आजादी के 76 वर्ष बाद भी गांव को रास्ते की तलाश

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के बांसगांव ब्लॉक के परसौनी ग्रामसभा के कलवारी गांव के निवासी 50 घरों के लोगों को देश की आजादी के 76 वर्ष बाद भी अपने घरों तक आने जाने के लिए राह मयस्सर नहीं हो पाई है।

देश प्रदेश में हो रहे चौतरफा विकास की खबरें गांव के इन सभी 50 घरों के निवासियों को मुंह चिढ़ाती हैं। ग्रामवासियों का कहना है कि जब हमें अपने घरों तक आने जाने के लिए कोई रास्ता ही नहीं है तो दुनियां भर की सड़कों और लंबे चौड़े रास्तों के बनने का क्या लाभ है।

बरसात के दिनों में अपने घरों तक पहुंचने के लिए नारकीय यातनाएं झेलने वाले ग्रामवासियों ने बताया कि 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद राम मंदिर तो बन गया। लेकिन हमें अपनी जन्मभूमि तक पहुंचने की राह नहीं मिल पाई है।

गांव के निवासी द्वारिका नाथ शर्मा, महेंद्र शर्मा,फूल चंद शर्मा,विजय शर्मा,बाबू लाल यादव,स्वामी यादव, महेंद्र यादव,राजेश्वर शर्मा, गोपीनाथ शर्मा,राधेश्याम शर्मा, राजेंद्र शर्मा, महगू यादव,देवदत्त शर्मा सहित लगभग 50 लोगों के घर तक आने जाने का रास्ता नहीं है।

गांव के मंदिर तक जाने का रास्ता भी नहीं है। इन लोगों का अपने घरों तक पैदल पहुंचना भी दुश्वार है बरसात के समय में आने-जाने की स्थिति और भी बदतर हो जाती है।

बताया गया कि परसौनी ग्रामसभा के कलवारी गांव में मनरेगा द्वारा प्रधान कोटे से वर्ष 2012 के पहले रोड पर मिट्टी डालकर निर्माण हो चुका था। किंतु गांव के कुछ दबंगों लोगों के द्वारा उस चकरोड को काटकर फिर से अपने खेतों में मिला लिया गया। जिसकी शिकायत वर्तमान प्रधान रामवती के द्वारा जिला अधिकारी से की गई थी। उसके बाद गांव के द्वारकानाथ शर्मा के द्वारा दर्जनों लोगों के हस्ताक्षर के साथ जिलाधिकारी,उप जिलाधिकारी,मंडलायुक्त,मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर आॅनलाइन शिकायत की गई।

किन्तु हर बार उसका कागजी समाधान कर दिया गया और उसका कुछ परिणाम नहीं निकला। चकरोड से मुख्य संपर्क मार्ग तक पहुंचने के लिए सिर्फ 50 मीटर सड़क बनानी है। लेकिन आजादी के बाद से अब तक रोड न बन पाने से लोग आवागमन के लिए नरकीय यातनाएं झेलने को विवश हैं।

बता दें कि परसौनी ग्रामसभा विकास खंड बांसगांव तथा खजनी तहसील क्षेत्र का हिस्सा है। जनप्रतिनिधियों और स्थानीय प्रशासन के द्वारा कभी लोगों की इस मौलिक समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया। हताश, निराश हो चुके ग्रामवासियों ने बताया कि प्रशासन चाहे तो सहमति से रास्ते का निर्माण किया जा सकता है, लेकिन उपेक्षा के कारण कभी गंभीरता पूर्वक हमारी इस समस्या पर विचार ही नहीं किया गया।

अधिकारी सिर्फ कागजी खानापूर्ति और विवाद का हवाला देकर मामले में टालमटोल करते रहे हैं।76 वर्ष बाद भी दुर्भाग्य है कि हमारे घरों तक चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाते हैं।

इस संदर्भ में उप जिलाधिकारी खजनी राजू कुमार ने कहा कि रास्ते का मामला गंभीर है, हम स्वयं गांव में जा कर या टीम भेज कर जांच करेंगे। समस्या का समाधान कराया जाएगा।

