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दिल्ली के कपड़ा फैक्ट्री में लगी आग से मची अफरा-तफरी, मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियां

डेस्क: बाहरी दिल्ली के बक्करवाला इलाके में रविवार सुबह भीषण आग लग गई। राजीव रत्न आवास के पास एक कपड़े की फैक्ट्री में यह आग लगी। आग की सूचना मिलते ही मौके पर दमकल की 25 गाड़ियां पहुंची हैं और आग बुझाने का काम जारी है। अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। ये जानकारी दिल्ली फायर सर्विस की ओर से दी गई है।

इससे पहले दक्षिणी दिल्ली के महिपालपुर इलाके में यात्रियों को ले जा रही डीटीसी की एक बस में शुक्रवार दोपहर आग लग गई। दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि डीटीसी की बस में दोपहर 3:24 बजे आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद दमकल की तीन गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।

डीएफएसस के एक अधिकारी ने बताया कि 45 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि डीटीसी की लो-फ्लोर बस इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से वसंत कुंज की ओर जा रही थी। उन्होंने बताया कि बस में आग लगने के तुरंत बाद यात्री और वाहन चालक नीचे उतर गए।

अधिकारी ने कहा कि पहली नजर में ऐसा संदेह है कि बस में शॉर्ट सर्किट होने के कारण आग लगी। उन्होंने बताया कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन पास में खड़ी एक बाइक और एक स्कूटर जलकर खाक हो गए। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है।

भारत रुकवा सकता है रूस-यूक्रेन युद्ध', जेलेंस्की से मुलाकात के बाद मेलोनी ने दिया बड़ा बयान

डेस्क: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त कराने में भारत की भूमिका पर जोर दिया है। उन्होंने शनिवार को एक बयान के दौरान भारत और चीन की रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने में अहम भूमिका की बात कही। बता दें कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकत के बाद यह बयान दिया है। जॉर्जिया मेलोनी ने शनिवार को कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के समाधान में भारत और चीन भूमिका निभा सकते हैं।

एक न्यूज चैनल के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद एक सम्मेलन से इतर मेलोनी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि संघर्ष के समाधान में चीन और भारत की भूमिका होनी चाहिए। एकमात्र ऐसी चीज जो नहीं हो सकती, वह यह सोचना है कि यूक्रेन को अकेला छोड़कर संघर्ष का हल निकाला जा सकता है।’’ मेलोनी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को भारत का नाम उन तीन देशों में शामिल किया, जिनके साथ वह यूक्रेन संघर्ष को लेकर संपर्क में हैं और कहा है कि वे इस मुद्दे को सुलझाने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।

वहीं गुरुवार को पुतिन ने कहा कि यूक्रेन पर संभावित शांति वार्ता में चीन, भारत और ब्राजील मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। पुतिन ने कहा कि युद्ध के पहले सप्ताह में इस्तांबुल में वार्ता के दौरान रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच हुआ एक प्रारंभिक समझौता, जो कभी लागू नहीं हुआ, वार्ता के लिए आधार बन सकता है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र को कब्जे में लेना है। रूसी सेना धीरे-धीरे कुर्स्क क्षेत्र से यूक्रेनी सेना को खदेड़ रही है।

जिन्होंने जीवन भर चुनावों का बहिष्कार किया, अब वो भी चुनावी मैदान में..! जानिए, कितना बदल गया कश्मीर

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान तेजी से चल रहा है। इस चुनावी माहौल में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसी कश्मीर आधारित पार्टियां खुद को एक अनजाने परिदृश्य में पा रही हैं। इन दलों को अब अपने पारंपरिक रणनीतियों को छोड़कर नई रणनीतियों की तलाश करनी पड़ रही है।

पिछले तीन दशकों में कश्मीर घाटी में चुनावी प्रक्रिया अक्सर हिंसा, आतंकवादी धमकियों और अलगाववादियों द्वारा चुनाव बहिष्कार के आह्वान से प्रभावित रही है। राजनीतिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाना और चुनाव के खिलाफ आतंकी धमकी वाले पोस्टर लगाना सामान्य हो गया था। हुर्रियत कांफ्रेंस की ओर से चुनाव बहिष्कार का आह्वान भी चुनावी माहौल को भयावह बना देता था। इसके परिणामस्वरूप श्रीनगर, दक्षिण कश्मीर और उत्तरी कश्मीर के कुछ हिस्सों में मतदान प्रतिशत में भारी गिरावट देखी जाती थी।

अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव हो रहा है, और इसे लेकर कई उम्मीदें जताई जा रही हैं। उमर अब्दुल्ला और सज्जाद लोन जैसे दिग्गज नेताओं को अब अपनी चुनावी रणनीतियों में बदलाव करना पड़ा है। उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल में भावनात्मक अपील की है, जिसमें उन्होंने लोगों से अपनी साख बचाने के लिए वोट देने की अपील की है। यह उनकी नई स्थिति को दर्शाता है कि वह अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद चुनावी खेल को समझने में असमर्थ रहे हैं। पिछले 5 वर्षों में सियासी परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है, जिसमें परिसीमन, अलगाववादियों के खिलाफ कार्रवाई और आतंकवादी संगठनों पर करवाई शामिल हैं। इन बदलावों ने मतदाताओं को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने के लिए आत्मविश्वास और सुरक्षा प्रदान की है।

सियासी दल इस नए प्रारूप को अपनाने में संघर्ष कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला गांदरबल और बडगाम से चुनाव लड़ेंगे, जबकि पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा और हंदवाड़ा से नामांकन भरकर इसी रणनीति को अपनाया है। यह सुरक्षित कदम उनके आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है और उनके राजनीतिक विरोधियों को आक्रमण का मौका भी देता है। दूसरी ओर, अलगाववादियों की मुख्यधारा में वापसी और 36 साल के बहिष्कार के बाद जमात-ए-इस्लामी द्वारा निर्दलीय उम्मीदवारों को मैदान में उतारना यह दिखाता है कि कितना बदलाव आया है। जमात-ए-इस्लामी, जो कि यूएपीए प्रतिबंध के कारण सीधे चुनाव नहीं लड़ सकता, अब निर्दलीय उम्मीदवारों के माध्यम से मुख्यधारा में प्रवेश कर रहा है।

इसी तरह, सलीम गिलानी और सरजन बरकती जैसे पूर्व अलगाववादी नेता भी चुनावी राजनीति में शामिल हो गए हैं। सलीम गिलानी पीडीपी में शामिल हो गए हैं, जबकि सरजन बरकती निर्दलीय के रूप में गांदरबल और बीरवाह से चुनाव लड़ेंगे। इंजीनियर रशीद की तरह, सरजन बरकती भी चुनावी मुकाबला जेल से ही करेंगे।

मध्यप्रदेश में बड़ा रेल हादसा, पटरी से उतरे सोमनाथ एक्सप्रेस के डिब्बे, यात्रियों में मची चीख पुकार

मध्य प्रदेश में जबलपुर में बड़ा रेल हादसा हो गया. यहां सोमनाथ एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतर गए. सोमनाथ एक्सप्रेस इंदौर से जबलपुर आ रही थी इसी दौरान ये मुख्य रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन बेपटरी हो गई. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि क्योंकि रेलवे स्टेशन करीब था इसलिए ट्रेन की रफ्तार काफी धीमी थी. अगर रफ्तार तेज होती तो हादसा काफी नुकसानदायक हो सकता था.

इंदौर से जबलपुर के बीच चलने वाली ओवरनाइट एक्सप्रेस डीरेल हो गई. मुख्य रेलवे स्टेशन के बहुत नजदीक आकर ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए जिसकी वजह से यात्रियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में सभी यात्रियों को ट्रेन से उतारा गया. हादसे की सूचना लगते ही मौके पर रेलवे के आला अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और राहत का काम शुरू किया गया.

जानकारी के मुताबिक इंदौर से जबलपुर के बीच चलने वाली ओवरनाइट एक्सप्रेस जबलपुर के मुख्य रेलवे स्टेशन पर लगने ही वाली थी कि उसके दो डब्बे में पटरी हो गए अधिकारियों का कहना है की ट्रेन की स्पीड 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से थी इसलिए कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन इस हादसे के पीछे क्या वजह है इसकी जांच जरूर की जाएगी. फिलहाल इस हादसे की वजह से ट्रेनों के अवागमन पर असर हुआ है.

