मौसम का हाल : आज पटना में छाए रहेंगे बादल, कुछ जिलों में आंधी पानी के आसार

डेस्क : बीते दो-तीन दिनों से प्रदेश में मौसम की तल्ख रुख में कमी आई है। भीषण गर्मी और लू से फिलहाल राहत मिली है लेकिन पसीने वाली गर्मी ने पिछले दो दिनों से परेशान किया है। गुरुवार को बादलों की आंशिक आवाजाही और कुछ जिलों में आंधी पानी के आसार बने हैं। पटना में भी गुरुवार को आंशिक बादलों का बसेरा रहेगा, जिससे उमस भरी गर्मी की स्थिति बनी रहेगी।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर बिहार में आंशिक बारिश की गतिविधियां रहेगी। दक्षिण बिहार में इसका छिटपुट असर दिख सकता है।

मौसमविदों के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। वहां से आने वाली नमी युक्त पुरवा हवा का प्रवाह होने से सूबे में मौसम सामान्य बना रहेगा। पटना समेत दक्षिण पश्चिम भागों के गया, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, सीवान में वर्षा की संभावना कम है। प्रदेश के एक या दो स्थानों पर 30-40 किमी प्रतिघंटा हवा का रफ्तार होने के साथ मेघ गर्जन व वज्रपात की संभावना है। इधर बुधवार की सुबह तक प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।

बीते बुधवार को पटना समेत आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने के कारण मौसम सामान्य बना रहा। सूबे में एक दो जगहों को छोड़कर शुक्रवार और शनिवार को बारिश की गतिविधियां होने के बेहद कम आसार हैं।

बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि, 38.8 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

सीवान में त्रिकोणीय बनी लड़ाई : एनडीए-इंडी गठबंधन और निर्दलिए तीनों प्रत्याशी स्थानीय, किसकी होगी जीत, जानिए क्या कहता है समीकरण

डेस्क ; देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ। राजेन्द्र प्रसाद की धरती सीवान में छठे चरण में 25 मई को चुनाव होना है। सीवान शुरू से ही राजनीतिक रूप से काफी चर्चित रही है। हालांकि तब से दिवंगत पूर्ब बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन युग के अंत तक सीवान ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। सीवान ने बाहुबल का निर्विरोध राज देखा तो एक सामान्य निर्दलीय प्रत्याशी द्वारा उस साम्राज्य का अंत होते भी देखा है। 

1996 से 2009 तक मो। शहाबुद्दीन ने यहां एकछत्र राज किया, लेकिन 2009 के बाद सीवान का राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है। पिछले 15 वर्षों से सीवान नयी इबारत लिख रहा है। 2009 में निर्दलिए ओमप्रकाश यादव ने मो। शहाबुद्दीन की पत्नी हिना को शिकस्त देकर सीवान में राजद के एकछत्र राज का अंत किया। उसके बाद पिछले 15 वर्षों से सीवान नयी इबारत लिख रहा है। राजद के हाथों से फिसलने के बाद यह पिछले चुनाव तक एनडीए का गढ़ बना रहा।

सीवान में बन रहा नया समीकरण

इस बार इस गढ़ को जबरदस्त चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पिछले सारे समीकरण हवा हवाई हो चुके हैं। सीवान का समीकरण इस बार पूरी तरह बदला हुआ है। माई समीकरण दरक रहा है। नए समीकरण बन रहे हैं। जातीय गोलबंदी के नये गणित ने इस बार सभी प्रत्याशियों को उलझा दिया है। इस गुत्थी को सुलझाने में इन्हें खूब पसीना बहाना पड़ रहा है। हालांकि मो। शहाबुद्दीन की पत्नी के निर्देलिए चुनाव मैदान में आने से इसका फायदा एनडीए को होता दिख रहा है। 