समय से पहचान होने पर जल्दी ठीक हो जाते हैं एचआईवी ग्रसित टीबी मरीज

गोरखपुर।एचआईवी से ग्रसित टीबी मरीजों के ठीक होने में समय लगता है और उन्हें जटिलताएं भी कहीं ज्यादा होती हैं, लेकिन समय से इस सहरूग्णता की पहचान हो जाए तो ऐसे टीबी मरीज भी जल्दी ठीक हो सकते हैं । बीते पांच वर्षों में स्वास्थ्य विभाग ने एचआईवी ग्रसित ऐसे 480 टीबी मरीजों की पहचान कर उन्हें इलाज की सुविधा से जोड़ा है ।

जिले में इस समय एचआईवी ग्रसित 55 टीबी मरीजों का इलाज जारी है । टीबी की पहचान होने पर प्रत्येक मरीज की एचआईवी जांच और एचआईवी के साथ टीबी का लक्षण दिखने पर मरीज की टीबी जांच अनिवार्य है ।

पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एचआईवी कांउसर मनीषा से परामर्श ले रहे 35 वर्षीय एचआईवी मरीज हितेश (काल्पनिक नाम) मुंबई में पेंटिंग का काम करते थे । कोविड के समय वह गोरखपुर लौट आए।

फरवरी 2023 में तीन हफ्ते के बुखार, कमजोरी और शरीर में फफोले आदि की दिक्कत हुई तो पिपराईच सीएचसी पर चिकित्सक ने उनकी एचआईवी जांच कराई। उनमें एचआईवी संक्रमण से होने वाली बीमारी एड्स की पुष्टि हुई। उनकी दवा बीआरडी मेडिकल कॉलेज के एआरटी सेंटर से शुरू की गयी ।

दवा चलने के बावजूद मार्च 2023 में उन्हें बुखार की दिक्कत बनी रही और खांसी भी आने लगी । मेडिकल कॉलेज में ही उनकी टीबी जांच भी कराई गई तो उनके भीतर फेफड़े के टीबी की पुष्टि हुई । वह बताते हैं कि एचआईवी की दवा तो बीआरडी मेडिकल कॉलेज से चलती रही लेकिन टीबी की एक माह की दवा देकर आगे की दवा के लिए उन्हें पिपराईच सीएचसी रेफर कर दिया गया । उन्हें हर महीने टीबी की दवा सीएचसी से ही मिलती रही ।

एचआईवी काउंसलर मनीषा टीबी के इलाज के दरम्यान उनके गांव का विजिट कर पूरी गोपनीयता के साथ उन्हें परामर्श देती रहीं ।

हितेश बताते हैं कि जब उनकी पत्नी को पता चला कि उन्हें एचआईवी और टीबी दोनों है तो वह उनकी इकलौती बेटी के साथ मायके चली गयी। ससुराल वालों ने पत्नी को वापस भेजने से मना कर दिया। जांच में पत्नी और बच्ची टीबी एवं एचआईवी निगेटिव थे।

परिवार दूर हो जाने पर वह जिंदगी से इतना निराश हो गये कि कई बार आत्महत्या का ख्याल मन में आया, लेकिन काउंसलर ने उन्हें समझाया की टीबी छह माह में ही ठीक हो जाएगी । एचआईवी की दवा लगातार लेते रहेंगे और जीवनचर्या सही रखेंगे तो वह लम्बे समय तक जी सकते हैं ।

निक्षय पोषण योजना के तहत उन्हें 500 रुपये प्रति माह के हिसाब से 3000 रुपये उनके खाते में भी आए जो उनके पौष्टिक खानपान में सहारा बने। वह किसी प्रकार नशा आदि नहीं करते हैं जिसकी वजह से उन्हें ठीक होने में और आसानी हुई । टीबी की दवा अब बंद हो चुकी है और एचआईवी के लिए एक गोली रोज खाते हैं।

दोनों का इलाज साथ साथ जरूरी

जिला क्षय और एड्स नियंत्रण अधिकारी डॉ गणेश यादव का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक टीबी मरीज की एचआईवी जांच करवाता है। एचआईवी की पुष्टि होने पर टीबी और एचआईवी की दवा साथ साथ चलती है । ऐसा करने से टीबी मरीज जल्दी ठीक हो जाता है और उसका जटिलताओं से भी बचाव होता है ।

निजी अस्पतालों में इलाज करवाने वाले टीबी मरीजों को भी चिकित्सक की सहमति से इस जांच की सुविधा सरकारी अस्पतालों में दी जा रही है । एचआईवी ग्रसित टीबी मरीजों के जीवनसाथी की भी जांच कराई जाती है ।

