अब जेल जाने में भी डर रहे अपराधी : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को आगरा के फतेहपुर सीकरी में उत्तर प्रदेश के अपराधियों पर प्रहार किया तो दूसरी तरफ इंडी गठबंधन को भी खूब लताड़ा। सीएम ने प्रधानमंत्री मोदी के 10 वर्ष के कार्यकाल का जिक्र कर लोगों से ही 'फिर एक बार मोदी सरकार' की हामी भरवाई तो विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि सपा-कांग्रेस को प्रत्याशी तक नहीं मिल रहे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को फतेहपुर सीकरी से भाजपा प्रत्याशी, सांसद व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर के समर्थन में विशाल जनचौपाल को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 के पहले अधिकांश क्षेत्रों में सूर्य अस्त होने के बाद थानों में भी ताले लग जाते थे। सामान्य नागरिकों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। अपराधी सोचते थे कि पिछली सरकारों की तरह ही यह सरकार भी रहेगी, लेकिन सरकार ने कहा कि हम जीरो टालरेंस की नीति पर चलेंगे। तुम अपराध बंद करो या कीमत चुकाने को तैयार रहो। ज्यादातर अपराधी जमानत तुड़वाकर जेल में चले गए। अब तो कह रहे हैं कि हमें जेल भी न भेजें। अब वहां भी जाने से डर रहे हैं। आप देख रहे होंगे, ज्यादातर अपराधी गली में तख्ती लगाकर घूम रहे हैं कि जिंदगी भर ठेला लगाकर पेट पाल लूंगा पर अब कुछ गलत काम नहीं करुंगा। बस एक बार जान बख्श दो।

उन्होंने कहा कि कानून का डर माफिया व अपराधियों पर न हो तो यह गरीबों, व्यापारियों व सामान्य नागरिकों का जीना मुहाल कर देंगे। यूपी में हर दूसरे दिन दंगा होता था। कांग्रेस व सपा की दंगा-कर्फ्यू पॉलिसी को जिस प्रदेश ने झेला है, वहां अब दंगा-कर्फ्यू नहीं चलेगा। यह प्रदेश अब उपद्रव बर्दाश्त नहीं करेगा, बल्कि परंपरागत उत्सव के साथ जुड़ेगा। उत्सव प्रदेश मोदी की गारंटी पर विश्वास करता है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक ओर भाजपा के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन है तो दूसरी तरफ वे लोग हैं, जो दल को मिलाना चाहते हैं, लेकिन उनके दिल नहीं मिल पा रहे हैं। इंडी गठबंधन में जो लोग हैं, उनकी स्थिति भी आप देख रहे होंगे। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने सभी सीटों पर प्रत्य़ाशी उतार दिए, लेकिन कांग्रेस के लिए एक भी सीट नहीं छोड़ी, फिर भी वे गठबंधन का हिस्सा हैं। केरल में कम्युनिस्टों ने कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया, लेकिन वे इंडी गठबंधन का हिस्सा हैं। यही हाल महाराष्ट्र समेत अलग-अलग क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है।

इनको प्रत्याशी नहीं मिल रहा है। कांग्रेस का प्रत्याशी सपा में और सपा का प्रत्याशी कांग्रेस में जा रहा है। तब किसी प्रकार जोड़तोड़ कर चुनावी अखाड़े में यह दांव आजमा रहे हैं। वहीं मतदाता पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा को आशीर्वाद देने के लिए आश्वस्त हैं।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 18वीं लोकसभा के परिणाम के बारे में जनता आश्वस्त है। हमारी तैयारी सिर्फ य़ही है कि हमारा प्रत्याशी कितने अधिक वोटों से लीड लेकर संसद में पहुंचता है। हर लोकसभा सीट पर यही प्रतिस्पर्धा है। मैं 25 लोकसभा सीटों पर प्रचार कर चुका हूं। सब यही कह रहे हैं कि हमारी बढ़त तीन लाख से प्रारंभ है, आगे जनता-जनार्दन का आशीर्वाद जहां तक मिल जाए, वहां तक हम लेकर जाएंगे। हम चुनाव जिताकर अपने प्रत्याशी को भेजेंगे। विकसित भारत के लिए हर किसी ने देश की बागडोर मोदी के हाथ में देने की ठानी है।