एक यात्री ने बताया कि वह कोच पर आराम कर रहे थे. इसी दौरान झटके लगे जैसे बहुत तेजी से ब्रेक लगा हो. जब तक कुछ समझ में आता, तब तक ट्रेन खड़ी हो चुकी थी. हालांकि कुछ देर के लिए ऐसा भी लगा कि जैसे कोई हादसा हो गया है. इसके बाद ट्रेन काफी देर तक खड़ी रही. कुछ देर बाद जब कोच से उतरकर बाहर देखा तो एसी कोच के दो डिब्बे पटरी से उतरे हुए थे.

बच्चों को उनकी मातृभाषा में दी जाए शिक्षा..', पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों से संवाद में बोले पीएम मोदी

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरस्कार विजेता शिक्षकों से बातचीत की और अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने के महत्व पर जोर दिया। बातचीत के दौरान शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए और सीखने को और अधिक रोचक बनाने के लिए उनके द्वारा अपनाए जाने वाले अभिनव तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने अपने शिक्षण कर्तव्यों के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में अपनी भागीदारी पर भी प्रकाश डाला। मोदी ने शिक्षण पेशे के प्रति उनके समर्पण की प्रशंसा की और पिछले कई वर्षों में उनके द्वारा दिखाए गए जुनून को स्वीकार किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर दिया कि सरकार शिक्षा में अभिनव तरीकों का उपयोग करने वाले असाधारण शिक्षकों को मान्यता देने के लिए प्रयास कर रही है। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं के साथ अपनी बातचीत के दौरान, मोदी ने पिछली सरकारी प्रथाओं पर चर्चा करने से परहेज किया, इसके बजाय वर्तमान और भविष्य पर ध्यान केंद्रित किया, शिक्षकों को 'विकसित भारत' के लिए छात्रों को तैयार करने के लिए प्रोत्साहित किया।

मोदी ने पुरस्कार विजेता शिक्षकों को प्रोत्साहित किया कि वे छात्रों को भारत के शीर्ष 100 पर्यटन स्थलों की खोज में शामिल करें। उन्होंने सुझाव दिया कि शैक्षिक यात्राओं के हिस्से के रूप में विभिन्न स्थानों के बारे में जानकर छात्र अपने क्षितिज को व्यापक बना सकते हैं। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों के लिए चयन प्रक्रिया कठोर थी, जिसमें उन शिक्षकों को मान्यता दी गई जिनका योगदान राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के लक्ष्यों के अनुरूप है। मोदी ने इन शिक्षकों की कड़ी मेहनत की सराहना की और कहा कि कई अन्य लोग भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

उन्होंने शिक्षकों को प्रोत्साहित किया कि वे छात्रों को निकटवर्ती विश्वविद्यालयों या खेल आयोजनों में भ्रमण कराकर प्रेरित करें, क्योंकि ऐसे अनुभव उनकी महत्वाकांक्षाओं और सपनों को बढ़ावा दे सकते हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, देश भर से कुल 82 शिक्षकों को सम्मानित किया गया, जिनमें स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से 50, उच्च शिक्षा विभाग से 16 और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय से 16 शिक्षक शामिल हैं।

मोदी ने सुझाव दिया कि पुरस्कार विजेता सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़ें, जिससे सभी को एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने और लाभ उठाने का अवसर मिले। उन्होंने एनईपी के महत्व पर भी प्रकाश डाला और छात्रों की मातृभाषा में शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने शिक्षकों को विभिन्न भाषाओं में स्थानीय लोककथाएँ प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे छात्र भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए कई भाषाएँ सीख सकें।

विनेश फोगाट पर बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर कांग्रेस का पलटवार किया, जानें क्या कहा

#congress_attacked_on_bjp_brij_bhushan_sharan_singh_over_vinesh_phogat

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी बड़ गई है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच कांग्रेस ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर पलटवार किया है।विनेश फोगाट को कांग्रेस का टिकट मिलने के बाद बृजभूषण शरण सिंह के बयान पर अब कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है।