टीबी के लक्षण

• दो सप्ताह से अधिक की खांसी

• पसीने के साथ बुखार

• अत्यधिक कमजोरी

• भूख न लगना

• बलगम में खून आना

• सीने में दर्द

एचआईवी के लक्षण

• वजन का कम होना

• एक महीने से अधिक बुखार आना

• एक महीने से अधिक का दस्त

एड्स के लक्षण

• लगातार खांसी

• चर्म रोग

• मुंह एवं गले में छाले होना

• लसिका ग्रंथियों में सूजन एवं गिल्टी

• याददाश्त खोना

• मानसिक क्षमता कम होना

• शारीरिक शक्ति का कम होना

खजनी में पुर्वांचल पत्रकार एसोसिएशन की बैठक हुई

खजनी गोरखपुर।कस्बे में रामपुर पांडेय मार्ग पर स्थित आशुतोष पैलेस में पुर्वांचल पत्रकार एसोसिएशन की बैठक संपन्न हुई। पीपीए के खजनी तहसील अध्यक्ष हिमांशु शुक्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक का संचालन चंद्र कुमार सिंह सोनू ने किया।

बैठक को संबोधित करते हुए पत्रकार जे.पी.कुशवाहा ने कहा कि खबरों के संकलन के दौरान ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार साथियों को कई प्रकार की विषम परिस्थितियों और सामाजिक विरोध का सामना करना पड़ता है। किंतु कलम के सिपाही पत्रकार साथी निष्पक्षता के साथ सच को समाज के सामने रखते हैं। अन्याय अत्याचार हर दौर में होते हैं और पीड़ितों को न्याय दिलाने और उनके साथ खड़े रहने वालों में हमेशा एक न्याय प्रिय पत्रकार ही होता है।

बैठक को कौशल सिंह, मुहम्मद हनीफ, कुमारी अंजली शुक्ला सहित अन्य ने भी संबोधित किया।

बैठक के दौरान पत्रकारिता और पत्रकारों के हित से जुड़े विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें उपस्थित पत्रकारों के सुझाव लिए गए। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में हिमांशु शुक्ला ने सभी पत्रकार साथियों को एक दूसरे का सहयोग करने संगठित रहने और पत्रकारों के हित से जुड़े सभी मुद्दों पर आपसी विद्वेष भूल कर साथ रहने की सलाह दी। आभार ज्ञापन के साथ बैठक का समापन किया गया।

मियां साहब ने अपने बुजुर्गों की मजार पर पढ़ा फातिहा

गोरखपुर। शब ए बरात के मौके पर इमामबाड़ा स्टेट के सज्जादानशीन अदनान फारूक अली शाह उर्फ मियां साहब ने इमामबाड़ा स्टेट पहुंचकर अपने बुजुर्गों की मजार पर फातिहा पढ़ा,उसके बाद बाबा रौशन अली शाह के मजार पर फातिहा पढ़कर मुल्क में अमन व शांति के लिए दुआ की।

इस मौके पर इमामबाड़ा स्टेट और आसपास की साफ सफाई व्यवस्था को देखकर मियां साहब ने खुशी जाहिर किया कहा कि माया बाजार वार्ड के पार्षद समद गुफरान ने पूरे वार्ड में बेहतर साफ सफाई के साथ लाइट का भी इंतजाम किया है इसके लिए मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं। इस अवसर पर इमामबाड़ा मुतवालियां कमेटी के जिला अध्यक्ष इरशाद अहमद ने कहा कि शब ए बरात के मौके पर हम अपने बुजुर्गों की मजार पर जाकर फातिहा पढ़ते हैं।

उन्हें याद करते हैं और अल्लाह से उनकी मगफिरत की दुआ करते हैं। आज कमेटी के लोगों के साथ इमामबाड़ा स्टेट में पहुंचकर मियां साहब के साथ फतिया पढ़ा गया वार्ड की साफ सफाई व्यवस्था को देखकर मैं यही कहूंगा कि ऐसी साफ सफाई किसी और वार्ड में देखने को नहीं मिली जो वार्ड नंबर 62 माया बाजार में मिला।

