सुरक्षित, असरदार और बीमारियों से बचाव में कारगर है नियमित टीकाकरण

गोरखपुर/बस्ती: जनपद के टेमा के रहने वाले मोहम्मद खालिद बुखार आने के भय से अपने बच्चे को टीका नहीं लगवा रहे थे। उनके बेटे का जन्म 10 अप्रैल 2023 को हुआ, लेकिन उन्होंने बच्चे का टीकाकरण नहीं करवाया । यूनिसेफ संस्था के प्रतिनिधियों और ब्लॉक रिस्पांस टीम ने उन्हें समझाया कि टीका न केवल सुरक्षित और असरदार है, बल्कि यह बारह प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाता है । टीम ने उन्हें भरोसा दिया कि बच्चे को कोई दिक्कत नहीं होगी । इसके बाद 16 नवम्बर 2023 को उन्होंने पहली बार अपने बच्चे का टीकाकरण करवाया । उनका कहना है कि अब वह खुद अस्पताल जाकर समय समय पर बच्चे का टीकाकरण करवाएंगे।

नियमित टीकाकरण की सुविधा बस्ती मंडल के सभी सरकारी अस्पतालों और छाया वीएचएसएनडी (विलेज हेल्थसेनिटेशन एंड न्यूट्रिशन डे) पर उपलब्ध कराई जा रही है, लेकिन ढेर सारे परिवार ऐसे भी हैं जो भय या भ्रांति के कारण बच्चों की टीकाकरण नहीं करवा रहे हैं । एडी हेल्थ डॉ नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि ऐसे उदासीन परिवारों को यूनिसेफ संस्था और स्थानीय प्रभाव रखने वाले लोगों की मदद से टीकाकरण के लिए तैयार किया जा रहा है । लोगों को बताया जाता है कि जहां बाजार में इन टीकों के लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं, वहीं अस्पतालों पर ये टीके सरकारी प्रावधानों के तहत उपलब्ध हैं । बच्चों के लिए पांच साल की उम्र तक सात बार नियमित टीकाकरण जरूरी है । सरकारी अस्पताल के टीके कोल्ड चेन में रखे जाते हैं जिनके कारण इनकी गुणवत्ता बनी रहती है ।

एडी हेल्थ ने बताया कि अप्रैल 2023 से दिसम्बर 2023 तक बस्ती जिले में 95.58 फीसदी बच्चों को सम्पूर्ण टीकाकरण की सुविधा प्रदान की गयी है । संतकबीरनगर जिले में 84.89 बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षण, जबकि सिद्धार्थनगर जिले में 76.55 फीसदी बच्चों को सम्पूर्ण टीकाकरण की सुविधा मिली है । ये बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और टीके के कारण कभी किसी प्रकार की जटिलता पैदा नहीं हुई है । निजी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चे भी टीकाकरण की सुविधा सरकारी अस्पताल से प्राप्त कर सकते हैं । टीकाकरण से पोलियो, हेपेटाइटिस, इंसेफेलाइटिस, डिप्थीरिया, खसरा और टिटनेस जैसी बारह गंभीर बीमारियों से बचाव होता है ।

कुछ टीकों से होता है बुखार

बस्ती जनपद के बहादुरपुर ब्लॉक के मदारपुर खझौवा गांव के रहने वाले कमालुद्दीन के बच्चे को टीका लगने के बाद बुखार आया और पैर में सूजन हो गया, हांलाकि उपचार के बाद वह ठीक हो गया । कमालुद्दीन ने तय किया कि अब बच्चे का टीकाकरण नहीं कराएंगे। यूनिसेफ संस्था के प्रतिनिधि अतुल और आशा कार्यकर्ता मंजूलता ने उन्हें समझाया कि कुछ टीकों के लगने के बाद ऐसे लक्षण सामने आते हैं, जो स्वतः ठीक हो जाते हैं। इसके लिए दवा भी दी जाती है । पहले तो वह तैयार नहीं हुए लेकिन जब सुपरवाइजर शशांक सिंह, आशा और बीएमसी ने यह आश्वासन दिया कि टीके के बाद कोई दिक्कत हुई तो वह सहयोग करेंगे, तब कमालुद्दीन बच्चे को टीका लगवाने के लिए तैयार हुए। वह कहते हैं कि टीकाकरण से बच्चे को काई दिक्कत नहीं है और अब वह नियमित टीकाकरण करवाएंगे ।

