मानसून आ गया, जर्जर भवनों की पहचान नहीं, निकाय लापरवाह
नितेश श्रीवास्तव , भदोही। जिले में मानसून ने दस्तक दे दी है। लेकिन निकायों में जर्जर भवनों की अब तक पहचान नहीं की गई है। इससे किराए के ऐसे भवनों में लोग जान जोखिम में डालकर रहने को विवश हैं। निकायों की लापरवाही से आने वाले समय में किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिले में दो नगर पालिका गोपीगंज और भदोही जबकि ज्ञानपुर, खमरिया, घोसियां,न?ई बाजार और सुरियावां नगर पंचायत है। सातों नगर निकायों में करीब तीन लाख की आबादी रहती है। दो से ढाई दशक पूर्व बने क?ई भवन जर्जर हो चुके हैं। हर साल निकायों की ओर से ऐसे भवनों की सूची बनाई जाती है।
इसमें उपयोग लायक नहीं रह गए भवन मालिकों को नोटिस देकर खाली कराया जाता है, लेकिन इस बार मानसून के बाद भी ऐसे मर्दों की पहचान नहीं की गई है। ज्ञानपुर के गोयल गली, पुरानी बाजार, प्रोफेसर कालोनी में चार भवन जर्जर हो चुके हैं। इसमें अभी भी स्कूली छात्र रहते हैं। भदोही, गोपीगंज और खमरिया में भी क?ई भवन जर्जर है, इसमें लोग किराए पर लोग जान जोखिम में डालकर रहते हैं। आलम है कि जनपद बनने के तीन दशक बाद सरकारी दफ्तर भी जर्जर भवन में चल रहा है। मत्स्य विभाग, अल्पसंख्यक विभाग के भवन से बारिश के दिनों में पानी टपकता है। नगर पंचायत के ईओ जितेन्द्र कुमार ने बताया कि एक भवन जर्जर है।
ईओ बोले.. सुरियावां में एक भी जर्जर भवन नहीं
भदोही के ईओ धर्मराज सिंह ने कहा कि जर्जर भवन की पहचान करने के लिए सर्वे किया जा रहा है। ज्ञानपुर के ईओ राजेन्द्र दूबे ने बताया कि सोमवार से जर्जर भवन की पहचाना के लिए अभियान चलाया जाएगा। गोपीगंज ईओ संदीप ने बताया कि जर्जर भवन के आंकड़े नहीं है। शीघ्र सर्वे कराकर जर्जर भवनों को सीमांकित किया जाएगा। यहीं हाल घोसिया और न?ई बाजार का है। सुरियावां ईओ शशिकांत तिवारी ने बताया कि यहां पर एक भी भवन जर्जर नहीं है, फिर भी सर्वे किया जाएगा।
Jul 01 2024, 19:19