Loksabha Election 2024: चौथे चरण की वोटिंग हो गई शुरू, 10 राज्यों की 96 सीटों पर हो रहा मतदान

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर चौथे चरण के लिए मतदान आज 13 मई को हो रहा है। ऐसे में आज सुबह 8 बजे से शाम के 6 बजे तक मतदान किया जाएगा। बता दें कि चौथे चरण में 10 राज्यों की 96 सीटों पर मतदान होगा। वहीं 20 मई को पांचवे चरण के लिए मतदान किया जाएगा। पांचवे चरण में 8 राज्यों की 49 सीटों के लिए वोटिंग की जाएगी। वहीं छठे चरण में 7 राज्यों की 57 सीटों पर फैसला आएगा। बता दें कि 1 जून को सातवें और अंतिम चरण के लिए वोटिंग की जाएगी। वहीं 4 जून को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। सुरेश खन्ना ने डाला अपना वोट यूपी के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अपना वोट डाला। वीडियो डोरेमोन्स इंटरनेशनल स्कूल का है। तेलंगाना में बूथ पर मॉक पोलिंग तेलंगाना में मतदान अधिकारियों ने वारंगल लोकसभा क्षेत्र के एक बूथ पर मॉक पोलिंग की। कांग्रेस ने यहां कादियाम काव्या को मैदान में उतारा है, जहां उनका मुकाबला बीजेपी के अरूरी रमेश और बीआरएस के मारापल्ली सुधीर कुमार से है। बर्धमान में मॉक पोल बर्धमान (पश्चिम बंगाल) के विवेकानन्द गर्ल्स हाई स्कूल, इचलाबाद पर लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मॉक पोल चल रहा है।
हर वोटर पर करीब 700 रुपये का खर्चा, यह है दुनिया का सबसे महंगा चुनाव, देखिए आंकड़े

डेस्क : देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। आपके मन में कभी यह सवाल जरूर आया होगा कि आम चुनाव में कितना पैसा खर्च होता है। चुनाव कराने से लेकर, पार्टियों के खर्चे, कैंडिडेट्स की रैलियां और बैनर-पोस्टर समेत तमाम खर्चे होते हैं। भारत में यह चुनाव दुनिया में सबसे महंगा है। एक वोट पर करीब 700 रुपये खर्च हो रहे हैं। भारत में 96.90 लाख वोटर्स हैं। पॉलिटिकल पार्टीज इन वोटर्स को स्पेशल फील कराने के लिए चुनाव से पहले भारी-भरकम खर्चा करती हैं। चुनावी खर्चों पर नजर रखने वाले सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज के अनुसार, साल 2019 के आम चुनावों में अनुमानित खर्च 55,000 से 60,000 करोड़ रुपये रहा था।

इस बार 1 लाख करोड़ रुपये हो सकता है खर्चा

एक अनुमान के अनुसार इस बार यह खर्चा 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रह सकता है। यह खर्चा 2020 के यूएस इलेक्शन के करीब बराबर है। इसमें 14.4 अरब डॉलर यानी 1.2 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए थे। हालांकि, इस खर्च से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में खपत में इजाफा होगा, जिससे जीडीपी में 0.2 से 0.3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन बड़ा मुद्दा इलेक्शन स्पेडिंग के नेचर को लेकर है, जिसमें से अधिक अनअकाउंटेड है। वैसे तो चुनाव आयोग चुनावी खर्चे पर पर्याप्त व्यय नियंत्रण और संतुलन लगाता है, लेकिन पार्टियों के खर्चे के लिए कोई सीमा नहीं है। लिमिट सिर्फ उम्मीदवारों के लिए है। 

25000 से 95 लाख तक पहुंची लिमिट

जहां तक कैंडिडेट्स के खर्च की बात है, प्रत्येक कैंडिडेट लोकसभा चुनाव के लिए 75 से 95 लाख रुपये से अधिक (क्षेत्र के हिसाब से) खर्च नहीं कर सकता है। वहीं, विधानसभा चुनाव के लिए 28 से 40 लाख रुपये से अधिक नहीं खर्च कर सकता है। चुनावी खर्च की यह सीमा 1951-52 में हुए पहले चुनाव में 25,000 रुपये की थी।

