औलाद को पढ़ाइए और मेहनत करके पढ़ाइए : डॉ. एहसान
गोरखपुर। गुरुवार को मदरसा जामिया कादरिया तजवीदुल कुरआन लिल बनात अलहदादपुर में 'तालीमी बेदारी संगोष्ठी' व वार्षिक पुरस्कार वितरण कार्यक्रम हुआ। खुशनूद अशरफी, आयशा खातून, असअद रज़ा कादरी, रेशमा खातून, सादिया खातून को बेहतर प्रदर्शन के आधार पर शील्ड व प्रमाणपत्र सौंपा गया। आयशा खातून ने अंग्रेजी व हाजिया खातून ने उर्दू में तकरीर पेश की। इल्मा नूर व सबीहा खातून ने दीनी सवाल जवाब पेश किया। तिलावत अफजल रजा व नात जिक्रा फातिमा ने पेश की।
अध्यक्षता करते हुए पूर्व उप प्रधानाचार्य डॉ. एहसान अहमद ने कहा कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने आज से चौदह सौ साल पहले स्पष्ट फरमा दिया कि मां-बाप की तरफ से औलाद को सबसे अफ़ज़ल तोहफा उनकी अच्छी तालीम और तरबियत है। यही उनके लिए दीन और दुनिया दोनों एतबार से अच्छी नेमत है। बाकी सारी चीजें फानी हैं और सानवी दर्जा रखती हैं इसलिए अपनी औलाद को पढ़ाइए और मेहनत करके पढ़ाइए। एक वक्त भूखे रहकर पढ़ाना पड़े तो भूखे रहकर पढ़ाइए ताकि अल्लाह के पास जवाबदेही आसान हो।
मुख्य अतिथि एमएसआई इंटर कॉलेज बक्शीपुर के शिक्षक मुख्तार अहमद ने कहा कि उलमा किराम और मदरसों का समाज सुधार में अहम रोल है। वह अच्छाई का हुक्म देते हैं, बुराई से रोकते हैं।
नायब काजी मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने कहा कि बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर के साथ दीनदार बनाएं। बच्चा अगर दीनदार होगा तो वह जिस भी क्षेत्र में जाएगा इस्लाम उसकी रहनुमाई करता नज़र आएगा। औलाद का अधिकार है कि उनकी अच्छी तालीम व तरबियत का इंतजाम किया जाए।
मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन मन्नानी ने कहा कि अपने बच्चों को दुनियावी तालीम से पहले दीनी तालीम भी हासिल कराएं। समाज सुधार की शुरूआत हमें सबसे पहले स्वयं के घर से करनी होगी।
सब्र और नमाज़ के जरिए मदद तलब करें। बुराई से दूरी अख्तियार करें। बुरों की सोहबत से बचें। पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सुन्नतों का आज के दौर में जिंदा करना बहुत बड़ा सवाब है। अंत में दरूदो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई।
संगोष्ठी में मदरसे के प्रबंधक कारी शराफत हुसैन कादरी, मो. आकिब अंसारी, मो. सरफराज खान, नबी अहमद अंसारी, महबूब आलम, नजरुल इस्लाम, मो. असलम अंसारी, मो. शबरेज अंसारी, महजबीन सुल्तानी, गौसिया अंजुम, फरहीन फातिमा क़ादरी, महरुन निशा, शफकत, मो. तौफीक,अब्दुल वाहिद , मो. शफीक सोनू, अब्दुल कयूम, मो. अनस, महक फातिमा, साहिबा खातून, तसलीमा बानो सहित अभिभावक व छात्राएं मौजूद रहीं।
Mar 07 2024, 21:13