क्षेत्रीय विधायक से रोड और पुलिया निर्माण की मांग, विधायक ने दिया समाधान का आश्वासन

खजनी गोरखपुर। सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप शुक्ला से कठैचा विंदन गांव के निवासियों ने क्षतिग्रस्त सीसी रोड और पुलिया का निर्माण कराने की मांग की है। विधायक ने लोगों को समस्या के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है।

क्षेत्रीय विधायक से कठैचा विंदन गांव के निवासियों देवनारायण राजभर, वीरेंद्र राजभर, रामप्रीत राजभर, संजय मौर्या, जगदीश मौर्या, चंद्रभान मौर्या, ओमप्रकाश, दीपक, गौतम यादव, रामहरी, राजू मौर्या ने विधायक को प्रार्थनापत्र देकर बताया कि लगभग 10 वर्ष पहले गोगहरा पुल से शंकर मौर्या के घर तक इंटरलॉकिंग मार्ग का निर्माण हुआ था जो कि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। विवाह आदि मांगलिक कार्यक्रमों में तथा स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी हो रही है। विधायक ने उन्हें समस्या के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है।

जमीनी रंजिश में मारपीट कई घायल ,हत्या की नियत से धारदार हथियार से किया वार

गोला गोरखपुर । गोला थाना क्षेत्र के ग्राम घरावल में जमीनी रंजिश को लेकर रविवार की सुबह एक पक्ष के लोगो ने खुले आम असलहा लहराते हुए दूसरे पक्ष के पूरे परिवार को लाठी डंडों से पीटकर घायल कर दिया .साथ ही धारदार हथियार से अनिल मिश्रा पर हमला कर दिए जिससे उनके हाथ की एक अंगुली बुरी तरह कट गई। और सर फट गया।

वही शरीर में कई यानी चोट के निशान भी हैं। जिसमें पति-पत्नी और बेटे घायल हो गए. घायल लोगो ने 112 नम्बर पर फोन कर सूचना पुलिस को दिया।पुलिस मौके पर पहुची।एम्बुलेंस भी पहुचा ।घायलों को लेकर सी एच सी गोला पहुचाया जहाँ डॉक्टर ने उपचार देकर स्थित नाजुक देख दो लोगो को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।प्राप्त बिबरण के अनुसार ग्राम घरावल में अनिल कुमार मिश्रा पुत्र विश्वनाथ मिश्रा जो अपने ननिहाल में नेवासा पर रहते है ।

उत्सव के जरिये पहली बार मां बनने पर मातृ शिशु स्वास्थ्य का दिया संदेश

गोरखपुर। पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के लिए विशेष उत्सव का आयोजन कर पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के जरिये मातृ शिशु स्वास्थ्य व सुरक्षा का शनिवार को संदेश दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिवार और समाज में गर्भावस्था में स्वास्थ्य देखभाल और पोषण के संबंध में समुदाय को सजग करना है। कार्यक्रम का शुभारंभ सीएचसी के अधीक्षक डॉ मणि शेखर ने किया ।

डॉ मणि शेखर ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान कम से कम चार बार गर्भवती की प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच आवश्यक है। आशा कार्यकर्ता के माध्यम से गर्भवती को आयरन फोलिक एसिड की गोलियां दी जाती हैं और गर्भावस्था में टीकाकरण भी कराया जाता है। सरकारी प्रावधानों के अनुसार खून, पेशाब और अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा भी दी जा रही है। इस उत्सव के जरिये यह संदेश दिया गया कि गर्भावस्था एक खुशी का मौका है और गर्भवती की सेहत के प्रति सभी को सजग होना होगा। सही खानपान, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच और पोषकता से भरपूर सामग्री के सेवन से न केवल गर्भवती स्वस्थ रहती हैं, बल्कि जच्चा-बच्चा दोनों का जीवन सुरक्षित होता है। उन्होंने कहा कि सीएचसी ने इस उत्सव को आगे भी प्रत्येक पहली बार मां बनने वाली माता के साथ मनाने का संकल्प लिया है ताकि हर नई मां का स्वागत और सम्मान किया जा सके।

इस मौके पर चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अंकुर, डॉक्टर शैलजा, स्टॉफ नर्स संध्या मधई, प्रीति गौतम, रामा देवी और रवीना आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। सभी लोगों ने उपस्थित महिलाओं को सुखद मातृत्व के लिए शुभकामनाएं दीं और उनके स्वस्थ और सुरक्षित प्रसव की कामना की।

