*सिपाही भर्ती में मुन्ना भाई को पकड़ने के लिए बोर्ड ने तैयार किया ऐसा सिस्टम जो जिससे सॉल्वरों की तत्काल हो सकेगी पहचान, जानिये कैसे*

लखनऊ । परीक्षा के दौरान आये दिन मुन्ना भाई के पकड़े जाने के बाद उत्तर प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड इससे निपटने के लिए बहुत सारे कदम अपनाने जा रहा है। चूंकि

सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर होने वाली सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा की तिथि फरवरी में घोषित कर दी गई है। ऐसे में परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों पर कड़ी नजर रखने के लिए बोर्ड ने ऐसा सिस्टम तैयार किया है, जिससे कई परीक्षाओं में शामिल हो चुके सॉल्वरों की तत्काल पहचान हो सकेगी। बोर्ड को आधार कार्ड की पहचान का अधिकार मिलने से फर्जी तरीके आधार तैयार करने वाले भी पकड़े जाएंगे।

बोर्ड की अध्यक्ष डीजी रेणुका मिश्रा के अनुसार परीक्षा की शुचिता के लिए कई हाईटेक तरीके अपनाए जाएंगे। ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए फेस रिकगनिशन, आईरिस, फिंगरप्रिंट से फर्जी अभ्यर्थियों को तत्काल पकड़ा जा सकेगा। फोटो कैप्चर कर डाटाबेस से मिलान कराया जाएगा। परीक्षा के वक्त अभ्यर्थी का व्यवहार भी देखा जाएगा। इलेक्ट्राॅनिक उपकरणों की मदद से नकल करने की कोशिश पर तत्काल केंद्र व्यवस्थापक को सूचना दी जाएगी। इसके अलावा एसटीएफ नकल माफिया और सॉल्वर गिरोह पर नजर रखेगी। इसलिए अगर सिपाही भर्ती में मुन्ना भाई बनकर बैठने की साल्वर सोच रहे है तो यह अपने दिमाग से निकाल दें।

*अयोध्या-वाराणसी के साथ 17 महानगरों को भी सोलर सिटी बनाएगी योगी सरकार*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सोलर एनर्जी को प्रोत्साहित कर रही योगी सरकार अयोध्या और वाराणसी के साथ 17 महानगरों को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित करेगी। महानगरों को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के बाद योगी सरकार का लक्ष्य ग्रामीण इलाकों को सोलर ग्राम के रूप में विकसित करने की योजना पर कार्य करेगी।

उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने अयोध्या को प्रदेश की पहली सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है। इस पर तेजी से कार्य चल रहा है, जबकि वाराणसी में भी बड़े पैमाने पर सोलर प्लांट लगाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

अयोध्या में 14 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन शुरू

बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनकर सामने आएगा। इसकी शुरुआत हो चुकी है। अयोध्या को हमारी सरकार सोलर सिटी के रूप में विकसित कर रही है। इसकी शुरुआत भगवान राम के चरणों से हुई है तो स्वाभाविक रूप से सफलता और बेहतर मिलेगी।

अयोध्या के सर्किट हाउस की छत पर रूफटॉप सोलर प्लांट लग चुका है। अयोध्या में 40 मेगावाट का सौर ऊर्जा का प्लांट लग चुका है, जिसमें से 14 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन शुरू हो गया है, बाकी उत्पादन भी जल्द होने लगेगा। ऊर्जा मंत्री ने अयोध्या में सोलर सिटी को लेकर हुए कार्यों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि अयोध्या में 2500 से ज्यादा स्ट्रीट लाइट्स सौर एनर्जी से संचालित होने लगी हैं। मुख्यमंत्री जी ने अयोध्या की सरयू नदी में सोलर बोट का शुभारंभ कर दिया है। कई स्थानों पर वाटर एटीएम सौर ऊर्जा से संचालित हैं। अयोध्या में लगभग 40 चौराहे ऐसे हैं जहां सोलर ट्री लगाए गए हैं।