योगी ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर पूरे देश में अन्नदाता किसानों के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने अपना जीवन किसानों के लिए समर्पित किया है। सिर्फ यूपी ही नहीं, बल्कि देश के सभी राज्यों में जाकर वहां के किसानों की समस्या राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने रखते हैं और पीएम मोदी के नेतृत्व में उसके समाधान का मार्ग प्रशस्त कराने में भी योगदान देते हैं। सीएम ने राजकुमार चाहर जैसे जुझारू कार्यकर्ता को चुनाव जिताने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि यहां से मिले हर प्रस्ताव स्वीकृत हुए हैं। फतेहपुर सीकरी में आप फिर से कमल खिलाइए, विकास के लिए आपको ताकझांक नहीं करना पड़ेगा। सीएम ने कहा कि इस क्षेत्र का संबंध श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी से भी है। बटेश्वर में मैं कई बार आया हूं। अटल जी की स्मृतियों को जीवंत बनाए रखने के लिए वहां अनेक कार्य भी हुए हैं।

जनचौपाल में कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्या,कार्यक्रम अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा, महापौर हेमलता दिवाकर, फतेहपुर सीकरी के सांसद व लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर, विधायक पक्षालिका सिंह, छोटेलाल वर्मा, भगवान सिंह कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष गिरिराज सिंह कुशवाहा आदि मौजूद रहे

लोकसभा चुनाव को लेकर बसपा ने जारी की स्टार प्रचारकों की सूची, पहले स्थान पर मायावती, दूसरे पर भतीजे आकाश आनंद

लखनऊ। लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है।बसपा ने बुधवार को लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के लिए पार्टी के 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। जिसमें बसपा प्रमुख मायावती, दूसरे नम्बर पर भतीजे आकाश आनंद और तीसरे नम्बर पर सतीश चंद्र मिश्रा और चौथे नम्बर पर विश्वनाथ पाल है।

इसके अलावा उमाशंकर सिंह, मुनकाल अली, राजकुमार गौतम, समसुद्दीन राईन, सूरज सिंह जाटव, गोरेलाल जाटव, सतपाल पीपला, कुलदीप जाटव, डा. कमल सिंह, जगरूप जाटव, तिलक चौधरी, बालकराम जाटव, रवि जाटव, रणवविजय सिंह, जाफर मालिक, विजय सिंह है।

इसी तरह हरपाल सिंह, चौधरी सुरेंद्र सिंह, टीकाराम सैनी, धनीराम, डॉ. ओमकार सिंह, दिनेश बघेल,डा. अशोक सिंह, बिजेंद्र सिंह विक्रम, रणवीर सिंह कश्यप, संतोष आनंद, रविन्द पारस, सत्य प्रकाश कर्दम, दारा सिंह आजाद, जयपाल सिंह, विक्रम भाटी, दयाराम सैन, नरेश गौतम, सोमपाल सिंह, मुकेश चन्द्र और गोवर्धन सिंह इस स्टार प्रचारक सूची में शामिल है।

प्रतापगढ़ में ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से छात्र की मौत

लखनऊ । प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज कोतवाली क्षेत्र में लखनऊ वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को एक अनियंत्रित ट्रैक्टर-ट्रॉली ने मासूम छात्र को कुचल दिया। मौके पर ही बच्चे की मौत हो गई। ईंट से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा के बाद शव को पोस्टमार्ट के लिए भेज दिया।