उत्सव में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया। महिलाओं को सम्मान व शुभकामना के कार्ड दिये गये और केक भी काटा गया। इसके साथ ही, स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारियों और नर्सिंग अधिकारियों ने गर्भावस्था के दौरान पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और नवजात शिशु की देखभाल के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

जीवन का सबसे खूबसूरत दौर है मातृत्व सुख

इस मौके पर स्टाफ नर्स संध्या मधई ने कहा, "मां बनना एक महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत और चुनौतीपूर्ण दौर होता है। हमारा प्रयास है कि हम इन माताओं को भावनात्मक समर्थन प्रदान करें और उन्हें यह महसूस कराएं कि वे इस यात्रा में अकेली नहीं हैं।"

नवागत थानाध्यक्ष को चोरों ने दी सलामी, ताला तोड़ कर लाखों की चोरी

खजनी गोरखपुर। थाना क्षेत्र के आशापार गांव में बीती रात बेखौफ चोरों ने एक बार फिर स्थानीय पुलिस को चुनौती देते हुए घर में लगे लोहे के चैनल का ताला तोड़ कर पूरा घर खंगाल डाला और लगभग 15 लाख के कीमती गहने और नकद रूपए लेकर फरार हो गए। मिली जानकारी के अनुसार बिगही-आशापार मार्ग पर राम प्रसाद निषाद उर्फ रामा के घर बीती रात बेखौफ चोरों ने लोहे के चैनल का ताला तोड़ कर भीतर घुसे चोरों ने लगभग 15 लाख के गहने उड़ा दिए। परिवारीजनों को घटना की जानकारी सबेरे 4 बजे सो कर उठने के बाद हुई। घटना की सूचना पुलिस पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित के घर में किराये पर रहने वाले दो व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

पीड़ित ने बताया कि मकान के पीछे लोहे के चैनल का ताला काट कर घर में घुसे चोरों ने लगभग 15 लाख के गहने चुरा लिए जिसमें बहुओं और बेटी की शादी की तैयारी में रखे गए गहनों में सोने के हार,कान का सेट 04 पीस, सोने का टीका 03 पीस, सोने का झूमका 06 पीस, हांथ का ब्रेसलेट 2 पीस, नथिया 3 पीस, लाकेट 06 पीस, मंगल सूत्र 2, कान की बाली एक, पाजेब 04,चांदी की करधनी 04 पीस,16 चांदी का छड़ा, 7पीस सोने की अंगुठी, बच्चों की पायल, करधन, कंगन, सोने की चेन एक सेट तथा 30 हजार रुपए नकद उठा ले गए। बताया गया कि चोर चार पहिया वाहन से आए थे। जो कि घर से कुछ दूर खड़ी थी। संभावना है जतायी जा रही है। राम प्रसाद का दो भाईयों का संयुक्त परिवार है, छोटे भाई परिवार के साथ मुम्बई में रहते हैं। उनके भी कीमती गहने घर में ही रखे थे।

घटना के बाद फारेंसिक टीम, एसपी साउथ जितेंद्र कुमार क्षेत्राधिकारी दरवेश और प्रभारी थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने मौके पर पहुंच कर पीड़ितों से घटना की जानकारी ली और जांच पड़ताल शुरू कर दी है।क्षेत्राधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से चोरों की लोकेशन ट्रेस की जा रही है, जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जाएगा।

अनुरक्षण कार्य के अभाव और मानकों की अनदेखी के चलते ज्यादातर सड़कें बदहाल

गोरखपुर।  जानीपुर से लाहीडाड़ी खुर्द सम्पर्क मार्ग का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में कराया गया था। जो अब पूरी तरह से टुट फूट चूका है। वर्ष 2023 में कुछ पैचिग का काम कराया गया था वह भी अब उखड़ चूका है। जिससे रास्ते की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है, यहां यह पता ही नहीं चलता की गड्ढे में सड़क है कि सड़क में गड्ढा है।

लगभग छ: गांवों को यह मार्ग मुख्य मार्ग से जोड़ने का कार्य करता है। लेकिन मार्ग खराब होने के कारण हजारों ग्रामीणों को इस रास्ते से आने जाने मे कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।इस सम्पर्क मार्ग से लाहीडाड़ी खुर्द, लाहीडाड़ी बुजुर्ग, घोड़सांव, बेला, तेंदुहानी, मंझरिया, लहूरी नर्रे, झझवापार आदि आधा दर्जन से अधिक गांवों के हजारों स्कूली बच्चे और गांव के लोग बाजार आदि जाते आते हैं। और रास्ते पर बने बड़े-बड़े गड्ढों के नाते अक्सर लोग फिसल कर गिर जाते हैं और चोटिल हो जाते हैं।

