, जानें क्या है वजह?

डेस्क: हैदराबाद पुलिस ने 28 नवंबर तक किसी भी प्रकार के जुलूस, धरना और जनसभा के आयोजन पर रोक लगा दी है। इस संबंध में हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी. वी. आनंद की ओर से आदे जारी किया गया है। जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि उन्हें विश्वसनीय सूचना मिली है कि कई संगठन/पार्टियां हैदराबाद शहर में धरना एवं विरोध-प्रदर्शन करके शांति-व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। जारी आदेश के अनुसार हैदराबाद शहर में सार्वजनिक कानून-व्यवस्था, शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से पांच या इससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने, जुलूस निकालने, धरना देने, रैलियां या जनसभा आयोजित करने की अनुमति नहीं है।

इसके अलावा हैदराबाद पुलिस आयुक्त सी. वी. आनंद की ओर से जारी की गई अधिसूचना में कहा गया है कि लोगों के समूहों को कोई भी ऐसा भाषण देने, भाव भंगिमा या चित्र दिखाने, कोई भी चिह्न, तख्तियां, झंडे और इलेक्ट्रॉनिक रूप के किसी भी प्रकार के संदेश आदि प्रदर्शित करने पर प्रतिबंध है, जिससे हैदराबाद और सिकंदराबाद की सीमाओं में सार्वजनिक शांति और व्यवस्था में गड़बड़ी होने की आशंका हो। आगे कहा गया है कि, शांतिपूर्ण धरना और विरोध-प्रदर्शन केवल इंदिरा पार्क धरना चौक पर ही किए जा सकते हैं। हैदराबाद और सिकंदराबाद में कहीं और किसी भी तरह के धरना या विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं है।

पुलिस की ओर से जारी आदेश के अनसुार जनता को सूचित किया जाता है कि कोई भी व्यक्ति विशेष रूप से सचिवालय और अन्य संवेदनशील स्थानों के आसपास आदेशों का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ उचित दंडात्मक प्रावधानों के तहत मुकदमा होगा। बता दें कि हैदराबाद पुलिस की ओर से जारी किया गया आदेश 27 अक्टूबर को शाम 6 बजे से 28 नवंबर को शाम 6 बजे तक लागू रहेगा। इसके अलावा आदेश में कहा गया है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी और सैन्यकर्मी, अंतिम संस्कार, शिक्षा विभाग के उड़न दस्ते, तथा सक्षम प्राधिकारी द्वारा विधिवत छूट प्राप्त व्यक्ति या समूह को इस आदेश से छूट दी गई है।
पिता की हैवानियत: बच्चा रोया तो नींद में पड़ी खलल, कुल्हाड़ी से गला काट डाला


डेस्क: उत्तर प्रदेश में बांदा से सटे चित्रकूट जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पिता ने अपने 5 साल के मासूम बच्चे की गला काट कर हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, पिता इसलिए भड़क गया था क्योंकि रात को बच्चे के रोने से उसकी नींद में खलल पड़ गई थी। नींद में खलल पड़ने से नाराज पिता ने अपने ही बेटे का गला कुल्हाड़ी से काट दिया। पुलिस ने बताया है कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने सोमवार को इस पूरी घटना की जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि रविवार की रात मऊ थाना क्षेत्र के दुवारी गांव में पिता ने अपने बच्चे की हत्या कर दी है। जानकारी के मुताबिक, 35 साल के राजकुमार निषाद ने अपने 5 साल के बेटे की कुल्हाड़ी से गर्दन काटकर हत्या कर दी।

जानकारी के मुताबिक, बेटे का गला काटने के बाद आरोपी ने खुद को एक कमरे में बंद कर आग लगा ली। शोर-शराबा सुनकर पड़ोसी ग्रामीणों ने कमरे का दरवाजा खोल और राजकुमार निषाद को बचाया। इसके बाद आरोपी को लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने बच्चे की हत्या में इस्तेमाल की गयी कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है।