बर्थ डोज 24 घंटे के भीतर जरूरी

एडी हेल्थ ने बताया कि बच्चे का जन्म चाहे सरकारी अस्पताल में हो या फिर निजी अस्पताल में, बर्थ डोज का टीका जन्म के 24 घंटे के भीतर लग जाना चाहिए । इसके तहत ओपीवी, हेपेटाइटिस बी जीरो और बीसीजी का टीका लगाया जाता है । यह विभिन्न प्रकार के वायरल और बैक्टेरियल संक्रमण से बचाव करता है । पेंटा, एफआईपीवी, मिजल्स रूबैला और आईपीवी जैसे कुछ टीकों के लगने के बाद बुखार आता है जिसके लिए टीकाकरण स्थल से ही दवा मिल जाती है ।

मंडल में सम्पूर्ण टीकाकरण की स्थिति

जनपद बच्चे हुए सम्पूर्ण प्रतिरक्षित

बस्ती 54056

संतकबीरनगर 38359

सिद्धार्थनगर 62037

मनीष सिंह को जिला हॉकी संघ का अध्यक्ष मनोनीत किया गया

गोरखपुर।डॉ आर.पी. सिंह निदेशक खेल उ०प्र०/महासचिव उ०प्र० हॉकी नें आज मनीष सिंह पूर्व पार्षद को जिला हॉकी संघ का अध्यक्ष मनोनीत किया है। जिनके देख-रेख में जनपद गोरखपुर के हॉकी खिलाड़ियों का बहुमुखी विकास होगा।

मनीष सिंह को जिला हॉकी संघ का अध्यक्ष मनोनीत किये जाने पर रवि किशन शुक्ल सांसद सदर गोरखपुर, जय यदुवंशी सांसद प्रतिनिधि सदर गोरखपुर, प्रेम माया हॉकी ओलम्पियन/अर्जुन अवार्डी, दिनेश सिंह अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान, चन्द्रविजय सिंह अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान, जनार्दन सिंह यादव अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान, अमरनाथ यादव अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान, अरुणेश शाही अध्यक्ष जिला कबड्डी संघ, श्रीमती रिता मिश्रा अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी, आले हैदर क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी, जिल्लुरहमान, अंगद यादव, गुरु इमरान खान, गुलाम सरवर, जहीर अहमद, शमशाद अहमद, मुकुल लाल शाह अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, माईकल एलेक्जेन्डर राष्ट्रीय खिलाड़ी एन डी सोलंकी सचिव जिला एथलेटिक्स सिंह, डॉ राजवीर सिंह, डॉ विजय चहल, हनुमान प्रसाद सचिव जिला बक्सिंग संघ, नन्द्र मिश्रा अध्यक्ष तैराकी संघ, अंजनी मिश्रा सचिव तैराकी संघ, प्रभात पाण्डेय सचिव जिला कबड्डी संघ, विनित चौरसिया सचिव टेबुल टेनिस, राजेश नायक अध्यक्ष जिला बाक्सिंग संघ, मो परवेज अहमद सचिव जिला जिम्नास्टिक संघ, बी.एन मिश्रा सचिव जिला वालीबाल संघ, संकटा सिंह, मुकेश सिंह, राजीत श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, विनोद पाण्डेय, धर्मवीर सिंह एवं आजाद सिंह उप क्रीड़ाधिकारी, एन पी गौड़ कु नेहा सिंह, कु शशि नवैद हॉकी प्रशिक्षिका, श्रीमती सीमा विश्वकर्मा, श्रीमती संध्या यादव, श्रीमती विजय लक्ष्मी सिंह, अशोक शाही, खुर्शेद, आर पी विश्वकर्मा, अन्जुम तारिक नें बधाई देते हुए आशा व्यक्त की है कि मनीष सिंह की देख-रेख में हॉकी खेल का चतुर्मुखी विकास होगा एवं हॉकी खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।

एनडीआरफ ने एसएसबी के जवानों को सिखाया आपदा प्रबंधन का गुण

 गोरखपुर: सशस्त्र सीमा बल के द्वारा नेपाल-भारत एवं भारत-भूटान के अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा का कार्यभार संभालती है, उपयुक्त दोनों अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्यूटी करना भौगोलिक स्थिति के अनुसार काफी कठिन एवं जटिल है , ड्यूटी के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जैसे बाढ़, सर्प दंश, गम्भीर चोट, आपातकालीन-प्रचलन, जीवन रक्षक पद्धति इत्यादि का प्रबंधन कैसे करें इसके बारे में एनडीआरएफ के टीम द्वारा आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सोमवार को आपदा के विषय पर सशस्त्र सीमा बल के कैंपस में आरटीसी के जवानों को प्रशिक्षण दिया गया।

