नालंदा जिलाधिकारी ने समाहरणालय से मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (1962) को झंडी दिखाकर इस सेवा का शुभारंभ,
नालंदा जिले में पशुपालकों के लिए एक नई सुविधा का शुभारंभ किया गया है। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने समाहरणालय परिसर, बिहारशरीफ से मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (1962) को हरी झंडी दिखाकर सेवा की शुरुआत की। अब पशुपालक 1962 पर कॉल करके घर बैठे पशु चिकित्सा सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं। इस मोबाइल इकाई में दवाइयों के साथ प्रारंभिक जांच और कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा भी दी जाएगी। जीपीएस सिस्टम से इस सेवा की निगरानी की जाएगी ताकि इसकी कार्यक्षमता सुनिश्चित हो सके। यह सेवा हर कार्य दिवस पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपलब्ध होगी और फिलहाल आठ प्रखंडों में शुरू की जा रही है, जिसमें सिलाव प्रखंड पहला लाभार्थी है। हर दिन दो गांवों में शिविर लगाए जाएंगे, जहां चिकित्सा सेवाओं के साथ-साथ विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।
नालंदा अलग-अलग हादसे में दो महिलाओं की मौत,
नालंदा जिले में दो अलग- अलग हादसों में दो महिलाओं की मौत हो गई। ये घटनाएं तेल्हाड़ा और चण्डी थाना क्षेत्रों में हुईं। मृतकों में चिश्तिपुर गांव की 85 वर्षीय राम सती देवी और कंजास गांव की 35 वर्षीय सरिता कुमारी शामिल हैं। राम सती देवी की मौत रविवार को टहलने के दौरान एक अज्ञात वाहन की टक्कर से हुई। उन्हें चण्डी रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर स्थिति के कारण हायर सेंटर रेफर किया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सरिता कुमारी की मौत खेतों के पास एक आहार में पैर फिसलने से डूबने के कारण हुई। देर शाम तक जब वह घर नहीं लौटीं, तो परिवार ने खोजबीन की और सोमवार को उनका शव आहार में मिला। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
नालंदा नौजवानों शर्ट फेंको, कुर्ता पहनो, राजनीति पर कब्जा जमाओ: डॉ. भीम सिंह,
भाजपा के राज्यसभा सांसद और बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष डॉ. भीम सिंह ने बिहार शरीफ सर्किट हाउस में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि 22 सितंबर को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में चंद्रवंशी ललकार सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने चंद्रवंशी समाज से राजनैतिक एकता और सशक्तिकरण का आह्वान किया। डॉ. सिंह ने युवा वर्ग को प्रेरित करते हुए कहा, शर्ट फेंको, कुर्ता पहनो, और राजनीति पर कब्जा जमाओ। उन्होंने चंद्रवंशी समाज के गौरवशाली इतिहास की पुनर्स्थापना के लिए सभी को संगठित होने का आह्वान किया। इसके साथ ही, उन्होंने बिहार के विभिन्न जिलों में विकास निधि के तहत चंद्रवंशी समाज के लिए चौपाल निर्माण की भी योजना बताई।
नालंदा :- बिहार राज्य खेल प्राधिकरण बिहार सरकार के द्वारा बिहार राज्य खेल सम्मान का आयोजन किया गया,


नालंदा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण बिहार सरकार के द्वारा बिहार राज्य खेल सम्मान का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार शरीफ के रामचंद्रपुर स्थित एकेडमी ऑफ मार्शल आर्ट एंड स्पोर्ट्स जोन के 4 खिलाड़ियों को बिहार राज्य खेल सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वाले खिलाड़ी मुस्कान कुमारी को ₹50000, जाहानवी को ₹50000, अस्मिता कुमारी को ₹30000 एवं आरुष राज को ₹30000 राशि एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान पूर्व में हासिल उपलब्धि के आधार पर मिला है यह सभी खिलाड़ी 11वीं पेंचक सिलाट राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक विजेता रह चुके हैं। संस्थान के संस्थापक सह महासचिव पेंचक सिलाट एसोसिएशन ऑफ नालंदा राकेश राज ने बताया कि नालंदा जिला का पहले मार्शल आर्ट संस्थान है जहां से एक साथ 4 खिलाड़ियों को खेल सम्मान से सम्मानित किया गया। पेंचक सिलाट एसोसिएशन ऑफ नालंदा के अध्यक्ष डॉ रवि चंद कुमार ने कहां की इस तरह के सम्मान मिलने से जिला के अन्य खिलाड़ियों का भी मनोबल बढ़ेगा। सभी सम्मान पाने वाले खिलाड़ियों को जिला खेल पदाधिकारी शालिनी प्रकाश, न्यूरो सर्जन डॉ राजीव कुमार रंजन,पेंचक सिलाट एसोसिएशन ऑफ नालंदा के कोषाध्यक्ष ऋषिकेश कुमार, अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी रेफरी राणा रणजीत सिंह, शारीरिक शिक्षक सुबोध कुमार, रौशन कुमार एवं अन्य खेल प्रेमियों ने बधाई और शुभकामना दिए।
