दरभंगा में कोसी कमला नदी उफनाई, चार पंचायतें जलमग्न
दरभंगा में कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड से होकर गुजरने वाली कोसी और कमला बलान नदी में उफान है। कमला बलान नदी के पश्चिमी तटबंध से पूरब 4 पंचायतों के सभी गांव टापू में तब्दील हो गए हैं।
हजारों एकड़ में लगी धान की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है। चारों पंचायत के सभी गांव और सुघरईन पंचायत के भरैन मुशहरी व भिंडुआ पंचायत के गोबरष्ठी गांव के किनारे बसे सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है।
नदी के जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार ऐसी है कि रविवार की शाम 6 बजे से सोमवार की दोपहर बाद 4 बजे तक 22 घंटे में नदी का जलस्तर साढ़े चार से पांच फीट बढ़ा है।
इससे चारों पंचायत के 41 गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह प्रभावित हो गए हैं।
इन इलाकों के घरों में पानी घुंस गया
इटहर पंचायत के चौकीया, लक्षमीनिया, इटहर, इटहर पोखर, जिमराहा विसुनिया, समौरा।
उसरी पंचायत के उसरी, हरिनाही, कोला,छोटकी और बड़की कोनिया, अरराही।
सिमरटोका पंचायत के उजुआ का झाझा, कोला, छोटकी और बड़की कोनिया, अरराही, कोदरा, कुंज भवन, बढ़ा महादेव मठ, बुढ़िया सुकराती टोला।
तिलकेश्वर पंचायत के बाघमोत्तर, न हो बहवा, सपही, बथौल, गोलमा सेक्का, करैन, तिलकपुर आदि गांवों में पानी घुस गया है।
कई घरों में नहीं जले चूल्हे
बाढ़ प्रभावित गांवों में सैकड़ों परिवार खटिया पर बैठकर 22 घंटे से समय व्यतीत कर रहे हैं। सैकड़ों परिवार के घरों में पानी रहने की वजह से चूल्हे नहीं जले हैं।
बघमोत्तर के कारी सदा, राम पुकार सदा, रामरतन सदा, प्रसादी सदा, बहाव के सुमन सदा, लखन सदा, आनंदी सदा बथैला के गणेश सदा, राजा राम सदा, छोटे लाल सदा ने बताया कि अचानक रात लगभग दो बजे घर में पानी घुस गया। आनन-फानन घर के सामान को बचाया।
दिन में चूड़ा, चीनी और सत्तू खाकर रहे। रात में भी यही खाना पड़ेगा। कमोबेश सभी बाढ़ प्रभावित गांवों में पीड़ित परिवारों के साथ यही स्थिति है।
सड़क से संपर्क भंग,अब नव ही सहारा
मुख्य सड़क कुशेश्वरस्थान फुलतोड़ा के किनारे बसे गांवों को छोड़कर बाढ़ प्रभावित सभी गांव का सड़क से संपर्क भंग हो गया है। लोग नाव के सहारे मुख्य मार्ग पर आते हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के 4815.69 हेक्टेयर में लगी खरीफ की फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है।
चारों पंचायत के विद्यालय भी प्रभावित हो गए हैं।
विद्यालय को बंद करने के लिए पत्र लिखा गया
बीईओ राम भरोसे चौधरी ने बताया कि वरीय पदाधिकारी को चार पंचायतों के बाढ़ प्रभावित विद्यालय को बंद करने के लिए पत्र लिखा गया है।
थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में पुलिस गश्त कर रही है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 26 नाव चलाई जा रही
कुशेश्वरस्थान पूर्वी के सीओ गोपाल पासवान ने कहा कि तटबंध से पूरब चार पंचायत पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हो गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 26 नाव चलाई जा रही है। सुरक्षा को लेकर एनडीआरएफ की एक - यूनिट 30 सदस्यीय टीम पहुंची है। टीम बाढ़ की स्थिति सामान्य होने तक रहेगी।
तेगच्छा, महादेव मठ, तिलकेश्वर, सपही बुढ़िया सुकराती, वधमोत्तर, कोला टोका उजुआ, अरराही, चौकीया, इटहर और लक्षमीनिया में सामुदायिक किचेन शुरू किया गया है।
दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
Oct 08 2024, 19:03