वाराणसी में 25 हजार रूफटॉप सोलर प्लांट बनाने का लक्ष्य

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अयोध्या को हमने सोलर सिटी बना दिया है और अगला लक्ष्य सरकारी इमारतों की छतों पर सोलर रूफटॉप प्लांट लगाने का है। पीएम मोदी के निर्देश पर और सीएम योगी के नेतृत्व में वाराणसी में 25 हजार रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य मिला है। इस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है और जल्द ही अयोध्या की तर्ज पर वाराणसी को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित कर लिया जाएगा। यही नहीं, अयोध्या और वाराणसी की तर्ज पर राज्य के 17 महानगरों को भी सोलर सिटी के रूप में विकसित किए जाने की तैयारी है। इसके साथ ही प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी सोलर प्लांट लगाने की कार्यवाही शुरू की जाएगी।

उन्होंने प्रदेश में चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने के लिए कहा कि जल्द ही इसका रोडमैप तैयार किया जाएगा। प्रदेश में व्यापक पैमाने पर चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी है, क्योंकि जब तक चार्जिंग स्टेशन नहीं बनेंगे तब तक लोग ईवी का उपयोग नहीं करेंगे। ऐसे में यह सरकार की प्राथमिकताओं में सम्मिलित है।

2025-26 में आउटसोर्स कर्मियों को 20 परसेंट तक मिलेगा परफॉर्मेंस इंसेटिव्स

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि यूपीपीसीएल कारपोरेशन के द्वारा राजस्‍व (थ्रू-रेट) में वृद्धि के आधार पर आउटसोर्स कार्मिकों को परफॉर्मेंस इंसेंटिव देने की व्‍यवस्‍था (प्रोत्‍साहन योजना) लागू की गई है।

प्रोत्‍साहन योजना के अंतर्गत पात्र पाए गए उपकेंद्रों के संविदा कार्मिकों को परफॉर्मेंस इंसेंटिव्स के तौर पर माह में मिलने वाले पारिश्रमिक पर वर्ष 2024-25 में प्रतिमाह 10 प्रतिशत की राशि दी जाएगी। पुन: यदि उन्‍हीं उपकेंद्रों पर वर्ष 2024-25 के सापेक्ष आपूर्ति की गई विद्युत के सापेक्ष राजस्‍व (थ्रू-रेट) में वृद्धि होती है तो वर्ष 2025-26 में प्रतिमाह 10 प्रतिशत की राशि अतिरिक्‍त (अर्थात कुल 20 प्रतिशत इंसेंटिव) दी जाएगी। विभागीय कार्य के दौरान मृत्‍यु होने की दशा में मिलने वाली अनुग्रह राशि को कारपोरेशन द्वारा 5 लाख से बढ़ाकर 7.50 लाख रुपए कर दिया गया है।

कंज्यूमर एप से 31 हजार कंज्यूमर्स ने 7 करोड़ से ज्यादा का किया भुगतान

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदेश में ट्रस्ट बिलिंग व्यवस्था की शुरुआत के लिए लांच किए गए कंज्यूमर एप को काफी पसंद किया जा रहा है। वर्तमान में 2,95,000 उपभोक्‍ता इस एप का उपयोग कर रहे हैं। यूपीपीसीएल में कंज्यूमर एप 10 अक्‍टूबर, 2023 को लांच हुआ था। 2023-24 में 30,704 उपभोक्‍ताओं द्वारा एप के माध्यम से 7,23,97,381 रुपए का भुगतान किया गया।

बिजली चोरी के मामलों से जुड़े सवाल पर उन्होंने बताया कि प्रदेश में 01.04.2023 से 31.01.2024 तक विद्युत चोरी के 1,25,047 प्रकरणों में एफआईआर दर्ज की गई है। विद्युत चोरी के सापेक्ष 1,22,990 प्रकरणों में राजस्‍व निर्धारण किया जा चुका है, 19,543 प्रकरणों में धारा-3 एवं 5,869 प्रकरणों में धारा-5 की नोटिस प्रेषित की जा चुकी है। ओटीएस योजना के अंतर्गत विद्युत चोरी के 13,995 प्रकरणों का समाधान किया गया है।