इस बार यहां एनडीए जदयू की विजय लक्ष्मी कुशवाहा तो महागठबंधन से राजद के अवध बिहारी चौधरी मैदान में हैं। इस लड़ाई को निर्दलीय हेना शहाब त्रिकोणीय बना रही हैं। तीनों उम्मीदवार कद्दावर हैं और इस क्षेत्र की जमीन से जुड़े रहे हैं। क्षेत्र की इन्हें समझ तो हैं ही, यहां के लोगों की भावनाओं से भी भली-भांति परिचित हैं। पर, राह किसी की आसान नहीं है। एक दूसरे से आगे निकलने के लिए इन्हें खूब मशक्कत करनी पड़ रही है। हालांकि क्षेत्र में चर्चा एक और निर्दलीय प्रत्याशी जीवन यादव की भी है। चुनाव का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि सभी उम्मीदवारों का अतीत उनके साथ चल रहा है। पुराना इतिहास उनका पीछा नहीं छोड़ रहा। इसके कारण इन्हें कुछ अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। लेकिन एक सकारात्मक बात यह है कि गठबंधनों के आधार वोटरों में इनकी स्वीकार्यता धीरे-धीरे बढ़ रही है। 

एनडीए को मोदी मैजिक के साथ हिना के मैदान में आने से लाभ का विश्वास

एनडीए की ओर से यह सीट जदयू के पिछले चुनाव से एनडीए के खाते मे है। यहां से वर्ष 2019 के चुनाव में बाहुबली अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह जदयू के टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद बनी थी। लेकिन इसबार जदयू ने उनकी जगह पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी को चुनाव मैदान में उतारा है। रमेश हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोमो छोड़ जदयू में शामिल हुए थे। 

पहली बार चुनाव लड़ रही एनडीए उम्मीदवार विजय लक्ष्मी को मोदी मैजिक का भरोसा है। दिवंगत मो। शहाबुद्दी की पत्नी हिना शहाब के निर्दलीय चुनाव मैदान मे आने से इसका लाभ मिलने का विश्वास है। 

हिना शहाब को इस बात की है उम्मीद 

हिना शहाब यहां से पहले भी दो बार चुनाव लड़ चुकी है। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। पति शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत के समय राजद की ओर अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने से नाराजदृ हिना शहाब इसबार निर्दलिए चुनाव मैदान में है। वे सार्बजनिक तौर पर कह चुकी है राजद को खड़ा करने में उनके पति का बड़ा हाथ रहा है लेकिन उनके जाने के बाद पार्टी ने उनसे मुंह मोड़ लिया। हिना को उम्मीद है कि इसबार उन्हें सहानुभित वोट का लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही नवरात्र के मौंके पर क्न्या पूजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर उन्होने अपनी छवि सभी लोगों के लिए समान और सेवा करने वाली बनाने की कोशिश भी की है। 

हिना शहाब के निर्दलिए मैदान में आने से राजद की बढ़ी परेशानी

हिना शहाब के निर्दलिए मैदान में जाने के फैसले के बाद राजद ने यहां से बिहार विधान सभा के वर्तमान अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया है। वैसे अवध बिहारी चौधरी की छवि राजद के अन्य नेताओं से अलग है। इनकी पहचान साफ-सुथरी छविवाले और लोगों के सुलक्ष नेता के तौर पर है। बावजूद इसके हिना शहाब के निर्दलिए मैदान में आने से इनकी परेशानी बढ़ी है। 

सीवान मे अल्पसंख्यक समुदाय की संख्या भी अच्छी तदाद में है। राजद इस समुदाय को अपना वोट बैंक मानता है। लेकिन हिना शहाब के चुनाव मैदान में होने से राजद के अल्पसंख्यक समुदाय के वोट बैंक में सेंध लग सकती है। साथ ही राजद का कैडर वोट भी बंट सकता है। कारण सीवान मे राजद को मजबूती से खड़ा करने में दिवंगत मो। शहाबुद्दीन की बड़ी भूमिका रही है। ऐसे में वे वोटर हिना शहाब के साथ जा सकते है। जिसका सीधा नुकसान राजद प्रत्याशी अवध बिहारी चौधरी को और राजद का वोट बंटने का फायदा एनडीए प्रत्याशी हो सकता है। 

छह विधानसभा क्षेत्र में पांच पर महागठबंधन का कब्जा

बता दें सीवान लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं। इसमें पांच पर महागठबंधन का कब्जा है जबकि एक सीट पर एनडीए का। सीवान, रघुनाथपुर और बड़हरिया पर राजद, जीरादेई व दरौली पर माले और दरौंदा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को जीत मिली थी। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में जनता दल को लीड मिली थी।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक ने फिर जारी किया ऐसा निर्देश, शिक्षक के साथ अभिभावक भी कर रहे विरोध