2019 में कितना हुआ था खर्चा

2019 के चुनावों में 55-60 हजार करोड़ के कुल चुनावी खर्च का 20-25 फीसदी या 12-15 हजार करोड़ रुपया ही सीधा वोटर्स तक पहुंचा। बड़ा हिस्सा 20 से 25 हजार करोड़ रुपये कैंपेन और पब्लिसिटी पर खर्च हुआ था। चुनाव आयोग के डिसक्लोजर में आने वाला औपचारिक खर्च 10 से 12 हजार करोड़ रुपये था। 5000 से 6000 करोड़ रुपया लॉजिस्टिक्स में खर्च हुआ था।

पहले मौलाना निकालते थे, अब राज ठाकरे ने निकाला फतवा, बोले- ये लोग अपना सिर ऊपर नहीं निकाल पाते हैं

डेस्क: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चौथे चरण के लिए अब 13 मई को मतदान किया जाना है। इस बीच देश में वोट जिहाद शब्द खूब सुनने को मिल रहा है। अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा इस शब्द का प्रयोग किया जा रहा है। अब वोट जिहाद के खिलाफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने आक्रामक रुख अपना लिया है। राज ठाकरे ने फतवा निकाला है। उन्होंने फतवा निकालते हुए हिंदू समाज के लोगों से अपील की कि भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट और अजित पवार गुट के एनसीपी को जमकर मतदान करें। बता दें कि राज ठाकरे पुणे से भाजपा उम्मीदवार मुरलीधर मोहोल के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। 

कांग्रेस के लिए मस्जिदों से निकाले जा रहे फतवे

पुणे में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज मुस्लिम मोहल्ला और मस्जिदों से फतवे निकल रहे हैं कि कांग्रेस के उम्मीदवारों को सभी मुस्लिम समाज के लोग मदद करें और मतदान करें। कई मुसलमान हैं जो समझदार हैं, जिनके पास दिमाग है। वह इनकी (मौलानाओं) की राह पर नहीं चलेंगे। उनको समझ में आ रहा है कि क्या सियासत हो रही है। आज चुनाव है तो आप फतवे निकाल रहे हैं। राज ठाकरे ने कहा कि आखिर आपने मुस्लिम समाज को समझ क्या रखा है। क्या आपके घर की भेड़-बकरियां हैं। उनके (मुसलमानों) भी समझ आ रहा है कि यह हो क्या रहा है। 

मुसलमानों के बाद, अब राज ठाकरे ने निकाला फतवा

राज ठाकरे ने अपने भाषण में कहा कि मुसलमानों को पता है कि कौन उनका इस्तेमाल कर रहा है। लेकिन देखिए, चुनाव के दौरान फतवे निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस को मतदान करिए, उद्धव ठाकरे को वोट दीजिए। अगर मस्जिदों से यह मौलवी इस तरह फतवे निकाल रहे हैं कि इन्हें मतदान करिए तो आज राज ठाकरे फतवा निकाल रहा है। मेरे तमाम हिंदू भाइयों, बहनों और माताहओं से अपील करता हूं कि मुरलीधर मोहोल हो या भाजपा, शिंदे की शिवसेना हो या अजित पवात गुट के उम्मीदवार, उन्हें जमकर मतदान करिए। यह जो कई लोगों की हलचल चल रही है कि कांग्रेस को मतदान करिए, यह क्यों हो रहा है क्योंकि पिछले 10 सालों से ये लोग (कट्टरपंथी) अपना सिर ऊपर नहीं निकाल पा रहे हैं।

चीन से जमीन छुड़ानी है, एक साल में 2 करोड़ नौकरी, 200 यूनिट फ्री बिजली...पढ़िए, केजरीवाल ने देश को दी 10 गारंटी