 एनडीआरएफ के उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में एनडीआरएफ के प्रशिक्षित एवं अनुभवी टीम द्वारा इन प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनडीआरएफ की टीम से। निरीक्षक सुधीर कुमार के द्वारा संरचना एवं कार्यशैली व आपदा प्रबंधन के विषय में व्याख्यान दिया गया और उन्होंने बताया कि किसी भी आपदा के समय में स्थानीय समुदाय ही पहला रिस्पांडर होता है।

 बाढ़ के दौरान समुदाय के लोगों को राहत व बचाव कार्यों के प्रति जागरूक एवं सक्षम बनाने के लिए क्षमता वर्धन योजना के तहत एनडीआरएफ लगातार जागरूकता अभियान कर रहा है बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा हेतु स्थानीय संसाधनों से निर्मित रक्षक जैकेट व राफ्ट, दूषित जल को घर पर फिल्टर करने का तरीका, मच्छर से बचाव के तरीके सांप काटने पर किए जाने वाले उपचार तथा आग जैसी आपदाओं में घायल हुए व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया और साथ ही आपदाओं में प्रयोग किए जाने वाले रेस्क्यू तकनीकी फंसे हुए लोगों को निकालने उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बारे में भी बताया और सीपीआर का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया गया।

 इस अवसर पर सशस्त्र सीमा बल से उप महानिरीक्षक असीम हेमचंद्र निरीक्षक रितु रंजन एवं आरटीसी से 350 जवान मौजूद रहे।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के नए सीआरसी भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए सांसद रवि किशन

 

गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने बुधवार को बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास ,पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र (सी .आर.सी) के नए भवन के उद्घाट कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 

इस दौरान सांसद ने केंद्र व प्रदेश सरकार की वर्तमान समय में चल रही विकास परियोजनाओं की सराहना की। सांसद ने इस दौरान बच्चों में हियरिंग एड डिवाइस भी वितरित किया। 

 

 

 

सांसद रवि किशन ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश की पथ पर अग्रसर है। सीएम योगी के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवांए बेहतर की है। आज बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज की सूरत पूरी तरह बदल चुकी है। जो कभी बदहाली का शिकार था आज वह मेडिकल कॉलेज अपनी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाना जा रहा है। 

यह संभव हुआ सीएम योगी के मार्गदर्शन में। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने यहां की पूरी तस्वीर बदल दी है। आज यहां उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं।  

 

सांसद रवि किशन ने कहा पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ऐतिहासिक विकास कर रहा है। यह सत्य है कि इस सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में जो काम किया है वह आजादी के बाद नहीं हुआ। आज देश विकास के पथ पर लगातार अग्रसर है।

सिकरीगंज से लापता 40 वर्षीय युवक की तलाश

सिकरीगंज खजनी गोरखपुर।

तहसील क्षेत्र अंतर्गत सिकरीगंज थाना क्षेत्र के सिकरीगंज कस्बे के निकट स्थित इमलीडीह खुर्द गांव के निवासी स्वर्गीय धरीसन प्रसाद चौरसिया के पुत्र रम्भू प्रसाद चौरसिया उम्र 40 वर्ष बीते 17 फरवरी से गायब हैं। परिवारीजनों ने सिकरीगंज थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है।

मिली जानकारी के अनुसार सांवले रंग और लंबे चेहरे वाले 6 फुट लंबे कद के रम्भू प्रसाद चौरसिया घर से निकलते समय काले रंग की पैंट और स्वेटर पहने हुए हैं। जो कि

17 फरवरी 2024 को दिन में 10 बजे ललई चौरसिया के घर इमलीडिह खुर्द के निकले हैं, और अब तक अपने घर वापस नहीं आये हैं। कई दिनों तक लगातार तलाश के बाद भी जब उनका कोई पता नहीं चला तो परिवारीजनों ने थाने में सूचना देते हुए गुमशुदगी दर्ज कराई है।

 परिवारीजनों के अनुसार जिस किसी को भी उनके बारे में जानकारी प्राप्त होती है, तो थाना सिकरीगंज में मोबाइल नंबर 945440352 पर या परिजनों के निम्नलिखित मोबाइल नंबरों पर सूचित करने के लिए कहा गया है।7371829854,6392610103