पार्षद समद गुफरान ने कहा कि सभी त्योहारो पर साफ सफाई कराया जाता है ऐसी ही सफाई हमेशा रहे इसके लिए आम जनमानस से अपील है कि नगर निगम के डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन गाड़ी में ही कूड़े को फेके । कूड़ा इधर-उधर फेंक कर गंदगी ना फैलाएं।

शिव राष्ट्र सेना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की मांग, कहा संगठन को दे दायित्व

गोरखपुर। शिव राष्ट्र सेना महानगर गोरखपुर की बैठक केंद्र कार्यालय गोरखपुर में हुई जिसमें संगठन प्रदेश संगठन मंत्री धर्मेंद्र जायसवाल का स्वागत किया गया और गुरु गोरखनाथ जी के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई और प्रदेश संगठन मंत्री के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ताओं के अंदर नई ऊर्जा का संचार किया गया।

और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से संगठन को दायित्व देने की सभी कार्यकर्ताओं ने मांग की है क्योंकि विगत कई वर्षों से संगठन ने सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के लिए ही कार्य किया है और विगत वर्षों में भारतीय जनता पार्टी में कई विरोधी आए भारतीय जनता पार्टी पर आप आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले आए और एक बड़ा पद प्रकार भारतीय जनता पार्टी से ही दगा कर रहे हैं।

लेकिन शिव राष्ट्र सेना उत्तर प्रदेश के अधिकतम जिलों में भारतीय जनता पार्टी को ही लगातार समर्थन देते हुए आ रही है और उत्तर प्रदेश के याजस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ही कार्य कर रही है ऐसे में संगठन के सभी पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री से या मांग की है कि संगठन को भी एक दायित्व दिया जाए तो दबे कुचले लोगों को असहाय लोगों को उनकी मदद करके और पार्टी में ज्यादा से ज्यादा लोगो को पार्टी से जोड़ कर हर क्षेत्र में हर कोना में पार्टी का नाम करे।

शिव राष्ट्र सेना प्रमुख रितेश आल्हा ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से यह अपील की है कि वह हर घर शिव राष्ट्र सेना के अभियान को धरातल पर उतर कर शिव राष्ट्र सेना का पंचम लहराने का कार्य करें।

उपस्थित महानगर अध्यक्ष विमलेश शुक्ला , गोरखपुर जिला उपाध्यक्ष अनिल पासवान गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा उपाध्यक्ष दीपक गौड़ राजन पासवान जितेंद्र पासवान उपाध्यक्ष सौरव वर्मा कृष्णा तिवारी अमर पासवान महासचिव राज्य जायसवाल अमन शर्मा प्रिंसेस का अर्जुन वर्मा अनिकेत निषाद आकाश निषाद सत्यम सुधीर पांडे सुधीर दीपक अनिल रवि रोहित आदि सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।

बेबी शो एवं बेबी स्वस्थ्य शिविर का हुआ आयोजन

गोरखपुर। स्टार हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड एवं सफल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर द्वारा एक बेबी शो एवं बेबी स्वस्थ्य शिविर का आयोजन किया गया I

जिसमें गेम शो, फैंसी ड्रेस कम्पटीशन इत्यादि कार्यक्रम रखे गए। इस क्रायक्रम में लगभग 100 से ऊपर बच्चों ने हिस्सा लिया I बच्चे तीन ग्रुप में बांटे गए थे 0 से 2 साल, 3 से 5 साल एवं 6 से 8 साल I

स्वास्थ शिविर में बच्चों चेकअप करते बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शशि मोहन सिन्हा ने बताया कि 0 - 5 साल के बच्चों में पोषण का बहुत महत्त्व है और बच्चों को माँ के दूध के साथ दाल चावल, दलिया, सब्जी इत्यादि भी खिलाना चाहिए I माताओं को बच्चे का टीकाकरण पूरा करने क लिए प्रेरित किया गया I

कार्यक्रम का संचालन अंजला करीम एवं सुप्रिया सिंह ने किया

कार्यक्रम कि अध्यक्षता करते हुए डॉ सुरहिता करीम ने कहा कि स्टार हॉस्पिटल एवं सफल टेस्ट ट्यूब बेबी सेण्टर का सौभाग्य है कि हमारे यहाँ पैदा हुए बचे आज कई जगह अपना नाम रौशन कर रहे है एवं कुछ हमारे प्रांगण में मिलने आएं है I