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. इस बीच AAP के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुरानी गारंटी पर मैं जोर देना चाहता हूं. उन्होंने कहा था कि 15 लाख हर व्यक्ति के अकाउंट में जाएंगे, वो नहीं हुआ है. 2 करोड़ रोजगार की बात की थी, जोकि नहीं हुई है. 2022 तक बुलेट ट्रेन चलाने की बात की थी, लेकिन अभी तक नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि हमने गारंटी दी थी कि बिजली मुफ्त, स्कूल शानदार होंगे, मोहल्ला क्लिनिक होंगे, हमने सब किया. मोदी की गारंटी कौन पूरा करेगा, वो भी नहीं पता क्योंकि वह 75 साल के हो जाएंगे, जिसके बाद उन्हें रिटायर होना है. केजरीवाल की गारंटी केजरीवाल ही पूरा करेंगे. केजरीवाल ने कहा कि अगर किसी देश के अंदर ढेरों लोग अनपढ़ हैं, गरीब शिक्षा नीति है, तो देश आगे नहीं बढ़ सकता है. देश की जनता स्वस्थ होगी तो देश तरक्की करेगा. एक प्रधानमंत्री देश को आगे नहीं ले जा सकता है. देश की जनता ले जाती है. आज देश में सरकारी अस्पतालों का गंदा हाल है. देश के हर मोहल्ले में मोहल्ला क्लिनिक होगा. केजरीवाल की गारंटी देश में 24 घंटे बिजली का इंतजाम और गरीबों को फ्री बिजली मिलेगी. हर गांव और मोहल्ले में शानदार स्कूल बनाए जाएंगे. इस देश में पैदा होने वाले हर बच्चे की अच्छी और मुफ्त शिक्षा का इंतजाम किया जाएगा. हर गांव और मोहल्ले में मोहल्ला क्लीनिक बनाए जाएंगे. हर जिले में शानदार मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल बनाए जाएंगे. राष्ट्र सर्वोपरि है- सेना को इजाजत तो दीजिए. चीन ने जो जमीन कब्जा किया है उसको छुड़ाना है. अग्निवीर योजना सेना के लिए हानिकारक है. इसको बंद किया जाएगा, जो अग्निवीर में बहाल हुए हैं उनको पक्का किया जाएगा. कच्ची नौकरी को हटा कर इनको पक्का किया जाएगा. देश की सेना पर जितना खर्च किया जाना चाहिए करेंगे. किसानों के सभी फसलों पर स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार दाम मिलेगा. एक साल के अंदर दो करोड़ रोजगार की गारंटी है. भ्रष्टाचार बीजेपी की वाशिंग मशीन है. देश में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा सोर्स है. इस मौजूदा व्यवस्था को खत्म किया जाएगा. दिल्ली और पंजाब के तर्ज पर भ्रष्टाचार की मुक्ति होगी. व्यापारियों का के लिए अच्छी व्यवस्था की जाएगी. जीएसटी का सरलीकरण किया जाएगा. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा वहीं, सीएम केजरीवाल ने अपने आगामी चुनावी प्रोग्राम के बारे में भी जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि वह INDIA गठबंधन के लिए प्रचार करेंगे. अगले कई दिनों में दिल्ली से बाहर कई चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. 14 मई को कुरुक्षेत्र में रोड शो करेंगे. 15 मई को लखनऊ, 16 मई को सुबह में रांची और शाम में पंजाब में चुनावी कार्यक्रम है. 17 मई मुंबई महा विकास अघाड़ी के साथ चुनावी कार्यक्रम है.
दिल्ली के चांदनी चौक की इमारत में भीषण आग, फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियों ने पाया काबू

डेस्क: देश की राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक में एक इमारत में भीषण आग लगने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, समय रहते दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग को फैलने से रोक लिया गया। आग बुझाने के बाद इमारत को ठंडा करने का काम भी किया गया फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियां आग को काबू करने के लिए मौके पर पहुंचीं। दरीबा बाजार में किनारी बाजार के कुचा आलम चंद में तीरथ राम राजेंद्र कुमार की बिल्डिंग में आग लगी थी और उन्हें काफी नुकसान हुआ है। हालांकि, हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं लगाया जा सका है। यह इमारत काफी भीड़भाड़ वाले इलाके में है। ऐसे में आग फैलने की आशंका बहुत ज्यादा थी और ऐसा होने पर जान-माल के भारी नुकसान का खतरा था। हालांकि, समय रहते आग को काबू कर लिया गया। लगातार तापमान बढ़ने से आग लगने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में प्रशासन की तरफ से सभी को सावधानी रखने की सलाह दी जाती है।

PoK में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने शुरु किया विद्रोह, जमकर चली गोलियां