*उप्र परिवहन निगम एवं नेपाल राष्ट्र के मध्य परिवहन सेवाओं में वृद्धि*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार एवं उत्तर प्रदेश राज्य द्वारा भारत एवं नेपाल के मैत्रीपूर्ण सम्बंधों, पर्यटन एवं व्यापारिक सम्बंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनसामान्य को सुविधाजनक, दक्ष एवं मितव्ययी परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रथम चरण में नेपालगंज से लखनऊ के लिए 5 तथा नेपालगंज से दिल्ली के लिए 5 परिवहन सेवाएं उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा प्रतिदिन संचालित की जाएंगी।

परिवहन निगम देवीपाटन क्षेत्र में रूपयेडीहा डिपो से दिल्ली एवं लखनऊ के लिए सीधी बस सेवाएं उपलब्ध करायेगा।

परिवहन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के इस प्रयास से दोनों राष्ट्रों के नागरिक दोनों देशों में स्थित प्रमुख तीर्थों एवं पर्यटन स्थलों पर तीर्थांटन कर सकेंगे। इससे पर्यटन के साथ ही व्यापारिक सम्बंधों में भी वृद्धि हो सकेगी।

राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या धाम के भव्य, दिव्य राम मंदिर का दर्शन करने प्रतिदिन आ रहे हैं। इस सेवा के प्रारम्भ होने से नेपाल से आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी सुविधा होगी। साथ ही भारत से भी श्रद्धालु नेपाल स्थित जानकी मंदिर एवं अन्य तीर्थस्थलों पर जाकर पूजा-अर्चना कर सकेंगे।

परिवहन मंत्री ने बताया कि नेपालगंज से दिल्ली एवं लखनऊ हेतु परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए परमिट प्राप्त कर परमिटों को नेपाल राष्ट्र से प्रतिहस्ताक्षरित करा लिया गया है।

उन्होंने बताया कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या की दृष्टि से दोनों राष्ट्रों के बीच परिवहन सेवाओं में और अधिक विस्तार की सम्भावना है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम आने वाले दिनों में नेपाल राष्ट्र के साथ ही अन्य पड़ोसी राष्ट्रों के साथ भी इस प्रकार का अनुबंध करेगा।

*यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को, 4817441अभ्यर्थी लेंगे हिस्सा*

लखनऊ । सिपाही नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर होने वाली सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा में 48,17,441 अभ्यर्थी हिस्सा लेंगे। इसके लिए सभी 75 जिलों में 2377 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष डीजी रेणुका मिश्रा ने आगामी 17 और 18 फरवरी को चार पालियों में होने वाली परीक्षा के आयोजन के लिए सभी जिलों के डीएम और पुलिस कप्तानों को परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था, कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के मानकों, नोडल अफसर बनाने के संबंध में अहम दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

डीजी रेणुका मिश्रा के अनुसार 17 और 18 फरवरी को दो-दो पालियों में परीक्षा आयोजित की जाएगी। प्रत्येक पाली में 12,04,360 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। प्रत्येक पाली में बराबर अनुपात में पुरुष और महिला अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त के लिए प्रत्येक जिले के अलावा भर्ती बोर्ड मुख्यालय में भी दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जहां परीक्षा केंद्रों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की सुविधा रहेगी।

परीक्षा केंद्रों पर लगाए गए सीसीटीवी की लाइव फीड सीधे कंट्रोल रूम को मिलेगी, जिससे अभ्यथिर्यों की पहचान के साथ परीक्षा देते वक्त उनके व्यवहार को भी जांचा जा सकेगा। केंद्रों पर पूरी जांच पड़ताल (फ्रिस्किंग) के बाद ही अभ्यर्थी प्रवेश कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सीधी भर्ती की लिखित परीक्षा के एडमिट कार्ड 10 फरवरी को जारी किया जा सकता है, जिसे भर्ती बोर्ड की वेबसाइट से डाउनलोड करना होगा।