कोतवाली क्षेत्र के असैनापुर निवासी स्वर्गीय राजमणि मिश्र का ग्यारह वर्षीय बेटा शुभ मिश्र वर्मा नगर स्थित यमुना प्रसाद उच्चतर माध्यमिक स्कूल का कक्षा पांच का छात्र था। बुधवार की सुबह शुभ साईकिल से स्कूल जा रहा था, वह जैसे वर्मा नगर चौराहे पर पहुंचने वाला था कि उससे पहले ही ईंट लेकर जा रहा ट्रैक्टर ने साइकिल सवार मासूम छात्र को कुचल दिया,जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। वहीं लोग पुलिस की मनमानी पर भी चर्चा करते दिखाई दिए। हाईकोर्ट की पाबंदी के बाद भी पुलिस गैर कृषि कार्य में संचालित ट्रैक्टरों के साथ ही माल वाहनों पर ढोई जा रही सवारियों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। जिसका परिणाम यह है कि आए दिन मौत पर मौत हो रही है।मृतक मासूम शुभ के पिता राजमणि मिश्र की बीमारी के चलते लगभग चार वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। राजमणि की विधवा के जीवन में शुभ का ही सहारा था। शुभ की आस में विधवा ने पति की मौत के बाद आगे की जिंदगी जीना सीखी, लेकिन अब शुभ की मौत के बाद इस दुनिया में उसे सहारा देने वाला कोई नहीं रहा।

सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा गिरफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा को यूपी एसटीएफ टीम ने ग्रेटर नोएडा के परी चौक से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त पूर्व में वह एनएचएम घोटाले में ग्वालियर और यूपी टेट पेपर लीक में कौशांबी से जेल जा चुका है।सिपाही भर्ती परीक्षा लीक मामले में अब तक 300 से अधिक आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

जानकारी के लिए बता दें कि राज्य सरकार ने परीक्षा लीक मामले की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई के लिए एसटीएफ को लगाया था। इसके बाद एसटीएफ लगातार कार्रवाई करती रही और इस केस से जुड़े अपराधी गिरफ्तार होते रहे। लेकिन मुख्य आरोपित राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार करना एसटीएफ के लिए चुनौती थी। उसकी तलाश में कई जिलों की एसटीएफ युनिट काम कर रही थी। तभी एक सूचना के बाद इस मामले से जुड़े मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को एसटीएफ ने बुधवार को ग्रेटर नोएडा के परी चौक से गिरफ्तार कर लिया है।आरोपित राजीव नयन मूलरूप से प्रयागराज के ग्राम अमोरा का रहने वाला है। वह भोपाल के भरतनगर में भी रहा है। पूछताछ में प्रकाश में आया है कि गुड़गांव के अलावा राजीव ने रीवा के भी एक रिसोर्ट में अपने गैंग के साथ अभ्यर्थियों को पेपर पढ़वाया था।

यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर नमो ऐप पर रैली को संबोधित करेंगे मोदी

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को उत्तर प्रदेश में तीसरे फ़ेज़ के चुनाव में आने वाली 10 लोकसभा सीटों के सभी बूथों पर नमो ऐप के माध्यम से रैली को संबोधित करेंगे। इस मौके पर वह कुछ बूथ अध्यक्षों से भी वार्ता करेंगे।भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय ने बताया कि तीसरे चरण में संभल, बदायूं, बरेली, आंवला, एटा, हाथरस, आगरा, फ़तेहपुर सीकरी, फ़िरोज़ाबाद और मैनपुरी में मतदान होना है।

यहां 7 मई को मतदान होंगे। इन सभी लोकसभा सीटों के 22,648 बूथों पर बुधवार को दोपहर एक बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नमो ऐप के माध्यम से कार्यकर्ताओं से जुड़ेंगे।संजय राय ने बताया कि नमो रैली में बूथ समिति के सदस्य और पन्ना प्रभारियों को प्रधानमंत्री संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश, क्षेत्र और ज़िले के पदाधिकारी भी अपने बूथों पर जाकर इस नमो रैली में जुड़ेंगे। बताया कि कुछ बूथ अध्यक्षों से प्रधानमंत्री स्वयं बात भी करेंगे और पार्टी की गतिविधियों की जानकारी भी लेंगे।