डेस्क : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश से हमेशा हंगामा मचता है। एकबार उन्होंने ऐसा निर्देश जारी किया है जिससे शिक्षकों के साथ-साथ अब अभिभावक भी इसका विरोध कर रहे है। 

दरअसल, शिक्षकों को अब तय समय से पहले यानी सुबह 6 बजे से पहले ही स्कूल पहुंचकर अपनी ड्यूटी शुरू कर देनी होगी। उन्हें 6 बजे से पहले किसी भी हालत में सेल्फी क्लिक कर अपलोड करनी होगी। तभी उनका अटेंडेंस मान्य होगा। 6 बजे के बाद की सेल्फी मान्य नहीं होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस संबंध में विभिन्न जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने अपने स्तर पर स्कूलों को निर्देश जारी करना शुरू कर दिया है

वहीं, शिक्षकों को स्कूल पहुंचकर हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर करने होंगे। इसके बाद रजिस्टर का फोटो लेना होगा। फिर शिक्षकों का ग्रुप फोटो भी लिया जाएगा। यह काम रियल टाइम नोट कैम ऐप से किया जाएगा। ताकि उसमें फोटो लेने का समय भी अंकित हो सके। इन सभी काम में 10 से 15 मिनट का समय लगता है। ऐसे में शिक्षकों को सुबह 5.45 बजे ही स्कूल पहुंचना होगा। शिक्षक अपने निरीक्षकों को यह फोटो भेजेंगे और वहां से जिला शिक्षा पदाधिकारियों को फॉरवर्ड किया जाएगा। तय समय पर फोटो नहीं लिए जाने पर शिक्षकों का अटेंडेंस मान्य नहीं होगा। ऐसे में उनके खिलाफ वेतन कटौती की कार्रवाई की जा सकती है। 

इसके साथ ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश पर शिक्षकों की समय से उपस्थिति को लेकर सख्ती बरती जा रही है। अबतक शिक्षकों का सुबह 6 बजकर, 10 मिनट तक स्कूल में ग्रुप फोटो खींचकर आला अधिकारियों को भेजे जाने की छूट थी। मगर अब उन्हें सुबह 6 बजे से पहले ही यह काम करना होगा।

बताते चलें कि गर्मी की छुट्टियों के बाद खुले स्कूलों को विभाग ने सुबह 6 बजे से संचालित करने का फैसला लिया था। इसके बाद से केके पाठक की नई स्कूल टाइमिंग का विरोध हो रहा है। शिक्षकों का कहना है कि उन्हें सुबह 3 बजे ही उठकर अपनी दिनचर्या शुरू करनी पड़ रही है। वे हड़बड़ी में स्कूल पहुंच रहे हैं, जिससे हादसे की संभावना भी बनी रहती है। साथ ही नींद पूरी नहीं होने पर स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। बच्चे भी इस टाइमिंग से परेशान हैं। अभिभावकों ने भी स्कूल के समय में बदलाव करने की मांग की है।

लोकसभा चुनाव : पांचवे चरण के बाद अब सत्ता पक्ष और विपक्ष बड़ी दावेदारी, दोनो केन्द्र में अपनी-अपनी सरकार बनने के कर रहे दावे

डेस्क : लोकसभा चुनाव के पांच चरण बीत चुके है। अब अंतिम दो चरणों के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनो ओर से ताबड़-तोड़ चुनाव प्रचार किये जा रहे है। साथ-साथ केन्द्र में अपनी-अपनी सरकार बनने के दावे भी किए जा रहे है। 

एकओर जहां सत्ताधारी एनडीए एकबार फिर केन्द्र में तीसरी बार पीएम नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में सरकार भारी बहुमत के साथ सरकार बनने का दावा कर रहा है। वहीं विपक्ष का कहना है कि इसबार वह 300 सीट जीतकर केन्द्र से एनडीए को बेदखल करने जा रही है। 