*पचास लाख रुपये के चरस के साथ एसटीएफ ने दो तस्कर को दबोचा, नेपाल राष्ट्र से मोतिहारी बिहार के रास्ते से ला रहे थे चरस*

लखनऊ।एसटीएफ यूपी को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को 10.100 किग्रा चरस जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार कीमत लगभग 50 लाख रुपए के साथ कानपुर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम नन्दकिशोर सासूनार पुत्र महेन्दर सासूनार, निवासी बहुअरवा भट्टा, थाना पोखरिया, जिला बीरगंज नेपाल, मोहम्मद आदिल पुत्र अब्दुल कयूम निवासी गोरा कबरिस्तान बेगमगंज नाजिर बाग कानपुर है। इसके कब्जे से चरस के साथ दो माेबाइल, भारतीय मुद्रा 3470 रुपये, नेपाली मुद्रा 2000 रुपये और एक मतदाता कार्ड बरामद किया है। इन्हें पनकी नहर पुल थाना क्षेत्र अर्मापुर कानपुर मंगलवार की शाम को गिरफ्तार किया है।

एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदां में मादक पदार्था की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इसी क्रम में एसटीएफ को जानकारी प्राप्त हुई कि अवैध मादक पदार्थ चरस की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्य नेपाल राष्ट्र से मोतिहारी बिहार के रास्ते अवैध चरस की खेप कानपुर आने वाले है, जिसकी सप्लाई कानपुर देहात में होनी है। इस सूचना पर एसटीएफ कानपुर टीम द्वारा पनकी नहर पुल थाना क्षेत्र अर्मापुर कमिश्नरेट कानपुर के पास से दो तस्करों को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

गिरफ्तार अभियुक्त मुहम्मद आदिल ने पूछताछ में बताया कि जून-2022 में कानपुर में हुए दंगों में जिला कारागार कानपुर में निरूद्ध था। जहां पर उसकी मुलाकात रोशन पटेल उर्फ लाडले बिहारी से हुई थी, जिसको एसटीएफ कानपुर टीम द्वारा 25 अप्रैल 2022 को 85 किलो चरस व एक पिकप गाड़ी के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। रोशन ने नेपाल के चरस तस्करी के बारे में इससे बताया था। नवम्बर 2023 में आदिल उपरोक्त जेल से रिहा होकर बाहर आया तब रोशन उपरोक्त ने आदिल को नेपाल के चरस तस्करों का नम्बर दिया। जिनके माध्यम से आदिल नेपाल के चरस तस्करों से व्हाट्सअप के जरिये सम्पर्क करके आनलाइन पेमेण्ट करता था और अपने कैरियर के माध्यम से चरस मंगाता था एवं कानपुर व आस पास के क्षेत्रों में सप्लाई करता था। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।

*ऑल इण्डिया रजिस्टर्ड नर्सेज फेडरेशन उत्तर प्रदेश कमेटी के प्रतिनिधि मण्डल ने राज्यपाल से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन*

लखनऊ। मंगलवार को ऑल इण्डिया रजिस्टर्ड नर्सेज फेडरेशन उत्तर प्रदेश कमेटी के प्रतिनिधि मण्डल अनुराग वर्मा के नेतृत्व में राजभवन पहुंच कर

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की।

उत्तर प्रदेश के सरकारी संस्थानों में भी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की भांति स्टाफ नर्सेज की नई नियुक्ति पर बांड और एक निश्चित समय सीमा से पहले नौकरी छोड़ने पर अर्थदंड की व्यवस्था लागू किए जाने के जाने और 14 स्वशासीय चिकित्सा महाविद्यालयों में हुई स्टाफ नर्स (1974 पद) की वेटिंग लिस्ट जारी कर चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति किए जाने की मांग की और ज्ञापन सौंपा।