नालंदा:- बुद्धा हेल्थ केयर ने अमृत विहारफाउंडेशन को दिया 21 हजार रुपये का दान,
नालंदा :- बुद्धा हेल्थ केयर के डायरेक्टर डॉक्टर विनय कुमार ने अमृत विहार फाउंडेशन को 21 हजार रुपये की आर्थिक मदद प्रदान की। यह दान जरूरतमंद लोगों को वस्त्र और भोजन उपलब्ध कराने में सहायक होगा। अमृत विहार फाउंडेशन की सचिव प्रेरणा सिंह ने इस दान के लिए डॉक्टर विनय कुमार का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, डॉक्टर विनय कुमार का यह दान हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस पैसे से हम असहाय लोगों के बीच वस्त्र वितरण कर पाएंगे और उन्हें निःशुल्क भोजन भी उपलब्ध करा पाएंगे। बुद्धा हेल्थ केयर के डायरेक्टर डॉक्टर विनय कुमार ने इस दान के पीछे का कारण बताते हुए कहा, यह छोटी सी भेंट उन असहाय लोगों के लिए है जो पैसे के अभाव में खुद के लिए वस्त्र तक नहीं खरीद सकते हैं और दो जून की रोटी भी नसीब नहीं होती है। हमारी कोशिश है कि ऐसे लोगों की मदद की जाए और उन्हें एक बेहतर जीवन जीने का मौका मिले। यह दान एक बार फिर साबित करता है कि समाज के प्रति संवेदनशीलता और मानवता का भाव अभी भी जीवित है। डॉक्टर विनय कुमार और बुद्धा हेल्थ केयर का यह कदम निश्चित रूप से अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
नालंदा :- जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो : अशोक कु हिमांशु, जिलाअध्यक्ष राजद
नालंदा जिला राष्ट्रीय जनता दल द्वारा बिहार शरीफ अस्पताल चैराहा पर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। धरना सभा की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष अशोक कुमार हिमांशु ने कहा कि आज पूरे राज्य में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के मार्गदर्शन एवं यूथ आईकॉन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पूरे बिहार में प्रत्येक जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया है। इस धरना का उद्देश्य जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी हमारे नेता लालू प्रसाद यादव वर्ष 2014 से हीं देश में जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। जब हमारी सरकार विगत 17 महीने में बनी तो हमारे नेता तेजस्वी यादव ने जाति जनगणना करवा कर पिछड़े, अति पिछड़ों, दलित एवं महादलित, अनुसूचित जाति, जनजाति आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 65 प्रतिशत किया था लेकिन साजिश के तहत जदयू भाजपा के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आरक्षण को रद्द करवाने का काम किया। परंतु राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार से संविधान के नवमी अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे हैं जो कि अभी तक नहीं किया गया है। आज जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को मांग का ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस मौके पर प्रदेश महासचिव हमांयू अख्तर तारीक ने कहा की राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है, अपराधी मस्त है अपराध प्रतिदिन बढ़ रहा है। प्रशासन से नीतीश कुमार का इकबाल समाप्त हो चुका है। जो काम डबल इंजन की सरकार 17 वर्षों में नहीं कि वह काम तेजस्वी यादव ने 17 महीना में किया।
नालंदा:- विधायक राकेश कुमार रौशन ने प्रधानमंत्री की लैटरल एंट्री व्यवस्था के तहत सीधी भर्ती की प्रक्रिया पर आलोचना की,
नालंदा जिले के इस्लामपुर विधायक राकेश कुमार रौशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लैटरल एंट्री व्यवस्था के तहत सीधी भर्ती की प्रक्रिया पर गंभीर आलोचना की है। विधायक ने कहा कि यह नई प्रणाली संविधान और देश के हित में नहीं है, खासकर आरक्षण की व्यवस्था को दरकिनार करने के कारण। राकेश कुमार रौशन के अनुसार, निजी क्षेत्र में 15 वर्षों का अनुभव रखने वाले व्यक्तियों को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के माध्यम से सीधी भर्ती में प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे आरक्षण का पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने इस प्रणाली को देश की 90% आबादी के अधिकारों के खिलाफ करार दिया है और इसे समानता के अधिकार के उल्लंघन के रूप में देखा है, जो सार्वजनिक सेवा आयोग के माध्यम से आईएएस, आईपीएस जैसी प्रतिष्ठित सेवाओं में प्रवेश पाने वाले उम्मीदवारों को प्रभावित कर सकता है।
नालंदा:- लापता बच्चा बरामद महिला छोड़कर भागने के दौरान स्थानीय लोगों ने पड़कर पुलिस को सौपा ,