जब पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोपी राजकुमार निषाद को गिरफ्तार किया तो उसके बाद पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल लिया है। आरोपी ने बताया है कि रात में सोते समय उसका बेटा रोने लगा था, जिससे तैश में आकर उसने कुल्हाड़ी से उसकी गर्दन काट दी।
ट्रेन के टॉयलेट में ठूंस-ठूंस कर भरे यात्री, दिवाली-छठ मनाने किस हाल में ट्रेन से बिहार जा रहे लोग

डेस्क: हर साल दिवाली-छठ के पर्व पर लाखों लोग बिहार अपने घर जाते हैं, ताकी वे अपने परिवार के साथ इस पर्व को मना सकें। इसको देखते हुए रेलवे की तरफ से कई फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाती हैं। जिसके बाद भी कई लोगों को टिकट कंफर्म नहीं मिल पाता। ऐसे में लोग किसी न किसी तरह से जुगाड़ लगाकर अपने घर बुरी हालत में जाते हैं।

सोशल मीडिया से लेकर मेन कोर मीडिया में भी इसकी बानगी देखने को मिल रही है। ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जहां रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की काफी भीड़ देखी जा रही है। यात्री घंटों से रेलवे स्टेशन के बाहर इंतजार कर रहे हैं, कहीं यात्रियों की ट्रेन लेट है तो कहीं, रेलवे स्टेशन के बाहर भीड़ बहुत ज्यादा है। एक साथ इन यात्रियों को स्टेशन के बाहर एक पंडाल के नीचे बैठाया गया है।

ताजा मामला आनंद विहार स्टेशन का सामने आया है। जहां, दिल्ली से भागलपुर जाने वाली ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों की हालत काफी दयनीय दिख रही है। यात्रियों के टिकट कंफर्म नहीं होने की वजह से वे ट्रेन के जनरल डिब्बे में सवार होकर अपने घर के लिए जा रहे हैं। कई लोगों को ट्रेन के गेट पर लटक-लटक के जाते हुए देखा जा रहा है। भागलपुर एक्सप्रेस के 5 जनरल बोगियों में लगभग 4600 यात्री एक-दूसरे के ऊपर लद कर जा रहे हैं। इन यात्रियों को अपनी जान की भी परवाह नहीं है। जैसे-तैसे करके बस एक पैर रखने की जगह मिल जाए। उसी एक टांग पर खड़े होकर वे बिहार चले जाएंगे।   

जिन यात्रियों को जनरल डिब्बे में भी जगह नहीं मिली। वे ट्रेन के शौचालयों में बैठकर सफर करने को तैयार हैं। ट्रेन के टॉयलेट में एक नहीं, दो नहीं बल्कि आठ-आठ लोगों को अपने सामान के साथ घुस कर बैठे हुए देखा जा सकता है। बदबू और गर्मी से यात्री परेशान हैं, मगर उनके लिए घर जाना इतना जरूरी है कि वे इस मजबूरी में भी बुरी हालत में होने के बावजूद अपने घर जाना चाहते है।
क्या है Black Basta हैकिंग ग्रुप, जिसने दुनिया भर के PC यूजर्स के उड़ा दिए 'होश'?

डेस्क: Black Basta हैकिंग ग्रुप ने दुनियाभर के PC/Laptop यूजर्स को सकते में डाल दिया है। साइबर अपराधियों के इस ग्रुप ने दुनियाभर के कार्पोरेट कंपनियों में इस्तेमाल किए जाने वाले Microsoft Teams वीडियो कांफ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म पर रेनसमवेयर अटैक की धमकी दी है। हैकिंग ग्रुप कार्पोरेट में काम करने वाले कर्मचारियों को माइक्रोसॉफ्ट हेल्प डेस्क के नाम से ई-मेल कर रहे हैं और उनके PC में BlackBasta रेनसेमवेयर इंस्टॉल कर रहे हैं। यह रेनसमवेयर इतना खतरनाक है कि वो यूजर के पीसी या लैपटॉप का रिमोट एक्सेस ले लेता है।