डेस्क: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तानी सरकार के अत्याचार के खिलाफ कश्मीरियों ने विद्रोह शुरु कर दिया है. ऐसी स्थिति में पीओके में युद्ध जैसे हालात हो गए हैं. शुक्रवार को भारी संख्या में कश्मीरी पाकिस्तान के खिलाफ सड़कों पर उतर आए के लोग प्रदर्शन करते हैं, जिसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने कश्मीरियों की आवाज को दबाने के लिए भारी फोर्स तैनात कर दी. इस दौरान कश्मीरियों के ऊपर फायरिंग करने की भी खबरें सामने आई हैं. कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पाकिस्तानी बल रायफल से गोली दाग रहे हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पीओके में पाकिस्तानी सरकार की तरफ से लगाए गए टैक्स और महंगाई के खिलाफ 11 मई को प्रदर्शन होना था. लेकिन पाकिस्तानी शासन ने एक दिन पहले ही भारी संख्या में फोर्स बुलाकर लोगों को हिरासत में लेना शुरु कर दिया, जिसके बाद जनता का गुस्सा भड़क उठा. रिपोर्ट के मुताबिक, बगैर किसी सूचना और वारंट के पाकिस्तान की पुलिस ने विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए शुक्रवार को 70 से अधिक लोगों को मीरपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया. 

मीरपुर में लगाई गई धारा 144

मीरपुर जिले में हुई भारी संख्या में गिरफ्तारी के बाद पीओके की जनता सड़कों पर उतर आई. इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शन कारियों में काफी तनाव देखने को मिला. गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्साए लोगों ने सुरक्षा बलों के ऊपर पत्थर फेंके, इस दौरान कई जगहों पर झड़प हुई. एएनआई के मुताबिक, झड़प के बाद कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. प्रदर्शन को कुचलने के लिए पाकिस्तान हिंसा का सहारा ले रहा है. प्रांतीय प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त बलों की तैनाती की है, जिसमें पाकिस्तान रेंजर्स और फ्रंटियर कोर के जवानों को भी लगाया गया है.

स्कूल में गिरे आंसू गैस के गोले

पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, जम्मू कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी ने पाकिस्तान के खिलाफ लंबा मार्च निकालने का ऐलान किया था. इसे रोकने के लिए कमेटी के 70 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. पाकिस्तानी बलों ने बच्चों को भी नहीं बख्शा है. पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं, जो एक स्कूल के अंदर गिरे हैं. इसमें कई लड़कियों के घायल होने की खबर है.

पीएम नरेंद्र मोदी के रिटायरमेंट पर उठ रहे सवाल, विपक्षी दलों ने अमित शाह के बयान पर की टिप्पणी

डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आने के बाद शनिवार को पहली बार चुनावी सभा करने पहुंचे। दिल्ली में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तीसरे कार्यकाल में अगर भाजपा जीतकर आती है तो ये लोग योगी आदित्यनाथ को हटा देंगे, जैसे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को हटाया था। इस बाबत न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि INDI गठबंधन को पता है कि हम(NDA) 400 पार करने जा रहे हैं और मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। इसलिए इस तरह की भ्रांतियां फैला रहे हैं। 

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने दिया बयान

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं जनता के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। नरेंद्र मोदी ही 2029 तक नेतृत्व करेंगे और नरेंद्र मोदी ही आने वाले चुनाव का भी नेतृत्व करेंगे। INDI गठबंधन के लिए कोई अच्छा समाचार नहीं है। उन्हें ज्यादा परिश्रम करना चाहिए, भ्रष्टाचार बंद करना चाहिए। इस प्रकार के झूठे भ्रम फैलाकर वे चुनाव नहीं जीत सकते। इसपर राजद नेता मनोज झा ने कहा कि जिस दल में व्यक्ति दल से बड़ा हो जाए वहां ऐसा होता है। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी रिटायर करा दिए गए लेकिन प्रधानमंत्री नहीं रिटायर होंगे क्योंकि यहां व्यक्ति दल से बड़ा है। 

योगी आदित्यनाथ के रिटायरमेंट पर क्या बोले मनोज झा

मनोज झा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने यहा भी कहा था कि योगी आदित्यनाथ को 2 महीने में हटा दिया जाएगा लेकिन इसका किसी ने खंडन नहीं किया मतलब प्लान पक्का है। अगर अरविंद केजरीवाल की एक बात का खंडन किया जा रहा है तो दूसरी बात का क्यों नहीं? वहीं राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि 75 वर्ष के बाद मार्गदर्शक मंडल में डाले जाने का नियम किसने बनाया था। लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी समेत तमाम नेताओं को यही कहकर मार्गदर्शक मंडल में डाल दिया गया था। अब जब पीएम मोदी के 75 वर्ष के बाद मार्गदर्शक मंडल में जाने पर कहा गया तो सफाई दी जा रही है।