ऑल इण्डिया रजिस्टर्ड नर्सेज फेडरेशन के प्रतिनिधि मण्डल के रूप में प्रदेश अध्यक्ष अनुराग वर्मा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सरिता भारती , मोहित सिंह , विधि कुमारी उपस्थित रहें।

प्रदेश अध्यक्ष अनुराग वर्मा ने कहा कि हमे पूरी उम्मीद है की नर्सेज की दोनो मांगे सरकार अवश्य पूरी करेगी ।

*नगर विकास मंत्री ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में दिया अपना वक्तव्य*

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मंगलवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए राज्यपाल को योगी सरकार के क्रियाकलापों को विधानसभा में रखने के लिए धन्यवाद दिया।

उन्होंने इस बात की भी सराहना की राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत भगवान मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम मंदिर में रामलला विग्रह की प्राणप्रतिष्ठा से किया। प्राणप्रतिष्ठा से लेकर अब तक में पूरा देश एवं प्रदेश राममय हो गया, लेकिन विपक्ष ने अभिभाषण के दौरान सदन में गो-बैक के नारे लगा रहे थे।

उन्होंने कहा कि जनता की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। राज्यपाल ने अभिभाषण के दौरान कहा कि अयोध्याधाम अपने त्रेतायुगीन वैभव के साथ नगरीय विकास और सम्पन्नता का एक मॉडल बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री के कारण ही प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न हुआ, उन्होंने इसके लिए उनको धन्यवाद दिया।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह कार्य हुआ, उनको नमन किया। उन्होंने नगर विकास के कर्मियों, पीडब्ल्यूडी और अन्य विभागों के कर्मियों को अयोध्याधाम को दिव्य व भव्य बनाने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कहा कि विपक्ष को यह सब रास नहीं आया, मान्यता है, जहां भगवान होते हैं, वहां सुख, सम्पदा, वैभव अपने आप आती है, श्रीराम रमापति व श्रीपति हैं।

मड़ई-कुटई में रहने वाले विग्रह नहीं, राम का धाम भव्य होना ही चाहिए, लेकिन कुछ लोगों को राम के नाम और राम मंदिर से ही आपत्ति है, उन्हें बता दें कि राम से राम का नाम और उनके धाम को अलग नहीं किया जा सकता, फिर भी कुछ लोग अयोध्या जाने से डर रहे हैं।

प्राणप्रतिष्ठा के लिए दिव्य व भव्य रूप से ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ। इसके लिए उन्होंने पूरे देश व प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कहा कि प्रधानमंत्री सनातन परम्परा के अनुसार दो सप्ताह का उपवास किया, जमीन पर सोए, अपने को प्राणप्रतिष्ठा के लिए योग्य और उपयुक्त बनाने के लिए तपस्या की। दुर्गा सप्तशती के अर्गला श्लोक में भी कहा गया है कि सुर-असुर राजा हुए, उन्होंने मां के चरणों में अपना मुकुट रखा, मां उनको रूप, यौवन, यश व प्रतिष्ठा प्रदान की।

इसी प्रकार प्रधानमंत्री ने भी भगवान राम के चरणों में लोटकर साष्टांग प्रणाम किया, अपने माथे को रगड़ा, जिसको पूरी दुनिया ने देखा। हम सभी को भी अयोध्या जाकर भगवान राम का दर्शन-पूजन जरूर करना चाहिए।

श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार ही प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के तीर्थस्थलों, पूजास्थलों की साफ-सफाई और वहां का सुशोभन किया गया। उन्होंने कहा कि भगवान राम में जिन्हें श्रद्धा नहीं थी, वे मथुरा में जाकर ही कुछ कर देते। हम लोगों ने आस्था में विश्वास किया, देश की आर्थिक प्रगति में विश्वास करते हैं, पुरातन संस्कृति, धार्मिक मान्यताओं को अपनाते हुए, इसका संवर्धन करते हुए, देश का विकास कर रहे हैं। कहा कि हमारी सरकार विरासत के साथ विकास पर ध्यान दे रही, संस्कृति के साथ समृद्धि आए ऐसी व्यवस्था बनाने का प्रयास किया जा रहा, देवालय के साथ डिजिटल इंडिया की अवधारणा पर भी बल दिया जा रहा, मंदिरों के साथ भारत को आधुनिक बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है।

