संदेशखाली की घटना के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ममता बनर्जी और टीएमसी सरकार का फुंका पुतला
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के मुख्य द्वार पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले दर्जनों की संख्या में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पश्चिम बंगाल के संदेश खाली में राज्य सरकार के संरक्षित अपराधियों द्वारा महिलाओं के साथ किया जा रहे जघन्य अपराधों के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया।
हाथों में पश्चिम बंगाल सरकार व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ लिखी हुई तख्तियों को लेकर केन्द्र सरकार के केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों से जांच करा दोषियों पर कठोर कारवाई की मांग किया।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेश खाली क्षेत्र की महिलाओं के साथ यौन शोषण उनकी सामूहिक अस्मिता का हनन एवं उनके परिवार पर सुनियोजित अत्याचार राज्य सरकार द्वारा संरक्षित अपराधियों द्वारा किया जा रहा है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मानवता को शर्मसार करने वाली संदेश खाली घटना से आहत है। बता दे कि विगत फरवरी माह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस के संदेशखाली दौरे के बाद इस विभत्स शोषण की सच्चाई वृद्ध जनमानस के समक्ष आ पाई।
पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल टीएमसी के नेताओं द्वारा हिंदू घरों से जबरन नाबालिक कन्याओं व महिलाओं को चिन्हित कर उनका भयपूर्वक अपरह्न कर राज्य के सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालय में लाकर अत्याचार, दुराचार करने के कई मामले सामने आए हैं। पीड़िताओं में अधिकांश महिलाएं अत्यंत पिछड़े एवं अनुसूचित वर्ग की है और उनके ऊपर हो रहे अत्याचार की अति से तंग आकर कई परिवार संदेशखाली से पलायन करने को भी मजबूर हुए है।
एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में महिला मुख्यमंत्री के संरक्षण में वर्षों से शारीरिक एवं मानसिक शोषण से तंग आकर संदेशखाली की हजारों महिलाएं आज राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन रत है। महिलाओं की रक्षा व उनकी अस्मिता को बचाने में ममता बनर्जी सरकार लगातार विफल रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री मयंक राय ने बताया कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का विषय महिलाओं बालिकाओं छात्राओं के साथ दुराचार का कार्य संदेश खाली में चल रहा है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इसको दुर्भाग्यपूर्ण मानता है पश्चिम बंगाल में एक महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उनके संरक्षण में जिस प्रकार से महिलाओं के ऊपर हिंसा हो रही है उनके ऊपर अत्याचार हो रहा है।
टीएमसी के कार्यकर्ता और नेता उनका उठाकर के अपने कार्यालय में ले जाकर महीने भर बंद करके बलात्कार करते हैं इस तरह की घटनाएं देश को शर्मसार करने वाली है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज पूरे देश में इस घटना के विरोध में आंदोलन छेड़ा है।
इसी क्रम में गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से महामहीम राष्ट्रपति महोदया को ज्ञापन प्रेषित करते हुए यह मांग किया है कि पश्चिम बंगाल में जो घटना चल रही है सत्ता के संरक्षण में जो अत्याचार और बलात्कार चल रहा है उसे पर तत्काल प्रभाव से अभिलंब रोक लगाई जाए और जो भी दोषी हैं उनको कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के बाद संदेशखाली की पीड़ितों को न्याय दिलाने का कार्य किया जाए।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ममता बनर्जी और टीएमसी सरकार का प्रतीकात्मक पुतला फुकने का कार्य किया है ममता बनर्जी द्वारा जो भी शासन प्रशासन वर्तमान समय में चलाया जा रहा है वह महिलाओं की सुरक्षा के लिए कतई नहीं है बल्कि अपराधियों और गुंडो को संरक्षण देने का कार्य किया जा रहा है।
यह बांग्लादेशी घुसपैठियों को अंदर लेकर के देश का माहौल खराब करने का कार्य ममता बनर्जी सरकार कर रही है। इसलिए यह राष्ट्रीय सुरक्षा का भी विषय है इसलिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने यह मांग किया है कि इसकी जांच केंद्रीय एजेंटीयों के माध्यम से कराया जाए।
Mar 05 2024, 17:59