विवाद को सुलझाने के लिए छह से ज्यादा सीटों पर सपा बदल चुकी है उम्मीदवार, अब शिवपाल के पत्र से मचा भूचाल

लखनऊ। एक तरफ भाजपा जहां घर-घर जाकर चुनाव प्रचार कर रही है। वहीं सपा अपने उम्मीदवारों को ही बदलने में माथा-पच्ची कर रही है। वहीं अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने मंगलवार को बंदायू से चुनाव न लड़ने के लिए अखिलेश को पत्र लिखकर उनका सिरदर्द और बढ़ा दिया है। समाजवादी पार्टी की घबराहट ही उसके लिए सिर दर्द बन सकता है।शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर बदायूं से चुनाव न लड़ने की अपनी इच्छा जता दी है। इसको लेकर राजनीतिक हल्कों में काफी हलचल रही। उधर भाजपा को चुटकी लेने का मौका मिल गया। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि हकीकत में सपा एक डूबती नैया है और डूबती नैया पर सवारी कर कोई खुद डूबना नहीं चाहता।

शिवपाल यादव को भी इसका एहसास पहले से था। उन्हें जबरदस्ती सपा चुनाव लड़ा रही थी।पश्चिमी उप्र में अब तक घोषित प्रत्याशियों में समाजवादी पार्टी ने अपने छह से ज्यादा उम्मीदवारों को बदल चुकी है। इससे भीतरघात होने की संभावना बढ़ गयी है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस समय काफी दबाव में काम कर रहे हैं। इस दबाव की राजनीति के कारण उनको उप्र में कई जीतने की उम्मीद वाली सीटों पर भी हार का सामना करना पड़ सकता है। जहां भी उम्मीदवार ऐन वक्त पर बदले गये, वहां भीतरघात की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

सोमवार को ही अखिलेश यादव ने मेरठ में घोषित उम्मीदवार भानु प्रताप सिंह की जगह सरघना के अपने विधायक अतुल प्रधान को टिकट दे दिया। बागपत में भी बदलाव किया गया। वहीं मुरादाबाद से अपने सिटिंग सासंद एसटी हसन का टिकट अंतिम समय में काटकर रूचि वीरा को दे दिया। माना जा रहा है कि एसटी हसन को आजम खान के विरोधी होने का खामियाजा भुगतना पड़ा। अब शिवपाल ने चुनाव न लड़ने की असमर्थता जता दी है। गौतमबुद्धनगर से सपा ने डाक्टर महेन्द्र नागर को पहले टिकट दिया। फिर उनका टिकट काटकर राहुल अंवाना को टिकट दे दिया। मिश्रिख से पहले मनोज राजवंशी को टिकट दिया गया। अब उनकी जगह संगीता राजवंशी को टिकट दे दिया गया।

अब तक10437.97 लाख की मदिरा, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं जब्त,प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से कराया जा रहा पालन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने मंगलवार को बताया कि एक अप्रैल तक विभागीय कार्रवाई में कुल 10437.97 लाख रुपये कीमत की मदिरा, ड्रग, बहुमूल्य धातुएं, मुफ्त उपहार व नगदी आदि जब्त किये गए हैं। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है।उन्होंने बताया कि इसमें 1852.91 लाख रुपये नकद धनराशि, 2577.34 लाख रुपये कीमत की 745393.13 लीटर शराब, 4116.64 लाख रुपये कीमत की 5713610.04 ग्राम ड्रग, 1778.18 लाख रुपये कीमत की 39163.86 ग्राम बहुमूल्य धातुएं, 0.43 लाख रुपये के मुफ्त उपहार एवं 112.47 लाख रुपये कीमत की अन्य सामग्री जब्त हुए हैं।