6209683221,9572007020

लोग बोले खजनी क्षेत्र का नहीं हुआ विकास

खजनी गोरखपुर।खजनी तहसील बने लगभग 40 वर्ष हो गए हैं किंतु इस क्षेत्र का अपेक्षित विकास नहीं हुआ।

गोरखपुर जिले में बांसगांव,गोला,सहजनवा, चौरीचौरा,कैंपियरगंज,खजनी और सदर तहसील समेत कुल 7 तहसीलें हैं। 

जिनमें खजनी तहसील में सबसे अधिक 769 से अधिक राजस्व गांव हैं, और यह जिले की सबसे बड़ी तहसील है। खजनी को छोड़ कर जिले की अन्य सभी तहसीले नगर पंचायत क्षेत्र हैं किंतु खजनी तहसील को अब तक नगर पंचायत नहीं बनाया जा सका है।

गोरखपुर महानगर की सीमा का विस्तार सहजनवा, चौरीचौरा,कैंपियरगंज,कुशीनगर,देवरिया आदि सभी रूटों पर हुआ,लेकिन खजनी क्षेत्र की ओर विकास की किरणे नहीं पहुंची हैं।स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया की खजनी का अपेक्षित विकास नहीं हुआ है। 

प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा भी खजनी के विकास पर ध्यान नहीं दिया गया है। जिससे कस्बे में जल निकासी के लिए नाली, बस अड्डा, रैन बसेरा, प्याऊ, स्नानघर,रिहायशी होटल जैसी सुविधाएं नहीं हैं।जिले की सीमा से सिर्फ 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खजनी कस्बा वर्षों से विकास से अछूता बचा हुआ है।

कस्बे के रामसागर निगम, मनोज पटवा, प्रदीप, सुरेश शुक्ला,राम आशीष, सोनू, नरेंद्र सिंह आदि ने बताया कि योगी जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी खजनी का विकास नहीं हो पाया है। हमें आज भी गांवों की तरह नरकीय यातनाओं का सामना करना पड़ रहा है, और नगरीय सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

ज़िला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा पोषण पुनर्वास केंद्र का किया गया औचक निरीक्षण

गोरखपुर। ज़िला महिला चिकित्सालय में ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव कुमार मिश्र एवं यूनिसेफ़ प्रतिनिधि सुरेश तिवारी द्वारा पोषण पुनर्वास केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान पोषण पुनर्वास वार्ड, किचन, प्ले रूम आदि का निरीक्षण भी किया गया, साथ ही अतिकुपोषित बच्चों के परिवारजनों से वार्ता कर बच्चों का विशेष ध्यान देने का आग्रह किया गया।

इस दौरान बाल विकास परियोजना शहर की क्षेत्रीय मुख्य सेविका मोहित सक्सेना द्वारा अपने परिक्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा चिह्नांकित 10 अतिकुपोषित बच्चों की जाँच करायी गई

। जाँच में 8 बच्चे पोषण पुनर्वास केंद्र में उचित देखरेख हेतु भर्ती करने योग्य पाए गए, जिसमें से तृषा, हर्षिता, जानवी और सृष्टि (कुल 04) को तत्काल भर्ती किया जा चुका है, शेष 04 बच्चों को भी शीघ्र ही भर्ती किया जाएगा ।

पोषण पुनर्वास केंद्र वार्ड पर तैनात महिला चिकित्सक डॉ पूजा नथानी द्वारा जाँच हेतु उपस्थित सभी बच्चों के स्वास्थ्य की गहन जाँच की गई। साफ़ सफ़ाई की व्यवस्था समुचित पायी गई, स्टाफ़ की उपस्थिति भी नियमित थी।

इस क्रम में ज़िला कार्यक्रम अधिकारी गोरखपुर द्वारा माह अक्टूबर में मुख्य विकास अधिकारी के नेतृत्व में शुरू की गई योजना मिशन खिलखिलाहट के बारे में भी चर्चा की गई। उनके द्वारा बताया गया कि मिशन खिलखिलाहट का उद्देश्य अति तीव्र कुपोषित(सैम) बच्ची को उनकी बुनियादी प्राकृतिक क्षमताओं के स्तर पर वापिस लाना है।

जनपद के विभिन्न अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा ज़ोर शोर से बच्चों को गोद लेकर उनके स्वस्थ करने का सशक्त प्रयास किया जा रहा है। जिन बच्चों को गहन चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता होगी उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र पर 14 दिन के लिए भर्ती कराया जाएगा.

ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अभिनव द्वारा सर्वाधिक बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराने वाली मुख्य सेविकाओं और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को ज़िला पोषण समिति में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सम्मानित कराने के लिए कहा गया.

बीआरडी मेडिकल से बरगलाकर अन्य अस्पताल में भर्ती करने वाले सात अभियुक्त गिरफ्तार

गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करने वाले मरीजों के परिजनों को बरगलाकर बेड नहीं खाली है अच्छे डॉक्टर नहीं है जैसे अन्य बातें कह कर प्रतिष्ठित हॉस्पिटलों का नाम लेकर राजी करते हैं जब मरीज का परिजन राजी हो जाता है तब उन मरीज को अपने पसंदीदा सेटिंग वाले अस्पतालों में भर्ती कराकर मोटी रकम वसूल करने वाले बीआरडी मेडिकल कॉलेज के संविदा वार्ड बॉय स्ट्रक्चर चलने वाला, गॉड सहित सात अभियुक्तों को चिलवाताल पुलिस ने गिरफ्तार करने का काम किया जो इशू हॉस्पिटल की तरह यूनिवर्सल हॉस्पिटल में भर्ती करने का काम करते थे ।

पुलिस ने गैंग सरगना मनोज सहित उमेश कुमार पुत्र राम केवल बिट्टू यादव पुत्र अनिरुद्ध यादव मोहम्मद असलम पुत्र मोहम्मद इस्लाम महेंद्र पुत्र विजयनाथ शाहनवाज पुत्र मोहम्मद कासिम उमेश भारती पुत्र नंदलाल दीनदयाल पुत्र फागू लाल को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की जो बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करने गए।

तीमदारों को बरगलाकर मरीजों को यूनिवर्सल हॉस्पिटल तथा अन्य प्राइवेट अस्पतालों में अच्छी व्यवस्था की झांसा देकर निजी एंबुलेंस से भर्ती कराया गया जाता था यूनिवर्सल हॉस्पिटल में भर्ती करने के उपरांत अस्पताल संचालक के साथ अभियुक्त द्वारा मिलकर तीमारदारो से लाखों रुपए जमा कर लिया जाता है बाद में मरीजों को वहां पर कोई डॉक्टर अटेंड नहीं करने पर मरीज की हालत बिगड़ती जा रही थी।

गोपनील जांच पूछताछ अन्य स्रोतों से प्राप्त जानकारी से ज्ञात हुआ कि अभियुक्त प्राइवेट अस्पतालों की दलाली करते हैं अस्पताल संचालक महेश कुमार व उसके भाई उमेश एंबुलेंस चालक स्वामी वार्ड वाय संविदा ट्राली मेन व शामिल है यह सभी बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर से मरीजों को गेट पर ट्रालिमेन एवं एंबुलेंस चालक की सहायता से अन्य किसी अस्पताल ले जाकर भर्ती करते हैं ।

इसी तरह दर्जनों अस्पताल शहर में काम कर रहे हैं जो पूर्व में सिल किए गए अस्पतालों द्वारा अन्य अस्पताल के नाम से लाइसेंस बनवाकर खोलने का कार्य करते हैं ऐसे कथित अस्पतालों के ऊपर भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी साथ में ही मकान मालिकों को भी चिन्हित किया जा रहा है जो पूर्व में उनके मकान में अस्पताल चल रहा था बाद में अन्य नाम से अस्पताल खोल लिया गया उनके ऊपर भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

अदब व एहतराम से मनाया गया हज़रत इमदाद अली शाह का उर्स-ए-पाक

गोरखपुर। तुर्कमानपुर स्थित दरगाह पर हज़रत इमदाद अली शाह रहमतुल्लाह अलैह का दो दिवसीय उर्स-ए-पाक अकीदत व एहतराम के साथ मनाया गया जलसा-ए-मिलादुन्नबी हुआ।

कुरआन-ए-पाक की तिलावत हाफिज अशरफ रज़ा इस्माईली ने की। हाफिज सैफ रज़ा इस्माईली, अफरोज कादरी व मुअज्जम ने नात-ए-पाक पेश की।