शुक्रवार को पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हुए थे। विनेश को कांग्रेस ने हरियाणा के जुलाना से विधायकी का टिकट भी सौंप दिया है। इस पर बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वे महिला खिलाड़ियों के सम्मान में नहीं बैठे थे बल्कि राजनीति के लिए बैठे थे। बृजभूषण के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ये आज की बात नहीं है। आज़ादी के आंदोलन में भी कांग्रेस अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ खड़ी थी और ये उसके साथ खड़े थे। पवन खेड़ा ने कहा कि जो ग़लत करता है भाजपा उसके साथ होती है और वो भाजपा के साथ होता है। जिसके साथ ग़लत होता है कांग्रेस उसके साथ लड़ती है उसकी आवाज़ उठाती है इसीलिए वे कांग्रेस को पसंद करते हैं।

वहीं, हरियाणा कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, हरियाणा की बेटी के लिए बीजेपी के दुराचारी सांसद की ये भाषा बता रही कि भाजपा हमारी बेटियों को कभी न्याय नहीं दिलवाएगी। विनेश फौगाट हो या बबीता फौगाट, ये हरियाणा की बेटियां हैं. सबको राजनीति में आने का हक है। लेकिन इस वजह से दुराचारियों को अनर्गल टिप्पणियां करने का कोई हक नहीं।'

इससे पहले महिला पहलवान विनेश फोगाट के शुक्रवार को कांग्रेस शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुये भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया कि यह बात सत्य साबित हुयी कि उनके खिलाफ महिला पहलवानों का आंदोलन कांग्रेस प्रायोजित था। गोंडा के डुमरियाडीह स्थित एक निजी विद्यालय में स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम में पूर्व सांसद ने अपने संबोधन में कहा, मेरे खिलाफ जब महिला पहलवानों ने आरोप लगाए थे, मैंने तभी बोल दिया था कि यह कांग्रेस की साजिश है। हरियाणा के बड़े नेता दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा हमारे खिलाफ साजिश कर रहे हैं।

बता दें कि महिला पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। इसे लेकर महिला पहलवानों सहित कई पहलवानों ने दिल्ली में धरना भी दिया था।

'वो खिलाड़ियों का नहीं कांग्रेस का आंदोलन था...'विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर बोले बृजभूषण शरण सिंह

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हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इस पर कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि ‘अब ये साफ़ हो गया है कि खिलाड़ियों के आंदोलन के पीछे कांग्रेस थी’।उन्होंने कहा कि विनेश और बजरंग ने राजनीति के लिए बेटियों का इस्तेमाल किया, बेटियों को बदनाम किया। वे बेटियों के सम्मान के लिए नहीं लड़ रहे थे, वे राजनीति के लिए लड़ रहे थे।

गोंडा में भारतीय पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर पूर्व कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा नेता बृज भूषण शरण सिंह ने हमला बोला है। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, 'लगभग दो साल पहले, 18 जनवरी को इन खिलाड़ियों ने एक साजिश शुरू की थी। जिस दिन यह सब शुरू हुआ, मैंने कहा था कि यह एक राजनीतिक साजिश थी। इसमें कांग्रेस शामिल थी, दीपेंद्र हुड्डा और भूपिंदर हुड्डा भी शामिल थे। पूरी पटकथा लिखी गई, यह खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है। अब लगभग दो साल बाद यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस इस नाटक में शामिल थी।'

पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि इनके कारण हरियाणा की बेटियों को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। इसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं, इसके लिए भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा और ये प्रदर्शनकारी जिम्मेदार हैं। वे उस दिन क्या जवाब देंगे जब यह साबित हो जाएगा कि जिस घटना के आरोप लगाए जा रहे हैं, उस दिन मैं दिल्ली में मौजूद नहीं था? उन्होंने राजनीति के लिए बेटियों का इस्तेमाल किया, बेटियों को बदनाम किया। वे बेटियों के सम्मान के लिए नहीं लड़ रहे थे, वे राजनीति के लिए लड़ रहे थे।

भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 18 जनवरी को जब जंतर मंतर पर प्रदर्शन हुआ था तो तमाम लोगों को लगा था कि शायद इसमें सच्चाई है। महिलाओं के साथ, बेटियों के साथ बदतमीज़ी हुई है, आज वे लोग अभी छले महसूस कर रहे हैं। ये पूछने पर कि, पहलवानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से ओलंपिक में भी कहीं न कहीं इसका नुकसान हुआ, उसकी भरपाई कौन करेगा? बृजभूषण ने बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट पर कई आरोप लगाए।

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि "हरियाणा खेल के क्षेत्र में भारत का सिरमौर है। जिस तरह से इन लोगों ने कुश्ती गतिविधियों को लगभग 2.5 साल तक रोक दिया, क्या यह सच नहीं है कि बजरंग एशियाई खेलों में बिना ट्रायल के चले गए? मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं जो कुश्ती के विशेषज्ञ हैं, मैं विनेश फोगट से पूछना चाहता हूं कि क्या कोई खिलाड़ी एक दिन में दो भार श्रेणियों में ट्रायल दे सकता है? क्या वजन मापने के बाद 5 घंटे के लिए ट्रायल रोके जा सकते हैं?... आप कुश्ती नहीं जीते, आप धोखाधड़ी करके वहां गए थे। भगवान ने आपको उसी की सजा दी है।"

राहुल गांधी, प्रियंका ने उज्जैन बलात्कार मामले पर प्रतिक्रिया दी: 'पूरा देश स्तब्ध

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में सार्वजनिक फुटपाथ पर एक महिला के साथ बलात्कार की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। यह घटना तब सामने आई जब अज्ञात व्यक्तियों द्वारा रिकॉर्ड किए गए बलात्कार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

एक्स पर एक पोस्ट में, प्रियंका गांधी ने कहा कि पूरा देश स्तब्ध है और सोच रहा है कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है। "मध्य प्रदेश के उज्जैन में फुटपाथ पर दिनदहाड़े एक महिला के साथ मारपीट की घटना बेहद भयावह है। आज पूरा देश स्तब्ध है, सोच रहा है कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला को बचाने के बजाय, राहगीर वीडियो बना रहे थे," प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा। उज्जैन की पवित्र भूमि पर ऐसी घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है," उन्होंने कहा।

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी उज्जैन की घटना और उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की, जहां लखनऊ के गाजीपुर इलाके के एक एंबुलेंस चालक और उसके सहायक ने एक मरीज की पत्नी का यौन उत्पीड़न किया। महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ते अपराध और पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति पुलिस प्रशासन का रवैया व्यवस्था की क्रूरता का सबूत है और देश के लिए चिंता का गंभीर विषय है, गांधी ने एक्स पर लिखा, "प्रचार-केंद्रित सरकारों ने खुद की झूठी छवि बनाने के लिए एक असंवेदनशील प्रणाली को जन्म दिया है, जिसका सबसे बड़ा शिकार महिलाएं हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए समाज के नैतिक उत्थान की दिशा में गंभीर प्रयास करने का समय आ गया है- सामाजिक, राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।"

पुलिस के अनुसार, उज्जैन के आगर नाका इलाके में शराब पीने के लिए मजबूर करने के बाद एक व्यक्ति ने कबाड़ बीनने वाली महिला के साथ बलात्कार किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रकाश में आया। पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) ओम प्रकाश मिश्रा ने कहा कि मुख्य आरोपी लोकेश ने महिला से शादी करने का वादा किया था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पीटीआई के अनुसार मिश्रा ने कहा, "बुधवार को उसने महिला को शराब पिलाई और उसके साथ बलात्कार किया। कुछ लोग, जो वहां से गुजर रहे थे, ने अपराध को रोकने के बजाय घटना का वीडियो बना लिया।" पुलिस ने तीन से चार संदिग्धों की भी पहचान की है, जिन्होंने कथित तौर पर बलात्कार का वीडियो बनाया था और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं।

इससे पहले, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मुद्दे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की चुप्पी पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था, "आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार और हत्या की घटना के खिलाफ भाजपा पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर रही है...मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्वाचन क्षेत्र में एक महिला के साथ बलात्कार किया गया। मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, पीएम मोदी चुप क्यों हैं?...मध्य प्रदेश में 'जंगल राज' है। मध्य प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है...भाजपा नेताओं को मध्य प्रदेश में हो रही इस तरह की घटनाओं पर भी गौर करना चाहिए..."