स्थानीय ग्रामीण बृजेश मणि त्रिपाठी, आलोक मणि त्रिपाठी, रविन्द्र तिवारी, अशोक कुमार तिवारी, आजाद मणि त्रिपाठी, संजय यादव, बलराम विश्वकर्मा, संतोष मौर्य, दिलीप सिंह, अंकेश मणि त्रिपाठी, कृष्ण कुमार मौर्या, पवन पांडेय, राम प्रकाश यादव, दीपक यादव, राधेश्याम मौर्य, वेद प्रकाश, शैलेश, रमेश, मन्नू आदि ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से अविलंब मार्ग को ठीक कराये जाने की मांग किया है।
गोरखपुर नगर निगम के जिम्मेदार, भ्रष्टाचार में तलाशते शिष्टाचार

गोरखपुर ।  सरकार के आदेशों को दरकिनार करना तो उतर प्रदेश सरकार के जिम्मेदार अधिकारियों के लिए आम बात हो गई परंतु उच्च न्यायालय के आदेशों को दरकिनार करना आमजन और सरकार के लिए विचारणीय प्रश्न है। जहां भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्य निर्वहन की बजाय सिर्फ धन उगाही करने में मशगूल हैं और उच्च न्यायालय के आदेशों की खुलेआम अवहेलना कर रहे हैं।

सीएम सीटी के जिम्मेदार, उच्च न्यायालय के प्रति बेपरवाह

मामला महानगर के वार्ड नंबर 65 क्षेत्रांतर्गत मुहल्ला मेवातीपुर उर्फ चैनपुर में देवेन्द्र शुक्ल पुत्र स्वर्गीय सुरेन्द्र शुक्ल के घर से भुपेंद्र शुक्ल के घर से होते हुए मुहल्ले की मुख्य सड़क को जाने वाले रास्ते के अतिक्रमण के संबंध में याची विवेक शुक्ला द्वारा नगर आयुक्त गोरखपुर को दर्जनों लिखित शिकायत दर्ज कराई गई परंतु नगर आयुक्त द्वारा उक्त रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराने के संबंध में कोई प्रभावी कार्रवाई करना तो दूर रहा मामले का संज्ञान लेना भी मुनासिब नहीं समझा गया।

याचिकाकर्ता विवेक शुक्ला ने नगर आयुक्त अतिक्रमण मुक्त कराने कार्रवाई नहीं करने पर  उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जहां उच्च न्यायालय के 10 अगस्त 2022 के आदेश में नगर आयुक्त को निर्देशित किया गया कि मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराकर अवगत कराया जाए परन्तु नगर निगम द्वारा उच्च न्यायालय के आदेशों के सापेक्ष 24 सितंबर 2022 को संबंधित नायब तहसीलदार ने अतिक्रमण मुक्त कराने की कागजी खानापूर्ति कर मामले को ठंढे बस्ते में डाल दिया और विपक्षी से मोटी रकम वसूल कर अपने जेब को धनयुक्त कर लिया और माननीय उच्च न्यायालय को रास्ते के अतिक्रमण मुक्त कराने के संबंध में गुमराह करते हुए रिपोर्ट लगाया कि विवादित रास्ता चार फीट चौड़ा है जो पश्चिम तरफ इंटरलॉकिंग सड़क के पास से पगदंडी के रूप में भूपेंद्र शुक्ला के घर से देवेन्द्र शुक्ला के तक गया है जिस पर भूपेंद्र शुक्ला द्वारा गिट्टी बालू दिया गया है जिससे प्रतिवेदक विवेक शुक्ला अपनी बाइक घर से निकालने एवं लेकर घर आने जाने में दिक्कत होती है।