400 के पार सीट जीतने जा रहा एनडीए : नित्यानंद राय

बीते मंगलवार को केन्द्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भाजपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल खंडेलवाल के आवास पर प्रेसवार्ता का आयोजन किया। इस दौरान उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काम व नाम पर एनडीए गठबंधन पूरे देश में चार सौ से उपर सीटे लाकर फिर व तीसरी बार सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि पांचवें चरण तक के चुनाव में विपक्ष को एक भी सीट नहीं मिली रही है। बिहार की जनता जात पात से ऊपर उठकर चालीस की चालीस सीटे एनडीए गठबंधन को देने जा रही है। देश में संस्कृत व सनातन जागृति का समय आ गया है। देश की जनता को रोटी के साथ साथ राम भी चाहिए।

300 से अधिक सीट जीतेगा इंडी गठबंधन : तेजस्वी

वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि इंडिया गठबंधन बहुमत से अधिक सीटें जीतेगा। उन्होंने तीन सौ से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाने का दावा किया। वह मैनाटांड़ हाई स्कूल के खेल स्टेडियम में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार दीपक यादव के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।

पीएम मोदी को बेड रेस्ट कराने के बाद हम करेंगे बेड रेस्ट ; तेजस्वी

तेजस्वी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को बेड रेस्ट कराने के बाद ही हम बेड रेस्ट करेंगे। मेरा दर्द बेरोजगारी, गरीबी और महंगाई के दर्द से कम है। तेजस्वी ने कहा कि हम मुद्दे की बात करते हैं और वे लोग झूठ बोलते हैं। बापू की धरती पर पीएम बोले थे कि चीनी मिल चालू करा देंगे और तब उसी चीनी की चाय पीयेंगे। तेजस्वी ने मंगलवार को शिवहर से राजद प्रत्याशी रितु जायसवाल के पक्ष में मधुबन और पूर्वी चंपारण से वीआईपी प्रत्याशी डॉ. राजेश कुमार के पक्ष में सेम्भुआपुर में सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की गरंटी का मतलब है चायनीज सामान वाला गारंटी।

पीएम मोदी ने बिहार को ठगा

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मोदीजी ने बिहार को ठगा है। पहले जब भाजपा की सरकार नहीं थी तो महंगाई डायन थी। अब जब इनकी सरकार है तो मंहगाई महबूबा हो गयी है। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि पूरे देश में इंडिया गठबंधन की लहर है। हम तीन सौ से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो एक करोड़ नौकरियां दी जाएंगी। अग्निवीर योजना को खत्म कर नियमित नियुक्ति करेंगे। तेजस्वी ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि 15-15 लाख रुपये किसी को मिला है। अगर हमारी सरकार बनी तो एक करोड़ बेरोजगारों को सरकारी नौकरी देंगे। पांच सौ में गैस सिलेंडर देंगे। माताओं और बहनों को आठ हजार तीन सौ तैंतीस रुपये प्रति महीने अकाउंट में देंगे। माता-बहनों को एक लाख रुपये का सहयोग मिलेगा। हम जीतेंगे तो पांच किलो के बदले दस किलो अनाज देंगे। दो सौ यूनिट बिजली फ्री कर देंगे।

मौसम अलर्ट : राजधानी पटना समेत प्रदेश के अधिकतर जिलों में आंधी-पानी के आसार, दक्षिण बिहार के लिए येलो अलर्ट

डेस्क : पिछले दो-तीन दिनों से राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलो में मौसम का मिजाजा बदला हुआ है। तीखी धूप में कमी और पूरुआ हवा ने लोगों को गर्मी से बड़ी राहत दी है। वही तापमान में भी कमी आई है। इसी बीच मौसम विभाग ने आज राजधानी पटना समेत बिहार के तकरीबन सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। 

मौसम विभाग के अनुसार आज बुधवार को पटना सहित सूबे के अधिकतर जिलों में आंधी के साथ बारिश के आसार की संभावना हैं। इसको लेकर मौसम विभाग ने उत्तर बिहार के लिए ऑरेंज और दक्षिण बिहार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मेघगर्जन व वज्रपात के भी आसार हैं। इस बीच, सूबे में बारिश से मौसम सुहाना हो गया। पर दोपहर में उमस भरी गर्मी का एहसास हो रहा था। वहीं मंगलवार को पटना सहित 34 जिलों में झमाझम बारिश हुई।

मंगलवार को पटना का तापमान जम्मू से भी कम रहा। पर अधिकतम तापमान में 1.2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। जम्मू का अधिकतम तापमान 40.2 और पटना का 35.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं पटना में 4 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पटना के पालीगंज में झमाझम बारिश हुई। जिस कारण राजधानी का मौसम सुबह और शाम के समय सुहाना था। राजधानी का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 26.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