अमेरिका बेस्ड साइबर सिक्योरिटी कंपनी ReliaQuest ने Bleeping Computer के जरिए इस बात की जानकारी दी है। यह हैकिंग ग्रुप अप्रैल 2022 से एक्टिव है और रेनसमवेयर के माध्यम से दुनियाभर के कार्पोरेट्स को टारगेट कर रहा है। सिक्योरिटी रिसर्चर्स का दावा है कि Black Basta हैकिंग ग्रुप कोंटी साइबर क्राइम सिंडिकेट नेटवर्क का हिस्सा है, जिसे जून 2022 में बंद कर दिया गया था।

यह खतरनाक हैकिंग ग्रुप कार्पोरेट नेटवर्क को मुख्य तरीके से टारगेट करता है। कार्पोरेट कंपनियों के सिक्योरिटी सिस्टम में सेंध लगाने के लिए यह ग्रुप सोशल इंजीनियरिंग का सहारा लेता है, ताकि आसानी से हाई सिक्योरिटी सिस्टम को तोड़ा जा सके। पहले भी इस हैकिंग ग्रुप ने कार्पोरेट में काम करने वाले कर्मचारियों को बिना वायरस वाले ई-मेल भेजकर हेल्प डेस्क के नाम पर साइबर अटैक किया है।

यह हैकिंग ग्रुप पहले कर्मचारियों को ई-मेल भेजता है, जिसमें वायरस से बचने के लिए हेल्प डेस्क का बहाना बनाया जाता है। कर्मचारियों को जाल में फंसने के बाद हैकिंग ग्रुप उनके सिस्टम का रिमोट एक्सेस लेने के मना लेता है। कर्मचारी आईटी हेल्प डेस्क के नाम पर AnyDesk या फिर अन्य किसी रिमोट डेस्कटॉप टूल का एक्सेस हैकर्स को दे देते हैं। इसके बाद हैकर्स सिस्टम में एंटर करके नेटवर्क का एक्सेस ले लेते हैं।

हैकिंग ग्रुप कार्पोरेट कर्मचारियों को फोन कॉल्स के अलावाा माइक्रोसॉफ्ट Teams के जरिए कॉन्टेट करता है, ताकि कर्मचारियों को लगे कि सही में IT हेल्प डेस्क से कॉन्टेक्ट किया गया है। हैकर्स द्वारा इस्तेमाल किए गए ई-मेल या फिर Teams के अकाउंट का डिस्प्ले नेम IT Help Desk होता है, जिसकी वजह से कर्मचारी आसानी से उनकी जाल में फंस जाते हैं।

अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी एजेंसी का कहना है कि हैकिंग ग्रुप के लोग OneOnOne चैट के जरिए कर्मचारियों के सिस्टम को एक्सेस करते हैं। इस दौरान रिमोट एक्सेस लेने के बाद सिस्टम में Black Basta रेनसमवेयर इंस्टॉल कर दिया जाता है, जिसके जरिए कर्मचारियों की कंपनियों के नेटवर्क में आसानी से एंट्री हो जाती है। सिक्योरिटी एजेंसी ने इस तरह के IT Help Desk वाले ई-मेल या चैटिंग रिक्वेस्ट से बचने की सलाह दी है।

कैसे बचें?

साइबर सिक्योरटी एक्सपर्ट्स की मानें तो इस तरह के IT Help Desk वाले ई-मेल को इग्नोर करें और आने वाले ई-मेल का अड्रेस वेरिफाई करें। साथ ही, अपने सिस्टम को रिमोट डेस्कटॉप एक्सेस देने से बचें और जांचने-परखने के बाद ही कोई एक्सेस दें।
जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सेना के वाहन पर आतंकी हमला, एक नागरिक की मौत, 4 जवान घायल


डेस्क: जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले से आतंकी हमले की खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक, एलओसी के पास बोटापत्थर गुलमर्ग के नागिन पोस्ट इलाके में सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने हमला किया है। पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया है कि इस आतंकी हमले में 4 जवान घायल हो गए हैं। वहीं, एक नागरिक पोर्टर की मौत हो गई है।

बारामूला पुलिस ने इस घटना को लेकर चेतावनी जारी की है। पुलिस ने कहा है कि बारामूला जिले के बुटापथरी सेक्टर में नागिन पोस्ट के आसपास सेना और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी की घटना हुई है। पुलिस ने कहा है कि तथ्यों की पुष्टि के बाद आगे की जानकारी साझा की जाएगी।