रास्ते से गिट्टी बालू हटाने का निर्देश भुपेंद्र शुक्ला को दिया गया और दूसरे दिन भुपेंद्र शुक्ला द्वारा गिट्टी बालू की बोरियां हटा लिया गया तथा प्रतिवेदक विवेक शुक्ला द्वारा रास्ता अतिक्रमण मुक्त पर संतोष व्यक्त किया गया है जबकि प्रतिवेदक द्वारा ऐसा रास्ते के अतिक्रमण मुक्त होने का कोई पत्र या संतुष्टि परक बयान नहीं दिया गया है। याचिकाकर्ता विवेक शुक्ला ने जब पुन: उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तो उच्च न्यायालय द्वारा 15 फरवरी 2023 को रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु नगर निगम आयुक्त को निर्देशित किया गया। उच्च न्यायालय के निदेर्शानुसार नायब तहसीलदार के नेतृत्व में नगर निगम की प्रवर्तन टीम ने 3 अप्रैल 2023 को मौके का निरीक्षण किया जहां भुपेंद्र शुक्ला व उनके पुत्रों आवेदक विवेक शुक्ला के घर आने जाने वाले रास्ते में गिट्टी, मिट्टी व बालू की बोरियां रखकर अतिक्रमण होना पाया गया।

भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे तहसीलदार ने विपक्षी से पुन: मोटी रकम वसूल कर अतिक्रमण मुक्त कराने की कागजी खानापूर्ति कर मौके पर फोटो शूट करवाया और मौके पर पहुंचे मिडिया कर्मी के समक्ष बयान देते हुए कहा कि रास्ते को अतिक्रमण मुक्त करने को निर्देशित कर दिया गया है यदि भविष्य में भुपेंद्र शुक्ला और उनके पुत्रों द्वारा रास्ते में अतिक्रमण किया जाता है तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी, परन्तु अतिक्रमणकारियों द्वारा अबतक रास्ते को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया और रास्ते में दो फीट ऊंची मिट्टी डम्प भी कर दिया जिससे याची विवेक शुक्ला को अपने घर बाइक निकालने और आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है याची कयी बार उक्त अतिक्रमित रास्ते में गिर कर चोटिल भी हो चूके हैं।

याचिकाकर्ता विवेक शुक्ला ने जब नायाब तहसीलदार सतीश श्रीवास्तव से रास्ते को अतिक्रमण मुक्त नहीं होने और नायब तहसीलदार द्वारा अतिक्रमणकारी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने की बात याद दिलाया तो उन्होंने कहा कि मैं हाईकोर्ट को पाकेट लेकर घूमता हूं ऐसे सैंकड़ों आदेश कूड़ेदान में पड़े हैं।अब सवाल यह उठता है कि जब अधिकारी उच्च न्यायालय के आदेशों को तब्बजो नहीं दे रहे हैं तो आमजन की शिकायतों का क्या हश्र होगा।
गोरखपुर में बने सॉफ्टवेयर से होगा एमपीपीजी कॉलेज जंगल धूसड़ के छात्रसंघ का ऑनलाइन चुनाव


गोरखपुर। अध्ययन, अध्यापन, परिसर संस्कृति, सामाजिक सरोकार और छात्रसंघ जैसे अनेक आयामों पर रोल मॉडल के रूप में उभरे महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय (एमपीपीजी) जंगल धूसड़ ने अब एक और नवाचार किया है। यह नवाचार छात्रसंघ चुनाव को लेकर किया गया है। महाविद्यालय इस बार महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर द्वारा विकसित किए गए पूर्णतः स्वदेशी सॉफ्टवेयर से ऑनलाइन चुनाव कराने जा रहा है। voting.mgug.ac.in नामक यह सॉफ्टवेयर देश मे शिक्षण संस्थानों के छात्रसंघ चुनाव के लिए बना पहला सॉफ्टवेयर है। महाराणा प्रताप महाविद्यालय में शुक्रवार (30 अगस्त) से शुरू चुनाव की प्रक्रिया बिना कक्ष संचालन में बाधा पहुंचाए शनिवार (31 अगस्त) तक यानी महज दो दिन में पूरी हो जाएगी।

महाराणा प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य एवं इस बार के छात्रसंघ चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि शुक्रवार को कक्षा संचलन के साथ ही विद्यार्थियों के मासिक मूल्यांकन, व्यवहार और आचरण के आधार पर कुल 84 कक्षा प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया। इसके बाद अपराह्न 3 बजे से 4:30 बजे तक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री के पदों के लिए पर्चा दाखिला हुआ। यहां छात्रसंघ चुनाव में पदाधिकारी का चुनाव लड़ने के लिए कक्षा प्रतिनिधि होना अनिवार्य है। शनिवार (31 अगस्त) को सुबह 9 बजे से 11:30 बजे तक पर्चा वापसी और जांच की प्रक्रिया के बाद अपराह्न 2:10 बजे से प्रत्याशियों का योग्यता भाषण (क्वालिफाइंग स्पीच) होगा। इसके बाद शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक ऑनलाइन मतदान हॉग और रात 11 बजे चुनाव परिणाम कॉलेज की वेबसाइट पर जारी कर दिया जाएगा। प्राचार्य/निर्वाचन अधिकारी डॉ. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि इस बार के छात्रसंघ चुनाव में ऑनलाइन मतदान के लिए पहली बार गोरखपुर में ही तैयार स्वदेशी सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर महायोगी गोरखननाथ विश्वविद्यालय की आईटी (इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी) टीम ने तैयार किया है।