पूरी दुनिया में मान्यता है कि रामराज्य सुशासन की पराकाष्ठा थी। देश रामराज के सुशासन की स्थापना की ओर बढ़ रहा, भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है। कहा कि विरोधी कितना भी प्रयास करें, देश में रामराज की स्थापना होकर रहेगी। भारत विकसित राष्ट्र बनेगा, विरोधियों का विनाश होकर रहेगा। हमारे ऋषि-मुनियों मनीषियों के हजारों वर्षों की तपस्या के पुण्य का फल है, जो भारत का भाग्योदय हो रहा, हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान से भारत आगे बढ़ रहा, जिसे कोई नहीं रोक सकता। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से अभी विकसित भारत संकल्प यात्रा चली, जिसमें संकल्प लिया गया कि भारत अपनी पुरातन संस्कृति के साथ विकसित राष्ट्र बनेगा। प्रधानमंत्री जी का संकल्प है कि भारत को वर्ष 2047 तक दुनिया का सबसे विकसित राष्ट्र बनाना है, एक ऐसा दिव्य व भव्य राष्ट्र बनेगा, जिसमें सबकी खुशहाली होगी। प्रधानमंत्री की गारंटी की बदौलत ही, जिन्हें अभी तक कल्याणकारी नीतियों का लाभ नहीं मिला उन्हें दिलाया जा रहा। विकसित भारत में पीएम आवास के हर घर की नींव की ईंट लगी से है, मलिन बस्तियों गरीबों के घरों को जाने वाली सड़कों में लगी हर एक कंक्रीट से है, हर व्यक्ति के पास मकान हो, शौचालय हो, खाने के लिए राशन हो, चूल्हे में गैस हो तभी विकसित भारत बनेगा।

उन्होंने कहा कि विकसित भारत गरीब के चूल्हे से लेकर चंद्रयान तक की यात्रा है, गरीब के आयुष्मान कार्ड से लेकर आधुनिक चिकित्सा संस्थान तथा सेना के अत्याधुनिक आयुध से है। पीएम स्वनिधी योजना में रेहड़ी-पटरी वालों की मदद, गरीबों को पीएम आवास योजना का लाभ देने में उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी राज्य है। भारत एक ऐसा दिव्य व भव्य राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है, जहां हमारी पुरानी मान्यताओं का सम्मान होगा और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी सुरक्षित, संवर्धित व सुंदर होगा।

कहा कि प्रधानमंत्री ने भगवान राम के प्रति श्रद्धावान होकर ही देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है। ऐसे ही जैसे शबरी एवं निषाद का भगराम श्रीराम के प्रति श्रद्धा थी। भगवान राम हम सबको भवसागर से पार कराने वाले हैं, यह निषाद राज भी जानते थे, फिर भी पूर्ण आत्मविश्वास व श्रद्धा के साथ उन्होंने भगवान से कहा कि ‘जौं प्रभु पार अवसि गा चहहू, मोहि पद पदुम पखारन कहहू’। ऐसी हमारी संस्कृति रही है, इसी का प्रधानमंत्री जी ने संकल्प लेकर भारत को वर्ष 2047 तक दिव्य और भव्य बनाकर भगवान श्रीराम के चरणों में और इस देश व प्रदेश की जनता के चरणों में रखने वाले हैं।

*जनमानस को भ्रमित करने वाला बजटः रालोद*

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने उप्र सरकार के वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किये गये बजट को आम जनमानस को भ्रमित करने वाला बताया। सरकार का यह बजट प्रदेश के किसानों, युवाओं, महिलाओं तथा निर्धन वर्ग की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला है। बड़ी ही बेसब्री से बजट का इंतजार कर रहे प्रदेश के किसानों को इस बजट ने घोर निराश और हताश किया है।

