वायनाड लैंडस्लाइड के 3 दिन बाद मरने वालों की संख्या 300 के पार, चौथे दिन भी राहत बचाव कार्य जारी
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केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन से हुई त्रासदी थमने का नाम नहीं ले रही है। आज राहत बचाव कार्य का चौथा दिन है। सेना द्वारा ब्रिज तैयार करने के बाद राहत और बचाव कार्यों में तेजी आई है और सेना के जवान अभी भी मोर्चे पर डटे हुए हैं। इस बीच तीन दिन में अब तक 300 से ज्यादा लाशें मलबे से निकाली जा चुकी हैं। वहीं, अब भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं।
केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन के अब तक मृतकों का आंकड़ा 308 हो चुका है। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल विकास राणा ने बताया कि आज भी कल की ही तरह विभिन्न जोन्स के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। टीमों के साथ वैज्ञानिक और स्निफर डॉग्स भी मौजूद रहेंगे। सेना के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोग भी राहत और बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं।
घटना के तीन दिन बाद बचाव कर्मियों ने शुक्रवार को एक ही परिवार के चार लोगों को पदवेट्टी कुन्नू के पास एक इलाके में सुरक्षित पाया। मुंडक्कई क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाश और बचाव अभियान जारी है। यह इलाका मंगलवार की तड़के को बड़े पैमाने पर भूस्खलन से प्रभावित हुआ था। बचाव कर्मियों ने शुक्रवार को पाया कि परिवार भूस्खलन के बाद अलग-थलग पड़ गया था क्योंकि उनका घर क्षेत्र के बाकी हिस्सों से कट गया था। इस परिवार में दो पुरुष और दो महिलाएं हैं। सेना के एक जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि परिवार को हवाई मार्ग से निकाला जाएगा। सूत्रों ने कहा कि फंसे हुए इस परिवार के रिश्तेदारों की सूचना पर बचाव दल इलाके में पहुंचा था।
वहीं, राज्य के पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 1,374 बचाव कर्मी तलाशी अभियान जारी रखे हुए हैं। ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। बेली ब्रिज के निर्माण के बाद अभियान को गति मिली, जिससे बचाव दलों को सबसे अधिक प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमाला बस्तियों में भारी मशीनरी ले जाने में मदद मिली। लगभग 40 बचाव दल और प्रशिक्षित कुत्ते छह क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रहे हैं।
Aug 03 2024, 10:46