मुख्य अतिथि मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने कहा कि कुरआन-ए-पाक व हदीस-ए-पाक ज़िंदगी गुजारने का बहुत ही आला कानून है। कुरआन व हदीस के जरिए ज़िंदगी गुजारने का तरीक़ा पता चलता है।

कुरआन-ए-पाक में सभी लोगों के लिए रोशनी, हिदायत, हिकमत और शिफा है। यह किताब अच्छे बुरे में फर्क व तमीज करती है। यह अल्लाह की किताब है। कलाम भी है और सिफत भी। इसके एक-एक हुरूफ पढ़ने पर दस नेकियां मिलती हैं।

इस किताब का तर्जुमा व मतलब भी जरूर पढ़ा जाए या आलिमों और जानकारों से मालूम किया जाए। शरीअत के खिलाफ कोई काम न करें। झूठ और गीबत से परहेज करें। अपने बच्चों को शिक्षा जरूर दिलाएं।

विशिष्ट अतिथि कारी फिरोज आलम ने कहा कि मुसलमानों को दोनों आलम की कामयाबी हासिल करनी है तो कुरआन और हदीस पर पूरी तरह अमल करें। आख़िरत की तैयारी करें। नमाज़ों को उनके वक्तों पर अदा करने की पाबंदी करें।

कुरआन-ए-पाक का हक़ यह है कि उसकी तिलावत की जाए, उसको समझा जाए, उस पर अमल किया जाए, उसके पैग़ाम को तमाम इंसानियत तक पहुंचाया जाए।

विशिष्ट अतिथि मौलाना दानिश रज़ा अशरफी ने कहा कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने अमन, शांति, मोहब्बत और इत्तेहाद का पैग़ाम दिया। मुसलमान बुरे कामों से बचें। नमाज़, रोजा, हज और जकात अदा करें।

मुसलमानों को चाहिए कि पैग़ंबरे इस्लाम की शिक्षाओं पर पूरी तरह से अमल करें। औलिया किराम ने पूरी जिंदगी कुरआन व हदीस पर गुजार कर अपनी दुनिया व आख़िरत दोनों कामयाब बना ली। हमें भी उनके नक्शेकदम पर चलना होगा।

अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। मजार की चादरपोशी हुई। कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया। उर्स में हाजी जलालुद्दीन कादरी, मो. इस्लाम उर्फ बाबूल, मो. अबरार, मनोव्वर अहमद, आकिब अंसारी, अरशद हुसैन खां, रेयाज अहमद राईनी, समीर अहमद, मेराज अहमद, अलाउद्दीन निज़ामी, नईम अहमद, इम्तियाज अहमद, मकसूद अली, अब्दुल्लाह, अयान अहमद, नुरुल होदा आदि मौजूद रहे।

ब्लॉक में मानक ब्यूरो का एक दिवसीय प्रशिक्षण,ग्राम प्रधानों,पंचायत सहायकों और सचिवों को दी गई जानकारी

खजनी गोरखपुर।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज खजनी ब्लाॅक मुख्यालय में स्थित सभागार में भारतीय मानक ब्यूरो लखनऊ के द्वारा ग्राम प्रधानों पंचायत सहायकों और ग्राम पंचायतों के सचिवों को मानकों से संबंधित विस्तृत जानकारियां दी गईं।

प्रशिक्षण के दौरान लखनऊ और जिले से पहुंचे प्रशिक्षकों ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार के द्वारा गांवों और कस्बों में कराए जाने वाले सभी विकास से संबंधित कार्यों और एसएलडब्ल्यू (सालिड वेस्ट मैनेजमेंट) के लिए एक निश्चित मानक निर्धारित किए गए हैं।

जिससे संबंधित सभी अनुपात विशेषज्ञों के द्वारा निर्धारित किया गया है। कार्यों को व्यवस्थित तरीके से संपादित कराने के लिए तय मानक के अनुसार पूरा कराना सभी के लिए अनिवार्य है। इस दौरान प्रशिक्षकों ने लोगों के प्रश्नों और उनके द्वारा पेश की गई सभी समस्याओं का समाधान भी सुझाया।

बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण में ब्लॉक क्षेत्र के दर्जनों ग्राम प्रधानों पंचायत सहायकों सहित ग्राम पंचायत अधिकारी रोशन सिंह, चैतन्य त्रिपाठी,इन्द्रसेन सिंह, लोकनाथ एवं खण्ड प्रेरक अतुल कुमार सिंह तथा बबलू निषाद आदि उपस्थित रहे।