राजभवन ने भीषण गर्मी को लेकर स्कूल की छुट्टी बढ़ाने की कही बात, मुख्य सचिव को लिखा पत्र

डेस्क : बिहार में इनदिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। आलम यह है कि पारा 40 डिग्री के पार चला जा रहा है। उमश भरी गर्मी ने पूरे जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है। भीषण गर्मी को देखते हुए राजभवन ने राज्य के सरकारी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी की अवधि को विस्तारित कर जून के प्रथम सप्ताह तक करने को कहा है। 

इसे लेकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के निर्देश पर उनके प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को पत्र लिखा है। राजभवन ने राजभवन की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि राज्य में भीषण गर्मी पड़ रही है। 

कहा गया है कि राज्य के सभी सरकारी स्कूल में 15 अप्रैल से 15 मई तक गर्मी की छुट्टी की गई थी। 16 मई से स्कूल खोल दिये गये हैं। भीषण गर्मी में स्कूलों को खोले जाने के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की सूचना प्राप्त हो रही है। इसलिए अनुरोध है कि राज्य के स्कूलों में गर्मी की छुट्टी जून के प्रथम सप्ताह तक विस्तारित करने की कृपा की जाए। ताकि, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को भीषण गर्मी से हो रही परेशानी से राहत मिल सके।

महाराजगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने केजरीवाल के विरासत वाले बयान का दिया मुहतोड़ जबाव, जनता से की यह अपील

डेस्क : बीते सोमवार अपने  दो दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्वी चंपारण में जहां पार्टी प्रत्याशी राधामोहन सिंह के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। वहीं मोतिहारी के बाद महाराजगंज में एनडीए प्रत्याशी जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए जहां केजरीवाल के उस बयान कि पीएम मोदी जल्द ही अमित शाह को अपनी विरासत सौंप देंगे का करारा जवाब दिया।

*कांग्रेस-राजद ने राजेन्द्र प्रसाद की धरती को बना दिया वसूली के लिए पहचान*

महाराजगंज में पीएम नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार राजेंद्र प्रसाद की धरती है, लेकिन राजद और कांग्रेस ने इसकी पहचान वसूली के लिए बना दी। प्रधानमंत्री ने इस रैली में आए लोगों से अपील किया कि आप लोग गांव-गांव जाएं और लोगों से कहें कि हम मोदी जी की तरफ से आए हैं। उन्हें बताएं कि कैसे एनडीए की सरकार फिर से बनी तो उन्हें आवास मिलेंगे। ये आवास घर की महिला मुखिया के नाम पर होंगे।

*मेरी विरासत भी आप हैं और मेरे वारिस भी आप-पीएम*

वही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के बारिस पर सवाल खड़ा किया था इसके बाद इसपर बहस छिड़ गई थी। केजरीवाल लगातार यह कह रहे थे कि यदि भाजपा की फिर से सरकार बनी तो पीएम नरेंद्र मोदी बीच में ही पीएम पद छोड़ सकते हैं और अमित शाह को कमान सौंप सकते हैं। केजरीवाल के सवाल का जवाब अब पीएम मोदी ने दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केजरीवाल के इस बयान को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि मेरी अपनी कोई विरासत नहीं है, मेरी विरासत भी आप हैं और मेरे वारिस भी आप हैं।
*मोतिहारी में विपक्ष पर जमकर बरसे पीएम मोदी, कहा-पांचवें चरण के चुनाव में इंडी गठबंधन पूरी तरह से हो चुका है परास्त*