श्री राय ने कहा कि पिछले 5 वर्षो के कार्यकाल में गन्ने का मूल्य सिर्फ 35 रुपये बढाया गया जबकि इस बीच गन्ने की खेती की लागत कई गुना बढ गयी। बजट को बड़ा बताकर सरकार स्वयं को महिमा मंडित कर रही है लेकिन हकीकत यह है कि बजट में नया कुछ भी नहीं है। कृषि, षिक्षा और स्वास्थ्य के लिए सरकार ने बजट कोई विशेष ध्यान नहीं दिया है। लोक कल्याणकारी योजनाओं को इस बजट में अनदेखा किया गया है।

फसल बीमा योजना तथा किसान सम्मान निधि के लिए धन आवंटित किया है वह नाकाफी है। सरकार ने वादा किया था कि किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दी जायेगी। आवारा पशुओं से निजात के लिए सरकार ने बजट में कोई जिक्र नहीं किया। प्रदेश की सड़कें खस्ताहाल हैं। किसान दुखी है नौजवान के हाथ नौकरी नहीं है।

श्री राय ने कहा कि आर्थिक मानकों पर बुरी तरह से असफल बजट है। उन्होंने कहा कि 10 प्रतिशत भाग भी नई योजनाओं के लिए आवंटित नहीं किया गया है। किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए एमएसपी का जिक्र नहीं किया गया है।

कुल मिलाकर सरकार का यह बजट सिर्फ चुनावी बजट है। 2024 के लोकसभा चुनाव में चुनावी लाभ के लिए प्रदेश सरकार अपने आठवें बजट में प्रदेश की जनता के साथ फिर छलावा किया है।

*भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2024 के सफल आयोजन के लिए 159.96 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि भारत-नेपाल के सीमावर्ती जनपदों में स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से युवा पीढ़ी एवं विद्यार्थियों के बीच प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने एवं देश प्रेम की भावना को जागृत करने के उद्देश्य से भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2024 का आयोजन आगामी 09 फरवरी, 2024 से 28-29 फरवरी, 2024 तक किया जायेगा।

इस आयोजन के लिए 159.96 लाख रूपये की धनराशि संस्कृति विभाग को उपलब्ध कराई गयी। यह जानकारी आज यहां देते हुए पर्यटन मंत्री ने बताया कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2024, 09 फरवरी से सिद्धार्थनगर से प्रारम्भ होकर महराजगंज, कुशीनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी एवं पीलीभीत में 29 फरवरी, 2024 को समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि यह महोत्सव तराई क्षेत्र के 08 जनपदों में आयोजित किया जायेगा। इन जनपदों के सभी जिलाधिकारियों को सभी कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक आयोजित कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम की ओर से 05 फरवरी को जारी किया गया है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि निर्धारित समय सारणी के अनुसार 09-11 फरवरी को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, सिद्धार्थनगर 13-14 फरवरी जवाहर लाल नेहरू पीजी कालेज, महराजगंज, 16 फरवरी को बुद्ध पीजी महाविद्यालय जनपद कुशीनगर तथा 18-19 फरवरी, 2024 को राजकीय संग्रहालय इमिलिया कोडर-राजकीय एमएलके महाविद्यालय बलरामपुर में आयोजित किया जायेगा।

इसी प्रकार 21 फरवरी को जिला मुख्यालय, भिनगा/सत्यनारायण उच्च शिक्षण संस्थान तुलसीपुर जनपद श्रावस्ती, 23-24 फरवरी को लार्ड बुद्धा इण्टर कालेज, बहराइच, 26 फरवरी को राजकीय एकलव्य आश्रम पद्धति इण्टर कालेज, लखीमपुर खीरी तथा 28-29 फरवरी को एलबीएस महाविद्यालय/गॉधी स्टेडियम प्रेक्षागृह पीलीभीत में आयोजित किया जायेगा।