सेना के अधिकारियों ने भी इस घटना को लेकर जानकारी दी है। सेना ने बताया है कि जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सेना के काफिले में शामिल एक वाहन पर आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें एक नागरिक पोर्टर की मौत हो गई है। हमले में चार जवान भी घायल हुए हैं। घटना को लेकर अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।

जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में पिछले दिनों बड़ा आतंकी हमला हुआ था। एक हफ्ते के अंदर तीन आतंकी हमलों में कश्मीरी डॉक्टर समेत 8 गैर स्थानीय लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। लगातार हो रहे इन आतंकी घटनाओं की वजह से कश्मीर में काम करने वाले गैर स्थानीय लोग डर और दहशत के कारण कश्मीर से अपने घरों को लौट रहे हैं।
उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में पीएम मोदी से की मुलाकात, बुधवार को अमित शाह से मिले थे


डेस्क: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पिछले हफ्ते पदभार संभालने के बाद दिल्ली के अपने पहले दौरे के दौरान गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। बता दें कि राज्य मंत्रिमंडल द्वारा पारित एक प्रस्ताव को मुख्यमंत्री द्वारा सौंपे जाने की उम्मीद है। इसमें केंद्र से जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने का आग्रह किया गया है। जम्मू-कश्मीर में हाल के विधानसभा चुनाव में अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 90 विधानसभा सीट में से 42 सीट प्राप्त कर अपनी सरकार बनाई है। चुनाव में पार्टी का कांग्रेस के साथ गठबंधन था।

उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर की नई सरकार ने अपनी पहली मंत्रिमंडल बैठक में प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने का आग्रह किया है। बाद में, इस प्रस्ताव को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंजूरी दे दी थी। मंत्रिमंडल के अनुमोदन के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने की पैरवी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने का अधिकार दिया गया है। बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की थी।

उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ के साथ करीब 30 मिनट तक बैठक की। जम्मू-कश्मीर के सीएम ने बाद में कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी, जिस दौरान उन्होंने शाह को जम्मू-कश्मीर की स्थिति से अवगत कराया था और राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर भी चर्चा की। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले के गंगनगीर इलाके में कुछ दिन पहले हुए बड़े आतंकी हमले के बाद अब्दुल्ला बुधवार को दिल्ली पहुंचे थे। गांदरबल जिले में हुए आतंकी हमले में एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के वर्ष 2019 में केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से पुलिस बल केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है।
मैकडोनाल्ड्स का बर्गर खाने से संक्रमण फैलने का आरोप, कंपनी ने दिया जवाब


डेस्क: मैकडोनाल्ड्स के बर्गर के दीवानों के लिए बुरी खबर सामने आई है। अमेरिका की मशहूर फूड चेन कंपनी मैकडोनाल्ड्स का बर्गर खाने से ई.कोली बैक्टीरिया नाम के संक्रमण फैलने का आरोप लगा है। अमेरिका की फेडरल जांच एजेंसी के जांचकर्ता इस बात की पु‍ष्टि करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, इन आरोपों पर मैकडोनाल्ड्स कंपनी ने भी जवाब दिया है। कंपनी ने ग्राहकों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि उसके रेस्तरां सुरक्षित हैं।

अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी है कि ‘मैकडोनाल्ड्स’ का बर्गर खाने से ई.कोली बैक्टीरिया का संक्रमण फैला है। इस संक्रमण के कारण 49 लोग बीमार हो गए हैं और इनमें से एक शख्स की मौत भी हो गई है। मैकडोनाल्ड्स ने कहा है कि वह इस घटना की जानकारी के मिलने के बाद फेडरल फूड सेफ्टी रेगुलेटर के साथ मिलकर काम कर रहा है।