चौथे चरण में इन 96 लोकसभा सीटों पर होगी पोलिंग, यहां देखें राज्य और लोकसभा की पूरी सीटें

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर चौथे चरण के लिए 13 मई को मतदान कराया जाएगा। इस दौरान 9 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश की कुल 96 सीटों पर मतदान किया जाएगा। इस बाबत चुनाव प्रचार थम चुका है। चुनावी मैदान में एक से बढ़कर एक उम्मीदवार हैं। कन्नौज से अखिलेश यादव को बहरामपुर से अधीर रंजन चौधरी और यूसुफ पठान चुनाव लड़ रहे हैं। इस बीच अब हम आपको बताएंगे कि चौथे चरण किन 96 सीटों के लिए मतदान किया जाएगा। 

चौथे चरण में इन लोकसभा सीटों पर होगी पोलिंग

उत्तर प्रदेश: बहराईच, अकबरपुर, कानपुर,सीतापुर, धरुहरा, खीरी, शाहजहांपुर, कन्नौज, इटावा, फर्रुखाबाद, उन्नाव, मिश्रिख हरदोई। 

बिहार: समस्तीपुर, उजियारपुर, दरभंगा, मुंगेर, बेगुसराय।

मध्य प्रदेश: इंदौर, खरगोन, खंडवा, देवास, उज्जैन, रतलाम, धार, मंदसौर।

आंध्र प्रदेश: कडप्पा, अनंतपुर, हिंदूपुर, चित्तूर, राजमपेट, तिरुपति, नेल्लोर, कुरनूल, नंद्याल, ओंगोल, बापटला, नरसरावपेट, गुंटुर, विजयवाड़ा, मछलीपट्टनम, एलुरु, नरसापुरम, राजमुंदरी, अमलापुरम, काकीनाडा, विसाखापत्तनम, विजयनगरम, श्रीकाकुलम, अराकू।

महाराष्ट्र: औरंगाबाद, जालना, रावेर, जलगांव, नंदुरभार, बीड, शिरडी, अहमदनगर, शिरूर, पुणे, मावल।

जम्मू और कश्मीर: श्रीनगर

तेलंगाना: खम्मम, महबूबाबाद, वारंगल, भोंगिर, नागरकुर्नूल, नलगोंडा, महबूबनर, चेवेल्ला, निजामाबाद, करीमनगर, पेद्दापल्ली, आदिलाबाद, हैदराबाद, सिकंदराबाद, मल्काजगिरी, मेडक, जहीराबाद । 

पश्चिम बंगाल: बीरभूम, बोलपुर, आसनसोल, कृष्णानगर, बहरामपुर, बर्धमान-दुर्गापुर, बर्धमान पूर्व, राणाघाट।

ओडिशा: नबरंगपुर, कालाहांडी, कोरापुट, बेरहामपुर।

झारखंड: खूंटी, लोहरदगा, सिंहभूम, पलामू

बंगाल में हिंदुओं को बनाया दोयम दर्जे का नागरिक', पीएम मोदी ने ममता बनर्जी और कांग्रेस पर साधा निशाना

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर चौथे चरण का मतदान 13 मई को होने वाला है। इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी रविवार 12 मई को पश्चिम बंगाल के दौरे पर फिर से पहुंच रहे हैं। दरअसल पीएम मोदी नॉर्थ 24 परगना जिले के बैरकपुर, हावड़ा के पंचला और हुगली जिले के चिनसुराहा और पुरसुरा में चुनावी रैलियां करने वाले हैं। बता दें कि चुनाव प्रचार में शामिल होने के लिए पीएम मोदी शनिवार की रात कोलकाता पहुंचे थे। बता दें कि बैरकपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस व टीएमसी पर खूब निशाना साधा। उन्होंने इस दौरान लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट देने के अपील की। 