डेस्क : पांचवे चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इंडी गठबंधन पर प्रहार करते हुए कहा है कि पांचवें चरण के चुनाव में इंडी गठबंधन पूरी तरह से परास्त हो चुका है। दरअसल बीते सोमवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्वी चंपारण में पार्टी प्रत्याशी राधामोहन सिंह के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे। जहां उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत की और पूर्वी चंपारण की धरती को नमन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंपारण की धरती प्रेरणा की धरती है। लोगों का स्नेह, उत्साह और आशीर्वाद यह दिखा रहा है कि छठे और सातवें चरण में देश में क्या होने वाला है। पहले पांच चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है। पहले चरण में ही इंडी गठबंधन पस्त हो गया था। इसके बाद के चरणों में इंडी गठबंधन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। वहीं पांचवें चरण के चुनाव में इंडी गठबंधन पूरी तरह से परास्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि लोगों का उत्साह बता रहा है कि 4 जून को क्या रिजल्ट आने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि खुद को जनता का मालिक समझने वालों को जनता ऐसी करारी हार देगी कि दुनिया देखती रह जाएगी। 21वीं सदी का भारत इंडी गठबंधन के पापों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता है, इसलिए हर चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी जैसे दलों पर जनता जोर का प्रहार कर रही है। चार जून को इंडी वालों के इरादों पर सबसे बड़ा प्रहार होगा। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के जितने भी प्रधानमंत्री हुए सबने आरक्षण रोकने का काम किया। ओबीसी, एससी-एसटी का आरक्षण छीनकर वोट जेहाद करने वालों को देना चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन वालों ये बताओ तुम्हारा रिपोर्ट कार्ड क्या है, जो नौकरी के बदले जमीन लिखवा लें वो क्या युवा के बारे में सोच सकते हैं। इनके जंगलराज में माफिया और बारूद की फला-फूला है। आज सुशील मोदी हमारे बीच नहीं है। लेकिन जंगलराज को खत्म करने वालों के नाम में सुशील मोदी और नीतीश कुमार का नाम गिना जाएगा। बिहार ने पलायन झेला है। लेकिन अब एनडीए सरकार के राज में पलायन रुक रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद इसी से प्रेरणा लेकर कांग्रेस को देश में सफाई के लिए आंदोलन करना चाहिए था, बापू को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि देने का उनको अवसर मिला था लेकिन उन्होंने सत्ता में आने के पहले दिन ही बापू को पूरी तरह से छोड़ दिया। बापू ने चंपारण में सत्याग्रह और स्वच्छाग्रह का प्रयोग किया था। बापू के विचारों को छोड़ दिया, बापू के आचारों को छोड़ दिया और बापू के आदर्शों को छोड़ दिया। पीएम मोदी ने कहा कि जनता के वोट का प्रहार होगा देश में भ्रष्टाचार पर, यह प्रहार होगा तुष्टीकरण की राजनीति पर, यह प्रहार होगा टुकड़े-टुकड़े गैंग पर, यह प्रहार होगा सनातन को गाली देनी वाली विकृत मानसिकता पर, यह प्रहार होगा अपराधी, माफिया और जंगलराज पर, यह प्रहार होगा महिला विरोधी मानसिकता पर। प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडी अलायंस वाले मोदी की योजनाओं पर सवाल उठ रहे हैं। लेकिन इन लोगों ने हिन्दुस्तान देखा ही नहीं है। मैं देश के तमाम शहरों में रात्रि विश्राम करके आया हू, कोना-कोना छाना है। गरीब के घर का चूल्हा कभी बुझने नहीं दूंगा। इसलिए मोदी गरीब को मुफ्त राशन देता है और देता रहेगा। ये कहते हैं कि मोदी गरीब मां को पक्के घर क्यों दे रहा है। मुफ्त इलाज की सुविधा क्यों दे रहे हैं। लेकिन मैं जानता हूं गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार में जब कोई मां-बहन बीमार हो जाती है. तो वो अपनी बीमारी छिपाती है। कहीं डॉक्टर के पास जाऊं और खर्चा बड़ा हो जाए, बच्चों पर कर्ज आ जाए। तो वो बीमारी छिपाती है। बीमारी में दर्द सहती हैं, परिवार को बताती नहीं हैं। मोदी हर मां की उस पीड़ा को जानता है। मोदी हर मां की भावना को समझता है। इसलिए मैंने ये तय किया कि अब देश की मां-बहन को सिर झुकाने की जरूरत नहीं है। अस्पताल के बिल की चिंता नहीं करो। तुम्हारा एक बेटा दिल्ली में बैठा है। तुम्हारी बीमारी का खर्च ये बेटा उठाएगा।
*लोकसभा चुनाव : पांचवे चरण में बिहार में कम रहा मतदान प्रतिशत, पिछली बार आंकड़ा नही हुआ पार*