*कोरोना काल में छात्रसंघ चुनाव कराने वाला यूपी का पहला कॉलेज*
इसके पहले महाराणा प्रताप महाविद्यालय में कोरोना काल में पहली बार ऑनलाइन मतदान का प्रयोग किया था, तब फ्रांस में बने सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया था। कोरोना काल में जब पूरे देश में शैक्षिक गतिविधियों पर बुरा प्रभाव था, तब भी इस महाविद्यालय ने ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ऑनलाइन छात्रसंघ चुनाव कराकर एक नजीर पेश की। कोरोना काल मे छात्रसंघ चुनाव कराने वाला यह उत्तर प्रदेश का पहला कॉलेज था।

*कॉलेज प्रशासन में रहती है छात्र पदाधिकारियों की सक्रिय सहभागिता*
महाराणा प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव बताते हैं कि इस महाविद्यालय में वर्ष 2007 से छात्र पदाधिकारियों को कॉलेज प्रशासन की सक्रिय सहभागिता से जोड़ा गया। पहले छात्र परिषद का गठन हुआ और बाद में इसका स्वरूप छात्रसंघ का हुआ। जब पूरे प्रदेश में कहीं भी छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए तब भी महाराणा प्रताप महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव के जरिये छात्र पदाधिकारियों को पूरा महत्व दिया गया। इस कॉलेज के छात्रसंघ के पदाधिकारी प्रवेश समिति, क्रीड़ा समिति, प्रयोगशाला समिति, पुस्तकालय समिति, नियंता मंडल, शिक्षक-अभिभावक समिति, पुरातन छात्र परिषद, क्रय समिति सहित सभी प्रमुख समितियों में पदेन सदस्य होते हैं। पहले चुनाव प्रक्रिया तीन दिन में पूरी होती थी, इस वर्ष इसे घटाकर दो दिन कर दिया गया है। इसकी समय सारिणी इस तरह की बनाई जाती है जिससे चुनाव की प्रक्रिया में कक्षाओं का संचालन बाधित नहीं होने दिया जाता।

*सॉफ्टवेयर से ऐसे होगा ऑनलाइन मतदान*
छात्रसंघ चुनाव के लिए ऑनलाइन मतदान का सॉफ्टवेयर विकसित करने वाली महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की आईटी टीम के लीडर और इस विश्वविद्यालय के आयुर्वेद कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर बी. सुमिथ ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर voting.mgug.ac.in सिर्फ मतदान की समय सीमा तक ही खुलेगा। कॉलेज में पंजीकृत छात्र मतदाता मतदान शुरू होने के समय अपने मोबाइल नंबर से लिंक क्लिक करेंगे तो एक ओटीपी आएगा। ओटीपी भरने पर वह पेज खुल जाएगा जहां अलग अलग पदों के प्रत्याशियों के विकल्प होंगे। प्रत्याशी का चयन कर छात्र मतदाता को सबमिट बटन दबाना होगा। सबमिट होते ही मतदान पेज खुद ही बंद हो जाएगा। इस प्रक्रिया में किसी तरह की सेंधमारी की कोई गुंजाइश नहीं है। कारण, एक मोबाइल नंबर से एक ही बार लॉगिन होगा और दूसरा इसे इस तरह से विकसित किया गया है जिसकी कोडिंग को हैकर तोड़ नहीं पाएंगे।

*महायोगी गोरखनाथ विवि छात्रसंघ चुनाव में भी होगा इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग*
महाराणा प्रताप महाविद्यालय के बाद महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में होने वाले छात्रसंघ चुनाव में भी ऑनलाइन मतदान के लिए इसी सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जाएगा। अन्य उच्च शिक्षण संस्थान भी अपने यहां ऑनलाइन छात्रसंघ चुनाव कराने के लिए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की आईटी टीम से यह सॉफ्टवेयर क्रय कर सकते हैं। कोरोना काल में जब महाराणा प्रताप महाविद्यालय ने पहली बार ऑनलाइन मतदान के लिए फ्रांस के सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल किया था, तब प्रति छात्र 11 रुपये का खर्च आया था।
‘इल्म, ईमान और आला हज़रत’ पुस्तक का उलमा ने किया विमोचन