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना

पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि बंगाल में इस बार एक अलग ही माहौल है। कुछ अलग ही होने जा रहे हैं। 2019 की सफलता से कहीं ज्यादा बड़ी सफलता इस बार भाजपा को मिलने जा रही है। पूरा देश जो कह रहा है, बंगाल को जोरों से कह रहा है। पूरा बंगाल कह रहा है, आबार एकबार। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 50-60 साल तक कांग्रेस परिवार ने ही सरकारें चलाई हैं। कांग्रेस शासन में पूर्वी भारत को गरीबी और पलायन मिला। पश्चिम बंगाल हो, बिहार हो, झारखंड हो, ओडिशा, आंध्र प्रदेश हो, जितने बड़े और सामर्थ्यवान राज्य हैं। ये राज्य ऐसे हैं जहां अपार खनिज संपदा है। कोयले के भंडार इन राज्यों में भरे पड़े हैं। किसी राज्य के पास समुद्र की ताकत है। ब्लू इकोनॉमी और पोर्ट की ताकत है। किसी के पास अथाह उपजाऊ भूमि है। किसी के पास पर्यटन के लिए पूरे देश में सबसे ज्यादा क्षमता है। बावजूद इसके कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दलों ने पूर्वी भारत को पिछड़ा ही छोड़ दिया।

बंगाल में काम का नाम लेना गुनाह

पीएम मोदी ने कहा कि आज बंगाल में स्थिति ये है कि बंगाल में अपनी आज्ञा का पालन करना भी गुनाह हो गया है। बंगाल में टीएमसी सरकार काम का नाम नहीं लेने देती। बंगाल में टीएमसी की सरकार राम नवमी नहीं मनाने देती। कांग्रेस और लेफ्ट के लोगों ने भी राम मंदिर के विरूद्ध मोर्चा खोल रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि क्या टीएमस, कांग्रेस और लेफ्ट के हाथ में महान देश सौंपा जा सकता है क्या। ये देश उन्हें दे सकते हैं क्या? उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडी अलायंस के लोग कहते हैं कि मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करो। टीएमसी के नेता ने कहा कि हिंदुओं को भागीरथी में बहा देंगे। सोचिए इतनी हिम्मत, इतना साहत ये हो किसके सहारे रहा है। 

टीएमसी सरकार ने हिंदुओं को बनाया दोयम दर्जे का नागरिक

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बंगाल में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाकर रख दिया है। तुष्टिकरण की जिद्द में इंडी गठबंधन एससी, एसटी और ओबीसी को मिलने वाला आरक्षण भी छीनना चाहता है। ये लोग कह रहे हैं कि आरक्षण अब मुसलमानों को दिया जाए। वो भी आधा-अधूरा या थोड़ा सा नहीं, बल्कि पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को दिया जाए। पीएम मोदी बोले कि क्या ये देश दलितों के साथ अन्यया स्वीकार करेगा, क्या आदिवासियों, पिछड़ों के साथ अन्याय स्वीकार करेगा। बंगाल के हमारे भाई बहन आपको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता देने का कानून है नागरिकता लेने का कानून नहीं।

पीएम मोदी ने बंगाल में दी पांच गारंटी 

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए 5 गारंटी दी। पीएम मोदी ने कहा कि पहली गारंटी है कि जबतक देश में मोदी है, तब तक धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं मिलेगा। दूसरी गारंटी है कि जबतक मोदी है तब तक एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण कोई छीन नहीं पाएगा। तीसरी गारंटी है कि जबतक मोदी है तक तक राम नवमी के त्योहार को कोई रोक नहीं पाएगा। चौथी गारंटी है कि जबतक मदी है राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोई भी पलट नहीं पाएगा। पांचवी गारंटी है कि जब तक मोदी है तब तक सीएए कानून को भी कोई पलट नहीं पाएगा।

राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ सार्वजनिक बहस का निमंत्रण स्वीकार किया; भाजपा की प्रतिक्रिया: 'वह कौन है?

