तिसरी में आदिवासी समूदाय के लोगों ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस तिसरी में आदिवासी समूदाय के लोगों ने मनाया विश्व आदिवासी दिवस
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तिसरी प्रखंड के कलवा नदी रोड के पास स्थित गंगा राम टुडू के आवास पर विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। इस मौके पर आदिवासी संथाल समाज सुसर बेसी के केंद्रीय सचिव अरविंद मुर्मू सहित काफी संख्या में लोग शामिल हुए और शहीदों की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव, समाज के केंद्रीय अध्यक्ष बजरंगी मुर्मू, मीडिया प्रभारी चांद किशोर हंसदा, संरक्षक गंगा राम टुड्डू, लालो मुर्मू मुख्य रूप से शामिल हुए। इस मौके पर समाज के दर्जनों युवतीयां और महिलाए पारंपरिक वेश भूषा में सज धज कर कलवा नदी रोड स्थित पार्क से जुलुश निकाल सिंधु कान्हु चौक पहुंचे और विधिवत रूप से सिंधु कान्हु की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक श्री यादव ने कहा कि 9 अगस्त को आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन बहुत ही खास दिन है क्योंकि आज के ही दिन भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई थी। कहा कि संथाल आदिवासी समाज के भाई अपने संस्कृति, भाषा, विरासत और अपनी हक और अधिकार जल जंगल जमीन की सुरक्षा को लेकर काफी सजग हो रहे है। वहीं आदिवासी संथाल समाज सुसार बेसी के केंद्रीय सचिव अरविंद मुर्मू ने कहा कि हर साल की भांति इस साल भी हमारे आदिवासी समाज के लोग विश्व आदिवासी दिवस मना रहे है, जो काफी गर्व की बात है। आदिवासी समाज से कई महा पुरुष ने महाजनी ओर शोषित के खिलाफ आंदोलन कर अपने लोगो को सुरक्षित किया है। कहा कि ऐसे कार्यक्रम के आयोजन से समाज के आने वाली पीढ़ी को भी आगे बढ़ने की शिक्षा मिलती है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में रामजीत मुर्मू, जागो मरांडी, मनोज सोरेन, मुकेश हंसदा, रिंकी सोरेन, बसंती मुर्मू, मुन्ना राणा, जय नारायण यादव, छोटी यादव, नीरज मुर्मू, सुरेश मरांडी सहित अन्य लोगों का योगदान रहा।


साथ ही उन्होंने कहा कि वन भूमि पर किसी प्रकार का भी अवैध उत्खनन होने नहीं दिया जाएगा। वहीं वन अपराधियों के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई में लोकाई थाना के एसआई सतीश कुमार, वन परिसर पदाधिकारी पवन कुमार चौधरी, उप वन परिसर पदाधिकारी सुनील हेंब्रम, राजेंद्र प्रसाद, हीरालाल पंडित, आलोक मोहन पांडेय, बमशंकर वर्मा समेत लोकाई थाना सशस्त्र पुलिस बल के कई जवान शामिल थे।
। इसके अलावा उन्होंने बताया कि विद्यालय में चार दिवारी नहीं होने के कारण यहां मवेशी आते जाते रहते है। वहीं विद्यालय का प्रांगण मिट्टी में लबरेज होने के कारण बरसात में कीचड़मय हो जाता है। विभाग द्वारा नए कमरों का निर्माण तो कराया गया है, लेकिन निर्माण के समय से ही कमरे में न तो दरवाजे लगाए गए हैं और नाही प्लास्टर किया गया है, जिस कारण यहां सिर्फ मवेशियों को रखा जाता है। उन्होंने विभाग और जनप्रतिनिधियों से मांग किया है कि विद्यालय में शिक्षा प्रभावित न हो, इसलिए अन्य शिक्षकों की नियुक्ति करे। साथ ही विद्यालय के रखरखाव को और भी बेहतर बनाने के लिए यहां चार दिवारी का निर्माण एवं जमीन पर फेवर ब्लॉक का बिचाव कराया जाए। साथ ही अर्ध निर्मित कमरों को पूरा करने के बाद उसे विद्यालय प्रबंधन को सौंपा जाए।

तिसरी, गिरिडीह
लेकिन आज वे इस जमीन का प्रयोग करना चाह रहे हैं और वहां बागवानी का निर्माण करना चाह रहे हैं। वहीं विद्यालय के रास्ते के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विद्यालय में आवागमन के लिए पूर्व दिशा की ओर से 3 फिट चौड़ा रास्ता देने के लिए वह तैयार है। मौके पर सांसद प्रतिनिधि सुनील साव, टुपाली राय, जागेश्वर प्रसाद, रामचंद्र साव, सुनील टुडू, प्रसादी साव सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीण व बच्चे मौजूद थे।
Aug 20 2024, 20:59
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