वहीं, एक अप्रैल की बात की जाए तो कुल 170.80 लाख रुपये कीमत की मदिरा, ड्रग व नगदी आदि जब्त किया गया। इसमें 32.66 लाख रुपये नकद धनराशि, 94.68 लाख रुपये कीमत की 24973.53 लीटर शराब, 43.47 लाख रुपये कीमत की 32330.50 ग्राम ड्रग एवं 0.01 लाख रुपये कीमत की अन्य सामग्री जब्त हुई है।उन्होंने बताया कि प्रमुख जब्ती में जनपद सुल्तानपुर की सुल्तानपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 27 लाख रुपये अनुमानित कीमत की 135 ग्राम ड्रग तथा जनपद फिरोजाबाद की टुण्डला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 56.50 लाख रुपये कीमत की 11393 लीटर शराब पकड़ी गयी। इसके अलावा लखनऊ सेन्ट्रल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 13 लाख रुपये नकद धनराशि पकड़ी गयी।

लखनऊ में मुख्य आरक्षी से सरकारी पिस्टल छीनने वाले तीन बदमाश गिरफ्तार

लखनऊ। गाजीपुर थाना क्षेत्र में पुलिस के मुख्य आरक्षी से उनकी सरकारी पिस्टल छीनकर भागने वाले तीन बदमाशों को यूपी एसटीएफ की टीम ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया है। इन बदमाशों में एक नाबालिग भी है।

पुलिस उपायुक्त उत्तरी ने मंगलवार को पत्रकारों से बताया कि गाजीपुर के कल्याण अपार्टमेंट के पास सोमवार की देर शाम को मोटर साइकिल सवार तीन बदमाशों ने मुख्य आरक्षी से उनकी सरकारी पिस्टल छीनकर फरार हो गये थे। इस मामले में पीड़ित द्वारा थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया। मामले की जांच में जुटी एसटीएफ की टीम ने एक नाबालिग समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से छीनी गई पिस्टल और मोटर साइकिल बरामद की है।

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि अभियुक्त जानकीपुरम निवासी आकाश मिश्रा, शशांक मिश्रा और एक नाबालिग है। पुलिस ने दोनों अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश किया है तथा नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा है।

लखनऊ में कार ने दो महिलाओं को रौंदा, मौत

लखनऊ। राजधानी के निशातगंज इलाके की पेपरमिल कॉलोनी में मंगलवार की सुबह सहरी करके निकलीं दो महिलाओं को एक बेकाबू कार ने टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की मौत हो गई। जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने वाहन चालक को हिरासत में लेकर कार को कब्जे में ले लिया है।साथ ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक पेपरमिल कॉलोनी में रहने वाले सानू की मां शाहिदा बानो (65) और मुमानी शबनम (42) मंगलवार की सुबह सहरी करके बाहर की ओर निकल रही थी। इसी दौरान एक व्यापारी का नाबालिग बेटा जो कार सीख रहा था, तभी दोनों महिला तेज रफ्तार कार की चपेट में आ गई और दोनों की मौत हो गई। हादसे के बाद कार लेकर भाग रहे नाबालिग को लोगों ने पकड़कर पीटने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

लोकसभा चुनाव प्रथम चरण : भाजपा की चुनावी रणनीति ने सपा और बसपा की बढ़ा दी मुश्किलें

लखनऊ । पश्चिमी यूपी में प्रथम चरण में आठ लोकसभा सीटों पर सबसे पहले होना है। इसीलिए सभी राजनीतिक दलों के नेता अपनी प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने मेरठ में अपनी पहली चुनावी रैली का आगाज किया। जिसमें प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे। चूंकि भाजपा अपनी 2014 की स्थिति पाने के लिए बेताब है तो वहीं सपा और बसपा अपनी-अपनी सीटें बचाने के लिए जुझ रही हैं। इस बार भाजपा की चुनावी रणनीति ने सपा को रामपुर, गौतमबुद्धनगर और मुरादाबाद से उम्मीदवार को बदलने के लिए विवश किया है। अब इस बदलाव से सपा को फायदा होगा या नुकसान यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा, लेकिन इससे भाजपा नेताओं को सपा में भीतरघात का अंदेशा है।प्रथम चरण में उप्र की सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत में चुनाव होने हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा के गठबंधन थे। इन सीटों में तीन पर बसपा तथा दो पर सपा की साइकिल दौड़ी थी। वहीं भाजपा के खाते में तीन सीटें ही थीं। जबकि 2014 में सभी सीटें भाजपा के नाम थीं।