शुरुआती जांच में पता लगा है कि मैकडोनाल्ड्स के क्वार्टर पाउंडर हैमबर्गर’ में प्याज के कारण इस बैक्टीरिया के संक्रमण के फैलने का संदेह है। आरोपों के बाद बैक्टीरिया से प्रभावित राज्यों के साथ ही अन्य राज्यों के कुछ हिस्सों में स्थित ‘मैकडोनाल्ड्स’ के शॉप से क्वार्टर पाउंडर हैमबर्गर को हटा दिया गया है। वहीं, मैकडोनाल्ड्स ने कहा है कि वह ताजा प्याज के लिए नये आपूर्तिकर्ता की तलाश कर रहा है। कंपनी ने कहा है कि आपूर्तिकर्ता नियमित रूप से अपने प्याज में ई-कोली की जांच करता है।

अमेरिका में मैकडोनाल्ड्स के 14 हजार से भी ज्यादा रेस्तरां हैं। अमेरिका के कोलोराडो, आयोवा, कंसास, मिसौरी, मोंटाना, नेब्रास्का, ओरेगोन, उटाह और विस्कॉन्सिन में 27 सितंबर से लेकर 11 अक्टूबर के बीच ई.कोली बैक्टीरिया संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। कोली बैक्टीरिया पशुओं की आंतों में पनपते हैं और पर्यावरण में पाए जाते हैं। इस संक्रमण के कारण बुखार, पेट में ऐंठन और खूनी दस्त हो सकते हैं।
ग्रेटर नोएडा के पास डेवलप होगा न्यू नोएडा नाम का शहर, जानें रियल्टी मार्केट पर क्या पड़ेगा असर


डेस्क: उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले हफ्ते ग्रेटर नोएडा के पास एक नया शहर डेवलप करने की मंजूरी दे दी। नोएडा के इस शहर को नया नोएडा या New Noida के नाम से जाना जाएगा। यूपी सरकार के इस फैसले से एनसीआर में रियल एस्टेट के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर में जबरदस्त बूम आने की उम्मीद है। जिसका सीधा असर एनसीआर के रियल एस्टेट मार्केट पर पड़ेगा। मिंट की खबर के मुताबिक इस शहर को अगले 15 सालों में अलग-अलग चरणों में डेवलप किया जाएगा।

नया नोएडा प्रोजेक्ट में दादरी, नोएडा और गाजियाबाद पर खास फोकस किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को नोएडा अथॉरिटी द्वारा पूरा किया जाएगा, जिसके लिए गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले के आसपास स्थित गांवों में बड़े लेवल पर जमीन खरीदी जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक न्यू नोएडा सिटी को 4 अलग-अलग स्टेज में डेवलप किया जाएगा और पहला स्टेज अगले 4 साल में पूरा होगा। इस शहर में 6 लाख घर बनाए जाएंगे।

नए नोएडा को लेकर सरकार के प्लान में काफी कुछ शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक न्यू नोएडा में हाउसिंग के साथ-साथ इंडस्ट्रियल और लॉजिस्टिक्स हब, कमर्शियल ऑफिस, हॉस्पिटल जैसी सुविधाएं होंगे। इसके साथ ही यहां एक इंडस्ट्रियल टाउनशिप भी डेवलप करने पर विचार किया जा रहा है, जहां अफोर्डेबल हाउसिंग के साथ-साथ कारखानों में काम करने वाले मजदूरों के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, यहां एक ओलंपिक सिटी भी डेवलप किया जाएगा। इस नए शहर में कोरियन सिटी और जापानी सिटी भी विकसित करने पर विचार किया जा रहा है, जो मुख्य रूप से एक इंडस्ट्रियल सेंटर होगा।


पहले जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और अब न्यू नोएडा प्रोजेक्ट ने ग्रेटर नोएडा के साथ-साथ यमुना एक्सप्रेसवे पर प्रॉपर्टी मार्केट में एक बार फिर हलचल पैदा कर दी है। इन जगहों पर एक बार फिर बड़े लेवल पर जमीन खरीदने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसकी वजह से जमीन की कीमतों में भी तेज बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। नोएडा में प्रॉपर्टी की कीमतें पिछले 2-3 साल पहले में पहले ही 20 से 25 प्रतिशत बढ़ चुकी हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि न्यू नोएडा से ग्रेटर नोएडा के मार्केट पर ज्यादा असर पड़ेगा। न्यू नोएडा की वजह से नोएडा की तुलना में न्यू नोएडा कंपनियों और निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक होगा।