हालांकि, भाजपा ने दावा किया कि मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसने कांग्रेस पर विवाद पैदा करने का भी आरोप लगाया। एएनआई के अनुसार, मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख और सांसद वीडी शर्मा ने कहा था, "कांग्रेस पार्टी के पास मध्य प्रदेश सरकार को घेरने के लिए कोई मुद्दा नहीं है और इसलिए वे इस घटना को इस तरह का रंग देने की कोशिश कर रहे हैं..."

मणिपुर में अब रॉकेट से हमला, आसमान में फिर दिखे ड्रोन, दहशत में लाइट बंद कर घरों में छिपे लोग

#rocket_attack_in_manipur_people_hide_in_their_homes_after_seeing_drones

मणिपुर में पिछले कुछ दिन में हुए ‘हाई-टेक’ हमलों के बाद इंफाल घाटी क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। अब उग्रवादियों ने रॉकेट और ड्रोन्स से हमले शुरू कर दिए हैं। बिष्णुपुर जिले में शुक्रवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने दो रॉकेट दागे, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। वहीं, बिष्णुपुर और इंफाल ईस्ट जिलों में शुक्रवार रात को कई ड्रोन उड़ते देखे गए। इससे लोगों में इतनी दहशत फैल गई कि लोगों ने अपने-अपने घरों की लाइटें बंद कर दीं। इससे पहले इस सप्ताह की शुरुआत में इंफाल पश्चिम जिले में दो स्थानों पर ड्रोन का इस्तेमाल कर लोगों पर बम गिराए गए थे।

मणिपुर में उग्रवादियों ने शुक्रवार को राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री के बिष्णुपुर जिले स्थित आवास समेत दो स्थानों पर रॉकेट दागे। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। हमले को लेकर मणिपुर पुलिस ने एक बयान जारी किया है। आज कुकी उग्रवादियों ने बिष्णुपुर जिले के दो स्थानों पर नागरिक आबादी के बीच लंबी दूरी के रॉकेट दागे।

पुलिस के मुताबिक हमले में मोइरांग फिवांगबाम लेइकाई के एक वरिष्ठ नागरिक आरके रबेई (78) की मृत्यु हो गई और बिष्णुपुर जिले के मोइरांग खोइरू लेइकाई में छह अन्य नागरिक घायल हो गए। पुलिस दल और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को इलाके से सटे पहाड़ी इलाकों में तलाशी अभियान चलाने के लिए भेजा गया है। मुआलसांग गांव में दो बंकर और चूड़ाचांदपुर के लाइका मुआलसौ गांव में एक बंकर (कुल तीन बंकर) नष्ट कर दिए गए।

पुलिस ने अपने बयान में आगे बताया कि इसके अलावा, एसपी सहित बिष्णुपुर जिले की पुलिस टीमें उस इलाके में पहुंचीं, जहां संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने उन पर गोलीबारी की। लेकिन पुलिस दल ने मजबूती से जवाबी कार्रवाई की और हमले को विफल कर दिया। हवाई गश्त करने के लिए सैन्य हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं।

वहीं बिष्णुपुर और इंफाल पूर्वी जिले के इलाकों में कई ड्रोन देखे जाने के बाद लोगों ने शुक्रवार रात अपने घरों की लाइटें बंद कर दीं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इस सप्ताह की शुरुआत में इंफाल पश्चिम जिले में दो स्थानों पर लोगों पर बम गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार रात बिष्णुपुर जिले के नारायणसेना, नाम्बोल कामोंग और इंफाल पूर्वी जिले के पुखाओ, दोलाईथाबी, शांतिपुर में कई ड्रोन देखे गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। घबराए ग्रामीणों ने घरों की लाइटें बंद कर दीं। एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल बड़े समूहों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए आसपास के क्षेत्रों में ‘हाई अलर्ट’ पर हैं।