गोरखपुर। मजलिस असहाबे क़लम द्वारा उर्स-ए-आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ां अलैहिर्रहमा के मौके पर हिंदी में प्रकाशित ‘इल्म, ईमान और आला हज़रत’ नामक पुस्तक का विमोचन चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में जुमा की नमाज़ के बाद मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी व नायब काजी मुफ्ती मो. अजहर शम्सी द्वारा किया गया। पुस्तक में आला हज़रत की ज़िंदगी व अज़ीम कारनामों पर प्रकाश डाला गया है। पुस्तक की 1100 प्रतियां मुफ्त बांटने का सिलसिला शुरू हो गया है।

युवा लेखक कारी मुहम्मद अनस क़ादरी रज़वी द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘इल्म, ईमान और आला हज़रत’ के विमोचन के अवसर पर गोष्ठी हुई।

जिसमें मुख्य वक्ता मुफ्ती अख्तर हुसैन ने कहा कि आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ां अलैहिर्रहमा ने ने 56 से ज्यादा विषयों पर 1000 से ज्यादा किताबें लिखीं। आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ां मुजद्दिद, मुहद्दिस, मुफ्ती, आलिम, हाफिज़, लेखक, शायर, भाषाविद्, युग प्रवर्तक तथा समाज सुधारक थे। आला हज़रत दीन-ए-इस्लाम, विज्ञान, अर्थव्यवस्था, गणित, जीव विज्ञान, भूगोल, दर्शनशास्त्र, शायरी, चिकित्सा, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान सहित 55 से अधिक विषयों के विशेषज्ञ थे।

उन्होंने कहा कि आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ां ने दुनिया की कई बड़ी समस्याओं पर अपने विचार व्यक्त किए और उनको हल करते हुए दुनिया के सामने पेश किया। वह समसामयिक विषयों पर काफी प्रखर होकर तर्कों के साथ विचार व्यक्त करते, जिसका अनुसरण अब तक लोग कर रहे हैं।

अध्यक्षता करते हुए मुफ्ती अजहर शम्सी ने कहा कि दुनिया की तकरीबन सौ यूनिवर्सिटी में आला हज़रत की ज़िंदगी और कारनामों पर शोध हो रहा है। जैसे-जैसे रिसर्च आगे बढ़ रही है, आपकी ज़िंदगी और इल्मी कारनामों के नई-नई बातें सामने आ रही हैं। आला हज़रत ने इस्लाम, साइंस, अर्थव्यवस्था और कई विषयों पर एक हजार से ज्यादा किताबें लिखीं।आपका इल्मी दबदबा इतना था कि उस वक़्त के क़ाज़ी-ए-मक्का, मुफ़्ती-ए-मक्का, इमाम-ए-हरम, मुफ़्ती-ए-मदीना, क़ाज़ी-ए-मदीना, उलमा-ए-सीरिया, इराक, मिस्र आपकी तारीफ़ करते थे।

कारी मुहम्मद अनस क़ादरी रज़वी ने कहा कि पुस्तक में आला हज़रत की ज़िंदगी व कारनामों को संक्षेप में ठोस प्रमाणों के आधार पर पेश किया गया है। इस पुस्तक से नई नस्ल को आला हज़रत के बारे में जानने में मदद मिलेगी। इस पुस्तक को सभी को पढ़ना चाहिए। आला हज़रत किसी एक ज़ात का नाम नहीं बल्कि वह एक ही वक़्त में एक नज़रिया, अक़ीदा, मसलक, मशरब, अंजुमन, कांफ्रेंस, लाइब्रेरी, इल्मो हिक़मत का आफताब, शरीअत व तरीकत का माहताब थे। आला हज़रत एक अच्छे‌ मुफ़्ती, शिक्षक, रिसर्चर, वक्ता, लेखक, मुनाज़िर, मुअल्लिफ, मुफस्सिर, मुहद्दिस, माअकूली, मनकूली, अदीब, खतीब, फसीह, बलीग, फक़ीह थे। वह आलिम नहीं बल्कि इल्म का मौजे मारता हुआ समंदर थे। अल्लामा इक़बाल ने आला हज़रत के बारे में कहा था कि आला हज़रत अपने वक़्त के इमाम अबू हनीफ़ा थे।