कार्यक्रम में जज के रूप में डॉ शशि मोहन सिन्हा, डॉ तुषार सिन्हा, डॉ शाहनवाज , अनुपम श्रीवास्तव, सोनिका नंदवानी, डॉ खुतएजा बानो मौजूद रहे I

कार्यक्रम में मुख्य रूप से रहे डॉ विजाहत करीम, शफ़ात करीम, डॉ आफरीन , डॉ सुगंध, डॉ सरिता, डॉ शीबा , श्रीमती शबनम श्रीवास्तव, डॉ चित्रांशा सिन्हा, श्रीमती मंजुला सिन्हा उपस्थित रहे I

दबंगों ने की महिला व बेटियों की पिटाई,गला दबाने का वीडियो वायरल

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी के चरलहां गांव की निवासी महिला किरन और उसकी बड़ी बेटी ममता को गांव के दबंगों ने मारपीट कर अधमरा कर दिया। महिला के बेटे,बेटियों ने घटना का वीडियो बना लिया।

जानकारी मिलते ही बांसगांव थाने के कोतवाल अरविंद सिंह ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित महिला और उसकी बेटियों को थाने ले गए और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के मुताबिक राकेश बेलदार का परिवार वर्षों से चरलहां गांव में मकान बना कर रहता है।

परिवार में किरन अपनी तीन बेटियों और दो बेटों के साथ रहती हैं,जब कि राकेश बाहर रह कर कमाते हैं। बीती शाम दबंगों ने उनकी बड़ी बेटी ममता और पत्नी किरन पर हमला कर दिया और गला दबा कर जान से मारने का प्रयास किया। घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

बताया गया कि वर्षों पहले जमीन खरीद कर राकेश ने अपना घर बना लिया है। जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई है और दबंग उस जमीन पर अपना दावा कर रहे हैं। बीते दिनों महिला का छप्पर भी जला दिया गया था।

इतना ही नहीं महिला और उसकी बेटियों पर नाजायज धंधे में संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए उन्हें मारपीट कर भगाने की कोशिश की जा रही है।

बांसगांव पुलिस ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।

शोधपूर्ण मंथन से और प्रगाढ़ होंगे भारत-नेपाल के सांस्कृतिक अंतर्संबंध

गोरखपुर, 25 फरवरी। सदियों से चले आ रहे भारत-नेपाल के सांस्कृतिक अंतर्संबंध शोधपूर्ण मंथन से और प्रगाढ़ होंगे। इसके लिए आगामी 1 मार्च से 3 मार्च तक महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसड़ में 'भारत-नेपाल सांस्कृतिक अंतर्संबंधों की विकास यात्रा : अतीत से वर्तमान तक' विषयक तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है।

इसमें नेपाल के तीन दर्जन विद्वान यहां पधारकर और इससे अधिक ऑनलाइन जुड़कर भारतीय विद्वतजन के साथ उन आयामों पर चर्चा करेंगे जिससे भारत और नेपाल के मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई ऊंचाई दी जा सके।

यह सेमिनार महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय और महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसड़ के संयुक्त तत्वावधान में होगा। यह महाविद्यालय वर्ष 2015 में भी भारत-नेपाल के मैत्री संबंधों पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन करा चुका है।

दूसरी बार, 1 मार्च से हो रहे अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के बारे में जानकारी देते हुए आयोजन के संयोजकद्वय डॉ. पद्मजा सिंह और डॉ. सुबोध कुमार मिश्र ने बताया कि महाराणा प्रताप महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव की देखरेख में उद्घाटन और समापन के अतिरिक्त आठ तकनीकी सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।

1 मार्च को उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय, लुम्बिनी, नेपाल के कुलपति प्रो. सुबरन लाल बज्राचार्य करेंगे। जबकि सारस्वत अतिथि के रूप में मध्य पश्चिम विश्वविद्यालय, सुर्खेत, नेपाल के उप कुलपति प्रो. नंद बहादुर सिंह, मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल सरकार के पूर्व गृह राज्यमंत्री देवेंद्र राज कंडेल और विशिष्ट अतिथि के रूप में वाल्मीकि विद्यापीठ, काठमांडू, नेपाल के प्राचार्य प्रो. भागवत ढकाल की सहभागिता रहेगी।

उद्घाटन सत्र में बीज वक्तव्य दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा का होगा।

अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन दो तकनीकी सत्र होंगे जबकि तीसरे दिन तीन तकनीकी सत्रों के अलावा प्रतिभागियों को गोरखनाथ मंदिर का भ्रमण कराया जाएगा। तीसरे दिन समापन सत्र की अध्यक्षता दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन करेंगी।

समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक, मध्य प्रदेश के कुलपति प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, दांग, नेपाल के कार्यकारी निदेशक प्रो. सुधन कुमार पौडेल, त्रिभुवन विश्वविद्यालय, काठमांडू, नेपाल के संस्कृत विभाग के आचार्य डॉ. सुबोध शुक्ल, प्राज्ञीक विद्यार्थी परिषद, काठमांडू, नेपाल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री नारायण प्रसाद ढकाल मौजूद रहेंगे।

सेमिनार का प्रतिवेदन दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में राजनीतिशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य डॉ. अमित कुमार उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। अलग-अलग तकनीकी सत्रों में अध्यक्ष, सह अध्यक्ष की भूमिका में एक भारत और एक नेपाल के विषय विशेषज्ञ शामिल रहेंगे।

सरस्वती शिशु मंदिर 10 + 2 पक्की बाग में सत्र 24-25 के लिए प्रवेश परीक्षा हुई संपन्न

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्की बाग गोरखपुर में सत्र 24 /25 के लिए प्रवेश परीक्षा संपन्न हुई। जिसमें कक्षा किलकारी से नवम और एकादश तक के 750 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभा किया।

सभी परीक्षार्थी प्रसन्नतापूर्वक परीक्षा दिए एवं उनके अभिभावकों का सराहनीय सहयोग रहा। परीक्षा प्रमुख गिरीश चंद्र पाण्डेय एवं अविनाश श्रीवास्तव के दिशानिर्देशन में संपादित हुई। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ राजेश सिंह ने सभी छात्र /छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। परीक्षा परिणाम दिनांक 26 को 11:00 बजे दिन में घोषित होगा ।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने सुनी पीएम के मन की बात

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री का रेडियो पर प्रसारित होने वाला कार्यक्रम मन की बात के लाइव प्रसारण को सुना।

पीएम मोदी ने आज फिर एक बार अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि वह अगले तीन महीने तक मन की बात कार्यक्रम को नहीं कर पाएंगे और उन्होंने इसके पीछे की बड़ी वजह भी बताई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 110वें एपिसोड के जरिए लोगों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने तीन लोगों से फोन पर बात भी की और विभिन्न सरकारी योजनाओं के संबंध में लोगों के अनुभव की जानकारी ली।

उन्होंने प्राकृतिक खेती का महत्व बताते हुए कहा कि कैमिकल से हमारी धरती मां को जो पीड़ा हो रही है उसे बचाने में मातृ संस्थाओं का बड़ा योगदान है। उन्होंने बताया कि देश भर में महिलायें अब प्राकृतिक खेती को विस्तार दे रही हैं।

उन्होंने कहा कि अगले तीन महीने तक मन की बात नहीं हो सकेगी।

बताया कि 'मन की बात' में देश की सामूहिक शक्ति की,उपलब्धियों की बातें होती हैं।

यह एक तरह से जनता का,जनता के लिए,जनता द्वारा तैयार होने वाला कार्यक्रम है। किंतु देश में आगामी लोकसभा चुनाव (आम चुनाव) के कारण अब अगले तीन महीने ‘मन की बात’ का प्रसारण नहीं होगा।

पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जिसमें देश की नारी शक्ति पीछे रह गई हो। एक और क्षेत्र, जिसमें महिलाओं ने अपनी नेतृत्व क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है,वो है- प्राकृतिक खेती,जल संरक्षण और स्वच्छता।

इस अवसर पर भाजपा खजनी मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी,लेखपाल बेलदार,माया मिश्रा,अनिल पाठक,अवध बिहारी मिश्रा,गोलू दूबे, रिंकू दूबे, दिवाकर, विंध्याचल सिंह,जय प्रकाश तिवारी सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सुना।

बता दें कि पीएम के मन की बात कार्यक्रम सिर्फ भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के बीच सिमट कर रह गया है इसे सुनने में विरोधी दलों से जुड़े लोगों और आम जनता कोई रूचि नहीं ले रही है।