कांग्रेस के राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उन्हें या पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा चुनाव पर सार्वजनिक बहस में भाग लेने में खुशी होगी और उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निमंत्रण स्वीकार करेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने तुरंत पलटवार करते हुए सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। राहुल गांधी ने कानून आयोग के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस ;(सेवानिवृत्त) मदन बी लोकुर को अपना जवाब ट्विटर पर साझा किया।अजीत पी शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन राम ने इस सप्ताह की शुरुआत में कांग्रेस नेता और प्रधान मंत्री को पत्र लिखकर प्रमुख चुनावी मुद्दों पर बहस के लिए एक मंच पर आमंत्रित किया था। देश के नेताओं को संबोधित अपने पत्र में उन्होंने कहा था कि बहस का प्रस्ताव गैर-पक्षपातपूर्ण और प्रत्येक नागरिक के व्यापक हित में था।

राहुल गांधी ने एक पोस्ट में कहा, "प्रमुख पार्टियों के लिए स्वस्थ लोकतंत्र एक मंच से देश के सामने अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करना एक सकारात्मक पहल होगी।" उन्होंने कहा कि देश को उम्मीद है कि मोदी बहस में भाग लेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ निमंत्रण पर चर्चा की और वे इस बात पर सहमत हुए कि इस तरह की बहस से लोगों को "हमारे संबंधित दृष्टिकोण को समझने में मदद मिलेगी और वे एक सूचित विकल्प चुनने में सक्षम होंगे"।

राहुल गांधी ने निमंत्रण का जवाब देते हुए अपने पत्र में कहा, "हमारी संबंधित पार्टियों पर लगाए गए किसी भी निराधार आरोप को खत्म करना भी महत्वपूर्ण है। चुनाव लड़ने वाली प्रमुख पार्टियों के रूप में, जनता अपने नेताओं से सीधे सुनने की हकदार है।"

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि वह एक सार्थक और ऐतिहासिक बहस में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, "कृपया हमें बताएं कि क्या प्रधानमंत्री भाग लेने के लिए सहमत हैं, जिसके बाद हम बहस के विवरण और प्रारूप पर चर्चा कर सकते हैं।"

बीजेपी ने राहुल गांधी पर किया पलटवार

तेजस्वी सूर्या सहित कई भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के पत्र पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह "कांग्रेस पार्टी के पीएम उम्मीदवार भी नहीं हैं, भारतीय गठबंधन की तो बात ही छोड़ दें"।

“राहुल गांधी कौन हैं, कि पीएम मोदी को उनसे बहस करनी चाहिए? राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के पीएम उम्मीदवार भी नहीं हैं, भारतीय गठबंधन की तो बात ही छोड़ दें। पहले उन्हें खुद को कांग्रेस का पीएम उम्मीदवार घोषित करवाएं, कहें कि वह अपनी पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेंगे और फिर पीएम को बहस के लिए आमंत्रित करें। तब तक, हम किसी भी बहस में उन्हें शामिल करने के लिए अपने भाजयुमो प्रवक्ताओं को तैनात करने के लिए तैयार हैं,'' बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने एक्स पर पोस्ट किया।

पूर्व कांग्रेस नेता, जो अब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, जयवीर शेरगिल ने भी इस मुद्दे पर राहुल गांधी पर हमला किया। संसद में राहुल गांधी का ट्रैक रिकॉर्ड: उपस्थिति: 51% राष्ट्रीय औसत: 79% बहस की संख्या: 8 राष्ट्रीय औसत: 46.7% उठाए गए प्रश्नों की संख्या: 99 राष्ट्रीय औसत: 210 , संसद से भाग रहे हैं, अमेठी से भाग रहे हैं, जवाबदेही से भाग रहे हैं लेकिन फिर भी खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहस करने का "हकदार" महसूस कर रहे हैं? भगोड़े शौक़ीन नेताओं से बहस करना मोदी जी के समय के लायक नहीं है! जयवीर शेरगिल ने एक्स पर लिखा, स्पष्ट रूप से किसी ने भी राहुल गांधी को बुनियादी नियम 'पहले लायक फिर इच्छा' नहीं सिखाया।

 राहुल गांधी पर स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपा की लोकसभा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कहा, ''पहले , जिस व्यक्ति में अपने तथाकथित महल में एक सामान्य बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है, उसे घमंड करने से बचना चाहिए। दूसरा, जो बैठना चाहता है पीएम मोदी के साथ बराबरी करें और बहस करें, मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या वह आईएनडीआई गठबंधन के पीएम उम्मीदवार हैं।''

'100 फीसदी तैयार': राहुल गांधी

शुक्रवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम में, दर्शकों के एक सदस्य के सवाल का जवाब देते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि वह बहस में नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए "100 प्रतिशत" तैयार थे और उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि प्रधान मंत्री सहमत नहीं होंगे।