बिहार थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 30 के बिचली खंदक पर से 3 साल के बच्चे, सुर्याशु कुमार के लापता होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। घटना 14 अगस्त 2024 को घटी, जब सुर्याशु आंगनबाड़ी केंद्र से घर लौट रहा था। बच्चे के पिता संतोष कुमार की शिकायत पर पुलिस ने कांड संख्या 632/24 दर्ज कर, बच्चे की खोज शुरू की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लिया। फुटेज के विश्लेषण से एक महिला की पहचान हुई, जो हरे रंग की साड़ी पहने हुए बच्चे को ले जाती दिखी। इस महिला की तस्वीर को आस-पास के थानों और प्रशासनिक ग्रुपों में प्रसारित किया गया, और मीडिया ने भी इस खबर को व्यापक रूप से प्रसारित किया। मीडिया की खबर से घबराई महिला ने 18 अगस्त 2024 को बच्चे को सकुनत चौक के पुल पर छोड़ दिया और फरार हो गई। स्थानीय लोगों ने बच्चे को सुरक्षित बरामद कर महिला को पकड़ लिया और दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने बच्चे को छोड़ने की बात स्वीकार की। पुलिस की तत्परता और मीडिया की सहायता से बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया गया, और महिला को हिरासत में ले लिया गया। आगे की विधि-सम्मत कार्रवाई जारी है।

नालंदा:- जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल राजगीर मेंएक सनसनीखेज घटना हुई है,
नालंदा जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल राजगीर में एक सनसनीखेज घटना हुई है। यहां घूमने आए एक पर्यटक की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। यह घटना शुक्रवार की शाम 9 बजे की है। मृतक की पहचान भोजपुर के रहने वाले के रूप में हुई मृतक की पहचान भोजपुर जिले के आरा थाना इलाके के धरहरा निवासी 32 वर्षीय पुत्र मंजी उर्फ मंजीत कुमार के रूप में हुई है। वह भरत सोनार का पुत्र था। घटनास्थल से पांच खोखे बरामद घटनास्थल से पुलिस ने पांच खोखे बरामद किए हैं। इससे साफ है प्लांनिग कर हत्यारों ने मंजी को गोली मारी है। पुलिस हत्या के कारणों का पता नहीं लगा पाई है। पुलिस जांच में जुटी घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस हत्यारों की तलाश में जुटी हुई है। राजगीर थाना प्रभारी का बयान राजगीर थाना प्रभारी रमन कुमार ने बताया कि हत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। युवक 4 अन्य दोस्तों के साथ घूमने आया था। पर्यटन स्थल पर हुई घटना ने बढ़ाई चिंता यह घटना राजगीर जैसे पर्यटन स्थल पर हुई है, इसलिए इसने लोगों में काफी चिंता पैदा कर दी है। लोग सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
नालंदा:- डॉक्टरों की हड़ताल की भेंट चढ़ी 3 साल का मासूम बीमार बच्चों को लेकर भटक रहा लेकिन समय पर इलाज नहीं मिलने से बच्चों की गई जान,

डॉक्टरों की हड़ताल की भेंट चढ़ी 3 साल का मासूम बीमार बच्चों को लेकर भटक रहा लेकिन समय पर इलाज नहीं मिलने से बच्चों की गई जान कोलकाता रेप व मर्डर केस के विरोध में देशभर के चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ द्वारा की गई हड़ताल ने एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है। शनिवार को नालंदा जिले में एक तीन वर्षीय बच्चे की मौत ने इस व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है। नालंदा के बिदुपुर गांव निवासी सोनू भारती के पुत्र टुगू कुमार की दुखद मृत्यु ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांव के छठ घाट के तालाब में डूबने के बाद बच्चे को तत्काल सदर अस्पताल लाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों की अनुपस्थिति ने परिस्थिति को और भी गंभीर बना दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, परिजन लगभग आधे घंटे तक अस्पताल में इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन कहीं भी उन्हें कोई चिकित्सक नहीं मिला। इमरजेंसी वार्ड से लेकर एसएनसीयू तक, हर जगह डॉक्टरों की अनुपस्थिति ने स्थिति को और भी दयनीय बना दिया। अंततः प्रशिक्षु नर्सों द्वारा की गई जांच में बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना ने न केवल स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं की कमी को भी दर्शाया है। बच्चे की मृत्यु के बाद शव वाहन की अनुपलब्धता ने परिवार की पीड़ा को और बढ़ा दिया, जिसके कारण उन्हें अपने बच्चे के शव को बाइक पर ले जाना पड़ा। सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने घटना की जानकारी न होने का हवाला देते हुए जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्तता के कारण घटना की जानकारी नहीं मिल पाई। लेकिन शिकायत मिलने पर मामले की गहन जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।