डीवीएनपीजी कॉलेज में 12 सप्ताह का शारीरिक शिक्षा एवं योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
गोरखपुर। दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गोरखपुर के शारीरिक शिक्षा एवं क्रीड़ा विभाग द्वारा योग प्रशिक्षण कार्यक्रम (12 सप्ताह) का शुभांरम्भ किया गया। जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में मोटापा का नियत्रंण, तनाव का नियत्रंण, रक्तचाप में संतुलन तथा वाइटल क्षमता में सुधार लाना है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि ब्रह्मा कुमारी पारूल दीदी (प्रजापति ब्रह्मा ईश्वरीय विश्वविद्यालय) ने बताया कि जीवन का मुख्य उद्देश्य तन, मन एवं जन में शांति लाना है। आज हर व्यक्ति को अपनी दिनचर्या के पालन के साथ-साथ अपने विचारों को भी परिष्कृत करना चाहिए। जितना हो सके अपने मन को नकारात्मक विचारों से बचाना चाहिए और अपने अन्दर सकारात्मकता लानी चाहिए। इन्होंने बताया कि योग युज धातु से बना है जिसका मतलब शरीर को मन से, मन को आत्मा से और आत्मा को परमात्मा से मिलाना या जोड़ना है। इन्होंने राज योग मेडिटेशन के विभिन्न सोपानों का वर्णन किया।
कार्यक्रम की विशिष्ठ अतिथि ब्रह्मा कुमारी पूनम दीदी (प्रजापति ब्रह्मा ईश्वरीय विश्वविद्यालय) ने राजयोग मेडिटेशन के क्रियात्मक पक्षों का वर्णन किया और उसका अभ्यास कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि जो तुम्हे कमजोर बनाये उसका परित्याग करो। जो पिण्ड में है वही ब्रह्मांड में है। अपने लक्ष्य का निर्धारण करो और अपने उत्साह, समयबद्धता, एवं शक्ति का उपयोग करते हुए उसको प्राप्त करने का प्रयास करो।
कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन श्री अवधेश कुमार शुक्ल (प्रभारी क्रीड़ा एवं शारीरिक शिक्षा विभाग) ने किया एवं आभार ज्ञापन क्रीड़ा समिति की सदस्य डॉ. सरिता सिंह के द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. अखण्ड प्रताप सिंह, डॉ. कुलदीप पाण्डेय, डॉ. संजय तिवारी, डॉ. राकेश कुमार सिंह, डॉ. राम प्रसाद यादव, डॉ. शुभ्रांशु शेखर सिंह, डॉ. शालिनी पारिक, परिचर अभय सिंह, कैलाश शर्मा सहित विभिन्न संकायों के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Sep 09 2024, 19:26