प्रथम चरण में आठ सीटों पर होना है चुनाव,पिछली पर इनको मिली थी सफलता

जानकारी के लिए बता दें कि इन आठ सीटों पर बात करें तो भाजपा को कुल 42,30,380 वोट मिले थे। वहीं सपा, बसपा और रालोद के संयुक्त उम्मीदवारों को इन आठ सीटों पर 43,43,132 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस इनमें से पांच सीटों पर ही चुनाव लड़ी थी। दो सीटों पर सपा-बसपा उम्मीदवारों को समर्थन दिया था। कांग्रेस को कुल मिलाकर 195200 वोट मिले थे। अर्थात पिछले चुनाव में सपा, बसपा और रालोद के संयुक्त उम्मीदवारों से भाजपा के 1,12,752 मत कम थे। इस बार बसपा अलग है और उसने भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। बसपा ने जब 2014 में अपने अलग उम्मीदवार उतारे थे तो सभी आठ सीटों को मिलाकर 14,80,760 वोट मिले थे अर्थात न्यूनतम उसके इतने मत पाने का अनुमान लगाया जा सकता है। सपा, बसपा और रालोद से बसपा के 2014 के पाये वोट को कम कर दिया जाय तो संयुक्त प्रत्याशियों को 28,62,362 मत होते हैं।

सपा और बसपा ने कई स्थानों में अपने जीते हुए प्रत्याशी को बदल दिया

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रथम चरण के आठ सीटों पर भाजपा पुन: 2014 की स्थिति को दोबारा से दोहरा सकती है। चूंकि ज्यादातर जगहों पर भाजपा ने अपने पुराने उम्मीदवार पर ही भरोसा जताया है। जबकि सपा और बसपा ने कई स्थानों में अपने जीते हुए प्रत्याशी को बदल दिया है। साथ ही जयंत चौधरी का भाजपा के साथ जाना है। पिछली बार मुजफ्फरनगर से रालोद का ही उम्मीदवार खड़ा था। दूसरी तरफ भाजपा ने पीलीभीत से अपने सासंद वरूण गांधी का टिकट काटकर भाजपा ने जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा है। यहां भाजपा में भीतरघात होने की संभावना जतायी जा रही है, हालांकि भाजपा ने वरूण गांधी को मना लिया है और उन्होंने अपनी मां का चुनाव प्रचार करने का फैसला किया है। फिर भी मतदान के दौरान यहां के मतदाता किसके पक्ष में मतदान करते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएंगा।

सहारनपुर से इस बार बसपा ने बदल दिन अपना उम्मीदवार

सहारनपुर से 2019 में बसपा के हाजी फजलुर रहमान ने भाजपा के राघव लखनपाल को 22,417 मतों से पराजित किया था। इस चुनाव में कुल 11 उम्मीदवार मैदान में थे। बसपा उम्मीदवार को 5,14,139 मत मिले थे। वहीं भाजपा उम्मीदवार राघव को 4,91,722 मत मिले थे। कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद 2,07,068 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे। वहीं 4,284 मत नोटा को भी मिले थे। वहीं 2014 में राघव ने कांग्रेस के इमरान मसूद को 65,090 मतों से हराया था। लेकिन इस बार स्थिति कुछ उलट है। माजिद अली बसपा, इमरान मसूद गठबंधन, भाजपा से राघव लखनपाल शर्मा को टिकट दिया है। इस बार बसपा ने अपने विजयी प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है।