कारी अनस को मुफ्ती मेराज अहमद कादरी, कारी शराफत हुसैन कादरी, अफरोज कादरी, क़ासिद रज़ा इस्माईली, मौलाना दानिश रज़ा अशरफी, हाफिज अयाज अहमद, मौलाना महमूद रज़ा कादरी, हाफिज रहमत अली निजामी, सैयद नदीम अहमद, अली गजनफर शाह, हाफिज सैफ अली, हाफिज अशरफ रज़ा, एड. एसएफ अहमद, मनोव्वर अहमद, नेहाल अहमद, मो. अदहम, शिक्षाविद् खैरुल बशर, आकिब अंसारी, हाजी जलालुद्दीन कादरी, हाजी सेराज अहमद, इरफ़ान सिद्दीक़ी, नज़ीर अहमद, मो. आज़म, नवेद आलम, अली हसन, एड. आज़म, एड. तौहीद अहमद, सैयद हुसैन अहमद, शादाब अहमद सिद्दीकी, मुनाजिर हसन, नूर मोहम्मद दानिश, आतिफ, इंजमाम, मो. जैद अंसारी, साहिल अहमद आदि ने मुबारकबाद पेश की है।
उनवल के ए.पी गुप्ता,गीता देवी महिला पी.जी.कॉलेज की छात्रा को राज्यपाल से गोल्ड मेडल मिला


खजनी गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय में परास्नातक कला संकाय (एम.ए) हिन्दी में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर विश्वविद्यालय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली नीतू सिंह को यह सम्मान विश्वविद्यालय के 43वें दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी के द्वारा प्रदान किया गया।

नीतू सिंह को कुल छ: स्वर्ण पदक मिलने पर उनवल में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार तिवारी, प्रबंधक अमित कुमार गुप्ता हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष  किरन यादव,वरिष्ठ शिक्षक डॉ, शिवेंद्र बहादुर सिंह, आदित्य भाष्कर, सुधाकर मिश्रा,रिंकू साहनी,रविंद्रनाथ पांडेय,डॉ.सीमा यादव,कीर्ति यादव ए.पी गुप्ता इंटरकॉलेज के प्रधानाचार्य मदनलाल एवं महाविद्यालय परिवार ने एवं नगरवासियों ने शुभकामनाएं दीं। छात्रा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्रबंधक ने शिक्षक दिवस की अवसर पर कुमारी नीतू सिंह एवं उनके अभिभावकों को सम्मानित करने की घोषणा की तथा इसे उनवल के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया।
शहीद रवीन्द्र सिंह की 45वीं पुण्यतिथि का वृहद आयोजन,छात्र संघ चौराहे पर स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण

खजनी गोरखपुर।इलाके के मूल निवासी अमर शहीद रवीन्द्र सिंह की 45वीं पुण्यतिथि पर आज गोरखपुर क्लब में वृहद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 250 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। आयोजन की अध्यक्षता पूर्व विधायक शीतल पाण्डेय और मंच संचालन डा० सत्यपाल पाल पूर्व अध्यक्ष डीडीयू गोरखपुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद देवरिया एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा.रमापति राम त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने उनके साथ रहकर राजनीति की शुरूआत की और सर्वप्रथम एमजी डिग्री कॉलेज में अपने अध्यक्ष का चुनाव उनके द्वारा बनाए गए संगठन भारतीय युवक संघ से चुनाव लड़ा और विजयी हुआ।

मैं आजीवन उनके प्रति समर्पित रहा। उनका व्यक्तित्व ऐसा था कि जो भी एक बार उनके सम्मुख आता था वह उन्हीं का हो जाता था। गोरखपुर के मेयर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि शहीद रवीन्द्र सिंह ऐसी शख्सियत थे कि उनके व्यक्तित्व के आगे सब कुछ गौंड़ हो जाता था। खजनी विधानसभा के विधायक श्री राम चौहान ने कहा कि मैं उस समय बस्ती जिले की छात्र राजनीति में सक्रिय था। लेकिन वहां पर भी वह जिस कॉलेज में जाकर जिस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर देते थे वही जीत जाता था। 1968 से ही हमारा संबंध उनसे रहा,ज्ञउनके विषय में कहना सूर्य के सामने दीपक दिखाने वाली बात है।

गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने कहा कि जब वह विधानसभा का चुनाव लड़े तो उस समय हम लोग बहुत छोटे थे और पर्ची बटोरते थे। जब वह जाते थे तो हम लोग उनके पीछे घूम कर प्रचार करते थे। इसके बाद राधेश्याम सिंह पूर्व अध्यक्ष डीडीयू गोरखपुर ने कहा कि उनका व्यक्तित्व बहुत ही विशाल था। जो कि इसी बात से पता चलता है कि आज 45वर्ष बाद भी उनके प्रति लगाव देखकर लोगों का कितना हुजूम उमड़ा है। पूर्व विधायक शीतल पाण्डेय पूर्व ने कहा कि शाहिद रविंद्र सिंह आज भी हम लोगों के जीवन में जिंदा है। उनके करिश्माई व्यक्तित्व का एहसास वही लोग कर सकते हैं, जिन्होंने उन्हें और उनकी जुबान की धार को देखा है। बजरंग बहादुर सिंह पूर्व विधायक ने कहा कि हमारा तो शहीद रवीन्द्र सिंह के परिवार से शुरू से ही नाता रहा है। वे जब कभी गरीबों, मजदूरों और छात्रों के साथ कोई अत्याचार होता है तो सबसे पहले शासन-प्रशासन से लेकर विधानसभा तक आवाज उठाते थे। और उनकी मांग मांगने पर शासन मजबूर हो जाता था। सहजनवां के विधायक प्रदीप शुक्ला ने कहा कि शहीद रवीन्द्र सिंह में वह आकर्षण शैली प्रकृति की देन थी।

लोगों में विश्वास था कि हमारी लड़ाई रवीन्द्र सिंह ही लड़ सकते हैं। जिन्होंने उन्हें और उनकी जुबान की धार को देखा है आज के दौर में युवा शायद ही इस बात को मानने के लिए तैयार होगा,कि शायद ही रवीन्द्र सिंह जैसा कोई शख्सियत पैदा हुई होगी। मनीष सिंह ने कहा कि आज लंबे समय से हमारे युवाओं को उनकी तरह का कोई जुनूनी व्यक्तित्व नजर नहीं आया। उन्होंने अपने पुरुषार्थ से ये प्रमाणित किया कि जिस ओर जवानी चलती है उसे ओर जमाना चलता है। इसी दौरान आरपीएम अकादमी के डायरेक्टर अजय शाही ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब रवीन्द्र सिंह जब छात्र राजनीति में थे। तो उस समय हम लोग बहुत छोटे थे और घर के बड़ों से उनके बारे में सुनते थे।

उनका भाषण भी सुनने का सौभाग्य हम लोगों को प्राप्त हुआ। जब हम लोग विश्वविद्यालय में पहुंचे तब हम लोगों को एहसास हुआ कि शहीद रवीन्द्र सिंह जैसा व्यक्तित्व होना मुश्किल है। क्योंकि इतनी कम उम्र में वह गोरखपुर विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के भी अध्यक्ष रहे और उसके बाद कौड़ीराम विधानसभा का भी प्रतिनिधित्व उन्होंने किया वे हमारे लिए एक प्रेरणा थे। श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल ट्रैक सूट और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई। आयोजन को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व सर्वप्रथम श्रद्धांजलि सभा का शुरूआत शहीद रवीन्द्र सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दो मिनट मौन रह कर की गई।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सदर सांसद रवि किशन शुक्ला,श्रीमती गौरी देवी पूर्व विधायक कौड़ीराम, श्यामजी त्रिपाठी, बजरंग बहादुर सिंह पूर्व विधायक,जयराम सिंह,श्रवण सिंह,पंकज सिंह,मनीष सिंह, रामसिंह पूर्व अध्यक्ष डीडीयू गोरखपुर, दिनेश चंद्र श्रीवास्तव,डॉ भानु प्रताप सिंह,हरि पांडेय,राम शंकर शुक्ला,राधेश्याम चंद, पिपरौली के प्रमुख दिलीप यादव, विकास सिंह प्रमुख प्रतिनिधि सहजनवां, पाली के शशि सिंह,अध्यक्ष प्रभाकर दुबे, नागेंद्र सिंह पूर्व अध्यक्ष सहजनवां पवन सिंह पुर्व जिला पंचायत सदस्य,अभय पासवान, मायाशंकर शुक्ला, रामजतन यादव,पूरन सिंह, सतीश सिंह,सावन सिंह,छोटू सिंह, राजा सिंह,अभय पाल आदि मौजूद रहे।