सोनपुर मेले के लिए कोषांगों का किया गया गठन
मेले को इस बार कुछ अलग रूप देने के लिए डीएम कर रहे हैं मंथन डीडीसी, एडीएम समेत कई अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला 2024 के आयोजन को लेकर दूसरी बैठक भी हो चुकी है.
पहली बैठक में मेले में सुरक्षा- सुविधा और परंपरा के साथ आधुनिकता के समावेश के बारे में बताया गया। मंदिर आरती का लाइव प्रसारण आदि। सोनपुर मेला 13 नवंबर से 14 दिसंबर तक होगा।इधर दशहरा भी लगभग समाप्त हो चुका है और अब मेले की तैयारी ने रफ्तार पकड़ ली है. डीएम तैयारी को लेकर हर दिन जानकारी ले रहे हैं. इसी कड़ी में उपविकास आयुक्त, एडीएम समेत कई बड़े अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी दे दी गयी है.यानी मेला आयोजन को लेकर गठित विभिन्न कोषांगों के लिए वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है.
स्वागत समिति कोषांग होगा :
गठित विभिन्न कोषांगों के लिए प्रतिनियुक्त वरीय पदाधिकारियों का प्रमुख कार्य मेले में आये हुए विशिष्ट एवं गण्यमान्य अतिथियों का स्वागत करना होगा. मेले के उद्घाटन के अवसर पर सभी गण्यमान्य को सम्मानित करने का कार्य इस कोषांग द्वारा संपन्न किया जायेगा. इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी के रूप में जिला बंदोबस्त पदाधिकारी संजय कुमार और नोडल पदाधिकारी के रूप में एसडीसी रतन परवेज बनाये गये हैं
उद्घाटन एवं समापन समारोह आयोजन कोषांग:
इस कोषांग का मुख्य कार्य मेले का सुव्यवस्थित ढंग से समय पर उद्घाटन एवं समापन कराना है. इसके वरीय पदाधिकारी के रूप में अपर समाहर्ता मुकेश कुमार और नोडल पदाधिकारी के रूप में जिला नजारत शाखा प्रभारी रवि प्रकाश रहेंगे.
सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन कोषांग:
इस कोषांग का मुख्य कार्य प्रत्येक दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कराना होगा. पर्यटन विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से समन्वय स्थापित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम से संबंधित सभी कार्यों का निष्पादन ससमय करना सुनिश्चित करना भी होगा. साथ ही संपूर्ण मेला अवधि अर्थात 32 दिनों के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के लिए विस्तृत समय सारणी का प्रकाशन करना होता है. मेला अवधि में आयोजित होनेवाले सांस्कृतिक कार्यक्रम की रूपरेखा समय पर तैयार कर इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करना भी होता है. इस कोषांग के वरीय प्रभारी के रूप में उपविकास आयुक्त सारण जितेंद्र कुमार पाल और नोडल पदाधिकारी के रूप में डीआरडीए निदेशक कयूम अंसारी रहेंगे.
साफ-सफाई व पेयजल आपूर्ति कोषांग :
सफाई व्यवस्था को सुचारु रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से संपूर्ण मेला क्षेत्र को कई जोन और सब जोन में बांटते हुए साफ-सफाई करानी होती है.इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी के रूप में डीडीसी जितेंद्र कुमार पाल ही रहेंगे और नोडल पदाधिकारी के रूप में अनुमंडलीय लोग शिकायत कोषांग सोनपुर नूरी परवीन रहेंगी.
वैरिकेडिंग, समान घाट निर्माण और घाट सुरक्षा कोषांग:
सोनपुर मंडक नदी के सभी घाटों एवं पहलेजा घाट में स्नान घाट निर्माण एवं इसकी सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग का कार्य जिला प्रशासन द्वा कराया जाता है.इस कोपांग का प्रमुख कार्य बैरिकेडिंग के लिए चिक्षित क्षेत्र एवं संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षात्मक कार्यों की सतत निगरानी करना होता है. इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी के रूप में अपर समाहर्ता मुकेश कुमार और नोडल पदाधिकारी के रूप में जिला आपूर्ति पदाधिकारी होंगे।
सरकारी-गैर सरकारी प्रदर्शनी स्टॉल व दुकान अनुश्रवण कोषांग :
इसके पदाधिकारी सरकारी प्रदर्शनी या स्टॉल नखास क्षेत्र में पूर्व से कर्णाकित स्थल पर लगवाते हैं. प्रभारी पदाधिकारी, पर्यटन विभाग, इवेंट मैनेजर से समन्वय स्थापित कर संबंधित विभागों, संस्थाओं को प्रदर्शनी स्टॉल लगाने के लिए अनुमति देने के समय इनके गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखते हैं. इस कोषांग के पदाधिकारी के रूप में एडीएम और नोडल पदाधिकारी प्रभारी पदाधिकारी जिला राजस्व शाखा होंगे.
इन कोषांगों के भी पदाधिकारी हुए तैनात :
प्रचार-प्रसार विज्ञापन एवं मीडिया कोषांग भी बनाया गया है. इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी के रूप में डीडीसी और नोडल पदाधिकारी के रूप में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी बनाये गये हैं.
एक सीएसआर कोषांग का भी गठन किया गया है. इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी के रूप में डीडीसी और नोडल पदाधिकारी के रूप में जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रवि प्रकाश होंगे. शुरू के तीन कोषांगों के कार्यों का सतत अनुश्रवण सोनपुर एसडीओ करते रहेंगे।
Oct 15 2024, 17:30