सपा को अचानक मेरठ व आगरा सीट पर करना पड़ा बदलाव

जानकारी के लिए बता दें कि सोमवार को मेरठ और आगरा सीट के उम्मीदवार को अचानक बदल दिया। बताया जा रहा है कि सपा अध्यक्ष ने मेरठ सीट पर उम्मीदवार भानु प्रताप को लेकर संगठन और उनके एक विवादित बयान वाला वीडियो वायरल होने के बाद संज्ञान लिया था। टिकट मिलने के बाद से ही वह बयान सोशल मीडिया में खासा वायरल हो रहा था। वहीं संगठन पर उन्हें मजबूत प्रत्याशी नहीं मान रहा था। इसको देखते हुए सपा नेतृत्व ने उनका टिकट काटते हुए वर्तमान विधायक और अखिलेश के विश्वासपात्र माने जाने वाले अतुल प्रधान पर भरोसा जताते हुए उन्हें मेरठ सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा पार्टी ने आगरा लोकसभा सीट से सुरेश चन्द्र कदम को टिकट दिया है। अब यह बदलाव कितना काम करेंगा यह तो आने वाला समय ही बताएंगा।

बिजनौर में भाजपा ने और नगीना में बसपा ने लहराया था परचम

जानकारी के लिए बता दें कि पिछली लोकसभा चुनाव में लोकदल सपा के साथ थी। इसके बावजूद भी बिजनौर सीट पर भाजपा अपना परचम लहराने में कामयाब रही। चूंकि बिजनौर से बसपा के मलूक नागर ने भाजपा के कुंवर भारतेंद्र सिंह को 69,941 मतों से हराया था। मलूक नागर को 5,61,045 मत मिले थे। वहीं भाजपा के कुंवर को 4,91,104 मत मिले थे, जबकि कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दिकी 25,833 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव को देखें तो कुंवर भारतेंद्र ने समाजवादी पार्टी के शाहनवाज राणा को 2,05,774 मतों से परास्त किया था। कुंवर को 4,86,913 मत मिले थे।

वहीं शानवाज राणा को 2,81,139 मत मिले थे, जबकि बसपा के मालुक नगर को 2,30,124 मत मिले थे। यहां रालोद के जया प्रदा नाहाता ने 24,348 मत पाकर चौथे स्थान पर रहीं थी।नगीना लोकसभा सीट से बसपा के गिरीश चंद्र ने भाजपा के डा. यशंवत को 1,66,832 मतों से परास्त किया था। वहीं कांग्रेस की ओमवती देवी ने 20,046 मत पाई थीं, जबकि 2014 में भाजपा के यशवंत सिंह ने सपा के यशवीर सिंह को 92,390 मतों से हराया था। वहीं बसपा के गिरीश चंद्र 2,45,685 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे।

मुरादाबाद से अपने सीटिंग सासंद को सपा ने नहीं दिया टिकट, भीतर घाट का खतरा बढ़ा

पश्चिमी यूपी की चर्चित सीट मुरादाबाद लोकसभा है। यहां पर पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के डॉ. एसटी हसन ने भाजपा के कुंवर सर्वेश कुमार को 97,878 मतों से हराया था।जबकि उस समय भी मोदी की लहर थाी। इसके बावजूद डॉ. एसटी हसन 6,49,416 मत पाये थे, जबकि कुंवर सर्वेश 5,51,538 मत पाये थे, जबकि कांग्रेस से राज बब्बर 59,198 मत पाकर तीसरे स्थान पर थे। 2014 में भाजपा के कुंवर सर्वेश ने सपा के एस.टी हसन को 87,504 मतों से परास्त किया था।

रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी से जीत हासिल की थी, लेकिन उप चुनाव में भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी ने सपा के असीम को 42,192 मतों से परास्त कर दिया था। यहां आजम के दबाव में सपा को उम्मीदवार अंतिम समय में बदलने पड़े और एसटी हसन चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसे में पार्टी के अंदर भीतरघाट होने का खतरा बढ़ गया है। यह सब सपा को भाजपा का चुनाव गणित देखकर करना पड़ा है। जिसकी वजह से सपा की ही मुश्किले बढ़ती नजर आ रही है।