जयवीर सिंह ने बताया कि इस महोत्सव के सफल आयोजन के लिए जिलाधिकारी/उपजिलाधिकारी स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करने तथा आयोजन स्थल पर साज-सज्जा एवं स्थानीय व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं। कार्यक्रम स्थलके लिए प्रस्तावित मार्ग अतिक्रमण मुक्त हो तथा सड़कों की मरम्मत एवं साइनेज आदि की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान एम्बुलेंस की व्यवस्था भी कराई जायेगी।

श्री सिंह ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार एवं मीडिया कवरेज सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा जनपद स्तर पर उपनिदेशक/जिला सूचना अधिकारी के माध्यम से कराने के लिए कहा गया है। सभी निर्देशों एवं व्यवस्था आदि के समन्वय के लिए संस्कृति निदेशालय के सहायक निदेशक स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।

उन्होंने बताया कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव-2024 के अंतर्गत सांस्कृतिक यात्रा सिद्धार्थनगर से प्रारम्भ होकर महराजगंज, कुशीनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी होते हुए पीलीभीत में सम्पन्न होगी। जिलाधिकारियों से अपेक्षा की गयी है कि अपने-अपने जनपद में इस महोत्सव एवं यात्रा कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाये जाए।

*कूटरचित दस्तावेज के आधार पर शिक्षक की नौकरी प्राप्त कर वर्ष-2003 से नौकरी करने वाला गिरफ्तार*

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को फर्जी व कूटरचित दस्तावेज के आधार पर शिक्षक की नौकरी प्राप्त कर वर्ष-2003 से नौकरी करने वाले व्यक्ति को जनपद देवरिया से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त धर्मेन्द्र कुमार पुत्र स्व. दुखन्ती प्रसाद, निवासी-रारवडी पोस्ट-मरहंवा, थाना-खुखुन्दू, देवरिया है। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि उसका नाम धर्मेन्द्र कुमार है, वह सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी की शास्त्री परीक्षा का अंक पत्र व प्रमाण-पत्र कूटरचना कर फर्जी तरीके से बनाया था जिस पर अपने हिसाब से अनुक्रमाक 18366 अंकित कर दिया था। साथ ही इण्टरमीडिएट (उत्तर-मध्यमा) का अंक पत्र व प्रमाण-पत्र भी इसी तरह कूटरचित करके बनाया था। जिसके आधार पर वर्ष-2003 से षिक्षक की नौकरी कर रहा था।

विगत कुछ समय से बेसिक शिक्षा विभाग यूपी में फर्जी दस्तावेज के आधार पर नियुक्ति पाकर अध्यापक की नौकरी करने वालों के सम्बन्ध में एसटीएफ यूपी को सूचना प्राप्त हो रही थी। जिसके सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों व फील्ड इकाईयों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देषित किया गया था। इसी क्रम में टीम द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी देवरिया कार्यालय से सम्बन्धित शिक्षिका के बारे में जानकारी के लिए सर्म्पक कर अभिलेख प्राप्त किया गया। जिसके अवलोकन से यह ज्ञात हुआ कि कम्पोजिट विद्यालय वीरपुर मिश्र विकास खण्ड भलुअनी, थाना-खुखुन्दू में धर्मेन्द्र कुमार पुत्र स्व. दुखन्ती प्रसाद निवासी-रारवडी पोस्ट-मरहंवा थाना-खुखुन्दू, देवरिया द्वारा कूटरचित दस्तावेज व अंकपत्र के आधार पर अध्यापक की नौकरी कर रहा है। इस जांच के आधार पर एसटीएफ टीम द्वारा सोमवार को कम्पोजिट विद्यालय वीरपुर मिश्र से धर्मेन्द्र कुमार उपरोक्त को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध थाना खुखुन्दु, जनपद देवरिया में अभियोग मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।