डेस्क : लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के लिए बीते सोमवार 20 मई को पूरे देश में मतदान हुआ। पांचवें चरण में बिहार के पांच सीटों सारण, हाजीपुर (सु.), सीतामढ़ी, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। पिछले चार चरणों के चुनाव के दौरान जिस तरह की भीषण गर्मी थी वहीं पांचवे चरण में मौसम की मेहरबानी रही। मौसम की मेहरबानी और चुनाव आयोग द्वारा मतदान के लिए चलाए जा रहे जागरुकता अभियान को लेकर ऐसी उम्मीद जताई गई थी कि पांचवे चरण में मतदान प्रतिशत बढेगा। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। बिहार में मतदान का पांचवां चरण धीमा। सोमवार को इस चरण की पांच सीटों पर शाम छह बजे तक 55.85 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि इन पांच सीटों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में 57.07 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस लिहाज से पिछले बार के मुकाबले 1.22 प्रतिशत कम मतदान हुआ है। इस बार मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 58.10 प्रतिशत और मधुबनी में सबसे कम 52.20 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार सीतामढ़ी में 57.55 प्रतिशत, मधुबनी में 52.20 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 58.10 प्रतिशत, सारण में 54.50 प्रतिशत और हाजीपुर (सु) 56.84 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस चरण का मतदान खत्म होने के साथ ही चिराग पासवान, राजीव प्रताप रूडी, रोहिणी आचार्य, देवेशचंद्र ठाकुर, मो.एए फातमी, शिवचंद्र राम सहित 80 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। पांचवें चरण के मतदान के साथ ही, राज्य की 60 फीसदी लोकसभा क्षेत्रों (24 लोकसभा क्षेत्रों) में चुनाव संपन्न हो गया। अब छठे तथा सातवें चरण में 8-8 सीटों पर मतदान होने हैं।
लोकसभा चुनाव : पांचवे चरण में बिहार के पांच सीटो पर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न, शाम 6 बजे तक अनुमानत: 55.85 प्रतिशत हुआ मतदान

डेस्क : लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के लिए आज सोमवार 20 मई को पूरे देश में मतदान हुआ है। आज पांचवें चरण में बिहार के पांच सीटों सारण, हाजीपुर (सु.), सीतामढ़ी, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में सुबह 7 बजे से मतदान शुरु हुआ जो शाम 6 बजे तक शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।  

पिछले दो दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी के बाच आज थोड़ी राहत होने का असर मतदान पर देखने को मिल। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली हैं। जिसमें महिलाएँ, बुजुर्ग और दिव्यांग शामिल थे। 

चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि आज पांचवे चरण में बिहार के 5 लोकसभा सीटों पर शातिंपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। सीईओ ने बताया कि शाम 6 बजे तक मिली जानकारी के अनुसार ओवरऑल 55.85 प्रतिशत मतदान हुआ है। जिसमे सीतामढ़ी में 57.55, मधुबनी में 52.20 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 58.10 फीसद, सारण में 54.50 फीसद और हाजीपुर में 56.84 फीसदी वोटिंग हुई है। 

सीईओ ने बताया कि इसबार मतदान प्रतिशत पिछले 2019 की चुनाव की तुलना में तकरीबन 1.5 कम है। वर्ष 2019 में 57.70 प्रतिशत मतदान हुआ था। हालांकि उन्होने कहा कि अभी कुछ जगहों पर मतदान जारी है। पूरा आंकड़ा आज रात तक मिल पायेगा। जिसके बाद हमे उम्मीद है कि पिछले आंकड़ा को पार कर लिया जायेगा। वहीं उन्होने बताया कि दो बुथों पर वोट वहिष्कार किया गया। 

उन्होने बताया कि गर्मी को देखते हुए आयोग की ओर से मतदाताओं के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी। वही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा के साथ-साथ एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई थी। 

चुनाव आयोग की ओर से बताया गया कि शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान संपन्न कराने को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। 55 हजार से अधिक सुरक्षा बलों, अश्वारोही दल, नदियों में नावों से गश्ती, बम निरोधक दस्ता को तैनात किया गया था। सुरक्षा बलों को चार सेटेलाइन फोन एवं अतिरिक्त वायरलेस सेट भी दिये गए थे। आपात स्थिति से निबटने को एक एयर एंबुलेंस तैयार रखा गया थे। बूथों पर सशस्त्रत्त् सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी थी।